विशेष प्रशिक्षण का आयोजन
सिविल सर्जन कार्यालय में जिला आर0सी0एच0 पदाधिकारी डाॅ. कुलदीप कुमार की अध्यक्षता में नियमित टीकाकरण सुदृढ़ीकरण एवं भी0पी0डी0 सर्विलांस को सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से कोडरमा जिले के सभी चिकित्सा पदाधिकारियों, प्रखण्ड कार्यक्रम प्रबंधक, प्रखण्ड डाटा प्रबंधक एवं कोल्ड चैन हैण्डलर के लिए विशेष प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य जिला में टीकाकरण के साथ साथ निगरानी को सुदृढ़ बनाना एवं स्वास्थ्य कर्मियों को प्रखंड स्तरीय उन्नमुखीकरण कराने हेतु विश्व स्वास्थ्य संगठन के सर्विलांस मेडिकल आॅफिसर डाॅ दीपक कुमार द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान उन्होंने टीका की अहमियत गुणवत्ता एवं मामुली तकलीफ जो टीकाकरण के उपरांत होती है उसके बारे में विस्तृत रूप से बताया गया। इसके साथ बुखार के चकत्ता एवं बच्चों में लकवा की निगरानी के संबंध में भी बताया। वहीं उन्होंने बताया कि बच्चों में ग्यारह गंभीर एवं जानलेवा बिमारियों से बचने का टीका पूरे जिले में दिया जा रहा है। इसे ग्रामीण स्तर पर सुदृढ करने एवं लोगों को टीकाकरण के प्रति जागरूक करने की अहमियत को बताया। वहीं एसीएमओ डाॅ रंजीत कुमार ने कहा कि जिले में नियमित टीकाकरण को सुचारू और व्यवस्थित ढंग से सुदृढ़ बनाना है, ताकि टीकाकरण से कोई भी बच्चा न छूटे। बाल रोग से बचाव के लिये नियमित टीकाकरण बेहद जरूरी है। बाल मृत्यु दर के मामलों में कमी लाने के लिहाज से भी टीकाकरण अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य है। टीकाकरण के माध्यम से दी जाने वाली वैक्सीन शरीर में संबंधित रोग से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। वहीं जिला आर0सी0एच0 पदाधिकारी डाॅ. कुलदीप कुमार ने कहा कि मातृ शिशु स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है। इस दिशा में हर संभव प्रयास किया जा रहा है। मातृ शिशु स्वास्थ्य के लिए नियमित टीकाकरण काफी आवश्यक है। इसको सुदृढ़ करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने रणनीति बनायी है। इस दौरान उन्होंने नए टीकों के बारे में बताते हुए खण्डवार कवरेज की जानकारी भी दी। प्रश्नोत्तरी के माध्यम से लोगों की समझ को बढ़ाया गया। वहीं उन्होंने बताया कि नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में बच्चों के लिए बीसीजी, हेपेटाइटिस बी, पेंटावैलेंट, ओपीवी, आईपीवी, डीपीटी, एमआर और गर्भवती महिलाओं के लिए टीडी वैक्सीन सरकारी संस्थाओं में निशुल्क उपलब्ध हैं। मौके पर डाॅ सत्येन्द्र कुमार सिन्हा, डाॅ. बिपिन कुमार, डाॅ आशीष कुमार यादव, डाॅ. मणिकांत गुप्ता, डाॅ शालिनी कौशल, डाॅ विकास चैधरी, डाॅ टिकेश्वर नाथ, डाॅ आर्यन कुमार, डीपीएम महेश कुमार, डीडीएम पवन कुमार, शैलेंद्र तिवारी, मनोज राम, धर्मेंन्द्र राम, मोनाजीर अहसन, रंजीता सेठ, मुकेश राणा, अक्षय कुमार झा, सन्नी कुमार, दीपक कुमार समेत सभी प्रखंडो के एक-एक एम0ओ0 एवं कोल्ड चैन हैण्डलर आदि स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे।
युवक को सरेआम पीटने व नँगा कर घुमाने वाले अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल
तिलैया थाना क्षेत्र के नरेश नगर के रहने वाले एक युवक को सरेआम पीटने व नंगा घुमाने तथा वीडियो को वायरल करने वाले दोषियों को तिलैया पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गिरफ्तार युवकों में देवी मंडप रोड निवासी अभय कुमार उर्फ मिष्टी, पियुष कुमार व संजू राम उर्फ संजय राम के नाम शामिल हैं। जबकि इस घटना में शामिल अन्य अभियुक्त अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। जिसको लेकर पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है। पीड़ित की माँ ने थाने में आवेदन देकर लगाई थी इंसाफ की गुहार मामले को लेकर पीड़ित की माँ नूतन देवी पति इंद्रदेव सिंह ने अभय कुमार उर्फ मिष्टी कुमार पिता लालदीप कुमार पर उनके बेटे रोहित कुमार पर मारपीट कर नंगा घुमाने व वीडियो वायरल करने का आरोप लगाया था। मामले को लेकर नूतन देवी ने तिलैया थाना में आवेदन देकर दोषियों पर कार्यवाही की मांग की थी।  नूतन देवी द्वारा दिए गए आवेदन में बताया गया था कि उनका छोटा बेटा रोहित कुमार मिष्टी की बहन से प्रेम करता था। यह बात जब मिष्टी को पता चली तो उसने धोखे से मेरे बेटे को देवी मंडप रोड स्थित मंदिर प्रांगण में बुलाया। जब मेरा बेटा वहां पहुंचा तो उसने देखा कि मिष्टी व उसके 10-12 अन्य साथी लाठी-डंडा व धारदार हथियार तथा पिस्टल लेकर घात लगाए बैठे हुए थे। जैसे ही रोहित वहां पहुंचा उनलोगों ने इस पर प्रहार कर दिया। जिससे वह लहू लुहान हो गया। वे लोग इतने पर भी नहीं माने और रोहित को निर्वस्त्र कर के पूरे मंदिर परिषर में घुमाया। इन सारी घटनाओं को मिष्टी के साथियों ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया और दो दिन पूर्व सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर शेयर कर दिया। नूतन देवी ने बताया कि उनका बेटा इस घटना के पश्चात से ही सदमें में है और वह खुद में काफी शर्मिन्दगी महसूस कर रहा है। मुझे डर है कि वह कहीं किसी अप्रिय घटना को अंजाम न दे दे। बता दें कि रोहित के पिता बैंगलोर के किसी निजी कंपनी में कार्यरत है और उनकी पत्नी नूतन देवी झुमरीतिलैया में अकेले ही रहती है। अभय उर्फ मिष्टी के पिता होम गार्ड में सिपाही के तौर पर हैं कार्यरत अभय उर्फ मिष्टी के पिता बतौर होम गार्ड सिपाही के तौर पर कार्यरत हैं और फिलहाल पदमा में पोस्टेड हैं। गैंगस्टर की जिंदगी जीना पसन्द है अभय उर्फ मिष्टी को वायरल वीडियो के पश्चात जब मिष्टी के इंस्टाग्राम अकाउंट को खंगाला तो पाया कि उसे गैंगस्टर की जिंदगी जीने का शौक है। वह इससे पहले भी कई लड़कों के साथ मारपीट की वीडियो बनाकर अपने इंटग्राम एकाउंट पर डाल चुका है।
43 वर्षों से भक्ति, सेवा और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है श्री हनुमान संकीर्तन मंडल
हर शनिवार भजन-कीर्तन के माध्यम से सामाजिक और धार्मिक चेतना का कर रही प्रसार आज मण्डल का 2300 वां कीर्तन होगा आयोजित

जहां भक्ति के सुर जीवन को आनंदमय बनाते हैं, वहीं सेवा और समर्पण समाज को एकजुट करते हैं। हनुमान संकीर्तन मंडल ने 43 वर्षों से इसी संदेश को हर शनिवार को भजन-कीर्तन का अद्वितीय आयोजन करता आ रहा है। यह केवल एक मंडल नहीं, बल्कि आस्था का ऐसा दीप है, जो न केवल धार्मिक चेतना जगाता है, बल्कि सामाजिक समरसता का प्रतीक भी है। ढोलक और हारमोनियम की मधुर ध्वनि, मिश्री-बेदाम प्रसाद की मिठास, और गायक-म्यूजिशियन की निस्वार्थ सेवा, सब मिलकर हर कीर्तन को एक दिव्य अनुभव बना देते हैं। चाहे गर्मी हो या सर्दी, यह मंडल हर परिस्थिति में अपने कार्यक्रमों को उसी ऊर्जा और उत्साह से आयोजित करता है। शहर के इस प्रेरणादायक संगठन ने भक्ति को जीवन का आधार बनाते हुए हर दिल में भगवान का नाम स्थापित कर दिया है।14 दिसंबर को मंडल का 2300 वॉ कीर्तन लोगो के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा। ढोलक और हारमोनियम के सुरों पर होता है कीर्तन मंडल हर शनिवार को संध्या 7 बजे से 10:30 बजे तक विभिन्न स्थानों पर संकीर्तन का आयोजन करता है। कार्यक्रम में ढोलक और नए हारमोनियम के सुरों के साथ भजन गाए जाते हैं। मिश्री और बेदाम प्रसाद का वितरण भक्तों को किया जाता है। गायक और म्यूजिशियन पूरे मनोयोग से बाबा के नाम पर सेवा करते हैं। कीर्तन आयोजन की विशेष व्यवस्था मंडल द्वारा माइक, दरी और 5 देवी-देवताओं की तस्वीरें उपलब्ध कराई जाती हैं , ताकि कार्यक्रम के दौरान भक्ति का माहौल बना रहे। कीर्तन की बुकिंग 2 से 3 महीने पहले ही हो जाती है। आयोजन स्थल पर गृहस्वामी केवल चाय की व्यवस्था करते हैं। इसके अतिरिक्त अन्य कोई खर्चा मण्डल स्वयं वहन करता है। भक्ति की मिसाल है मंडल की निरंतरता 1981 में अड्डी बंगला रोड स्थित चौधरी ब्रदर्स के हनुमान मंदिर से शुरू हुआ यह मंडल आज भी अपने साप्ताहिक कीर्तन को बिना किसी रुकावट के आयोजित कर रहा है। चाहे गर्मी हो, बरसात या जाड़ा, मंडल के सदस्य हर परिस्थिति में भक्ति के इस सिलसिले को जारी रखते हैं। 1984 में प्रशासन ने कर्फ्यू के दौरान मण्डल के सदस्यों को विशेष कार्ड जारी किए ताकि वे कीर्तन में शामिल हो सकें। कोरोना काल (लॉकडाउन) में भी यह मंडल ताली कीर्तन के रूप में भजन कीर्तन करता रहा। इस दौरान मण्डल के पदाधिकारियों ने नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए अपनी संख्या में भी कमी कर दी, ताकि व्यवधान न आए और सभी सुरक्षा उपायों का पालन हो सके। सदस्यों की प्रेरणा से जन्मीं अन्य संस्थाएं हनुमान संकीर्तन मंडल को धार्मिक संस्थाओं की ‘यूनिवर्सिटी’ माना जाता है। इसकी प्रेरणा से श्री श्याम मित्र मंडल, ओम संकीर्तन मंडल, श्री राम संकीर्तन मंडल जैसी कई संस्थाओं का गठन हुआ, जो साप्ताहिक व मासिक कीर्तन कर रही हैं। सुंदरकांड से मंगल पाठ तक का सफर पिछले 40 वर्षों से हनुमान जन्म उत्सव पर सुंदरकांड पाठ का आयोजन होता था, जिसमें 30-50 लोग शामिल होते थे। लेकिन पिछले 3 वर्षों से सुन्दरकांड में 500 से अधिक महिलाएं, पुरुष और विद्यार्थी शामिल हो रहे हैं। यह भक्ति की गहराई को दर्शाता है। धार्मिक साधनों में भी बदलाव 43 वर्षों से चले आ रहे हारमोनियम को तीन महीने पहले रांची से मंगवाए गए नए एल्यूमीनियम हारमोनियम से बदला गया। इससे कीर्तन में संगीत की मधुरता और बढ़ गई है। हनुमान संकीर्तन मंडल की यह भक्ति यात्रा आज भी सामाजिक भेदभाव को मिटाते हुए आस्था और सेवा की नई परिभाषा गढ़ रही है।
पुलिस उप-महानिरीक्षक सुनील भाष्कर का डोमचॉच अंचल दौरा
सुनील भाष्कर (भा०पु०से०), पुलिस उप-महानिरीक्षक, उत्तरी छोटानागपुर, ने कोडरमा जिले के डोमचॉच अंचल का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान, उन्होंने स्थानीय पुलिस कार्यालय, अपराध नियंत्रण संचिका, दैनिक और मासिक प्रतिवेदन का विस्तृत समीक्षा की।श्री भाष्कर ने डोमचॉच अंचल के सभी थाना प्रभारीयों से विधि-व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया। इसके साथ ही, उन्होंने थाना में अभिलेखों और कार्यों के संधारण की प्रक्रिया का भी जायजा लिया, तथा पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों के कार्यशौली की जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर उन्होंने आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।इस निरीक्षण में अनुदीप सिंह (भा०पु०से०), पुलिस अधीक्षक, कोडरमा, तथा अनील कुमार सिंह, अनु०पु०पदा०, कोडरमा, भी उपस्थित थे। यह दौरा झारखंड पुलिस की कार्यशैली और सुरक्षा व्यवस्था की मजबूती के लिए महत्वपूर्ण कदम है।
गणतंत्र दिवस पर प्रधानमंत्री के सामने झारखंड-बिहार की संस्कृति का प्रदर्शन करेंगी रितु झुमरी तिलैया की रितु सिंह का चयन
गणतंत्र दिवस परेड के लिए माता-पिता के बिना भी नहीं हारी हिम्मत, संघर्ष से पाई सफलता ज़िलें के जगन्नाथ जैन कॉलेज की छात्रा और एनसीसी कैडेट रितु सिंह ने कड़ी मेहनत और अदम्य साहस के साथ झारखंड और बिहार का नाम रोशन किया है। रितु का चयन इस वर्ष गणतंत्र दिवस परेड में बिहार-झारखंड की सांस्कृतिक झलक प्रस्तुत करने के लिए हुआ है। रितु ने कहा, यह अवसर मेरे लिए मेरे माता-पिता का सपना पूरा करने जैसा है। 44 कैडेट्स में से 32 में चयन, अब दिल्ली की तैयारी पटना में आयोजित आरडी-3 कैंप में 44 कैडेट्स में से केवल 32 का चयन हुआ, जिनमें रितु सिंह भी शामिल हैं। अब 18 से 27 दिसंबर तक पटना में आयोजित आरडी लॉन्चिंग कैंप में इन 32 कैडेट्स की गहन प्रैक्टिस होगी। इसके बाद रितु और अन्य चुने गए कैडेट्स सीधे दिल्ली रवाना होंगे, जहाँ गणतंत्र दिवस परेड के लिए अंतिम तैयारियाँ होंगी। रितु को 26 जनवरी को बिहार-झारखंड की कला और संस्कृति को प्रधानमंत्री और देशभर के दर्शकों के सामने प्रस्तुत करने का अवसर मिलेगा। पिता का सपना और माता-पिता की प्रेरणा रितु ने अपने माता-पिता, स्वर्गीय संजय सिंह और स्वर्गीय रीता देवी को याद करते हुए कहा, मेरे माता-पिता की प्रेरणा ने मुझे कभी हारने नहीं दिया। उनके सपने ने मुझे हर मुश्किल को पार करने का साहस दिया। रितु की माता का निधन 2012 में और पिता का 2021 में हुआ। झुमरी तिलैया में तिलैया क्लिनिक के पास स्थित अपने घर से संघर्षों का सफर तय करते हुए रितु ने एनसीसी में 11वीं कक्षा से कदम रखा। झारखंड-बिहार की सांस्कृतिक पहचान को आगे बढ़ाने का सपना रितु का सपना न केवल गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होना है बल्कि झारखंड और बिहार की कला और संस्कृति को प्रधानमंत्री और देशभर के लोगों के सामने प्रस्तुत करना है। उन्होंने कहा, एनसीसी ने मुझे आत्मविश्वास दिया और मेरे सपनों को आकार दिया। मैं देश और झारखंड-बिहार के लिए कुछ करना चाहती हूं। आर्मी में करियर बनाने का इरादा रितु का लक्ष्य सेना में एक अधिकारी बनकर देश की सेवा करना है। उन्होंने कहा की मेरा सपना पिता का सपना है। जिले का नाम रोशन करना चाहती हूं और देश की रक्षा में योगदान देना चाहती हूं। झारखंड से कोडरमा की अकेली कैडेट रितु सिंह अपनी मेहनत और लगन से एक मिसाल बन रही हैं। उनके जज्बे को देखकर जिले और राज्य के लोग गर्व महसूस कर रहे हैं। अब 26 जनवरी का इंतजार है, जब रितु पूरे देश के सामने अपनी प्रतिभा और संस्कृति की छवि प्रस्तुत करेंगी।
भारत को जानों के पूर्वी क्षेत्र का प्रतियोगिता 22 को धनबाद में होगा आयोजित
भारत विकास परिषद के तत्वावधान में 22 दिसंबर को धनबाद के इंडियन स्कूल में पूर्वी क्षेत्र के 7 राज्यों के प्रतिभागियों के बीच भारत को जानों प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी उत्तर झारखंड के प्रांतीय अध्यक्ष राम प्रवेश पांडेय ने दी। उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में बिहार के मगध एवं नोर्थ बिहार, झारखंड के उत्तर और दक्षिण ओड़िशा का दक्षिण और उत्तर, वेस्ट बंगाल के चयनित प्रतिभागी इसमें हिस्सा लेंगे और इसके विजेता प्रतिभागी राजस्थान में आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे। उन्होंने बताया कि 15 दिसंबर को बंगलोर में राष्ट्रीय समूह गान प्रतियोगिता का आयोजन में झारखंड से 13 विद्यार्थी हिस्सा लेंगे। -------
भारत को जानों के पूर्वी क्षेत्र का प्रतियोगिता 22 को धनबाद में होगा आयोजित
भारत विकास परिषद के तत्वावधान में 22 दिसंबर को धनबाद के इंडियन स्कूल में पूर्वी क्षेत्र के 7 राज्यों के प्रतिभागियों के बीच भारत को जानों प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी उत्तर झारखंड के प्रांतीय अध्यक्ष राम प्रवेश पांडेय ने दी। उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में बिहार के मगध एवं नोर्थ बिहार, झारखंड के उत्तर और दक्षिण ओड़िशा का दक्षिण और उत्तर, वेस्ट बंगाल के चयनित प्रतिभागी इसमें हिस्सा लेंगे और इसके विजेता प्रतिभागी राजस्थान में आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे। उन्होंने बताया कि 15 दिसंबर को बंगलोर में राष्ट्रीय समूह गान प्रतियोगिता का आयोजन में झारखंड से 13 विद्यार्थी हिस्सा लेंगे। -------
गणतंत्र दिवस पर प्रधानमंत्री के सामने झारखंड-बिहार की संस्कृति का प्रदर्शन करेंगी रितु
झुमरी तिलैया की रितु सिंह का चयन गणतंत्र दिवस परेड के लिए माता-पिता के बिना भी नहीं हारी हिम्मत, संघर्ष से पाई सफलता फोटो झुमरी तिलैया ज़िलें के जगन्नाथ जैन कॉलेज की छात्रा और एनसीसी कैडेट रितु सिंह ने कड़ी मेहनत और अदम्य साहस के साथ झारखंड और बिहार का नाम रोशन किया है। रितु का चयन इस वर्ष गणतंत्र दिवस परेड में बिहार-झारखंड की सांस्कृतिक झलक प्रस्तुत करने के लिए हुआ है। रितु ने कहा, यह अवसर मेरे लिए मेरे माता-पिता का सपना पूरा करने जैसा है। 44 कैडेट्स में से 32 में चयन, अब दिल्ली की तैयारी पटना में आयोजित आरडी-3 कैंप में 44 कैडेट्स में से केवल 32 का चयन हुआ, जिनमें रितु सिंह भी शामिल हैं। अब 18 से 27 दिसंबर तक पटना में आयोजित आरडी लॉन्चिंग कैंप में इन 32 कैडेट्स की गहन प्रैक्टिस होगी। इसके बाद रितु और अन्य चुने गए कैडेट्स सीधे दिल्ली रवाना होंगे, जहाँ गणतंत्र दिवस परेड के लिए अंतिम तैयारियाँ होंगी। रितु को 26 जनवरी को बिहार-झारखंड की कला और संस्कृति को प्रधानमंत्री और देशभर के दर्शकों के सामने प्रस्तुत करने का अवसर मिलेगा। पिता का सपना और माता-पिता की प्रेरणा रितु ने अपने माता-पिता, स्वर्गीय संजय सिंह और स्वर्गीय रीता देवी को याद करते हुए कहा, मेरे माता-पिता की प्रेरणा ने मुझे कभी हारने नहीं दिया। उनके सपने ने मुझे हर मुश्किल को पार करने का साहस दिया। रितु की माता का निधन 2012 में और पिता का 2021 में हुआ। झुमरी तिलैया में तिलैया क्लिनिक के पास स्थित अपने घर से संघर्षों का सफर तय करते हुए रितु ने एनसीसी में 11वीं कक्षा से कदम रखा। झारखंड-बिहार की सांस्कृतिक पहचान को आगे बढ़ाने का सपना रितु का सपना न केवल गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होना है बल्कि झारखंड और बिहार की कला और संस्कृति को प्रधानमंत्री और देशभर के लोगों के सामने प्रस्तुत करना है। उन्होंने कहा, एनसीसी ने मुझे आत्मविश्वास दिया और मेरे सपनों को आकार दिया। मैं देश और झारखंड-बिहार के लिए कुछ करना चाहती हूं। आर्मी में करियर बनाने का इरादा रितु का लक्ष्य सेना में एक अधिकारी बनकर देश की सेवा करना है। उन्होंने कहा की मेरा सपना पिता का सपना है। जिले का नाम रोशन करना चाहती हूं और देश की रक्षा में योगदान देना चाहती हूं। झारखंड से कोडरमा की अकेली कैडेट रितु सिंह अपनी मेहनत और लगन से एक मिसाल बन रही हैं। उनके जज्बे को देखकर जिले और राज्य के लोग गर्व महसूस कर रहे हैं। अब 26 जनवरी का इंतजार है, जब रितु पूरे देश के सामने अपनी प्रतिभा और संस्कृति की छवि प्रस्तुत करेंगी।
संजय पासवान ने मईयां योजना के आवेदनों में सुधार के लिए मुख्यमंत्री से विशेष कैम्प लगाने का आग्रह किया
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी का एक शिष्टमंडल मंगलवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से शिष्टाचार मुलाकात कर विधानसभा चुनाव में उनके नेतृत्व में धर्मनिरपेक्ष शक्तियों की भारी जीत पर उन्हें बधाई दिया. शिष्टमंडल का नेतृत्व सीपीएम पोलिट ब्यूरो सदस्य बृंदा कारात ने किया. मुख्यमंत्री से करीब आधे घंटे तक की वार्ता में झारखंड के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई. शिष्टमंडल में शामिल पार्टी के राज्य सचिवमंडल सदस्य और स्थानीय ट्रेड यूनियन नेता संजय पासवान ने मुख्यमंत्री से महत्वाकांक्षी मईयां सम्मान योजना की सराहना करते हुए कहा कि इससे गृहणी और गरीब महिलाओं को काफी खुशी मिली है. अब अपने निजी जरूरतों के लिए पति और माता पिता पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है. लेकिन राज्य की हजारों गरीब और जरूरतमंद महिला इस योजना से वंचित हैं. हजारों आवेदनों की इंट्री में प्रज्ञा केंद्रों द्वारा बैंक एकाउंट नंबर या आईएफएससी कोड भरने में गलती कर दिया गया है. जिसके कारण रोज हजारों वंचित महिला प्रखंड व अंचल कार्यालयों में सुबह से ही लाईन लगाकर खड़ी हो जाती है. लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो रहा है. उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि विशेष कैम्प लगाकर त्रुटिपूर्ण आवेदनों में सुधार किया जाए. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सुधार पोर्टल को जल्द चालू करने का आश्वासन दिया. शिष्टमंडल में पार्टी के राज्य सचिव प्रकाश विप्लव, प्रफुल्ल लिंडा और समीर दास शामिल थे.
आरपीवाई बीएड कॉलेज में भारतीय भाषा उत्सव कार्यक्रम का आयोजन
रमेश प्रसाद यादव शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में मंगलवार को भारतीय भाषा उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर लैंग्वेज एन्ड कम्युनिटी विषय पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ द्वीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इस मौके पर प्राचार्य डॉ. लक्ष्मी सरकार ने कहा कि, कार्यक्रम का उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत भारतीय भाषाओं के प्रति सम्मान, जागरूकता और रुचि को बढ़ाना है। भारतीय भाषाओं के माध्यम से एकता और संस्कृति को संरक्षित करने का प्रयास किया जा रहा है। भारतीय भाषाओं में उपलब्ध समृद्ध साहित्य के प्रति आदर और प्रेम विकसित करना, बहुभाषा शिक्षण के माध्यम से शिक्षा और शोध को प्रोत्साहन देना, भारतीय भाषाओं के प्रति प्रेम और उपयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करना है। इसलिए हमसभी को मिलकर भारतीय भाषाओं को सम्मान देना है ताकि भारत की संस्कृति संरक्षित हो सके। कार्यक्रम को सहायक प्राध्यापक डॉ० संजीव कुमार व राजेश पांडेय ने भी संबोधित किया। मौके पर सहायक प्राध्यापक मो. सेराज, विनोद यादव, रविभूषण सिंह, सैयद खुर्शीद अली, अनिल कुमार, खामा रानी सहित शिक्षकेत्तर कर्मचारी सुजीत कुमार, श्रवण कुमार, शाहिद खान, गौरव कुमार, सेंटू कुमार, सहित सत्र 2024-26 के प्रशिक्षुगण मुस्कान, स्मृति, गुंजा, पूजा, सोनिका, रूबी, पूजा, प्रकाश, अंकित, अजीत,दीपक, अख्तर, अल्ताफ अभिलाषा आदि मौजूद रहे।