अयोध्या में राम मंदिर की पहली वर्षगांठ: CM योगी बोले- 3 पीढ़ियों के बाद आया अवसर
अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के एक साल पूरे हो चुके हैं. पिछले साल पौष शुक्ल द्वादशी तिथि को ही भगवान श्रीराम अपने भव्य मंदिर में विराजमान हुए थे. इस पवित्र अवसर के एक साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आज अयोध्या में भव्य आयोजन किए गए हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद भगवान श्रीराम की अभिषेक आरती कर इस आयोजन का शुभारंभ किया. इस मौके पर सीएम योगी ने राममंत्र का उच्चारण करते हुए भगवान की पूजा की और जयकारे लगाए.वहीं आखिर में सीएम योगी जब श्रीराम के सामने खड़े हुए तो बच्चों की तरह से खिलखिला उठे.
उन्हें खिलखिलाते देख मंदिर के गर्भगृह में मौजूद सभी साधु संत और पुजारी भी हंस पड़े. सीएम योगी रामलला के पहले प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर बड़े उत्साहित नजर आए. उन्होंने कहा है कि राम मंदिर समूचे देश व सनातन धर्म के लिए गौरव की बात है. कहा कि राममंदिर अंदोलन से उनकी तीन पीढ़ियां जुड़ी रही हैं. उनके गुरुदेव तो अपनेजीवन के अंतिम समय में भी राम मंदिर के लिए चिंतित थे. उन्होंने अस्पताल में अशोक सिंघल से पूछा था कि राम जी का मंदिर बन तो जाएगा न? इसका जवाब सुनने के बाद ही उन्होंने देहत्याग किया था.
साढ़े 500 वर्षों के संघर्ष के बाद बना राम मंदिर
बता दें कि राममंदिर के लिए साढ़े पांच सौ वर्षों के संर्घष करना पड़ा है. एक साल पहले पौष शुक्ल द्वादशी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यजमानी में भगवान की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी. इस वसर पर अयोध्या में इस समय तीन दिवसीय समारोह का आयोजन किया गया है. इसमें तीनों दिन में मंदिर परिसर के अंदर 1975 मंत्रों से अग्निदेव को आहुतियां दी जाएंगी. 11 वैदिक ब्राह्मण सुबह आठ बजे से 11 बजे तक और शाम को दो बजे से पांच बजे तक मंत्रोच्चार करेंगे. इस दौरान श्रीराम मंत्र का भी जाप दो सत्रों में होगा और कुल छह लाख मंत्र जाप किया जाएगा.
इस तरह से हो रहा आयोजन
इसके अलावा राम रक्षा स्त्रोत, हनुमान चालीसा, पुरूष शुक्त, श्रीशुक्त, आदित्य हृदय स्त्रोत व अथर्वशीर्ष आदि के परायण का भी कार्यक्रम रखा गया है. इसी प्रकार दक्षिणी प्रार्थना मंडप में रोज शाम को तीन से पांच बजे तक भगवान को राग सेवा की प्रस्तुति दी जाएगी. वहीं मंदिर परिसर में शाम को छह से नौ बजे तक रामलला के सामने बधाई गान होगा. इसी प्रकार यात्री सुविधा केंद्र में तीन दिवसीय संगीतमय मानस पाठ का आयोजन किया गया है. वहीं अंगल टीला पर भी अलग अलग कार्यक्रम रखे गए हैं.
Jan 11 2025, 18:41