*एलडीए ने फसल बर्बाद कर किया जमीन पर कब्जा, किसानों में आक्रोश, जबरन कब्जे को लेकर किसानों ने जताया विरोध, प्रशासन से कार्रवाई की मांग*

लखनऊ। किसानों की जमीन अभी तक बड़े-बड़े बिल्डर्स और भू माफिया ही कब्जा रहे थे लेकिन अब तो लखनऊ विकास प्राधिकरण भी अपनी दृष्टि गड़ा चुका है। तभी तो राजधानी लखनऊ में किसानों की पुश्तैनी भूमि पर अवैध कब्जे का मामला सामने आया है। एलडीए पर आरोप है कि उन्होंने सरोजनी नगर तहसील के ग्राम सरसवां में कृषि भूमि पर जबरन कब्जा कर लिया। किसानों का कहना है कि यह कार्रवाई न केवल अवैध है बल्कि न्यायालय के स्थगनादेश का भी उल्लंघन है। इस मामले को संज्ञान में लेते हुए मुख्य सचिव ने पूरे प्रकरण पर डीएम से आख्या मांगी है।

किसानों की पुश्तैनी जमीन पर कब्जे का आरोप

ग्राम सभा सरसवां, तहसील सरोजनी नगर के किसान राम खेलावन, रुचि, रामू , अभिलाष, अवधेश कुमार, राजकुमार, सतीश और कमल आदि ने बताया कि गाटा संख्या 656 रकबा 151 बीघा भूमि पर एलडीए द्वारा अवैध रूप से कब्जा किया गया है वह जमीन हम लोगों की पुस्तैनी जमीन है जिस पर दशकों से हम लोग खेती करते चले आ रहे हैं। यहां पर बोरिंग और अन्य कृषि संसाधन भी मौजूद हैं। लेकिन 23 और 24 मार्च 2025 की रात में एलडीए के अधिकारी और उनके ठेकेदार ने जेसीबी मशीनों के साथ आकर खेतों को समतल कर दिया।

स्थगनादेश का उल्लंघन

किसानों का कहना है कि भूमि पर जारी विवाद को लेकर चकबंदी न्यायालय में वाद संख्या 64/2024 लंबित है। इस वाद में न्यायालय द्वारा 16 जनवरी 2025 को स्थगनादेश जारी किया गया था। जिसकी प्रति रजिस्टर्ड डाक के माध्यम से उपाध्यक्ष, लखनऊ विकास प्राधिकरण को भी भेजी गई थी। स्थगनादेश के बावजूद एलडीए ने मनमानी करते हुए उनके खेतों पर कब्जा कर लिया। जबकि मौके पर भी स्थगनादेश की प्रतियां दिखाई गई , लेकिन किसानों की एक भी नहीं सुनी गई। खेतों में खड़ी फसल को बर्बाद कर दिया गया और जगह-जगह सीसी पोल गाड़ दिए गए, जिन पर "एलडीए" अंकित है। किसानों का कहना है कि

विरोध करने पर प्राधिकरण के कर्मचारी और ठेकेदार व उनके लोग फर्जी मुकदमे में फंसा कर जेल भेजने की धमकी दे रहे हैं।

फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कब्जे का प्रयास

किसानों का आरोप है कि एलडीए इस भूमि को ग्राम मलेशेमऊ, तहसील सदर की अर्जित भूमि के रूप में दिखा रहा है। जबकि असल में यह भूमि ग्राम सरसवां, तहसील सरोजनी नगर की है। ग्राम मलेशेमऊ से संबंधित भूमि का धारा 52 के तहत प्रकाशन कई वर्षों पूर्व हो चुका है। इसके बावजूद एलडीए इसे अपनी भूमि बताकर किसानों की जमीन पर कब्जा कर रहा है। किसानों का आरोप है कि यह सब निजी स्वार्थ और भ्रष्टाचार का नतीजा है।

मुख्य सचिव ने मामले का लिया संज्ञान, डीएम से मांगी आख्या

किसानों ने मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन, पुलिस महानिदेशक, प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन विभाग, मंडलायुक्त लखनऊ मंडल, जिलाधिकारी लखनऊ, उपजिलाधिकारी सदर एवं सरोजनी नगर तथा पुलिस कमिश्नर लखनऊ को इस मामले की जानकारी दी है। किसानों ने मांग की है कि लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों, ठेकेदार और उनके गुर्गों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए और किसानों को न्याय मिले। किसानों के शिकायत पर संज्ञान लेते हुए मुख्य सचिव की तरफ उनके विशेष सचिव ने डीएम लखनऊ से पूरे प्रकरण पर आख्या मांगी है।

क्या कहते हैं एलडीए के भू अर्जन अधिकारी

एलडीए के भू अर्जन अधिकारी शशि भूषण पाठक का कहना है कि भूमि अधिग्रहण के लिए नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। किसानों की तरफ से किसी भी प्रकार की कोई सूचना नहीं दी गई है।

भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय ने आयोजित की दो दिवसीय साइकिल यात्रा

लखनऊ। भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय ने आज से अपनी दो दिवसीय साइकिल यात्रा का शुभारंभ किया, जिसका उद्देश्य भारतीय संस्कृति, इतिहास और सामाजिक जिम्मेदारियों के प्रति युवाओं में जागरूकता फैलाना है। इस यात्रा का उद्घाटन विश्वविद्यालय की कुलपति श्रीमती माण्डवी सिंह ने हरी झंडी दिखाकर किया।

यात्रा के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक और शैक्षिक गतिविधियाँ आयोजित की गईं, जो छात्रों के लिए ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक रही। यात्रा का पहला पड़ाव था नारी शिक्षा निकेतन, जहां छात्रों ने महिला दिवस के अवसर पर आयोजित भाषण प्रतियोगिता के विजेताओं के विचारों को सुना। इसके बाद यात्रा ऐतिहासिक क्लॉक टावर तक पहुंची, जहां छात्रों ने इस स्थल के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को जाना।

साइकिल यात्रा का अगला चरण कठिंगरा गांव में था, जहां विद्यार्थियों ने महिला केंद्र और आंगनबाड़ी में देशभक्ति गीतों और भजनों का आयोजन किया। साथ ही, प्रेरणादायक भाषणों के माध्यम से उन्होंने सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्यों पर चर्चा की।

उत्तर प्रदेश के संस्कृति और पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इस यात्रा के माध्यम से विद्यार्थियों को न केवल शारीरिक स्वास्थ्य लाभ मिल रहा है, बल्कि वे भारतीय संस्कृति और ऐतिहासिक धरोहरों के बारे में भी गहरी जानकारी प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का वास होता है और यह सबसे बड़ा धन है। भविष्य में ऐसे आयोजनों को बढ़ावा देना चाहिए।

नियंत्रण कक्ष में बैठकर खुद डीजीपी ने की अलविदा नमाज की मॉनीटरिंग

लखनऊ । अलविदा की नमाज को लेकर डीजीपी प्रशांत कुमार सुबह से ही सक्रिय दिखाई दिये। साथ ही प्रदेश भर के जिलों में अलविदा की नमाज को लेकर पुलिस कितनी अलर्ट है इसकी जानकारी लेते हुए। जब अलविदा की नमाज का समय हो गया। उससे पहले डीजीपी नियंत्रण कक्ष जा पहुंचे और वहीं से मॉनीटरिंग करते दिखाई दिये। हालांकि पूरे प्रदेश में अलविदा की नमाज सकुशल सम्पन्न हो गई।

डीजीपी के साथ ये अधिकारी भी रहे मौजूद

पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार द्वारा शुक्रवार को माह रमजान के अन्तिम शुक्रवार को होने वाली अलविदा की नमाज के दृष्टिगत पुलिस मुख्यालय स्थित नियंत्रण कक्ष से प्रतिपल मॉनीटरिंग करते हुये कुशलता की जानकारी ली गयी। प्रदेश में अलविदा की नमाज कुशलतापूर्वक सम्पन्न हुई।इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक, कानून-व्यवस्था, पुलिस महानिरीक्षक कानून-व्यवस्था सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहें।

यूपी में अलविदा की नमाज शांतिपूर्ण संपन्न

माह-ए-रमज़ान का आखिरी जुमा यानी अलविदा की नमाज उत्तर प्रदेश में शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गई है। नमाज शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होने के बाद पुलिस-प्रशासन अब ईद की तैयारियाें में जुट गई है।पुलिस की चौकसी के बीच आज प्रदेशभर में अलविदा की नमाज को शांतिपूर्ण तरीके से कराने काे लेकर जिला व पुलिस प्रशासन मुस्तैद रहा। जिला संभल की शाही जामा मस्जिद में अलविदा जुमा की नमाज संपन्न कराने के लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई थी और साैहार्द पूर्ण नमाज संपन्न हुई।

नमाज के मद्देनज़र संभल को 11 जोन तथा 28 सेक्टर में बांटा गया था

नमाज के मद्देनज़र संभल को 11 जोन तथा 28 सेक्टर में बांटा गया था। 29 सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात के साथ भारी फोर्स तैनात की गई थी।जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने कहा कि सभी लोगों ने सहयोग और सौहार्द बनाये रखा, इसके लिए सभी का धन्यवाद और शुभकामनायें। ईद को लेकर भी ऐसे ही सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखेंगे और सभी का पूरा सहयोग मिलेगा। संभल के अलावा लखनऊ, मुजफ्फरनगर, रामपुर समेत सभी जिलों में शांतिपूर्ण तरीके से रमजान के अलविदा की नमाज अता कराई गई।

राज्य महिला आयोग की मासिक समीक्षा बैठक में आगामी कार्यक्रमों पर विचार-विमर्श

लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की मासिक बैठक आयोग की अध्यक्ष, डॉ. बबीता सिंह चौहान की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक का शुभारंभ दीप प्रज्जवलित करके किया गया, जिसमें आयोग की उपाध्यक्ष श्रीमती अपर्णा यादव भी उपस्थित रहीं।

बैठक में डॉ. बबीता सिंह चौहान ने आयोग के पदाधिकारियों द्वारा पिछले माह प्रदेश के विभिन्न जनपदों में की गई महिला जनसुनवाई, वन स्टॉप सेंटर, महिला चिकित्सालय, महिला बंदीगृह, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय आदि के निरीक्षणों की समीक्षा की। उन्होंने इन निरीक्षणों के आधार पर संबंधित विभागों को आवश्यक पत्र भेजने के निर्देश दिए। इस दौरान आगामी माह में आयोजित किए जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों पर भी चर्चा की गई, जिससे महिला आयोग की गतिविधियों को और अधिक प्रभावी बनाने के उपायों पर विचार किया गया।

बैठक के अंत में, सदस्यों सचिव श्रीमती सुधा वर्मा ने बैठक में उपस्थित सभी पदाधिकारियों का धन्यवाद ज्ञापित किया और बैठक का समापन किया। बैठक में राज्य महिला आयोग के सभी सदस्यगण और उच्चाधिकारी उपस्थित थे, जिनमें श्रीमती हिमानी अग्रवाल, श्रीमती सुनीता श्रीवास्तव, श्रीमती अंजू प्रजापति, श्रीमती पूनम द्विवेदी, श्रीमती अनीता गुप्ता, और अन्य गणमान्य अधिकारी शामिल थे।

बीमार बच्चों को देखने लोकबंधु अस्पताल पहुंची सीएम योगी, बच्चों से किया बातचीत

लखनऊ । राजधानी के पारा क्षेत्र स्थित पुनर्वास केंद्र में विषाक्त भोजन करने से बीमार बच्चों को लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिसमें चार बच्चों की मौत भी हो चुकी है। शुक्रवार को बीमार बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी करने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी लोकबंधु अस्पताल पहुंचे। सीएम ने बेड पर लेटे हुए बीमार बच्चों से बातचीत की और चिकित्सकों से ट्रीटमेंट की जानकारी लिया।

बच्चों को शीघ्र स्वस्थ्य करने के सीएम ने निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चिकित्सकीय टीम से अस्पताल में भर्ती बीमार बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी की और हर सम्भव उपचार देकर बच्चों को शीघ्र स्वस्थ्य करने के निर्देश दिये। चिकित्सकीय टीम ने वर्तमान समय में चल रही दवाओं और स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में बताया। वहीं मुख्यमंत्री ने पुनर्वास केन्द्र में भोजन की खराबी की जांच में तेजी लाने और निर्णय के आधार पर सख्त एक्शन कराने को निर्देशित किया।

मौके पर चिकित्सकों की टीम रही मौजूद

सीएम ने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों और डॉक्टर्स को समुचित इलाज करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों के इलाज में किसी प्रकार की लापरवाही न की जाए और उन्हें पूर्व रूप से स्वस्थ होने के बाद ही डिस्चार्ज किया जाए। इसके अलावा उन्होंने बच्चों के खाने-पीने की प्रॉपर व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। अस्पताल के एमएस डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि फूड प्वाइजनिंग से प्रभावित 16 बच्चों को गुरुवार को वार्ड नंबर 30 के अंतर्गत जनरल पुरुष वार्ड में भर्ती कराया गया था।

सभी बच्चों की रेगुलर मॉनिटरिंग की जा रही

वर्तमान में सभी बच्चों की हालत सामान्य है। सभी बच्चों की रेगुलर मॉनिटरिंग की जा रही है। इस दौरान प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव लीना जौहरी, लखनऊ मंडलायुक्त डॉ. रौशन जैकब, जिलाधिकारी विशाख जी, अस्पताल के एमएस डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी, डॉ. सरोज और डॉ. राजीव दीक्षित आदि मौजूद रहे।

घर में घुसकर महिला को मारी चाकू और लूट लिया जेवरात, गिरफ्तार

लखनऊ । राजधानी के ठाकुरगंज थानाक्षेत्र में एक महिला को चाकू मारकर घायल करने के बाद जेवरात लेकर फरार हो गया। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम अंकित प्रजापति उर्फ सोनू है। वारदात के बाद से लगातार पुलिस इसकी तलाश में जुटी हुई थी, गुरुवार को जाकर सफलता हाथ लगी। घटना का खुलासा होने पर पुलिस ने राहत की सांस ली।

26 मार्च को लूट की घटना को दिया था अंजाम

बता दें कि 26 मार्च को पुलिस को सूचना मिली कि एक महिला, जिसका नाम शिवानी गौतम है, को चाकू मारकर घायल कर दिया गया है सूचना संज्ञानित लेते हुए तत्काल मौके पर ठाकुरगंज पुलिस पहुंची तो देखा कि, महिला शिवानी गौतम पत्नी नरेश गौतम निवासी- होरीलाल मंदिर के पास, शुभम मार्केट, फरीदीपुर अपने घर के अंदर घायल अवस्था में पडी हुई है तत्काल पुलिस द्वारा घायल महिला को उपचार हेतु ऐरा मेडिकल कालेज में दाखिल कराया गया। पूछताछ करने पर महिला नें बताया कि पडोस का रहने वाला सोनू उर्फ अंकित प्रजापति ने मेरे ऊपर चाकू से हमला करके मुझको लहूलुहान कर घर में रखा जेवरात लेकर भाग गया।

कटी हथेली से हुई अभियुक्त की पहचान

घटना के अनावरण व गिरफ्तारी के लिये एसीपी चौक राजकुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम नें अभियुक्त अंकित प्रजापति उर्फ सोनू जो भागने की फिराक में था हिरासत पुलिस मे लिया गया तथा उसकी निशादेही पर लूटे गये सोने चाँदी के दो झोले में आभूषण के अतिरिक्त रक्त रंजित शर्ट व घटना में प्रयुक्त चाकू की भी बरामदगी की गयी है, जो अभियुक्त ने अपने घर में छिपाकर रखा था महिला व अभियुक्त के मध्य घटना के समय गुत्थम-गुथी होने के कारण अभियुक्त सोनू उर्फ अंकित प्रजापति का बायें हाथ की हथेली कट गयी थी जो अभियुक्त की पहचान व गिरफ्तारी में सहायक बनी। गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया है।

ससुरालियों की प्रताड़ना से तंग आकर नवविवाहिता फांसी पर झूली

लखनऊ । राजधानी के थाना विभूतिखंड में एक नव विवाहिता ससुरालियों की प्रताड़ना से परेशान होकर अपनी जीवन लीला को ही समाप्त कर लिया। मायके से ससुराल पहुंची विवाहित ने एक कमरे में जाकर फांसी लगाकर जान दे दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है। साथ ही मृतका के पिता की तहरीर पर ससुरालियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

शादी के बाद से दहेज के लिए नवविवाहिता को किया जा रहा था परेशान

बता दें कि बाराबंकी के देवा निवासी राजेश ने बताया कि बेटी नीतू की शादी नवंबर 2024 को थाना विभूतिखंड के ग्राम तखवा निवासी अखिलेश कुमार से की थी। शादी के दौरान अपनी हैशियत के हिसाब से दान दहेज भी दिया था। बेटी जब सुसराल गई तो कुछ ही दिन में उसे दहेज को लेकर परेशान किया जाना लगा। दो दिन पहले उनकी बेटी को ससुरालियों ने पीटा था और मायके छोड़कर चले गए थे। इसके बाद से उनकी बेटी काफी परेशान हो गई। काफी समझाया तो फिर वह ससुराल जाने को राजी हो गई।

सुबह मायके से ससुराल आई और रात्रि में लगा ली फांसी

बुधवार को हंसी खुशी बेटी को सुसराल छोड़कर आया और उसी शाम फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला काे समाप्त कर लिया। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि 26 मार्च की रात्रि को डायल 112 से सूचना प्राप्त हुई कि एक महिला नीतू उम्र 25 वर्ष पत्नी अखिलेश निवासी ग्राम तख़वा थाना विभूतिखंड ने अपनी ससुराल तखवा में कमरे के अंदर दुपट्टे का फंदा बनाकर पंखे से फाँसी लगा लिया है। महिला के पति अखिलेश द्वारा नीतू उपरोक्त को इलाज हेतु लोहिया अस्पताल लाया गया जहाँ पर डॉक्टर ने नीतू उपरोक्त को मृत घोषित कर दिया । मृतका के पिता की तहरीर पर ससुरालियाें के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।

अलविदा जुमा की नमाज पर पुलिस का रहेगा पहरा, एक हजार अधिकारियों की लगाई गई ड्यूटी

लखनऊ । रमजान माह के अलविदा जुमा नमाज के अवसर पर पुलिस कमिश्नरेट में नमाज को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए व सुगम यातायात व्यवस्था एवं शान्ति व्यवस्था बनाये रखने के लिए समुचित पुलिस बल का व्यवस्थापन किया गया है। 28 मार्च को (शुक्रवार) को माह रमजान का आखिरी जुमा (अलविदा) के अवसर पर शिया एवं सुन्नी समुदाय के लोगों द्वारा भारी संख्या में मस्जिदों में एकत्र होकर नमाज अदा की जायेगी।

नौ कंपनी पीएसी बल की गई है तैनाती

जिसमें मुख्य रूप से शिया समुदाय द्वारा 12 बजे से 13 बजे तक आसिफी मस्जिद (बड़ा इमामबाड़ा) एवं सुन्नी समुदाय द्वारा 13बजे से 14 बजे तक टीले वाली मस्जिद चौक पर नमाज अदा की जायेगी। जिसको सकुशल सम्पन्न कराने के लिए 1000 अराजपत्रित अधिकारी व 12 राजपत्रित अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गयी है जिसका पर्यवेक्षण उच्चाधिकारियों द्वारा किया जायेगा। इसके अतिरिक्त 9 कम्पनी पीएसी बल की भी तैनाती की जा रही है।

ड्रोन से होगी चौराहों की निगरानी

जुमे की नमाज के दृष्टिगत क्षेत्रों में पीस कमेटी की मीटिंग कर तथा धार्मिक धर्मगुरूओं के साथ बैठक कर आपसी सामंजस्य स्थापित किया गया है ताकि नमाज को सौहार्दपूर्वक सकुशल सम्पन्न कराया जा सके। नमाज के दौरान जनता के आने-जाने वाले मुख्य मार्गों एवं महत्वपूर्ण स्थानों(टीले वाली मस्जिद, चौक बड़ा इमामबाड़ा आसिफी मस्जिद चौक, ऐशबाग ईदगाह) व चौराहों की निगरानी आधुनिक तकनीकी (ड्रोन एवं सीसीटीवी कैमरों) की मदद से की जा रही है जिसमें ड्रोन की मदद से नमाज के दौरान जनता के आवागमन के मार्गों पर लगातार निगरानी रखी जायेगी।

अफवाहों का तत्काल किया जाएगा खण्डन

सार्वजनिक , भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर बालिकाओं,महिलाओं के साथ छेड़खानी की सम्भावित घटनाओं की रोकथाम के दृष्टिगत सादे वस्त्रों में महिला पुलिस कर्मियों तथा एण्टी रोमियो स्क्वायड,पिंक पेट्रोल,112 की डियूटी लागायी जायेगी जो लगातार क्षेत्र में भ्रमणशील रहकर सतर्क दृष्टि बनाये रखेगे। सोशल मीडिया की राउण्ड द क्लॉक मॉनिटरिंग की जायेगी। सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों जैसे-फेसबुक, इस्टाग्राम, ट्विटर एवं वाट्सएप आदि पर सतर्क दृष्टि रखते हुए भ्रामक व आपत्तिजनक पोस्ट के संज्ञान में आते ही उसे ब्लॉक कराते हुए सम्बन्धित के विरूद्ध विधिक कार्रवाई कराते हुए तत्काल अफवाहों का खण्डन किया जायेगा।

शाहजहांपुर में चार बच्चो की हत्या करने के बाद पिता ने की खुदकुशी

लखनऊ । यूपी के शाहजहांपुर जनपद से सुबह-सुबह दिल को दहला देने वाली घटना सामने आयी है। यहां के रोजा थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने अपने चार बच्चो की हत्या करने के बाद खुद की जीवन लीला भी समाप्त कर ली। इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। वहीं पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी व अन्य अधिकारियों ने घटना स्थल का मौका मुआयना किया। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और जांच कर रही है।

पहले तीन बेटियों व पांच साल के पुत्र का रेता गला

रोजा प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि मानपुर चचरी निवासी राजीव(36) ने बीती रात किसी समय अपनी पुत्री स्मृति (12), कीर्ति (9), प्रगति (7) तथा पुत्र ऋषभ (5) की गला रेत कर हत्या कर दी और खुद भी घर के अंदर फांसी लगाकर कर खुदकुशी कर ली। घटना की जानकारी सबसे पहले राजीव के पिता पृथ्वीराज को उस वक्त हुई।जब वो सुबह जब घर पहुंचे तो दरवाजे अंदर से बंद थे। छत के रास्ते किसी तरह अंदर गए तो वहां राजीव फंदे से लटका हुआ था और चारो बच्चो के शव चारपाई पर खून से लथपथ पड़े थे। राजीव की पत्नी अपने मायके गई हुई थी।घटना की सूचना पुलिस को दी गई।

हादसे के दौरान सिर में चोट लगने के बाद मानिसक रूप से रहता था परेशान

सूचना पर पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी व अन्य अधिकारियों ने भी घटना स्थल का मौका मुआयना किया और परिजनों से घटना की जानकारी ली।उन्होंने बताया कि राजीव का एक साल पहले एक्सीडेंट हो गया था सर में चोट लगने के कारण उसकी मानसिक स्थिति कुछ गड़बड़ थी और वह बहुत जल्द उग्र हो जाता था। पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया कि एक युवक ने मानसिक परेशानी और पारिवारिक विवाद के चलते अपने चार बच्चों की हत्या कर खुदकुशी कर ली है।शवो को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।पुलिस गहनता से जांच कर रही है।

मानसिक रूप से परेशान था युवक

वहीं एक पिता ऐसा कर सकता है यह लोगों व परिवार वालों ने सोचा नहीं था। मानसिक रूप से परेशान होन के कारण उल्टी सीधी हरकत करता रहता था लेकिन उसका मानसिक तनाव उसके ऊपर इस कदर हाबी हो जाएगी की अपने ही बच्चों की जान ले लेगा, यह कभी सोंचा भी न था। मासूम बच्चों का गला रेतते समय उसे तनिक भी दया नहीं आयी। कमरे में मिले खून और शवों की हालत देखकर आसानी से लगाया जा सकता है कि बच्चों पर जान छिड़कने वाला पिता कैसे निर्दयी हो गया।

पुलिस कमिश्नेट के पांच साल पूरे, अपराधिक घटनाओं में आई कमी

लखनऊ । राजधानी के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में उत्तर प्रदेश सरकार के 8 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में एक महत्वपूर्ण संवाद गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल, मलिहाबाद की विधायिका जय देवी, महिला एवं बाल विकास विभाग की प्रमुख सचिव लीना जोहरी, एडीजी डब्ल्यूसीएसओ पूजा चौहान सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे।

साइबर ठगी के लगभग 79 करोड़ रुपये की धनराशि वापस दिलाई

गोष्ठी में लखनऊ में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में उठाए गए कदमों पर प्रकाश डाला गया, जिसमें 2020 में लखनऊ में पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली की स्थापना प्रमुख है। पिछले पांच वर्षों में लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने जनसुनवाई, अपराध नियंत्रण, ट्रैफिक प्रबंधन और महिला सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य किया है।अपराधिक आंकड़ों पर नजर डाले तो वर्ष 2016 की तुलना में 2024 तक डकैती में 90प्रतिशत , लूट में 82 प्रतिशत, हत्या में 20 प्रतिशत और महिला अपराधों में लगभग 40 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। साइबर अपराधों की बढ़ती चुनौती से निपटने के लिए साइबर पुलिस थाने और साइबर सेल स्थापित किए गए हैं, जिसके माध्यम से पीड़ितों को लगभग 79 करोड़ रुपये की धनराशि वापस दिलाई गई है।

10 नए पुलिस थानों का निर्माण किया गया

जनसुनवाई प्रणाली के माध्यम से नागरिकों की समस्याओं का प्रभावी समाधान किया जा रहा है, और मिशन शक्ति, महिला बीट और सड़क सुरक्षा जैसे जागरूकता अभियान लगातार चलाए जा रहे हैं।पुलिस व्यवस्था को मजबूत करने के लिए 10 नए पुलिस थानों का निर्माण किया गया है और थानों की सेवाओं में सुधार की प्रक्रिया जारी है। ITMS और ऑपरेशन त्रिनेत्र के माध्यम से ट्रैफिक प्रबंधन और निगरानी व्यवस्था को सुधारा गया है, जिससे अपराध नियंत्रण में मदद मिली है। पुलिस कर्मियों की क्षमता वृद्धि के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम भी नियमित रूप से आयोजित किए जा रहे हैं।

लखनऊ पुलिस सुरक्षित वातावरण बनाने को प्रतिवद्ध

लखनऊ पुलिस समाज के साथ मिलकर जागरूकता अभियानों के माध्यम से अपराधों को रोकने में सक्रिय भूमिका निभा रही है। नागरिकों से भी जिम्मेदारीपूर्ण व्यवहार करने का आह्वान किया गया है ताकि एक सुरक्षित समाज का निर्माण हो सके।उत्तर प्रदेश सरकार की विकासोन्मुख नीतियों के अनुरूप, लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट अपराधों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ एक सुरक्षित वातावरण बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

महिला सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों का मंचन हुआ

इसके अतिरिक्त गोष्ठी में नुक्कड़ नाटक के कलाकारों द्वारा अपराध नियंत्रण, ट्रैफिक प्रबंधन और महिला सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों का मंचन हुआ एवं स्टॉल लगाकर पुलिस के आधुनिक हथियारों व उपकरणों की प्रदर्शनी लगायी गयी ।इस अवसर पर पुलिस आयुक्त लखनऊ अमरेन्द्र सेंगर व संयुक्त पुलिस आयुक्त मुख्यालय व अपराध लखनऊ अमित वर्मा व संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था बब्लू कुमार सहित अन्य पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारीगण मौजूद रहे।