दिल्ली में भाजपा की जीत पर जानिए झारखंड सीएम हेमंत सोरेन ने क्या कहा...?


दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ चुके हैं. लंबे समय के बाद भाजपा प्रचंड बहुमत से सरकार बना रही है. आम आदमी पार्टी के कई दिग्गज नेताओं की बड़ी हार हुई है जिसमें खुद अरविंद केजरीवाल भी शामिल हैं.

अऱविंद केजरीवाल की हार पर कई नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है वहीं झारखंड के सीएम ने भी दिल्ली चुनावी नतीजों को लेकर अपनी बातें सामने रखी है.

सीएम हेमंत ने क्या कहा 

हालांकि सीएम हेमंत सोरेन बिरसा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित एग्रोटेक किसान मेला के उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंचे, वहीं पत्रकारों के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि अभी मुझे नतीजों की पूरी जानकारी नहीं है.

लेकिन उन्होनें जीतने वाली पार्टी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि- जो जीतेगा या जो सत्ता में आएंगे, उनको मेरी तरफ से बहुत शुभकामनाएं.

बोकारो में लगेगा रोजगार का महाकुंभ, नॉन मैट्रिक से लेकर ग्रेजुएट के लिए अवसर, 50 हजार तक सैलरी


बोकारो: झारखंड के बोकारो में रोजगार का महाकुंभ लगने जा रहा है. चास में लगने वाला इस रोजगार मेला में 8वीं पास से लेकर डिप्लोमा और ग्रेजुएट तक को नौकरी का अवसर मिलेगा. चयनित उम्मीदवारों को 50 हजार रुपये तक सैलरी मिलेगी.

बोकारो में 11 फरवरी 2025 को रोजगार मेला लगेगा

8वीं पास से ग्रेजुएट तक को नौकरी का अवसर मिलेगा

सैलरी 7,500 से 50,000 रुपये तक होगी

बोकारो के बेरोजगार युवाओं के लिए शानदार मौका है. जिले के श्रम नियोजन प्रशिक्षण एवं कौशल विभाग के अवर प्रादेशिक नियोजनालय द्वारा 11 फरवरी 2025 को रोजगार मेला लगाया जाएगा. 

चास के आईटीआई मोड़ स्थित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई केंपस ) परिसर में दंतोपंत ठेगडी़ रोजगार मेला 2025 का आयोजन होने जा रहा है.

50 हजार तक सैलरी

इस रोजगार मेले में करीबन 15 कंपनियों के द्वारा नौकरी के अवसर प्रदान किए जाएंगे. जिसमें नौजवानों को 7,500 से लेकर 50 हजार रुपए तक की सैलरी की पेशकश की जाएगी, जो उम्मीदवारों की योग्यता और अनुभव के आधार पर तय किया जाएगा. 

मेले में 8वीं पास, मैट्रिक पास, 12वीं पास, आईटीआई, डिप्लोमा पास, ग्रेजुएट, बीटेक, एमबीबीएस डिग्रीधारी उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं.

इन पदों पर होगी बहाल

दंतोपंत ठेगडी़ रोजगार मेले में ट्रेनी, ऑपरेटर, प्रोडक्शन एसोसिएट, सीनियर असिस्टेंट, नर्स, नाइट गार्ड, स्टाफ, इलेक्ट्रीशियन, फिटर, ओटी टक्नीशियन, इलेक्ट्रीशियन, टेक्निकल हेल्पर, एसी कोच अटेंडेंट, डिलीवरी बॉय, हेल्पर, नर्स, सिक्योरिटी सुपरवाइजर, कंप्यूटर ऑपरेटर, टेलीकॉलर, बीमा सलाहकार, क्रेन ऑपरेटर इत्यादि पदों पर भर्ती की जएगी.

पेपर प्लेट बनाने वाली कंपनी में लगी आग, लाखों का हुआ नुकसान, ग्रामीणों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर पाया काबू


बाघमारा : बरोरा थाना क्षेत्र अंतर्गत आमटांड़ में स्थित मां भगवती मैन्युफैक्चरिंग यूनिट कंपनी में भीषण आग लग गई। आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन माना जा रहा है कि यह आग ठंड को लेकर भट्ठी जलने के कारण लगी होगी।

आग लगने की सूचना मिलते ही आस पास के ग्रामीण मौके पर पहुंच गईं और आग बुझाने का काम शुरू कर दिया गया। लेकिन आग इतनी भयानक थी कि इस पर काबू पाने में काफी समय लग गया।

इस आग में कंपनी को लगभग लाखों रुपए का नुकसान का अनुमान लगाया जा सकता है। कंपनी के मालिक नेहा मिश्रा ने बताया कि आग में मैन्युफैक्चरिंग में प्रयोग होने वाले और तैयार माल जलकर खाक हो गए हैं, जिसमें लगभग 5 से 7 लाख रूपये नुकसान हुआ है। 

उन्होंने कहा कि उन्हें इस घटना से बहुत बड़ा नुकसान हुआ है और उन्हें अब फिर से सब कुछ शुरू करना होगा।

इस घटना के बाद आसपास के इलाकों में भी दहशत का माहौल है।

रांची के सदर अस्पताल परिसर में दो नाबालिगों से सामूहिक दुष्कर्म, आरोपी भी निकले नाबालिक

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : रांची के सदर अस्पताल परिसर में शुक्रवार की देर रात दो नाबालिगों से दुष्कर्म की घटना सामने आई है। मामले की जानकारी मिलने पर लोअर बाजार पुलिस चारों आरोपियों को किया गिरफ्तार। 

जानकारी के अनुसार 7 फरवरी यानि शुक्रवार की देर शाम सदर थाना क्षेत्र की रहने वाली दो नाबालिग लड़कियां प्रतिमा विसर्जन देखकर वापस अपने घर लौट रही थीं। जिन्हें चार नाबालिग लड़कों ने बहला फुसला कर दोनों को सदर अस्पताल परिसर में लेकर पहुंचे। सदर अस्पताल परिसर में बन रहे डॉक्टर स्टाफ क्वार्टर में खाली पड़े एक कमरे में इस वारदात को अंजाम दिया। जैसे ही अस्पताल के सुरक्षाकर्मी को इसकी भनक लगी तो वहां पहुंचे। लड़कों को देखकर पूछताछ की। तब उनलोगों ने बताया कि उनके दो साथी दो लड़कियों के साथ कमरे में हैं। सुरक्षा कर्मियों ने अस्पताल के स्टाफ को बताया और लोअर बाजार थाना को इसकी सूचना दी गई। मौके पर पुलिस पहुंची और नाबालिक के परिजनों को बुलाया गया। नाबालिक लड़कियों का सदर अस्पताल में मेडिकल जांच कराया गया। लोअर बाजार थाने में पोक्सो एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।

आईआईटी आईएसएम में सीस्मिक, मॉडलिंग और माइग्रेशन की तीन दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन

धनबाद : शनिवार को आईआईटी आईएसएम धनबाद के न्यू लेक्चर हॉल परिसर के लैब 3 में 140 से अधिक छात्रों ने सीस्मिक मॉडलिंग और माइग्रेशन पर तीन दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में भाग लिया।

 यह कार्यशाला आईआईटी आईएसएम के एप्लाइड जियोफिजिक्स विभाग द्वारा आईआईटी रुड़की के अर्थ साइंसेज विभाग और सी-डैक पुणे के सीस्मिक डेटा प्रोसेसिंग विभाग के सहयोग से आयोजित की गई है।

कार्यशाला के पहले दिन में प्रतिभागियों को बुनियादी एलआईएनयूएक्स और एसएलयूआरएम कमांड्स, 2डी मॉडल जियोमेट्री क्रिएशन, और 2डी आइसोट्रॉपिक मॉडलिंग का उपयोग करके सीस्मिक डेटा उत्पन्न करने जैसे बुनियादी विषयों से परिचित कराया गया। इस क्षेत्र के विशेषज्ञों ने अपने विचार साझा किए, जिनमें सी-डैक पुणे की वैज्ञानिक रिचा रस्तोगी द्वारा सीस्मिक मॉडलिंग पर एक महत्वपूर्ण प्रस्तुति दी गई।

 सी-डैक पुणे की सीनियर प्रोजेक्ट इंजीनियर, श्रीमती नीटू मंगलाथ ने एसइआईएस आरटीएम सॉफ़्टवेयर पर एक सत्र का संचालन किया।कार्यक्रम के एक हिस्से के रूप में, मुख्य अतिथि, प्रोफेसर धीरज कुमार, आईआईटी आईएसएम के उप निदेशक ने सॉफ़्टवेयर के व्यापक अनुप्रयोगों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जबकि कार्यशाला मुख्य रूप से इसका उपयोग सिस्मोलॉजी में कर रही है, इसका खनिज अन्वेषण, खनिज प्रसंस्करण, संसाधन आरक्षित अनुमान और खनिज डीपोसीटोंज़ की वसूली में महत्वपूर्ण महत्व है।

 प्रोफेसर कुमार ने कहा दुनिया अब खनिज अन्वेषण में गैर-विनाशकारी प्रौद्योगिकियों का पता लगाने और मौजूदा भंडारों में मूल्य जोड़ने के लिए भूभौतिकीविदों पर अधिक निर्भर हो रही है।

कार्यशाला 9 फरवरी को आईआईटी रुड़की के अर्थ साइंसेज विभाग के प्रमुख प्रोफेसर आनंद जोशी द्वारा आरटीएम के सैद्धांतिक पहलुओं पर एक प्रस्तुति के साथ जारी रहेगी। प्रतिभागी हाथों-हाथ सत्रों में भाग लेंगे, जिसमें पहले दिन उत्पन्न डेटा का उपयोग करके सीस्मिक माइग्रेशन और एसइज़ीवाई डेटा और तीसरी पार्टी के सीस्मिक डेटा का उपयोग करके सीस्मिक माइग्रेशन पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। आईआईटी आईएसएम  के एप्लाइड जियोफिजिक्स विभाग के प्रमुख प्रोफेसर संजीत कुमार पाल ने उपस्थित लोगों का स्वागत किया और एसईआईएसआरटीएम को एक अत्याधुनिक, उच्च कस्टमाइज्ड रिवर्स-टाइम माइग्रेशन सॉफ़्टवेयर के रूप में इसकी महत्ता पर जोर दिया।

कार्यशाला 10 फरवरी को समाप्त होगी, जिसमें मॉडलिंग और आर टी एम के सैद्धांतिक पहलुओं पर और चर्चाएं, एन एस एम क्लस्टर का उपयोग करके एसईआईएसआरटीएम डेमो, और आगे के हाथों-हाथ सत्र और अनुप्रयोग-केंद्रित चर्चाएं की जाएंगी।

बुनकरों को अपनी कला और शिल्प प्रदर्शित करने का बेहतरीन प्लेटफार्म है हैंडलूम एक्सपो- उपायुक्त


हैंडलूम की बुनाई, छपाई सहित पूरी प्रक्रिया को दिखाया जाता है लाइव

धनबाद: बुनकरों को अपनी कला और शिल्प को प्रदर्शित करने का बेहतरीन प्लेटफार्म प्रदान करता है एक्सक्लूसिव हैंडलूम एक्सपो। बुनकरों को आर्थिक रूप से स्थिर करने का केन्द्र और राज्य सरकार का यह कारगर कदम है।

उपरोक्त बातें उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी सुश्री माधवी मिश्रा ने धनबाद के बेकार बांध स्थित ब्लेसिंग्स बैंक्विट हॉल में भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय के तहत बुनकर सेवा केंद्र द्वारा आयोजित एक्सक्लूसिव हैंडलूम एक्सपो का बतौर मुख्य अतिथि उद्घाटन करने के बाद कही।

उपायुक्त ने कहा कि यह बुनकरों को बढ़ावा देने का अच्छा मौका है। उन्हें आर्थिक रूप से भी बढ़ावा देने की आवश्यकता है। इस एक्सपो में झारखंड के अलावा अन्य राज्यों के बुनकरों ने भी अपने स्टाल लगाए हैं। इससे झारखंड के बुनकरों को उनसे कुछ नया सीखने का मौका मिलेगा।

वहीं बुनकर सेवा केंद्र के उपनिदेशक श्री मनोज कुमार ने बताया कि इसमें 40 स्टाल लगाए गए हैं। जिसमें 20 स्टॉल बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, मणिपुर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा इत्यादि राज्यों के हैं। प्रतिदिन सुबह 10:00 बजे से रात 8:00 बजे तक हैंडलूम एक्सपो ग्राहकों के लिए खुला रहेगा। 

उन्होंने बताया कि इसमें महिलाओं के लिए कॉटन एवं सिल्क की साड़ियां, दुपट्टा, स्टोल सहित अन्य वस्त्र तथा पुरुषों के लिए ड्रेस मटेरियल उपलब्ध है। सभी प्रोडक्ट बुनकरों द्वारा सीधे ग्राहकों को बेचा जाएगा। इसकी कीमत मार्केट से कम रहेगी। हैंडलूम एक्सपो में आने वाले ग्राहकों को हैंडलूम की बुनाई, छपाई सहित पूरी प्रक्रिया को लाइव दिखाया जाएगा। 

उपायुक्त ने हैंडलूम से वस्त्र बनाने की पूरी प्रक्रिया को बारिकी से देखा और समझा

इस अवसर पर उपायुक्त सुश्री माधवी मिश्रा, वरीय पुलिस अधीक्षक श्री हृदीप पी जनार्दनन, नगर आयुक्त श्री रवि राज शर्मा, बुनकर सेवा केंद्र के उपनिदेशक श्री मनोज कुमार, तकनीकी अधीक्षक श्री पूरनमल सैनी, डिजाइनर श्री शशांक अभिनव सहित अन्य लोग मौजूद थे।

धनबाद के विभिन्न इलाकों में बने तीन भवनों को नगर निगम ने किया अबैध घोषित,इसे दिया ध्वस्त करने का आदेश


धनबाद के विभिन्न इलाकों में बने तीन भवनों को अवैध करार दिया गया है। इनमें नवाडीह में बिनोद बिहारी चौक के पास स्थिति प्रमोद कुमार सिंह का भवन, आठ लेन सड़क स्थित गेल गैस स्टेशन के विपरीत स्थित अभय यादव की बिल्डिंग और रांगाटांड शंकर माल के बगल में स्थित संतोष कुमार का भवन शामिल हैं। इन तीनों भवनों को ध्वस्त करने का आदेश धनबाद नगर निगम की ओर से दिया गया है।

तीनों मकान मालिकों ने नहीं जमा करवाए कागजात

धनबाद नगर निगम की ओर से जरी सूचना के अनुसार झारखंड भवन विनयमन के तहत उपरोक्त तीनों भवनों की जांच की गई थी। जिस भूमि पर यह सभी बिल्डिंग बनाए गए हैं उस जमीन से संबंधित कागजात और निर्माण संबंधी सक्षम विभाग की अनुमति से संबंधित कागजातों की मांग उपरोक्त तीनों से की गई, इसके बावजूद भी तीनों मालिकों ने जरुरत दस्तावेज धनबाद नगर निगम को उपलब्ध नहीं कराया।

 इसके बाद निगम ने उपरोक्त तीनों संरचनाओं को अनाधिकृत करार दिया। मामले को लेकर मुख्य सचिव को भी जानकारी दी गई। वहां से बताया गया कि 17 दिसंबर 2024 को सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय में भी ऐसे मामलों को लेकर अपना स्पष्ट निर्देश जारी कर चुकी है।

ऐसे में निगम ने तीनों व्यक्तियों को 15 दिनों के अंदर खुद के स्तर से उपरोक्त निर्माण को ध्वस्त करते हुए नगर निगम को सूचना देने का आदेश दिया है।

 इसके अलावा सदर अनुमंडल पदाधिकारी को पत्र देकर तीनों भवनों को तत्काल सील करने का भी आग्रह किया गया है।

बेरमो की आरमो पंचायत में खदान में ब्लास्ट से लोगों के घर में दरारें

बेरमो की आरमो पंचायत की नई बस्ती के ग्रामीण सीसीएल गोविंदपुर की खदान में होने वाली ब्लास्टिंग से वर्षों से परेशानी झेल रहे हैं। इस कारण वे लोग हमेशा भय के साए में जीने को विवश हैं। ब्लास्टिंग के कारण नई बस्ती के कई घरों में दरारें आ चुकी हैं।

गांव से एक किलोमीटर की दूरी पर गोविंदपुर की खदान है और यहां पर सीसीएल कोयला निकालने के लिए ब्लास्टिंग करती है।

 ब्लास्टिंग होने से गांव में कंपन होती है, जिससे घरों में दरारें हो गई हैं। नई बस्ती में लगभग ढाई सौ घर हैं। जहां 1100 से अधिक लोग रहते हैं। गांव के घरों के अलावा गांव में एक सरकारी स्कूल है।

ब्लास्टिंग होने के कारण स्कूल में भी दरारें हो गई हैं। स्कूल में 100 से अधिक बच्चे पढ़ते हैं। जानकारी के अनुसार दोपहर 2:00 बजे से 4:00 बजे के बीच ब्लास्टिंग होती है। जब ब्लास्टिंग की जाती है, उस वक्त घरों में रहने वाले लोग कंपन महसूस करते हैं। ब्लास्टिंग की समस्या को झेल रहे ग्रामीण सीसीएल प्रबंधन से भी अपनी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन सीसीएल प्रबंधन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

1 लाख 36 हजार करोड़ रुपए की मांग को लेकर राज्य के वित्त मंत्री राधा किशोर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन से मिले,सौंपा ज्ञापन

झा. डेस्क 

झारखंड में हेमंत कैबिनेट 1 लाख 36 हजार करोड़ रुपए की मांग को लेकर मोदी सरकार पर हमलावर है. इस रॉयल्टी की मांग को लेकर आज राज्य के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की है और इस मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा है. इसकी जानकारी झारखंड कांग्रेस मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने दी है.

राकेश सिन्हा ने दी जानकारी 

प्रदेश कांग्रेस मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने जानकारी देते हुए कहा कि झारखण्ड सरकार के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने अपने दिल्ली प्रवास के दौरान केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एवं कोयला मंत्री श्री किशन रेड्डी से मुलाकात कर झारखण्ड के कोयला उत्खन्न क्षेत्र में 1 लाख 36 लाख करोड़ बकाये राशि के लिए केन्द्र से की गई मांग को लेकर लिखित स्मार पत्र देकर बकाया राशि का भुगतान करने का आग्रह किया।

झारखंड आय के अपने आंतरिक स्रोतों में वृद्धि कर सामाजिक आर्थिक उन्नति के लिए प्रयासरत है। झारखंड राज्य के समुचित विकास के लिए केंद्र द्वारा आर्थिक सहयोग आवश्यक है। दोनों केंद्रीय मंत्रियों से झारखंड का बकाया 1 लाख 36 हजार करोड़ रुपए की राशि उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है।

केंद्रीय कोयला मंत्री श्री रेड्डी ने कोयला मंत्रालय के अपर सचिव स्मिता प्रधान को बुलाकर निर्देश दिया कि यथाशीघ्र भारत सरकार के कोयला मंत्रालय तथा झारखंड सरकार के खनन मंत्रालय के अधिकारियों की टीम गठित कर सौहार्दपूर्ण बैठक कर वास्तविक बकाए की राशि की गणना करें ताकि कोयला उत्खनन के शीर्ष में झारखंड को बकाया राशि का भुगतान किया जा सके।

क्या हेमंत सरकार प्राइवेट स्कूलों पर कसेगी लगाम, मनमानी फीस पर अंकुश के लिए उठाये जायेंगे ठोस कदम...?

झा. डेस्क 

रांची. स्कूलों में नामांकन का मौसम आ गया है. इसके साथ ही शुल्क को लेकर भी स्कूल प्लान बनाने में जुट गये हैं. अब तक के ट्रेंड के अनुसार निजी स्कूल मनमाने तौर पर फीस की बढ़ोतरी करते रहे हैं. झारखंड में प्रशासनिक शिथिलता के कारण झारखंड के कई निजी स्कूल प्रबंधन द्वारा मौका पाकर अभिभावकों का भरपूर दोहन की जानकारी प्राप्त होती रहती हैं. यह क्रम फिर से शुरू हो गया है. 

मीडिया रिपोर्ट क अनुरूप झारखंड में कई ऐसे निजी स्कूल हैं जहां शुल्क वृद्धि को लेकर मनमानी की जा रही है. जिला प्रशासन एवं शिक्षा विभाग के मौन रहने के कारण अभिभावकों का शोषण होने की सूचना मिली हैं. हालांकि तीन वर्ष पूर्व सरकार ने निजी स्कूलों की मानमानी रोकने के लिए गाइडलाइन जारी किया था. इसमें यह प्रावधान किया गया था कि निजी स्कूल बिना अनुमोदन के 10 प्रतिशत से अधिक शुल्क नहीं बढ़ा सकते हैं.

इसके लिए सभी स्कूलों में शुल्क निर्धारण समिति का गठन भी किया गया था और पहले चरण में रांची और बोकारो जिला में ही समिति का गठन किया गया. दिलचस्प बात यह है कि वर्तमान स्थिति इन दो जिलों को छोड़ बाकी 22 जिलों में समिति का गठन तक नहीं हो पाया है. प्रशासनिक शिथिलता का निजी स्कूल प्रबंधन भरपूर लाभ उठाते हैं. शहर के कई ऐसे निजी स्कूल हैं जहां शुल्क वृद्धि को लेकर मनमानी की जा रही है.

सूत्र बताते हैं कि निजी स्कूलों द्वारा एडमिशन शुल्क से लेकर अन्य गतिविधियों का हवाला देकर शुल्क में वृद्धि की जा रही है. सरकारी नियमानुसार निजी स्कूल 10 प्रतिशत तक ही शुल्क बढ़ा सकते हैं,जबकि कई स्कूलों में यह राशि 10 से 20 प्रतिशत तक बढ़ाई जाने की सूचना मिली है.

यह शुल्क एनुअल चार्ज, बिल्डिंग चार्ज, मिसलिनियस चार्ज, कंप्यूटर चार्ज, गेम्स चार्ज, सिक्योरिटी चार्ज, सीसीटीवी चार्ज, स्कूल चार्ज, एसएमएस चार्ज, मेडिकल चार्ज, आउटरिच चार्ज और डेवलपमेंट चार्ज को दर्शाकर लिया जा रहा है. ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि सरकार इसे लेकर कितना गंभीर है? अगर सरकार इसे लेकर गंभीर है तो अब तक निजी स्कूलों में कमेटी का गठन क्यों नहीं हुआ?‍ अगर ऐसा नहीं हुआ तो सरकार और शिक्षा विभाग ने इन स्कूलों की जिम्मेदारी क्यों नहीं तय की?

प्रदेश की हेमंत सोरेन सरकार एवं शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन इस मामले में क्या करवाई कर पाते हैं यह भविष्य के गर्त में है. निजी स्कूलों की मनमानी पर रोक लगा कर अभिवावकों को राहत दिलाने की दिशा में क्या करवाई की जायगी इस पर आम लोग सरकार के समक्ष टकटकी लगा कर आशा भरी नजरों से देख रहे हैं.