तेरह दिन पहले तेलंगाना के नागरकुर्नूल में बन रहे कैनाल में फंसे झारखंड के संदीप और 7 अन्य श्रमिक के परिवार वाले कर रहे हैं दुआ


अब तक नही हुआ रेस्क्यू,बचे होने की उम्मीद एक प्रतिशत,तालाश है जारी

 झारखंड के रहने वाले संदीप साहू की बहन संदीपा पिछले 13 दिनों से अपने भाई की सलामती की दुआ कर रही हैं। संदीप और 7 अन्य श्रमिक तेलंगाना के नागरकुर्नूल में बन रही श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (SLBC) टनल में फंसे हुए हैं। यह हादसा 22 फरवरी को हुआ, जब सुरंग की छत का एक हिस्सा अचानक ढह गया।

13 दिनों के बाद भी कोई सफलता नहीं मिल पाई है, जिसके चलते केरल पुलिस के शव खोजने वाले विशेष प्रशिक्षित कुत्तों (कैडेवर डॉग्स) को बचाव अभियान में शामिल किया गया है।

इन कैडेवर डॉग्स को विशेष रूप से लापता लोगों और शवों का पता लगाने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। अधिकारियों के अनुसार, केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुरोध पर इन कुत्तों को भेजा गया है।

केरल सरकार द्वारा जारी बयान के अनुसार, दो कैडेवर डॉग्स और उनके प्रशिक्षकों को गुरुवार सुबह हैदराबाद भेजा गया। इन कुत्तों की सूंघने की क्षमता इतनी तेज होती है कि वे सुरंग के अंदर फंसे लोगों या उनके अवशेषों का पता लगाने में मदद कर सकते हैं।

बचाव अभियान में तेजी लाने के लिए एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल), भारतीय सेना, नौसेना और अन्य एजेंसियां लगातार जुटी हुई हैं। हालांकि, अब तक मजदूरों की स्थिति को लेकर कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है।

शुरुआत में, बचाव कार्य में कई तरह की तकनीकों का इस्तेमाल किया गया, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिली। एनडीआरएफ, भारतीय सेना, नौसेना और अन्य एजेंसियों के विशेषज्ञ लगातार प्रयास कर रहे हैं कि मजदूरों को किसी तरह सुरक्षित बाहर निकाला जा सके।

बचाव अभियान में रोबोटिक्स और वैज्ञानिक भी शामिल

अब बचाव कार्य को और उन्नत करने के लिए रोबोटिक्स विशेषज्ञों और राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों की टीम भी सुरंग में भेजी गई है। दिल्ली स्थित राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने सुरंग के अंदर जाकर अध्ययन किया ताकि यह समझा जा सके कि वहां किस स्तर का कंपन या अन्य खतरे मौजूद हैं।

इस बीच, एक रोबोटिक्स कंपनी की टीम को भी सुरंग में भेजा गया, जिससे यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या रोबोट की मदद से अंदर की स्थिति का आकलन किया जा सकता है और फंसे लोगों तक पहुंचा जा सकता है।

रेस्क्यू ऑपरेशन में सबसे बड़ी चुनौती टनल में बढ़ते सिल्ट (गाद) और पानी का स्तर है। तेलंगाना सरकार के अनुसार, फंसे हुए श्रमिकों के बचने की संभावना केवल 1% है।

SLBC टनल प्रोजेक्ट का इतिहास काफी पुराना है, जिसकी शुरुआत 1978 में हुई थी। यह प्रोजेक्ट कृष्णा नदी के पानी को पहाड़ी जिलों की ओर मोड़ने के लिए बनाया जा रहा है, ताकि वहां पीने के पानी की समस्या का समाधान हो सके।

हालांकि, टनल निर्माण में कई बार देरी हुई है, और हाल के वर्षों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी के कारण यह खतरनाक साबित हुआ है। टनल के ऊपरी स्लैब से हर मिनट 5 से 8 हजार लीटर पानी गिर रहा है, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई है।

विशेषज्ञों का कहना है कि टनल में पानी की तेज रफ्तार और मलबे के कारण श्रमिकों की जान को खतरा है। रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी लाने के लिए नई जगह खुदाई की जा रही है, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है।

सोशल एक्टिविस्ट नैनाला गोवर्धन ने सरकार पर आरोप लगाया है कि श्रमिकों को कम वेतन पर जोखिम भरे काम करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।

इस घटना ने श्रमिकों की सुरक्षा और उनके अधिकारों पर गंभीर सवाल उठाए हैं, और सरकार को इस मामले में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।

आनंदशील आश्रम में बुधवार की देर रात अपराधियों ने की ताबड़तोड़ फायरिंग दो लोगो की हत्या; 4 गिरफ्तार


रांची स्थित चान्हो के आनंदशील आश्रम में बुधवार की देर रात अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दो लोगों की हत्या कर दी। मृतकों में साधु 50 वर्षीय मुकेश साह और 36 वर्षीय राजेंद्र यादव शामिल हैं। साह बिहार के, जबकि राजेंद्र बुढ़मू स्थित साढ़म के निवासी थे। घटना चान्हो थाना क्षेत्र की चामा पंचायत में हुई। इस मामले पुलिस ने तुरंत ऐक्शन लेते हुए 16 घंटे के अंदर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस की अब तक की छानबीन के अनुसार, बुधवार रात करीब 12 बजे लूटपाट की नीयत से आधा दर्जन हथियारबंद अपराधी कार और बाइक से आनंदशील आश्रम में घुसे और अंधाधुंध गोलियां चलाईं। अपराधियों के इस हमले में साधु मुकेश साह की गोली लगने से मौके पर ही मौत हो गयी। वहीं राजेंद्र यादव को जबड़ा समेत अन्य जगहों पर गोलियां लगीं, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। वारदात की सूचना मिलने पर चान्हो पुलिस मौके पर पहुंची और घायल राजेंद्र को अस्पताल ले गयी, जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने रिम्स में पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिए।

चार आरोपी गिरफ्तार, लूट का विरोध करने पर ली जान

आनंदशील आश्रम में हुई गोलीबारी की घटना और हत्याओं के बाद चान्हो पुलिस एक्शन में आ गई। छापेमारी करते हुए 16 घंटे में ही चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें चान्हो के जितेंद्र यादव उर्फ छोटू, अरविंद यादव, सूरज पाहन और बुढ़मू के अफरोज अंसारी शामिल हैं। जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार अपराधियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वे लूटपाट के लिए आश्रम में पहुंचे थे। मुकेश साह और राजेंद्र यादव को विरोध करने के कारण गोलियां मारीं। हालांकि, पुलिस अन्य बिंदुओं पर भी छानबीन कर रही है।

20 साल बाद ब्राजील से लौटे थे मुकेश साह

साधु मुकेश साह मूल रूप से भागलपुर के खलीफाबाग आरपी रोड स्थित ठाकुरबाड़ी के रहने वाले थे। 1987 में ही उन्होंने घर छोड़ दिया था और आनंदमार्गी बन गए थे। 20 साल पहले आनंदमार्ग के प्रचार-प्रसार के लिए ब्राजील गए थे, जहां उन्होंने शादी कर ली। उनकी एक बेटी भी है। चार साल पहले मां की तबीयत खराब होने पर वहां से भागलपुर लौटे थे। उनके बड़े भाई दिलीप साह ने बताया कि मंगलवार को वीडियो कॉल पर मुकेश से बात हुई थी, जिसमें उन्होंने आनंदशील आश्रम में नया किचन बनवाने की बात कही थी। साथ ही निर्माणाधीन किचन भी दिखाया था। इसके बाद बुधवार को मुकेश ने अपने छोटे भाई कालीचरण से भी बात की थी और रांची आने को कहा था।

ईडी ने सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया के खिलाफ धन शोधन मामले में जांच के लिएचले देश भर में छापे ,चल रही जांच


झा.डेस्क

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के खिलाफ धन शोधन मामले में जांच के तहत गुरुवार को देश भर में छापे मारे। यह कार्रवाई झारखंड, दिल्ली, यूपी समेत 10 राज्यों के करीब 12 स्थानों पर की गई। 

झारखंड के पाकुड़ में मौलाना चौक के पास एसडीपीआई के दफ्तर में ईडी की छह सदस्यीय टीम ने दबिश दी। साथ ही एसडीपीआई के प्रदेश अध्यक्ष मो. हंजला शेख से घंटों पूछताछ की। सुबह करीब 10.30 बजे से शुरू हुई कार्रवाई 8 घंटे चली। सूत्रों के अनुसार, ईडी टीम जेरॉक्स मशीन लेकर पहुंची थी और कई दस्तावेज की छायाप्रति ली।

इधर, मो. हंजला ने मीडिया से कहा कि एसडीपीआई देश विरोधी किसी गतिविधि में नहीं है। ईडी ने उनसे संगठन की आय के स्रोतों की जानकारी ली। एसडीपीआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष एमके फैजी की गिरफ्तारी पर कहा कि संगठन को दबाने की कोशिश हो रही।

बता दें कि कि संघीय जांच एजेंसी द्वारा एसडीपीआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष एमके फैजी को तीन मार्च को दिल्ली हवाई अड्डे से गिरफ्तार किए जाने के बाद यह छापेमारी की गई। ईडी ने फैजी की गिरफ्तारी के बाद दावा किया था कि प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और एसडीपीआई के बीच ‘संगठित’ संबंध है।

और पीएफआई राजनीतिक दल (एसडीपीआई) के माध्यम से अपनी आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहा है। ईडी ने दावा किया कि उसके पास यह साबित करने के लिए सबूत है कि दोनों संगठनों के बीच ह्यगहरीह्ण साठगांठ हैं क्योंकि उनके काडर दोनों संगठन के सदस्य हैं। एसडीपीआई की स्थापना में पीएफआई पदाधिकारियों की भागीदारी थी और उन्होंने एक-दूसरे की संपत्ति का उपयोग किया गया था।

ईडी ने आरोप लगाया था कि एसडीपीआई पीएफआई का एक मुखौटा संगठन है, जिसके माध्यम से पीएफआई अपनी राष्ट्र-विरोधी और आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहा है जबकि प्रकट तौर पर उसका यही रुख रहता है कि पीएफआई एक सामाजिक कल्याण संगठन है। एसडीपीआई इस तरह के संबंध से इनकार करता है और खुद को एक स्वतंत्र संगठन कहता है। जांच एजेंसियों के अधिकारियों के अनुसार, संगठन का केरल, कर्नाटक और कुछ अन्य दक्षिणी राज्यों के विभिन्न इलाकों में प्रभाव है।

पीएफआई से जुड़े होने पर मो. हंजला को हुई है सजा

माना जा रहा है पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के बैन होने के बाद 2009 में गठित एसडीपीआई संगठन, जो झारखंड में सक्रिय नहीं था, को खड़ा करने का काम किया जा रहा है, जो संदिग्ध प्रतीत हो रहा है। ईडी की टीम संगठन की आय के स्रोत और अन्य मामले की जांच के लिए पहुंची थी। बता दें कि मो. हंजला शेख पीएफआई के भी प्रदेश उपाध्यक्ष रहे हैं। वर्ष 2017 में नगर थाना पाकुड़ में मो. हंजला शेख सहित पीएफआई से जुड़े 40 से अधिक लोगों पर केस दर्ज हुआ था। इसी मामले में इन्हें दो साल की सजा हुई है। फिलहाल वह बेल पर बाहर हैं।

बीस वर्षीय शिवम की लाश मिली कमारगोड़ा के पास झाड़ी से उसके दोस्त राहुल पर शक, पुलिस कर रही पूछताछ


झा.डेस्क

जमशेदपुर के कपाली स्थित कमारगोड़ा में सोनारी ग्वाला बस्ती निवासी दसवीं के 20 वर्षीय छात्र शिवम कुमार सिंह की महज दो रुपये के लिए चापड़ से काटकर हत्या कर दी गई। उसका शव गुरुवार सुबह कमारगोड़ा के पास झाड़ी में मिला। इसके बाद गुस्साये ग्वालाबस्ती के लोगों ने परिजनों के साथ सोनारी-डोबो-कांदरबेड़ा लिंक रोड जाम कर दिया। चार घंटे बाद शाम छह बजे कार्रवाई के आश्वासन पर जाम हटा।

इससे पहले शव मिलने पर स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। शव के पास से मिले कागजात के आधार पर पता सोनारी पाया गया। सोनारी पुलिस से संपर्क करने पर लापता शिवम के बारे में जानकारी मिली। परिजनों को इसकी सूचना दी गई, जिसके बाद शव की शिनाख्त हुई। उसके शरीर पर कई जगह बेरहमी से वार किए गए थे।

दोषियों की गिरफ्तारीको लेकर परिजनों ने किया विरोध प्रदर्शन,  

 आक्रोशित लोगों ने सड़क पर टायर जला दी थी। मुआवजा व दोषियों की गिरफ्तारी की मांग पर वे सड़क पर बैठ गए थे। वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद कर दी गई। परिवार के लोग भी मौके पर पहुंचे और शिवम के शव को सड़क पर ही रख दिया। शिवम की मां, बहन और परिवार के सदस्य दहाड़ मारकर बिलख रहे थे।

शिवम का दोस्त राहुल पर शक, हो रही पूछताछ

स्थानीय लोगों ने बताया कि राहुल के साथ जाने के बाद जब शिवम का कुछ पता नहीं चला तो शिवम के दोस्तों ने राहुल से पूछताछ की। इसपर उसने कहा कि वह उसके साथ गया था, लेकिन रास्ते से ही घर लौट गया। इसबीच कुछ लोगों ने बताया कि राहुल ने ही अपने कुछ दोस्तों से कहा था कि देखना शिवम की लाश मिलेगी, वह भी कपाली में।

 शक के आधार पर उससे पूछताछ की जा रही है। शिवम सोनारी ग्वाला बस्ती निवासी जयराजन सिंह का पुत्र और झारखंड क्षत्रिय संघ के सोनारी इकाई के उपाध्यक्ष जीतेंद्र सिंह का भतीजा था। सूचना मिलने पर काफी संख्या में बस्ती के लोग कपाली पहुंचे और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।

झारखंड विधानसभा सत्र के आठवें दिन आज विधानसभा में हंगामा,विपक्ष ने उठाया दिव्यांग और विधवा पेंशन का मामला

झा. डेस्क

झारखंड विधानसभा सत्र के आठवें दिन आज गुरुवार को सदन में विपक्ष के नेताओं ने खूब हंगामा किया और अपनी मांग को मनवाने के लिए सदन से बाहर निकल गए. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बाघमारा से बीजेपी विधायक शत्रुघ्न महतो ने दिव्यांगजनों को मिलने वाली राशि में बढ़ोतरी करने की मांग की. उनकी इस मांग का समर्थन बीजेपी के अन्य नेताओं ने भी नारे बाजी करते हुए वेल में जा घुसे. इसका जवाब देते हुए वित्त मंत्री राधा किशोर ने सीमावर्ती राज्य में मिलने वाली राशि का उदाहरण दिया.

हंगामा करते हुए विपक्ष के विधायक विधानसभा से बाहर निकले

गुरुवार को प्रश्नकाल के दौरान विधायक शत्रुघ्न महतो ने सरकार से सवाल पूछा कि, क्या वह दिव्यांगजनों को दी जाने वाली राशि बढ़ाने का विचार रखती है या नहीं?’ विधायक नवीन जयसवाल ने भी अपने साथी विधायक का समर्थन करते हुए इसी बात को दोहराया. इसके जवाब में वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने कहा कि सरकार इस पर विचार करेगी. इसके बाद उन्होंने सीमावर्ती राज्यों को मिलने वाली राशि का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां झारखंड से कम राशि दी जाती है. यह जवाब सुनकर हटिया विधायक भड़क उठे. उन्होंने सवाल पूछा कि क्या मंईयां योजना की शुरुआत बाकी राज्यों को देखकर की. इसके बाद थोड़ी देर तक सदन में खूब शोर मचता रहा. विपक्ष के हंगामे को देखकर स्पीकर ने कहा कि ऐसा नहीं होता है. यह ऐसा मामला नहीं है कि आपने जो मांग की उसे तुरंत लागू कर दिया जाए. इसके बाद विपक्ष हंगामा करते हुए बाहर निकल गया.

जानिये बाबूलाल मरांडी ने क्या कहा..?

बाबूलाल मरांडी ने सदन में 4 माह से दिव्यांग पेंशन योजना की राशि न मिलने का मुद्दा उठाया. उनके इस बात को मंत्री चमरा लिंडा ने खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लाभुकों के खाते में फरवरी तक का पैसा भेज चुकी है. 2-3 दिनों में मार्च माह की भी राशि भेज दी जाएगी. उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत केंद्र सरकार 300 रुपये का अंशदान देती है जबकि राज्य सरकार 700 रुपये देती है. लेकिन केंद्र की ओर से केवल जून तक की ही राशि मिली है. इसके बावजूद हमने रिवॉल्विंग फंड से दिसंबर माह तक का भुगतान कर दिया.

बाबूलाल मरांडी ने मंत्री चमरा लिंडा की बात को गलत ठहराते हुए बोकारो की एक दिव्यांग लड़की की दिया उदाहरण

बाबूलाल मरांडी ने मंत्री चमरा लिंडा की बात को गलत ठहराते हुए उन्होंने बोकारो की एक दिव्यांग लड़की का उदाहरण दिया. उन्होंने कहा कि बोकारो की रहने वाली दिव्यांग लड़की ने उन्हें मैसेज भेजकर बताया था कि उसे चार माह से पेंशन का लाभ नहीं मिला है.’ बाबूलाल मरांडी ने मंत्री से मामले की अच्छे से जांच कराने की मांग की. उन्होंने कहा कि सरकार पता लगाएं कि लाभुकों को मिलने वाली राशि कहां गयी?

विधायक नीरा यादव बोलीं- सरकार को दिव्यांग और विधवा महिला से क्या दुश्मनी

विधायक नीरा यादव ने भी कहा कि सरकार मंईयां सम्मान योजना के तहत उन महिलाओं को 2500 रुपए दे रही है जो खुद भी कमा कर अपना गुजारा कर सकती हैं. लेकिन जिन्हें इन पैसों की सबसे ज्यादा जरूरत है उन्हें आप (दिव्यांग, विधवा और वृद्ध) को कम पैसे दे रहे हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि इन लोगों के साथ सरकार की कोई दुश्मनी है क्या? सभी को एक सामान पैसे मिलने चाहिए.

पीएफआई के राजनीतिक संगठन सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष एमके फैजी की गिरफ्तारी के बाद पाकुड़ में ईडी की छापामारी

पाकुड़। प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के राजनीतिक संगठन सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एमके फैजी की गिरफ्तारी के बाद झारखंड के पाकुड़ में भी गुरुवार को ईडी की टीम छापेमारी के लिए पहुंची.

ईडी यहां एसडीपीआईदफ्तर को खंगाल रही है।

यहां एसडीपीआई से जुड़े कुछ लोगों से पूछताछ भी की जा रही है। गुरुवार को ईडी ने देशभर के दर्जनभर से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की है।

पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी झारखंड विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष चुने गए

झा. डेस्क

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी झारखंड विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष होंगे. गुरुवार को केंद्रीय पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में बाबूलाल मरांडी को भाजपा विधायक दल का नेता चुन लिया गया.

केंद्रीय पर्यवेक्षक भूपेंद्र यादव ने इसकी घोषणा की. भूपेंद्र यादव ने सर्वसम्मति से बाबूलाल मरांडी को भाजपा विधायक दल का नेता घोषित किया. उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी ने झारखंड के गरीबों के जीवन में परिवर्तन लाने के लिए लंबा संघर्ष किया है.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केंद्र सरकार की विकास योजनाओं को उनके नेतृत्व में झारखंड के विधायक उन्हें धरातल पर उतारने में अपनी भूमिका निभायेंगे.

सबसे पहले केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने माला पहनाकर और मिठाई खिलाकर बाबूलाल मरांडी का अभिनंदन किया. इसके बाद लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने फूलों का गुलदस्ता देकर उनका अभिनंदन किया. फिर बारी-बारी से भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें फूलों की माला और गुलदस्ता भेंटकी. पार्टी के विधायकों ने भी बाबूलाल मरांडी को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं.

होली के त्योहार में झारखंड से बिहार और छत्तीसगढ़ जाने वाले लोगों के लिए खुशखबरी, रांची के रास्ते छत्तीसगढ़ और पटना के लिए चलेगी स्पेशल ट्रेन

होली के अवसर पर ट्रेनों में अतिरिक्त भीड़ को देखते हुए यात्रियों की सुविधा के लिए होली स्पेशल ट्रेन चलायी जा रही है. ट्रेन संख्या 08897/08898 रांची के रास्ते गोंदिया से पटना और पटना से गोंदिया के बीच चलेगी.

08897 गोंदिया-पटना होली स्पेशल ट्रेन (वाया रांची) 11 मार्च 2025 और 12 मार्च 2025 को गोंदिया से प्रस्थान करेगी.

गोंदिया-पटना होली स्पेशल ट्रेन का टाइम-टेबल

गोंदिया से प्रस्थान 11:00 बजे

रायपुर आगमन 14:00 बजे

रायपुर से प्रस्थान 14:05 बजे

राउरकेला आगमन 22:15 बजे

राउरकेला से प्रस्थान 22:23 बजे

हटिया आगमन 01:30 बजे

हटिया से प्रस्थान 01:35 बजे

रांची आगमन 01:50 बजे

रांची से प्रस्थान 01:55 बजे

मूरी आगमन 03:00 बजे

मूरी से प्रस्थान 03:02 बजे

बोकारो स्टील सिटी आगमन 04:00 बजे

बोकारो स्टील सिटी से प्रस्थान 04:05 बजे

गोमो आगमन 04:50 बजे

गोमो से प्रस्थान 04:55 बजे

कोडरमा आगमन 06:05 बजे

कोडरमा से प्रस्थान 06:07 बजे

गया आगमन 07:50 बजे

गया से प्रस्थान 08:20 बजे

पटना आगमन 11:00 बजे

पटना से गोंदिया के लिए 12 और 13 मार्च को चलेगी ट्रेन

पटना से गोंदिया के लिए ट्रेन संख्या 08898 पटना-गोंदिया होली स्पेशल ट्रेन (वाया रांची) 12 मार्च2025 और 13 मार्च 2025 को पटना से प्रस्थान करेगी.

पटना-गोंदिया होली स्पेशल ट्रेन का टाइम-टेबल

पटना से प्रस्थान 12:30 बजे

गया आगमन 14:20 बजे

गया से प्रस्थान 14:40 बजे

कोडरमा आगमन 15:58 बजे

कोडरमा से प्रस्थान 16:00 बजे

गोमो आगमन 18:00 बजे

गोमो से प्रस्थान 18:05 बजे

बोकारो स्टील सिटी आगमन 19:00 बजे

बोकारो स्टील सिटी से प्रस्थान 19:05 बजे

मूरी आगमन 20:10 बजे

मूरी से प्रस्थान 20:12 बजे

रांची आगमन 21:30 बजे

रांची से प्रस्थान 21:35 बजे

हटिया आगमन 21:50 बजे

हटिया से प्रस्थान 21:55 बजे

राउरकेला आगमन 01:00 बजे

राउरकेला से प्रस्थान 01:08 बजे

रायपुर आगमन 10:15 बजे

रायपुर से प्रस्थान 10:20 बजे

गोंदिया आगमन 14:30 बजे

गोंदिया-पटना-गोंदिया होली स्पेशल ट्रेन में होंगे कुल 23 कोच

गोंदिया-पटना-गोंदिया होली स्पेशल ट्रेनों में एसएलआरडी के 2 कोच, सामान्य श्रेणी के 6 कोच, द्वितीय श्रेणी स्लीपर के 9 कोच, वातानुकूलित 3-टियर के 2 कोच, वातानुकूलित 2-टियर का 1 कोच, वातानुकूलित 2-टियर सह वातानुकूलित 3-टियर संयुक्त कोच के 2 कोच एवं वातानुकूलित प्रथम श्रेणी तथा वातानुकूलित 2-टियर संयुक्त कोच का 1 कोच समेत कुल 23 कोच होंगे.

12 मार्च को होगी झारखंड कैबिनेट की बैठक, लिए जायेंगे कई निर्णय

रांची। झारखंड कैबिनेट की बैठक 12 मार्च को होगी। इसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन करेंगे। इसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे।

मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग (समन्वय) के मुताबिक कैबिनेट की बैठक 12 मार्च, 2025 को पूर्वाह्न 11 बजे से होगी। यह बैठक झारखंड मंत्रालय (प्रोजेक्ट भवन) स्थित मंत्रिपरिषद कक्ष में होगी।

भाजपा विधायकों ने दिव्यांग, वृद्ध विधवाओं के नाम पर सदन का किया वॉकआउट

महिला योजना के समकक्ष दिव्यांग, वृद्ध विधवाओं 1000 से बढ़ाकर 2500 करने की भाजपा ने की मांग

रिपोर्टर जयंत कुमार

रांची : झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के 8वें दिन आज बजट पर चर्चा के दौरान सदन से विधायकों ने वॉकआउट किया। सदन के बाहर आ कर भाजपा विधायक डॉ नीरा यादव ने कहा कि हम लोगों ने सरकार से मईया योजना के समकक्ष दिव्यांग, वृद्धि और विधवाओं को पेंशन देने की मांग की है जिस पर सरकार टालमटोल कर रही है इस कारण आज सदन का वर्कआउट किया।

उन्होंने कहा कि इन लोगों का क्या कसूर जो इन्हें ₹1000 पेंशन दिया जा रहा है जबकि 18 वर्ष से लेकर 50 वर्ष की जो महिला को ₹2500 दिया जा रहा है उससे ज्यादा जरूरत इन लोगों को है। नीरा यादव ने बताया कि इस मुद्दे पर जब सरकार से पूछा गया तो सरकार टालमटोल करने में लगी है। वो कहते है अन्य राज्यों का अध्ययन करने के बाद बताएंगे। भाजपा के विधायक ने कहा कि हम झारखंड के लोग है इसलिए झारखंड की बात करे अन्य राज्यों की नहीं।

बाइट,, डॉ नीरा यादव भाजपा विधायक