कासगंज में सेवानिवृत्त एडीएम की हत्या,पुलिस जांच में जुटी

लखनऊ । उत्तर प्रदेश में कासगंज के एक गेस्ट हाउस में मंगलवार की सुबह सेवानिवृत्त एडीएम का शव मिला है। उनकी हत्या की गई है। सूचना पर पहुंची पुलिस अधीक्षक ने घटनास्थल का मौका मुआयना किया। पुलिस ने फारेंसिक टीम के साथ घटनास्थल की जांच कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

नौकर के साथ गेस्ट हाउस में रहते थी सेवानिवृत्ति एडीएम

कोतवाली क्षेत्र स्थित मिनाक्षी गेस्ट हाउस में सेवानिवृत्त एडीएम राजेंद्र कश्यप का शव मिला है। नौकर धर्मेंद की सूचना पर पुलिस के अधिकारी, फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची है। पुलिस ने घटनास्थल की जांच कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।पुलिस अधीक्षक अंकिता शर्मा ने बताया कि सेवानिवृत्त एडीएम राजेंद्र प्रसाद कश्यप का सोरो इलाके में मिनाक्षी के नाम से गेस्ट हाउस है। उनका परिवार गाजियाबाद में रहता है जबकि राजेंद्र गेस्ट हाउस में रहते थे। उनके साथ गेस्ट हाउस में नौकर कासगंज के कंचननगर निवासी धर्मेंद्र भी रहता था।

राजेंद्र का शव फर्श पर पड़ा देखकर नौकर के उड़ गए होश

पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि वह मंगलवार को अपना काम निपटाने के बाद सुबह आठ बजे गेस्ट हाउस पहुंचा तो दरवाजा भीतर से बंद था। कई बार खटखटाया पर दरवाजा न खुलने पर मालिक को फोन किया, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुआ। इस पर वह गेस्ट हाउस की दीवार फांदकर अंदर गया तो राजेंद्र का शव फर्श पर पड़ा देखकर उसके होश उड़ गये। उसने घटना की जानकारी पहले पुलिस फिर परिवार के लोगों को दी।

शरीर पर चोटों के निशान पाये गये

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मिनाक्षी गेस्ट हाउस के मालिक राजेंद्र कश्यप की मृत्यु की खबर मिली थी। सूचना पर डॉग स्क्वायड, फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल की जांच कर साक्ष्य को एकत्र किया है। शरीर पर चोटों के निशान पाये गये है, जिससे हत्या की बात सामने आ रही है। शव को पोस्टमार्टम भेजकर मामले की जांच की जा रही है।
शामली में मुठभेड़, उप्र एसटीएफ ने कुख्यात अरशद समेत चार बदमाशों को मार गिराया, इंस्पेक्टर जख्मी

लखनऊ । उत्तर प्रदेश के शामली जिले के झिंझाना में रात को हुई मुठभेड़ में एसटीएफ ने चार बदमाशों ढेर कर दिया। इस दौरान गोली लगने से एसटीएफ के इंस्पेक्टर सुनील घायल हो गए। मारे गए बदमाशों में मुस्तफा उर्फ कग्गा गिरोह का एक लाख रुपये का इनामी बदमाश अरशद भी शामिल है।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मुखबिर ने एसटीएफ को सूचित किया था कि अरशद अपने साथियों के साथ झिंझाना थाना क्षेत्र से गुजरने वाला है। इसके बाद एसटीएफ ने घेराबंदी की। बदमाश जब गुजरे तो उन्हें रोकने की कोशिश की। इस पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोली चलानी शुरू कर दी। एसटीएफ ने माकूब जवाब दिया। करीब आधे घंटे चली इस मुठभेड़ में अरशद और उसके तीन साथी घायल हो गए। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

कुख्यात अरशद थाना बेहट (सहारनपुर) से लूट के एक मामले में वांछित था। उस पर एडीजी जोन ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। अरशद पर लूट, डकैती और हत्या के एक दर्जन मामले दर्ज थे। मुठभेड़ के दौरान एसटीएफ टीम का नेतृत्व कर रहे इंस्पेक्टर सुनील को कई गोलियां लगी हैं। आनन-फानन में उन्हें करनाल के अमृतधारा अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां से उन्हें गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल रेफर किया गया है।
भारतीय जन उद्योग व्यापार मंडल विकास नगर इकाई के पदाधिकारियों ने ली शपथ


लखनऊ। भारतीय जन उद्योग व्यापार मंडल विकासनगर इकाई का शपथ ग्रहण समारोह भव्यता के साथ आयोजित किया गया। प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र प्रताप सिंह ने इकाई के पदाधिकारियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रदेश संयोजक एसडी सिंह वैसवारा उपस्थित रहे। समारोह में मौजूद भाजपा मंडल अध्यक्ष नरेंद्र सिंह देवड़ी ने संगठन के पदाधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि वह व्यापारियों के हर दुख-सुख में साथ खड़े रहेंगे।

शपथ ग्रहण समारोह के बाद तहरी भोज भी हुआ

शपथ लेने वाले प्रमुख पदाधिकारियों में संरक्षक आचार्य दिनेश, राकेश मिश्रा (पार्षद), अध्यक्ष योगेश चतुर्वेदी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. प्रदीप सिंह, महामंत्री हनुमंत सिंह, कोषाध्यक्ष प्रेम सिंह, उपाध्यक्ष अमरेश सिंह, पी. चक्रवर्ती, मंत्री दीपचंद बंधानी, अखिलेंद्र सिंह, संगठन मंत्री महावीर सेंगर, आनंद सिंह, संयुक्त मंत्री पवन कश्यप, एसपी सिंह, प्रचार मंत्री राजेंद्र कुमार, राजेश शर्मा, विधि सलाहकार अजीत प्रताप सिंह, सदस्य कार्यकारिणी माधवेंद्र शुक्ला और अजीत कुमार शामिल थे। शपथ ग्रहण समारोह के बाद तहरी भोज भी हुआ।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों ने लिया भाग

इस मौके पर भाजपा मंडल अध्यक्ष नरेंद्र सिंह देवड़ी, पूर्व मंडल अध्यक्ष देवजीत पांडेय, पार्षद राकेश मिश्रा, राघवराम तिवारी व मान सिंह यादव, संगठन के प्रदेश संरक्षक सौरभ तिवारी, प्रदेश महामंत्री सुशील कुमार सिंह, प्रदेश मंत्री एवं लखनऊ प्रभारी विनोद सिंह, प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष पंकज दीक्षित, प्रदेश कोषाध्यक्ष विवेक शुक्ला, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवीण मिश्रा, विशाल रावत, डॉ. उमेश राय, संगठन मंत्री एसके मिश्रा, उप मंत्री आरके सिंह, प्रदेश मीडिया प्रभारी किशन सिंह, जिला अध्यक्ष अवधेश विश्वकर्मा, जिला विधि सलाहकार अनिल सिंह, नहर रोड अध्यक्ष विजय गुप्ता, महामंत्री मोहित सिंह आदि के अलावा भारी संख्या में व्यापारी उपस्थित रहे।
महाकुंभ के सेक्टर 19 में लगी भीषण आग से कई टेंट जले

लखनऊ । महाकुंभ मेला क्षेत्र में शास्त्री ब्रिज के नीचे पंडालों में भीषण आग लग गई थी। यह आग मेले क्षेत्र के सेक्टर 19 में सिलेंडर फटने से लग गई थी। जिसमें 19 टेंट आग में जल गए। आग पर काबू पाने के लिए दमकल की 15-16 गाड़ियां मौके पर भेजी गईं। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया है। आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। आग की घटना के बाद अस्पताल में तैयारी की गई है। गनीमत है कि अभी तक किसी के भी हताहत होने की सूचना नहीं है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ घटनास्थल का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रभावित क्षेत्र का मुआयना करके अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं। महाकुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर-19 में पांटून पुल 12 स्थित अखिल भारतीय धर्म संघ श्रीकरपात्री धाम वाराणसी के शिविर में आग लगी थी। इसके बाद अन्य शिविर भी आग की चपेट में आ गए, और उनमें रखे एलपीजी सिलेंडर भी धमाके के साथ फटने लगे थे। रुक-रुककर सिलेंडर फट रहे थे। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, इस हादसे में 19 में सिलेंडर फटे। इसके बाद एहतियातन केंद्रीय अस्पताल महाकुंभ में 10 चिकित्सकों को इमरजेंसी में बुलाया गया। एसआरएन अस्पताल को भी अलर्ट मोड पर किया गया है। मुख्यमंत्री योगी ने आग लगने की घटना का संज्ञान लिया है।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। मुख्यमंत्री ने घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। आग लगने के दो मिनट बाद फायरब्रिगेड की गाड़ियां पहुंचीं। दस मिनट मशक्कत के बाद भी आग नहीं बुझ सकी, इसके बाद अन्य टीमों ने भी आग बुझाने के लिए मोर्चा संभाला। आग बढ़ते-बढ़ते करीब 100 वर्ग मीटर से ज्यादा फैल गई। आग की लपटें 30 फीट ऊंचाई तक उठ रही थीं।अफरा-तफरी के बीच अफसर भी मौके पर भागते नजर आए। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी महाकुंभ क्षेत्र में ही हैं। महाकुंभ में लगी भीषण आग में अभी 25 से ज्यादा टेंट जलने की बात कही जा रही है। आग मुख्य रोड पर लोहे के ब्रिज के पास लगी है। हवा की गति सामान्य से तीन गुना तेज होने के चलते अन्य टेंट भी आग की चपेट में आ सकते थे। दमकल की एक दर्जन से ज्यादा गाड़ियां आग बुझाने में लगी रहीं। वहीं जिस जगह आग लगी है उसके पास रेलवे पुल होने से ट्रेनों का संचालन भी रोक दिया गया है।

पुलिस मित्र द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर में 62 रक्तवीरों ने किया रक्तदान

लखनऊ । पुलिस मित्र परिवार द्वारा गणतन्त्र दिवस के उपलक्ष्य में रविवार को (ब्लड बैंक) डॉ. राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान गोमतीनगर में राष्ट्रगान के साथ रक्तदान शिविर का शुभांम्भ किया गया। रक्तदान शिविर में कविंद्र प्रताप सिंह आईपीएस (से.नि.) के संरक्षण व उप निरीक्षक जितेंद्र सिंह (फाउंडर) सपत्नी सरिता सिंह के मार्गदर्शन एवं टीम के (को.फाउंडर) सत्यम पाण्डेय सपत्नी आंचल पाण्डेय, (को.फाउंडर) कुलदीप तिवारी,ज्योति खरे (सिविल डिफेंस/फाउंडर मेंबर), (सीनियर कोआडिनेटर) नूतन वर्मा, (कोआडिनेटर) आशीष सिंह, (कोआडिनेटर) प्रशान्त शुक्ला, (फाउंडर मेंबर) जितेन्द्र कुमार, (फाउंडर मेंबर) अनिल कुमार, (फाउंडर मेंबर) प्रशान्त बाजपेई, (फाउंडर मेंबर) प्रशान्त तिवारी के सहयोग से रक्तदान शिविर का सफल आयोजन किया गया ।

रक्तदान शिविर में 100 से अधिक रक्तवीरों और रक्तवीरांगनाओ ने प्रतिभाग किया, जिसमें 62 रक्तवीरों ने एक हाथ में तिरंगा एक हाथ से रक्तदान का संकल्प लेकर रक्तदान किया कुछ करीब 15 रक्तदाता विभिन्न कारणों से रक्तदान करने में असफल रहे। उक्त रक्तदान शिविर में विशेष आगन्तुक प्रो.अनीत परिहार हेड आॅफ डिप्रोटमेंट रेडियोलॉजिस्ट डिपार्ट केजीएमयू , शशांक प्रचारक स्वंय सेवक संघ लखनऊ सहित समाज सेविका रागिनी पुष्पा जायसवाल, फाउंडर हनु श्री ट्रस्ट, आसमा खां फाउंडर ह्युमेन फाउडेशन, मनीष अग्रवाल फाउंडर रक्तमित्र खाटूश्याम, वरिष्ठ समाज सेवी अनुज कुमार श्रीवास्तव, शशांक शुक्ला मुख्यालय लोक निर्माण विभाग द्वारा स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में अपनी उपस्थित से रक्तदाताओं का उत्साहवर्धन किया।

स्वैच्छिक रक्तदान शिविर की प्रथम रक्तवीर अब्दुल्ला अबीद रहे। जिन्हे प्रथम रक्तदाता के रूप में सम्मानित किया गया। इस अवसर पर लखनऊ पुलिस मित्र परिवार के प्रशांत बाजपेई , पवन सिंह ,आशीष कुमार सिंह, डा मानसी द्विवेदी,जितेन्द्र कुमार,अनिल कुमार , उप निरीक्षक राहुल कुमार , सुजीत कुमार पटेल , अरविंद कुशवाहा ,नदीम भाई, प्रवीण कुमार , गौरव शाहू, अखंड प्रताप सिंह, मनीष कुमार शुक्ला, संध्या यादव, आदिती, धीरेंद्र यादव , संजय सिंह सहित बहुत सारे साथियों ने रक्तदान किए एवं मनोज कुमार वर्मा (सहायक नियंत्रक सिविल डिफेंस )प्रशांत तिवारी,जितेन्द्र (जीतू) ने अपना अमूल्य समय और योगदान देकर अनुग्रहित किया। रक्तदान शिविर में रक्तदाता द्वारा अतिउत्साहपूर्वक बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया गया।

हाईस्कूल का टॉपर बना हत्यारा, पुलिस के सामने चौंकाने वाला किया खुलासा

लखनऊ  । हाईस्कूल में टॉप करने वाला छात्र कैसे अपराध की दुनिया में पहुंच गया, इसकी दर्दनाक कहानी यूपी के बरेली के सीबीगंज इलाके की घटना ने उजागर कर दी। परसाखेड़ा स्थित एक फैक्ट्री में चौकीदार की हत्या और चोरी की गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस ने ठेकेदार के बेटे आशू को गिरफ्तार किया है। आशू ने कबूल किया कि उसने चोरी और हत्या की योजना सिर्फ इसलिए बनाई थी ताकि वह अपनी प्रेमिका से शादी कर सके।

हाईस्कूल टॉपर से अपराधी बनने तक की कहानी

आशू ने हाईस्कूल की परीक्षा में 95% अंक हासिल कर इलाके में नाम कमाया था। लेकिन पारिवारिक कलह और प्रेमिका से शादी के लिए पैसे की कमी ने उसे अपराध की ओर धकेल दिया। पूछताछ में आशू ने बताया कि उसकी प्रेमिका का रिश्ता घरवालों ने कहीं और तय कर दिया था। वह प्रेमिका के साथ भागकर शादी करना चाहता था, लेकिन पैसे की कमी उसके रास्ते में रुकावट बन गई। इसी वजह से उसने फैक्ट्री में चोरी की योजना बनाई।

चोरी के पैसों से 32,000 रुपये में एक बाइक खरीदी

बता दें कि आशू  योजना के अनुसार 10 जनवरी की रात फैक्ट्री में घुसा, लेकिन चौकीदार केसर पंत जाग गए। चौकीदार ने जब मालिक से शिकायत करने की बात कहीं तो वह आपा खो बैठा और उसने मफलर से चौकीदार का गला घोंट दिया और अलमारी से 60,000 रुपये की रेजगारी लेकर फरार हो गया। चोरी के इन पैसों से उसने 32,000 रुपये में एक बाइक खरीदी।

सीसीटीवी ने खोला राज

फैक्टरी मालिक विनीत कुमार सक्सेना ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पास की फैक्टरी के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। फुटेज में आशू को कंबल ओढ़े फैक्टरी से बाहर निकलते देखा गया। पुलिस ने आशू को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जहां उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।

प्रेमिका से शादी करने के लिए घटना को दिया अंजाम

आरोपी ने बताया कि वह अपने पिता की दूसरी शादी से परेशान था और अपनी प्रेमिका के साथ नया जीवन शुरू करना चाहता था। थाना प्रभारी सुरेश चंद्र गौतम ने कहा, "आरोपी ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। चोरी के पैसे से खरीदी गई बाइक और अन्य सामान बरामद कर लिया गया है। उसे कड़ी सजा दिलाने के लिए सभी कानूनी कदम उठाए जा रहे हैं।

युवाओं को इस तरह की घटनाओं से सबक लेने की जरूरत

बरेली में चौकीदार की हत्या का खुलासा होने के बाद जो सच सामने आया है उसे जानने के बाद युवाओं को सबक लेने की जरूरत है। चूंकि जरा सी इमोशन में आकर अपना परिवार की जिंदगी तबाह कर ले रहे है। पढ़ाई की उम्र में प्यार का पागलपन भारी पड़ जा रहा है। प्यार के चक्कर में और ऐश भरी जिंदगी जीने के लिए बिना कुछ सोचे समझे गलत कदम उठा ले रहे है। जिसका आगे चलकर हस्र बहुत बुरा साबित हो रहा है। ऐसे में युवाओं को इससे सावधान रहने की जरूरत है। चूंकि आशू को ले लीजिए। प्यार पाने के लिए इतना सब कुछ किया और अन्य में उसे न तो प्यार मिला और न ही ऐशो आराम, अब जेल की सलाखों के पीछे जीवन गुजारना होगा।
लखनऊ को मिला नया डीएम, 15 आईएएस का स्थानांतरण
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बीती रात एक बजे 15 आईएएस के स्थानांतरण की सूची जारी हुई। सूची में अभी तक लखनऊ के डीएम (जिलाधिकारी) रहे सूर्यपाल गंगवार को मुख्यमंत्री का सचिव बनाया गया। उनके स्थान पर विशाख जी. को लखनऊ का नया डीएम बनाया गया है। विशाख जी. अभी तक अलीगढ़ में डीएम रहे।

इसी तरह संजीव रंजन को जिलाधिकारी प्रतापगढ़ से जिलाधिकारी अलीगढ़, चिकित्सा स्वास्थ्य में विशेष सचिव रहे शिव सहाय अवस्थी को जिलाधिकारी प्रतापगढ़, चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग में विशेष सचिव रही अर्चना वर्मा को राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना में मुख्य कार्यपालक अधिकारी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना की मुख्य कार्यपालक अधिकारी संगीता सिंह को मंडलायुक्त अलीगढ़, अलीगढ़ की मंडलायुक्त चैत्रा वी. को युवा कल्याण व प्रांतीय रक्षक दल का महानिदेशक, यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण में अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्रुति को जिलाधिकारी बुलंदशहर, चंद्र प्रकाश सिंह बुलंदशहर जिलाधिकारी को जिलाधिकारी मथुरा, शैलेंद्र कुमार सिंह जिलाधिकारी मथुरा को मंडलायुक्त आगरा, ऋषिकेश भास्कर मंडलायुक्त सहारनपुर को मंडलायुक्त मेरठ, ऋतु माहेश्वरी आगरा मंडलायुक्त को सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग बनाया गया।

आईएएस के स्थानांतरण में ही सेल्वा कुमारी जे. को मंडलायुक्त मेरठ से नियोजन विभाग सचिव एवं अर्थ संख्या का महानिदेशक, नरेंद्र प्रसाद पांडे को नियोजन सचिव एवं अर्थ संख्या महानिदेशक से प्रयागराज राजस्व परिषद के सदस्य न्यायिक और सुहास एल वाई को खेल को युवा कल्याण विभाग के सचिव रहते हुए महानिदेशक युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल के प्रभाव से अवमुक्त किया गया।
इसरो की सफलता अंतरिक्ष की दिशा में लंबी छलांग : योगी आदित्यनाथ

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाइजेशन (इसरो) को स्पेस डॉकिंग हासिल करने पर बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि यह इसरो के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि है। यह देश के लिए गौरव का क्षण है। यह अंतरिक्ष क्षमताओं की दिशा में लंबी छलांग है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि इस उपलब्धि के साथ टीम इसरो स्पेस डॉकिंग हासिल करने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया है। यह हमारी अंतरिक्ष क्षमताओं की दिशा में लंबी छलांग है। स्पेस डॉकिंग प्रक्रिया को काफी सतर्कता के साथ लॉन्च किया गया।
लखनऊ में मिलावटी चायपत्ती बनाने के कारखाने का भण्डाफोड़, 11 कुन्तल नकली चायपत्ती बरामद

लखनऊ । एसटीएफ यूपी को अवैध मिलावटी चायत्ती बनाने के कारखाने का भण्डाफोड़ करते हुए लगभग 11 कुन्तल से अधिक नकली चायपत्ती बरामद करते हुए गिरोह के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम मोहम्मद आरिफ पुत्र मोहम्मद असलम निवासी मोहल्ला काजी टोला कस्बा व थाना बिसवां जनपद सीतापुर हालपता प्लाट नं-58 कृष्णलोक कालोनी फैजुल्लागंज थाना मड़ियांव है।

तीस लाख की कीमत की मिलावटी चायपत्ती किया जब्त

एसटीएफ ने इसके कब्जे से तीस लाख की कीमत की मिलावटी चायपत्ती, तीस किलो ग्राम चाय को रंगने में प्रयुक्त कलर, छह पैकेट गेरू, इलेक्ट्रानिक तराजू , चार पैकिंग मशीन, एक गैस चूल्हा, एक गैस सिलेंडर, चाय पैक करने वाली पन्नी, एक आधार कार्ड, एक मोबाइल फोन व 12,500 रुपये बरामद किया है। विगत कुछ दिनों से लखनऊ एवं आस पास के जनपदों में अवैध मिलावटी नकली चाय की बिक्री होने की सूचनाएं प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाईयों व टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था।

फैजुल्लागंज में अवैध रूप से नकली चायपत्ती बनाने का चल रहा था कारोबार

इसी क्रम में अवनीश्वर चन्द्र श्रीवास्तव, पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ यूपी के पर्यवेक्षण में अभिसूचना संकलन की कार्रवाई प्रारम्भ की गयी तथा अभिसूचना तन्त्र को सक्रिय किया गया। अभिसूचना संकलन के दौरान मुखबिर एवं विश्वसनीय सूत्रों के माध्यम से एसटीएफ टीम को सूचना प्राप्त हुई कि थाना कोतवाली-मडियावां, जनपद लखनऊ क्षेत्र अर्न्तगत कृष्णलोक कालोनी फैजुल्लागंज में कुछ लोगों द्वारा अवैध रूप से नकली मिलावटी चायपत्ती बनाने का कारखाना संचालित किया जा रहा है।

एसटीएफ और पुलिस ने मिलकर एक युवक को दबोचा

इस सूचना पर उपनिरीक्षक फैजुद्दीन सिद्दीकी के नेतृत्व में मु.आ. सुनील मिश्रा, मु.आ. राघवेन्द्र तिवारी, मु.आ. चेतन सिंह, आरक्षी सुधीर कुमार चालक सुरेश कुमार की टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए कृष्णलोक कालोनी फैजुल्लागंज थाना मड़ियांव जनपद-लखनऊ पहुंचकर अवैध रूप से संचालित नकली चायपत्ती बनाने वाले गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके कब्जे से उपरोक्त बरामदगी हुई। गिरफ्तार अभियुक्त मो. आरिफ ने पूछताछ पर बताया कि हम लोगों का एक संगठित गिरोह है। जो अवैध रूप से मिलावटी चायपत्ती बनाकर लखनऊ एवं आस-पास के जनपदों में सप्लाई करता है।

लखनऊ व आसपास के जिलों में होती रही सप्लाई

इस गिरोह द्वारा कैरियरों के माध्यम से आसाम से सस्ती एवं रद्दी चायपत्ती मंगाकर उसमें विभिन्न प्रकार के कैमिकल मिलाकर स्ट्रांग एवं कलरयुक्त चायपत्ती तैयार की जाती है। जिसे अलग-अलग कम्पनियों के नाम से पैकेट तैयार कराकर उसमें भरकर लखनऊ एवं आस-पास बाराबंकी, सीतापुर, शाहजहांपुर, बहराईच आदि जनपदों में सप्लाई किया जाता है। जिससे काफी मुनाफा होता है। इस नकली व मिलावटी कैमिकल युक्त चायपत्ती से मानव स्वास्थ्य पर अत्यन्त बुरा प्रभाव पड़ता है तथा मानव जीवन के लिए घातक व असुरक्षित है। गिरफ्तार अभियुक्त मोहम्मद आरिफ के विरूद्ध थाना मडियावांव में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।

18 जिलों में नकली चायपत्ती की सप्लाई करता रहा था

मकर संक्रान्ति पर्व के रोज़ जिस तरह से राजधानी लखनऊ के फैजुल्लागंज जैसे घनी आबादी के बीच अघोषित तौर पर नकली चायपत्ती तैयार करने वाली अवैध फैक्ट्री का खुलासा और एक-दो नहीं 11 कुंतल से अधिक नकली माल बरामद हुआ, 13 लाख की चीजें मिली और पता चला कि उक्त कारोबारी लखनऊ से सीधे 18 जिलों में नकली चायपत्ती की सप्लाई करता रहा...वो भी बिना किसी जीएसटी नंबर और फूड लाइसेंस के फैक्ट्री दौड़ रही थी। इससे पहले अगस्त 2022 में ठाकुरगंज इलाके में भी इसी तरह नकली चाय पत्ती की बड़ी खेप पकड़ी गई थी...उसके बाद यह यूपी एसटीएफ और लखनऊ एफएसडीए टीम की बड़ी संयुक्त कार्रवाई मानी जा रही।

शहर में तकरीबन तीन से चार हजार ऐसे खुले टी स्टॉल होंगे

बीते एक दशक से अधिक समय से चाय की गुमटी चला रहे कुछ अस्थाई और फुटपाथी चायवालों से बात की गई तो उनका यही कहना रहा कि अकेले लखनऊ शहर में तकरीबन तीन से चार हजार ऐसे खुले टी स्टॉल होंगे और इन पर रोजाना बड़ी संख्या में चाय की खपत होती है। जबकि स्थाई फूड स्टॉल, होटलों, ढाबों, रेस्टोरेंट पर भी चाय मिलती है। ऐसे में यह सवाल उठना लाज़िमी है कि कहीं जनाब, आप भी तो कड़ाके की ठंडक में नकली चाय की चुस्कियां तो नहीं ले रहें।

खुशबू बढ़ाने के लिए भी कलर का होता है इस्तेमाल

फूड सेफ्टी टीम के अधिकारियों के अनुसार चायपत्ती की सैंपलिंग की जाती है, मगर इतनी बड़ी संख्या में जब चाय की दुकानें हैं तो क्या यह संभव है कि उक्त टीमें क्रमवार इनके यहां चायपत्तियों की सैंपलिंग कर पाती होंगी या नहीं। वहीं चाय वैराइटी के कुछ जानकारों का दबे जुबां यह कहना रहा कि कभी-कभार चाय की खुश्बू बढ़ाने और कलर लाने के लिये उसमें पोस्ता-अफीम, भांग, डोडा पाउडर के भी कुछ अंश डाले जाते हैं जिससे लोगों के चाय की तलब उनकी दुकानों की ओर ज्यादा बढ़े...हालांकि अभी तक तथ्य और बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।

शेयर के तर्ज पर चायपत्ती में उतार-चढ़ाव!

याहियागंज व्यापार मंडल से जुड़े और रकाबगंज में बीते तीन दशक से थोक चायपत्ती का उद्यम कर रहे एक प्रमुख कारोबारी के अनुसार जैसे शेयर का भाव हर पल बदलता है, वैसे ही चाय पत्ती की भी खरीद-फरोख्त होती है और वो भी देश में कुछ छह अधिकृत टी बोर्ड ऑक्शन कमेटी है जिनकी कमेटी से जुड़े ब्रोकर के जरिये होलसेल चायपत्ती का कारोबार चलता है। कोलकाता, सिलीगुड़ी, गुवाहटी, कुन्नूर, कोयम्बटूर, कोचीन (तमिलनाडु) से ही पूरे देश में चायपत्ती बाजारों में पहुंचती है।

ऑनलाइन टी-बोर्ड के जरिये ट्रेडिंग शुरू होती

लखनऊ में अमीनाबाद, रकाबगंज, नटखेड़ा रोड, तालकटोरा चायपत्ती के होलसेल मार्केट हैं जहां से हरदोई, सीतापुर, बाराबंकी, रायबरेली, सुल्तानपुर, लखीमपुर, बहराईच, गोंडा, अयोध्या, शाहजहांपुर और बरेली तक चायपत्ती का माल जाता है।ऐसे में बताया गया कि 120 से लेकर एक हजार रुपये प्रति किलो की चायपत्ती की बिकवाली रोजाना होती है, जबकि आजकल डिप-डिप चाय व ग्रीन टीन भी जोरों पर चल रहा है जिनमें चायपत्ती का डस्ट यानी चूरे का इस्तेमाल होता है...तो यह जरूरी नहीं कि जिसमें पत्ती दिख रही हो वही क्वालिटी वाली चाय है...चाय के स्वाद और उसके रंग पर उसकी पूरी क्वालिटी निर्भर करती है और फिर ऑनलाइन टी-बोर्ड के जरिये ट्रेडिंग शुरू होती है।

बहराइच-नानपारा तो नहीं कलर वाली चाय का गढ़

फैजुल्लागंज में जो नकली चायपत्ती फैक्ट्री पकड़ी गई, बताया गया कि उसके धंधे के तार कहीं न कहीं प्रमुखता के साथ बहराइच से भी जुड़े हैं। जबकि इस कारोबार से जुड़े कुछ लोगों की माने तो नानपारा कहीं न कहीं कलर वाली चाय का गढ़ है, जहां का नेटवर्क प्रदेश के कई जिलों में फैला हुआ है। वहीं लखनऊ के ही थोक चायपत्ती कारोबारियों की माने तो इन कलर वाली या फिर मिलावटी चाय बनाने वाले लोगों के चलते उनके पुराने चायपत्ती के विश्वसनीय धंधे पर नकारात्मक असर तो पड़ता ही है।

लिवर-किडनी प्रॉब्लम, रोग प्रतिरोधक क्षमता कम

-प्रो. डॉ. आकाश माथुर, पूर्व प्रोफेसर पीजीआई गैस्ट्रोएंटरोलॉजी ने कहा कि नकली चाय पत्ती का सेवन पेट और संपूर्ण स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है। इसमें मौजूद हानिकारक रसायन कृत्रिम रंग और हानिकारक पदार्थ, पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकते हैं। नकली चाय पत्ती पेट में जलन, गैस, एसिडिटी और अपच जैसी समस्याओं को बढ़ा सकती है।हानिकारक केमिकल्स लिवर और किडनी पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं। लंबे समय तक इसका सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो सकती है।

पेट, हार्ट, गुर्दा, पेशाब करने में दिक्कत हो सकती है: डा. विवेक वर्मा

डॉ. विवेक वर्मा, एमडी मेडिसन बोले कि चाय में यदि लकड़ी बुरादा, सैंडस्टोन, डोडा या पोस्ता पाउडर, सूखी पत्ती जैसे स्तेमाल किया जा रहा है। पेट, हार्ट, गुर्दा, पेशाब करने में दिक्कत हो सकती है। डॉ. एसपी सिंह, चेस्ट फिजिशियन सीएमएस, ठाकुरगंज संयुक्त टीबी अस्पताल ने कहा कि बुजुर्ग हो या युवा पीढ़ी सभी को चाय की चुस्की लेना पसंद है। हालांकि हद से ज्यादा चाय हो या कोई खादपदार्थ वो नुकसानदायक ही होता है। अब लोग खाने से ज्यादा चाय पर निर्भर हो गये है। यदि उसमें भी मिलावटी हो रही है सभी को पेट, गुर्दा, लीवर,और पेशाब में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

अधिकारी बोले-इसका अभी और तलाशा जा रहा नेटवर्क

इस मुद्दे पर विजय प्रताप सिंह, सहायक आयुक्त, खाद्य सुरक्षा विभाग लखनऊ बोले कि जो मामला अभी पकड़ा गया है, उसकी ट्रेसिंग हमारी टीमें दो माह पूर्व से कर रही थीं। इसके नेटवर्क बहराइच, नानपारा, नेपाल से तो जुड़े लग रहे हैं, उसको खंगाला जा रहा है। वहीं गोंडा, बलरामपुर, शाहजहांपुर, सीतापुर बेल्ट की भी हमारी विभागीय टीमें सक्रिय कर दी गई हैं, इसीलिये उक्त मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई है ताकि रणनीति बनाकर ठोस कार्रवाई की जा सके।

मेडिकल की छात्रा ने गर्ल्स हॉस्टल की छत से लगाई छलांग

लखनऊ । राजधानी के चौक थानाक्षेत्र में मंगलवार को मेडिकल की छात्रा ने गर्ल्स हॉस्टल की छत से छलांग लगा दी। आनन-फानन में लोगों ने छात्रा को आनन फानन ट्रामा सेंटर ले जाया गया है। मामला केजीएमयू के क्वीन मैरी हॉस्पिटल के बगल में स्थित गर्ल्स हॉस्टल का है। बताया गया कि वह मेडिसिन विभाग की छात्रा थी।

चपरासी ने देखा तो उसे ट्रामा सेंटर पहुंचाया

वह कानपुर की रहने वाली है। एक सप्ताह पहले ही घर आई है। सुबह नीचे गिरी मिली। चपरासी ने देखा तो उसे ट्रामा सेंटर पहुंचाया। बताया गया कि उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। वेंटिलेटर पर रखा गया है। उसके कूल्हे की दोनों हड्डियां टूट गई हैं। छात्रा के घरवालों को जानकारी दी गई है। उनके आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

नौकरी से असंतुष्ट होकर आत्महत्या करने का किया प्रयास

आज समय करीब 9.30 बजे जरिये आरटी सेट थाना स्थानीय पर सूचना मिली कि प्रकृति वासवानी पुत्री अशोक वासवानी निवासिनी 122/502 ए सिंधी कॉलोनी शास्त्री नगर हंस नगर कानपुर नगर की मूल निवासी है, गांधीवार्ड जनरल मेडिसिन में पढ़ाई करती है, जो मंगलवार को रेजिडेंस हॉस्टल के कमरा नंबर 206 केजीएम से छत से कूद करके आत्महत्या करने का प्रयास किया है।

केजीएमयू ट्रामा सेंटर में चल रहा इलाज

जिनका इलाज केजीएमयू ट्रामा सेंटर में चल रहा है। इस सूचना पर उच्चाधिकारीगण व थाना स्थानीय की पुलिस टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर प्रकृति वासवानी उपरोक्त को केजीएमयू में भर्ती कराया गया व फील्ड यूनिट को बुलाकर आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है। प्रथमदृष्टया जानकारी हुई कि नौकरी से असंतुष्ट होकर आत्महत्या करने का प्रयास किया है।