भारत आज दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश : मोदी

लखनऊ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे। काशीवासियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने 3900 करोड़ रुपये की 44 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। मेहंदीगंज में आयोजित विशाल जनसभा में पीएम ने भोजपुरी में भी काशीवासियों से संवाद किया। अपने संबोधन में उन्होंने बार-बार काशी के प्रति अपने गहरे लगाव को दोहराया। उन्होंने कहा कि ''काशी मेरी है और मैं काशी का हूं''।

जौने काशी के स्वयं महादेव चलावेलन...

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में काशी के बदलते स्वरूप पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में काशी ने विकास की नई गति पकड़ी है। उन्होंने कहा कि काशी अब केवल पुरातन नहीं, बल्कि प्रगतिशील भी है। इसने आधुनिकता को अपनाया है, विरासत को संजोया है और भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए मजबूत कदम उठाए हैं। पीएम ने काशी को पूर्वांचल के आर्थिक नक्शे का केंद्र बताया और कहा, “जौने काशी के स्वयं महादेव चलावेलन, आज उहे काशी पूर्वांचल के विकास के रथ के खींचत हौ।” उन्होंने काशी की सांस्कृतिक धरोहर और आधुनिक बुनियादी ढांचे के सामंजस्य को भारत के विकास का एक अनूठा मॉडल करार दिया।

3900 करोड़ की 44 परियोजनाओं का किया लोकार्पण और शिलान्यास

पीएम ने काशी और पूर्वांचल के लिए 3900 करोड़ रुपये की 44 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इनमें कनेक्टिविटी को मजबूत करने वाले इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स, गांव-गांव तक नल से जल पहुंचाने की योजनाएं, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार और खेल के क्षेत्र में नई पहल शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ये परियोजनाएं पूर्वांचल को विकसित बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी। काशी के हर निवासी को इन योजनाओं से लाभ मिलेगा। इन परियोजनाओं में लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट के विस्तार, भिखारीपुर और मंडुआडीह में फ्लाईओवर और बनारस-सारनाथ को जोड़ने वाला नया पुल जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स शामिल हैं।

अब इलाज के लिए न जमीन बेचनी पड़ेगी, न कर्ज लेना पड़ेगा

प्रधानमंत्री ने आयुष्मान वय वंदना कार्ड का भी वितरण किया, जिनमें दिनेश कुमार रावत, राजेंद्र प्रसाद और दुर्गावती शामिल थे। इस योजना के तहत 70 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों को मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी। पीएम ने कहा कि आज बुजुर्गों के चेहरों पर संतोष का भाव मेरे लिए इस योजना की सबसे बड़ी सफलता है। अब इलाज के लिए न जमीन बेचनी पड़ेगी, न कर्ज लेना पड़ेगा। आपके इलाज का खर्च अब सरकार उठाएगी। उन्होंने बताया कि काशी में अब तक 50 हजार आयुष्मान वय वंदना कार्ड वितरित किए जा चुके हैं, जिससे हजारों परिवारों को राहत मिली है।

जीआई टैग से मिलेगी काशी की कला को वैश्विक पहचान

प्रधानमंत्री ने रमेश कुमार, अनिल कुमार और छिद्दु को जीआई पंजीकृत प्रमाणपत्र सौंपे। उन्होंने बताया कि वाराणसी और आसपास के क्षेत्रों के 30 से अधिक उत्पादों को जीआई टैग प्रदान किया गया है, जिनमें तबला, शहनाई, ठंडई, लाल भरुआ मिर्च, लाल पेड़ा और तिरंगा बर्फी शामिल हैं। पीएम ने कहा कि जीआई टैग केवल एक प्रमाणपत्र नहीं, बल्कि हमारी मिट्टी की पहचान का पासपोर्ट है। ये काशी के हुनर को वैश्विक बाजारों तक पहुंचाएगा। उन्होंने यूपी को जीआई टैगिंग में देश में नंबर वन बताया और कहा कि यह स्थानीय कारीगरों और उत्पादकों के लिए गर्व का क्षण है।

भारत आज दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश

पीएम ने बनास डेयरी के पशुपालकों को 106 करोड़ रुपये की बोनस राशि हस्तांतरित की। उन्होंने इसे पशुपालकों की मेहनत का पुरस्कार बताया और कहा कि ये कोई उपहार नहीं, बल्कि आपकी तपस्या का फल है। बनास डेयरी ने काशी में हजारों परिवारों की आर्थिक स्थिति को बदला है, खासकर महिलाओं को सशक्त बनाकर। पीएम ने कहा कि पूर्वांचल की अनेक बहनें अब लखपति दीदी बन चुकी हैं। पहले गुजारे की चिंता थी, अब उनके कदम खुशहाली की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि भारत आज दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है, जिसमें पिछले 10 वर्षों में 65 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। बनास डेयरी काशी संकुल 1 लाख किसानों से दूध संग्रह कर रहा है और गीर गायों का वितरण कर पशुपालकों को सशक्त बना रहा है।

इन्फ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी से काशी की मिली नई रफ्तार

प्रधानमंत्री ने वाराणसी और आसपास के क्षेत्रों में कनेक्टिविटी पर जोर देते हुए बताया कि पिछले 10 वर्षों में इस क्षेत्र में 45 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। इनमें फुलवरिया फ्लाईओवर, रिंगरोड, और गाजीपुर, जौनपुर, मिर्जापुर जैसे क्षेत्रों को जोड़ने वाले चौड़े रास्ते शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पहले छोटे-छोटे त्योहारों पर भी जाम लग जाता था। अब रास्ते चौड़े हुए हैं, समय बच रहा है। लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट के विस्तार के साथ-साथ 6 लेन का अंडरग्राउंड टनल, भिखारीपुर और मंडुआडीह में फ्लाईओवर और बनारस-सारनाथ को जोड़ने वाला नया पुल जैसे प्रोजेक्ट्स शुरू किए गए हैं। पीएम ने काशी में शुरू होने वाले सिटी रोपवे का भी जिक्र किया, जो इसे दुनिया के चुनिंदा शहरों में शामिल करेगा।

महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती पर दी श्रद्धांजलि

संबोधन में पीएम ने महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती को याद किया और उनके नारी सशक्तिकरण और सामाजिक चेतना के प्रयासों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि महात्मा फुले और सावित्री बाई फुले ने नारी शक्ति के आत्मविश्वास और समाज कल्याण के लिए जीवन समर्पित किया। हम उनके संकल्पों को आगे बढ़ा रहे हैं। पीएम ने सरकार के “सबका साथ, सबका विकास” के मंत्र को दोहराया और इसे परिवारवाद की राजनीति से अलग बताया। उन्होंने कहा कि जो लोग केवल सत्ता हथियाने के लिए दिन रात खेल खेलते हैं उनका सिद्धांत है 'परिवार का साथ परिवार का विकास'। प्रधानमंत्री ने पूर्वांचल की मेहनतकश महिलाओं की प्रशंसा की जो बनास डेयरी के माध्यम से नई मिसाल बन रही हैं।

काशी के युवा ओलंपिक में मेडल चमकाकर देश का गौरव बढ़ाएंगे

प्रधानमंत्री ने काशी के युवाओं को खेल में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि भारत 2036 में ओलंपिक की मेजबानी के लिए तैयार है और काशी के नौजवानों को अभी से मेहनत शुरू करनी होगी। काशी में नए स्टेडियम और स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स बनाए जा रहे हैं, ताकि युवाओं को बेहतर प्रशिक्षण की सुविधा मिले। पीएम ने कहा कि काशी के युवा ओलंपिक में मेडल चमकाकर देश का गौरव बढ़ाएंगे।

विकास और विरासत का अनूठा संगम है बनारस

पीएम ने काशी को भारत की आत्मा और विविधता की सबसे खूबसूरत तस्वीर बताया। उन्होंने कहा कि काशी के हर मोहल्ले में भारत का अलग रंग और संस्कृति दिखती है। काशी तमिल संगमम जैसे आयोजनों ने एकता के सूत्र को मजबूत किया है। उन्होंने प्रस्तावित एकता मॉल का जिक्र किया, जहां भारत के सभी जिलों के उत्पाद एक ही छत के नीचे उपलब्ध होंगे। पीएम ने यूपी के बदलते आर्थिक नक्शे की भी चर्चा की और कहा कि यूपी अब केवल संभावनाओं की धरती नहीं, बल्कि सामर्थ्य और सिद्धियों की संकल्प भूमि है।

यूपी की मिट्टी की खुशबू अब सरहदों के पार जाएगी

प्रधानमंत्री ने मेड इन इंडिया की वैश्विक पहचान पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यूपी के उत्पाद अब ग्लोबल ब्रांड बन रहे हैं। जीआई टैग ने स्थानीय उत्पादों को नई बुलंदियों तक पहुंचाया है। यूपी देश में जीआई टैगिंग में पहले स्थान पर है। जौनपुर की इमरती, मथुरा की सांझी कला, पीलीभीत की बांसुरी और लखीमपुर खीरी की थारू जरदोजी जैसे उत्पादों को जीआई टैग मिला है। पीएम ने कहा कि यूपी की मिट्टी की खुशबू अब सरहदों के पार जाएगी।

जो काशी को सहेजता है, वो भारत की आत्मा को सहेजता है

प्रधानमंत्री ने काशी को विकास और विरासत के संगम का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि काशी की पुरातन आत्मा को आधुनिक काया से जोड़ते रहना हमारा दायित्व है। काशी न केवल आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र है, बल्कि अब यह आर्थिक और सामाजिक प्रगति का भी नेतृत्व कर रही है। पीएम ने काशीवासियों से विकास की इस यात्रा में साथ देने का आह्वान किया और विश्वास जताया कि काशी पूरे भारत के लिए प्रेरणा बनेगी। पीएम ने काशी और पूर्वांचल के लोगों को इन विकास कार्यों के लिए हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि जो काशी को सहेजता है, वो भारत की आत्मा को सहेजता है। हमें काशी को निरंतर सशक्त और स्वपनिल बनाए रखना है।

इस अवसर पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, मंत्रीगण सुरेश खन्ना, अरविंद कुमार शर्मा, अनिल राजभर, रविन्द्र जायसवाल, दयाशंकर मिश्र दयालू, विधायकगण डॉ नीलकंठ तिवारी, सौरभ श्रीवास्तव, डॉ अवधेश सिंह, टी राम, डॉ सुनील पटेल, बनास डेयरी के अध्यक्ष शंकर भाई चौधरी और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी सहित अन्य गणमान्य मौजूद रहे।

पीएम नरेंद्र मोदी पहुंचे वाराणसी एयरपोर्ट- संसदीय क्षेत्र में यह उनका 50वां दौरा

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वाराणसी पहुंचे, जहां एयरपोर्ट पर राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। यह पीएम मोदी का अपने संसदीय क्षेत्र में 50वां आगमन है जो उनके वाराणसी से गहरे लगाव को दर्शाता है।

प्रधानमंत्री मोदी 3884 करोड़ रुपये की लागत वाली 44 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। इनमें सड़क, स्वच्छता, शिक्षा और शहरी विकास से जुड़ी अहम योजनाएं शामिल हैं। वाराणसी को आत्मनिर्भर और स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने की दिशा में यह एक और बड़ा कदम माना जा रहा है।

पूरे कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं और लगभग 4000 पुलिसकर्मी तैनात किये गए हैं। पीएम मोदी के दौरे को लेकर स्थानीय लोगों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है।

11 वर्षो के कार्यकाल में प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी दौरे का आज अर्धशतक लगाएंगे

लखनऊ । गंगा किनारे बसी काशी एक बार फिर ऐतिहासिक क्षण की साक्षी बनने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को जब वाराणसी की धरती पर कदम रखेंगे, तो यह उनका पचासवां दौरा होगा—एक ऐसा कीर्तिमान, जो देश के किसी भी प्रधानमंत्री ने अपने संसदीय क्षेत्र के लिए अब तक नहीं रचा।11 वर्षों के शासनकाल में यह "अर्धशतक" सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि काशी और मोदी के बीच एक आत्मिक, विकासशील और अद्वितीय रिश्ते का जीवंत प्रमाण है।देश में आजादी के बाद किसी भी प्रधानमंत्री ने वाराणसी का इतना दौरा नही किया है।

पीएम ने वाराणसी दौरे की खींच दी बड़ी लकीर

प्रधानमंत्री ने वाराणसी में विकास और वाराणसी दौरे की बड़ी लकीर खींच दी है। इस ऐतिहासिक मौके पर प्रधानमंत्री मोदी मेहंदीगंज राजातालाब में आयोजित जनसभा स्थल के मंच से 3884 करोड़ रुपये की लागत वाली 44 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। इन परियोजनाओं में रिंग रोड और सारनाथ के बीच सड़क पुल, भिखारीपुर व मंडुवाडीह क्रॉसिंग पर फ्लाईओवर, और बाबतपुर में एनएच-31 पर अंडरपास सुरंग का शिलान्यास शामिल है। जनसभा के पहले प्रधानमंत्री मोदी 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को पहली बार आयुष्मान वय वंदना कार्ड भी बांटेंगे। इसके अलावा वे फूलपुर करखियांव स्थित बनास (अमूल) डेयरी से जुड़े प्रदेश के 2.70 लाख किसानों को 106 करोड़ रुपये का बोनस डीबीटी के जरिए ट्रांसफर करेंगे।

हर हर महादेव के उद्घोष के साथ होगा स्वागत

प्रधानमंत्री मोदी के 50 वें काशी दौरे को लेकर भाजपा कार्यकर्ता और काशी वासी बेहद उत्साहित है। पीएम मोदी के मेहंदीगंज आगमन पर उनका हर हर महादेव के उद्घोष के साथ स्वागत होगा। प्रधानमंत्री की मेहंदीगंज में होने वाली जनसभा के लिए भाजपा ने जोरदार तैयारियां की हैं। काशी क्षेत्र के भाजपा अध्यक्ष दिलीप पटेल ने बताया कि जनसभा स्थल को 17 व्यवस्थागत सेक्टर और 20 बैठने के ब्लॉक में विभाजित किया गया है।

पीएम के स्वागत के लिए किये गए हैं खास इंतजाम

विशेष व्यवस्था अतिविशिष्ट व्यक्तियों, प्रबुद्धजनों, महिलाओं, दिव्यांगों और मीडिया प्रतिनिधियों के लिए की गई है। दिलीप पटेल के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत में उनके संसदीय क्षेत्र के प्रमुख चौराहों व मार्गों को होर्डिंग्स,पार्टी के झंडे, बैनरों कटआउट एवं विद्युत झालरों से सजाया गया है। क्षेत्रीय अध्यक्ष के अनुसार प्रधानमंत्री का पचासवां दौरा न केवल विकास की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह प्रधानमंत्री मोदी और काशी के बीच की गहरी आत्मिक जुड़ाव का भी नायाब नजारा है।

एसटीएफ यूपी को बड़ी सफलता, भोपाल और चंदौली से पकड़े गए आरोपी, पेपर लीक कर लाखों में बेचने की थी साजिश

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आयोजित समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारम्भिक) परीक्षा-2023 के प्रश्नपत्र लीक मामले में उत्तर प्रदेश एसटीएफ को बड़ी सफलता हाथ लगी है। इस मामले में एक साल से फरार चल रहे गिरोह के दो प्रमुख सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया है।एसटीएफ ने नमन शाम्बरी को 9 अप्रैल को दोपहर 12:50 बजे भोपाल के करमवीर नगर स्थित पानी की टंकी के पास से गिरफ्तार किया गया।शाहिद सिद्दीकी को उसी दिन रात 11 बजे चंदौली जिले के मुगलसराय स्थित नई बस्ती से पकड़ा गया। नमन शाम्बरी मध्य प्रदेश का और शाहिद सिद्दीकी चंदौली का रहने वाला है।

पेपर लीक होने पर एसटीएफ को सौंपी गई थी जाच

11 फरवरी 2024 को समीक्षा अधिकारी / सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारम्भिक) परीक्षा-2023 का आयोजन उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग, प्रयागराज द्वारा किया गया था। परीक्षा से पहले ही प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर लीक हो गया था। इस पर सरकार ने परीक्षा को रद्द कर, मामले की जांच एसटीएफ को सौंप दी थी।एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक लाल प्रताप सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने गहन जांच व अभिसूचना संकलन कर दोनों आरोपियों की लोकेशन ट्रेस की। मामले की विवेचना इंस्पेक्टर अंजनी कुमार पांडेय कर रहे हैं।

10-12 लाख में पेपर लीक कराने का तय हुआ सौदा

पूछताछ में नमन ने बताया कि 2014 में राजीव नयन मिश्रा नामक युवक उसके पड़ोस में रहता था। वर्ष 2021 में वह भारत नगर चला गया। वहीं उसकी मुलाकात सुभाष प्रकाश से हुई, जिन्होंने उसे बताया कि वे परीक्षा के पेपर लीक कराते हैं। उन्होंने नमन को भरोसे में लेकर बताया कि यदि वह 10-12 लाख रुपये की व्यवस्था करे तो समीक्षा अधिकारी परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक कर दिया जाएगा।नमन ने कुछ पैसे सुभाष के खाते में ट्रांसफर किए और 9 फरवरी 2024 को व्हाट्सएप पर पेपर प्राप्त किया। उसने 11 फरवरी को आगरा सेंटर से परीक्षा दी और वही प्रश्न आए जो व्हाट्सएप पर मिले थे। बाद में जब राजीव व सुभाष पकड़े गए, तो उसने सबकुछ डिलीट कर दिया और फरार हो गया।

11 फरवरी को केंद्रीय विद्यालय परीक्षा केंद्र पर दी परीक्षा

शाहिद ने बताया कि वह सुभाष प्रकाश से वाराणसी में मिला था। सुभाष ने भी 10-12 लाख में पेपर दिलाने की बात कही थी। एडवांस के तौर पर शाहिद से 1 लाख रुपये नकद और एक ब्लैंक चेक लिया गया, साथ ही उसकी शैक्षणिक प्रमाणपत्रों की भी मांग की गई। बाद में सुभाष ने उसे विवेक उपाध्याय से मिलवाया, जिसने शाहिद को भोपाल बुलाया।9 फरवरी को वह भोपाल पहुंचा, जहां होटल कमल पैलेस में उसे प्रश्नपत्र व उत्तर पढ़ने को दिए गए। 11 फरवरी को उसने चंदौली के केंद्रीय विद्यालय परीक्षा केंद्र पर परीक्षा दी।

एक बड़े पेपर माफिया नेटवर्क का हुआ खुलासा

दोनों आरोपियों के विरुद्ध थाना सिविल लाइंस, प्रयागराज में मुकदमा दर्ज किया गया है।एसटीएफ की जांच अभी भी जारी है और अन्य फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है। इस गिरफ्तारी से एक बड़े पेपर माफिया नेटवर्क का खुलासा हुआ है और शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता की दिशा में यह एक अहम कदम माना जा रहा है।

सूचना देने में लापरवाही पड़ी भारी: लखनऊ डीएम सूचना आयोग में तलब, तहसीलदार पर 25 हजार रुपए का जुर्माना

लखनऊ। सूचना का अधिकार (RTI) अधिनियम के तहत मांगी गई सूचना समय पर न देने पर लखनऊ के जिलाधिकारी को सूचना आयोग ने आगामी सुनवाई में तलब किया है। वहीं, सरोजनीनगर तहसील के तहसीलदार पर 25 हजार का जुर्माना लगाया गया है।

अपीलकर्ता ने वर्ष 2023 में सरोजनीनगर तहसील कार्यालय में सूचना के लिए आवेदन किया था, लेकिन अब तक उन्हें वांछित सूचना प्राप्त नहीं हो सकी। मामला राज्य सूचना आयोग तक पहुंचा, जहां कई बार नोटिस दिए जाने के बावजूद न तो सूचना प्रदान की गई और न ही संतोषजनक उत्तर मिला।

सूचना आयुक्त ने इस लापरवाही को गंभीर मानते हुए तहसीलदार पर आर्थिक दंड लगाया और डीएम लखनऊ को निर्देशित किया कि वे स्वयं आयोग के समक्ष उपस्थित होकर सूचना न देने के कारणों की स्पष्ट जानकारी दें।

राज्य सूचना आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि सूचना देने में देरी या टालमटोल की प्रवृत्ति को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगली सुनवाई में जिलाधिकारी की उपस्थिति अनिवार्य बताई गई है।

मुख्यमंत्री योगी ने दिए आंधी-ओलावृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों को तत्परता से संचालित करने के निर्देश

लखनऊ | उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में आंधी, बारिश और ओलावृष्टि से उत्पन्न आपदा की गंभीरता को देखते हुए संबंधित जनपदों के अधिकारियों को राहत कार्यों के त्वरित एवं प्रभावी संचालन के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी अधिकारी प्रभावित क्षेत्रों का तत्काल भ्रमण करें, सर्वेक्षण कर नुकसान का आकलन करें और राहत कार्यों पर सतत निगरानी बनाए रखें। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि आपदा से यदि किसी प्रकार की जनहानि या पशुहानि हुई है, तो प्रभावितों को त्वरित राहत राशि वितरित की जाए तथा घायलों के समुचित उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

मुख्यमंत्री योगी ने गेहूं की सरकारी खरीद प्रक्रिया के दृष्टिगत सभी मंडियों एवं खरीद केंद्रों पर सुरक्षित भंडारण की पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि फसलों को हुए नुकसान का शीघ्रता से सर्वे कराकर रिपोर्ट शासन को भेजी जाए, ताकि राहत एवं मुआवज़े संबंधी अग्रिम कार्यवाही समय से की जा सके। उन्होंने जलभराव की स्थिति उत्पन्न होने पर प्राथमिकता के आधार पर जल निकासी की समुचित व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए हैं।

25 हज़ार रुपये का इनामी अपराधी रशीद उर्फ पप्पू पुलिस मुठभेड़ में घायल

लखनऊ। राजधानी के मलिहाबाद थाना क्षेत्र में पुलिस को आज एक बड़ी सफलता हाथ लगी, जब गोवध निवारण अधिनियम के तहत वांछित चल रहा हिस्ट्रीशीटर और 25 हज़ार रुपये का इनामी अपराधी रशीद उर्फ पप्पू पुलिस मुठभेड़ में घायल होकर गिरफ्तार किया गया। मुठभेड़ उस समय हुई जब वह अपने साथी इस्लाम के साथ फिर से गोवध की घटना को अंजाम देने की तैयारी में था। रशीद द्वारा पुलिस पर फायरिंग किए जाने पर पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में उसे घायल कर दबोच लिया, जबकि इस्लाम मौके से फरार हो गया। कुछ ही समय बाद उसे भी नजदीकी इलाके से हथियारों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया।

मुखबिर की सूचना से खुली साजिश की परत

पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि थाना मलिहाबाद में पंजीकृत मु.अ.सं. 60/25 धारा 325 बीएनएस व 3/5/8 गोवध निवारण अधिनियम में वांछित आरोपी रशीद उर्फ पप्पू निवासी बंजारन खेड़ा, थाना रहीमाबाद, लखनऊ अपने साथी इस्लाम पुत्र हुसैन मोहम्मद के साथ पुनः अवैध गोवध की वारदात को अंजाम देने की फिराक में है।सूचना को गंभीरता से लेते हुए डीसीपी पश्चिमी की क्राइम टीम, थाना काकोरी और थाना मलिहाबाद पुलिस की संयुक्त टीम ने सैफलपुर नहर पट्टी पर घेराबंदी की।

फायरिंग के साथ हुई मुठभेड़, हिस्ट्रीशीटर घायल

पुलिस उपायुक्त पश्चिमी ने बताया कि बुधवार की रात करीब 11:40 बजे दो संदिग्ध व्यक्ति एक सीडी डिलक्स मोटरसाइकिल से आते दिखाई दिए। पुलिस ने जब उन्हें रोका तो एक व्यक्ति जो बाद में रशीद उर्फ पप्पू के रूप में पहचाना गया ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर दी।पुलिस द्वारा आत्मरक्षा में की गई जवाबी कार्रवाई में रशीद के दाहिने पैर में गोली लग गई। उसे तत्काल सरकारी वाहन से KGMU ट्रॉमा सेंटर लखनऊ ले जाया गया, जहां उसका उपचार चल रहा है।

25 हजार का इनामी, अपराध का लंबा इतिहास

पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, रशीद थाना रहीमाबाद से हिस्ट्रीशीटर है तथा उस पर 25,000 का इनाम घोषित था। उसकी गिरफ्तारी लंबे समय से लखनऊ पुलिस के लिए प्राथमिकता बनी हुई थी।

घटनास्थल से रशीद के पास से यह सामान हुआ बरामद

एक अवैध तमंचा,एक खोखा कारतूस,एक जिन्दा कारतूस, एक मिस कारतूस, एक मोबाइल फोन, सीडी डिलक्स मोटरसाइकिल, 500 नगद

साथी इस्लाम भागा, लेकिन ज्यादा दूर नहीं जा सका

मुठभेड़ के दौरान अंधेरे का फायदा उठाकर रशीद का साथी इस्लाम मौके से भाग गया। पुलिस टीम ने क्षेत्र में सघन तलाशी अभियान चलाया।कुछ देर बाद इस्लाम घटनास्थल से करीब 200 मीटर की दूरी पर स्थित एक पानी की टंकी के पास छिपा मिला। उसे गिरफ्तार कर उसके पास से गोवध की तैयारी में इस्तेमाल होने वाली सामग्रियां बरामद की गईं।

इस्लाम के पास से बरामद सामान

02 डोरी (पशु बांधने वाली),03 चाकू,01 कुल्हाड़ी,01 चापड़,01 तिरपाल, 01 बोरा बरामद किया है। ये सभी वस्तुएं दर्शाती हैं कि दोनों आरोपी अवैध पशु वध की स्पष्ट योजना के तहत निकले थे।

पुलिस कर रही विस्तृत जांच, अन्य सहयोगियों की तलाश जारी

पुलिस दोनों अभियुक्तों से पूछताछ कर रही है और इनके संपर्कों व नेटवर्क की पड़ताल की जा रही है। संभावना जताई जा रही है कि इस गिरोह के अन्य सदस्य भी इलाके में सक्रिय हैं।अधिकारियों ने कहा है कि मामले में अन्य आवश्यक वैधानिक कार्रवाई जारी है।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई से टली बड़ी घटना

इस पूरी घटना में पुलिस की तत्परता, योजना और जुझारूपन की सराहना की जा रही है। यदि समय रहते कार्रवाई न होती, तो यह साजिश गंभीर रूप ले सकती थी। लखनऊ पुलिस ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि अपराध चाहे जितना संगठित हो, कानून के हाथ लंबे हैं।

एक लाख का इनामी बदमाश वैभव सिंह मुठभेड़ में गिरफ्तार, आपराधिक इतिहास चौंकाने वाला

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को एक बड़ी कामयाबी मिली है। लखनऊ के विकासनगर थाना क्षेत्र में व्यापारी से हुई सनसनीखेज लूट की घटना में वांछित एक लाख रुपये के इनामी अपराधी वैभव सिंह को STF ने एक साहसिक मुठभेड़ के बाद पीजीआई थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ के दौरान वैभव सिंह के पैर में गोली लगने से वह घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए पीजीआई ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है।गिरफ्तारी के दौरान STF ने वैभव सिंह के पास से एक अवैध .30 बोर की पिस्टल, तीन जिंदा और तीन खोखा कारतूस, घटना में प्रयुक्त पल्सर मोटरसाइकिल, एक बैग, दो फर्जी नंबर प्लेट, और 1,570 नकद बरामद किए हैं।

हरदोई से लेकर लखनऊ तक फैला नेटवर्क

लखनऊ व आस-पास के जनपदों में गैंग बनाकर लगातार लूट व डकैती करने की सूचनायें प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाईओं व टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था। उक्त निर्देश के क्रम में पुलिस उपाधीक्षक दीपक कुमार सिंह के पर्यवेक्षण में अभिसूचना संकलन की कारवाई की जा रही थी। इसी क्रम में प्राप्त सूचना के उपरान्त एसटीएफ टीम द्वारा इस सूचना को विकसित किया गया और तद्नुसार योजना बनाकर डलौना क्रासिंग के पास थाना क्षेत्र पीजीआई लखनऊ में हुई साहसिक मुठभेड़ के उपरान्त अभियुक्त वैभव सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। मुठभेड के दौरान अभियुक्त वैभव सिंह के पैर में गोली लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसको उपचार के लिए पीजीआई ट्रामा सेन्टर भेजा गया है।

अभियुक्तों ने 28 मार्च को लूट की घटना को दिया था अंजाम

28 मार्च को एक व्यवसायी से थाना क्षेत्र विकासनगर, लखनऊ में लूट की घटना हुई थी। इस घटना के सम्बन्ध में थाना विकासनगर में अभियोग पंजीकृत हुआ था। इस घटना में शामिल मुख्य साजिशकर्ता प्रेम बहादुर सिंह व उसके साथी सोनेन्द्र सिंह व गौरव मिश्रा को 30 मार्च को एसटीएफ टीम द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। साथ ही 7 अप्रैल को को सुशील मिश्र (एक लाख रूपये का पुरस्कार घोषित) को जनपद-प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया था।

अभियुक्त प्रेम बहादुर व्यवसायी के यहां ड्राइवर का करता था काम

गिरफ्तार अभियुक्तो से पूछताछ पर ज्ञात हुआ था कि प्रेम बहादुर सिंह वर्ष-2023 में व्यवसायी पंकज अग्रवाल के यहां ड्राइवर का काम करता था, कुछ दिन काम करके छोड़ दिया। उसके बाद पिछले एक महीने से फिर उनके यहां ड्राइवरी का काम करने लगा था। कई बार पंकज अग्रवाल अपने साथ कलेक्शन के काफी रूपये लेकर आते जाते थे, जिसे यह देखता रहता था। इसके अलावा उनका मुनीम अमित सैनी, पंकज अग्रवाल के अलग अलग स्टोर व अन्य स्थानों से रूपये अपनी बाइक से इकठ्ठा करता था, उसके बारे में भी इसको प्रेम बहादुर सिंह को जानकारी थी।

प्रेम बहादुर ने ही पैसा लूटने का बनाया था पूरा प्लान

उस पैसे को लूटने के लिए उसने अपने चचेरे भाई सोनेन्द्र सिंह (पूर्व में गिरफ्तार) के साथ प्लान बनाया। सोनेन्द्र सिंह ने कहा कि यह काम एक आदमी का नहीं है इसके लिए 4-5 आदमियों की जरूरत पडेगी। इसके बाद सोनेन्द्र ने वैभव सिंह व अन्य आदमियों को तैयार किया। प्रेम बहादुर सिंह ने सोनेन्द्र सिंह को रूपये लाने वाले आदमी के बारे में व मोटरसाइकिल का नम्बर बताया और सोनेंद्र ने वैभव सिंह व इसके अन्य साथियो को घटना करने के लिए सारी जानकारी दिया।

वैभव कई अपराधों में आठ वर्ष हरदोई व सीतापुर जेल में रहा

वैभव सिंह उपरोक्त कई अपराधों में लगभग 08 वर्ष जनपद हरदोई व सीतापुर जेल में बन्द था। इस घटना को अंजाम देने के लिए वैभव सिंह ने सुशील मिश्रा के साथ मिलकर अन्य साथियों को बुलाया था। जिसके बाद वैभव उपरोक्त सोनेन्द्र, सतीश सिंह अनुज मौर्या, गौरव मिश्रा व सुशील मिश्रा ने रेकी करके लूट की घटना को अंजाम दिया था।

वैभव सिंह पर दर्ज हैं कई संगीन मुकदमे दर्ज

2014: हरदोई में फर्जी सचिव बनकर कोटेदारों से वसूली

2016: सीतापुर में सेक्स रैकेट का संचालन

2020: लखनऊ के पारा क्षेत्र में लूट की वारदात

2021: हरदोई में लूट का मामला

2024: जानकीपुरम में मकान में चोरी

विकासनगर लूटकांड में उसकी गिरफ्तारी के लिए 1 लाख का इनाम घोषित किया गया था।

बिजली कर्मचारियों का निजीकरण के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन: सड़कों पर उतरे कर्मचारी, कामकाज ठप

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बिजली विभाग के निजीकरण के विरोध में बुधवार को बिजली कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। लखनऊ सहित कई जिलों में कर्मचारियों ने अपनी आवाज बुलंद की, जिससे कार्यालयों में कामकाज पूरी तरह से ठप हो गया।

पावर कारपोरेशन के पूर्वांचल और दक्षिणांचल डिस्कॉम के निजीकरण के खिलाफ बिजली कर्मचारी लखनऊ में फील्ड हॉस्टल में इकट्ठा हुए, जहां उन्होंने धरना दिया और बाद में शक्ति भवन तक रैली निकाली। इस दौरान नारेबाजी करते हुए प्रदर्शनकारियों ने पावर कॉरपोरेशन प्रबंधन से निजीकरण को निरस्त करने की मांग की।

कई राज्यों से आए बिजली कर्मी :

विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के मीडिया संयोजक शैलेंद्र दुबे ने बताया कि यह रैली प्रदेशभर से आए अभियंताओं और कर्मचारियों द्वारा निजीकरण का विरोध करने के लिए आयोजित की गई थी। जिसमें कई राज्यों से आए बिजली कर्मी नेताओं ने भी प्रदर्शन में भाग लिया और उत्तर प्रदेश सरकार के इस फैसले पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने मांग की कि पूर्वांचल और दक्षिणांचल डिस्कॉम को पावर कॉरपोरेशन की अधीन ही रखा जाए।

प्रशासन की ओर से सुरक्षा इंतजाम:

प्रशासन ने प्रदर्शन को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे और प्रदर्शनकारियों को शक्ति भवन तक पहुंचने से रोकने के लिए जगह-जगह बैरिकेडिंग की। पुलिस बल को तैनात किया गया था, जिससे रैली के दौरान किसी भी प्रकार के टकराव की स्थिति से बचा जा सके।

कामकाज ठप, कार्यालय बंद:

बिजली कर्मचारियों की रैली के कारण बुधवार को लखनऊ सहित प्रदेश के अधिकांश कार्यालयों और उपकेंद्रों पर विभागीय कामकाज ठप हो गया। लाइन में काम करने वाले कर्मचारियों से लेकर कार्यालय के अभियंता तक इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए, जिससे बिजली आपूर्ति और अन्य सेवाएं प्रभावित हुईं।

गर्मी और लू से बचाव के लिए गौशालाओं में करें व्यापक इंतजाम : धर्मपाल सिंह

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह की अध्यक्षता में आज पशुपालन निदेशालय में निराश्रित गोवंश संरक्षण के संबंध में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में मंत्री ने विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की और सख्त निर्देश दिए कि 25 से 30 अप्रैल के बीच भूसा और साईलेज टेंडर प्रक्रिया पूरी की जाए। इसके साथ ही, गोवंश के भरण पोषण में कोई कमी नहीं हो, यह सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को कड़े कदम उठाने की चेतावनी दी गई।

मंत्री धर्मपाल सिंह ने बैठक के दौरान भूसा टेंडर प्रक्रिया में हो रही देरी पर नाराजगी जताते हुए अधिकारियों को आदेश दिया कि 25 से 30 अप्रैल के बीच प्रक्रिया पूरी की जाए। साथ ही गर्मी की समस्या को ध्यान में रखते हुए, मंत्री ने गौशालाओं में गोवंश को लू और धूप से बचाने के लिए आवश्यक इंतजाम करने के निर्देश दिए।

धर्मपाल सिंह ने सड़क दुर्घटनाओं से गोवंशों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 20 अप्रैल से 20 मई तक एक माह का विशेष अभियान शुरू करने का ऐलान किया।

-- प्रदेश में गोवंश संरक्षण की स्थिति:

बैठक में यह जानकारी दी गई कि वर्तमान में प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में 6747 अस्थायी गो आश्रय स्थल, 372 वृहद गो संरक्षण केन्द्र, 306 कांजी हाऊस, और शहरी क्षेत्रों में 295 कान्हा गो आश्रय स्थल स्थापित किए गए हैं, जिसमें कुल 12,51,805 निराश्रित गोवंश संरक्षित हैं। प्रदेश सरकार प्रतिदिन इन गोवंशों के भरण पोषण पर लगभग 7 करोड़ रुपये खर्च कर रही है। अब तक 560 वृहद गो संरक्षण केन्द्रों के निर्माण की स्वीकृति दी जा चुकी है, जिनमें से 372 पूर्ण हो चुके हैं।