*प्रधानाचार्य हत्याकांड का मुख्य शूटर जुनैद महाराष्ट्र से गिरफ्तार*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही । श्री इंद्ररब्रहादुर सिंह नेशनल इंटर काॅलेज के प्रधानाचार्य योगेंद्र बहादुर सिंह हत्याकांड के आरोपी और 50-50 हजार के इनामी बदमाश जुनैद अहमद को गिरफ्तार कर लिया गया। रामदेव पट्टी, रानीगंज, प्रतापगढ़ का रहने वाला है। प्रयागराज एसटीएफ ने महाराष्ट्र के ठाणे ग्रामीण जिले के शाहपुर थानाक्षेत्र के आसनगांव रेलवे स्टेशन ईस्ट के बाहर शुभ मंगल कार्यालय के सामने से उसे गिरफ्तार किया। वह प्रधानाचार्य हत्याकांड मामले में मुख्य शूटर था और पांच महीने से फरार चल रहा था। उसके खिलाफ प्रतापगढ़, बाराबंकी व भदोही में लूट, हत्या, हत्या के प्रयास समेत 10 मुकदमे दर्ज हैं। उस पर प्रतापगढ़ और भदोही जिले में 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित है। 21 अक्तूबर 2024 की सुबह साढ़े आठ बजे भदोही के अमिलौरी गांव निवासी प्रधानाचार्य योगेंद्र बहादुर सिंह अपनी कार से काॅलेज के लिए निकले थे। घर से दो किमी दूर पहुंचे ही थे कि बाइक सवार दो युवकों ने उन्हें मोबाइल देने का इशारा करके रोका। उन्होंने कार रोकर जैसे ही गेट का शीशा नीचे किया, बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। प्रधानाचार्य को चार गोली लगी थी। पुलिस इस मामले में कई लोगों को पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है। 50 हजार का इनामी बदमाश जुनैद अहमद घटना के बाद ठाणे ग्रामीण क्षेत्र में छिपकर रह रहा था। उसने प्रतापगढ़ में 2022 में अपने साथियों के साथ मिलकर रंगदारी मांगने, लूट आदि की घटनाएं की थीं। इसमें वह जेल भी भेजा गया था। जमानत पर छूटने के बाद वह गुजरात चला गया और ट्रक चालक के साथ रहने लगा। मुकदमों में पेशी के चलते वह प्रतापगढ़ न्यायालय में आता था। 19 अक्तूबर 2024 को प्रतापगढ़ आया और अपने साथी आमिर के यहां रुका था। साथी कलीम के माध्यम से शिवकुटी प्रयागराज निवासी सौरभ सिंह से उसकी मुलाकात हुई थी। साैरभ ने अपने पिता योगेंद्र की हत्या का बदला लेने के लिए उसे 10 लाख रुपये की सुपारी दी। एक लाख रुपये एडवांस भी दिए थे। इसके बाद वह 21 उसकी को अपने साथी फरमूद के साथ बाइक से भदोही आया, यहां अपने साथियों के साथ प्रधानाचार्य की गोली मारकर हत्या कर फरार हो गया। इसके बाद महाराष्ट्र में छिपकर रहने लगा


जुनैद प्रधानाचार्य हत्याकांड का आरोपी है और फरार चल रहा था। प्रयागराज एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार किया है। उससे पूछताछ के लिए ट्रांजिट रिमांड पर लिया जाएगा। - अभिमन्यु मांगलिक, पुलिस अधीक्षक।
*दो करोड़ रुपये से परिक्रमा पथ, विश्रामालय बनाए जाएंगे*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। वंदन योजना के तहत नगर के दो प्राचीन मंदिरों के दिन बहुरेंगे। दोनों मंदिरों पर करीब दो करोड़ रुपये से परिक्रमा पथ, विश्रामालय बनाए जाएंगे। लाइटिंग का काम भी होगा। नगर विकास विभाग की ओर से ये कार्य कराए जाएंगे। इसके लिए प्रथम किस्त के रूप में 50 लाख रुपये जारी कर दिए गए हैं। जल्द ही काम शुरू होगा। नगर के धार्मिक और पौराणिक स्थलों के विकास के लिए वंदन योजना का संचालन किया जा रहा है। इसके तहत सुरियावां नगर पंचायत के वार्ड नंबर चार शास्त्री नगर स्थित प्राचीन शिव मंदिर और वार्ड नंबर एक स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर का चयन हुआ है। 15.73 लाख रुपये से शिव मंदिर तक पहुंचने के लिए सीसीरोड, 19.75 लाख रुपये से मंदिर के चारों तरफ परिक्रमा पथ, 10.16 लाख रुपये पर परिक्रमा पथ पर प्रकाश की व्यवस्था, 8.35 लाख रुपये से परिक्रमा पथ पर शेड का निर्माण होगा। करीब 5.3 लाख रुपये से विश्रामालय का निर्माण कराया जाएगा। इसी तरह 10.16 लाख रुपये से हनुमान मंदिर के परिक्रमा पथ पर प्रकाश की व्यवस्था, 8.35 लाख रुपये से परिक्रमा मार्ग पर शेड का निर्माण, 18.72 लाख रुपये से मंदिर तक पहुंचने के लिए सीसी रोड, 39.85 लाख रुपये से मंदिर के चारों तरफ सीसी रोड और 32.33 लाख रुपये से हनुमान मंदिर से साई मंदिर तक सीसी रोड बनाई जाएगी। 25.81 लाख से शनि मंदिर से बुद्ध गेट तक सीसी रोड और 5.03 लाख से हनुमान मंदिर पर सीसी रोड का निर्माण कराया जाएगा। शासन ने प्रथम किस्त के रूप में 50 लाख रुपये जारी कर दिए हैं। ईओ सुजीत कुमार ने बताया कि वंदन योजना के तहत नगर के दो मंदिरों का चयन हुआ है। 50 लाख रुपये जारी हो चुके हैं। जल्द ही निविदा की प्रक्रिया पूरी कराकर मंदिर के सौंदर्यीकरण कार्य का शुभारंभ कराया जाएगा।
*एक दिन चलने के बाद अल्ट्रासाउंड कक्ष पर लटका ताला* *17 मार्च को हुआ था शुभारंभ, सीएमओ बोले - सोशियोलॉजिस्ट के प्रयागराज से आने पर चालू होगा*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही । सिर्फ एक दिन संचालन के बाद सीएचसी गोपीगंज के अल्ट्रासाउंड कक्ष पर ताला लटक गया है। 17 मार्च को प्रभारी मंत्री अरविंद कुमार शर्मा के जनपद में आने पर इसका शुभारंभ हुआ था। प्रसूताओं का अल्ट्रासाउंड भी किया गया, लेकिन उस दिन के बाद से यह बंद है। अस्पताल में तैनात सोनियालॉजिस्ट का भी पता नहीं है। सीएमओ का कहना है कि सोनियोलॉजिस्ट की ड्यूटी महाकुंभ में लगाई गई थी। उनके आते ही अल्ट्रासाउंड शुरू कर दिया जाएगा। वर्तमान में भदोही के महाराजा बलवंत सिंह राजकीय अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की सुविधा है। जिले के छह सीएचसी में से सिर्फ गोपीगंज सीएचसी पर अल्ट्रासाउंड की सुविधा है। करीब दो से तीन महीने की जद्दोजहद के बाद 17 मार्च को प्रभारी मंत्री एके शर्मा के जिले के दौरे के दौरान गोपीगंज सीएचसी पर आनन-फानन अल्ट्रासाउंड की सुविधा का शुभारंभ किया गया। इस दौरान छह महिलाओं का अल्ट्रासाउंड भी हुआ। इसके बाद से अल्ट्रासाउंड कक्ष पर ताला लटक रहा है। अस्पताल के सोनियोलॉजिस्ट का भी पता नहीं चल रहा है। बंद पड़े अल्ट्रासाउंड मशीन के बारे में लोगों का कहना है कि क्या प्रभारी मंत्री के आने पर ही अल्ट्रासाउंड मशीन चलेगी। हर दिन पहुंचती हैं


20 से 25 गर्भवती महिलाएं वाराणसी-प्रयागराज हाईवे के किनारे गोपीगंज सीएचसी है। हाईवे का सीएचसी होने के कारण अन्य सीएचसी की अपेक्षा यहां ओपीडी अधिक होती है। रोजाना यहां करीब 300 की ओपीडी होती है। इसमें 20 से 25 गर्भवती महिलाएं हाेती हैं। अल्ट्रासाउंड के लिए गर्भवती महिलाओं को निजी सेंटरों का रुख करना पड़ता है। एक अल्ट्रासाउंड कराने में कम से कम 500 रुपये खर्च होते हैं, जबकि अस्पताल में निशुल्क व्यवस्था है।


जिला अस्पताल की अल्ट्रासाउंड मशीन एक साल से खराब जिला अस्पताल की अल्ट्रासाउंड मशीन एक साल से खराब है। मशीन के पार्ट न मिलने के कारण अब नई मशीन लगाई जाएगी। इसकी प्रक्रिया चल रही है। इसके लिए अस्पताल प्रशासन पत्राचार भी कर रहा है।



सीएचसी के सोनियोलॉजिस्ट, एडी प्रयागराज के अधीन प्रयागराज गए हैं। उनकी ड्यूटी महाकुंभ में लगाई गई थी। उनको प्रयागराज से कार्यमुक्त कराने लिए डीजी को पत्र लिखा गया है। आते ही अल्ट्रासाउंड शुरू कर दिया जाएगा। - डॉ. एसके चक, सीएमओ, भदोही।
*भदोही के दो मुक्केबाजों ने रचा इतिहास: प्रदेश स्तरीय बाॅक्सिंग चैंपियनशिप में शिवांश और देव ने जीता कांस्य पदक*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। बहराइच स्पोर्ट्स स्टेडियम में आयोजित प्रदेश स्तरीय बाॅक्सिंग चैंपियनशिप में भदोही के लिए गौरव का पल आया है। जिले के सेंट जेवियर्स स्कूल के दो छात्रों के कांस्य पदक जीतकर जिले का नाम रोशन किया है। शिवांश मिश्रा और देव मौर्य ने क्रमशः 85 किग्रा और 80 किग्रा वर्ग में तीसरा स्थान हासिल किया। यह पहला मौका है जब भदोही के किसी मुक्केबाज ने प्रदेश स्तर पर पदक जीता है। दोनों खिलाड़ी जिले के उपक्रीड़ा अधिकारी अभिज्ञान मालवीय से प्रशिक्षण लेते हैं। प्रतियोगिता में शिवांश मिश्रा ने पहले राउंड में आगरा के सभी प्रतिद्वंद्वियों को हराया। हालांकि अगले राउंड में आजमगढ़ के मुक्केबाज से उन्हें हार का सामना करना पड़ा। वहीं देव मौर्य का मुकाबला 3-2 के करीबी अंदर से समाप्त हुआ। इस उपलब्धि पर विद्यालय के प्रबंधक चंदन सिंह और प्रधानाचार्य संजय मिश्रा ने खुशी जताई। क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी मिर्जापुर मंडल भानु प्रताप ने भी दोनों खिलाड़ियों को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई दी। विद्यालय प्रशासन ने इसे स्कूल के लिए गौरव का क्षण बताया है।
*गोपीगंज में चोरों ने सराफा दुकान को बनाया निशाना: 17 किलो चांदी और डेढ़ सौ ग्राम सोना समेत 26 लाख का माल चोरी*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। गोपीगंज थाना क्षेत्र के लालनगर टोल प्लाजा के पास स्थित एक सराफा की दुकान में चोरी की बड़ी वारदात सामने आई है। खमरिया निवासी राहुल सोनी की दुकान का शटर तोड़कर चोर लाखों का माल ले उड़े। रविवार की देर रात की है। राहुल सोनी की दुकान टोल प्लाजा से ज्ञानपुर की ओर जाने वाली सड़क के मोड़ पर स्थित है। रविवार की देर शाम को दुकान बंद करने के बाद वह घर चले गए थे। रात में चोरों ने दुकान का शटर तोड़कर अंदर प्रवेश किया। चोरों ने पूरी दुकान की तलाशी ली और सोने - चांदी के जेवरात समेत कीमती सामान ले गए। सुबह आसपास के लोगों से चोरी की जानकारी मिलने पर दुकान मालिक ने पीआरबी और गोपीगंज पुलिस को सूचना दी। मौके पर पुलिस के साथ डाॅग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम भी पहुंची। पुलिस ने मौका मुआयना किया और आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है। राहुल सोनी की पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार,चोर दुकान से करीब 17 किलो चांदी और डेढ़ सौ ग्राम सोना ले गए हैं। चोरी किए गए माल की कीमत लगभग 26 लाख रुपए है‌। पुलिस सीसीटीवी फुटेज आधार पर चोरों की पहचान करने में जुटी है।
*घोसिया बनेगी नगर पालिका, 14 ग्राम पंचायतें होंगी शामिल*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। वाराणसी-प्रयागराज सिक्सलेन के किनारे स्थित घोसिया नगर पंचायत अब नगर पालिका बनेगी। इसके सीमा विस्तार का प्रस्ताव मुख्य सचिव को भेजा गया है। नगर पंचायत के आय में वृद्धि और आसपास के क्षेत्र के चौमुखी विकास के लिए कदम उठाया गया है। पालिका बनने से लोगों को कई जरूरी सुविधाएं भी बढ़ेगी ।जिले में दो नगर पालिका भदोही, गोपीगंज और पांच नगर पंचायत ज्ञानपुर, खमरिया, घोसिया, नई बाजार और सुरियावां शामिल है। हाइवे पर स्थित घोसियां नगर पंचायत में वैसे तो तमाम जरूरी सुविधाएं हैं, लेकिन जगह की कमी से इसका बेहतर विकास नहीं हो पा रहा है। कई ग्राम पंचायतों के प्रधानों ने भी इसके लिए अपनी सहमति भी प्रदान कर दी है। एसडीएम औराई, तहसीलदार, अधिशासी अधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर डीएम विशाल सिंह ने मुख्य सचिव को घोसियां के सीमा विस्तार का प्रस्ताव भेज दिया है। इसमें 14 ग्राम पंचायतें शामिल की जाएंगी। प्रस्ताव में यह जिक्र किया गया है कि औराई तहसील, ब्लॉक, माधोसिंह स्टेशन समेत कई इंटर कॉलेज, परिषदीय विद्यालय, ट्रॉमा सेंटर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र होने से यह नगर पंचायत शहरीकरण की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में इसे पालिका बनाया जाना जरूरी है।


सीमा विस्तार में ये गांव होंगे शामिल घोसिया नगर पंचायत के सीमा विस्तार में औराई ब्लॉक के 14 ग्राम पंचायतों को शामिल किया गया है। इसमें जेठूपुर, भवानीपुर पूर्वी, औराई, सेऊर, जयरामपुर, नरथुआं, चकभवानी, चकभोरा, भैदपुर, द्वारिकापट्टी, दरिहगपट्टी, बसावनपट्टी, हमीदपट्टी और माधोसिंह शामिल है। इन गांवों के शामिल होने से इसकी जनसंख्या 26 हजार बढ़ जाएगी।

शासन की निगाहों से उपेक्षित है भदोही शासन के निगाहों से भदोही जनपद उपेक्षित है। वाराणसी, प्रयागराज, नोएडा सहित कई नगरीय क्षेत्रों का सीमा विस्तार हुआ। कई नगर पंचायत को पालिका परिषद बना दिया गया लेकिन भदोही पर शासन की निगाह नहीं गई। घोसियां ही नहीं ज्ञानपुर, खमरिया और सुरियावां को पालिका परिषद आसानी ने बनाया जा सकता है लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधि की ओर से प्रयास नहीं किया।

अकेले ज्ञानपुर के लिए 17 साल में छह बार प्रस्ताव भेजा गया। 2024 में अंतिम बार डीएम विशाल सिंह ने प्रस्ताव भेजा। लेकिन अब तक कोई निर्णय नहीं हो सका।

घोसिया नगर पंचायत के सीमा विस्तार और नगर पालिका बनाने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया गया है। स्वीकृति मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। विशाल सिंह डीएम भदोही
*संचारी रोग नियंत्रण अभियान को लेकर 1570 टीमें गठित* *छह अधीक्षक समेत 14 अधिकारियों की टीम करेगी निगरानी*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। विशेष संचारी रोग नियंत्रण और दस्तक अभियान को सफल बनाने में स्वास्थ्य विभाग जुट गया है। एक से 30 अप्रैल तक चलने वाले अभियान के लिए 1570 टीमें गठित की गई हैं, जो 546 गांव और सात नगर निकायों में जाकर सर्वे करेंगी। यही नहीं टीम संचारी रोगों से बचाव को जागरूक करेगी। निगरानी के लिए छह अधीक्षक समेत 14 अधिकारियों की टीम लगाई गई है। मौसम परिवर्तन के दौर मे जहां सर्द और गर्म में तालमेल न बैठा पाने व मच्छरों की अधिकता के चलते तमाम लोग मौसमी और संक्रामक बीमारियों की जद में आ जाते हैं। इससे एक ओर जहां स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत उत्पन्न होती है तो वहीं उपचार में अनावश्यक आर्थिक रूप से भी परेशान होना पड़ता है।उपचार से बेहतर बचाव को मानते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से लोगों को डोर टू डोर पहुंचकर संचारी रोगों से बचाव को लेकर जागरूक करने को संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है। मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. संतोष कुमार चक ने बताया कि अभियान के संचालन में स्वास्थ्य विभाग के साथ शिक्षा विभाग, बाल विकास विभाग, पंचायत राज विभाग आदि समन्वय बनाकर कार्य करेंगे। 1370 आशाकर्मी और 200 आशा संगिनी सभी गांव और नगरों में पहुंचकर लोगों को जागरूक करेंगी।
*यूपी बोर्ड की 24 हजार काॅपियों का हुआ मूल्यांकन*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य तेज गति से चल रहा है। अब तक कुल हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की कुल 23837 उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया गया। जिले में मूल्यांकन के लिए दो केंद्र बनाए गए हैं। दोनों केंद्र पर कुल एक लाख 82 हजार कापियां जांची गई। विभूति नारायण राजकीय इंटर कॉलेज ज्ञानपुर में इंटरमीडिएट की 7479 कापियां जांची गई। उप नियंत्रक मूल्यांकन अलोक त्रिपाठी ने बताया कि समय सीमा में मूल्यांकन पूरा करा लिया जाएगा। नेशनल इंटर कॉलेज भदोही हाईस्कूल की 16 हजार 358 कापियां जांची गई। बताया कि अब तक 40 फीसदी से अधिक कापियां जांची जा चुकी है।
*आरटीई : अंतिम चरण में आज खुलेगी 846 बच्चों की किस्मत*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले में शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत गरीब बच्चों के प्रवेश के लिए चौथे यानि अंतिम चरण की प्रक्रिया सोमवार को पूर्ण हो जाएगी। सभी आवेदनों का सत्यापन कर लिया गया। 24 मार्च को लॉटरी से बच्चों का चयन किया जाएगा। तीन चरणों में 2648 बच्चों का चयन किया गया है। एक अप्रैल से सभी बच्चों को प्रवेश दिलाया जाएगा। आरटीई के तहत कॉन्वेंट विद्यालयों में 25 फीसदी सीटों पर गरीब बच्चों को प्रवेश दिलाया जाता है। जिनके पढ़ने से लेकर कॉपी-किताब तक का खर्च शासन स्तर से वहन किया जाता है। शिक्षा सत्र 2025-26 के लिए एक दिसंबर से ही प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी गई। पहले चरण में एक से 19 दिसंबर तक कुल 2584 आवेदन आए। सत्यापन में करीब आठ सौ आवेदन निरस्त हो गए। 1700 आवेदनों की लॉटरी में 1283 बच्चों का चयन किया गया। दूसरे चरण में दूसरे चरण में एक जनवरी से लेकर 27 जनवरी तक सभी प्रक्रिया पूर्ण की गई। जिसमें करीब 884 बच्चों का चयन लॉटरी विधि से चयन किया गया। तीसरे चरण में 1041 बच्चों ने आवेदन किया। ब्लॉक संसाधन केंद्रों पर सत्यापन के बाद 645 आवेदन वैध मिले। 613 बच्चों का चयन किया गया।


चौथे चरण के लिए एक से 19 मार्च तक आवेदन लिया गया। इसमें ज्ञानपुर, भदोही,औराई, डीघ, अभोली, सुरियावां ब्लॉक से 846 बच्चों ने आवेदन किया जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि 23 मार्च तक आवेदनों का सत्यापन किया गया। 24 मार्च को लॉटरी से बच्चों का चयन होगा। एक अप्रैल से चारो चरणों में चयनित बच्चों को प्रवेश दिलाया जाएगा।
*रात में न रुकने वाले डॉक्टरों की शासन को भेजी जाएगी सूची* *डीएम ने ऐसे लापरवाह चिकित्सकों की सूची तैयार करने के दिए निर्देश*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही ‌।जिलाधिकारी विशाल सिंह ने मुख्यालय पर रात में न रुकने वाले चिकित्सकों की सूची तलब की है। डीएम ने सीएमओ डॉ. एसके चक को ऐसे चिकित्सकों की लिस्ट तैयार करने के लिए निर्देशित किया है। उन्होंने कहा जो आदेश के बाद भी रात में नहीं रुकते हैं, ऐसे डॉक्टरों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। डीएम के निर्देश के बाद विभाग में ऐसे चिकित्सकों की सूची तैयार होने लगी है। जिला अस्पताल, सौ शय्या अस्पताल और भदोही एमबीएस के 85 फीसदी चिकित्सक वाराणसी, प्रयागराज, मिर्जापुर निवास करते हैं। इन अस्पतालों में करीब 2000 से 2200 की ओपीडी होती है। सौ शय्या अस्पताल के एक भी चिकित्सक मुख्यालय पर निवास नहीं करते हैं। रोस्टर वाइज ड्यूटी करते हैं, बर्न यूनिट में निरंतर ताला लगा रहता है। वहीं जिला अस्पताल और एमबीएस भदोही के 85 फीसदी डॉक्टर मुख्यालय से बाहर अपना आशियाना बनाए है। कुछ डॉक्टर वाराणसी, प्रयागराज में निजी ओपीडी भी करते हैं। इस तरह की लगातार मिल रही शिकायतों को देखते हुए सीएमओ डॉ. एसके चक ने कई बार चिकित्सकों को चेताया है और रात में रूकने का निर्देश दिया। इसके बाद भी सुधार न होने की दशा में अब डीएम ने इसका संज्ञान लिया है। डीएम ने इस तरह के लापरवाही चिकित्सकों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया है।