झांसी की डिमरौनी गढ़ी का होगा कायाकल्प, 3.53 करोड़ से होंगे अनुरक्षण कार्य: जयवीर सिंह

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने झांसी स्थित ऐतिहासिक डिमरौनी गढ़ी के संरक्षण के लिए 3.53 करोड़ रुपये की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है। संस्कृति और पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने इस महत्वपूर्ण परियोजना की घोषणा करते हुए बताया कि पुरातत्व विभाग के संरक्षित स्मारक डिमरौनी गढ़ी का अनुरक्षण कार्य अब उच्च गुणवत्ता के साथ किया जाएगा।

मंत्री जयवीर सिंह ने कहा, "उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) को इस कार्य के लिए कार्यदायी संस्था के रूप में नामित किया गया है। इस ऐतिहासिक धरोहर के संरक्षण में विशेष ध्यान रखा जाएगा कि इसे एडाप्टिव रियूज की दृष्टि से पुनः स्थापित किया जाए, ताकि यह भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बने।"

झांसी-कानपुर राजमार्ग के पास स्थित डिमरौनी ग्राम में दो प्रमुख गढ़ियां—बड़ी गढ़ी और छोटी गढ़ी—स्थित हैं, जिनमें से दोनों गढ़ियां वर्तमान में जीर्ण-शीर्ण अवस्था में हैं। डिमरौनी गढ़ी का निर्माण मजबूत ग्रेनाइट पत्थरों से किया गया था, और यह स्थल ऐतिहासिक रूप से अत्यधिक महत्वपूर्ण है। माना जाता है कि यहां 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के नायक तात्या टोपे और अंग्रेजों के बीच बासोवा युद्ध लड़ा गया था।

इस गढ़ी को स्वतंत्रता संग्राम के दौरान क्रांतिकारियों के आश्रय स्थल के रूप में भी उपयोग किया गया था, जिसके कारण यह ब्रिटिश सेना के हमलों का शिकार हुई थी और क्षतिग्रस्त हो गई थी। अब, इस ऐतिहासिक धरोहर के अनुरक्षण के बाद, यह स्थल न केवल ऐतिहासिक संदर्भ में महत्वपूर्ण बनेगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को स्वतंत्रता संग्राम और शहीदों के साहस से भी अवगत कराएगा।

शहीदों की वीरता को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का लक्ष्य : जयवीर सिंह

लखनऊ के स्मृतिका वार मेमोरियल में 8.95 करोड़ रुपये की लागत से लाइट एंड साउंड शो की होगी शुरुआत

लखनऊ। मातृभूमि की सेवा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों के बलिदान और वीरता को सम्मान देने के लिए अब लखनऊ के कैंटोनमेंट स्थित स्मृतिका वार मेमोरियल में एक अद्भुत लाइट और साउंड शो की शुरुआत होने जा रही है। इस परियोजना पर कुल 8.95 करोड़ रुपये की लागत आएगी, जिसमें से 2 करोड़ रुपये की धनराशि पहले ही जारी कर दी गई है।

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इस लेजर लाइट और साउंड शो के माध्यम से शहीदों के जीवन, उनके बलिदान और देश के प्रति उनकी निष्ठा को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। मंत्री ने कहा, "इस शो के जरिये दर्शक न केवल मनोरंजन करेंगे, बल्कि वे राष्ट्रप्रेम की भावना से भी ओतप्रोत होंगे, और यह पहल युवाओं में देशभक्ति और शहीदों के प्रति सम्मान की भावना जागरूक करेगी।"

मंत्री ने यह भी बताया कि लखनऊ, ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है और इस नई पहल से शहर का पर्यटन और भी आकर्षक बनेगा। स्मृतिका वार मेमोरियल में लाइट और साउंड शो पर्यटकों को ऐतिहासिक घटनाओं और शहीदों की वीरता की गाथाओं से अवगत कराएगा, जिससे लखनऊ को एक नया आयाम मिलेगा।

2024-25 वित्तीय वर्ष में आबकारी विभाग ने नया कीर्तिमान स्थापित किया : नितिन अग्रवाल

- आबकारी मंत्री ने कहा : 2017 तक प्रदेश में आबकारी विभाग का राजस्व 14 हजार करोड़ था, जो 2024-25 में बढ़कर 52,297 करोड़ रुपये तक पहुंचा

लखनऊ। आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में 2024-25 वित्तीय वर्ष के समाप्त होने पर कई महत्वपूर्ण बातें साझा कीं। उन्होंने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में आबकारी विभाग ने अभूतपूर्व राजस्व अर्जित किया, जो विभाग की प्रभावी नीतियों और तकनीकी सुधारों की सफलता का प्रमाण है।

मंत्री ने कहा, "2017 तक प्रदेश में आबकारी विभाग का राजस्व 14,000 करोड़ रुपये था, लेकिन 2024-25 में यह आंकड़ा बढ़कर 52,297 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। यह विभाग की कार्यप्रणाली में हुए बदलाव और तकनीकी सुधारों का परिणाम है।" उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश में शीरा और एथेनॉल का उत्पादन भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। "2023-24 में 527 लाख कुंतल शीरा और 176 करोड़ लीटर एथेनॉल का उत्पादन हुआ था। अब विभाग का लक्ष्य 2024-25 में एथेनॉल का उत्पादन 200 करोड़ लीटर तक पहुंचाने का है।

इसके अतिरिक्त, मंत्री ने शराब की दुकानों की लॉटरी के दूसरे चरण की समाप्ति की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पिछले तीन वर्षों में राज्य में जहरीली शराब की कोई भी घटना नहीं हुई है, जो प्रवर्तन कार्यवाही की सफलता को दर्शाता है। "हमने प्रवर्तन कार्यवाही को और मजबूत किया है, जिसके परिणामस्वरूप पिछले तीन वर्षों में 112,279 प्रवर्तन अभियोग पंजीकृत किए गए हैं।

उन्होंने कहा, यह सभी आंकड़े और सुधार उत्तर प्रदेश में आबकारी विभाग की सख्त नीति और शासन की प्रभावशीलता को दर्शाते हैं, जो राजस्व बढ़ाने के साथ-साथ जनता की सुरक्षा और स्वास्थ्य को भी प्राथमिकता देती है।

प्राथमिक विद्यालय में गंदगी के बीच नौनिहाल पढ़ने को मजबूर, शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही

-- विद्यालय परिसर बना जानवरों का तबेला, जगह-जगह गोबर और कूड़े का लगा अंबार

लखनऊ। विकास खण्ड काकोरी के प्राथमिक विद्यालय आदमपुर इंद्रवारा, तहसील सरोजनीनगर, लखनऊ में बच्चों को गंदगी के बीच पढ़ाई करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। इस विद्यालय का परिसर जानवरों का तबेला बन चुका है, जहां जगह-जगह गोबर और कूड़े का अंबार लगा हुआ है। हालात इतने खराब हैं कि बच्चों को न केवल गंदगी से जूझना पड़ रहा है, बल्कि विद्यालय में जानवर भी बांधे जा रहे हैं, जो उनकी सुरक्षा और स्वच्छता को गंभीर रूप से प्रभावित कर रहे हैं।

स्थानीय नागरिकों के अनुसार, कई बार इस स्थिति को लेकर लिखित शिकायतें की गईं, लेकिन शिक्षा विभाग, ब्लॉक और तहसील के अधिकारियों की लापरवाही के चलते कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। विद्यालय परिसर में दबंगों द्वारा जानवरों को बांधने की घटनाएं आम हो चुकी हैं, जबकि स्कूल प्रशासन और संबंधित अधिकारियों की ओर से कोई कदम नहीं उठाए गए हैं।

शिक्षा विभाग की इस लापरवाही ने बच्चों के भविष्य को खतरे में डाल दिया है। स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण में शिक्षा ग्रहण करने का अधिकार हर बच्चे का है, लेकिन यहां के नौनिहालों को गंदगी और असुरक्षित परिस्थितियों में शिक्षा लेने के लिए मजबूर किया जा रहा है। यदि तत्काल कार्रवाई नहीं की गई तो यह स्थिति बच्चों की शारीरिक और मानसिक विकास पर नकारात्मक असर डाल सकती है।

लखनऊ में अमेजन कर्मी का अपहरण कर मांगी 15 लाख की फिरौती

लखनऊ । राजधानी के गुडंबा थाना क्षेत्र में डयूटी पर निकला अमेजन कंपनी का कर्मी देर रात तक घर वापस नहीं लौटा। सेलफोन ऑफ बताने पर परिजनों ने खोजबीन शुरू की, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। इस पर परिजनों ने अनहोनी की आशंका जताते हुए द पुलिस को तहरीर दी। पुलिस गुमशुदगी दर्ज कर उनको खोजबीन कर रही थी कि बुधवार को उनके सेलफोन नंबर से बेटी की बात अपहरणकर्ताओं की बात हुई। आरोपियों ने पिता को छोड़ने के बदल 15 लाख रुपये की फिरौती मांगी। परिजनों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने अपहृत अमेजन कर्मी को बीकेटी से बरामद कर लिया है और केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है।

गुमशुदगी दर्ज कराने के बाद सक्रिय हुई पुलिस

गुडंबा के कुर्सी रोड निवासी बाबू राम पांडेय के बेटे हरिओम पांडेय अमेजन कंपनी में नौकरी करते है। मंगलवार सुबह करीब 9:00 बजे हरिओम पांडेय हयूटी को निकले थे। रोजाना शाम करीब पांच बजे तक वह वापस लौट आते थे, लेकिन जब काफी देर तक वापस न आने पर बेटी ने सेलफोन नंबर मिलाया, जो स्विच ऑफ था। देर रात तक रिश्तेदारों और परिचितों से पूछने पर जब हरिओम के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली तो वह तो उन्होंने बुधवार को कोतवाली पहुंच पुलिस को पिता के गायब होने की सूचना दी। पुलिस ने उनकी तहरीर पर गुमशुद‌गी दर्ज कर खोजबीन शुरू की।

परिजनों को फोन कर 15 लाख की मांगी फिरौती

इधर परिवार वाले हरिओम की तलाश में लगातार उनका सेलफोन मिला रहे थे। बेटी ने बताया कि दोपहर करीब डेढ़ बने पिता के नंबर पर बेल गयी। उधर से किसी और ने फोन उठाया। बेटी ने पिता के बारे में पूछा तो उसने कहा कि तुम्हारे पाया हमारे कब्जे में हैं। इनको छुड़ाना चाहते हो तो 15 लाख रुपये फिरौती दे, नहीं तो उन्हें जान से मार दिया जाएगा। इसके बाद कॉल डिस्कनेक्ट होकर फोन फिर स्विच ऑफ हो गया। यह सुनकर हरिओम की बेटी के होश उड़ गए। उसने फौरन कोतवाली पहुंचकर पुलिस को जानकारी दी।

लोकेशन के आधार पर पुलिस ने हरिआेम को किया बरामद

अपहरण और फिरौती की सूचना से पुलिस भी हलकान रह गयी और उन्होंने लोकेशन के आधार पर छानबीन करते हुए हरिओम को बीकेटी तहसील के पास से बरामद कर लिया। बताया जा रहा है कि अपहरणकर्ताओं ने बंधक बनाकर हरिओम की पिटाई की थी। पुलिस ने इलाज के लिए उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया। वहीं गुडंबा इंस्पेक्टर प्रभुतेश कुमार के मुताबिक, हरिओम अपनी जमीन को रजिस्ट्री करने बोकेटी तहसील गए थे। जहां पहले से लेनदेन के विवाद में उनके परिचितों ने उन्हें बंधक बनाकर पिटाई कर दी। फिलहाल केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।

हालत बिगड़ने पर अपहरणकर्ताओं ने हॉस्पिटल में कराया भर्ती

बताया जा रहा है कि अपहरणकर्ताओं ने गुडंबा थाने के पास से हरिओम को अगवा कर जानकीपुरम छठा मील होते हुए आईआईएम रोड स्थित एक शोरूम में ले गए। वहां करीब तीन घंटे तक बंधक बनाने के बाद हरिओम की पिटाई की और फिर एक सुनसान जगह पर ले जाकर एक दुकान में बंद करक गए। कुछ देर बाद वापस आने पर वीपी के मरीज हरिओम आरोपियों को बेहोश पड़े मिले। इस पर अपहरणकर्ताओं ने उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। हालत में सुधार होने पर एक तीन मंजिला मकान में बंधक बनाकर रखा। तभी पुलिस ने छापेमारी कर तहसील के पास से ही हरिओम को बरामद कर लिया और आरोपी मौके से फरार हो गए।

बाइक सवार तीन छात्रों को पिकअप चालक ने रौंदा, दो की मौत

लखनऊ । राजधानी के पारा क्षेत्र में भीषण सड़क हादसा हो गया। यहां के पतौरा मोड़ के पर तीन बाइक सवार छात्रों को पिकअप चालक ने रौंद दिया। जिसमें दो छात्रों की मौत हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। वहीं छात्रों की मौत से परिवार में कोहराम मच गया है। वहीं तीसरे छात्र को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

अलमनगर में पंतग खरीदने जा रहे थे तीनों छात्र

बता दें कि खुशहालगंज निवासी खालिद, उस्मान और गुफरान तीनों दोस्त बुधवार को बाइक से आलमनगर पतंग खरीदने जा रहे थे। बाइक खालिद चला रहा था। जैसे ही तीनों दोस्त बाइक के लेकर पतौरा रोड पर पहुंच तो पीछे से आ रही पिकअप ने रौंद दिया। मौके पर खालिद उम्र करीब 14 और उस्मान उम्र करीब 14 वर्ष की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि गुफरान पिकअप में फंसकर घिसटते हुए दूर जा गिरा।

लोगों ने चालक को पकड़कर पुलिस को सौंपा

हादसे के बाद लोगों ने पिकअप चालक को पकड़ लिया। सूचना पर पुलिस ने पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर घायल गुफरान को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया। इसके बाद चालक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस के मुताबिक बाइक खालिद चला रहा था, जो हेलमेट नहीं पहन रखा था। वहीं दो छात्रों की मौत की सूचना जैसे ही परिवार वालों को लगी तो कोहराम मच गया।

हेलमेट लगाये होते तो शायद बच जाती जान

घटना स्थल पर मौजूद लाेगों ने बताया कि बाइक सवार हेलमेट नहीं पहचन रखा था। जबकि अगर हेलमेट पहना होता तो शायद उसकी जान बच जाती है। यातायात विभाग व पुलिस द्वारा लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके बाद भी लाेग जागरूक नहीं हो रहे है। जिसके चलते सड़क हादसे के शिकार हो जा रहे है।

बाबा साहब जयंती से अपना दल (एस) शुरू करेगा प्रदेशव्यापी सदस्यता अभियान,पार्टी के कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष आशीष पटेल ने मासिक समीक्षा बैठक में

लखनऊ। बाबा साहब भीमराव आंबेडकर जयंती से अपना दल (सोनेलाल) अपना सदस्यता अभियान शुरू करेगा। विधानसभा क्षेत्र प्रभारियों की जल्द घोषणा कर विधानसभा क्षेत्रों में प्रभारी प्रवास करेंगे। इस दौरान पार्टी के नये सदस्य भी बनाये जायेगे यह जानकारी पार्टी के कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल ने मासिक समीक्षा बैठक में बुधवार को दी। उन्होंने इस दौरान पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ संगठन के आगामी कार्यक्रमों एवं भावी रणनीति पर विस्तार से चर्चा की। वहीं, राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय राज्य मंत्री अनुप्रिया सिंह पटेल संसद सत्र होने के कारण बैठक में शामिल नहीं हो सकीं। उन्होंने कार्यकर्ताओं के लिए अपना संदेश भेजा था।

कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल ने बुधवार को पार्टी की मासिक समीक्षा बैठक की

अपना दल (एस) राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष एवं योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल ने बुधवार को पार्टी की मासिक समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान अनुप्रिय पटेल की अनुपस्थिति में पुराने कार्यकर्ता वासुदेव पटेल मुख्य अतिथि रहे। साथ ही कई जिलाध्यक्ष एवं विधानसभा क्षेत्र अध्यक्षों को सम्मानित किया गया। संगठन को मजबूत करने के लिए दिशा निर्देश दिए। पार्टी के विधायक, राष्ट्रीय, प्रदेश, जिला एवं विधानसभा स्तर के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता शामिल हुए। संगठन को जिले में मजबूत करने के लिए हर महीने जिला अध्यक्षों की समीक्षा बैठक करने का निर्णय लिया गया। संसद सत्र में शामिल होने के कारण राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया सिंह पटेल बैठक में शामिल नहीं हो सकीं। उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों को दिल्ली से संगठन को मजबूत करने का दिशा निर्देश दिया।

समीक्षा बैठक में बड़ी संख्या में अपना दस एस की ली सदस्यता

समीक्षा बैठक के दौरान भारी संख्या में सपा, बसपा एवं अपना दल कमेरावादी के नेताओं ने अपना दल (एस) की सदस्यता ग्रहण की। मंच पर प्रदेश अध्यक्ष राज कुमार पाल, राष्ट्रीय महासचिव आरबी सिंह, जमुना प्रसाद सरोज, नागेंद्र प्रताप सिंह, राष्ट्रीय सचिव गिरजेश पटेल, विनोद गंगवार, एसपी कुरील, ⁠केके पटेल, दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री रेखा वर्मा, राम लखन पटेल, नेता विधानमंडल दल राम निवास वर्मा, विधायक जय कुमार सिंह जैकी, आरके पटेल, रश्मि आर्य, सरोज कुरील, जीत लाल पटेल, शफीक अहमद अंसारी, डॉ.सुरभि, यूपी एससी/एसटी आयोग के सदस्य रमेश कुंडे, पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य करुणाशंकर पटेल समेत सैकड़ों की संख्या में पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।

एसपी कुरील बने एससी/एसटी मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष

पार्टी के राष्ट्रीय सचिव एसपी कुरील को एससी/एसटी मंच का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया। 14 अप्रैल बाबा साहब की जयंती के साथ पार्टी का सदस्यता अभियान शुरू होगा। शुरुआत 14 अप्रैल को शाहजहांपुर से होगी। जल्द ही विधानसभा क्षेत्र के प्रभारियों की घोषणा होगी। प्पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल का 28 अप्रैल को जन्मदिन पार्टी कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारी लखनऊ कैंप कार्यालय पर मनाएंगी।

सवर्ण आर्मी में जूही तिवारी बनीं सचिव, डॉ सुरेश पाण्डेय बने प्रदेश प्रवक्ता

लखनऊ । सवर्ण आर्मी प्रमुख सर्वेश पांडेय ने सवर्ण आर्मी उत्तर प्रदेश का विस्तार किया जिसमे डॉ सुरेश पाण्डेय, एडवोकेट अभय प्रताप सिंह को प्रदेश प्रवक्ता,राजा सिंह परिहार,अमन मोहन श्रीवास्तव को प्रदेश उपाध्यक्ष,अक्षय प्रताप सिंह,मनीष श्रीवास्तव जूही तिवारी को प्रदेश सचिव,अशोक कुमार पांडेय को प्रदेश संयोजक दिव्यांग प्रकोष्ठ बनाया गया ।

सवर्ण आर्मी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष सुरज प्रसाद चौबे ने बताया कि सवर्ण आर्मी प्रमुख सर्वेश पांडेय के नेतृत्व में सवर्ण आर्मी सवर्ण समाज की हर छोटी से बड़ी लड़ाई लड़ रही हैं आज समय की मांग है कि समाज संगठित हो जाय,रामजी लाल सुमन सांसद सपा ने राष्ट गौरव राणा सांगा पर अभद्र भाषा बोली जिसे सवर्ण आर्मी बर्दास्त नहीं करेगी जी सवर्ण आर्मी रामजी लाल सुमन सांसद की सदस्या समाप्त कर उनके ऊपर मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग ज्ञापन दे कर की है।

रामजी लाल सुमन माफी मांगे , राणा सांगा का अपमान राष्ट्र का अपमान है,प्रदेश अध्यक्ष सुरज प्रसाद चौबे ने कहा कि सवर्ण आर्मी में पहलीबार देश की आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाली मात्री शक्ति को शामिल किया गया जूही तिवारी प्रयागराज की ब्राह्मण शेरनी है जो सवर्ण समाज के लिए समर्पित है उसके समर्पण को देखते हुए सवर्ण आर्मी में सचिव जैसे महत्व पूर्ण पद दिया गया है,डॉ सुरेश पाण्डेय जी एक विद्वान व्यहारिक है,शिक्षा जगत से जुड़े हैं ओजस्वी व्यक्ति हैं,समाज के सभी का समावेश किया गया है।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सवर्ण समाज सवर्ण आर्मी प्रमुख सर्वेश पांडेय के नेतृत्व को स्वीकार कर लिया है सवर्ण समाज अब जान चुका है कि सवर्ण नेता केवल वोट की राजनीति करते हैं जब भी समाज के ऊपर कष्ट होता है तो उनका पता नहीं चलता है अब सवर्ण का विकल्प सवर्ण आर्मी है।

वृंदावन में 35.54 करोड़ रुपए की लागत से विकसित होगी अत्याधुनिक पार्किंग सुविधा : जयवीर सिंह

लखनऊ । भगवान श्री कृष्ण की नगरी मथुरा में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा के लिए एक बड़ी सौगात मिलने वाली है। ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने 35.54 करोड़ रुपए की लागत से अत्याधुनिक टूरिस्ट फैसिलिटी कार पार्किंग के निर्माण का निर्णय लिया है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए 07 करोड़ रुपए की पहली किश्त जारी कर दी गई है। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि इस पार्किंग सुविधा का उद्देश्य मथुरा-वृंदावन में बढ़ती यातायात समस्या को दूर करना और पर्यटकों को विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराना है।

श्री सिंह ने बताया कि यह आधुनिक पार्किंग सुविधा वृंदावन के राजपुर बांगर क्षेत्र में विकसित की जाएगी। ग्राउंड फ्लोर पर बसों की पार्किंग की विशेष व्यवस्था होगी, जबकि पहले से चौथे तल तक कारों के लिए पर्याप्त पार्किंग स्पेस उपलब्ध रहेगा। इस परियोजना के पूरा होने से श्रद्धालुओं को वाहन पार्किंग में होने वाली परेशानी से मुक्ति मिलेगी और वृंदावन की सड़कों पर यातायात भी सुगम होगा।

पर्यटन मंत्री ने बताया कि ब्रज तीर्थ विकास परिषद इस योजना को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने व श्रद्धालुओं को सुविधाजनक यात्रा का अनुभव प्रदान करने के लिए प्रयासरत है। इस परियोजना के पूरा होने के बाद देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, जिससे वृंदावन का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व और अधिक बढ़ेगा।

उन्होंने बताया कि सरकार के निरंतर प्रयासों के तहत वृंदावन सहित ब्रज क्षेत्र में विभिन्न परियोजनाओं को तेजी से क्रियान्वित किया जा रहा है। पर्यटन विभाग मथुरा आने वाले आगंतुकों को उन्नत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए संकल्पबद्ध है जिससे न केवल उनकी यात्रा सुविधाजनक होगी, बल्कि वृंदावन का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी और अधिक बढ़ेगा।

यूपी सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक्स और मैन्युफैक्चरिंग में दिया 408 करोड़ का प्रोत्साहन

रोज़गार और निवेश को मिलेगा नया आयामः सुनील शर्मा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 408 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन सहायता (इंसेंटिव) प्रदान की है। इस योजना के तहत कई प्रतिष्ठित कंपनियों को प्रोत्साहित किया गया है, जिससे राज्य में औद्योगिक निवेश को गति मिलेगी, रोज़गार के नए अवसर सृजित होंगे और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।

प्रदेश के आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री, सुनील कुमार शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि सरकार द्वारा लागू की गई इलेक्ट्रॉनिक्स एवं मैन्युफैक्चरिंग नीति के तहत पूंजीगत अनुदान एवं अन्य वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। कंपनियां अपने कुल निवेश के आधार पर नोडल एजेंसी के माध्यम से इस प्रोत्साहन योजना का लाभ प्राप्त कर सकती हैं। सरकार का लक्ष्य उत्तर प्रदेश को इलेक्ट्रॉनिक्स एवं मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र का एक प्रमुख केंद्र बनाना है, जिससे प्रदेश की औद्योगिक संरचना को मजबूती मिले और स्थानीय युवाओं को रोज़गार के अधिक अवसर उपलब्ध हो सकें।

सरकार द्वारा दी गई इस प्रोत्साहन सहायता के माध्यम से प्रदेश में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से हज़ारों नए रोज़गार के अवसर उत्पन्न होंगे। इस योजना के तहत उन्नत तकनीकी पार्क, उत्पादन इकाइयों और अनुसंधान केंद्रों की स्थापना को प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे प्रदेश में औद्योगिक प्रगति को नया आयाम मिलेगा। साथ ही, यह नीति अनुसंधान और विकास (आर एंड डी) को भी बढ़ावा देगी, जिससे अत्याधुनिक तकनीकों का विकास संभव होगा और उत्तर प्रदेश वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अग्रणी भूमिका निभाएगा। इस योजना के अंतर्गत ओप्पो मोबाइल्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, हायर अप्लायंसेस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, सैमसंग डिस्प्ले नोएडा प्राइवेट लिमिटेड सहित अन्य प्रतिष्ठित कंपनियों को प्रोत्साहन सहायता प्रदान की गई है। इसके अलावा, कई अन्य कंपनियां भी इस नीति के तहत लाभान्वित हुई हैं, जिससे प्रदेश में स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला और लघु एवं मध्यम उद्यमों (एसएमई) को भी पर्याप्त लाभ मिलेगा। इस पहल से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी और सरकार को राजस्व में वृद्धि की संभावना रहेगी, जिससे अन्य विकासात्मक परियोजनाओं के लिए अधिक संसाधन उपलब्ध होंगे।

उत्तर प्रदेश सरकार की यह पहल " मेक इन इंडिया" आत्म निर्भर भारत" अभियानों को भी सुदृढ़ बनाएगी। इससे स्वदेशी उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और भारत को इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण के वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने में सहायता मिलेगी। सरकार की इस रणनीतिक पहल से उत्तर प्रदेश में तकनीकी नवाचार, उत्पादन क्षमता एवं औद्योगिक विकास को नई दिशा मिलेगी, जिससे राज्य एक अग्रणी औद्योगिक एवं आर्थिक केंद्र के रूप में उभरेगा। इस अवसर पर प्रदेश के आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री, सुनील कुमार शर्मा ने कहा, उत्तर प्रदेश सरकार औद्योगिक निवेश को प्रोत्साहित करने एवं विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे के विकास के प्रति पूर्णतः संकल्पित है। यह पहल न केवल प्रदेश की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाएगी, बल्कि उत्तर प्रदेश को वैश्विक निवेशकों के लिए एक प्रमुख निवेश गंतव्य के रूप में स्थापित करने में सहायक सिद्ध होगी।

उत्तर प्रदेश सरकार की यह महत्वपूर्ण पहल प्रदेश में औद्योगिक विकास को गति देने के साथ-साथ रोज़गार सृजन, नवाचार और अनुसंधान को भी मजबूती प्रदान करेगी, जिससे राज्य आर्थिक रूप से आत्मनिर्भरता की ओर तेज़ी से अग्रसर होगा।