गूगल लाएगा 10 बड़े अपडेट, सुंदर पिचाई ने बताया प्लान, जानें क्या है खास

नए साल की शुरुआत के साथ बड़े-बड़े धमाके करने की तैयारी में है. इस साल आपको गूगल पर एक से बढ़कर एक प्रोडक्ट और प्रोग्राम देखने को मिलेंगे. इनसे गूगल सर्विस यूजर्स के लिए पहले से बेहतर हो जाएगी. अल्फाबेट और गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने गूगल के एंप्लॉयज को एक मेल में इसकी जानकारी शेयर की है. पिचाई ने मेल में उन चीजों का जिक्र किया है जो इस साल कंपनी के फोकस में रहने वाले हैं. इसमें इनोवेशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़े कई फीचर्स शामिल हैं.

2025 में गूगल लाएगा 10 बड़े अपडेट

2025 की शुरुआत से ही गूगल ने उन डिवाइस और प्रोडक्ट को रिव्यू करना शुरू कर दिया है, जिन्हें आने वाले कुछ महीनों में पब्लिक डोमेन में लाया जाएगा.

कंपनी ने पिछले साल आखिर में लेटेस्ट AI मॉडल जैमिनी 2.0 के साथ अपनी क्वांटम कंप्यूटिंग चिप विलो को लॉन्च किया था. इसे ‘एजेंटिक एरा’ के लिए डिजाइन किया गया है. अब इससे आगे तक ले जाने की तैयारी है.

पिचाई के मुताबिक, कंपनी जल्द ही गूगल पिक्सल अपग्रेड, क्वांटम AI, डेली लिसन, हार्डवेयर प्रोडक्ट्स (ट्रिलियम TPU, विलो क्वांटम चिप), एक्सटेनडेड रियल्टी प्रोडक्ट्स (एंड्रॉयड XR), नए AI सॉफ्टवेयर के साथ और भी नए प्रोडक्ट लॉन्च किए जाएंगे.

2025 में गूगल जैमिनी 2.0 एजेंटिक एरा के लिए पहले से बेहतर मल्टी मॉडेलिटी के साथ नेक्स्ट जनरेशन AI मॉडल लॉन्च करने वाली है. इसके अलावा जैमिनी API के जरिए अवेलेबल हाई परफॉर्मेंस, फास्ट वर्जन भी लॉन्च किया जाएगा.

पिछले साल गूगल ने विलो चिप लॉन्च किया था. ये क्वांटम चिप मुश्किल से मुश्किल टास्क आसानी से कर सकती है. अब गूगल इसमें और नए फीचर ऐड करने वाली है.

गूगल ने सैमसंग और क्वालकॉम की पार्टनरशिप में एक नए प्लेटफॉर्म ‘एंड्रॉइड XR’ से भी पर्दा उठा दिया है. Android XR अब हेडसेट्स और ग्लासेज में AI असिस्टेंस के साथ लाया जाएगा.

गूगल नोटबुकLM पर भी अपडेट लाने की तैयारी में है. इसमें गूगल बिलकुल नया इंटरफेस, बेहतर ऑडियो कनेक्टिविटी के साथ प्रीमियम वर्जन लेकर आएगा. इस नोटबुकLM प्लस नाम दिया जाएगा.

Veo 2 और Imagen 3 को भी लॉन्च किया जाएगा. ये वीडियो और इमेज जनरेशन मॉडल्स का एक नया वर्जन साबित होगा.

कंपनी Whisk नाम से दूसरी फोटो को इनपुट के तौर पर यूज कर के नई इमेज जनरेट करने वाला टूल भी लाएगी.

गूगल ने डीप रिसर्च लॉन्च किया जो कि जेमिनी एडवांस्ड में एक नया फीचर है. ये रिसर्च असिस्टेंट के लिए एडवांस रीजनिंग और लॉन्ग टेक्स्ट का यूज करता है. डीप रिसर्च ने जेमिनी 2.0 फ्लैश का एक एक्सपेरिमेंटल वर्जन भी शुरू किया है. ये एक बेहतर परफॉर्मेंस और स्पीड वाला मॉडल है.

कतरनी चूरा के स्वाद का दीवाना है बिहार, जानें कैसे होता है तैयार

मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती”, यह महज गाने के बोल नहीं बल्कि किसानों के जीवन को चलाने वाला चरखा है. इसी धरती पर उपजे अनाज से बिहार ही नहीं बल्कि देश के कई राज्य सुगंधित हो रहे हैं. बात मकरसंक्रांति के त्योहार की हो तो सबसे पहले चूरा दही का नाम सुनकर मुंह में पानी आ जाता है. ऐसे में भागलपुर का कतरनी चूरा अपनी सौंधी खुशबू से लोगों को दीवाना बना देता है. इसके स्वाद के लोग कायल हैं. भागलपुर व बांका के क्षेत्र में कतरनी धान से तैयार किए गए चूरे को विदेशों में भी भेजा जाता है.

भागलपुरी कतरनी चूरे की खासियत इसकी सौंधी खुशबू और मीठा स्वाद है जो केवल यहां की मिट्टी से ही मिलता है. भागलपुर के जगदीशपुर और सुलतानगंज में 1200 एकड़ व बांका में 1050 एकड़ में कतरनी धान की खेती होती है. सुल्तानगंज के आभा रतनपुर गांव पहुंचकर कतरनी चूरा के तैयार होने की विधि को जानने का प्रयास किया. चूरा मील में मौजूद किसान प्रणीत उर्फ सोना जी ने बताया कि हमारे यहां प्रदेश की मिट्टी से खुशबू वाला चावल और चूरा तैयार होता है. महाभारत काल में धृतराष्ट्र को यहां प्रदेश से ही सुगंधित चावल भेजा जाता था. हमारे यहां की मिट्टी की यह गुणवत्ता है कि यह इतनी खुशबू करती है, इसमें किसी भी फ्लेवर का इस्तेमाल नहीं किया जाता. चूरा पहले स्टीम में जाने के बाद चिपडे होने वाले मशीन में जाकर बाहर निकलता है.

क्यों बड़ी डिमांड?

किसान प्रणीत ने कहा कि यहां के कतरनी में खुशबू होती है. बाकी अन्य जगहों पर भी लोग कतरनी लगाते हैं लेकिन उसमें खुशबू कम होती है. हमारे यहां लोगों की भीड़ लगी है यह इतना टेस्टी चूरा है कि इसका वर्णन नहीं किया जा सकता. खाते ही ये मुंह में घुल जाता है. यही गुणवत्ता के कारण लोग कतरनी चूरा खरीदने के लिए उमड़ पड़े हैं. पिछले साल कतरनी चूड़ा 130 रुपए किलो बिकता था इस बार उसमें 10 रुपए की बढ़ोतरी हो गई है.

ये है बनाने का प्रोसेस

किसान प्रणीत ने बताया कि हमारे पास एपीओ है. उसके तहत महिलाएं खेत से धान को काटकर लाती है, फिर हम लोग उसे मशीन से तैयार करते हैं. पहले ड्रायर में हवा से उसे साफ किया जाता है फिर पानी में कुछ घंटे फूलाने के बाद उसे धोते हैं. 4 घंटे पानी में फूलता है फिर 12 घंटे हम उसे आराम देते हैं. उसके बाद बॉयलर के थ्रू मशीन में जाता है, भट्टी में बालू के बीच उसे भूंजा जाता है जिसे हम लोग स्टीम कहते हैं. फिर मशीन में चूरा पंच होता है और उसकी पैकेजिंग होती है और उसके बाद मार्केट में भेजा जाता है.

राहुल गांधी को पुणे की अदालत से मिली जमानत, मानहानि मामले में अगली सुनवाई 18 फरवरी को

कांग्रेस नेता राहुल गांधी को बड़ी राहत मिली है. शुक्रवार को पुणे की एक अदालत ने मानाहनि के एक मामले में कांग्रेस नेता को जमानत दे दी है. इसी के साथ अदालत ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 18 फरवरी की तारीख मुकर्रर की है. राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का यह केस वीडी सावरकर के पोते ने किया है. बताया जा रहा है कि राहुल गांधी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस सुनवाई में शामिल हुए.

राहुल गांधी पर आरोप है कि उन्होंने मार्च 2023 में लंदन में सावरकर के खिलाफ कथिथ तौर पर आपत्तिजनक बयान दिया था, जिसके बाद वीडी सावरकर के पोते ने कांग्रेस नेता के खिलाफ पुणे में मानहानि का मामला दर्ज कराया. इसके बाद अब अदालत सुनवाई कर रही है.

विदेश दौरे पर हैं राहुल गांधी

बताया जा रहा है कि वकील की ओर से राहुल गांधी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल होने की अनुमति मांगी गई थी, जिसे कोर्ट ने मंजूर कर दिया था. इसके बाद राहुल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई में शामिल हुए और अदालत ने कांग्रेस नेता को जमानत दे दिया.

दरअसल, राहुल गांधी नए साल मनाने के लिए विदेश दौरे पर हैं. ऐसे स्थिति में कोर्ट में उनकी फिजिकल पेशी संभव भी नहीं थी. इसलिए माना जा रहा है कि वो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई में शामिल हुए. गांधी ने अपने भाषण में स्वतंत्रता सेनानी द्वारा लिखी गई एक किताब का हवाला देते हुए उन पर कुछ टिप्पणियां की थीं.

दूसरे मानहानि मामले में सुनवाई टली

दूसरी ओर से यूपी के सुल्तानपुर में भी रायबरेली से सांसद राहुल गांधी से संबंधित मानहानि मामले की शुक्रवार को सुनवाई होनी थी, लेकिन अधिवक्ताओं की हड़ताल के चलते यह टल गई. हड़ताल के कारण सांसद-विधायक के लिए विशेष अदालत के मजिस्ट्रेट शुभम वर्मा ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 22 जनवरी की तारीख तय की है.

बीजेपी नेता ने 2018 में दर्ज कराया था केस

एक बीजेपी नेता विजय मिश्रा ने साल 2018 में राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का परिवाद सांसद-विधायक (एमपी/एमएलए)अदालत में दर्ज कराया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि कर्नाटक चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने अभद्र टिप्पणी की थी जिससे वह आहत हुए थे. अदालत में पांच साल तक लंबी प्रक्रिया चली, राहुल गांधी हाजिर नहीं हुए तो दिसंबर 2023 में तत्कालीन न्यायाधीश ने वारंट जारी कर उन्हें तलब किया था. तब फरवरी 2024 को राहुल गांधी अदालत में पेश हुए थे.

गुजरात में एचएमपीवी का तीसरा मामला आया सामने, 8 साल के बच्चे में संक्रमण की पुष्टि

चीन से निकला ‘ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस’ (HMPV) धीरे-धीरे भारत में अपना पैर पसारने लगा है. देश में एचएमपीवी के मामले बढ़ रहे हैं. अकेले गुजरात से अब तक इसके तीन मामले सामने आए हैं. शुक्रवार को गुजरात के साबरकांठा जिले में 8 साल के एक लड़के के एचएमपीवी से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. एक अधिकारी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि फिलहाल, लड़का वेंटिलेटर पर है.

इस नए मामले की पुष्टी के बाद राज्य में एचएमपीवी मामलों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है. अधिकारी ने बताया कि 8 साल के यह बच्चा प्रांतिज तालुका के खेतिहर मजदूर परिवार से ताल्लुक रखने वाला है. इसके एक निजी प्रयोगशाला द्वारा किए गए परीक्षण में एचएमपीवी से संक्रमित पाया गया था. इसके बाद स्वास्थ्य अधिकारियों ने पुष्टि के लिए उसके रक्त के नमूने एक सरकारी प्रयोगशाला भेजे थे.

बच्चे की हालत स्थिर है- जिलाधिकारी

अधिकारियों के मुताबिक, बच्चा वर्तमान में हिम्मतनगर शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती है. इस मामले को अब तक संदिग्ध एचएमपीवी मामला माना जा रहा था. वहीं, सरकारी प्रयोगशाला को भेजे गए बल्ड सैंपल के आधार पर इसके एचएमपीवी से संक्रमित होने की पुष्टी हो गई है. साबरकांठा जिलाधिकारी रतनकंवर ने कहा, ‘सरकारी प्रयोगशाला ने शुक्रवार को पुष्टि की कि लड़का एचएमपीवी से संक्रमित है.’

उन्होंने आगे कहा कि, फिलहाल बच्चे का इलाज हो रहा है और उसकी हालत स्थिर है. वहीं, अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि लड़का वेंटिलेटर पर है. गुजरात में एचएमपीवी का पहला मामला 6 जनवरी को दर्ज किया गया था. जब राजस्थान से संबंध रखने वाला दो महीने का एक शिशु इस बीमारी से पीड़ित पाया गया

दो महीने के नवजात शिशु को बुखार, नाक बंद होना, नाक बहना और खांसी जैसे लक्षण थे. इसके बाद उसे इलाज के भर्ती कराया गया. जहां अस्पताल में इलाज के बाद उसे छुट्टी दे दी गई थी. बाद में पता चला कि वह एचएमपीवी से संक्रमित है. वहीं, गुरुवार को अहमदाबाद शहर में 80 साल के एक व्यक्ति के संबंधित वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई. अस्थमा से पीड़ित मरीज फिलहाल एक निजी अस्पताल में भर्ती है.

स्वास्थ्य मंत्रालय भी अर्लट

देश में बढ़ते एचएमपीवी के मामले को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय भी अर्लट है. मंत्रालय की ओर बताया गया है कि यह संक्रमण पहली बार 2001 में सामने आया था. यह कोई नया वायरस नहीं है लोगों को डरने की जरूरत नहीं है. वो अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें. संक्रमन को लेकर मंत्रालय की ओर से गाइडलाइन भी जारी की गई है.

एक ही परिवार के 3 लोगों की हत्या, पति-पत्नी और बेटे को कुल्हाड़ी से काटा

छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के प्रतापपुर ब्लॉक के जगन्नाथपुर डुबकापारा में जमीन विवाद को लेकर तीन लोगों की हत्या कर दी गई. जानकारी के मुताबिक, 20 से 30 लोगों ने कुल्हाड़ी, लाठी-डंडे से एक परिवार पर हमला कर दिया. जिसमें 2 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं एक गंभीर रूप से घायल हो गया था. घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया. जिसके बाद उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया.

दरअसल पूरा मामला जमीन विवाद को लेकर है. डुबकापारा में माधे टोप्पो के परिवार की 7 एकड़ जमीन है. जिसके बंटवारे को लेकर उसके भाई से विवाद चल रहा था. इसी बीच आज फसल लगाने को लेकर दोनों भाइयों और उनके परिवार के बीच मारपीट हुई. जानकारी के मुताबिक, विवाद इतना बढ़ गया कि माधे टोप्पो के भाई ने कुल्हाड़ी से हमला कर दिया. जिसमें उसकी पत्नी और बेटे की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं माधे टोप्पो गंभीर रूप से घायल हो गया था जिसने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया. मामले को लेकर खड़गवां पुलिस जांच में जुटी गई है.

तीन लोगों की हत्या

थाना प्रतापपुर के खड़गावा चौकी अंतर्गत केरता पंचायत के डूबका पारा में दो परिवारों में जमीन विवाद में खूनी संघर्ष देखने को मिला. इस घटना में एक ही परिवार के तीन लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई. मृतकों में बसंती टोप्पो (53), नरेश टोप्पो (31), और माघे टोप्पो (60) शामिल हैं. सूत्रों के अनुसार, मृतक परिवार ने दो महीने पहले जिला सत्र न्यायालय और एसडीएम कोर्ट में साढ़े सात एकड़ जमीन का केस जीता था. शुक्रवार को मृतक परिवार खेत की जुताई करने पहुंचा था. इसी दौरान आरोपी, जो करीब 30-40 की संख्या में बताए जा रहे हैं, वहां पहुंचे और परिवार के साथ बेरहमी से मारपीट कर उनकी हत्या कर दी. घटना में आरोपी जगरनाथपुर और केरता गांव के निवासी बताए जा रहे हैं.

जमीनी विवाद में किया हमला

इस हत्याकांड के बाद से एक बार फिर पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं. भरी संख्या में लोग पहुंचकर दिन दहाड़े खेत में 3 लोगों पर जानलेवा हमला कर हत्या कर देते हैं. जिसकी भावनक पुलिस को घंटों बाद लगती है. पुलिस यदि सही समय पर घटना स्थल पहुंचती तो शायद मृतकों को बचाया जा सकता था. सवाल यह भी है कि भरी भीड़ में पहुंचे लोग क्या गुंडे, बदमाश या हत्यारे थे.

पुलिस पर उठ रहे सवाल

इस हत्याकांड के बाद से एक बार फिर पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं. भरी संख्या में लोग पहुंचकर दिन दहाड़े खेत में 3 लोगों पर जानलेवा हमला कर हत्या कर देते हैं. जिसकी भावनक पुलिस को घंटों बाद लगती है. पुलिस यदि सही समय पर घटना स्थल पहुंचती तो शायद मृतकों को बचाया जा सकता था. सवाल यह भी है कि भरी भीड़ में पहुंचे लोग क्या गुंडे, बदमाश या हत्यारे थे.

मैंगलोर पेट्रोल पंप धोखाधड़ी का मामला: कर्मचारी ने क्यूआर कोड बदलकर 2 साल में किया 58 लाख रुपये का गबन

कर्नाटक के मैंगलोर से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जिले के बंगराकुलुर में एक पेट्रोल पंप पर कर्मचारी ने अपना क्यूआर कोड लगाकर 58 लाख रुपये की धोखाधड़ी कर दी. वह 2 साल से क्यूआर कोड के जरिए रकम अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करता रहा. पंप मालिक को जब इसकी भनक लगी तो शिकायत पुलिस से की गई.

आरोपी पंप कर्मचारी मैंगलोर के बंगराकुलुर के पास रिलायंस पेट्रोल पंप पर सुपरवाइजर था. आरोप है कि उसने 2 साल में 58 लाख रुपये की धोखाधड़ी की है. आरोपी ने ग्राहकों के भुगतान के लिए बैंक में रखे क्यूआर कोड को हटाकर अपना क्यूआर कोड डाल दिया था. परिणामस्वरूप, ग्राहक द्वारा भुगतान किया गया पैसा आरोपी कर्मचारी के बैंक खाते में स्थानांतरित हो जाता था.

पंप पर लगा क्यूआर कोड हटाया और अपना लगाया

धोखाधड़ी करने वाले आरोपी की पहचान मैंगलोर के बाजपे निवासी मोहनदास के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि वह करीब 15 साल से एक पेट्रोल पंप पर काम कर रहा है. वह पेट्रोल पंप के बैंक के वित्तीय मामलों और प्रबंधन की जिम्मेदारी निभाता है. मोहनदास ने 10 मार्च 2020 को अपने अकाउंट का क्यूआर कोड पंप पर लगा दिया था. उसने पंप पर लगा क्यूआर कोड को हटा रखा था. पंप मालिक को इसकी भनक लगी. उसने जांच की तो पैसे में हेरफेर निकलकर आया. शिकायत पुलिस से की गई.

दो साल में किया 58 लाख रुपयों का गबन

पेट्रोल पंप कंपनी के मैनेजर संतोष मैथ्यू ने आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. मैंगलोर के साइबर क्राइम एंड इकोनॉमिक स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने मोहनदास को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ कर रही है. जांच में सामने आया है कि आरोपी मोहनदास ने 10 मार्च 2020 से 31 जुलाई 2022 तक क्यूआर कोड बदल दिया था. इस दौरान आरोपी ने करीब 58 लाख रुपये का गबन कर डाला.

हैदराबाद में बैंक ऑफ इंडिया की असिस्टेंट मैनेजर ने की आत्महत्या, काम के दबाव से थी परेशान

आंध्र प्रदेश की राजधानी हैदराबाद में बैंक ऑफ इंडिया की असिस्टेंट मैनेजर ने अपने अपार्टमेंट की छत से कूदकर जान दे दी. वह बैंक में नौकरी मिलने के बाद काम के दबाव में थीं. घटना के बाद सनसनी फैल गई. जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. घटना गुरुवार को हैदराबाद के बाचुपल्ली पुलिस स्टेशन इलाके में हुई.

मृतका की पहचान आंध्र प्रदेश के पीथापुरम की कोटा सत्यलावन्या (32 वर्ष) के रूप में हुई. वह अपने पति के साथ हैदराबाद के बाचुपल्ली केआरसीआर कॉलोनी में एमएन रेजीडेंसी में रह रही थी. उनकी शादी पांच साल पहले उसी इलाके के बथुला वीरमोहन से हुई थी. पति आईटी कर्मचारी हैं. वहीं, मृतका सत्यलावन्या बाचुपल्ली राजीव गांधी नगर स्थित बैंक ऑफ इंडिया में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर कार्यरत थी.

बैंक में काम के दबाव की करती थी शिकायत

मृतका के चाचा एआरएसवी प्रसाद ने पुलिस को बताया कि सत्यलावन्या ने उन्हें कई बार उस बैंक में बढ़ते दबाव के बारे में बताया था, जहां वह काम कर रही थी. एक अधिकारी के मुताबिक, बाचुपल्ली पुलिस उनकी शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच कर रही है. मृतका के चाचा ने बताया कि सत्यलावन्या अक्सर अपने रिश्तेदारों से बैंक में काम के दबाव की शिकायत करती थी. वह शुक्रवार को संक्रांति पर घर जाने की तैयारी कर रही थी. वह गुरुवार को हमेशा की तरह बैंक गई थी.

छत से कूदकर दे दी जान

बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों को बताने के बाद वह उसी दोपहर घर आ गई. उन्होंने बताया कि घर आने पर सत्यलावन्या टेंशन में थी. वह अचानक सीधे अपार्टमेंट की छत पर गई और वहां से नीचे कूद गई. जब परिवारवालों को जानकारी हुई तो वह वहां पहुंचे और गंभीर रूप से घायल होने पर उसे पास के एसएलजी अस्पताल ले गए, लेकिन कुछ ही देर बाद उसकी मौत हो गई. पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है.

सपा नेता मुजीबुर्रहमान ने खुद को मारी गोली, कैंसर से थे पीड़ित

समाजवादी पार्टी के एक नेता ने आत्महत्या कर ली है. पार्टी के पूर्व नगर अध्यक्ष मुजीबुर्रहमान उर्फ बबलू काफी लंबे समय से कैंसर से पीड़िता थे. उसी के बाद उन्होंने कैंसर से पीड़ित हो कर लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली. कैंसर बीमारी से परेशान होकर सपा नेता ने यह कदम उठाया है. वह मौलवीगंज के रहने वाले थे.

कैंसर की वजह से वो शारीरिक और मानसिक दोनों तरह के कष्ट झेल रहे थे. इसी पीड़ा के चलते उन्होंने आत्महत्या का कदम उठाया और लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को ही गोली मार ली. उनकी मौत से उनके परिवार में शोक की लहर है.

पार्टी ने जताया दुख

सपा नेता की निधन के बाद समाजवादी पार्टी ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट कर उनकी मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है. समाजवादी पार्टी ने पोस्ट कर कहा, लखनऊ के पूर्व नगर अध्यक्ष मुजीबुर्रहमान बबलू जी का इंतकाल, अत्यंत दुःखद है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें, शोकाकुल परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं.

भारत में फैल रहा कैंसर

कैंसर एक बहुत ही गंभीर बीमारी है, जिसने देखते ही देखते भारत में भी पैर पसार लिए हैं. इस जानलेवा बीमारी का सामना कर रहे मरीज न सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक चुनौतियों का भी सामना करते हैं.

इस बीमारी में शरीर की सेल अनियंत्रित रूप से बढ़ने, विभाजित होने और फैलने लगते हैं. यह बीमारी तब होती है जब कोशिकाओं के सामान्य काम में गड़बड़ी आ जाती है. कैंसर कई तरह का होता है. जिसमें महिलाओं में सबसे ज्यादा ब्रेस्ट कैंसर होता है. इसके अलावा भारत में फेफड़ों का कैंसर, मुंह का कैंसर, पेट का कैंसर, सर्वाइकल कैंसर और कोलोरेक्टल कैंसर हो जाता है.

National Institutes of Health के मुताबिक, साल 2022 में भारत में कैंसर के अनुमानित मामलों की संख्या 14,61,427 पाई गई थी. भारत में, नौ में से एक व्यक्ति को अपनी जिंदगी में में कैंसर होने की संभावना है.

बिहार: राष्ट्रीय जनता दल के नेता लालू यादव के करीबी विधायक आलोक मेहता के घर पर ईडी का छापा,16 ठिकानों पर चल रही कार्रवाई

राष्ट्रीय जनता दल के नेता लालू यादव के करीबी विधायक आलोक मेहता ने घर ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने सुबह-सुबह पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक के घर छापा मारा है. ईडी ने विधायक के 16 ठिकानों पर एक साथ रेड मारी है. यह छापेमारी करोड़ोंके लेनदेन मामले में की गई है. बिहार के साथ ही दिल्ली और उत्तर प्रदेश में भी छापेमारी की गई है.

ईडी ने पटना समेत देश के उत्तर प्रदेश और दिल्ली जैसे राज्यों में भी एक साथ 16 ठिकानों पर रेड की है. बताया जा रहा है कि ईडी की तरफ से यह कार्रवाई बैंक लोन घोटाले से जुड़े एक मामले के संबंध में की गई है.

पूरा मामला वैशाली कोऑपरेटिव बैंक से संबंधित बताया जा रहा है. जिसमें करोड़ों रुपए के लेनदेन की जांच की जा रही है. यह भी बताया जा रहा है कि यह छापेमारी वित्तीय अनियमितताओं और धोखाधड़ी के आरोप के तहत की गई है.

पिता लालू-आलोक नीतीश सरकार में रह चुके मंत्री

आलोक मेहता की गिनती राष्ट्रीय जनता दल के कद्दावर नेताओं में होती है. वह राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेहद करीबी नेताओं में गिने जाते हैं. उनके पिता तुलसी प्रसाद मेहता भी लालू सरकार में मंत्री रह चुके हैं. बिहार में जब-जब भी महागठबंधन की सरकार बनी है. तब-तब आलोक मेहता मंत्री बने हैं. इसके अलावा वह पार्टी में भी कई अहम पदों को संभाल चुके हैं.

आलोक मेहता उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र से राजद से सांसद भी रह चुके हैं. आलोक मेहता की गिनती राज्य के मंझे हुए राजनीतिज्ञ के रूप में होती है.

छापेमारी से मचा हड़कंप

ED की टीम मेहता के पटना स्थित सरकारी आवास पर भी छापा मार रही है. वहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है. मेहता महागठबंधन सरकार में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री थे.टीम फिलहाल मेहता से पूछताछ कर रही है और दस्तावेजों की जांच कर रही है. इस छापेमारी के बाद पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है.

कोहरे ने रोक दी गाड़ियों की रफ्तार, बिहार-पंजाब जानें वाली कई ट्रेनें लेट

दिल्ली समेत उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा में घना कोहरा छाया हुआ है. विजिबिलिटी कम होने से आवागमन में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ट्रेनों पर भी इसका असर देखा जा रहा है. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर आने वाली ट्रेनें लेट चल रही हैं. कई प्रमुख ट्रेनें 2 से 3 घंटे देरी से चल रही हैं. यात्रियों को भीषण ठंड के बीच प्लेटफार्म पर ट्रेनों का इंतजार करना पड़ रहा है. रेलवे अधिकारियों की ओर से कहा जा रहा है कि यात्रा से पहले यात्री अपनी ट्रेन का स्टेट्स चेक करें.

पूरा उत्तर भारत कड़ाके की ठंड की चपेट में हैं. भीषण सर्दी से लोग कांप रहे हैं. कोहरा और शीतलहर ने भी जनजीवन प्रभावित कर दिया है. शुक्रवार सुबह से ही घने कोहरे ने राजधानी दिल्ली समेत कई प्रदेशों को अपनी चपेट में ले लिया है. कोहरे के कारण रेलवे यातायात चरमरा गई है. कोहरे ने कई ट्रेनों की रफ्तार धीमी कर दी है. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर आने वाली कई ट्रेंने देरी से पहुंच रहीं हैं, जिससे ठंड के बीच यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

भीषण सर्दी में परेशान हो रहे यात्री

गुरुवार को विभिन्न रेलवे स्टेशनों से चली ट्रेंने कोहरे के करण समय से अपने गंतव्य की ओर नहीं पहुंची. बांद्रा से जम्मू और कटरा जाने वाली स्वराज एक्सप्रेस गाड़ी नंबर 12471 कोहरे की वजह से 1 घंटा 36 मिनट देरी से चल रही है. जम्मू से कटरा गाड़ी नंबर 12451 श्रम शक्ति एक्सप्रेस 2 घंटे की देरी से है. वहीं, दिल्ली से राजेन्द्र नगर जाने वाली संपूर्ण क्रान्ति गाड़ी नंबर 12394 करीब 40 मिनट की देरी से चल रही है. यात्रियों का कहना है कि उन्हें रेलवे द्वारा देरी से चलने वाली ट्रेनों की जानकारी नहीं दी गई, जिससे वह भीषण सर्दी में परेशान हो रहे हैं.

23 घंटे देरी से चल रही सचखंड एक्सप्रेस

कोहरे के कारण गुरुवार को उत्तर भारत से नई दिल्ली आने वाली 20 से ज्यादा ट्रेनें देरी से चलीं. इनमें कई ट्रेंने ऐसी थीं जो 20 से ज्यादा घंटे की देरी से चल रहीं थीं. इनमें अमृतसर से नांदेड के बीच चलने वाली ट्रेन सचखंड एक्सप्रेस 23 घंटे की देरी से चल रही थी. इसके अलावा दरभंगा-नई दिल्ली हमसफर एक्सप्रेस 8 घंटे, बरौनी-नई दिल्ली हमसफर एक्सप्रेस 7.5 घंटे, पुरुषोत्तम एक्सप्रेस 6 घंटे, पूर्वा एक्सप्रेस 5.5 घंटे, रीवा एक्सप्रेस 5 घंटे, भुवनेश्वर दुरंतो एक्सप्रेस 4 घंटे की देरी से, प्रयागराज-आनंद विहार टर्मिनल हमसफर एक्सप्रेस 3 घंटे, काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस 3 घंटे, गोंडवाना एक्सप्रेस 3 घंटे, सोगरिया-हजरत निजामुद्दीन एक्सप्रेस 3 घंटे, विशाखापतन्नम -नई दिल्ली एपी एक्सप्रेस 3 घंटे, जम्मू राजधानी एक्सप्रेस 2.5 घंटे, उत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस 2.5 घंटे, राजेंद्र नगर-नई दिल्ली तेजस राजधानी एक्सप्रेस 2 घंटे, वैशाली एक्सप्रेस 2 घंटे, संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस 2 घंटे, पद्मावत एक्सप्रेस 2 घंटे, हीराकुंड एक्सप्रेस 2 घंटे और श्रमशक्ति एक्सप्रेस 1 घंटा देरी से चली.