बोकारो : पेटरवार प्रखंड के चलकरी बस्ती निवासी भरत नायक को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में मिला दाखिला,

 

बोकारो, बोकारो जिले के बेरमो अनुमंडल अंर्तगत पेटरवार प्रखंड के चलकरी बस्ती निवासी भरत नायक को विश्वविख्यात अमेरिका के हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के केनेडी स्कूल में मिड-कैरियर मास्टर इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन (एमसी-एमपीए) प्रोग्राम में दाखिला मिला है. यह एक साल का कोर्स है. यह कोर्स दुनिया के सर्वश्रेष्ठ पब्लिक पॉलिसी कार्यक्रमों में से एक माना जाता है. भरत ने असम के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी), सिलचर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. वहीं पढ़ाई के दौरान उन्होंने गरीबी और सामाजिक असमानताओं को करीब से देखा, जिसने उनके सोचने का नजरिया बदल दिया.

द निरोस गेस्टस नामक डॉक्यूमेंट्री से प्रभावित होकर भरत जनसेवा से जुड़े


द निरोस गेस्टस नामक डॉक्यूमेंट्री से प्रभावित होकर भरत जनसेवा और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में काम करने का निर्णय लिया. उन्होंने 2014 में द लॉजिकल इंडियन नामक डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म में फाउंडिंग एडिटर के तौर पर जुड़े. भरत ने पत्रकारिता, ऑडियंस एंगेजमेंट और कैंपेन बिल्डिंग की समझ खुद सीखी और एक मजबूत टीम खड़ी की. उनके नेतृत्व में द लॉजिकल इंडियन के सोशल मीडिया पर 1 करोड़ से अधिक फॉलोअर्स हो गए और वेबसाइट पर हर महीने 30 से 50 लाख पाठक जुड़ने लगे.

भरत ने 50 से अधिक युवाओं को किया प्रेरित


भरत नायक ने 50 से अधिक युवाओं को मार्गदर्शन दिया. जो आगे चलकर टाइम्स ऑफ इंडिया, ब्लूमबर्ग और बेलिंगकैट जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से जुड़े. उन्हें को यू.एस. स्टेट डिपार्टमेंट के इंटरनेशनल विजिटर लीडरशिप प्रोग्राम (भीएलपी) में फैलोशिप मिली. इसके अलावा वे सिंगापुर इंटरनेशनल फाउंडेशन के इंपैक्ट मीडिया फेलो, थॉमसन रॉयटर्स फाउंडेशन और आईसीएफजी के रिपोर्टिंग फेलो भी रह चुके हैं.

सलाहकार शोधकर्ता के रूप में र रहे हैं काम


वर्तमान में वे माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च के साथ एआई और गलत सूचना (मिसइनफोरेशन) पर सलाहकार शोधकर्ता के रूप में कार्य कर रहे हैं. भरत नायक की रुचि सार्वजनिक नीति, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, जलवायु परिवर्तन और गलत सूचना जैसे वैश्विक मुद्दों से जुड़ी है. हालांकि उन्हें हार्वर्ड में दाखिला मिल चुका है, लेकिन लगभग 75 लाख रुपये की शैक्षणिक लागत जुटाने में वे संघर्ष कर रहे हैं. वे झारखंड सरकार से आर्थिक सहायता की अपील कर रहे हैं और साथ ही समाज से भी सहयोग की उम्मीद कर रहे हैं. उन्होंने इसके लिए 8553329298 या भरत नायक34 ’जीमेल.कॉम पर संपर्क करने को कहा है.

अमेरिका ने दो साल पहले आईभीएलपी के लिए किया था आमंत्रित


इससे पहले भरत नायक को अमेरिका में 10 सितंबर से 1 अक्टूबर 2022 के बीच आयोजित इंटरनेशनल विजिटर लीडरशिप प्रोग्राम (आईभीएलपी) के लिए भी आमंत्रित किया गया था. इसका विषय था- आईडेंटिफाइंग एंड कॉम्बैटिंग डिसइन्फॉर्मेशन इन द क्वाड. इस कार्यक्रम में भरत के साथ-साथ भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के 10 लोगों ने हिस्सा लिया था. इस संबंध में उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में शामिल होने के बाद उन्हें दुष्प्रचार के खिलाफ अभियान चलाने के बारे में अमेरिकी नीतियों के बारे में अहम जानकारियां मिलीं.

अमेरिका में सीखी कई तकनीक


भरत नायक ने बताया कि अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान वर्तमान दौर में दुष्प्रचार और भ्रामक सूचनाओं की पहचान करने वाली तकनीक के बारे में जाना. इस दौरान उन्होंने दुष्प्रचार की वजह से उत्पन्न होने वाली परस्थितियों के बारे में बताया. उन्होंने फैक्ट चेकिंग, इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिज्म के साथ-साथ भ्रामक तथ्यों के खिलाफ विशेष अभियान पर जोर दिया.उन्होंने इस बात पर भी चर्चा की कि किसी संगठन या व्यक्ति विशेष की ओर से फैलाये जाने वाले दुष्प्रचार को कैसे रोका जाये. अमेरिका में भरत नायक की अमेरिकी सरकार के कई प्रतिनिधियों, नीति निर्धारकों, पत्रकारों के अलावा स्टैनफोर्ड, वाशिंगटन यूनिवर्सिटी, मिसौरी विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों के साथ इस विषय पर चर्चा की. इस कार्यक्रम में विशेष रूप से चीन और रूस की ओर से फैलाये जाने वाले दुष्प्रचार की पहचान और उसकी रोकथाम पर चर्चा हुई. 21 दिन के इस कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों ने कई कॉन्फ्रेंस, सेमिनार के अलावा वन टू वन मीटिंग में भी हिस्सा लिया था. ये प्रोग्राम वाशिंगटन डीसी, सेंट लूइस, मिसौरी, सिएटल और सैन फ्रांसस्किो में आयोजित किये गये. माइक्रोसॉफ्ट, पुलत्जिर सेंटर, डिजिटल फॉरेंसिक रिसर्च लैब ऑफ अटलांटिक काउंसिल, इंटरनेशनल सेंटर फॉर जर्नल्ट्सिस, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के साइबर पॉलिसी सेंटर और अन्य संस्थानों के प्रतिनिधियों से भी भरत की मुलाकात हुई थी.

मिडिया लिटरेसी व दुष्प्रचार के खिलाफ 70 से अधिक वर्कशॉप किया


नेट न्यूट्रैलिटी और एसिड की बिक्री बंद करने के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभियान चला चुके भरत नायक ने झारखंड में दुष्प्रचार के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के लिए एक वर्कशॉप की भी शुरुआत की थी. वहीं महिला व पुरुषों के बीच मिडिया लिटरेसी के लिए भारत, नेपाल, भूटान सहित कई जगहों पर 70 से अधिक वर्कशॉप का आयोजन किया. भरत नायक चलकरी बस्ती निवासी सोमेश्वर लाल नायक के पुत्र है. इन्होंने वर्ग एक से 6 तक की अपनी प्रारंभिक शिक्षा रांची स्थित रामटहल चौधरी विद्यालय तथा 7 से 10वीं तक की पढाई बेरमो के कृष्णा सुदर्शन सेंटट्रल स्कूल से की थी.

मंत्री डॉ. इरफान अंसारी के वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ विरोध अभियान पर BJP ने किया पलटवार


रांची : राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ विरोध अभियान तेज किया है। रविवार को एक बयान जारी कर उन्होंने कहा किसी भी कीमत पर वक्फ बोर्ड में संशोधन हमलोग बर्दाश्त नहीं कर सकते है।

 उनका कहना है भारतीय जनता पार्टी मुसलमान को अपमानित कर रही ही। बीजेपी कभी देश में एनआरसी कभी सीएए लगाकर मुसलमान को परेशान करने का काम करती है मुसलमान भारतीय जनता पार्टी को वोट नहीं करते हैं इसलिए की आपस में उनका मत नहीं मिलता है।

 उन्होंने कहा कि मैं अदानी और अंबानी को वक़्फ़ बोर्ड की ज़मीन बेचने नहीं दूंगा।

 इरफान अंसारी के बयान पर भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता रफिया नाज ने पलटवार करते हुए कहा है कि कानून तो कानून है जो पूरे भारत में मान्य है। कांग्रेस ने देश में तीन तीन बार वक्फ बोर्ड में संशोधन किया है। उन्होंने कहा कि भूमाफिया जो वक्फ की जमीन पर कब्जा कर लेते थे उनपर नकेल कसने के लिए इस कानून को लाया गया है। देश के मुस्लिम समाज के गरीब भाई बहनों के तरक्की के लिए यह निर्णय लिया है। यह कानून बना है इससे गरीब मुस्लिम भाई बहनों का कल्याण होगा।

रिपोर्टर जयंत कुमार

धनबाद : गोविंदपुर ऊपर बाजार में फिर भीषण दुर्घटना पत्नी की घटना स्थल पर मौत, पति घायल


धनबाद जिला के गोविंदपुर । ऊपर बाजार में नेशनल हाईवे पर बलियापुर निवासी एक मोटरसाइकिल सवार को ट्रक के चपेट में आने से एक महिला की घटनास्थल पर मौत हो गयी, जबकि एक पुरुष गंभीर रूप से घायल हो गए दुर्घटना ऐसी थी ट्रक कुछ दूरी तक मोटरसाइकिल को घसीटता रहा. मोटरसाइकिल ट्रक के बीच में फंसा रहा.

घायल मोटरसाइकिल सवार व्यक्ति को ग्रामीणों द्वारा आनन फानन में एसएनएमएमसीएच तत्काल इलाज के लिए भेजा गया!

विदित हो कि पूर्व से जूझ रही जाम की समस्याओं से निजात पाने के लिए प्रशासन द्वारा सिग्नल लाइट लगाई गयी लेकिन लाइट कुछ दिनों के अंतराल में हीं ख़राब हो गयी. दूसरी तरफ जहाँ तहां जीटी रोड पर स्पीड ब्रेकर दें दिया गया तथा सभी रोड क्रोसिंग के बंद कर एक क्रॉसिंग कर दिया गया जिसके कारण लगातार रोड क्रोसिंग पर काफी भीड़ बढ़ गयी. आप तक लगातार जाम और दुर्घटना होती रही, लेकिन पुलिस और प्रशासन मुकदर्शक बनी रही.जब कि 

प्रशासन से बार-बार ट्रैफिक पुलिस की गयी लेकिन पुलिस अब तक नहीं दी गयी.

गोविंदपुर ऊपर बाजार से एलीवेटेड फ्लाई ओवर बनना हैं पर अब तक काम चालू नहीं हुआ. जबकि सरकार के और से सारी व्यवस्था हो गयी लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग द्वारा ना तो टेंडर जारी किया गया. और नहीं काम शुरू जिसके कारण दुर्घटना लगातार बढ़ती जा रही हैं और लोग आतंक के साये में ji रहे हैं.

मरीज की मौत और पैसे के लिए डेड बॉडी को बंधक बनाने को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने बनायी जाँच कमेटी, कहा दोषी होने पर होगी कारवाई


देवघर : मरीज की मौत और पैसे के लिए डेड बॉडी को बंधक बनाने को लेकर स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने जांच कमेटी गठित की है। उन्होंने कहा कि वो मरीजों के लिए स्वास्थ्य मंत्री पहले हैं। 

दरअसल देवघर में इलाज के दौरान एक मरीज की जान चली गयी थी। घटना के बाद इरफान अंसारी देवघर पहुंचे और प्राइवेट हॉस्पीटल का निरीक्षण किया। आरोप था कि निजी अस्पताल ने डेड बॉडी भी परिजनों को नहीं दिया था।

जानकारी के मुताबिक 1 अप्रैल को कन्हैया कुमार नाम के युवक की इलाज के दौरान जान चली गयी थी। इलाज के दौरान करीब 45 हजार रुपये का बिल बना था। अस्पताल प्रबंधन ने स्वास्थ्य मंत्री को बताया कि परिजन पैसे देने में सक्षम नहीं थे। इसलिए सिर्फ 10 हजार रुपये लिया और शव को सौंप दिया गया।

इधर, स्वास्थ्य मंत्री का रुख काफी कड़ा दिख रहा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह की रिपोर्ट मीडिया में आयी थी, वैसी सच्चाई नहीं है। अस्पताल प्रबंधन से इस मामले में जानकारी ली गयी है। उन्होंने कहा कि वो पहले मरीजों के लिए स्वास्थ्य मंत्री हैं। मरीज की सुविधा के लिए किसी भी अस्पताल को बंद करा सकते हैं, लाईसेंस भी कैंसिल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट आने पर निश्चित ही अस्पताल पर कार्रवाई की जायेगी।

रामनवमी जुलूस के दौरान डुमरी विधायक जयराम महतो घायल, सर पर लगी शस्त्र प्रदर्शन के दौरान चोट


झा. डेस्क

रामनवमी जुलूस के दौरान डुमरी विधायक जयराम महतो के सिर में चोट लग गई। जयराम महतो कल शाम डुमरी चौक में लाठी प्रदर्शन कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे। इसी दौरान अचानक से फरसे की नोक जयराम के माथे में घुस गई। उस वक्त जयराम महतो किसी समर्थक के कंधे पर चढ़कर झूम रहे थे।

इस दौरान उनको पीछे से चोट लगी। ज़ब उन्हें एहसास हुआ कि उनके सिर में चोट लगी है। तो वे कंधे से उतर गये। समर्थकों ने उन्हे तुरंत क्लीनिक पहुंचाया। जहां उनके सिर पर दवाई लगाकर ड्रेसिंग की गई। 

इस दुर्घटना में गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। जयराम डॉक्टर दवा ले रहे हैं और खतरे से बाहर हैं।

झारखंड में वैज्ञानिक सहायक के पदों पर निकली भर्ती, 2 मई से करें आवेदन, ये रही अन्य अहम डिटेल


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नई दिल्ली:- झारखंड कर्मचारी चयन (JSSC) आयोग ने वैज्ञानिक सहायक के पदों पर भर्ती निकाली है। जारी सूचना के मुताबिक, कुल 23 पदों पर भर्ती निकाली गई है। इन पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया 02 मई, 2025 से शुरू होगी।

इस वैकेंसी के लिए अप्लाई करने के इच्छुक और योग्य अभ्यर्थी आधिकारिक वेबसाइट jssc.jharkhand.gov.in पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं।

झारखंड कर्मचारी चयन (JSSC) की ओर से जारी आधिकारिक नोटिफिकेशन के अनुसार, वैज्ञानिक सहायक प्रतियोगिता परीक्षा-2025 के माध्यम से वैज्ञानिक सहायकों के पदों पर भर्ती की जाएगी। 

यह नियुक्ति राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला, रांची में की जाएगी। कुल 23 पदों में नियमित रिक्ति के 14 एवं बैकलॉग नियुक्ति के नौ पद शामिल हैं। रेग्यूलर वैकेंसी में, फिजिक्स, जनरल केमिस्ट्री, विष विज्ञान, सीरम विज्ञान, डीएनए और साइबर फाॅरेसिंक में वैज्ञानिक सहायकों के पदों पर नियुक्ति की जाएगी।  

इस भर्ती से जुड़ी अहम तिथि और आवेदन करने के लिए आसान स्टेप्स सहित अन्य जानकारी नीचे दी जा रही है जिसे उम्मीदवार चेक कर सकते हैं।  

झारखंड वैज्ञानिक सहायकों भर्ती से जुड़ी ये हैं अहम तिथियां 

झारखंड वैज्ञानिक सहायकों भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी होने की तारीख- 04 अप्रैल, 2025

झारखंड वैज्ञानिक सहायकों भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन की शुरुआती तारीख- 02 मई, 2025

झारखंड वैज्ञानिक सहायकों भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन की आखिरी तारीख- 02 जून, 2025

झारखंड वैज्ञानिक सहायकों भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन शुल्क जमा करने की आखिरी तारीख- 04 जून, 2025

झारखंड वैज्ञानिक सहायकों के भर्ती के लिए ऐसे करें ऑनलाइन आवेदन

झारखंड वैज्ञानिक सहायकों की भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन करने वाले सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट jssc.jharkhand.gov.in पर जाना होगा। अब, होमपेज पर उपलब्ध Scientific Assistants जॉब्स भर्ती लिंक पर क्लिक करें। यहां उपलब्ध लिंक एक्टिव होने पर आवेदन फॉर्म भरें। सभी जरूरी जानकारी के साथ मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें। अब शुल्क सबमिट करें। भरे हुए एप्लीकेशन फॉर्म का प्रिंटआउट लेकर रख लें।

इसके अलावा, किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी ने नर्सिंग ऑफिसर के पदों पर भर्ती निकाली है। इस भर्ती के लिए आवेदन फॉर्म 14 मई, 2025 तक स्वीकार किए जाएंगे। अभ्यर्थी आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। ज्यादा जानकारी के लिए अभ्यर्थी वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं। 

देवघर से 7 साइबर ठग गिरफ्तार,पीएम किसान सम्मान निधि का लिंक भेजकर करते थे लोगों का ठगी,

देवघर: किसान सम्मान निधि का लिंक भेजकर लोगों से ठगी करने वाले साइबर ठग के गिरोह को साइबर पुलिस ने दबोचा है।

इस मामले में देवघर पुलिस ने सात साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से नौ मोबाइल सहित 11 सिम कार्ड और तीन प्रतिबिंब सिमकार्ड जब्त किया है. देवघर के सारवां थाना क्षेत्र के गोरेमारा गांव के समीप जंगल में छापेमारी कर पुलिस ने इन्हें अरेस्ट किया.

देवघर-साइबर थाने की विशेष टीम ने गुप्त सूचना पर सारवां थाना क्षेत्र के गोरेमारा गांव के समीप जंगल में छापेमारी की. यहां से सात साइबर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. यह सभी पीएम किसान सम्मान निधि का लिंक भेजकर लोगों से साइबर ठगी कर रहे थे. इन लोगों के खिलाफ साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश कराया और कोर्ट के निर्देश पर न्यायिक हिरासत में भेज दिया.

 

पुलिस मीडिया सेल ने जानकारी दी है कि गिरफ्तार आरोपियों में रिखिया थाना क्षेत्र के नया चितकाठ गांव निवासी पंकज कुमार, मोहनपुर थाना क्षेत्र के दहीजोर गांव निवासी पंकज कुमार उर्फ बमबम यादव, छोटेलाल यादव, मोहनपुर के ही चितरपोका गांव के ढ़ोड़वारी टोला निवासी अशोक यादव, पालोजोरी थाना क्षेत्र के दुधवाचक गांव निवासी ब्रह्मदेव कुमार मंडल व चितरा थाना क्षेत्र के श्रीडंगाल गांव निवासी मुस्ताक अंसारी शामिल हैं.

लोगों को सरकारी योजना का देते थे झांसा

पूछताछ के क्रम में आरोपियों ने बताया कि वे लोग मुख्य रूप से पीएम किसान योजना के लाभुकों को फोन कर योजना का लाभ दिलाने का झांसा देकर फर्जी लिंक भेजकर ठगी का शिकार बनाते हैं. फर्जी फोन-पे व पेटीएम का कस्टमर केयर पदाधिकारी बनकर लोगों को कैश बैक और इनाम मिलने का झांसा देकर ठगी करते हैं.

नौ मोबाइल सहित 11 सिम कार्ड जब्त

छापेमारी टीम ने इनके पास से नौ मोबाइल सहित 11 सिम कार्ड और तीन प्रतिबिंब सिमकार्ड जब्त किए हैं. जांच में इन लोगों के पास से जब्त तीन मोबाइल नंबरों के खिलाफ प्रतिबिंब एप और चार मोबाइल नंबरों के विरुद्ध जेएमआइएस पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायतें दर्ज मिली हैं. छापेमारी टीम में साइबर थाने के इंस्पेक्टर कृष्णदत्त झा सहित एसआइ विशेश्वर कुमार व सशस्त्र पुलिस बल शामिल थे.

बिजली करंट लगने से बिजली मिस्त्री की मौत, क्षेत्र में शोक की लहर

धनबाद : बांसजोड़ा में रविवार को बिजली का करंट लग जाने से गड़ेरिया प्रमाणिक टोला के 25 वर्षीय बिजली मिस्त्री राहुल प्रमाणिक मौत हो गयी. मौत की खबर फैलते ही इलाके में मातम में पसर गया. परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. 

राहुल करीब दो बजे अपने घर में कूलर की मरम्मत कर रहा था. मैन स्विच नहीं काटे जाने के कारण अचानक कूलर में करंट आ गया. उससे वह वहीं पर गिर कर छटपटाने लगा. घर वालों के शोरगुल सुनकर मोहल्ले के लोग जमा हो गये. लोग तत्काल उसे असर्फी अस्पताल धनबाद ले गये, जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया. लोग शव को लेकर घर चल आये.

 घर में शव को रखते ही लोगों को लगा कि उसकी सांस चल रही. लोगों तत्काल फिर उसे जालान अस्पताल ले गया, जहां के चिकित्सकों ने भी उसे मृत बताया. मौके पर मौजूद लोग परिजनों को ढांढस बंधा रहे थे. मां कह रही थी कि वह अपने बेटे की शादी करने वाले थी, वह अब किसकी शादी करेगी, किसके भरोसे जीवन काटेगी. मृतक के बहनोई मनोज कुमार प्रमाणिक ने बताया कि एक माह बाद उसकी शादी होने थी. मृतक एक टेलीकॉम कंपनी में काम करता था.

रिजर्वेशन लाइन खुलते ही मुंबई-धनबाद स्पेशल में धड़ाधड़ बुकिंग

धनबाद :धनबाद से पहली बार चल रही मुंबई की स्पेशल ट्रेन के भविष्य पर मंडरा रहे खतरे के बीच शनिवार को राहत भरी खबर सामने आई। धनबाद से मुंबई जाने के लिए इस ट्रेन को भले ही अपेक्षाकृत यात्री नहीं मिल रहे, लेकिन वापसी में मुंबई से धनबाद आने के लिए शनिवार की सुबह जैसे ही बुकिंग लाइन खुली यात्रियों ने इसे हाथों हाथ लिया।

एक दिन में थर्ड एसी की सभी टिकट बुक

धनबाद से ट्रेन आठ अप्रैल से 24 जून तक हर मंगलवार को और लोकमान्य तिलक टर्मिनस से स्पेशल ट्रेन 10 अप्रैल से 26 जून के बीच हर गुरुवार को चलेगी। एसी स्पेशल ट्रेन में थर्ड एसी इकोनॉमी की 10, थर्ड एसी और सेकंड एसी की पांच-पांच बोगियां जोड़ी जाएंगी। शनिवार को वापसी में बुकिंग लाइन खुलते ही 10, 17 व 24 अप्रैल तथा एक व 29 मई की सभी टिकट थर्ड एसी में बुक हो गईं। एसी इकोनॉमी में भी पहले तीन दिन के लिए 75 प्रतिशत से अधिक सीटों की बुकिंग हो चुकी हैं जबकि 29 मई की यात्रा के लिए यात्रियों ने थर्ड और सेकंड एसी के साथ-साथ एसी इकोनॉमी क्लास की भी सभी सीटें बुक कर लीं।

आयुष्मान योजना में गड़बड़ी को लेकर ED की रडार पर झारखंड के 212 प्राइवेट हॉस्पिटल


रांची: आयुष्मान योजना में गड़बड़ी को लेकर ईडी ने शुक्रवार को राज्य की कई जगहों पर छापेमारी की। आयुष्मान योजना के जरिए फर्जी क्लेम कर राज्य के 212 निजी अस्पतालों ने गलत तरीके से भुगतान ले लिया था।

जांच के क्रम में ऐसे कई केस आए, जब मरीज को अस्पताल में भर्ती किए बिना ही उसके इलाज का क्लेम लेकर पैसे ले लिए गए। वहीं, मृत लोगों का इलाज दिखाकर भी पैसे लेने का मामला सामने आया था। जांच के दौरान 104 और 108 के जरिए भी जानकारी ली गई। जिससे खुलासा हुआ कि इन सेवाओं के जरिए जिन मरीजों की अस्पताल में भर्ती दिखायी गई, वह अस्पताल में भर्ती ही नहीं हुए थे।

जमशेदपुर में नौ घंटे तक की गई छानबीन

जमशेदपुर में ईडी की टीम ओमप्रकाश सिंह के मानगो में नीलगिरी कॉलोनी स्थित आवास पर सुबह सात बजे पहुंची। चार सदस्यीय टीम दो वाहनों से पहुंची थी। टीम के साथ सीआरपी के पांच जवान भी थे। छापेमारी की सूचना पूर्व में स्थानीय पुलिस को नहीं दी गयी थी। कार्रवाई के दौरान ईडी के अधिकारी कई बार बालकनी में आए। उनके साथ एक महिला अधिकारी भी थीं। वहां नौ घंटे तक छानबीन की। इस दौरान दो लाख नकद, दो फाइल और जमीन से जुड़े कागजात को टीम ने जब्त कर लिया। छापेमारी के दौरान ईडी ने बाहर से ही मंगाकर खाना खाया। दोपहर 12 बजे घर का एक सदस्य बाहर निकलने लगा तो उसे रोक दिया गया। उसके बाद जवानों ने गेट अंदर से बंद कर दिया। छापेमारी की जानकारी मिलते ही ओमप्रकाश के घर जाने वाली सड़क पर सन्नाटा पसर गया। इक्का-दुक्का लोग ही वहां से गुजर रहे थे।

घरेलू खर्च के थे रुपये

सिमडेगा से आए ओमप्रकाश के साले आकाश सिंह ने बताया कि जो कागजात घर में उपलब्ध थे, उन्हें ईडी की टीम के सामने रखा गया। इनमें से कुछ कागज एजेंसी अपने साथ ले गए। साथ ही दो लाख रुपये नगद घर में रखे हुए थे उसे भी वे ले गए। यह रुपये घरेलू खर्च के थे।

हजारीबाग में एके सनशाइन हॉस्पिटल में छापा

हजारीबाग में आयुष्मान भारत योजना में गड़बड़ी को लेकर शुक्रवार को छह सदस्यीय टीम हजारीबाग मासीपीढ़ी के पंचशील कॉलोनी स्थित एके सनशाइन हॉस्पिटल पहुंची। यह ईडी की टीम ने अस्पताल में नौ घंटे तक विभिन्न फाइलों को खंगाला। जानकारी के अनुसार ईडी की टीम सुबह छह बजे से शाम 3:30 बजे सर्च किया। हॉस्पिटल के मुख्य गेट को अंदर से बंद कर अस्पताल के सभी रजिस्टर, कंप्यूटर, आय व्यय समेत अन्य रजिस्टर को खंगाला गया। अंदर से किसी को बाहर और बाहर से किसी को अंदर आने जाने नही दिया गया। यह टीम दो इनोवा कार और एक लोकल कार से आई थी। इस छापेमारी टीम में चार फोर्स और छह ऑफिसर्स शामिल थे। चारों फोर्स हॉस्पिटल के गेट पर तैनात थे। तैनात फोर्स किसी भी बाहरी लोगों को प्रवेश नहीं करने दे रहे थे। टीम के अधिकारियों ने सुबह छह बजे से शाम तीन बजे तक हॉस्पिटल में जांच पड़ताल की।

गुमला में 12 घंटे तक चली ईडी की छापेमारी

गुमला जिला मुख्यालय के डीएसपी रोड स्थित जवाहर नगर निवासी दया शंकर चौधरी के घर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने शुक्रवार को लगभग 12 घंटे तक छापेमारी की। ईडी की टीम सुबह छह बजे पहुंची और शाम 6 बजे जांच पूरी कर रांची रवाना हुई। दया शंकर चौधरी फिलहाल गिरिडीह में आयुष्मान योजना से हैं। योजना के शुरुआती चरण में वे सदर अस्पताल गुमला में कार्यरत थे। जांच के दौरान घर में किसी को भी प्रवेश नहीं करने दिया गया। ईडी के नौ अधिकारी-कर्मी दो कारों में सवार आज गुमला पहुंचे थे। टीम ने सघन जांच अभियान चलाया। इस दौरान दया शंकर चौधरी घर में ही मौजूद था, जिससे ईडी ने घंटों पूछताछ की। हालांकि ईडी अधिकारियों ने छापेमारी से जुड़ी कोई आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की और ईडी कार्यालय से जानकारी लेने की सलाह दी। इधर, ईडी के कार्रवाई से हड़कंप मची है।

जांच में गड़बड़ी सामने आने के बाद 40 करोड़ से अधिक का भुगतान रोका गया

जांच में गड़बड़ी सामने आने के बाद 40 करोड़ से अधिक का भुगतान अस्पतालों को रोका गया था। जांच में यह बात सामने आयी थी कि निजी अस्पतालों ने 250 ऐसे लोगों के नाम पर भी भुगतान लिया था, जिनकी मौत इलाज के पहले हो चुकी थी। कैग की रिपोर्ट में पहली बार गड़बड़ी सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के द्वारा मामले की जांच की गई थी। वहीं, ईडी ने भी विभाग से पूरा विवरण साल 2024 में ही मांगा था। ईडी को जानकारी मिली थी, जिसमें विभाग ने आयुष्मान योजना में हुई गड़बड़ी व दर्ज कांडों का विवरण दिया था। राज्य के 13 अस्पतालों की सूची भी ईडी को दी गई थी, जहां से सर्वाधिक 500 से अधिक फर्जी दावे सामने आए थे। इन कांडों के आधार पर ही ईडी ने ईसीआईआर दर्ज की थी।