रेखा गुप्ता के सामने दिल्ली में होंगी ये चुनौतियां… जानें क्या है BJP का मास्टर प्लान
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दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 27 सालों के बाद दिल्ली में जीत हासिल की थी और आम आदमी पार्टी को सत्ता से बाहर किया था. दिल्ली में जीत के बाद केंद्रशासित प्रदेश के नए सीएम को लेकर सस्पेंस जारी था. बुधवार को बीजेपी विधायक दल की बैठक में रेखा गुप्ता को विधायक दल का नेता चुना गया. वह दिल्ली की अगली सीएम होंगी और दिल्ली में भाजपा की पहली महिला मुख्यमंत्री भी होंगी.
भाजपा नेतृत्व ने रेखा गुप्ता के अनुभव और राजधानी का नेतृत्व करने के लिए एक महिला नेता को चुना है. पूर्व मेयर के रूप में उनका कार्यकाल और दिल्ली में भाजपा के नेतृत्व वाली पहलों में सक्रिय भूमिका उसे सीएम पद तक ले गई, लेकिन इससे इसके साथ ही उनके सामने कई चुनौतियां हैं.
महिलाओं से किए गए वादों को पूरा करना
रेखा गुप्ता महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष भी रह चुकी हैं. रेखा गुप्ता को सीएम पद चुने जाने के पीछे भाजपा की रणनीति है कि वह महिलाओं को प्राथमिकता देना चाहती हैं. चुनाव के दौरान भाजपा ने महिलाओं वोटर्स को लुभाने के लिए कई रणनीति अपनाई थी. इसके तहत महिलाओं को प्रति माह 2500 रुपए देने का वादा किया है. इसके साथ ही होली और दीपावली पर 500 रुपए में सिलेंडर भी देने का वादा किया था. ऐसे में रेखा गुप्ता के सामने यह चुनौती होगी कि महिलाओं से किए गये वादे पूरे करें.
बता दें कि अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी ने चुनाव के दौरान यह कहा था कि बीजेपी आती है, तो महिलाओं को सरकारी बसों में फ्री यात्रा बंद कर देगी. रेखा गुप्ता को सीएम बनाकर भाजपा जनता में यह संदेश देना चाहती है कि वह महिलाओं के साथ हैं और महिलाओं के लिए कोई भी योजना बंद नहीं करेगी. इसके साथ ही बिजली में सब्सिडी को जारी रखना भी रेखा गुप्ता की चुनौती होगी.
गंदगी पर लगाम लगाना और विकास में तेजी लाना
बीजेपी ने चुनाव के दौरान दिल्ली में गंदगी और भ्रष्टाचार सहित यमुना में प्रदूषण को मुद्दा बनाया था. ऐसे में रेखा गुप्ता के सामने दिल्ली में साफ-सफाई को सुनिश्चित करना और विकास को प्राथमिकता देना शामिल होगा. प्रदूषण और यमुना में गंदगी को लेकर भी कदम उठाना होगा.
इसके साथ ही रेखा गुप्ता का छात्र राजनीति से लेकर दिल्ली की राजनीति का लंबा अनुभव रहा है और वह पेशे से वकील हैं और दक्षिण दिल्ली की मेयर भी रह चुकी हैं. ऐसे में पार्टी उनके राजनीतिक और प्रशासनिक अनुभव का लाभ उठाना
रेखा गुप्ता का लंबा राजनीतिक और प्रशासनिक अनुभव
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में शालीमार बाग (उत्तर-पश्चिम) सीट से रेखा गुप्ता ने 68,200 वोटों से जीत हासिल की है. वह एक अनुभवी भाजपा नेता है और उनका लंबा राजनीतिक करियर रहा है और छात्र आंदोलन को नेतृत्व दिया था. वर्तमान में वह दिल्ली भाजपा की महासचिव है. 50 वर्षीय रेखा गुप्ता पहले भाजपा की महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रह चुकी हैं.
पेशे से वकील गुप्ता ने 1996 से 1997 तक दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) की अध्यक्ष के रूप में राजनीति में अपनी यात्रा शुरू की थी. बाद में उन्होंने नगर निगम की राजनीति में कदम रखा, 2007 में उत्तरी पीतमपुरा (वार्ड 54) से दिल्ली पार्षद का चुनाव जीता और 2012 में फिर से चुनाव जीता थी. उन्होंने दक्षिण दिल्ली नगर निगम के मेयर के रूप में भी काम किया है, जिससे उनकी प्रशासनिक साख और मजबूत हुई है.
सीएम के नाम की घोषणा होने के बाद, शपथ ग्रहण समारोह 20 फरवरी को होने की उम्मीद है. हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करने के बाद सत्ता में आई भाजपा का लक्ष्य दिल्ली में एक स्थिर सरकार स्थापित करना है.
Feb 20 2025, 10:26