निरसा में वर्चस्व को लेकर भाकपा माले और भाजपा समर्थकों जे बीच मारपीट,दोनों पक्ष के लोग घायल
झारखंड डेस्क
धनबाद: निरसा ईसीएल मुगमा एरिया की गोपीनाथपुर एमडीओ परियोजना में वर्चस्व कायम करने को लेकर भाकपा(माले) और भाजपा समर्थकों के बीच न सिर्फ जमकर मारपीट हुई बल्कि पथराव भी हुआ. इस दौरान सुरक्षा में तैनात सिपाही कार्तिक महतो, जिप सदस्य संजय सिंह समेत दोनों पक्षों के करीब एक दर्जन लोग घायल हो गए हैं. साथ ही करीब सात बाइक और कई कुर्सियां क्षतिग्रस्त हुई हैं.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, गोपीनाथपुर एमडीओ परियोजना में माले समर्थित निरसा बेरोजगार संघर्ष समिति अपनी नौ सूत्री मांगों को लेकर कोलियरी में प्रदर्शन करने पहुंची थी. इंडिया गठबंधन के लोग भी उनके समर्थन में पहुंच गए. प्रदर्शन करने के बाद टेंट लगाकर धरने पर बैठ गए. कुछ देर बाद भाजपा समर्थित गोपीनाथपुर कोलियरी बेरोजगार संघर्ष समिति के लोग भी मौके पर पहुंचे.
इसके बाद इंडिया गठबंधन के लोग भी आमने-सामने धरने पर बैठ गए. कुछ ही देर बाद दोनों पक्षों में विवाद शुरू हो गया और देखते ही देखते पथराव होने लगा. भाजपा के समर्थन में जीपीएल के कर्मी भी उतर आए. गोपीनाथपुर कोलियरी परिसर करीब आधे घंटे तक रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. टेंट में आग लगा दी गई. निरसा एसडीपीओ रजत मानिक बाखला दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और पुलिस बल का प्रयोग करते हुए उपद्रवियों को खदेड़ा.
इस मामले में निरसा विधायक अरूप चटर्जी का कहना है कि 7 दिन पूर्व ही अपनी मांगों को लेकर प्रबंधन को धरना पर बैठने का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन धरना के दौरान कंपनी के गुंडों के द्वारा उपद्रव मचाया गया और लोगों के साथ मारपीट की गई है.
वहीं, निरसा की पूर्व भाजपा विधायक अपर्णा सेनगुप्ता ने कहा कि जब से अरूप चटर्जी विधायक बने हैं, तब से निरसा को अशांत बनाने की साजिश रच रहे हैं. निजी स्वार्थ और कोयला चोरी को बढ़ावा देने के लिए विधायक अरूप चटर्जी अपने समर्थकों से आंदोलन करवा रहे हैं.
इस पूरे मामले में निरसा एसडीपीओ रजत मानिक ने बताया कि धरना के दौरान उपद्रवियों द्वारा पत्थरबाजी शुरू की गई थी. जिसके बाद मामला बिगड़ गया. मारपीट की घटना में पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. घटना की जांच की जा रही है, इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
Dec 17 2024, 19:00