JPSC अभ्यर्थियों की मांग हुई तेज, आयोग जल्द जारी करे 342 पदों की नियुक्ति, JPSC अभ्यर्थी क्या फिर उतरेंगे सड़कों पर ?


रांची : झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स एसोसिएशन ने जेपीएससी मेंस परीक्षा का रिजल्ट लंबित रहने पर आज 11 अप्रैल को जेपीएससी कार्यालय का घेराव किया है। संगठन के अध्यक्ष सत्यनारायण सवाल उठाया कि जेपीएससी अध्यक्ष की नियुक्ति के बावजूद रिजल्ट क्यों नहीं जारी किया जा रहा है? उन्होंने यह भी बताया कि फूड सेफ्टी ऑफिसर, सीडीपीओ, असिस्टेंट प्रोफेसर और सिविल जज जैसे अन्य पदों के रिजल्ट भी रुके हुए हैं, जिससे लाखों युवाओं का भविष्य अधर में लटका हुआ है।


झारखंड लोक सेवा आयोग की ओर से 11वीं से 13वीं राज्य सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा के 9 माह बाद भी रिजल्ट घोषित नहीं किया गया है। इससे इस परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों में नाराजगी है। इसका रिजल्ट जेपीएससी के नोटिफिकेशन के अनुसार पिछले साल अगस्त के दूसरे सप्ताह में जारी किया जाना था। लेकिन आज तक मुख्य परीक्षा के रिजल्ट घोषित नहीं किया गया है। इससे अभ्यर्थियों में निराशा की स्थिति बनी हुई है। इस परीक्षा के माध्यम से राज्य सिविल सेवा के अलग अलग विभागों में 342 पदों पर नियुक्ति की जानी है। अभ्यर्थियों ने बताया कि दो-तीन दिन के अंदर एक बार फिर मुख्य परीक्षा का रिजल्ट जारी करने को लेकर रांची में जुटेंगे और आयोग के अधिकारियों से मिलकर रिजल्ट जारी करने को लेकर ध्यान आकृष्ट कराएंगे।

रिपोर्टर जयंत कुमार

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन पहुंचे जरमुंडी, पूर्व मंत्री बादल पत्रलेख के आवास पर जाकर उनके पिता के निधन पर शोक व्यक्त किया


राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन शुक्रवार को देवघर पहुंचे. देवघर पहुंचने के बाद कार्यकर्ताओं ने एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया. 

कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी सह विधायक कल्पना सोरेन जरमुंडी के लिए रवाना हुए.

जरमुंडी पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राज्य के पूर्व कृषि मंत्री बादल पत्रलेख के घर पहुंचे. जहां उन्होंने पूर्व मंत्री के पिता के निधन के बाद शोकाकुल परिवार से मुलाकात कर उनका ढाढस बंधाया. इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हमारे गठबंधन के नेता बादल पत्रलेख हमेशा ही राज्य के विकास के लिए काम करते रहे हैं. सिर्फ बादल पत्रलेख ही नहीं बल्कि उनका पूरा परिवार समाज के कल्याण की बात करता है. ऐसे में परिवार के मुखिया का चले जाना निश्चित रूप से दुखद है. उन्होंने कहा कि पूरे परिवार का ढाढस बढ़ाने के लिए बादल पत्रलेख के पैतृक घर पहुंचे और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है.

वहीं, मुख्यमंत्री के आने पर उनका धन्यवाद करते हुए पूर्व मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि उनके पिता एक समाजसेवी थे. ग्रामीण क्षेत्रों में लोग उन्हें अपना अभिभावक मानते थे. झारखंड आंदोलन में भी उन्होंने यहां से लेकर दिल्ली तक राज्य की जनता के लिए आवाज उठाई थी. उनका अचानक इस दुनिया से चले जाना निश्चित रूप से सिर्फ परिवार के लिए ही नहीं बल्कि पूरे समाज के लिए एक अपूर्णीय क्षति है.

बता दें कि बादल पत्रलेख के पिता के निधन के बाद कई बड़े नेताओं ने उनके घर पर जाकर पूरे परिवार का ढाढस बंधाया है. पिछले दिनों राहुल गांधी ने भी पत्र के माध्यम से पूर्व मंत्री बादल पत्रलेख को सांत्वना दी. बादल पत्रलेख के शोकाकुल परिवार से मुलाकात करने के बाद सीएम हेमंत सोरेन साहिबगंज जिले के लिए रवाना हो गए.

धनबाद-चंडीगढ़ ट्रेनों में बुकिंग शुरू: गरीब रथ में कम किराया, एसी स्पेशल में अधिक किराया

धनबाद से चंडीगढ़ के लिए दो ट्रेनों में टिकटों की बुकिंग शुरू हो गई है। इनमें एसी स्पेशल और गरीब रथ स्पेशल ट्रेनें शामिल हैं।

एसी स्पेशल ट्रेन

- शनिवार से चलने वाली इस ट्रेन में टिकटों की बुकिंग शुरू हो गई है।

- इसका किराया हावड़ा-कालका नेताजी एक्सप्रेस की तुलना में अधिक है।

गरीब रथ स्पेशल ट्रेन

- 15 अप्रैल से चलने वाली इस ट्रेन में भी टिकट बुक होने लगे हैं।

- इसका किराया नेताजी एक्सप्रेस की थर्ड एसी की तुलना में कम है।

किराया विवरण:

- धनबाद से चंडीगढ़ गरीब रथ स्पेशल का थर्ड एसी का किराया: 1410 रुपये

- नेताजी एक्सप्रेस का थर्ड एसी का किराया: 1665 रुपये

- एसी स्पेशल का थर्ड एसी का किराया: 1985 रुपये

अन्य जानकारी:

- धनबाद से दिल्ली गरीब रथ स्पेशल का थर्ड एसी का किराया: 1285 रुपये

- नेताजी एक्सप्रेस का थर्ड एसी किराया: 1490 रुपये

- एसी स्पेशल का थर्ड एसी का किराया: 1810 रुपये

रांची-गोरखपुर एक्सप्रेस में बदलाव:

- रांची से पटना होकर गोरखपुर तक जाने वाली ट्रेन अब भटनी तक जाएगी।

- गोरखपुर कैंट से कुसम्ही के बीच तीसरी रेल लाइन बिछाने के कारण रेलसेवा प्रभावित रहेगी।

बाबूलाल मरांडी ने पेयजल स्वच्छता विभाग घोटाले पर उठाया सवाल, कहा विभिन्न कोषागार से अवैध निकासी को अंजाम दिया गया


पेयजल एवं स्वच्छता विभाग में भी चारा घोटाले की तरह विभिन्न कोषागार से अवैध निकासी को अंजाम दिया गया है। ये बात भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार के दौरान पेयजल एवं स्वच्छता विभाग में खर्च किए गए करोड़ों रुपयों में हेराफेरी का आरोप लगाते हुए कहीं। इसके साथ ही उन्होंने मामले में उच्च स्तरीय जांच कराने की भी मांग की है।

मरांडी ने मंगलवार को सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट में कहा कि हेमंत सोरेन के पहले कार्यकाल के दौरान पेयजल और स्वच्छता विभाग में वर्ष 2019 से 2024 के बीच 160 करोड़ की लागत से किए गए कार्यों में भारी वित्तीय अनियमितताओं का खुलासा हुआ है। 

उन्होंने कहा कि ऑडिट रिपोर्ट से यह स्पष्ट है कि पेयजल एवं स्वच्छता विभाग में भी चारा घोटाले की तरह विभिन्न कोषागार से अवैध निकासी को अंजाम दिया गया है। राज्य सरकार इस पूरे मामले की निष्पक्ष और उच्च स्तरीय जांच कराए, ताकि दोषियों को सजा दिलाई जा सके। जनता के पैसों से की गई यह लूट रोकी जा सके।

झारखंड : भाजपा नेता अनिल टाइगर हत्याकांड में शामिल दूसरा शूटर धराया, जानिए किस वजह से हुई थी हत्या

भाजपा नेता टाइगर अनिल महतो हत्याकांड में शामिल शूटर सहित कुल 4 अपराधियों को रांची पुलिस ने पकड़ लिया है.

प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक जमीन विवाद में इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया था. बताया जा रहा है कि रांची के एसएसपी चंदन सिन्हा ने जो एसआईटी बनाई थी, उसी ने इन 4 अपराधियों को पकड़ा है.

गौरतलब है कि 26 मार्च को दोपहर तकरीबन साढ़े 3 बजे रांची के कांके चौक स्थित एक दुकान पर भाजपा नेता टाइगर अनिल महतो की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. बाइक सवार अपराधियों ने उनके सिर के पिछले हिस्से में गोली मार दी थी. फायरिंग के बाद बाइक से भाग रहे शूटर रोहित शर्मा को रांची पुलिस ने ग्रामीणों की सहायता से पकड़ लिया था.अब उसका साथी शूटर अमन सिंह भी पुलिस की गिरफ्त में है.

सुभाष जायसवाल हत्याकांड में संलिप्तता का शक

रोहित वर्मा ने तब पुलिस को यह बताया था कि हजारीबाग में सुभाष जायसवाल नाम के शख्स की हत्या में संलिप्तता के शक में टाइगर अनिल महतो की हत्या कर दी थी.पुलिस ने कहा था कि रोहित वर्मा ने यही इकबालिया बयान दिया है.

हालांकि, पुलिस की इस थ्योरी पर तब भी सवाल उठे थे. भारतीय जनता पार्टी ने अनिल टाइगर हत्याकांड के विरोध में सदन के भीतर भी सवाल उठाया था. लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति पर खूब सवाल उठे थे. 27 मार्च को पूरा झारखंड बंद का आह्वान किया गया था.

झारखंड में खेल इंफ्रास्ट्रक्चर को मिलेगी नई गति, मंत्री सुदिव्य कुमार ने रांची स्थित कई खेल परिसरों का किया निरीक्षण

झारखंड राज्य के खेलकूद , युवा कार्य, कला-संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार ने गुरुवार को रांची स्थित खेल इंफ्रास्ट्रक्चर और खिलाड़ियों को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी लेने हेतु विभिन्न खेल परिसरों का दौरा किया।

मंत्री सुदिव्य कुमार ने मोरहाबादी स्थित बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम का निरीक्षण कर आगामी सैफ एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 की तैयारियों की समीक्षा की और निर्देश दिया कि आयोजन से पूर्व स्टेडियम की सभी आधारभूत संरचनाओं एवं सुविधाओं को सुदृढ़ किया जाए।

उन्होंने खेल विभाग को रांची जिला प्रशासन से फुटबॉल ग्राउंड का हैंडओवर शीघ्र प्राप्त कर कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए।

इस अवसर पर मंत्री सुदिव्य कुमार ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन जी के नेतृत्व वाली अबुआ सरकार झारखंड में खेलों को नई ऊंचाई देने और खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय प्रशिक्षण एवं संसाधन उपलब्ध कराने के लिए संकल्पबद्ध है। हमारा प्रयास है कि राज्य के प्रतिभावान खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर गौरवशाली प्रदर्शन करें और झारखंड और देश का नाम रोशन करें।

उन्होंने मोरहाबादी इंडोर बैडमिंटन स्टेडियम का भी निरीक्षण किया और अधिकारियों को निर्देश दिया कि मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन द्वारा पूर्व में दिए गए निर्देशों को प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र पूर्ण किया जाए।

उन्होंने खेल विभाग द्वारा संचालित हाई परफॉर्मेंस सेंटर का भी निरीक्षण किया, जहाँ उन्होंने फिटनेस उपकरणों एवं अन्य तकनीकी संसाधनों का अवलोकन किया तथा खिलाड़ियों से संवाद कर उनकी आवश्यकताओं की जानकारी ली।

इसके अतिरिक्त, माननीय मंत्री ने खेलगांव परिसर में स्थित एथलेटिक्स स्टेडियम, इंडोर स्टेडियम और बैडमिंटन स्टेडियम का निरीक्षण किया और Jharkhand State Sports Promotion Society (JSSPS) के अधिकारियों के साथ बैठक कर कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने JSSPS द्वारा प्रस्तुत प्रेजेंटेशन के माध्यम से संस्था की कार्ययोजना की समीक्षा की।

मंत्री सुदिव्य कुमार ने निर्देश दिया कि खेलगांव परिसरों के जीर्णोद्धार और खिलाड़ियों के प्रशिक्षण एवं विकास से संबंधित सभी कार्यों को तेजी से पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि खेलगांव को इस रूप में विकसित किया जाए कि यह भविष्य में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के आयोजन हेतु पूरी तरह सक्षम हो।

इस दौरान संबंधित विभाग के कई पदाधिकारीगण मौजूद थे ।

झारखंड में सबसे लंबे समय तक सीएम बने रहने का रिकॉर्ड बना हेमंत सोरेन के नाम, राजनीतिक पार्टियों ने क्या कहा जाने

रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, बतौर मुख्यमंत्री चार बार झारखंड की सत्ता का बागडोर संभाल चुके। अब हेमंत सोरेन राज्य में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभालने वाले नेता भी बन गए हैं। आपको बता दें कि हेमंत सोरेन के पिता शिबू सोरेन भी झारखंड में तीन बार सीएम रह चुके हैं। लेकिन वह लंबे कार्यकाल तक कभी भी सीएम नहीं बन सके। अभी तक झारखंड में सबसे ज्यादा दिनों का सीएम रहने का रिकॉर्ड बीजेपी के अर्जुन मुंडा के नाम था। अर्जुन मुंडा झारखंड में 5 साल 307 दिन तक सीएम रहे हैं। हेमंत सोरेन अभी तक 5 साल 396 दिन तक सीएम रह कर सबसे ज्यादा दिनों का सीएम रहने का रिकॉर्ड बनाया।

10 अगस्त 1975 को जन्मे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को राजनीति विरासत में मिली है। हेमंत सोरेन पहली बार 13 जुलाई 2013 को झामुमो, कांग्रेस और राजद के समर्थन से झारखंड के मुख्यमंत्री बने थे, उनका पहला कार्यकाल 28 दिसंबर 2014 तक चला था। अर्जुन मुंडा के नेतृत्व में बनी सरकार में उपमुख्यमंत्री की भूमिका भी निभाई थी। दूसरी बार हेमंत सोरेन ने 29 दिसंबर 2019 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनका कार्यकाल 31 जनवरी 2024 तक रहा क्योंकि ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। करीब 06 महीने जेल में रहने के बाद जब हेमंत सोरेन झारखंड हाईकोर्ट से जमानत पाकर दोबारा जेल से बाहर आए तो उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन से इस्तीफा दिलवाकर 04 जुलाई को फिर से मुख्यमंत्री पद की कमान संभाल ली। कार्यकाल पूरा हुआ, विधानसभा चुनाव आया और महागठबंधन की जीत हुई जिसके बाद 28 नवंबर 2024 को हेमंत सोरेन ने चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनका यह कार्यकाल अभी भी जारी है।

झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि झारखंड में अब तक किसी का कार्यकाल याद रखने लायक नहीं है। लेकिन हेमंत सोरेन चौथी बार मुख्यमंत्री हैं और उनके सभी कार्यकाल सफल रहे हैं, जनता के लोकप्रिय नेता है। वही भाजपा प्रवक्ता अजय शाह ने तंज कसते कहा कि बिल्कुल उनके कार्यकाल को याद किया जाएगा, पिछले पांच साल में भ्रष्टाचार चरम पर है, कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गया है।

रिपोर्टर जयंत कुमार

टाटा स्टील टेक्निकल सर्विसेज लिमिटेड ने कार्यरत स्थायी कर्मी के लिए वोलंटरी सेपरेशन स्कीम (वीएसएस) निकाला

जमशेदपुर : टाटा स्टील टेक्निकल सर्विसेज लिमिटेड की ओर से वोलंटरी सेपरेशन स्कीम (वीएसएस) निकाला गया है. इसके लिए 1 से 30 अप्रैल तक आवेदन दिया जा सकेगा. टाटा स्टील मेरा मंडली प्लांट में वैसे कर्मचारी इसके लिए आवेदन कर सकते है, जिनकी उम्र 40 साल है और वह सात साल तक काम कर चुके है.

यह आप्शन सिर्फ स्थायी कर्मचारियों को ही मिलेगा. मिनिस्ट्रियल कैटेगोरी के कर्मचारी अपना आवेदन दे सकते है. इ व टीएस ग्रेड के कर्मचारी इससे लाभांवित हो सकते है. कर्मचारियों को वीएसएस लेने के बाद मासिक पेंशन, मेडिकल इंश्योरेंस के अलावा घर की सुविधा बरकरार रखी जायेगी. कंपनी के चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर संदीप धीर की ओर से इसको लेकर सरकुलर निकाला गया है.

जारी सरकुलर में 40 से 50 साल तक के उम्र के कर्मचारी अंतिम वेतन का 0.75 वेतन, 50 से 55 साल तक के उम्र के कर्मचारी को 0.90 और 55 से 60 साल तक के कर्मचारी को अंतिम वेतन का 1.10 हिस्सा का वेतन मिलेगा. 40 साल के बाद जैसे जैसे कर्माचरी की उम्र बढ़ेगी, वैसे वैसे उनका वेतन के हिस्से में भी बढ़ोत्तरी होती जायेगी.

वीएसएस लेने वाले कर्मचारी अपना क्वार्टर या मकान रख सकेंगे. हाउस रेंट एलाउंस का भी भुगतान कंपनी की ओर से 58 साल की उम्र तक दिया जाता रहेगा. इस दौरान क्वार्टर में कोई बदलाव करने की इजाजत नहीं होगी. कर्मचारियों को वीएसएस लेने के बाद 2 लाख रुपये सालाना का मेडिकल कवरेज दिया जायेगा. इसके लिए कर्मचारियों को पहले 50 फीसदी पेमेंट करना होगा, जिसके बाद कंपनी पूरी राशि का भुगतान कर्मचारी को करेगा.

इसके अलावा पीएफ समेत तमाम सुविधाओं का पैसा एकमुश्त दिया जायेगा. लीव इनकैशमेंड और बोनस की राशि नहीं मिलेगा. नियम के मुताबिक, कर्मचारियों का आयकर की कटौती होगी.

मौसम विभाग ने 10 अप्रैल की सुबह से 11 अप्रैल की सुबह तक पूरे झारखंड में गरज, वज्रपात और ओलावृष्टि की संभावना जतायी

झारखंड के मौसम में उतार चढ़ाव जारी है। पिछले 24 घंटों में राज्य में कुछ स्थानों पर गरज और वज्रपात के साथ हल्की बारिश हुई। राज्य में सबसे अधिक बारिश गिरिडीह जिले के डुमरी में 1.4 MM दर्ज की गई है।

मौसम विज्ञान केंद्र, रांची ने पूर्वानुमान में जानकारी दी है कि दक्षिण पूर्वी मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़, झारखंड होते हुए पश्चिम बंगाल तक बनी टर्फ लाइन के कारण अगले कुछ दिनों तक राज्य में आंशिक से मध्यम बादल छाए रहने, गरज और वज्रपात के साथ मध्यम बारिश होने की संभावना है।

मौसम विज्ञान केंद्र, रांची ने अपने ताजा मौसम पूर्वानुमान में गुरुवार 10 अप्रैल की सुबह से 11 अप्रैल की सुबह तक पूरे राज्य में गरज, वज्रपात और ओलावृष्टि की संभावना जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र, रांची के अनुसार कल 10 अप्रैल को पूरे राज्य में कुछ स्थानों पर गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होगी।

10 अप्रैल 2025 को राज्य के पूर्वी भागों के कुछ भागों में ओलावृष्टि, वज्रपात, 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवा के झोंके के साथ-साथ बिजली गिरने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

वहीं, राज्य के पश्चिमी और उससे सटे मध्य प्रदेश में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से वज्रपात और हवा के झोंके के साथ-साथ बिजली गिरने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। कल 10 अप्रैल को रांची और आसपास के क्षेत्रों में आंशिक रूप से बादल छाए रहने और वज्रपात की संभावना है। इस दौरान रांची का तापमान 20 से 34℃ के बीच रहने की संभावना है।

डुमरी विधायक जयराम महतो ने बोकारो विधायक श्वेता सिंह के खिलाफ दर्ज कराई एफआइआर

रांची : डुमरी विधायक जयराम महतो ने बोकारो विधायक श्वेता सिंह के खिलाफ बोकारो थाना में एफआइआर दर्ज करायी है। जयराम महतो का आरोप है कि श्वेता सिंह के समर्थकों ने उन्हें रोका, उनके साथ दुर्व्यवहार किया और उनकी गाड़ी तोड़ दी।

क्या है पूरा मामला

जयराम महतो ने अपनी शिकायत में बताया है कि 3 अप्रैल को बोकारो में प्रदर्शन कर रहे विस्थापित युवाओं पर लाठीचार्ज में प्रेम महतो की मौत हो गयह थी। इसके बाद वह बोकारो जनरल हॉस्पिटल में मृतक के परिजनों से मिलने गये थे। जब वह प्रदर्शनकारी युवाओं के पास पहुंचे, तो श्वेता सिंह अपने समर्थकों के साथ वहां मौजूद थीं।

एफआइआर की धाराएं

जयराम महतो की शिकायत पर श्वेता सिंह के खिलाफ धारा 131, 191, 190, 126(2), 115(2) और 324(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। जयराम महतो ने कहा कि वह विधायक से पहले पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष हैं। उन्होंने दावा किया कि झारखंड में किसी की ताकत नहीं है कि उन्हें कहीं आने-जाने से रोक सके।