सीएम योगी की मंशा के अनुरूप जन मन का आयोजन बना महाकुंभ


विश्वनाथप्रताप सिंह

महाकुंभ नगर तीरथराज प्रयाग का महाकुंभ जन मन का महापर्व बन चुका है। अपवाद छोड़ दें तो हर कोई एक-दूसरे का हर संभव सहयोग कर रहा है। बिना पूछे भी। प्रशासन की तो खैर हर जगह प्रभावी उपस्थित है ही। हमारे सनातन धर्म का हर आयोजन, जन मन का आयोजन बने। स्थानीय लोगों के अलावा बाकी लोग भी उस जगह और आयोजन का अपने संभव सहयोग के जरिये ब्रांड एंबेसडर की भी भूमिका निभाएं। यही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा भी है। इसी मानसिकता से पर्यटन जन उद्योग बनेगा। विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन महाकुंभ इसका बहुत बड़ा अवसर बन रहा है।

फाफामऊ से सिविल लाइंस

शुरुआत फाफामऊ से करते हैं। लखनऊ की बस फाफामऊ के बेला कछार में उतार देती है। रात होने को थी। उतरकर एक राहगीर से पूछता हूं। भैया ये कौन सी जगह है। सिविल लाइंस जाना है। जवाब मिला, बेला कछार फाफामऊ। यहां से आपको सिविल लाइंस के लिए ऑटो मिल जाएंगे। सामने कुछ ऑटो दिख भी रहे थे। पास जाकर एक से अभी मोलभाव ही कर रहा था कि दूसरा आटो वाला रुका। उसने कहा सामने 200 कदम आगे पानी की टंकी के उस पार सड़क पर खड़ी हर ऑटो सिविल लाइंस ही जाएगी। 30 रुपए किराया है। उससे ज्यादा नहीं देना है। योगी सरकार ने यही रेट निर्धारित किया है।

महाकुंभ में

सिविल लाइंस होते हुए महाकुंभ में डेरे तक पहुंचते-पहुंचते रात हो गई। हाथ मुंह धोकर निकल पड़े मानवता के इस महासमागम का हिस्सा बनने। संगम नोज पर एक सज्जन मिले। बिहार से थे। उन्होंने यूं ही पूछ लिया, संगम नहाना है। मैंने हां में जवाब दिया तो वह वहां तक जाने का पूरा प्रोसिजर बता गए। मसलन, नाव कहां से मिलेगी। किराया क्या होगा। सब एक सांस में। साथ ही यह भी कहा, भाई साहब बिना संगम स्नान के मत जाइयेगा। खैर घूम फिरकर देर रात अपने डेरे में आ गया।

दूसरे दिन सुबह सबेरे

दूसरे दिन सुबह सेक्टर चार से निकल कर पास स्थित वीआईपी घाट पर पहुंचा। संगम स्नान के इरादे से। अच्छी खासी भीड़ थी। प्रोटोकॉल वालों को भी प्रतीक्षा करनी पड़ रही थी। यहां भी अनायास एक सज्जन टकरा गए। पूछा? आप तो रुके होंगे। मैंने जवाब हां में दिया। फिर उन्होंने कहा, भाई साहब प्रोटोकॉल वालों के पास तो समय नहीं होता। उनको नहा लेने दीजिए। आप भी बिना नहाए मत जाएगा। भले शाम हो जाय। मैने कहा जरूर। आया ही उसी मकसद से हूं। करीब घंटे भर बाद अपनी भी बारी आ गई। संगम में स्नान-ध्यान के बाद इत्मीनान से कुंभ देखा। शाम तक यह सिलसिला चलता रहा। डेरे में आकर थोड़ा आराम और भोजन के बाद देर रात फिर मानवता के इस सबसे बड़े समायोजन को देखने निकल पड़ा।

महाकुंभ कभी सोता नहीं

सेक्टर चार से निकलकर किला घाट पहुंचा। वहां से यमुना के पक्के घाट पर। रास्ते से लेकर घाट तक चहल-पहल। रौशनी में किला अद्भुत लग रहा था। घाट से अरैल का जगमग इलाका किसी दूसरी दुनिया का अहसास करा रहा था। घाट पर लोग मौजूद लोग इस मनमोहक तस्वीर को मोबाइल कैमरों में कैद कर रहे थे। कुछ युवा उस रात में भी यमुना में डुबकी भी लगा रहे थे। रह रहकर पुलिस की गाड़ियों से बजते हुए हूटर मानों यह कह रहे थे, बेफ्रिक रहें, हम हैं। यही तो योगी जी भी सबसे कहते हैं। हर नागरिक की सुरक्षा हमारी गारंटी है। यह गारंटी दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन प्रयागराज के महाकुंभ में भी दिख रही है। और, लोग उस पर मुकम्मल भरोसा भी कर रहे हैं। वाकई अदभुत, अकल्पनीय और अविस्मरणीय है ये महाकुंभ।

छलक जाए ना दर्द दिल आंखों से, उतरे बात जो दिल में वही बात करो

विश्वनाथप्रताप सिंह

प्रयागराज।गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में साहित्यिक एवं सांस्कृतिक एकता के रूप में 'विश्व जनचेतना ट्रस्ट' व 'बज़्म ए अहबाब' के संयुक्त तत्वावधान में कवि सम्मेलन एवं मुशायरा आयोजित किया गया।

करैली स्थित अदब घर में आयोजित कार्यक्रम में समाज और साहित्य में योगदान देने वालों को सम्मानित भी किया गया, जिसकी अध्यक्षता सीनियर एडवोकेट एवं साहित्यकार एमए हसीन मुख्य अतिथि डॉ. जाहेदा खानम, विशिष्ट अतिथियों में ऑल इंडिया रेडियो के पूर्व असिस्टेंट डायरेक्टर अशरफ अली बेग, चीफ पैसेंजर ट्रांसपोर्टेशन मैनेजर बसन्त कुमार शर्मा एवं पूर्व इंजीनियर पइंडियन टेलीफोन इंडस्ट्री लिमिटेड प्रदीप कुमार चित्रांशी रहे।

कार्यक्रम में शायर और कवियों ने एक से बढ़ कर एक रचनाएं प्रस्तुत कीं। तशना कानपुरी ने 'तुम जिसको समझते हो सर शब्ज़ घराना है, एक दस्त है कांटों का पानी है न दाना है। सुना वाहवाही लूटी तो डॉ. राहुल शुक्ल' ने 'जाति-धर्म के नाम पे देखो, बंटा हुआ परिवार, संविधान की शिक्षा खोकर, बन बैठा गुनहगार।' तलत महमूद ने 'छलक जाए ना दर्द दिल आंखों से 'बटोही' उतरे बात जो दिल में बस वही बात करो।'

सूना दाद बटोरी। फ़रमूद इलाहाबादी ने 'जिस्म दो , एक जान रहने दो। हिंदु, मुस्लिम समान रहने दो।' सुनाया। बख्तियार यूसुफ ने 'आज यूसुफ से मोहब्बत की नज़र मिल ही गई, बज़्म में अब रंग उलफत का जमा रह जायग, पेश किया। राम लखन चौरसिया ने 'किसे कहूँ मैं कोकिला, किसे कहूँ मैं काग, चेहरा चेहरा कालिखें, दामन दामन दाग,। सुना खूब वाहवाही लूटी।

संचालन फरमूद इलाहाबादी ने किया। शामिल होने वाले रचनाकारों में शाकिर हुसैन तशना, डॉ. राहुल शुक्ल, फ़रमूद इलाहाबादी, सुनिल दानिश, एडवोकेट बख्तियार यूसुफ, तलत महमूद, वरिष्ठ अधिवक्ता बख्तियार यूसुफ, रामलखन चौरसिया, हैदराबाद से आए शकील हैदराबादी, सलाह ग़ाज़ीपुरी, सेलाल इलाहाबादी, सुहैल अख़्तर, प्रकाश सिंह अश्क, असद ग़ाज़ीपुरी, अब्दुल रहमान, शाहिद अली शाहिद, एमए हसीन, डॉ. जाहेदा खानम, अशरफ अली बेग, बसन्त कुमार शर्मा, प्रदीप कुमार चित्रांशी

हसीन जीलानी, ज़ीशान फतेहपुरी एवं परवेज़ अख्तर आदि ने भी रचनाएं प्रस्तुत कीं। संयोजक साकिब सिद्दीक़ी 'बादल' एवं अमजद हुसैन रावी रहे। उपस्थित लोगों में आसिफ उस्मानी, कान्ति प्रभा शुक्ल, अन्नू विश्वकर्मा, सिरजीत गौतम, दीप कन्नौजिया, संध्या कन्नौजिया व अन्य लोग रहे।

डॉ0 आर के पाण्डेय सीएफओ कमिश्नरेट प्रयागराज को 26 जनवरी 2025 को राष्ट्रपति मेडल दिया गया

गुफरान खान

प्रयागराज|17वर्ष 2021 अप्रैल से कमिश्नरेट प्रयागराज में घटित बड़े अग्निकांडों में फायर सर्विस प्रयागराज द्वारा डॉ0 राजीव कुमार पाण्डेय सीएफओ, कमिश्नरेट के नेतृत्व में प्रभावी कार्यवाही एवं उत्कृष्ट , सराहनीय कार्यों विवरण 17-04-2021 बादशाही मंडी (इलेक्ट्रिक मार्केट)जानसेनगंज प्रयागराज में घटित अग्निकांड पर 05 व्यक्तियों को जो कि आग में घिरे हुए थे फायर सर्विस टीम द्वारा भवन के तीसरी मंजिल से एक्सटेंशन लैडर से सुरक्षित उतारा गया।

जिसमें एक विकलांग महिला भी रही 28-04-2021 को मोहक अस्पताल चौराहा सीवर में फंसे 03 व्यक्तियों को सुरक्षित जीवित बाहर निकाला गया । 01-05-2021 को भारतीय स्टेट बैंक राजापुर प्रयागराज में घटित अग्निकांड भवन में फंसे 07 व्यक्तियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।दिनांक 28-06-2021 को इंदिरा भवन सिविल लाइन प्रयागराज मे घटित अग्निकांड में कई व्यक्तियों को बचाया गया।दिनांक 25-08-2021 को द्वारिका भवन बैंक ऑफ़ बड़ोदा जार्जटाउन प्रयागराज में घटित अग्निकांड में फायर सर्विस टीम द्वारा अत्यंत सूझबूझ एवं अथक परिश्रम से बैंक के संपूर्ण करेंसी चेस्ट को सुरक्षित बचाया गया।

15-12-2021 को मां भगवती मदर एवं चाइल्ड केयर सेंटर कचहरी रोड प्रयागराज में घटित अग्निकांड पर आग में फंसे 09 व्यक्तियों को बाहर निकाला गया। 02-01-2022 को प्रदीप ट्रेडर्स धूमनगंज प्रयागराज में घटित भीषण अग्निकांड में भवन के अंदर फंसे 08 व्यक्तियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।

दिनांक 14-01-2022 को संगम लिंक अपार्टमेंट बाघम्बरी गद्दी अल्लापुर प्रयागराज में घटित अग्निकांड में फंसे 09 व्यक्तियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। दिनांक 02-05-2022 को विकास भवन प्रयागराज में घटित अग्निकांड पर प्रभावी कार्यवाही करते हुए जनधन की रक्षा की गई।दिनांक 17-07-2022 को कार्यालय महाधिवक्ता भवन (अंबेडकर भवन) उच्च न्यायालय इलाहाबाद में घटित भीषण अग्निकांड पर लगभग 11:30 घंटे, 20 फायर टेंडर की सहायता से रिले पंपिंग करके लगातार फायर फाइटिंग की प्रभावी कार्यवाही संपन्न की गई।

दिनांक 01-04-2023 को नेहरू काम्प्लेक्स चौक में लगी भीषण अग्निकांड में जनजीवन की रक्षा की गई अगल-बगल की दुकानों को सुरक्षित बचाया गया। दिनांक 24-04-2024 को रुद्राक्ष टावर में म्योहाल चौराहा पर आग लगी थी जिसमें डोमिनोज पिज़्ज़ा में पांच व्यक्ति और संस्कृति आईएएस की कोचिंग सेंटर से 50 बच्चों को सुरक्षित बचाया गया । दिनांक 01-05-2024 होटल मंदिरम साउथ मलाका के बेसमेंट में आग लगी थी जिसमें द्वितीय तल पर फंसे 12 व्यक्तियों कोसुरक्षित बचाया गया। दिनांक 19 - 01- 2025 को महाकुंभ मेला क्षेत्र में गीता प्रेस सेक्टर 19 के टेंटो में लगी भीषण अग्निकांड में अग्निशमन महाकुंभ मेला के साथ अपेक्षित सहयोग प्रदान करते हुए अग्निशमन कार्य त्वरित कार्यवाही करते हुए संपादित किया गया जिसमें कोई जनहानि नहीं हुई|

महाकुम्भ पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, संतों के साथ संगम में लगाई डुबकी
महाकुम्भ नगर। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सोमवार को संतों के साथ संगम में आस्था की डुबकी लगाई। केंद्रीय गृहमंत्री सोमवार पूर्वाह्न 11ः25 बजे प्रयागराज पहुंचे। एयरपोर्ट पर उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, योगी कैबिनेट के मंत्रियों एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। संगम नोज पर पवित्र स्नान से पूर्व उन्होंनें धर्माचार्यों से भेंट की। इसके बाद संतों के साथ पवित्र डुबकी लगाई। संगम स्नान के बाद गृहमंत्री ने अक्षयवट का दर्शन-पूजन किया।

केंद्रीय गृहमंत्री के साथ जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज, जूना अखाड़े के संरक्षक हरिगिरि महाराज, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं मनसा देवी ट्रस्ट हरिद्वार के अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी महाराज, निरंजनी अखाड़े के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि, योग गुरु बाबा रामदेव सहित अन्य धर्माचार्यों और संतों के साथ स्नान किया।

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य ने भी गृहमंत्री के साथ आस्था की डुबकी लगाई। स्नान के बाद अमित शाह ने सूर्य भगवान को पांच बार अर्घ्य देकर प्रणाम किया। अमित शाह ने स्नान के बाद अक्षयवट का दर्शन-पूजन भी किया।

स्नान के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अमित शाह और आईसीसी के चेयरमैन जय शाह को रजत कलश भेंट किया। संगम स्नान के समय जूना अखाड़े के संरक्षक और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री हरि गिरि समेत तमाम संत मौजूद रहे। इसके अलावा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, भाजपा काशी क्षेत्र अध्यक्ष दिलीप पटेल ने भी शाह का स्वागत किया।


संगम स्नान के बाद अमित शाह जूना अखाड़ा पहुचेंगे। वहां वे अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और अन्य संतों से मुलाकात करेंगे। संतों से महाकुंभ के आयोजन और समाज में धर्म की भूमिका पर चर्चा करेंगे। संतों के साथ पारंपरिक भोजन भी करेंगे।

इसके बाद अमित शाह गुरु शरणानंद और गोविंद गिरि महाराज से विशेष भेंट करेंगे। इस मुलाकात में धर्म, समाज और युवा पीढ़ी को आध्यात्मिक मार्गदर्शन प्रदान करने के विषय पर गहन चर्चा होगी। इसके उपरांत श्रृंगेरी, पुरी और द्वारका पीठ के शंकराचार्यों से मुलाकात करेंगे।



महाकुम्भ पहुँचे योगगुरू स्वामी रामदेव ने श्री गुरु कार्ष्णि आश्रम में कराया योगाभ्यास

योगगुरू स्वामी रामदेव महाकुम्भ मेला क्षेत्र में पहुँच चुके हैं। सोमवार को बाबा रामदेव ने श्री गुरूकार्ष्णि आश्रम के शिाविर में श्रद्धालुओं को योगाभ्यास कराया। बाबा रामदेव ने कहा कि धर्म हमारे जीवन में प्रतिष्ठित हो इसके लिए मनसा वाचा कर्मणा भगवान को भजना पड़ेगा। सूर्य नमस्कार, दण्ड बैठक, आसन प्राणायाम का अभ्यास अनवरत करते रहना चाहिए।

गुरू शरणानंद महाराज ने कहा कि क्या देखना है क्या नहीं देखना है। किस प्रकार देख रहे हो। इन्द्रियों को संयमित करने के लिए लगाम लगानी पड़ती है। अगर मन पर नियंत्रण नहीं रखा तो कई प्रकार की कठिनाईयां उठानी पड़ती है।श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविन्द देव गिरि, रमेश भाई ओझा तथा गीता मनीषी ज्ञानानंद महाराज ने भी श्रद्धालुओं को संबोधित किया।

सीएम योगी और बाबा रामदेव ने लगाई डुबकी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और योग गुरु बाबा रामदेव ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान किया। वे केंद्रीय गृह मंत्री के साथ हैं जो पवित्र स्नान के लिए यहां पहुंचे हैं।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और योग गुरु बाबा रामदेव ने प्रयागराज में महाकुंभ में योग मुद्रा का प्रदर्शन किया
महाकुम्भ में स्थापित किसान देवता मंदिर से उठी किसान बोर्ड की मांग
महाकुम्भ नगर। महाकुम्भ में देवकी नंदन ठाकुर के सनातन बोर्ड की मांग के बाद अब किसान बोर्ड की मांग उठ रही है। विश्व के पहले किसान पीठाधीश्वर किसानाचार्य स्वामी शैलेन्द्र योगिराज सरकार ने यह मांग किया है। महाकुम्भ क्षेत्र के सेक्टर नंबर 15 में मुक्ति मार्ग में सौम्य देवी चौराहे के पास विश्व का पहला किसान्न देवता मंदिर स्थापित किया गया है।

स्वामी शैलेन्द्र योगिराज सरकार ने कहा कि सनातन बोर्ड व वक्फ बोर्ड से लोगों का पेट नहीं भरेगा। कहा कि वह किसान ही है जो संतों के भोजन के लिए फल और फलाहार की वस्तु पैदा करता है और अन्य सभी लोगों के लिए भोजन तथा पूजन की सामग्री पैदा करता है। इसलिए सभी संतों महात्माओं को सबसे पहले अन्नदाता किसान के लिए किसान बोर्ड के गठन की मांग करनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि देश की 70 फीसदी आबादी गांव में बसती है। हमारा देश कृषि प्रधान देश है। भारत गांव में बसता है। भारत की आत्मा प्राण—प्रतिष्ठा यूं कहें तो भारत की जान किसानों में बसती है। देश की आर्थिक समृद्धि और विकास का रास्ता हमारे गांव से होकर गुजरता है। यह भी सच है कि बड़े-बड़े ऋषि मुनि मनीषी विद्वान डॉक्टर इंजीनियर जज और पत्रकार भी किसानों के ही वंशज हैं। अन्नदाता किसान्न देवता देश का भाग्य विधाता है। यह अन्नदाता किसान्न देवता जीव जंतु पशु पक्षी पेड़ पौधों मनुष्यों संत महात्माओं आदि का पेट भरता है। इतना ही नहीं बल्कि देवी देवताओं को चढ़ाने वाले प्रसाद भोजन सामग्री भी किसान ही पैदा करता है। इसलिए किसान बोर्ड का गठन होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि शास्त्रों में कहा गया है अन्नम् ब्रह्म। अन्न ब्रह्म है। अन्न से रस, रस से रक्त, रक्त से मांस,मांस से मेद,मेद से हड्डी, हड्डी से मज्जा, मज्जा से वीर्य। और फिर मैथुनी प्रक्रिया से अब सृष्टि बढ़ रही है। इस अन्न को अन्नदाता किसान पैदा करता है और वह सर्वोपरि है। शास्त्रों में तो यहां तक कहा गया है कि सतयुग में प्राण हड्डियों में रहते थे। त्रेतायुग में प्राण रक्त में रहते थे। द्वापरयुग में प्राण मांस में रहते थे। अब कलयुग में प्राण अन्न में रहते हैं। और अन्न को कौन पैदा करता है अन्नदाता किसान। और अन्न से ही जीवन का अस्तित्व बना रह सकता है। उसके बिना जीवन की कल्पना संभव नहीं है। इस नाते केन्द्र व प्रदेश सरकारों को किसान बोर्ड का गठन करना चाहिए।
महाकुम्भ : स्वामी हितेश्वरानंद सरस्वती महाराज बने महामंडलेश्वर
महाकुम्भ नगर। कटावला मठ चावंड उदयपुर के महंत और विप्र फाउंडेशन के संरक्षक महंत हितेश्वरानंद सरस्वती महाराज को महानिर्वाणी पंचायती अखाड़ा के द्वारा पट्टाभिषेक कर उन्हें महामंडलेश्वर बनाया गया है। मेवाड़ के किसी संत को पहली बार महामंडलेश्वर बनाया गया है।

माघ माह के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि 26 जनवरी को प्रयागराज महाकुंभ में श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी अखाड़ा ने महंत हितेश्वरानंद सरस्वती महाराज को महामंडलेश्वर की उपाधि दी।

महानिर्वाणी पीठाधीश्वर स्वामी विशोकानंद भारती और सर्व संतों की उपस्थिति में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच दूध और गंगाजल से अभिषेक के पश्चात माला और चादर ओढ़ा कर हितेश्वरानंद सरस्वती महाराज का सम्मान किया गया है। पट्टाभिषेक के बाद भव्य भंडारा का आयोजन भी किया गया है।

स्वामी हितेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज का समाजिक कार्यों में अग्रणी होकर सनातन धर्म को मजबूत बनाने का अहम योगदान है। स्वामी जी ने कहा महानिर्वाणी पंचायती अखाड़ा के द्वारा मुझे जो जिम्मेदारी दी गई है उसका निर्वहन पूरी ईमानदारी से करूंगा।
मौनी अमावस्या व बसंत पंचमी को महाकुम्भ क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश पर रहेगा प्रतिबंध
महाकुम्भ नगर। प्रयागराज महाकुम्भ मेला में मौनी अमावस्या व द्वितीय महा अमृत स्नान पर्व और तृतीय अमृत स्नान पर्व बसंत पंचमी के मौके पर मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के मद्देनजर सुगम आवागमन एवं सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मेला क्षेत्र में सभी प्रकार के वाहन प्रतिबंधित रहेंगे। हालांकि प्रशासनिक व चिकित्सीय वाहनों पर यह प्रतिबंध लागू नहीं होगा। यह जानकारी शनिवार देर रात वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महाकुम्भ राजेश द्विवेदी ने दी।

उन्होंने बताया कि 26 जनवरी की शाम 8 बजे से 5 फरवरी की शाम 8 बजे तक अथवा भीड़ समाप्ति तक महाकुम्भ मेला क्षेत्र में प्रशासनिक एवं चिकित्सीय वाहनों के अतिरिक्त सभी प्रकार के वाहनों का आवागमन पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा।

श्रद्धालु निर्धारित पार्किंग में खड़ा करें वाहन, स्नान करने घाट तक पैदल जाय

महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं के वाहन निर्धारित स्थानों पर ही पार्किंग स्थलों पर खड़ा कराया जाएगा। जौनपुर से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों को चीनी मिल पार्किंग, पूरे सूरदास पार्किंग गारापुर रोड, समयामाई मंदिर कछार पार्किंग, बदरा सोनौटी रहीमापुर मार्ग उत्तरी एवं दक्षिणी पार्किंग में पार्क कराया जाएगा। जौनपुर से आने वाले श्रद्धालु से अपील है कि अपने वाहनों को पार्किंग स्थल पर खड़ा करके पैदल ओल्ड जीटी मार्ग से मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे।

वाराणसी की तरफ से आने वाले वाहनों को महुबा बाग थाना झूंसी पार्किंग, सरस्वती पार्किंग झूंसी, नागेश्वर मंदिर पार्किंग, ज्ञान गंगा घाट छतनाग पार्किंग, शिवमंदिर उस्तापुर महमूदाबाद पार्किंग में श्रद्धालु अपना वाहन खड़ा करेंगे।

मिर्जापुर से आने वाले श्रद्धालु देवरख उपरहार पार्किंग, टेंट सिटी पार्किंग, ओमेंक्स सिटी, गजिया पार्किंग उत्तरी व दक्षिणी पार्किंग में वाहन खड़ा करेंगे।

मध्य प्रदेश, बांदा चित्रकूट से आने वाले श्रद्धालु अपने वाहन महेवा पूरब व पश्चिम पार्किंग, मीरखपुर कछार पार्किंग में खड़ा करें। इसी क्रम में कानपुर कौशाम्बी से आने वाले श्रद्धालु काली एक्सटेशन प्लाट नम्बर 17 पार्किंग,इलाहाबाद डिग्री कालेज,पार्किंग दधिकांदो मैदान पार्किंग में वाहन खड़ा कराया जाएगा।

लखनऊ, प्रतापगढ़, अयोध्या, गोडा, बहराइच, बस्ती से आने वाले श्रद्धालु अपने वाहन गंगेश्वर महादेव कछार पार्किंग, नागवासुकी पार्किंग, बक्शीबाध कछार पार्किंग, बड़ा बघाड़ा पार्किंग, आईईआरटी पार्किंग उत्तरी एवं दक्षिणी में अपना वाहन खड़ा करके संगम स्नान करने के लिए पैदल घाट तक जाएंगे।संगम स्नान करके श्रद्धालु अक्षवट मार्ग होते हुए इंटर लाकिंग वापसी मार्ग होते हुए अपने गन्तब्य को रवाना हो जाएंगे।
दुश्मन भी जिस पर विश्वास करता है, वही साधु कहलाता है : मुरारी बापू


महाकुम्भ नगर। दुश्मन भी जिस पर विश्वास करता है, वही साधु कहलाता है। उन्होंने सत्य, प्रेम और करूणा के दिव्य संदेश के साथ सभी श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हुये कहा कि मानस का पवित्रतम पाठ जीवन को संजीवनी प्रदान करने वाला है। उन्होंने सभी को याद दिलाया कि श्रीराम की कथा केवल एक साहित्यिक काव्य नहीं, बल्कि यह अमूल्य खजाना है, जो हमारे जीवन को उच्च आध्यात्मिक दृष्टि और उन्नति प्रदान करता है।

जीवन के विविध पहलुओं पर दिव्यता व गहनता से प्रकाश डाला

परमार्थ निकेतन शिविर प्रयागराज में रविवार को मानस कथा मर्मज्ञ मुराबी बापू के श्रीमुख से हो रही मानस कथा का विराम स्वामी चिदानन्द सरस्वती, आचार्य धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री और साध्वी भगवती सरस्वती की उपस्थिति में हुआ। गौरतलब है, नौ दिवसीय मानस महाकुम्भ के माध्यम से पूज्य बापू ने श्रीराम के जीवन के विविध पहलुओं पर दिव्यता व गहनता से प्रकाश डाला।

यह मानस कथा का विराम नहीं, यह एक नए अध्याय की शुरुआत

इस अवसर पर स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि, आज मानस कथा का समापन हुआ और एक नए अध्याय की शुरुआत हुई। पूज्य बापू ने हम सभी को मानस सामवेद कथा की शुरुआत का आशीर्वाद प्रदान किया। यह मानस कथा का विराम नहीं, यह एक नए अध्याय की शुरुआत है जो कथा श्रवण करने वालों के हृदय में नित नए रूप में समाती है और हमें जीवन के सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती है। उन्होंने कहा, यह मानस कथा का विराम नहीं, यह जीवन के प्रत्येक मोड़ पर एक नए अध्याय की शुरुआत है।

यह मानस कथा का समापन नहीं

साध्वी भगवती सरस्वती ने कहा कि, यह मानस कथा का समापन नहीं है, बल्कि यह हमारे भीतर की दिव्य शक्तियों व आत्मा को जगाने का एक नया प्रारंभ है। पूज्य बापू ने नौ दिनों तक हम सभी को जो संस्कार प्रदान किये हैं उन्हें अपने साथ प्रसाद स्वरूप लेकर जायें, यही इस दिव्य कथा का सार है।मानस कथा यजमान जसानी परिवार और विश्व के अनेक देशों से आये श्रद्धालु गद्गद होकर अपने पूज्य संतों को विदा कर प्रस्थान हो रहे हैं। राष्ट्रसंत, मानस मर्मज्ञ पूज्य बापू के श्रीमुख से हो रही इस दिव्य मानस कथा के समापन के अवसर पर श्रद्धालुगण भाव-विभोर थे।
*सपा की पीडीए पर चर्चा 27 जनवरी से, एक माह तक चलेगी अभियान*

गुफरान खान

सपा प्रमुख अखिलेश यादव व प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल के आह्वान पर समाजवादी पार्टी महानगर की तीनों विधानसभा में सेक्टर वार पीडीए पर चर्चा को अभियान चलाएगी। इस सम्बन्ध में समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष सैय्यद इफ्तेखार हुसैन की अध्यक्षता व महानगर महासचिव रवीन्द्र यादव रवि के संचालन में जार्जटाउन ज़िला कार्यालय पर विधानसभा बूथ व सेक्टर के पदाधिकारियों की बैठक आहुत की गई। जिसमें बताया गया की आदरणीय अखिलेश यादव जी पीडीए की हक़ और हुक़ूक़ की लड़ाई मुस्तैदी और दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ लड़ रहे हैं।

इफ्तेखार ने कहा भाजपा धर्म की आड़ में पिछड़ों दलितों व अल्पसंख्यको को प्रताड़ित करने का कार्य कर रही है। रवीन्द्र यादव ने बताया कि आगामी 27 जनवरी से पूरे एक माह तक शहर की तीनों विधानसभा में समाजवादी पार्टी महानगर पीडीए को इंसाफ और उनके हक़ और हुक़ूक़ के सेक्टर वार अभियान चला कर जहां अखिलेश यादव जी के विचार से अवगत कराएगी वहीं भाजपा की केन्द्र व प्रदेश की डबल इंजन की सरकारों द्वारा पिछड़े दलित व अल्पसंख्यको के साथ हो रहे अत्याचार व युवाओं के बेरोज़गारी के मुद्दे पर भी चर्चा होगी। बैठक में अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

सेहुंडा स्थित पंचायत भवन में नेताजी की जयंती पर मनाया गया शौर्य दिवस

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज यमुनानगर (बारा)। नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म दिवस प्रतिवर्ष 23 जनवरी को मनाया जाता है।इसी दिन केन्द्रीय प्रमुख अनिल दुबे आजाद जी की अगुवाई में क्रांतिकारी पत्रकार परिषद की स्थापना भी की गई थी। केन्द्रीय प्रमुख अनिल दुबे आजाद जी के निर्देशन पर क्रांतिकारी पत्रकार परिषद से जुड़े हुए सभी राज्यों एवं प्रयागराज जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जन्म-जयंती मनाई गई। इस दिन को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारतीय सेना द्वारा भी इस दिन नेताजी को विशेष रूप से सम्मानित किया जाता है।

इस दिन का उद्देश्य नेताजी के साहस और संघर्षों को याद करना है। नेताजी ने भारतीय राष्ट्रीय सेना (कठअ) की स्थापना की थी। इसी क्रम में क्रांतिकारी पत्रकार परिषद प्रयागराज के क्रांतिकारी जिलाध्यक्ष महेश प्रसाद त्रिपाठी ने अपने गांव सेहुंडा में क्रांतिकारी पत्रकार साथियों एवं ग्रामीणों के साथ नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जन्म-जयंती मनाई। उपस्थित साथियों में सुमंत भार्गव, आशीष मिश्रा, आशुतोष त्रिपाठी,नईम अहमद, अनीश अहमद, रजनीश ओझा, सतीश दुबे, राजू दुबे, विजय शुक्ला, आलोक शुक्ला, यादवेन्द्र सिंह यादव, रजनीकांत त्रिपाठी, ग्राम प्रधान रज्जन कुमार,राजू कुशवाहा, पूर्व प्रधान कलामुद्दीन, मनोज कुमार सहित कई लोग मौजूद रहे।