पोखरी में मिले शव की पीएम रिपोर्ट मिलते ही उलझी पुलिस
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खजनी गोरखपुर।थाना क्षेत्र के पड़ियापार गांव की पोखरी में मिले युवक के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस के जांच की दिशा पूरी तरह से बदल कर रख दी है। रिपोर्ट में मौत की वजह पानी में डूबने से हुई मौत बताई गई है। बीते दो महीने पहले 17 दिसंबर 24 को खजनी थाना क्षेत्र के पड़ियापार गांव के निवासी युवक मोहन निषाद 40 वर्ष को उसके घर से रात 8 बजे गांव के कुछ लोग बुलाकर ले गए थे। मोहन निषाद जब लौट कर वापस घर नहीं आए तो परिवार के लोगों की चिंता बढ़ गई। उनके बच्चे और पत्नी तलाश में जुट गए, इस बीच उन्हें मोहन निषाद को गांव की पोखरी की ओर जाने की सूचना मिली, किंतु पोखरी के आसपास मोहन निषाद की मौजूदगी को लेकर आशंकित परिवार के लोगों के द्वारा खजनी पुलिस को सूचना दी गई।
तत्कालीन थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा ने गुमशुदगी दर्ज करते हुए मोहन निषाद की तलाश शुरू की किंतु पोखरी में जलकुंभी जकड़ी होने के कारण पानी में पहुंचना मुश्किल था। मजदूरों को लगाकर पोखरी से जलकुंभी हटाई गई मौके पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने पोखरी के पानी में डूबे होने की संभावना में तलाश की किंतु मोहन निषाद का कोई पता नहीं चला। दिन गुजरते गए और परिवार के लोग मोहन की तलाश में खजनी थाने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के पास चक्कर लगाने के साथ ही हर संभावित स्थानों पर मोहन की तलाश करते रहे। इस बीच दो दिन पहले मोहन निषाद का शव गांव की उसी पोखरी के किनारे से बरामद हुआ। परिवार के लोगों ने शव और उसके कपड़ों को देख कर शिनाख्त करते हुए हत्या का आरोप लगाया और पुलिस पर जांच में लापरवाही का आरोप लगाते हुए कस्बे में सड़क जाम करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। परिवार में मृतक के माता-पिता पत्नी तीन बेटे तथा एक बेटी ने खजनी पुलिस पर मामले में लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि रिपोर्ट में 10 दिन पहले पानी में डूबने से मौत होने की बात कही जा रही है तो बीते 50 दिनों तक मृतक कहां था और इस बीच पुलिस ने उसकी तलाश क्यों नहीं की।
दूसरी ओर जोकेस दर्ज कर कार्रवाई में जुटी पुलिस ने नामजद आरोपितों को हिरासत में लेकर जांच पड़ताल शुरू की और पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने का इंतजार करने लगी। पीएम रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस हत्या और आत्महत्या की गुत्थी सुलझाने में उलझ गई है। इतना ही नहीं शव मोहन निषाद का ही है इसकी पुष्टि के लिए अब पुलिस डीएनए जांच कराने का दावा कर रही है। वहीं दूसरी ओर परिवार के लोगों ने शव का अंतिम संस्कार करने के बाद शव मोहन निषाद का ही होने का दावा कर रहे हैं। मां बाप की इकलौती संतान मृतक मोहन निषाद एक कुशल मूर्तिकार भी था, उसने अपने हाथों से देवी देवताओं और हांथी घोड़े आदि की कई सुंदर मूर्तियां बनाई हैं। परिवार के भरण-पोषण के लिए हरनहीं में स्थित एक बिल्डिंग मैटेरियल की दुकान पर ट्रैक्टर चलाने और मेहनत मजदूरी का काम करता था। उसके माता-पिता तहसील गेट के पास चाय पकौड़े की एक छोटी सी दुकान चलाते हैं। एक घटना के बाद गरीब परिवार की मदद के लिए आज तहसील के कुछ वकीलों ने घर पहुंच कर अर्थिक सहयोग किया। आज अपराह्न क्षेत्राधिकारी उदय प्रताप सिंह ने थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर अर्चना सिंह और पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का सघन निरीक्षण किया।
थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर अर्चना सिंह ने बताया कि मामले में जांच और कार्रवाई चल रही है।
Feb 19 2025, 20:06