हाथी और बाघ संरक्षण पर आधारित एक दिवसीय अंतर्राज्यीय सम्मेलन, वन अधिकारियों ने साझा किये बेहतर कार्यप्रणाली

रायपुर-    छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश दोनों राज्यों ने हाथियों और बाघों के संरक्षण के लिए ‘लैंडस्केप एप्रोच’ अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया. जो इन प्रजातियों के आवास को संरक्षित करने और उनके प्राकृतिक आवासों के बढ़ते खतरों को कम करने के लिए अत्यधिक प्रभावी माना गया.

वन मंत्री केदार कश्यप के निर्देशानुसार वन विभाग द्वारा विगत दिनों राजधानी रायपुर में एक दिवसीय अंतर्राज्यीय सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के वरिष्ठ वन अधिकारियों ने भाग लिया. यह सम्मेलन हाथियों और बाघों के संरक्षण हेतु दोनों राज्यों के बीच सर्वाेत्तम उपायों और समन्वय पर चर्चा करने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी.

इस अवसर पर हाथियों और बाघों के संरक्षण के लिए संयुक्त प्रयास किए जाने के लिए दोनों राज्यों के अधिकारियों ने सहमति दी. सम्मेलन में वन्यजीवों के आवासों को सुरक्षित रखने के लिए परस्पर सर्वाेत्तम उपायों का आदान-प्रदान किया जाएगा और छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के वन विभाग दोनों राज्यों के बीच निरंतर समन्वय स्थापित कर हाथी और बाघ के संरक्षण की दिशा में सतत कार्य करने पर जोर दिया गया.

सम्मेलन में मध्यप्रदेश के प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य जीव)) शुभ्रंजन सेन, छत्तीसगढ़ के मुख्य वन संरक्षक (वन्य जीव) सुधीर कुमार अग्रवाल और छत्तीसगढ़ अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक प्रेम कुमार, मध्यप्रदेश से बांधवगढ़, कान्हा और संजय गांधी टाइगर रिजर्व के वन अधिकारी सहित छत्तीसगढ़ से टाइगर रिजर्व और बिलासपुर और सरगुजा वन मंडलाधिकारी भी उपस्थित थे.

जल जीवन मिशन के काम में लेटलतीफी पड़ी महंगी, दो ठेकेदारों का अनुबंध किया गया निरस्त, सुरक्षा राशि भी की गई जब्त

रायगढ़-    रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ में जल जीवन मिशन के काम में देरी करने वाले दो ठेकेदारों पर कार्रवाई की गई है. लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के जिला जल एवं स्वच्छता समिति ने दोनों ठेकेदारों की निविदा निरस्त की है. साथ ही उन्हें ब्लैक लिस्टेड के लिए नोटशिट जारी किया है. वहीं अमानत राशि भी जब्त करने के आदेश दिये गए हैं.

इस संबंध में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी ने बताया कि जांजगीर-चांपा के मेसर्स हीरादेवी को जल जीवन मिशन के अंतर्गत विकास खण्ड धरमजयगढ़ के ग्राम गीधकालो में सिंगल विलेज नल जल प्रदाय योजना में पाइप लाइन जोड़ने, बिछाने एवं नल कनेक्शन निर्माण का काम दिया गया था। जिसका अनुबंध 27 नवंबर 2023 को समाप्त हो गया। संबंधित फर्म ने कार्रवाई के दिन तक कार्य शुरु तक नहीं किया।

वहीं सक्ति जिले के मेसर्स के पी राठौर को धर्मजयगढ़ के ग्राम रामपुर में सिंगल विलेज सोलर आधारित नल जल प्रदाय योजना में नल कनेक्शन विस्तार का काम सौंपा गया था। जिसका अनुबंध दिनांक 27 जनवरी 2024 को समाप्त हो गया. फर्म ने भी कार्रवाई के दिन तक कार्य शुरु तक नहीं किया था।

जिसके कारण दोनों ठेकेदारों की निविदा निरस्त की गई है. साथ ही उनकी अमानत राशि राजसात कर ली गई है. दोनों ठेकेदारों को ब्लैक लिस्टेड करने के लिए राज्य शासन को प्रस्ताव भेजा गया है।

किसानों की बढ़ी मुश्किलें : उठाव नहीं होने से धान जाम, कई केंद्रों में धान खरीदी बंद

बालोद-  जिले के कई केंद्रों में धान जाम होने से खरीदी बंद हो गई है. दरअसल खरीदी केंद्रों में धान क्षमता से अधिक है, जिसके कारण केंद्रों में धान जाम हो गया है और परिवहन नहीं होने से खरीदी बंद हो गई है.

जानकारी के अनुसार जिले के चार केंद्रों साल्हे, आमाडुला, पलारी और मोखा के केंद्र खरीदी बंद हो गए हैं. केंद्र प्रबंधकों द्वारा बकायदा सूचना बोर्ड लगाकर परिवहन के अभाव में खरीदी बंद होने का हवाला दे रहे हैं. इससे किसानों की मुश्किलें बढ़ गई है. वहीं मामला सामने आने के बाद नोडल अधिकारी सीआर रावटे ने धान के उठाव के लिए व्यवस्था करने की बात कही.

भाजपा के युवा नेता उज्जवल दीपक को मिला यंग लीडर्स अवार्ड
रायपुर-  भाजपा के युवा नेता उज्ज्वल दीपक को राजनीति के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान, नेतृत्व क्षमता और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के प्रयासों के लिए ऋषिहुड यूनिवर्सिटी ने प्रतिष्ठित यंग लीडर्स अवार्ड से सम्मानित किया. यह सम्मान कार्यक्रम ऋषिहुड यूनिवर्सिटी सोनीपत द्वारा दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित किया गया था. भारत सरकार के पूर्व रेल मंत्री सुरेश प्रभु और प्रसिद्ध उद्योगपति अजय पीरामल ने यह अवार्ड उज्ज्वल दीपक को प्रदान किया.
उज्जवल ने कहा, “यंग लीडर्स अवार्ड से सम्मानित करने के लिए मैं पूरे विश्वविद्यालय परिवार का आभारी हूँ. मुझे प्रसन्नता है कि मेरे द्वारा किए जा रहे राजनीतिक और सामाजिक कार्यों को विश्वविद्यालय ने इस अवार्ड के माध्यम से प्रोत्साहित करते हुए मुझे देश की राजनीति में एक सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए निरंतर कार्य करने की प्रेरणा प्रदान की है.”
उन्होंने कहा, “मैं इस अवार्ड को छत्तीसगढ़ प्रदेश के अपने युवा अभ्यर्थियों को समर्पित करना चाहता हूँ, जिन्होंने छत्तीसगढ़ पीएससी परीक्षा में भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ आंदोलन को पूरे सामर्थ्य से अपना समर्थन दिया था. इसकी वजह से आज छत्तीसगढ़ में पुनः पीएससी परीक्षा पारदर्शिता और ईमानदारी से आयोजित हो पा रही है.” बता दें कि उज्जवल दीपक विश्व की प्रतिष्ठित कोलंबिया विश्वविद्यालय से शिक्षित उज्ज्वल रिलायंस के लीडरशिप प्रोग्राम में भी चयनित हो चुके हैं एवं वर्तमान में अपने गृह राज्य छत्तीसगढ़ में युवाओं की मुखर आवाज बनकर उभरे हैं
छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार : ड्रोन से भेजी जाएगी दवाई और ब्लड सैंपल, रायगढ़ से तमनार तक हुआ सफल ट्रायल

रायगढ़-    छत्तीसगढ़ में लगातार स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार हो रहा है. ड्रोन के जरिए दवा और ब्लड सैंपल भेजने की योजना बनाई गई है. केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘स्वास्थ्य सुविधाओं में ड्रोन तकनीक का उपयोग’ के तहत आज ड्रोन के माध्यम से दवा एवं ब्लड सैंपल रायगढ़ से 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तमनार भेजा गया. महज 15 मिनट में सफलतापूर्वक परीक्षण कर रिपोर्ट भेज दी गई.

रायगढ़ कलेक्टर निर्देश पर सीएमएचओ डॉ. बीके चंद्रवंशी के मार्गदर्शन में मिनी स्टेडियम रायगढ़ से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तमनार हाईस्कूल मैदान तक ब्लड सैंपल और दवा भेजने का सफल ट्रायल किया गया. ड्रोन से वांछित स्थल तक दवा पहुंचाने के सफल ट्रायल से स्कूली बच्चों और स्वास्थ्य कर्मियों में जबरदस्त उत्साह भी देखने को मिला.

बीएमओ डॉ. डीएस पैकरा ने बताया कि रायगढ़ से ड्रोन दवा लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तमनार हाई स्कूल मैदान में सुरक्षित लैंडिंग की. इसके बाद ड्रोन से दवा सामग्री उतारा गया और स्वास्थ्य केंद्र से रक्त सैंपल जांच के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा गया.

लोगों को मिलेगी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं : बीएमओ

बीएमओ ने बताया, रेडविंग कम्पनी बंगलोर के यूसुफ सालाहुद्दीन और सत्यब्रत पात्रा द्रोण ऑपरेटर द्वारा ट्रायल किया गया. दुर्गम इलाकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. इमरजेंसी होने पर दवाइयों की सप्लाई अब ड्रोन के जरिए कराकर स्वास्थ्य विभाग बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराया जा सकेगा. इस दौरान बीएमओ डॉ. डीएस पैंकरा, प्रिंसिपल राजेश पटनायक, बीइटीओ शशिभूषण सिदार की मौजूदगी में बीपीएम घनश्याम प्रधान, एमटीएस जयलाल सिदार अन्य स्टाफ मौजूद रहे।

अविस्मरणीय है शिक्षक और विद्यार्थी के रिश्ते, एल्यूमिनाई मीट में ताजा हो गयी विद्यार्थी जीवन की यादें

अम्बिकापुर-   विद्यार्थी जीवन से भी बड़ा रिश्ता शिक्षक के साथ तब बन जाता है जब वह अपनी सफलताओं के साथ महाविद्यालय परिसर में एल्यूमिनाई के रूप में यादों के बीच आता है। विद्यार्थी और शिक्षक का सम्बन्ध शिक्षा के साथ भी है और शिक्षा के बाद भी है। यह बातें श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित एल्यूमिनाई मीट की दौरान प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने कही।

उन्होंने कहा कि हमारे विद्यार्थियों की सफलता ही हमारी पहचान है। आज महाविद्यालय परिवार अपने पूर्व विद्यार्थियों के साथ गौरवान्वित है। हमारे विद्यार्थी समाज की दशा और दिशा के लिए लगातार प्रयासरत हैं। डॉ. श्रीवास्तव ने अपने पूर्व विद्यार्थियों की उपस्थिति पर हर्ष प्रकट करते हुए कहा कि आप महाविद्यालय परिवार से हमेशा जुड़े रहें।

इससे पहले अतिथियों ने मां सरस्वती और श्री साई नाथ के तस्वीर पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ प्रदान कर और बैच लगा किया गया।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते एल्मुनी सेल के प्रभारी डॉ. आर.एन. शर्मा ने कहा कि प्रत्येक शिक्षा परिसर को अपने एल्मुनी पर गर्व होता है। क्योंकि आपकी सफलता, जीवन आदर्श हमारे विद्यार्थियों के लिए प्रेरणास्पद होगा। उन्होंने कहा कि एल्यूमिनाई से ही महाविद्यालय परिवार का विस्तार होता है। डॉ. शर्मा ने अपने छात्र और अध्येता जीवन के उद्धरण से सभी को प्रेरित किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सरगुजा विश्वविद्यालय की छात्र संघ अध्यक्ष रहीं दीक्षा अग्रवाल ने कहा कि महाविद्यालय परिसर हम सभी के लिए परिवार जैसा रहा। शैक्षिक जीवन के साथ सामाजिक जीवन के लिए यहां से प्रेरणा मिलती है। हम लगातार अपने गुरूजनों से जुड़े हैं।

सरगुजा स्नेक मैन सत्यम द्विवेदी ने कहा कि यह परिसर हमे शिक्षा के साथ सामाजिक सरोकारों से जोड़ता है। स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े सिद्धार्थ सर्राफ ने कहा कि महाविद्यालयीन शिक्षा के बाद हमारी जिम्मेदारी समाज के प्रति बढ़ जाती है। सुयश श्रीवास्तव ने कहा कि यह परिसर अनुशासन के प्रति समर्पित रहा है। कार्यक्रम का संचालन सहायक प्राध्यापक देवेन्द्र दास सोनवानी और पल्लवी द्विवेदी ने किया।

कार्यक्रम के दौरान सभी प्राध्यापक और एल्यूमिनाई के रूप में अमित सोनी, सुमन मिंज,कमलेश साहू, दीपक तिवारी, अभिषेक कुमार, चांदनी व्यापारी, लाइबा आफरीन,साक्षी अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।

धमतरी निगम में बेंच खरीदी पर मचा बवाल, भाजपा ने बाजार से तीन गुना ज्यादा कीमत पर खरीदी का लगाया आरोप, महापौर को घेरा…

धमतरी- धमतरी नगर निगम में ताजा बवाल कास्ट आयरन बेंच की खरीदी को लेकर मचा हुआ है. विपक्षी दल भाजपा का आरोप है कि निगम ने एक बार नहीं बल्कि तीन बार बाजार से तीन गुना ज्यादा कीमत पर कास्ट आयरन बेंच की खरीदी की है. यही नहीं इन बेंच को कबाड़ के साथ खुले में छोड़ दिया गया है. भाजपा ने मामले में महापौर को घेरते हुए खरीदी की जांच की मांग की है. 

भाजपा पार्षद विजय मोटवारी ने दस्तावेज प्रस्तुत करते हुए बताया कि निगम ने 2022 से अब तक बगीचों में लगने वाले कास्ट आयरन बेंच की तीन बार खरीदी की है. महापौर की अनुशंसा पर 57 लाख रुपए की लागत से 340 नग बेंच खरीदे गए. इस तरह से एक बेंच करीबन पौने 17 हजार रुपए की पड़ रही है, जबकि खुले बाजार में ये बेंच 5 से 6 हज़ार रुपए में मिल जाते हैं. इस तरह से बाजार की कीमत से तीन गुना ज्यादा कीमत पर निगम ने खरीदी की हैं।

यही नहीं इन बेंच को कबाड़ के बीच खुले में छोड़ दिया गया है. अब सवाल यह है कि जब इन बेंच के इस्तेमाल कहां करना है, इसका पता नहीं था तो खरीदी क्यों की गई. वह भी एक बार नहीं बल्कि तीन-तीन बार. निगम के सर्वेसर्वा होने के नाते महापौर विजय देवांगन ने खरीदी की अनुशंसा की है, लेकिन जब उन्हें नहीं मालूम कि इन बेंच का कहां इस्तेमाल होना है तो फिर उन्होंने खरीदी की अनुशंसा क्यों की.

महापौर ने बताया राजनैतिक आरोप

भाजपा के आरोपों को महापौर विजय देवांगन राजनैतिक बताते हुए पल्ला झाड़ने का प्रयास करते नजर आए. उन्होंने अपनी सफाई देते हुए कहा कि कि कोई भी खरीदी महापौर नहीं, निगम प्रशासन करता है. महापौर सिर्फ अनुशंसा ही करता है. इसके साथ ही उन्होंने स्वयं बेंच खरीदी की जांच कराने की चुनौती दी है.

चुनाव में भारी पड़ सकता है मुद्दा

भाजपा और महापौर के बीच आरोप-प्रत्यारोप के बीच प्रदेश में नगरीय निकायों के चुनाव की चल रही तैयारियों के बीच 20-25 दिन में आचार संहिता लगने की आशंका है. ऐसे में अगर बेंच खरीदी की मामला तूल पकड़ने लगा तो चुनाव के समय महापौर को जवाब देना मुश्किल पड़ जाएगा, जिसका खामियाजा आखिरकार कांग्रेस को भुगतना पड़ सकता है.

नगरीय निकाय चुनाव में व्यय सीमा की अधिसूचना जारी, जानिए कहां कितना कर सकते हैं खर्च…

रायपुर-  नगरीय निकाय चुनावों को लेकर व्यय सीमा की अधिसूचना छत्तीसगढ़ राजपत्र में प्रकाशित कर दी गई है. ऐसे नगर पालिका निगम, जहां तीन लाख या उससे अधिक जनसंख्या है वहां निर्वाचन व्यय की अधिकतम सीमा आठ लाख रुपए निर्धारित किया गया है. जहां तीन लाख से कम जनसंख्या है वहां पांच लाख रुपए निर्धारित किया गया है.

नगर पालिका परिषद के लिए दो लाख रुपए, नगर पंचायत के लिए 75 हजार रुपए अधिकतम खर्च सीमा तय की गई है. राज्य सरकार राज्य निर्वाचन आयोग के परामर्श से व्यय सीमा की अधिसूचना जारी की है.

IPS जीपी सिंह के सहयोगी को हाई कोर्ट से राहत, कांग्रेस सरकार के समय दर्ज एफआईआर को किया खारिज, जानिए क्या था मामला…

बिलासपुर-  कारोबारी से वसूली के मामले में आईपीएस गुरजिंदर पाल सिंह के साथ आरोपी बनाए गए उद्योगपति रणजीत सिंह सैनी को हाई कोर्ट से राहत मिल गई है. उनके खिलाफ वर्ष 2021 में सुपेला पुलिस थाना में दर्ज एफआईआर को खारिज कर दिया है. मामले में पहले ही आईपीएस जीपी सिंह के खिलाफ दर्ज एफआईआर को खारिज किया जा चुका है. 

हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस अमितेंद्र किशोर प्रसाद की बेंच ने रणजीत सिंह सैनी द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई की. याचिकाकर्ता के अधिवक्ता हिमांशु पांडेय के तर्कों को सुनने के बाद फैसला देते हुए बेंच ने माना कि समान आरोप पर इस न्यायालय ने सह-अभियुक्त गुरजिंदर पाल सिंह के खिलाफ एफआईआर को पहले ही खारिज कर दिया है. ऐसे में याचिकाकर्ता को भी यही लाभ दिया जाना चाहिए.

बेंच ने माना कि इसके अलावा याचिकाकर्ता किसी उच्च पद पर नहीं है, ऐसे में अभियोजन पक्ष का पूरा मामला फर्जी प्रतीत होता है. ऐसे में सुपेला थाना में 27 जुलाई 21 को दर्ज एफआईआर को रद्द करने के साथ मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, दुर्ग द्वारा 27 मई 2022 का आदेश और प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट, दुर्ग द्वारा याचिकाकर्ता के खिलाफ आरोप तय करने का 12 मार्च 2024 का आदेश को निरस्त कर दिया है.

मामले में रणजीत सिंह सैनी के अधिवक्ता हिमांशु पांडेय ने चर्चा में बताया कि कोर्ट ने कहा कि चूंकि रणजीत सिंह इतने बड़े पद पर नहीं हैं, जो केस को प्रभावित कर सकें. यह फंसाने के लिए झूठा केस किया गया था. इस आधार पर कोर्ट ने एफआईआर, चार्जशीट और आगे की कार्रवाई को खारिज कर दिया है.

जानिए पूरा मामला

बता दें कि कमल सूर्या विहार स्मृतिनगर में रहने वाले कमल सेन ने वर्ष 2007 में हथखोज में श्याम कैमिकल नाम से व्यवसाय शुरू किया. फैक्ट्री में छत्तीसगढ़ पुलिस ने दबिश दी. कमल और फैक्ट्री के कर्मचारी प्रकाश चक्रधारी और भेग सिंह पुलिस महासमुंद ले गई, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया. इसके करीब 6 महीने बाद इस पूरे मामले में कमल सेन को जमानत मिली थी.

कमल की पत्नी ने आरोप लगाया कि आईपीएस जीपी सिंह के सहयोगी रणजीत ने उनसे संपर्क कर चालान में धाराएं कम करने और जल्दी पेश करने के एवज में 1 करोड़ रुपए की मांग की थी. 20 लाख रुपए बतौर एडवांस देने पर मदद करने का आश्वासन दिया. इसके बाद कमल सेन की पत्नी, दोस्त और साला तीनों से 5 जुलाई 2016 को रणजीत सिंह घर गए, जहां से सभी जीपी सिंह के पेंशन बाड़ा स्थित मकान पर गए. यहां रुपए लिए गए.

मामले में छह साल बाद 28 जुलाई 2021 को कमल सेन की शिकायत पर सुपेला पुलिस ने आईपीएस जीपी सिंह और रणजीत सिंह के खिलाफ धारा 388, 506 और 34 के तहत केस दर्ज किया था. मामले में सुपेला पुलिस ने रणजीत सिंह सैनी को गिरफ्तार किया था.

छत्तीसगढ़: राजधानी में रीजनल लेवल क्विज प्रतियोगिता हुई आयोजित, इस राज्य के छात्रों ने मारी बाजी…

रायपुर-   छत्तीसगढ़ राज्य एड्स नियंत्रण समिति ने आज राजधानी रायपुर में रीजनल लेवल क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न राज्यों से स्कूली छात्र-छात्राओं ने भाग लिया. इस प्रतियोगिता में मुंबई, महाराष्ट्र, ओडिशा, झारखंड, बिहार और छत्तीसगढ़ के छात्रों ने अपनी भागीदारी दिखाई. कार्यक्रम में राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन की पारुल कंसल्टेंट (आईईसी और एमएस) ने भी हिस्सा लिया. छत्तीसगढ़ राज्य एड्स नियंत्रण समिति के अतिरिक्त परियोजना संचालक डॉ. खेमराज सोनवानी ने प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी छात्रों को बधाई दी.

संयुक्त संचालक वित्त पूजा मिश्रा और संयुक्त संचालक आईईसी ने क्विज प्रतियोगिता की रूपरेखा की विस्तार से जानकारी दी. निर्णायक मंडल में हाशिम खान, उपसंचालक और कविता पटेल, पाथ शामिल थे जिन्होंने प्रतियोगिता का मूल्यांकन किया. मंच संचालन की जिम्मेदारी डॉ. शबाना सिद्दीकी ने निभाई.

क्विज प्रतियोगिता में बिहार राज्य की टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि मुंबई ने द्वितीय और छत्तीसगढ़ ने तृतीय स्थान हासिल किया. महाराष्ट्र को सांत्वना पुरस्कार मिला. पुरस्कार के रूप में प्रथम पुरस्कार के रूप में 50,000 रुपये, द्वितीय पुरस्कार 30,000 रुपये, तृतीय पुरस्कार 20,000 रुपये और सांत्वना पुरस्कार के रूप में 10,000 रुपये की राशि दी गई.

इस आयोजन में संबंधित राज्यों के एड्स नियंत्रण समिति के अधिकारी, नोडल शिक्षक और छत्तीसगढ़ राज्य एड्स नियंत्रण समिति के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी भी उपस्थित रहे.