वृहत झारखंड कला संस्कृति मंच ने रणधीर वर्मा चौक पर डहरे टुसू कार्यक्रम का किया आयोजन

धनबाद :वृहत झारखंड कला संस्कृति मंच के द्वारा मंगलवार को डहरे टुसू कार्यक्रम का आयोजन रणधीर वर्मा चौक में किया गया। जिसमें लाखों की संख्या में झारखंडी प्रेमी 24 जिला से शामिल हुए।

टुसू परब गांव से निकलकर आज दूसरी बार धनबाद शहर के बीचों बीच उत्साह से मनाया गया।टुसू परब गांव में नई धान के फसल तैयार हो जाने के बाद झारखंडी संस्कृति में टुसू परब मनाया जाता है।इस त्यौहार में तरह-तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं जो धान से तैयार होते हैं।झारखंड समाज के लिए अच्छी बातें हैं की इस तरह के त्यौहार फिर से मनाया जाने लगा झारखंड के भाषा संस्कृति को बचाने के लिए इस तरह का त्योहार बहुत जरूरी है 

तरह-तरह की झारखंडी झांकी भी इस महा रैली में देखने को मिली झारखंडी सभ्यता से जुड़ी थी। 

इस मौके पर मुख्य रूप से

अजीत महतो, राजा बाबू, संतोष महतो,मनोज महतो, मिथुन महतो, नरेश महतो,टुनटुन महतो, उत्तम महतो, रंजीत कुमार,रूपलाल, सोनू, विवेक, राहुल, सुशील महतो, साहिल सहित हजारों लोग मौजूद थे।

आईएएस पूजा सिंघल को नये साल में मिलेगा बड़ा पद, निलंबन वापस लेने की तैयारी!

रांची: निलंबित आईएएस पूजा सिंघल दोबारा नौकरी ज्वॉइन कर सकती हैं खबर हैं कि उनका निलंबन वापस लिए जाने की तैयारी चल रही है. 7 दिसंबर को जमानत पर जेल से बाहर आईं पूजा सिंघल के लिए नया साल सुखद हो सकता है. मनी लॉन्ड्रिंग केस में 11 मई 2022 को ईडी ने पूजा सिंघल को गिरफ्तार किया था.

28 महीने बाद 7 दिसंबर 2024 को कोर्ट ने उनको नियमित जमानत दी.

चर्चा है कि नये साल में राज्य की हेमंत सोरेन सरकार पूजा सिंघल को नई और बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकती है. विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कार्मिक विभाग ने निलंबित आईएएस पूजा सिंघल की फाइल मुख्य सचिव अलका तिवारी की अध्यक्षता वाली कमिटी को भेजी है. यह कमिटी ही पूजा सिंघल की निलंबन वापसी पर अहम फैसला ले सकती है.

काफी कुछ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की इच्छा पर भी निर्भर करता है. यदि कैबिनेट की मंजूरी भी मिल गयी तो न्यू ईयर पूजा सिंघल के लिए सच में हैप्पी साबित होगा.

2000 बैच की आईएएस अधिकारी हैं पूजा सिंघल

पूजा सिंघल 2000 बैच की झारखंड कैडर की आईएएस अधिकारी हैं. वह झारखंड की काफी चर्चित आईएएस अधिकारी रही हैं. मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तारी के वक्त पूजा सिंघल झारखंड की खान सचिव थीं.

पूजा सिंघल को खूंटी में हुये 18 करोड़ रुपये के मनरेगा घोटाला केस में जांच का सामना करना पड़ा था. इसी सिलसिले में 6 मई 2022 को पूजा सिंघल के रांची स्थित सरकारी आवास के अलावा अन्य ठिकानों पर छापेमारी की गयी थी.

छापेमारी के दौरान पूजा सिंघल के सीए सुमन कुमार के पास करीब 19 करोड़ रुपये नगद मिले थे. इस केस में पूजा सिंघल को 11 मई 2022 को गिरफ्तार कर लिया गया था. गिरफ्तारी के बाद तात्कालीन हेमंत सोरेन सरकार ने पूजा सिंघल को निलंबित कर दिया था.

पूजा सिंघल, रांची के होटवार जेल में बंद थीं.

वह लगातार जमानत के लिए प्रयास कर रही थीं. जनवरी 2023 में पूजा सिंघल को अपनी बीमार बेटी की देखभाल के लिए कोर्ट ने अंतरिम जमानत दी थी.

पूजा सिंघल 11 मई 2022 को हुई थीं गिरफ्तार

गौरतलब है कि झारखडं में ईडी की कार्रवाई ही पूजा सिंघल के आवास सहित अन्य ठिकानों पर छापेमारी के साथ शुरू हुई थी.

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पिछले कार्यकाल में पूजा सिंघल की पहली आईएएस अधिकारी थीं जिनको ईडी ने गिरफ्तार किया था. इसके बाद छवि रंजन ईडी के हाथों गिरफ्तार होने वाले दूसरे आईएएस अधिकारी थे. छवि रंजन को कथित जमीन घोटाला केस में गिरफ्तार किया गया था.

छवि रंजन को मई 2023 में ईडी ने गिरफ्तार किया था. तब से वह भी रांची के होटवार जेल में बंद हैं.

दिसंबर 2022 में पूजा सिंघल की संपत्ति अटैच की थी

गौरतलब है कि ईडी ने निलंबित आईएएस पूजा सिंघल की संपत्ति भी अटैच की थी.

ईडी ने दिसंबर 2022 में पूजा सिंघल की 82.77 करोड़ रुपये की संपत्ति अस्थायी रूप से अटैच की थी. इन संपत्तियों में रांची स्थित एक सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, एक डायग्नोस्टिक सेंटर और रांची में 2 भूखंड शामिल थे.

तब ईडी ने अपने आधिकारिक बयान में कहा था कि जांच से पता चला है कि खूंटी में मनरेगा घोटाले से कमीशन के रूप में आये पैसों को पूजा सिंघल और उनके रिश्तेदारों के विभिन्न बैंक खातों में जमा कराया गया था.

पूजा सिंघल के खूंटी डीसी रहते हुआ था मनरेगा घोटाला

गौरतलब है कि आईएएस पूजा सिंघल 16 फरवरी 2009 से 19 जुलाई 2010 तक खूंटी की डीसी के रूप में पदस्थापित थीं. इसी कार्यकाल में मनरेगा में 18 करोड़ रुपये का मनरेगा घोटाला हुआ था.

ईडी ने मनी ल़ॉन्ड्रिंग के एंगल से मामले की जांच शुरू की थी.

इसी सिलसिले में आईएएस पूजा सिंघल के रांची स्थित आवास के अलावा अन्य ठिकानों पर 5 मई 2022 को छापेमारी हुई थी.

21 साल की छोटी उम्र में आईएएस बनी थीं पूजा सिंघल

पूजा सिंघल का जन्म और आरंभिक शिक्षा-दीक्षा उत्तराखंड के देहरादून में हुई. उन्होंने गढ़वाल यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया. मात्र 21 साल की उम्र में पूजा सिंघल ने यूपीएससी क्वालीफाई कर लिया था. उनको झारखंड कैडर अलॉट किया गया था.

पूजा सिंघल ने बतौर आईएएस अधिकारी झारखंड में कई जिलों की डीसी रहने के बाद विभागों में भी अहम पद संभाले.

शुरुआत में उनकी पहचान एक तेज-तर्रार योग्य और कड़क छवि वाली ऑफिसर की रही लेकिन कालांतर में विवादों में नाम आने लगा.

गहराता जा रहा पुराना बाजार में दो चेंबरों के बीच का विवाद

धनबाद: पुराना बाजार के दो चेंबरों के बीच विवाद गहराता जा रहा है. रविवार को पुराना बाजार चेंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा दो पूर्व अध्यक्ष सहित तीन सदस्यों को छह साल के लिए निष्कासित करने की घोषणा के बाद सोमवार को चेंबर ऑफ कॉमर्स पुराना बाजार ने आपात बैठक बुलायी.

पुराना बाजार चेंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों के चयन पर ही सवाल उठाते हुए, असंवैधानिक बताया. पूर्व अध्यक्ष राजेश गुप्ता, भीखू राम अग्रवाल, प्रदीप नारनोली व मो सोहराब ने एक स्वर से कहा कि पुराना बाजार चेंबर ऑफ कॉमर्स का 2023-25 के कार्यकाल के लिए हुआ चुनाव पूरी तरह चेंबर के बॉयलॉज के विरुद्ध था. इसके बाद पूर्व अध्यक्ष सोहराब खान की दुकान पर बम चलवाया. इसकी लिखित शिकायत बैंकमोड़ थाना में दर्ज करवाया गया था.

 जिला चेंबर अध्यक्ष चेतन गोयनका की पहल पर दोनों पक्षों के बीच एक जिला स्तरीय बैठक हुई थी. 15 दिनों में दोनों पक्षों का विवाद सुलझाने की बात कही गयी थी, पर उस के बाद जिला चेंबर द्वारा कोई पहल नहीं की गयी. इसके बाद नया चेंबर ऑफ कॉमर्स पुराना का गठन किया गया. इस बात को लगभग 2 वर्ष बीत जाने की बाद सदस्यों की निष्कासन हास्यास्पद है. बैठक में पुराना बाजार पुराना बाजार चेंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष भिखू राम अग्रवाल,राजेश गुप्ता,प्रदीप नारनौली और सोहराब खान, नितिन अग्रवाल,राज कुमार गुप्ता,संजय पांडेय,पवन सोनी,दिनेश प्रसाद,दीपक झा,विजय सैनी,नवनीत रिटोलिया,इमरान अली,मुकेश अग्रवाल,अमरजीत सिंह,सलाउद्दीन महाजन,प्रदीप गुप्ता,सौरव गुप्ता,जय प्रकाश केजिवाल,दीपक कुमार सिंह,पंकज गुप्ता, सिद्धांत रवि, सुमित बरनवाल,सरदार नारायण सिंह,राहुल पोद्दार,भावेश राठौर,संजय भट्टाचार्य,कुणाल कुमार आदि मौजूद थे. 

दुकानदारों को दिग्भ्रमित करने का लगाया आरोप :

पूर्व अध्यक्षकों ने कहा कि जब हम लोगों ने अपना अलग संगठन बना लिया है, तो निष्कासन समझ से परे है. यह सारा जोड़ घटाव पद में बने रहने के लिए है. 23 वर्षों से एक ही व्यक्ति अध्यक्ष और सचिव के पद पर बने हुए है अब फिर छलांग मार कर अध्यक्ष से सचिव बनने की जुगत में है. यह सब उसी कड़ी का एक हिस्सा है. चेंबर ऑफ कॉमर्स पुराना बाजार में नये सदस्यों को जोड़ा जायेगा. जनवरी माह में नवगठित चेंबर ऑफ कॉमर्स पुराना बाजार की आम सभा बुलायी जाएगी और पदाधिकारियों का चयन किया जाएगा. पूर्व अध्यक्ष राजेश गुप्ता ने कहा कि रविवार को हुई बैठक पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब सचिव श्रीकांत अग्रवाल चार दिनों से शहर से बाहर हैं फिर कैसे बैठक बुलायी गयी. पुराना बाजार चेंबर की बैठक ही असंवैधानिक है. 

जिला चेंबर का चुनाव हारने के बाद हतोत्साहित हैं पूर्व अध्यक्ष : अजय

जिला चेंबर का चुनाव हारने के बाद पूर्व अध्यक्ष हतोत्साहित हैं. अनर्गल बयान दे रहे हैं. सचिव श्रीकांत अग्रवाल की स्वीकृति के बाद ही बैठक बुलायी गयी थी. बैठक की तिथि तय थी. अचानक श्रीकांत अग्रवाल के ससुर जी के हार्ट अटैक आने से उन्हें जाना पड़ा. पूर्व अध्यक्षों ने अलग चेंबर बनाया है, तो इसकी लिखित जानकारी पुराना बाजार चेंबर ऑफ कॉमर्स को नहीं दी थी. इसलिए स्पष्टीकरण मांगा गया था. जवाब नहीं आने पर छह साल के लिए निष्कासित किया गया।

कौन है देश का सबसे अमीर मुख्यमंत्री, कौन है सबसे गरीब, आइये जानते एडीआर का रिपोर्ट

झरखंड डेस्क 

आम जनता के मन में यह सवाल रहता है कि हमारे राज्य के सीएम कितना अमीर हैं या गरीब है उनकी कूल सम्पति कितनी है?.

 लोगों की इस जिज्ञासा का समाधान इस विषय पर रिपोर्ट जारी करने वाली संस्था एडीआर यानि एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स के रिपोर्ट से किया जा सकता है.

आइये यह जानने का कोशिश करते हैं कि इस संस्था के रिपोर्ट के अनुसार देश के सबसे धनी मुख्यमंत्री कौन हैं...?

अगर एडीआर की बात करें तो आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू हैं। चंद्रबाबू नायडू के पास कूल 931 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है।

वहीं अगर सबसे कम सम्पति वाली मुख्यमंत्री की बात करें तो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हैं जिनके पास सबसे कम सम्पति है. ममता के पास मात्र 15 लाख रुपये की संपत्ति के साथ सबसे कम संपत्ति वाली मुख्यमंत्री हैं। 

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) द्वारा सोमवार को जारी रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रति मुख्यमंत्री की औसत संपत्ति 52.59 करोड़ रुपये है।

रिपोर्ट के मुताबिक भारत की प्रति व्यक्ति शुद्ध राष्ट्रीय आय या एनएनआई 2023-2024 के लिए लगभग 1,85,854 रुपये थी, जबकि एक मुख्यमंत्री की औसत स्व-आय 13,64,310 रुपये है, जो भारत की औसत प्रति व्यक्ति आय का लगभग 7.3 गुना ज्यादा है।

देश के 31 मुख्यमंत्रियों की कुल संपत्ति 1,630 करोड़ रुपये है। अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू 332 करोड़ रुपये से अधिक की कुल संपत्ति के साथ दूसरे सबसे अमीर मुख्यमंत्री हैं.

 कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया 51 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति के साथ सूची में तीसरे स्थान पर हैं।

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला 55 लाख रुपये की संपत्ति के साथ सूची में दूसरे सबसे कम संपत्ति वाले सीएम हैं, जबकि केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन 1.18 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ तीसरे सबसे कम संपत्ति वाले मुख्यमंत्री हैं। खांडू पर सबसे ज्यादा 180 करोड़ रुपये की देनदारी भी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सिद्धरमैया पर 23 करोड़ रुपये और नायडू पर 10 करोड़ रुपये से अधिक की देनदारियां हैं.

13 (42 प्रतिशत) मुख्यमंत्रियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जबकि 10 (32 प्रतिशत) ने गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जिनमें हत्या के प्रयास, अपहरण, रिश्वतखोरी और आपराधिक धमकी से संबंधित मामले शामिल हैं। 

देश के 31 मुख्यमंत्रियों में से केवल दो महिलाएं पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी और दिल्ली की मुख्यमंत्री अतिशी हैं। देश के 31 सीएम में केवल दो महिला सीएम हैं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दिल्ली की सीएम आतिशी।

सबसे कम संपत्ति वाले मुख्यमंत्री

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सिर्फ 15 लाख रुपये की संपत्ति के साथ सबसे कम संपत्ति वाली मुख्यमंत्री हैं। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला 55 लाख रुपये की संपत्ति के साथ सूची में दूसरे सबसे गरीब मुख्यमंत्री हैं, जबकि केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन 1.18 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ तीसरे सबसे कम संपत्ति वाले मुख्यमंत्री हैं। देश के 31 मुख्यमंत्रियों में से केवल दो महिलाएं पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी और दिल्ली की मुख्यमंत्री अतिशी हैं।

जानें किस सीएम के पास कितनी संपत्ति

झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन की कुल संपत्ति कुल संपत्ति 25.33 करोड़ रुपये के आस-पास है, जबकि उनके ऊपर 3.92 करोड़ रुपये की देनदारी है। असम से सीएम हिमंत बिस्वा सरमा की नेटवर्थ करीब 17 करोड़ रुपये बताई गई। मेघालय के सीएम कोनराड संगमा के पास 15 करोड़ रुपए की संपत्ति है। त्रिपुरा के सीएम माणिक साहा की संपत्ति 13 करोड़ के आसपास है। गोवा के सीएम प्रमोद सावंत की कुल संपत्ति 9 करोड़, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन की कुल संपत्ति 8 करोड़, गुजरात के मख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की संपत्ति 8 करोड़ से अधिक की संपत्ति के मालिक हैं।

एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की कुल नेटवर्थ 13.27 करोड़ रुपये है, जबकि उनके ऊपर 62 लाख रुपये की देनदारी भी है। वहीं हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू का नेटवर्थ 7 करोड़ से अधिक, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी का 4 करोड़ से अधिक, बिहार से सीएम नीतीश कुमार का 3 करोड़ से अधिक, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और पंजाब के सीएम भगवंत मान के पास एक-एक करोड़ की रुपए की संपत्ति है।

किसी सीएम पर कितना कर्ज? 

खांडू पर सबसे ज्यादा 180 करोड़ रुपये की देनदारी भी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सिद्धरमैया पर 23 करोड़ रुपये और नायडू पर 10 करोड़ रुपये से अधिक की देनदारियां हैं। इसमें यह भी कहा गया है कि 13 (42 प्रतिशत) मुख्यमंत्रियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जबकि 10 (32 प्रतिशत) ने गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जिनमें हत्या के प्रयास, अपहरण, रिश्वतखोरी और आपराधिक धमकी से संबंधित मामले शामिल हैं।

धनबाद में अपराधियों ने लाखों की लूट की घटना को दिया अंजाम, होमगार्ड जवानों की राइफल छीनी


धनबाद : कोयलांचल में अपराधियों का दुस्साहस इस कदर बढ़ गया है कि सुरक्षा में तैनात जवानों को भी नहीं छोड़ रहे हैं. अपराधियों लूट के दौरान जवानों की राइफल और गोलियां छीन ली. यह घटना निरसा पुलिस अनुमंडल की है.

निरसा थाना क्षेत्र के हरियाजाम कोलियरी की पानी निकासी के लिए कुहका गांव में बनाए गए वीटी पंप में 25 से 30 की संख्या में आए नकाबपोश अपराधियों ने धावा बोल दिया. इस दौरान तैनात होमगार्ड के दो जवान तूफानी राय और सरयू यादव से पिस्टल के दम पर राइफल और गोलियां छीन ली. दोनों जवानों और ड्यूटी में तैनात दो पंप ऑपरेटर कृष्ण सिंह और दुलाल मंडल को बंधक बना लिया और लूटपाट की घटना को अंजाम दिया.

25 से 30 की संख्या में पहुंचे थे नकाबपोश अपराधी

होमगार्ड के जवान तूफानी राय और सरयू यादव ने बताया कि रात करीब 1 बजे दोनों ऊपर बने सुरक्षा पोस्ट पर ड्यूटी में तैनात थे. इस दौरान करीब 25 से 30 की संख्या में नकाबपोश अपराधी पहुंचे और उनके ऊपर पिस्टल तान दी. राइफल और गोलियां अपराधियों ने छीन ली.

पिस्टल के दम पर अपराधी हमें नीचे ले गए. ड्यूटी पर तैनात पंप ऑपरेटर कृष्ण सिंह और दुलाल मंडल को भी अपराधियों ने पिस्टल की दिखाकर एक साथ किया और फिर सभी को नीचे एक कमरे में बंद कर दिया. इसके बाद पंप हाउस में अपराधियों ने जमकर लूटपाट की.

उन्होंने बताया कि अपराधी के चले जाने के बाद कमरे के अंदर से हमने शोरगुल मचाया. इसीएल की पेट्रोलिंग गाड़ी के द्वारा हमें मुक्त कराया गया. जिसके बाद घटना की जानकारी प्रबंधन को दी गई. 

जवानों का कहना है कि जाते-जाते जो राइफल अपराधियों ने छीनी थी, वह फेंक कर चले गए. अपराधियों के द्वारा 30 गोलियां भी छीन ली गई थी. वह भी बरामद हुआ है.

इधर, कोलियरी के प्रबंधक ने बताया कि होमगार्ड जवानों की सूचना पर वह यहां पहुंचे. लूटपाट की घटना घटी है. करीब 9.50 लाख रुपये की संपत्ति अपराधी लूट कर फरार हो गए हैं. मामले की शिकायत पुलिस से की गई है।

वहीं, मामले को लेकर निरसा एसडीपीओ रजत मानिक बाखला ने कहा कि प्रबंधन की तरफ से शिकायत मिली है. घटना की जांच की जा रही है.

झारखंड की हजारों महिलाओं से करोड़ों रुपए की ठगी, पीड़ित महिलाएं पहुंची थाने

धनबाद : झारखंड की हजारों महिलाओं के साथ ठगी का मामला सामने आया है. सबसे ज्यादा ठगी धनबाद, गिरिडीह और बोकारो की महिलाओं के साथ हुई है. न्याय पाने के लिए तोपचांची थाने के बाहर सैकड़ों महिलाओं की भीड़ खड़ी दिखी. महिलाएं शोर मचाती रहीं. सभी महिलाएं बोकारो जिला, गिरिडीह और धनबाद जिले की रहने वाली हैं।

ठगी की शिकार महिलाओं को फिनाइल बनाने और रोजगार देने के नाम पर कंपनी ने ठगा है. पीड़ित महिलाओं ने बताया कि छह हजार महिलाओं के साथ ठगी हुई है. कंपनी ने रोजगार के नाम पर जुड़ने के नाम पर महिलाओं से 15 हजार से 25000 रुपये तक लिए. फिर इसी तरह हजारों महिलाओं को कंपनी से जोड़ा गया।

उन्होंने बताया कि शुरुआत में रोजगार के नाम पर फिनाइल बनाने के लिए केमिकल और डिब्बे दिए गए, महिलाओं ने फिनाइल बनाकर कंपनी को दिया. बदले में कंपनी ने कुछ पैसे भी दिए. पैसे का भुगतान चेक के जरिए किया गया. लेकिन उस चेक को आज तक कैश नहीं किया जा सका. लेकिन पिछले कुछ महीनों से कंपनी बोकारो के जोधमोड़ स्थित अपना कार्यालय बंद कर भाग गई है.

ठगी की शिकार महिलाएं हताश होकर न्याय की गुहार लगाने पुलिस के पास पहुंची हैं. कंपनी के निदेशक और सहयोगी का घर तोपचांची थाना क्षेत्र के कामता गांव में है. आक्रोशित महिलाओं ने आरोपी के घर से बुजुर्ग को उठाया और तोपचांची थाने ले आई।

जानकारी के अनुसार इस मामले में बोकारो के चास थाने में पहले से ही प्राथमिकी दर्ज है, इसलिए तोपचांची थाने में मामला दर्ज नहीं हो सका.

तोपचांची थाना प्रभारी डोमन रजक ने बताया कि बोकारो के चीरा चास थाने में 6 महीने पहले मामला दर्ज हुआ था। 

इस मामले में पीड़ित महिलाएं आरोपी के पिता के साथ थाने पहुंची थीं. ठगी की शिकार महिलाएं पुलिस से कार्रवाई की मांग कर रही थीं. मामले में चीरा चास थाने को आगे की कार्रवाई करनी है. थाने से आरोपी के पिता को घर भेज दिया गया है।

झारखंड में अब 1 एकड़ से कम वाले निजी तालाब का भी होगा जीर्णोद्धार _ शिल्पी नेहा तिर्की

झारखंड में अब 1 एकड़ से कम में बने तालाब का भी सरकार जीर्णोद्धार करेगी . अगले वित्तीय वर्ष में निजी तालाब को लेकर कृषि , पशुपालन एवं सहकारिता विभाग को प्लान तैयार करने का निर्देश दिया गया है . इसके साथ ही नये निर्देश के अनुसार अब तालाब के जीर्णोद्धार के दौरान एक तरफ से सीढ़ी का निर्माण भी कराया जाएगा . 

ये निर्देश कृषि , पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कांके कृषि भवन के औचक निरीक्षण के क्रम में उपस्थित अधिकारियों को दिया . वर्तमान में निजी तालाब के जीर्णोद्धार के लिए कम से कम 1 एकड़ और अधिक से अधिक 5 एकड़ वाले तालाब की योजना चल रही है . 

इस योजना से बड़ी संख्या में किसानों के छोटे तालाब का जीर्णोद्धार नहीं हो पा रहा है . मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने विभाग के द्वारा आने वाले समय में सब्जियों के MSP तय करने की दिशा में काम करने की भी बात कही . उन्होंने कहा कि फूल गोभी या पत्ता गोभी जैसे सब्जियों का दर दूसरे राज्य के व्यापारी आ कर कम कर रहे है . 

इससे स्थानीय किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है .औचक निरीक्षण करने पहुंची मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की कृषि भवन में कर्मियों और अधिकारियों के छुट्टी पर चले जाने को लेकर नाराज दिखी . उन्होंने कहा कि क्रिसमस से लेकर नये साल या दूसरे पर्व त्योहार मनाना जरूरी है पर इसका काम पर असर नहीं पड़े इसका ध्यान रखना चाहिए . आज जब मैं यहां पहुंची हूं तो 50 प्रतिशत कर्मी और अधिकारी 15 से 20 दिन के अवकाश पर है . 

झारखंड में पहले से ही सरकारी कर्मियों की कार्य संस्कृति गड़बड़ रही है . इसमें सुधार जरूरी है और ऐसा करके हम विभाग की योजनाओं को समय पर पूरा कर सकते है . मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि चालू वित्तीय वर्ष के बजट राशि को खर्च करने के साथ _ साथ अगले वित्तीय वर्ष के बजट की तैयारी में सभी को जुट जाना होगा . औचक निरीक्षण के दौरान जैविक खेती को लेकर दी गई जानकारी पर भी मंत्री आश्चर्य चकित दिखी . उन्होंने कहा कि इसके बारे में कितने लोग जानते है . पैकेजिंग , शॉर्टिंग और ग्रेडिंग को लेकर मंत्री ने JSLPS के पलाश ब्रांड का उदाहरण दिया . 

मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि जब दूसरे विभाग के द्वारा ये किया जा सकता है तो यहां क्यों नहीं . उद्यान विभाग के द्वारा 27 एकड़ में बनाए जाने वाले हाई टेक नर्सरी में स्थानीय 2 से 3 हजार ग्रामीणों को रोजगार देने का भी निर्देश मंत्री ने दिया . उन्होंने कहा कि लोग रोजगार के लिए दूसरे जगह पलायन करते है ऐसे में हाई टेक नर्सरी में उनके रोजगार को सुनिश्चित कर पलायन को रोका जा सकता है .

ब्रेकिंग : संजय सेठ के आवास के पास दिनदहाड़े फायरिंग, कारोबारी कमल भूषण के किरायेदार को लगी गोली

रांची : राजधानी रांची में रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ के आवास के पास गोली चली है. पंडरा इलाके के पिस्का इलाके अपराधियों ने एक होटल मैनेजर को गोली मार दी है. 

घटना को लेकर बताया जा रहा कि होटल मैनेजर सुमित कुमार को निशाना बनाया गया है. घात लगाए बैठे अपराधियों ने गोली चलाई और फिर फरार हो गए. गोलीबारी की घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल कायम हो गया. 

आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने घायल सुमित को अस्पताल में भर्ती कराया. मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी. आसपास के सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि सुमित कुमार चर्चित कारोबारी कमल भूषण का किराएदार है. पिछले साल कमल भूषण की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. 

कमल भूषण रांची के बड़े कारोबारी थे. अब उनके किराएदार पर गोलीबारी कई सवाल खड़े कर रही है.

धनबाद में दिनदहाड़े महिला के गले से सोने की चेन झपटकर फरार हुए अपराधी, पुलिस जांच में जुटी

धनबाद :धनबाद सदर थाना क्षेत्र के बरटांड़ बस स्टैंड के पास बाइक सवार अपराधियों ने दिनदहाड़े एक महिला को निशाना बनाते हुए उनके गले से सोने की चेन झपट ली और फरार हो गए। घटना के बाद स्थानीय लोग सहमे हुए हैं।

भेलाटांड़ निवासी विजय कुमार सिंह अपनी पत्नी मीना देवी के साथ बस स्टैंड पटेल चौक के पास खरीदारी करने पहुंचे थे। मार्केटिंग के बाद जब वे घर लौटने के लिए सड़क पर आए, तभी बाइक पर सवार दो अपराधी मीना देवी के गले से सोने की चेन झपटकर भाग निकले। मीना देवी ने बताया कि घटना इतनी तेजी से हुई कि वे कुछ समझ नहीं पाईं।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। सदर थाना प्रभारी आर.एन. ठाकुर ने कहा कि महिला के पति विजय कुमार सिंह की लिखित शिकायत पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पुलिस ने बताया कि आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है ताकि अपराधियों की पहचान कर उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जा सके।

मीना देवी ने कहा, “हम अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। 

अपराधियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है, और इस तरह की घटनाएं हमें असुरक्षित महसूस कराती हैं।”वहीं, उनके पति विजय कुमार सिंह ने कहा कि चेन की कीमत करीब दो लाख रुपये है और उन्होंने पुलिस से अपराधियों को जल्द पकड़ने की अपील की है। धनबाद और आसपास के इलाकों में चोरी, छिनतई, और गोलीबारी की घटनाएं आम हो गई हैं। कोयलांचल के निवासी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। हालांकि पुलिस कार्रवाई कर रही है और अपराधियों को गिरफ्तार भी किया जा रहा है, लेकिन अपराध पर लगाम लगाने में अब तक सफलता नहीं मिल पाई है।

थाना प्रभारी आर.एन. ठाकुर ने कहा, “हमें लिखित शिकायत मिली है। मामले की गहन जांच की जा रही है। अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।

”धनबाद के लोगों ने पुलिस से इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है।

श्रम व रोजगार मंत्रालय का निर्णंय : अप्रैल 2025 से लागू होंगे 4 लेबर कोड !


 

धनबाद : श्रम और रोजगार मंत्रालय को भरोसा है कि चालू वित्त वर्ष के अंत तक भारत के सभी 36 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) को चार श्रम संहिताओं के मसौदा नियमों पर सहमत कर लिया जाएगा। इससे 2020 से लंबित श्रम संहिताओं को अगले साल के अंत में सुचारू रूप से लागू करने का मार्ग प्रशस्त हो सकता है।

श्रम और रोजगार सचिव सुमिता डावरा ने ईटी को बताया, “दिल्ली और पश्चिम बंगाल सहित सभी 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा 31 मार्च 2025 तक मसौदा नियमों का सामंजस्य और पूर्व-प्रकाशन पूरा कर लिए जाने की उम्मीद है।”उन्होंने कहा, “इस साल छह क्षेत्रीय बैठकों के माध्यम से राज्यों के साथ व्यापक परामर्श के बाद यह संभव हो पाया है, ताकि उनके डोमेन में नियमों को तैयार करने में सुविधा हो और यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनके नियम केंद्रीय नियमों के अनुरूप हों।”

 वेतन संहिता को संसद ने 2019 में मंजूरी दी थी, जबकि सामाजिक सुरक्षा संहिता, औद्योगिक संबंध संहिता और व्यावसायिक सुरक्षा, स्वास्थ्य और कार्य स्थिति संहिता को 2020 में मंजूरी दी गई थी। जबकि केंद्र ने इन संहिताओं के तहत समय रहते नियम बनाए थे, लेकिन वह सभी राज्यों द्वारा अपने क्षेत्र में नियम बनाने का इंतजार कर रहा है, ताकि संहिताओं के लागू होने के बाद किसी भी कानूनी मुद्दे से बचा जा सके। शनिवार को मंत्रालय द्वारा जारी वर्ष-अंत समीक्षा के अनुसार, इस अवधि के दौरान नागालैंड ने सामाजिक सुरक्षा संहिता और व्यावसायिक सुरक्षा, स्वास्थ्य और कार्य स्थिति संहिता के तहत मसौदा नियमों को पहले ही प्रकाशित कर दिया था, जबकि सिक्किम ने व्यावसायिक सुरक्षा, स्वास्थ्य और कार्य स्थिति संहिता के तहत मसौदा नियमों को पहले ही प्रकाशित कर दिया था और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह ने औद्योगिक संबंध संहिता के तहत मसौदा नियमों को पहले ही प्रकाशित कर दिया था। उक्त आशय की जानकारी भा म सं के विन्देश्वरी प्रसाद ने दी है।