प्रमोशन घोटाले में आरोपों से मंत्री आशीष पटेल नाराज, एसटीएफ पर लगाये आरोप  
लखनऊ। उप्र प्राविधिक शिक्षा विभाग के प्रमोशन घोटाला में आरोपों से घिरे हुए मंत्री आशीष पटेल नाराज हो गये। मंत्री आशीष पटेल ने गुरूवार को पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान धरना मास्टर पल्लवी पटेल धरने पर बैठी थी। वहां यूपी एसटीएफ के दो आदमी धरने के दौरान मौजूद थे, जब वहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता है। यूपी एसटीएफ पैर पर गोली मारा करती है, उनसे कहना चाहता हूं कि दम है तो आशीष पटेल के सीने में गोली मारकर दिखाये।

मंत्री आशीष पटेल ने कहा कि अपना दल कमेरावादी की अध्यक्ष एवं विधायक पल्लवी पटेल के धरने के पीछे साजिश षड़यंत्र हुआ है। षड़यंत्र से इन्कार नहीं किया जा सकता है। जब इस तरह के षड़यंत्र हो रहे हैं तो उनकी जान को खतरा है यह कहना गलत नहीं है। उन्हें वाई या जेड सुरक्षा नहीं चाहिए, उनके कार्यकर्ता ही उनकी सुरक्षा कर लेगें। लेकिन षड़यंत्र स्वरूप उनको मारने की भी साजिश हो सकती है।

उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री आशीष ने षड़यंत्र की बात पर आगे कहा कि कुछ समाचार पत्रों एवं न्यूज चैनलों पर उनके विरूद्ध घोटाले का आरोप लगाने के समाचार को प्राथमिकता के साथ दिखाया गया है। इसमें संबंधित विभाग की ओर से कोई टिप्पणी भी नहीं की जा रही है। सत्तरह सौ करोड़ रूपये खर्च कर के न्यूज चलवायी जा रही है तो उनके मान मर्दन का जवाब ईंट के मुकाबले पत्थर से दिया जायेगा।
षड़यंत्रों का जवाब संगठन को मजबूत कर देगा अपना दल :अनुप्रिया पटेल
लखनऊ। अपना दल (सोनेलाल) की अध्यक्ष एवं केन्द्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि सामाजिक न्याय की लड़ाई को और भी मजबूती से अपना दल लड़ेगा। अपना दल अपने खिलाफ हो रहे षड़यंत्रों का जवाब संगठन को मजबूत कर देगा। अपना दल नये वर्ष में संगठन को मजबूत करेगा और कार्यकर्ताओं के बल पर बड़े मुकाम हासिल करेगा।

केन्द्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने लखनऊ में आयोजित अपना दल कार्यकर्ता सम्मेलन में कहा कि अपना दल के किसी नेता कार्यकर्ता के प्रतिष्ठा पर आंच आयेगी तो हम समझौता नहीं करेगें। अपना दल के विरूद्ध षड़यंत्र कहां से चल रहे हैं, एक एक कार्यकर्ता अच्छे से जानते है। षड़यंत्र करने वाली ताकतें कान खोलकर सुन लें, षड़यंत्रों में पड़ कर अपना दल सामाजिक न्याय का विषय उठाना छ़ोड़ देगा। यह होने वाला नहीं है।

इस अवसर पर अपना दल (सोनेलाल) के प्रदेश अध्यक्ष ने अपना दल कमेरादल छोड़कर आये लाल जी पटेल, फूलचंद्र सरोज सहित तमाम नेताओं को अपना दल सोनेलाल की सदस्यता दिलायी। अपना दल (सोनेलाल) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने नये सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि आपका अपने पुरानी जगह और सोनेलाल की पार्टी में स्वागत है। आप का समय अनमोल है, श्रम महत्वपूर्ण हैं।
युवक ने मां सहित चार बहनों की हत्या ,वीडियो जारी कर आरोपित बेटे ने हत्या करने की बताई वजह


लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ के होटल शरणजीत में एक युवक ने अपने पिता के साथ मिलकर परिवार के पांच लोगों की हत्या कर दी। आगरा जिले के निवासी आरोपित ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। उसने बताया कि मोहल्ले वाले इनके परिवार को परेशान कर रहे थे। इसको डर था कि अगर इसे कुछ हो गया तो इनकी मां और बहन का क्या होगा, इसलिए इसने उनको मार देने का फैसला किया। पुलिस उपायुक्त मध्य रवीना त्यागी ने बताया कि आरोपित अरशद आगरा जिले के इस्लामनगर में पिता बदर, मां अस्मा, बहनों- आलिया (9), अल्शिया (19), अक्सा ( 16) और रहमीन (18) के साथ रहता है।

वह मोहल्ले वालों को यह बताकर घर से निकला था कि अजमेर जा रहा है। 30 दिसंबर को यह सभी लखनऊ आये और नाका इलाके में बने होटल शरणजीत में कमरा 109 में रह रहे थे। अरशद ने नये साल के पहले दिन एक जनवरी को अपने पिता के साथ मिलकर मां और चारों बहनों की हत्या कर दी। बकायदा इसने एक वीडियो बनाया है, जिसमें उसने अपने परिवार को मारने की बात स्वीकार किया है। पुलिस उस वीडियो को कब्जे में लेकर जांच में जुट गई है। आरोपित ने यह भी स्वीकारा है कि उसका पिता अपनी जान देने के लिए कही निकला है। लखनऊ में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या से सनसनी फैल गई।

सूचना पर लखनऊ पुलिस के कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने आरोपित को हिरासत में लेकर फोरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किया। होटल के कमरें को सील कर दिया गया है। पुलिस उपायुक्त सेंट्रल ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में आरोपित अरशद ने अपनी चार बहनों और माता की हत्या करने की घटना को कबूल करते हुए बताया कि मोहल्ले वाले इनके परिवार को परेशान कर रहे थे। उसको डर था कि अगर उसे कुछ हो गया तो उनकी माँ और बहन का क्या होगा, इसलिए उसने उनको मार देने का फैसला किया। अरशद परिवार को पहले अजमेर लेकर गया फिर लखनऊ लाकर सभी को होटल में रुकवाया। रात्रि में शराब पिलाई और कुछ के मुंह में कपड़ा डालकर दुपट्टे से गला दबा दिया और कुछ की कलाई ब्लेड से काट दी। इस काम में पिता ने मदद की। इसके बाद पिता को रेलवे स्टेशन पर छोड़ दिया और स्वयं थाने पहुंचकर घटना की सूचना दी।

अभियुक्त की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त ब्लेड व दुपट्टा बरामद कर लिया गया है। संयुक्त पुलिस आयुक्त बब्लू कुमार ने पत्रकारों को बताया कि आज सुबह सूचना मिली कि नाका थाना क्षेत्र स्थित एक होटल के कमरे में पांच लोगों की लाश मिली है। पुलिस ने घटना की जांच की। घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जा रही है। प्रत्येक तथ्य के संबंध में साक्ष्य संकलन कर सत्यापित किया जा रहा है। आगरा में रहने वाले उसके घर के पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि अरशद झगड़ालू किस्म का था। 18 दिसंबर को भी उसका पड़ोसी से विवाद हुआ था। छह माह पहले ही उसकी शादी हुई है और उसके झगड़ालु प्रवत्ति से परेशान होकर पत्नी उसे छोड़कर चली गई थी।
युवक ने मां सहित चार बहनों की हत्या ,वीडियो जारी कर आरोपित बेटे ने हत्या करने की बताई वजह


लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ के होटल शरणजीत में एक युवक ने अपने पिता के साथ मिलकर परिवार के पांच लोगों की हत्या कर दी। आगरा जिले के निवासी आरोपित ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। उसने बताया कि मोहल्ले वाले इनके परिवार को परेशान कर रहे थे। इसको डर था कि अगर इसे कुछ हो गया तो इनकी मां और बहन का क्या होगा, इसलिए इसने उनको मार देने का फैसला किया। पुलिस उपायुक्त मध्य रवीना त्यागी ने बताया कि आरोपित अरशद आगरा जिले के इस्लामनगर में पिता बदर, मां अस्मा, बहनों- आलिया (9), अल्शिया (19), अक्सा ( 16) और रहमीन (18) के साथ रहता है।

वह मोहल्ले वालों को यह बताकर घर से निकला था कि अजमेर जा रहा है। 30 दिसंबर को यह सभी लखनऊ आये और नाका इलाके में बने होटल शरणजीत में कमरा 109 में रह रहे थे। अरशद ने नये साल के पहले दिन एक जनवरी को अपने पिता के साथ मिलकर मां और चारों बहनों की हत्या कर दी। बकायदा इसने एक वीडियो बनाया है, जिसमें उसने अपने परिवार को मारने की बात स्वीकार किया है। पुलिस उस वीडियो को कब्जे में लेकर जांच में जुट गई है। आरोपित ने यह भी स्वीकारा है कि उसका पिता अपनी जान देने के लिए कही निकला है। लखनऊ में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या से सनसनी फैल गई।

सूचना पर लखनऊ पुलिस के कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने आरोपित को हिरासत में लेकर फोरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किया। होटल के कमरें को सील कर दिया गया है। पुलिस उपायुक्त सेंट्रल ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में आरोपित अरशद ने अपनी चार बहनों और माता की हत्या करने की घटना को कबूल करते हुए बताया कि मोहल्ले वाले इनके परिवार को परेशान कर रहे थे। उसको डर था कि अगर उसे कुछ हो गया तो उनकी माँ और बहन का क्या होगा, इसलिए उसने उनको मार देने का फैसला किया। अरशद परिवार को पहले अजमेर लेकर गया फिर लखनऊ लाकर सभी को होटल में रुकवाया। रात्रि में शराब पिलाई और कुछ के मुंह में कपड़ा डालकर दुपट्टे से गला दबा दिया और कुछ की कलाई ब्लेड से काट दी। इस काम में पिता ने मदद की। इसके बाद पिता को रेलवे स्टेशन पर छोड़ दिया और स्वयं थाने पहुंचकर घटना की सूचना दी।

अभियुक्त की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त ब्लेड व दुपट्टा बरामद कर लिया गया है। संयुक्त पुलिस आयुक्त बब्लू कुमार ने पत्रकारों को बताया कि आज सुबह सूचना मिली कि नाका थाना क्षेत्र स्थित एक होटल के कमरे में पांच लोगों की लाश मिली है। पुलिस ने घटना की जांच की। घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जा रही है। प्रत्येक तथ्य के संबंध में साक्ष्य संकलन कर सत्यापित किया जा रहा है। आगरा में रहने वाले उसके घर के पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि अरशद झगड़ालू किस्म का था। 18 दिसंबर को भी उसका पड़ोसी से विवाद हुआ था। छह माह पहले ही उसकी शादी हुई है और उसके झगड़ालु प्रवत्ति से परेशान होकर पत्नी उसे छोड़कर चली गई थी।
लखनऊ के होटल में आगरा के युवक ने मां और चार बहनों की हत्या की
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के नाका थाना क्षेत्र के एक होटल में एक युवक ने आज सुबह अपनी मां और चार बहनों की हत्या कर दी। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी जांच टीम के साथ मौके पर पहुंचे।पुलिस उपायुक्त (मध्य) ने बताया कि आगरा जनपद के रहने वाले अरशद ने होटल शरणजीत में अपनी मां अस्मा, बहनों (09),आलिया (19), अल्शिया (19 ), अक्सा ( 16) और रहमीन (18) की हत्या कर दी है।

उन्होंने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और सभी आवश्यक कानूनी प्रक्रिया प्रारंभ की। फील्ड यूनिट ने मौके पर पहुंचकर साक्ष्य एकत्र किए। विस्तृत जांच की जा रही है। आरोपित ने किसी धारदार हथियार से मां और बहनों की कलाई और गर्दन को रेता है। आरोपित पुलिस हिरासत में है। प्रारंभिक पूछताछ में उसने हत्या करने का कारण पारिवारिक कलह बताया है।
मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले सात गिरफ्तार ,तीन करोड़ 70 लाख रुपये की हेरोइन बरामद

लखनऊ । एएनटीएफ यूनिट आगरा द्वारा अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले सात सक्रिय तस्कर गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 475 ग्राम अवैध मादक पदार्थ कोकीन एवं 667 ग्राम अवैध मादक पदार्थ हेरोइन (अनुमानित अन्तर्राष्ट्रीय कीमत 3 करोड़ 70 लाख रुपए) बरामद किया है ।गिरफ्तार अभियुक्त का नाम ,आशीष यादव पुत्र बच्चू सिंह यादव, महेश यादव पुत्र चन्द्रपाल सिंह, गुरूदयाल निषाद पुत्र सुरेश चन्द्र, संजीव यादव पुत्र चोखेलाल यादव, शैलेष कुमार यादव पुत्र रामनिवास यादव, सीटू यादव पुत्र जयपाल यादव ,मुकेश यादव पुत्र टीकाराम है।

बता दें कि पुलिस महानिदेशक यूपी, अपर पुलिस महानिदेशक, कानून एवं व्यवस्था यूपी, लखनऊ अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध, यूपी, लखनऊ के मार्गदर्शन एवं पुलिस महानिरीक्षक, एएनटीएफ, लखनऊ के निर्देशन व पुलिस अधीक्षक (आॅपरेशन), अपर पुलिस अधीक्षक (आॅपरेशन), एएनटीएफ मुख्यालय, लखनऊ, के पर्यवेक्षण में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले अपराधियों के विरूद्ध अभियान चलाया जा रहा है। इसी कम में पुलिस उपाधीक्षक, एएनटीएफ, आॅपरेशनल यूनिट आगरा के नेतृत्व में एएनटीएफ यूनिट आगरा द्वारा अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले सात सक्रिय तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया ।

एएनटीएफ यूनिट ने इनके कब्जे से 475 ग्राम अवैध मादक पदार्थ कोकीन एवं 667 ग्राम अवैध मादक पदार्थ हेरोइन (अनुमानित अन्तर्राष्ट्रीय कीमत तीन करोड़ 70 लाख रुपए, एक टाटा सफारी कार, एक बाइक, एक की पैड मोबाइल फोन, छह एनड्राइड फोन बरामद किया है। इनके खिलाफ जनपद एटा में एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। पूछताछ में बताया कि हम लोग पिंकू नामक व्यक्ति जो सिकन्दरा राऊ का रहने वाला है, से कोकीन एवं अवैध हेरोइन लेकर आते हैं तथा आगरा, नोएडा, दिल्ली, जयपुर में मिक्स कर बेचते हैं जो मुनाफा होता है आपस में बांट लेते हैं।

लखनऊ में 31 दिसंबर पर हुड़दंगियों से पुलिस सख्ती से निपटेः सयुंक्त पुलिस आयुक्त
लखनऊ। नव वर्ष की पूर्व संध्या पर 31 दिसंबर को शहर में कई जगहों पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम को लेकर सयुंक्त पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) अमित वर्मा ने सोमवार को सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रखने के निर्देश दिए हैं। इस दौरान शराब पीकर वाहन चलाने वाले व हुड़दंग करने वालों पर पुलिस की नजर रहेगी।

सयुंक्त पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) ने जिलें के सभी पुलिस अधिकारियों, थाना प्रभारी और बीट प्रभारियों को 31 दिसंबर को लेकर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि नए साल के आगमन को लेकर 31 दिसंबर को लोग होटल, क्लब, बार आदि जगहों पर जश्न मनाते हैं। ऐसे में इन जगहों पर लड़ाई, छेड़छाड़ की घटना होना आम बात है। इसको ध्यान में रखते हुए पुलिस प्रबंध किए जाएं। सादी वर्दी में महिला व पुरुष पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगायी जाए। सूनसान जगहों पर पीआरवी वाहन गश्त करें।

बाजारों, शापिंग मॉल में भी चौकसी बरती जाए। चौराहों पर बैरिकेटिंग लगाकर पुलिस चेकिंग करे। शराब पीकर वाहन चलाने और हुड़दंगियों से पुलिस सख्ती से निपटें। वहीं, नव वर्ष की सुबह के समय धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की भीड़ होती है। इसको देखते हुए मंदिरों में भी पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगायी जाए। सीसीटीवी कैमरे से नजर रखें। सोशल मीडिया पर नजर रख भ्रामक और अफवाह फैलाने वालों पर पुलिस सख्त कार्रवाई करें। यातायात मार्ग को भी परिवर्तन किया गया है।
इनोवेशन के लिए विकसित किये जाएं सेंटर ऑफ एक्सीलेंस: सीएम योगी


लखनऊ। मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ ने सोमवार को यूपी इनोवेशन फंड (यूपीआईएफ) को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री योगी ने स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश की तीनों टेक्निकल यूनिवर्सिटी को इनोवेशन से जोड़ने के निर्देश दिये।

उन्हाेंने कहा कि सभी तीनों टेक्निकल यूनिवर्सिटी में इनोवेशन सेंटर बनाए जाएं, जहां पर बच्चों को स्टार्टअप से संबंधित सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। इसके अलावा उन्होंने ग्लोबल और लोकल मार्केट की मैपिंग कराने के निर्देश दिये ताकि वर्तमान की आवश्यकता के अनुसार छात्र इनोवेशन को विकसित कर सकें।

ग्लोबल मार्केट के अनुसार विकसित किये जाएं इनोवेशन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्तमान में तेजी के साथ टेक्नोलॉजी बदल रही है। ऐसे में बदलती हुई टेक्नोलॉजी और ग्लोबल मार्केट के अनुसार इनोवेशन को विकसित किया जाए। इसके लिए जरुरी है कि नये इनोवेशन के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की जाए। साथ ही सभी तीनों टेक्निकल यूनिवर्सिटी में इनोवेशन की आवश्यकता के अनुसार सेंटर की स्थापना की जाए। इसके लिए सरकार द्वारा उन्हे फंड उपलब्ध कराया जाए।

उन्होंने कहा कि सरकार के पास फंड की कमी नहीं जबकि युवा के पास इनोवेशन तो हैं, लेकिन फंड की कमी है। ऐसे में यूनिवर्सिटी के माध्यम से छात्रों को फंड उपलब्ध कराया जाए। इससे आने वाले समय में नये-नये इनोवेशन सामने आएंगे। इससे जहां प्रदेश का युवा ग्रोथ करेगा, वहीं प्रदेश का भी नाम रौशन होगा। इसके लिए सीएम ने अधिकारियों को एक प्रारुप तैयार करने के निर्देश दिये। सीएम ने निर्देश दिये कि ग्लोबल मैपिंग के बाद उसकी आवश्यकता के अनुसार ट्रेड तैयार करें। उन्होंने वर्तमान की आवश्यकता के अनुसार पुरानी ट्रेडों को आधुनिकीकरण करने के निर्देश दिये।

सीएम ने दिये निर्देश, राज्य सरकार और इंवेस्टमेंट मैनेजर के अंशदान को बराबर करने पर करें विचार

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्टार्टअप को इकोसिस्टम से जोड़ना होगा। इसके लिए टेक्निकल यूनिवर्सिटी में मार्डन टेक्नोलॉजी के साथ ओडीओपी के लिए भी स्पेस दिया जाए। उन्होंने आवश्यकता के अनुसार ट्रेड सेलेक्ट करके छात्रों को इनोवेशन के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए यूनिवर्सिटी को भी प्रेरित करने के निर्देश दिये। इसके लिए यूनिवर्सिटी को पूरी तरह से फ्रीडम दिया जाए, तभी नये इनोवेशन सामने आएंगे। मुख्यमंत्री ने इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए यूनिवर्सिटी को आईआईटी से जोड़ने के निर्देश दिये।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर दो वर्ष पहले स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए 400 करोड़ के अंशदान को स्वीकृति दी गयी थी। वहीं इंवेस्टमेंट मैनेजर को 1200 से 3600 करोड़ का अंशदान करना था। इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य सरकार और इंवेस्टमेंट मैनेजर के अंशदान को बराबर करने पर विचार होना चाहिए। इससे जहां प्रदेश में इनोवेशन को प्रोत्साहन मिलेगा, वहीं छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा।
वर्ष 2024: योगी सरकार के प्रयत्न से बेसिक शिक्षा में सुधार व ऐतिहासिक उपलब्धियां
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयास से 2024 में बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक सुधार हुए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में, प्रदेश ने निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार (RTE) के तहत 6-14 आयु वर्ग के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं। इस पहल के तहत 1,65,544 गरीब बच्चों को गैर-सहायता प्राप्त विद्यालयों में सीटें आवंटित की गईं और उन्हें 1200 रूपए प्रति छात्र की राशि डीबीटी के माध्यम से दी गई, ताकि वे निःशुल्क यूनिफॉर्म, जूता-मोजा, स्वेटर, स्कूल बैग और स्टेशनरी प्राप्त कर सकें।

इसके अलावा, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों का उच्चीकरण, डिजिटल लर्निंग का विस्तार, दिव्यांग बच्चों के लिए विशेष प्रावधान और खेलकूद को बढ़ावा देने जैसे कदमों ने प्रदेश में बेसिक शिक्षा को नई दिशा दी है।

इस बार, सरकार ने परिषदीय विद्यालयों में बच्चों के समग्र विकास के लिए कई योजनाएं लागू की हैं, जिनमें शारदा कार्यक्रम, निपुण आकलन परीक्षण, स्मार्ट क्लासेस और डिजिटल शिक्षा के माध्यम से शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने की दिशा में काम किया गया है। इसके साथ ही, दिव्यांग बच्चों के लिए ‘समर्थ’ ऐप और विशेष सहायक उपकरणों का वितरण किया गया है। योगी सरकार ने शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने के साथ-साथ स्कूल इंफ्रास्ट्रक्चर, स्मार्ट क्लास, शिक्षक प्रशिक्षण और डिजिटल साधनों के माध्यम से बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए ठोस प्रयास किए हैं।

1. निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार

- निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के अंतर्गत 6-14 वर्ष के सभी बच्चों को निःशुल्क और अनिवार्य प्रारंभिक शिक्षा की व्यवस्था की गयी।

इस योजना के तहत 1,65,544 बच्चों को गैर-सहायित मान्यता प्राप्त विद्यालयों में सीट आवंटित की गयी। समस्त राजकीय, परिषदीय एवं सहायतित विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा 1-8 तक समस्त बालक/बालिकाओं को निःशुल्क पाठ्यपुस्तक एवं कार्यपुस्तिका वितरण किया गया।

2. शैक्षिक सामग्रियां और सुविधाएं

- राजकीय, परिषदीय एवं सहायतित विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा 1-8 तक के समस्त छात्र-छात्राओं को निःशुल्क यूनिफार्म, जूता मोजा, स्वेटर, स्कूल बैग एवं स्टेशनरी क्रय करने हेतु उनके अभिभावकों के खाते में धनराशि ₹1200/- डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित किए गए।

बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु खेलकूद गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए प्रति प्राथमिक विद्यालय ₹5000/- और प्रति उच्च प्राथमिक विद्यालय ₹10,000/- की दर से खेलकूद सामग्री क्रय करने हेतु धनराशि का प्रावधान किया गया।

3. विशेष कार्यक्रम और योजनाएं

- प्रदेश में समग्र शिक्षा के अंतर्गत 1772 पायलट फेज के 60 उच्च प्राथमिक/कम्पोजिट विद्यालयों और पीएम श्री योजना के अंतर्गत 570 उच्च प्राथमिक/कम्पोजिट विद्यालयों में लर्निंग बाई डूइंग कार्यक्रम संचालित करने हेतु 04 दिवसीय अध्यापक प्रशिक्षण आयोजित किया गया। परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों का निपुण लक्ष्य/लर्निंग आउटकम पर आधारित निपुण आकलन परीक्षण का आयोजन हुआ।

4. सुविधाएं और आधारभूत संरचना

- 1350 नए अतिरिक्त कक्षाकक्षों की व्यवस्था हुई।

- 123 जर्जर उच्च प्राथमिक विद्यालयों का पुनर्निर्माण गतिमान है।

- 354 विद्यालयों में वृहद मरम्मत का कार्य किया गया।

- 145 ब्लॉक/नगर संसाधन केंद्रों की वृहद मरम्मत हेतु वित्त पोषण।

- 09 ब्लॉक/नगर संसाधन केंद्रों के पुनर्निर्माण हेतु वित्त पोषण।

- 746 आवासीय कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में बालिकाओं हेतु निःशुल्क आवासीय शिक्षा की व्यवस्था।

- 680 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों को कक्षा 6 से 12 तक उच्चीकरण।

5. शिक्षक प्रशिक्षण और क्षमता संवर्धन

सभी परिषदीय विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों/प्रभारी प्रधानाध्यापकों को दिव्यांगता विषय पर प्रशिक्षण का आयोजन।- प्रत्येक माह न्याय पंचायत स्तर पर एजेंडा आधारित बैठकें।

शिक्षकों की क्षमता संवर्धन एवं पीयर लर्निंग हेतु प्रत्येक माह न्याय पंचायत स्तर पर एजेंडा आधारित बैठकें। 880 विकासखंडों में आईसीटी लैब की स्थापना।

6. दिव्यांग बच्चों के लिए विशेष प्रबंध

- दिव्यांग बच्चों के लिए ब्रेल पाठ्यपुस्तकें, विस्तारित पाठ्यपुस्तकें, एस्कॉर्ट अलाउंस, स्टाइपेंड, सहायक उपस्कर/उपकरणों का वितरण कराया गया । दिव्यांग बच्चों का शैक्षिक भ्रमण एवं अभिभावकों की ब्लॉक स्तर पर काउंसलिंग का आयोजन।

7. डिजिटल लर्निंग और शिक्षक संसाधन

- दीक्षा एवं रीड एलांग ऐप के माध्यम से बच्चों, शिक्षकों एवं अभिभावकों के उपयोगार्थ डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा दिया। 16,000 से अधिक डिजिटल शैक्षणिक सामग्री विभाग द्वारा अपलोड कराई गई। परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों के 2,09,863 शिक्षकों को टैबलेट उपलब्ध कराए गए। 18,381 परिषदीय उच्च प्राथमिक/कम्पोजिट एवं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में स्मार्ट क्लास स्थापित किए गए।
यूपी में चल रहा ताबड़तोड़ एनकाउंटर ,पांच दिन में 12 एनकाउंटर, पांच ढेर, आठ के पैर व पेट में लगी गोली


शिशिर पटेल , लखनऊ । यूपी में एक बार फिर से यूपी में गोलियाें की तड़तड़ाहट की आवाज सुनाई देने लगी है। यूपी पुलिस एक बार फिर से अपराधियों पर कहर बनकर टूटी है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एसटीएफ व पुलिस ने मिलकर बीते पांच दिनों एक दर्जन एनकाउंटर किये, जिसमें पांच ढेर हो गए और आठ के पैरों व पेट में गोली लगी है। ढेर होने वालों में तीन खालिस्तानी आतंकी भी थे, जो यूपी में आकर अपना फन फैलाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन एसटीएफ ने कुचल दिया। इसके अलावा और जिन बदमाशों का एनकाउंटर हुआ है वह भी जघन्य अपराध को कारित करने में शामिल थे। मुठभेड़ के दौरान जो बदमाश घायल हुए है उनमें ज्यादात लूट, चोरी, दुष्कर्म और गोकशी की घटना को कारित में लिप्त पाए गए।

बता दें कि साल  2024 के खत्म होने से महज कुछ दिन पहले ही यूपी पुलिस ने पांच कुख्यातों को एनकाउंटर में ढेर कर साफ सन्देश दिया कि साल भले ही बदल रहा है लेकिन अपराध के प्रति पॉलिसी नहीं बदलेगी। यहीं वजह है कि पिछले पांच दिनों से लगातार हो रहे एनकाउंटर का खौफ इस कदर देखने को मिल रहा है कि बदमाश पुलिस के एक्शन से थर-थर कांप रहे हैं और सरेंडर कर रहे है। पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ का दौर पीलीभीत से शुरू हुआ।  पीलीभीत में बीते सोमवार सुबह पुलिस मुठभेड़ में खालिस्तान समर्थक तीन आतंकवादी मारे गए हैं। पंजाब और उत्तर प्रदेश पुलिस की टीम को यह सफलता संयुक्त कार्रवाई में मिली। पुलिस के अनुसार, तीनों आतंकवादी पीलीभीत जिले के पूरनपुर क्षेत्र में छुपे थे। इनके नाम गुरविंदर सिंह, वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि, जसनप्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह हैं। इनकी उम्र 18 से 25 वर्ष है। तीनों पंजाब के रहने वाले हैं।  इस मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मी शाहनवाज और सुमित राठी घायल हो गए थे।

आतंकवादियों के पास एके 47 मिली थी।इसी के बाद से यूपी में एनकाउंटर का दौड़ शुरू हो गया। इसी ही दिन यूपी की राजधानी लखनऊ पुलिस की सोमवार की देर रात को बैंक चोरी मामले में कार सवार बदमाश बिहार के असरगंज निवासी सोबिंद कुमार और एक साथी से मुठभेड़ हुई। सोबिंद के पेट में गोली लगने से वह घायल हो गया, जबकि मौके से उसका एक साथी भाग निकला। घायल बदमाश सोबिंद को अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने इलाज के दौरान उसे मृत घोषित कर दिया। इसी ही दिन कानपुर के सेन पश्चिम थाना क्षेत्र में सोमवार को पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हो गई। दोनों तरफ से हुई गोलीबारी के चलते एक बदमाश के पैर में गोली लग गई। कानपुर के बाद मंगलवार को गाजीपुर  के गहमर थाना अंतर्गत बिहार बॉर्डर पर  हुई पुलिस मुठभेड़ में एक अपराधी मारा गया। यह अपराधी बीते दिनों लखनऊ के इंडियन ओवरसीज बैंक के लॉकर में हुई नकबजनी घटना में वांछित था। इससे पहले चिनहट इलाके में हुई पुलिस मुठभेड़ में एक बदमाश मारा गया है। इसी दिन मुरादाबाद कटघर थाना पुलिस ने मंगलवार सुबह मुठभेड़ के दौरान गोकशी के दो आरोपितों को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। दोनों के पैर में गोलियां लगी हैं।

मुठभेड़ का यह कारवां बुधवार को भी जारी रहा गाजियाबाद में थाना मसूरी पुलिस ने बुधवार की रात में मुठभेड़ के दौरान एक गौकश को गिरफ्तार किया है। घायल अभियुक्त का नाम शादाब है। इसी दिन इटावा जनपद के वैदपुरा पुलिस ने  महोला रेलवे ओवरब्रिज के पास मुठभेड़ के दाैरान 10 हजार के इनामी हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार कर लिया। हिस्ट्रीशीटर की फायरिंग में दरोगा के हाथ में गोली लगी है। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली आरोपी के पैर में लगी है।  इसी प्रकार से वाराणसी के रामनगर सूजाबाद में मासूम बच्ची से दुष्कर्म के प्रयास में असफल होने पर उसकी हत्या करने के आरोपित इरशाद को पुलिस टीम ने गुरूवार तड़के मुठभेड़ में दबोच लिया। आरोपित के दाहिने पैर में गोली लगी है। महोबा को पुलिस को शुक्रवार की भोर मुठभेड़ में एक शातिर बदमाश राजू अहिरवार को पकड़ने में सफलता मिली है। जिसके पैर में गोली लगी है। जौनपुर के  मुंगराबादशाहपुर व स्वाट संयुक्त टीम के साथ शुक्रवार की सुबह हुई पुलिस मुठभेड़ में अन्तरराज्यीय शातिर अपराधी घायल हो गया।

इसी दिन गाजियाबाद के थाना टीलामोड पुलिस ने शुक्रवार की रात मुठभेड़ के दौरान दिल्ली के रहने वाले एक गौकश को गिरफ्तार किया है। मुठभेड़ के दौरान पुलिस की ओर से चली गोली से यह गौकश घायल हो गया। वहीं इस यूपी पुलिस के मुखिया डीजीपी प्रशांत कुमार के मुताबिक  यूपी में अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति है। इसी पर यूपी पुलिस कार्य कर रही है। अब अपराधी अपराध भी करेंगे और पुलिस पर फायर भी झोकेंगे तो पुलिस जवाबी कार्रवाई करेगी ही। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में संगठित अपराध करने वालों को जड़ से उखाड़ने के लिए पुलिस कार्रवाई कर रही है। इतना ही नहीं जो अपराधी जेल में बंद है उनके खिलाफ भी प्रभावी पैरवी कर कोर्ट से सजा दिलवाई जा रही है।