नोएडा में नए साल का जश्न: शराब की बिक्री में नया रिकॉर्ड, जाने कितने करोड़ की बिक्री हुई

नए साल 2025 को देशभर के लोगों ने अलग-अलग तरह से सेलिब्रेट किया. कुछ लोगों ने तीर्थ स्थलों पर जाकर भगवान की आराधना की, तो कुछ लोगों ने जमकर डीजे पार्टी की, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी थे, जिन्होंने जमकर शराब पी और अपने ही पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये. ऐसा ही कुछ नोएडा में हुआ है, जहां लोगों ने जमकर नए साल का जश्न बड़ी ही धूमधाम से मनाया और शराब के सेवन में एक नया रिकॉर्ड बना डाला.

देशभर के साथ-साथ नोएडा के लोगों ने भी खूब हर्षोल्लास के साथ नए साल का जश्न मनाया. नोएडा के लोगों ने इस साल शराब पीने का एक नया रिकॉर्ड बनाया. आबकारी विभाग के मुताबिक, 31 दिसंबर और 1 जनवरी को नोएडा में शराब की कुल बिक्री 16 करोड़ रुपये से अधिक रही, जो पिछले साल की तुलना में काफी ज्यादा है. दो दिनों में 16 करोड़ की शराब का सेवन होना नोएडा के लोगों के लिए अपने आप में बड़ा रिकॉर्ड है.

इस साल 16 करोड़ की हुई बिक्री

आबकारी विभाग के अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पिछले साल नोएडा में दो दिनों में शराब की बिक्री करीब 14.82 करोड़ रुपये की हुई थी, जो इस साल बढ़कर करीब 16 करोड़ हो गई है. पहले दिन 31 दिसंबर 20124 को 14 करोड़ की शराब बिकी हैं. वहीं, एक जनवरी को शराब की बिक्री करीब 2 करोड़ रुपये से ज्यादा की हुई है. पिछले साल की तुलना में इस साल शराब की ज्यादा बिक्री हुई है.

172 जगहों पर परमिशन लेकर की गई पार्टी

इस साल नए साल का जश्न मनाने वाले लोगों ने क्लब, पब, बार और घरों में जमकर जाम छलकाया. बताया जा रहा है कि बड़े होटलों, बार और पार्टियों में जमकर शराब का सेवन हुआ. इसके अलावा निजी पार्टियों और घरों में भी लोगों ने जाम छलकाने में कोई कमी नहीं छोड़ी. इस साल नोएडा में 172 जगहों पर परमिशन लेकर पार्टी ऑर्गेनाइज की गई थी. इसके साथ शराब के ठेके भी इस साल एक घंटे एक्ट्रेस खोले गए थे.

तेलंगाना के 20 साल के पर्वतारोही ने बनाया नया रिकॉर्ड, माउंट गोरीचेन की चढ़ाई पूरी करने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति बने!

तेलंगाना के 20 साल के पर्वतारोही भुक्या यशवंत नाइक एक बार फिर चर्चा मे हैं. नाइक ने सबसे कम उम्र में माउंट गोरीचेन की चढ़ाई पूरी की है. इसके पहले इस उम्र में किसी ने भी इस चढ़ाई को पूरा नहीं किया है. यशवंत ने 6,488 मीटर ऊंचे माउंट गोरीचेन के मुख्य शिखर तक की चढ़ाई पूरी कर ली है. यह एक तरह का नया रिकॉर्ड है.

यशवंत नाइक मूलरूप से तेलंगाना के महबूबाबाद से आते हैं. यह एक आदिवासी इलाका है, जहां उन्होंने बहुत कम संसाधनों की मदद से अपनी यात्रा शुरू की थी. यशवंत अपनी कड़ी मेहनत के कारण ही चुनौतीपूर्ण चोटियों पर चढ़ने में सफल रहे हैं.

यशवंत ने महज 16 साल की उम्र में भुवनगिरी में रॉक क्लाइम्बिंग स्कूल प्रशिक्षण संस्थान में रॉक क्लाइम्बिंग शुरू की थी. नाइक को इंडियन हिमालयन सेंटर फॉर एडवेंचर एंड ईकोटूरिज्म (IHCAE) से ट्रेनिंग लेने का मौका भी मिला है.

डिफेंस सर्विस में जाने का है यशवंत का सपना

युवा पर्वतारोही यशवंत ने कहा कि मैंने अपनी स्कूली शिक्षा अपने जिले से ही पूरी की है. मैं अभी ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहा हूं. यशवंत ने कहा कि मैंने अपनी इंटरमीडिएट की पढ़ाई के दौरान पर्वतारोहण की यात्रा शुरू की थी. यशवंत का सपना है कि वे आने वाले समय में डिफेंस सर्विस में शामिल हों. यही कारण है कि मैं आदिवासी कल्याण आवासीय कॉलेज में शामिल हो गया. क्योंकि यहां पर एनडीए परीक्षा के लिए कोचिंग की जाती है.

क्या है यशवंत का सपना?

यशवंत चढ़ाई के लिए हर रोज फिजिकल मेहनत करते हैं. उन्होंने बताया कि मैं हर दिन सुबह दौड़ता हूं, और बाद में करीब 2 घंटे फिजिकल फिटनेस करता हूं. उन्होंने बताया कि मैं अपना खाना खुद तैयार करता हूं. यशवंत का सपना माउंट एवरेस्ट और 7 महाद्वीपों की 7 सबसे ऊंची चोटियों पर चढ़ने का है. यशवंत की इस उपलब्धि पर उनके परिवार के साथ पूरे गांव वालों को गर्व है.

कब हुई थी ये चढ़ाई?

माउंट गोरीचेन की चढ़ाई 19 सितंबर, 2024 को हुई, यशवंत नाइक, प्रसिद्ध ट्रांसेंड एडवेंचर कंपनी के साथ, इस चुनौतीपूर्ण चोटी के शिखर पर सफलतापूर्वक पहुँचने वाली पहली नागरिक टीम का हिस्सा थे. पूरा रास्ता जोखिम से भरा था, ढीली चट्टानें और भयावह समुद्री ग्लेशियर ने कठिनाई को और बढ़ा दिया. इन बाधाओं के बावजूद ने अपनी चढ़ाई पूरी की.

कहां है गोरीचेन चोटी और कितनी है ऊंचाई?

गोरीचेन चोटी अरुणाचल प्रदेश के तवांग ज़िले में स्थित एक पर्वत चोटी है. यह चोटी पूर्वी भारत और अरुणाचल प्रदेश की सबसे ऊंची है. जिसकी ऊंचाई समुद्र तल से 21,283 फ़ीट (6,488 मीटर) है. यह तिब्बत की सीमा के करीब है. ये चोटी बर्फ से ढकी और अपने ऊबड़-खाबड़ भूभाग के लिए जानी जाती है. इसको पार करना हर किसी पर्वतारोही का सपना होता है, कई बार की कोशिश के बाद ही लोग इसे पार कर पाते हैं.

एनपीसीआई का बड़ा फैसला: यूपीआई ऐप पर 30% की सीमा लागू करने की समयसीमा 2026 तक बढ़ाई!

भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने यूपीआई ऐप का संचालन करने वाली फोनपे और गूगलपे जैसी कंपनियों को राहत दी है. एनपीसीआई ने तीसरे पक्ष के यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) पर बाजार सीमा 30 प्रतिशत लागू करने की समयावधि दो साल यानी 31 दिसंबर, 2026 तक बढ़ा दी है. यह तीसरी बार है जब एनपीसीआई ने समयसीमा बढ़ाई है.

भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम ने मंगलवार को जारी परिपत्र में कहा, विभिन्न चीजों को ध्यान में रखते हुए, मौजूदा तृतीय पक्ष एप्लिकेशन प्रदाताओं (टीपीएपी) के लिए मात्रा सीमा के अनुपालन की समयसीमा दो साल यानी दिसंबर, 2026 तक बढ़ा दी गई है. ये वे टीपीएपी हैं, जिनका बाजार सीमा से अधिक है.

NPCI ने लिया इसलिए फैसला

एनपीसीआई ने शुरू में नवंबर, 2020 में यूपीआई ऐप द्वारा प्रसंस्कृत किए जा सकने वाले लेनदेन की मात्रा पर 30 प्रतिशत की सीमा का प्रस्ताव दिया था. इसके लिए मौजूदा कंपनियों को दो साल में मात्रा सीमा का पालन करने का समय दिया गया था. वर्तमान में, गूगल पे और फोन पे जैसे प्रमुख टीपीएपी की यूपीआई लेनदेन में 80 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी है.

एनपीसीआई यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) का संचालन करता है. इसका उपयोग आपस में लेन-देन और खरीदारी करते समय दुकानदारों को वास्तविक समय के भुगतान के लिए किया जाता है. एनपीसीआई के अनुसार, 30 प्रतिशत की सीमा की गणना पिछले तीन महीनों के दौरान लगातार यूपीआई में प्रसंस्कृत लेनदेन की कुल मात्रा के आधार पर की जाएगी.

30 फीसदी से ज्यादा नहीं होंगे कस्टमर

तीस प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी हासिल करने के लिए उन इकाइयों को नए ग्राहकों को जोड़ना बंद करना होगा जिनके पास यूपीआई लेनदेन में 30 प्रतिशत से अधिक बाजार हिस्सेदारी है. इस बीच, एनपीसीआई ने तत्काल प्रभाव से थर्ड-पार्टी ऐप प्रदाता व्हाट्सएप पे के लिए यूपीआई उपयोगकर्ताओं को शामिल करने की सीमा हटा दी है.

व्हाट्सएप पे अब भारत में अपने पूरे उपयोगकर्ता आधार तक यूपीआई सेवाओं का विस्तार कर सकता है. इससे पहले, एनपीसीआई ने व्हाट्सएप पे को चरणबद्ध तरीके से अपने यूपीआई उपयोगकर्ता आधार का विस्तार करने की अनुमति दी थी.

यह सीमा 10 करोड़ उपयोगकर्ताओं की थी जिसे एनपीसीआई ने हटा लिया है. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) और भारतीय बैंक संघ की पहल एनपीसीआई भारत में खुदरा भुगतान और निपटान प्रणाली के संचालन के लिए एक प्रमुख इकाई है.

बदायूं में युवक ने SSP ऑफिस गेट पर किया आत्मदाह का प्रयास, बुरी तरह झुलसा!

बदायूं में एक युवक ने SSP ऑफिस गेट पर आत्मदाह की कोशिश की. युवक बुरी तरह झुलस गया है. प्राथमिक इलाज के बाद युवक को बरेली रेफर किया गया है. युवक गुलफाम शहर के नए सराय मोहल्ले का रहने वाला है. उसका 30 दिसंबर को इलाके के कुछ लोगों से विवाद हुआ था. आरोप है कि उसका ई-रिक्शा और मोबाइल समेत कुछ रुपए आरोपियों ने छीन लिए थे. इस मामले में सदर कोतवाली पुलिस को तहरीर दी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई. जब उसने इसकी शिकायत सीओ संजीव कुमार से की तो उन्होंने उसे जेल भेजने की धमकी दी.

नतीजतन गुलफाम ने SSP ऑफिस के सामने खुद को आग लगा ली. हालांकि इस दौरान वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने किसी तरह आग बुझाई, जबकि इसके बाद झुलसे हुए गुलफाम को जिला अस्पताल लाया गया. गुलफाम ने बताया कि 30 दिसंबर 2024 को मेरे साथ घटना हुई. मेरा ई-रिक्शा, मोबाइल फोन और 2200 रुपए छीन लिए गए. आरोपियों में निहाल, मुनाजिर, शाकिर, मोहल्ले का वार्ड मेंबर सहित और भी लोग शामिल थे.

पीड़ित का ई-रिक्शा छीनकर घर में बनाया बंधक

गुलफाम ने बताया कि सभी ने मेरा ई-रिक्शा आदि छीनकर घर में बंधक बना दिया. इसकी शिकायत थाने में की, लेकिन पुलिस ने मदद नहीं की. पुलिस वालों ने मेरे ऊपर ही दबाव बनाया. क्षेत्राधिकारी संजीव कुमार ने दबाव बनाया और कहा कि दो किलो डोडा पाउडर में जेल भेज देंगे. पुलिस ने मुझे बेबस और मजबूर कर दिया. आज मैंने मजबूरी में SSP ऑफिस में ऐसा करना पड़ा.

मुकदमे के चलते तनाव में था गुलफाम- SSP

मामले में एसएसपी डॉ. ब्रजेश कुमार सिंह का कहना है कि गुलफाम का अपने ससुराल वालों से दो साल से विवाद चल रहा है. इसमें कई मुकदमे सदर कोतवाली, मुजरिया और सिविल लाइंस थानों में दर्ज किए गए हैं. 30 तारीख को वह अपनी ससुराल में जबरिया घुसा तो सरहज ने एक मुकदमा सदर कोतवाली में लिखाया था. उसी मुकदमे के तनाव में आकर उसने आत्मदाह का प्रयास किया. उसको तुरंत अस्पताल भेजा गया, जबकि वहां से उसे बरेली रेफर किया गया है. आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है.

दिल्ली विधानसभा चुनाव: मतदाता सूची में बड़ा फर्जीवाड़ा, 38 फर्जी वोटों का खुलासा!

आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच राजधानी में वोटर लिस्ट में बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है. दिल्ली के फर्जी मतदाताओं को एक्सपोज करने की टीवी9 भारतवर्ष की मुहिम त्रिलोकपुरी विधानसभा क्षेत्र के न्यू अशोक नगर मंडल पहुंची. यहां एक 4 मंजिला मकान के पते पर बने 38 फर्जी वोट का खुलासा हुआ है. इन फर्जी वोटरों को किसी ने नहीं देखा. मकान में रहने वाले तीन किराएदारों ने टीवी 9 के कैमरे पर फर्जी मतदाताओं की तस्वीरों को पहचानने से इनकार किया है.

न्यू अशोक नगर में एक 4 मंजिला मकान है, जिसका नंबर है बी-174. इस मकान में 30 से 35 कमरे में हैं. इसमें लोग किराए पर रहते हैं और आसपास फैक्ट्री में काम करते हैं. इस मकान के पते पर 38 ऐसे लोगों के वोट बने हैं, जो इसमें रहते भी नहीं हैं. मकान में किराए पर रहने वाले एक व्यक्ति ने कहा, वोटर लिस्ट में जिनके नाम हैं, इनके बारे में हमें कोई जानकारी नहीं है. इनको हम नहीं जानते हैं. इनको कभी देखा भी नहीं है.

मैं यहां तीन महीने से रह रहा हूं, इनको कभी नहीं देखा

मकान में किराए पर रहने वाले एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि ये लोग यहां नहीं रहते हैं. हमने इन लोगों को कभी नहीं देखा. एक अन्य किराएदार ने कहा, मैं यहां तीन महीने से रह रहा हूं लेकिन इन लोगों को कभी नहीं देखा. ये लोग यहां नहीं रहते हैं. इससे पहले भी मैं इस मकान में रह चुका हूं लेकिन इन लोगों को कभी नहीं देखा.

मतदाता सूची को लेकर मचा है घमासान

बता दें कि दिल्ली में तमाम मुद्दों के साथ ही आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच मतदाता सूची को लेकर भी घमासान मचा हुआ है. बीते दिनों अरविंद केजरीवाल ने आरएसएस मुखिया मोहन भागवत को पत्र लिखा था. इसमें उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी पर खुलेआम पैसे बांटने और मतदाता सूची से पूर्वांचली और दलित मतदाताओं के नाम कटवाने की कोशिश करने का आरोप लगाया था.

केजरीवाल को बीजेपी की नसीहत

इस पर बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने केजरीवाल पर हमला बोला था. उन्होंने आरोप लगाया कि आरएसएस प्रमुख को लिखी केजरीवाल की चिट्ठी और कुछ नहीं बल्कि मीडिया का ध्यान अपनी तरफ खींचने की कोशिश है. संघ से सीखिए, पत्र मत लिखिए. आरएसएस से संबद्ध सेवा भारती देश का सबसे बड़ा संगठन है, जो झुग्गियों में रहने वालों सहित अन्य लोगों के कल्याण के लिए काम करता है.

महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मंत्रियों के लिए 100 दिन का टारगेट किया तय !

नए साल की शुरुआत में ही महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस एक्टिव हो गए हैं. आगामी 100 दिन सभी विभागों के मंत्रियों को क्या-क्या करना है? उनकी क्या तैयारी है? अपने विभाग को लेकर उनका रोड मैप क्या होगा? इसे लेकर सीएम फडणवीस गुरुवार, 2 जनवरी को सभी कैबिनेट और राज्य मंत्रियों की एक अहम बैठक लेंगे. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को कैबिनेट की बैठक बुलाई है. महाराष्ट्र सरकार की ये कैबिनेट बैठक दोपहर 12 बजे मंत्रालय में होगी.

बैठक में अगले 100 दिन के सरकार के रोड मैप पर चर्चा होगी.

फडणवीस अपने मंत्रियों को अगले सौ दिन का टारगेट देंगे.इसके अलावा बीड सरपंच हत्या को लेकर चल रहे राजनीतिक घमासान, बेमौसम बारिश से हुआ किसानों का नुकसान, मराठा वर्सेस ओबीसी आरक्षण का विवाद आदि विषयों पर फडणवीस अपने मंत्रियों से चर्चा करने वाले हैं.

नगरपालिका चुनाव पर भी होगी चर्चा

आगामी 3 से 4 महीने में महाराष्ट्र में स्थानीय स्वराज संस्थाओं, नगरपालिका और महानगरपालिकाओं के चुनाव होंगे. इन चुनावो को लेकर लोकसभा और विधानसभा की तरह क्या रणनीति हो सकती है? उसपर भी चर्चा की जा सकती है.

इसके लिए सीएम फडणवीस अपने बीजेपी कोटे के मंत्रियों से अलग से मिल सकते हैं. इसके अलावा अलग-अलग जिलों में गार्जियन मिनिस्टर (पालक मंत्री) की नियुक्ति की जानी है, जिसे लेकर भी कैबिनेट में चर्चा हो सकती है या सीएम अलग से मंत्रियों से बात कर सकते हैं.

चुनाव में जीत के बाद फडणवीस बने हैं सीएम

बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति ने जीत हासिल की है. महायुति में भाजपा, शिवसेना और एनसीपी शामिल है. विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी के नेता देवेंद्र फडणवीस राज्य के सीएम बने हैं. सीएम बनने के साथ ही उन्होंने ऐलान किया था कि मंत्रियों के कामों की समीक्षा होगी.

उन्होंने संकेत दिया था कि काम नहीं करने वाले मंत्रियों पर गाज भी गिर सकती है. उनके कामों के ऑडिट के आधार पर निर्णय किया जाएगा. वहीं उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा था कि मंत्रियों का कार्यकाल ढाई साल का होगा. उसके बाद काम के आधार पर उनके आगे के कार्यकाल के बारे में फैसला किया जाएगा.

अब साल के आरंभ में ही सीएम ने कैबिनेट की बैठक बुलाई है. इस बैठक में मंत्रियों को उनके विभाग से संबंधित कामों का टारगेट दिया जाएगा और बीच-बीच में उनके कामकाज की समीक्षा भी होगी. मंत्रियों के कामकाज की ऑडिग होगी. उसके आधार पर आगे का फैसला किया जाएगा.

12 साल की तरन्नुम बनी सबसे कम उम्र की नेल आर्टिस्ट, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ नाम!

अमृतसर की होली सिटी की रहने वाली 12 साल की तरन्नुम बजाज सबसे कम उम्र की नेल आर्टिस्ट बन गई हैं. उन्होंने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाया है. तरन्नुम ने नेल आर्ट को महज ढेड़ महीने में सीखा. इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में तरन्नुम का नाम शामिल होने से उनके परिवार में खुशी की लहर है. तरन्नुम ने बताया कि शुरुआत में उनके पापा उन्हें सपोर्ट नहीं करते थे, लेकिन उनकी मां ने उनके पापा को मनाया और वह इस मुकाम पर पहुंचीं.

इसके साथ ही बताया कि उनके भाई ने भी उनकी काफी मदद की है. उनके भाई ने सोशल मीडिया पर उसका अकाउंट बनाया, जिसके बाद इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड की ओर से फोन आया और उन्होंने तरन्नुम की सारी जानकारी और डॉक्यूमेंट मांगे. तरन्नुम के माता पिता का कहना है कि आज उन्हें खुशी है कि आज उनकी बेटी ने उनका नाम रोशन किया है.

तरन्नुम ने कई अवार्ड जीते

इसके साथ ही तरन्नुम के परिवार वालों ने ये भी बताया कि तरन्नुम ने अब तक कई अवार्ड जीते हैं और अब तरन्नुम ने उनका सपना पूरा किया कर दिया. तरन्नुम के माता पिता ने कहा कि वह तरन्नुम के हर सपने को पूरा करने में उनकी मदद करेंगे. वह जितना पढ़ना चाहेगी. वह हमेशा तरन्नुम को सपोर्ट करेंगे और तरन्नुम को आगे बढ़ाएंगे. उन्होंने कहा कि तरन्नुम का शुरू से ही ध्यान डांस और नेल आर्ट में था.

सबसे कम उम्र की नेल आर्टिस्ट

तरन्नुम बजाज ने सबसे कम उम्र की नेल आर्टिस्ट होने का रिकॉर्ड अपने नाम किया है. उन्होंने प्रोफेशनल नेल आर्ट कोर्स पूरा किया. तरन्नुम ने महज 12 साल की उम्र में अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग नेल आर्ट डिजाइन बनाए. इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में तरन्नुम का नाम लगभग डेढ़ महीने पहले 22 नवंबर 2024 को कंफर्म में हुआ था और अब अनाउंस हुआ.

बिजली के खंभे पर चढ़कर तारों पर लेट गया युवक… करने लगा ये डिमांड

आंध्र प्रदेश के पार्वतीपुरम मान्यम ने एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जिसकी वजह से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है. मंगलवार को मांडू बाबू नशे की हालत में बिजली के पोल पर चढ़ गया और तारों में लेट गया. घटना का ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है.

जानकारी के मुताबिक मांडू बाबू ने पार्वतीपुरम मन्यम जिले के पलाकोंडा मंडल में रहता है. वह मंगलवार को अपनी मां से शराब के लिए पैसे मांग रहा था, लेकिन उन्होंने मना कर दिया. ऐसे में मांडू बाबू ने मां पर पैसे देने का दबाव बनाने के लिए इलेक्ट्रिक पोल पर चढ़ गया और बिजली के तारों पर लेट गया.

शराब पीने के लिए मांग रहा था पैसे

मांडू बाबू की मां को मंगलवार को पेंशन मिली थी. ऐसे में वो अपनी मां से पैसे मांग रहा था, लेकिन शराब पीने की वजह से माँ ने पैसे देने से मना कर दिया. मांडू बाबू पहले से ही शराब के नशे में था. ऐसे में इलेक्ट्रिक पोल पर चढ़कर उसने जमकर हंगामा किया. गांव वालों ने जैसे ही मांडू बाबू को तार पर लेटा देखा तो तुरंत बिजली विभाग से बिजली की आपूर्ति बंद करवा दी.

तारों में लेटा रहा युवक

मांडू बाबू आधे घंटे से अधिक समय तक तारों में लेटा रहा. इस दौरान उसके परिवार के सदस्यों और ग्रामीणों ने उसे नीचे आने के लिए कहा, लेकिन उसने नहीं सुनी. आखिरकार बड़ी मुश्किल से गांव वाले किसी मांडू बाबू को पोल से नीचे लेकर आए.

खंभे के ऊपर करने लगा डांस

हाल ही में उत्तर प्रदेश के नोएडा से ऐसा मामला सामने आया था. नोएडा सेक्टर 76 में एक व्यक्ति नशे की हालत में बिजली के टावर पर चढ़ गया और बिजली के खंभे के ऊपर डांस करने लगा. युवक के कारण इलाके के आसपास भारी भीड़ भी जमा हो गई थी. लोग उन्हें नीचे आने के लिए मनाने की कोशिश भी कर रहे थे, लेकिन युवक ने किसी की नहीं सुनी. ऐसे में पुलिस और बिजली विभाग के अधिकारियों की मदद से उसे नीचे उतारा गया.

जम्मू-कश्मीर में आतंक के खिलाफ बड़ी कार्रवाई: 14 विदेशी आतंकवादी मारे गए, 13 आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़!

जम्मू-कश्मीर में लगातार आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. सेना और पुलिस की तरफ से समय-समय पर कई बड़े ऑपरेशन चलाए जाते हैं. साल 2024 में इन्हीं ऑपरेशन और खुफिया इनपुट की मदद से जम्मू पुलिस ने 14 विदेशी आतंकवादी मारे हैं. इसके अलावा 13 आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है. तो वही देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त 827 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.

पुलिस के अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत 180 लोगों को हिरासत में लिया गया है. इसके पहले साल 2023 में 168 लोगों को हिरासत में लिया गया था. उन्होंने बताया कि साल 2024 सुरक्षा और क्राइम कंट्रोल के मामले अच्छी सफलता प्राप्त हुई है.

13 आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़

जम्मू-कश्मीर इलाके में कई आतंकी मॉड्यूल का कर रहे थे. जिनको खत्म करना पुलिस और सेना के लिए सबसे बड़ी चुनौती था. ये मॉड्यूल पूर जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में काम कर रहे थे. जिसमें राजौरी और रियासी में एक-एक, पुंछ और कठुआ में दो-दो, उधमपुर में तीन और डोडा में चार मॉड्यूल शामिल हैं. सेना और पुलिस ने सर्च ऑपरेशन और अपने खुफिया इनपुट की मदद से उनका भंडाफोड़ किया.

अधिकारियों की मानें तो इन मॉड्यूल के खत्म होने से क्षेत्र में शांति और देश विरोधी घटनाओं में आई है. इसके अलावा इन मॉड्यूल के खत्म होने से इनके हुक्मरानों को बड़ा झटका लगा है.

क्राइम की घटनाओं में आई कमी

पुलिस के अधिकारी ने बताया कि जम्मू क्षेत्र में छोटे मोटे अपराधों में काफी गिरावट आई है. जहां 2024 में 13,163 आपराधिक मामले दर्ज किए गए थे, जबकि उससे पहले वर्ष यह संख्या 15,774 थी. उन्होंने कहा कि ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) पर कार्रवाई की गई है, जिससे माहौल काफी हद तक सुधार है. पुलिस के अधिकारी ने बताया कि साल 2024 में 827 व्यक्तियों के खिलाफ देश विरोधी काम करने पर कार्रवाई की गई है. इसके अलावा 180 व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है.

उज्जैन में इंजीनियर की पिटाई: सिंचाई विभाग के अधिकारी को युवकों ने मिर्च डालकर पीटा, पुलिस ने दर्ज किया केस!

मध्य प्रदेश के उज्जैन में एक सिंचाई विभाग के इंजीनियर की कुछ लोगों ने जमकर पिटाई की. इंजीनियर ने वर्कशॉप में काम करने के दौरान कुछ युवकों की बात का जवाब नहीं दिया. इस बात से नाराज होकर पहले युवकों ने इंजीनियर की आंखों में मिर्च डाली. उसके बाद उन्होंने लोहे की रोड से इंजीनियर और सहायक कर्मचारी की पिटाई कर दी. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.

ये मामला उदयन मार्ग से सामने आया है, जहां सिंचाई विभाग की वर्कशॉप मे इंजीनियर अजय कुमार जेमनी सहायक कर्मचारी लक्ष्मण सिंह के साथ रोज की तरह काम कर रहे थे. तभी वहां चार युवक पहुंचे और उन्होंने जेसीबी रिपेयर करने वाले के बारे में पूछा. इंजीनियर अजय कुमार किसी जेसीबी वाले को नहीं जानते थे. इसलिए उन्होंने इन लोगों को इस बारे में कोई भी जानकारी नहीं होने की बात कही और फिर अपना काम करने लगे.

आंखों में मिर्च डालकर की पिटाई

इसके बाद वह चारों युवक चले गए, लेकिन थोड़ी ही देर बाद फिर लौट कर आए और इंजीनियर की आंखों में मिर्च डाल दी. इसके बाद उन्होंने अजय की लोहे की रोड से पिटाई करना शुरू कर दी. इंजीनियर ने खुद को बचाने की कोशिश की, लेकिन आंखों में मिर्च होने की वजह से वह कुछ नहीं कर पाए. जब कर्मचारी लक्ष्मण सिंह उन्हें बचाने पहुंचा, तो युवकों ने उसे भी नहीं छोड़ा और उस पर भी हमला कर दिया. घटना में इंजीनियर अजय कुमार और सहायक कर्मचारी लक्ष्मण सिंह दोनों घायल हो गए.

हमलावरों को नहीं जानते इंजीनियर

इस पूरे मामले में माधव नगर थाना पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और मामले की जांच में जुट गई है. इस मामले में पुलिस वर्कशॉप के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाल रही है, जिससे कि हमला करने वाले युवकों का कोई सुराग हाथ लग सके. अजय कुमार भी हमला करने वाले चारों युवकों नहीं जानते. अजय ने कहा कि उन्होंने इन युवकों को नहीं देखा है. न जाने वो कौन से जेसीबी रिपेयर करने वालों की जानकारी मुझसे जानना चाह रहे थे, लेकिन मैं किसी भी जेसीबी वाले को नहीं जानता हूं. मुझ पर हमला करने के बाद यह हमलावर नई पुलिस कॉलोनी की और भागे थे.