*वेलफेयर इंस्पेक्टर जेपी यादव ने कोचिंग डिपो अधिकारी सुल्तानपुर विनय कुमार श्रीवास्तव के दफ्तर पहुंचकर लेखा संबंधित कागजों का निरीक्षण किया*
आज 18 नवंबर 2025 को रेलवे मंडल कार्यालय लखनऊ से लगभग 11:00 बजे सहायक मंडल फाइनेंस मैनेजर कंचन प्रभा,अवधेश सिंह सीनियर सेक्शन ऑफिसर एवं प्रशांत कुमार लांबा अकाउंटेंट और वेलफेयर इंस्पेक्टर जेपी यादव ने कोचिंग डिपो अधिकारी सुल्तानपुर श्री विनय कुमार श्रीवास्तव के दफ्तर पहुंचकर लेखा संबंधित कागजों का निरीक्षण किया साथ ही लोको शेड जाकर सफाई के कार्य को भी चेक किया वहाँ से निकल कर टीम ने स्टेशन परिसर की साफ सफाई का भी निरीक्षण किया। इस अवसर पर कार्यालय अधीक्षक विनय कुमार सिंह , संतोष कुमार और विपिन सिंह ने जांच अधिकारी को पूरा सहयोग किया
चुनावी हार के बाद पहली बार सामने आए प्रशांत किशोर, बोले-हार की पूरी जिम्मेदारी मेरी, करूंगा प्रायश्चित

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बिहार चुनाव में करारी हार के बाद प्रशांत किशोर मंगलवार को पहली बार जनता के सामने आए। प्रशांत किशोर आज पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जनता से माफी मांगी और अपनी नाकामी की जिम्मेदारी खुद ली। इस दौरान उन्होंने साफ कर दिया वो राजनीति से संन्यास लेने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि बिहार को बेहतर बनाने का उनका संकल्प पहले से भी अधिक मजबूत है। अब दोगुनी मेहनत से बिहार की जनता के लिए काम करेंगे।

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हम विश्वास नहीं जीत पाए-पीके

प्रशांत किशोर ने पटना में पार्टी की हार की जिम्मेदारी ली। उन्होंने कहा कि हमलोगों से जरूर कुछ गलती हुई है। इसलिए ऐसा परिणाम दिया। जनता ने हमलोगों को नहीं चुना। जनता ने हमलोगों पर विश्वास नहीं दिखाया। इस हार की जिम्मेदारी पूरी तरह से मेरी है। जिस प्रयास से हमलोग जुड़े थे, उनका विश्वास नहीं जीत पाया। हमलोग सामूहिक तौर पर हारे हैं।

एक दिन के मौन व्रत का ऐलान

पीके ने कहा, हम लोगों से जो गलती हुई है, मैं विनम्रता से माफ़ी मांगता हूं। 20 को भीतरहरवा आश्रम से प्रायश्चित के तौर पर सामूहिक मौन उपवास रखूंगा एक दिन के लिए। गलती हो सकती है, लेकिन गुनाह नहीं किया, वोट नहीं मिलना गुनाह नहीं है। जहां जाति की राजनीति चलती रही है, धर्म की राजनीति रही है, वहां जाति धर्म के आधार पर बांटने का गुनाह नहीं किया हूं।"

मैंने कोई गुनाह नहीं किया-पीके

प्रशांत किशोर ने कहा कि गलती हो सकती है। लेकिन, हमने गुनाह नहीं किया है। मैं सिर उठाकर कह सकता हूं कि मैंने कोई गुनाह नहीं किया है। मैंने जातियों का जहर फैलाने का गुनाह नहीं किया। मैंने जनता का मत खरीदने की कोशिश नहीं की। जिस तरह महाभारत में अभिमन्यु को घेरकर छल से मार दिया गया। लेकिन, महाभारत नहीं जीता नहीं गया। जीत उसकी ही हुई जो धर्म के साथ थे।

पीछे नहीं हटेंगे-पीके

पीके ने आगे कहा, हमलोग फिर से खड़े होंगे। हमलोग जब तक जीतेंगे नहीं, तब तक छोड़ेंगे नहीं। जब तक व्यवस्था को सुधार नहीं देते तब तक पीछे नहीं हटेंगे। अब दोगुनी मेहनत से बिहार की जनता के लिए काम करेंगे। प्रशांत किशोर ने कहा कि वे किसी पद पर नहीं हैं, इसलिए इस्तीफा देने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा कि मैं राजनीति छोड़ सकता हूं, लेकिन बिहार को नहीं छोड़ूंगा।

लखनऊ पर आतंक का खतरा: महिला आतंकी डॉ. शाहीन शाहिद की मास्टरमाइंडिंग का पर्दाफाश, यूपी के कई शहरों पर था हमला निशाना


लखनऊ । आगामी छह दिसंबर को बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी के अवसर पर उत्तर प्रदेश में बड़े आतंकी हमले की साजिश रचने का प्रयास हुआ, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता ने इसे नाकाम कर दिया। राजधानी लखनऊ के खंदारी बाजार निवासी डॉ. शाहीन शाहिद और उसके भाई डॉ. परवेज अंसारी सहित पांच आतंकियों को गिरफ्तार किया गया। जांच में सामने आया कि डॉ. शाहीन इस गिरोह की मास्टरमाइंड थीं और उनका लक्ष्य सिर्फ दिल्ली नहीं, बल्कि यूपी के कई प्रमुख धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों को निशाना बनाना था।

दिल्ली धमाके के बाद यूपी को भी बनाया था निशाना

सूत्रों के मुताबिक, लाल किला मैट्रो स्टेशन में हुए बम धमाके के बाद यह गिरोह लखनऊ, अयोध्या, मथुरा और काशी में बड़े पैमाने पर तबाही मचाने की योजना बना रहा था। डॉ. शाहीन और उसके सहयोगी देश विरोधी एजेंडों के तहत सक्रिय थे और उनका मकसद सामाजिक भय फैलाना और आतंक को बढ़ावा देना था।

जांच में यह भी पता चला कि डॉ. शाहीन ने सऊदी अरब में करीब चार साल तक एक प्रमुख अस्पताल में काम किया। इसी दौरान उनका संपर्क कश्मीरी मूल के डॉक्टरों और संभावित आतंकियों से हुआ। लौटने के बाद वह फरीदाबाद और लखनऊ में सक्रिय रही।

एनआईए और एटीएस ने शुरू की गहन पड़ताल

जांच एजेंसियों ने लालबाग और मड़ियांव स्थित आवासों से बरामद दस्तावेजों, लैपटॉप, मोबाइल और हार्ड ड्राइव की गहन फोरेंसिक पड़ताल शुरू कर दी है। एनआईए ने जम्मू-कश्मीर पुलिस से संपर्क कर डिजिटल उपकरणों की जांच की रिपोर्ट मंगवाई है। इसके अलावा एटीएस सहारनपुर और कानपुर में उनके वाहनों और सहयोगियों की जानकारी जुटा रही है।

सूत्रों के मुताबिक, डॉ. परवेज की गाड़ियों की फोरेंसिक जांच भी कराई जा रही है। इसकी मदद से यह पता लगाया जाएगा कि क्या उनके जरिए अमोनियम नाइट्रेट, फर्टिलाइजर या अन्य विस्फोटक सामग्री कहीं भेजी गई थी। एनआईए की टीम अयोध्या का भी रुख करेगी, क्योंकि डॉ. परवेज ने अयोध्या में इंटर्नशिप की थी और वहां उसके संपर्कों की पड़ताल आवश्यक मानी जा रही है।

महिला आतंकी का नेटवर्क देशभर में फैला

एटीएस और पुलिस की जांच में यह सामने आया कि डॉ. शाहीन और उसके भाई के संपर्क में लखनऊ और यूपी के आधा दर्जन से अधिक संदिग्ध हैं। पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि यह गिरोह जम्मू-कश्मीर से लेकर यूपी तक सक्रिय था और उनका नेटवर्क कई शहरों और संस्थाओं तक फैला हुआ था। एनआईए और एटीएस इस नेटवर्क को पूरी तरह उजागर करने और देश के भीतर इसके संपर्कों को तोड़ने में जुटी हैं।

सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता ने बड़े हादसों को रोका

विशेषज्ञों का कहना है कि महिला आतंकी के सक्रिय होने से यूपी में बड़े आतंकी हमलों की गंभीर आशंका थी। लेकिन समय पर गिरफ्तारी और गहन जांच ने बड़े हादसों को टाल दिया। बरामद दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्यों से अब तक यह पता चला है कि गिरोह का दायरा दिल्ली, लखनऊ, अयोध्या, मथुरा और काशी तक फैला हुआ था।

जांच का अगला चरण

बता दें कि डॉक्टर शाहीन बम धमाके की मास्टरमाइंड बताई जा रही है जबकि डॉ परवेज उसका सबसे भरोसेमंद मददगार बताया जा रहा है। इनके साथ और कौन-कौन लोग जुड़े हैं इसके बारे में जांच एजेंसियां, एटीएस और पुलिस इनकी कुंडली खंगालना शुरू कर दिया है।एनआईए और एटीएस की नजर अब गिरोह के पूरा नेटवर्क खंगालने, इसके सहयोगियों की पहचान करने और विदेशों से जुड़े कनेक्शन उजागर करने पर केंद्रित है। फोरेंसिक जांच, दस्तावेजों की पड़ताल और संदिग्धों से पूछताछ के बाद ही गिरोह की पूरी साजिश उजागर हो पाएगी।
रांची: रायसा मोड़ के पास दर्दनाक हादसा, अज्ञात वाहन की टक्कर से बाइक सवार दो युवकों की मौत; फुटबॉल मैच देखकर लौट रहे थे मृतक जीजा-साला

रांची: नामकुम थाना क्षेत्र स्थित रायसा मोड़ के पास रविवार देर रात हुए एक भीषण सड़क हादसे में बाइक सवार दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों की पहचान संजय मुंडा (25), हरबुल, नामकुम निवासी, और सुकरा मुंडा, लुदुंगबेडा, बुढ़मू निवासी, के रूप में की गई है।

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फुटबॉल मैच देखकर लौट रहे थे

मिली जानकारी के अनुसार, संजय मुंडा और सुकरा मुंडा ब्यांगडीह गांव में आयोजित एक फुटबॉल मैच देखने गए थे। रात में वापस अपने घर लौटते समय, रायसा मोड़ के पास पीछे से आ रहे एक अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों युवक सड़क पर दूर जा गिरे और गंभीर चोटों के कारण मौके पर ही दम तोड़ दिया।

हादसे के तुरंत बाद वाहन चालक मौके से फरार हो गया।

रिश्ते में थे जीजा-साला

मृतक संजय के पिता गंगाराम मुंडा ने बताया कि दोनों युवक खेती-बाड़ी का काम करते थे और रिश्ते में जीजा–साला थे। संजय के चचेरे भाई की शादी सुकरा की बहन से हुई थी। सुकरा हाल ही में हरबुल में मेहमानी आया था और संजय के साथ ही रह रहा था।

स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना पुलिस और पूर्व मुखिया महादेव मुंडा को दी। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर शवों को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस अब फरार वाहन चालक को जल्द पकड़ने के लिए सीसीटीवी फुटेज और अन्य सुरागों की जांच कर रही है।

कुएं में गिरने से वृद्ध की मौत, परिजनों में कोहराम

अंकित मिश्रा

मीरजापुर।ड्रमंडगंज थाना क्षेत्र के चक भैंसोड़ गांव में मंगलवार सुबह घर के सामने कुएं में गिरने से वृद्ध की मौत हो गई। घटना की जानकारी होने पर परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों ने पुलिस को बिना सूचना दिए ही शव का दाह संस्कार कर दिए।चक भैसोड़ गांव निवासी 80 वर्षीय राम नाथ सुबह पानी भरने के लिए कुएं पर गए थे उसी दौरान पैर फिसलने से बीस फीट गहरे कुएं में गिर पड़े। पानी में डूबने से वृद्ध की मौत हो गई।

सुबह वृद्ध को घर पर नही देख पुत्रवधू सोनकली और पौत्र सुमन खोजबीन करने लगे। कुछ देर बाद कुएं की जगत पर वृद्ध की लाठी पड़ी देख पुत्रवधू और पौत्र कुएं पर और कुएं में झांककर देखा तो पानी में वृद्ध की टोपी उतराई हुई थी। परिजनों को समझते देर नही लगी। पुत्रवधू और पौत्र ने रोते-बिलखते हुए अगल बगल के लोगों से अनहोनी की आशंका जताई। मौके पर पहुंचे ग्रामीण रस्सी और कटिया डालकर कुएं में वृद्ध की तलाश करने लगे कुछ ही देर में वृद्ध का कुर्ता कटिया में फंस गया। ग्रामीणों ने वृद्ध को कुएं से बाहर निकाला लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।

घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे ग्राम प्रधान सुरेश केशरी ने परिजनों ढांढस बंधाते हुए शासन से हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया। मृतक का इकलौता पुत्र घनश्याम महाराष्ट्र के पूना जिले में रहकर किसी प्राइवेट कंपनी में मेहमान मजदूरी करता है। पिता की मौत की खबर पाकर घर के लिए निकल पड़ा है। घटना की जानकारी पुलिस को नही है।

भोलानाथ कुशवाहा का नया कविता संग्रह 'कबीर नहीं बन पाया' प्रकाशित

मिर्जापुर। जनपद के वरिष्ठ साहित्यकार भोलानाथ कुशवाहा का कविता संग्रह 'कबीर नहीं बन पाया' प्रकाशित हुआ है। यह संग्रह 120 पृष्ठों का है। इसे संत रविदास नगर (भदोही) के हिंदी श्री पब्लिकेशन ने प्रकाशित किया है। इसमें अपने वक्तव्य में साहित्य चेतना समाज के संस्थापक अमरनाथ तिवारी 'अमर' ने लिखा है, यह संग्रह केवल आत्मनिरीक्षण तक सीमित नहीं है बल्कि आज के विषमताओं से भरे समाज का एक तीखा और यथार्थवादी दस्तावेज है।

नगर के बाँकेलाल टंडन की गली, वासलीगंज निवासी 75 वर्षीय भोलानाथ कुशवाहा की रचनात्मक साहित्य की अब तक 12 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। इन्होंने हिन्दी साहित्य की कई विधाओं में लेखन किया है। जिनमें कविता,गीत, नवगीत, मुक्तक, दोहा, हाइकू, गजल, शेर, नाटक, कहानी, लघुकथा आदि हैं। इनकी लिखी भूमिकाएँ व समीक्षाएं विभिन्न पत्र- पत्रिकाओं मे प्रकाशित होती रही हैं। साथ ही आकाशवाणी एवं दूरदर्शन से भी इनकी कविताओं का प्रसारण हो चुका है। इन्हें उ प्र हिंदी संस्थान, लखनऊ के साथ कई प्रतिष्ठित संस्थानों ने सम्मानित किया है।

भोलानाथ कुशवाहा के कविता संग्रह 'कबीर नहीं बन पाया' के प्रकाशित होने पर अनेक लोगों ने बधाई दी है जिनमें डॉ अनुज प्रताप सिंह, वृजदेव पांडेय, प्रो

रेनूरानी सिंह, डॉ वंदना मिश्रा, प्रमोद कुमार सुमन, लाल व्रत सिंह सुगम, गणेश गंभीर, लल्लू तिवारी, आनन्द अमित, अरविंद अवस्थी, केदार नाथ सविता, जफर मिर्जापुरी, मुहिब मिर्जापुरी, डॉ अनुराधा ओस, हसन जौनपुरी, खुर्शीद भारती, नन्दिनी वर्मा, सारिका चौरसिया, डॉ सुधा सिंह, इला जायसवाल, इम्तियाज अहमद गुमनाम, इरफान कुरैशी, अनिल यादव, हेलाल मिर्जापुरी आदि हैं।

एक करोड़ का इनामी नक्सली हिडमा एनकाउंटर में ढेर, पत्नी समेत कुल 6 माओवादी मारे गए

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छत्तीसगढ़ में लगातार नक्सलियों के खात्मे के लिए राज्य पुलिस और सुरक्षा बलों के जवानों का एंटी नक्सल ऑपरेशन जारी है। छत्तीसगढ़-आंध्र प्रदेश बॉर्डर पर हुई मुठभेड़ में खूंखार नक्सली हिड़मा मारा गया है। इस मुठभेड़ में उसकी पत्नी और छह नक्सली भी ढेर हो गए हैं। बता दें कि माओवादी हिडमा पर लगभग 1 करोड़ रुपये का इनाम घोषित था।

नक्लसली नेता माडवी हिडमा और उनकी पत्नी सहित छह माओवादियों का एनकाउंटर किया गया है। यह अभियान मंगलवार सुबह आंध्र प्रदेश के मारेदुमिली इलाके में हुआ। सरकारी सूत्रों के अनुसार, पुलिस मुठभेड़ में, सीसीएम के दक्षिण बस्तर बटालियन के सदस्य हिडमा और उनकी पत्नी के अलावा, सुबह 6.30 से 7 बजे के बीच चार अन्य सुरक्षा गार्डों को भी मार गिराया गया। अल्लूरी जिले में हुई मुठभेड़ में छह माओवादी मारे गए।

मुठभेड़ के दौरान मारा गया हिडमा

पुलिस ने बताया कि माडवी हिडमा को छत्तीसगढ़, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के त्रि-जंक्शन के पास घने जंगलों में एक भीषण मुठभेड़ के दौरान मारा गया है। उसे ग्रेहाउंड्स, डीआरजी और सीआरपीएफ कोबरा यूनिट्स के संयुक्त अभियान में मार गिराया गया।

मारी गईं माडवी हिडमा की पत्नियां

हिडमा की पत्नी माडवी हेमा और प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) के चार अन्य वरिष्ठ कार्यकर्ता भी मारे गए। बताया जा रहा है कि उसकी दो पत्नियां थीं, दोनों मुठभेड़ में मारी गई हैं। अब तक बरामद शवों की पहचान की जा रही है।

कौन था हिडमा?

कहा जाता है कि हिडमा को नक्सल संगठन ने सिर्फ 16 साल की उम्र में उसके गांव पूर्वती से चुन लिया था। दुबला-पतला होने के बावजूद वह बेहद फुर्तीला और तेज दिमाग वाला था। वह चीजें झट से सीख लेता था। नक्सलियों का अपना एक एजुकेशन सिस्टम और कल्चरल कमेटी भी होती है यहीं हिड़मा ने पढ़ना-लिखना, और गाना-बजाना तक सीखा। ट्रेनिंग पूरी होते ही उसकी पहली पोस्टिंग महाराष्ट्र के गढ़चिरौली इलाके में कर दी गई। 2010 में ताड़मेटला में 76 जवानों की हत्या के बाद संगठन में उसकी हैसियत और बढ़ गई।

*भारत खेल प्राधिकरण एवं भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के सौजन्य से इस खेल को जिला एथलेटिक्स संघ सुल्तानपुर को प्रतियोगिता*
सुल्तानपुर,एकदिवसीय महिला अस्मिता बालिका अंडर 14 एवं 16 खेल जो आल इंडिया (AFI) , भारत खेल प्राधिकरण एवं भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के सौजन्य से इस खेल को जिला एथलेटिक्स संघ सुल्तानपुर को प्रतियोगिता करने का अवसर प्राप्त हुआ, इस महिला अस्मिता एथलेटिक्स का आयु वर्ग 14 वर्ष एवं 16 वर्षीय बालिका प्रतिभा करेगी जो की सुल्तानपुर पंत स्टेडियम में 21 नवंबर को सुबह 10:00 बजे प्रारंभ होगी। प्रतियोगिता को अंतिम रूप देने के लिए आज ADM बाबू राम जी जिला एथलेटिक्स संघ के जनरल सेक्टरी स अंतर्राष्ट्रीय धावक श्री बाबा दिन चौधरी,एथलेटिक्स एसोसिएशन अध्यक्ष श्री राम लखन यादव , जिला कीड़ा अधिकारी राजेश सोनकर, राजेश कन्नौजिया,कबड्डी संघ के सचिव महेश यादव संजय तिवारी,हरगोविंद सिंह, ओमप्रकाश पाल, हाफिज जी,आदि लोगों ने जाकर स्टेडियम ग्राउंड का निरीक्षण किया। जिससे कि दिनांक 21 को होने वाली प्रतियोगिता में खिलाड़ियों को किसी प्रकार की दिक्कत ना करना पड़े इस आयोजन के लिए जिला ओलंपिक संघ के सचिव पंकज दुबे ने एथलेटिक संघ को बहुत-बहुत धन्यवाद दिया कि जनपद में यह कार्यक्रम संभव करने के लिए।
*शिशु वाटिका विद्यालय की वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता संपन्न*
सुल्तानपुर,शहर सुल्तानपुर के विवेकानंद नगर में स्थित सरस्वती शिशु मंदिर विधालय के प्रांगण में शिशु वाटिका विद्यालय का वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस आयोजन का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री दयाराम जी बाल विकास परियोजना अधिकारी एवं श्री जितेंद्र सिंह यादव चौकी इंचार्ज विवेकानंद नगर चौकी, विद्यालय के प्रबंधक डॉक्टर श्री रामजी गुप्ता जिला अध्यक्ष पिछड़ा वर्ग भाजपा, विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री ब्रह्म नारायण शुक्ला, विनय सेन मंडल सचिव राष्ट्रीय पत्रकार एकता संघ एवं शिशु वाटिका की संचालिका उषा सिंह के कर कमल द्वारा भारत माता के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया गया। अतिथियों का सम्मान अंग वस्त्र देकर किया गया। खेलकूद प्रतियोगिता जैसे सादी दौड़, चॉकलेट दौड़, बाल्टी में बाल डालना, जलेबी दौड़, बाधा दौड़, रेगऺकर चलना, म्यूजिकल कुर्सी इत्यादि खेलों में विद्यालय के छोटे-छोटे शिशुओं ने बढ़ चढ़कर प्रतिभाग किया। उन शिशुओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। विद्यालय के आचार्य बहनें व्यवस्था बनाए रखने में अपना पूर्ण योगदान दे रही थी। जिसमें शिशु वाटिका विद्यालय की संचालिका उषा सिंह पुष्पांजलि नीतू श्रीवास्तव सरिता वंदना संध्या कल्पना मिश्रा एवं आचार्य इंद्रेश दीपक आदि रहे। प्रतियोगिता संपूर्ण होने के बाद प्रतियोगिता में प्रथम द्वितीय तृतीय स्थान प्राप्त शिष्यों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया एवं जो शिशु प्रतियोगिता में प्रतिभाग नहीं लिए थे उन शिष्यों को भी पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
आतंकी डॉक्टर उमर नबी का धमाके से पहले का वीडियो आया सामने, सुसाइड बॉम्बिंग को बताया शहादत

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दिल्ली ब्लास्ट के आत्मघाती हमलावर उमर उन नबी का वीडियो सामने आया है, जिसमें वो सुसाइड बॉम्बिंग की वकालत करता नजर आ रहा है। वीडियो में डॉ. उमर-उन-नबी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि सुसाइड बॉम्बिंग को लोग गलत समझते हैं। इंग्लिश में बोलते हुए वह दावा कर रहा है कि जिसे सुसाइड बॉम्बिंग कहा जाता है, वह असल में 'शहादत का ऑपरेशन' है।

पूरे वीडियो में वह बेहतरीन अंग्रेजी में बात करता दिख रहा है।वीडियो में उमर अकेला नजर आ रहा है और उसने एक कमरे में बैठकर यह वीडियो रिकॉर्ड किया है। वह सुसाइड हमले को इस्लामिक सिद्धांतों से जायज ठहराने की कोशिश करते हुए कहता है। उसका कहना है कि सुसाइड बॉम्बिंग को ठीक से समझा नहीं गया है

आत्मघाती हमले को इस्लाम में बताया जायज

वीडियो में उमर मोहम्मद ने कहा कि जिसे आत्मघाती बम विस्फोट कहा जाता है, वह अवधारणा बहुत ही गलतफहमी में से एक है। यह एक शहादत अभियान है... जिसे इस्लाम में जाना जाता है।" वह आगे स्वीकार करता है कि इस अवधारणा के खिलाफ कई तर्क दिए गए हैं, और इसमें विरोधाभास भी है। उमर के अनुसार, "शहादत" अभियान वह होता है जिसमें व्यक्ति यह मान लेता है कि उसकी मौत किसी खास जगह और समय पर होगी तो वह एक खतरनाक मानसिक अवस्था में पहुंच जाता है। वह मानने लगता है कि मौत ही उसका अंतिम लक्ष्य है।

वीडियो लोगों का ब्रेनवॉश करने के लिए बनाया

जांचकर्ताओं का दावा है कि उमर ने यह वीडियो लोगों का ब्रेनवॉश करने के लिए बनाया था। 10 नवंबर का धमाका लाल किले के पास एक व्यस्त सड़क पर हुआ था। इसमें अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है। यह मॉड्यूल पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। इसमें 9–10 लोग शामिल थे, जिनमें से 5–6 डॉक्टर थे। ये लोग अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े थे और अपनी मेडिकल पहचान का इस्तेमाल करके विस्फोटक बनाने वाले रसायन और सामग्री जुटाते थे।

सोच-समझकर बनाई गई थी दिल्ली विस्फोट की योजना

यह वीडियो इस बात की भी पुष्टि करता है कि दिल्ली कार विस्फोट की योजना बहुत सोच-समझकर बनाई गई थी। यह इस अटकल को खारिज करता है कि विस्फोटकों को ले जाते समय यह अनजाने में हुआ होगा। दरअसल आतंकी डॉक्टर उमर ने 10 नवंबर को सफेद हुंडई i20 कार में विस्फोटक भरकर उसे लाल किले के पास भीड़ में उड़ा दिया। घटना में 15 मौत हुई है, जिसमें उमर के भी चीथड़े उड़ गए।

दिल्ली विस्फोट से एक दिन पहले फरीदाबाद मॉड्यूल का खुलासा

दिल्ली विस्फोट से एक दिन पहले अल-फलाह विश्वविद्यालय से डॉक्टर मुजम्मिल और डॉक्टर शाहीन सईद समेत 7 लोग गिरफ्तार हुए थे। आतंकी मॉड्यूल का खुलासा करने के साथ पुलिस ने 2,900 किलो विस्फोटक और हथियार बरामद किया। उमर ने आतंकी खुलासे के एक दिन बाद जल्दबाजी में 10 नवंबर को लाल किले के पास आत्मधाती हमला किया था।

*वेलफेयर इंस्पेक्टर जेपी यादव ने कोचिंग डिपो अधिकारी सुल्तानपुर विनय कुमार श्रीवास्तव के दफ्तर पहुंचकर लेखा संबंधित कागजों का निरीक्षण किया*
आज 18 नवंबर 2025 को रेलवे मंडल कार्यालय लखनऊ से लगभग 11:00 बजे सहायक मंडल फाइनेंस मैनेजर कंचन प्रभा,अवधेश सिंह सीनियर सेक्शन ऑफिसर एवं प्रशांत कुमार लांबा अकाउंटेंट और वेलफेयर इंस्पेक्टर जेपी यादव ने कोचिंग डिपो अधिकारी सुल्तानपुर श्री विनय कुमार श्रीवास्तव के दफ्तर पहुंचकर लेखा संबंधित कागजों का निरीक्षण किया साथ ही लोको शेड जाकर सफाई के कार्य को भी चेक किया वहाँ से निकल कर टीम ने स्टेशन परिसर की साफ सफाई का भी निरीक्षण किया। इस अवसर पर कार्यालय अधीक्षक विनय कुमार सिंह , संतोष कुमार और विपिन सिंह ने जांच अधिकारी को पूरा सहयोग किया
चुनावी हार के बाद पहली बार सामने आए प्रशांत किशोर, बोले-हार की पूरी जिम्मेदारी मेरी, करूंगा प्रायश्चित

#prashantkishorsorrytobiharvoterfor_defeated

बिहार चुनाव में करारी हार के बाद प्रशांत किशोर मंगलवार को पहली बार जनता के सामने आए। प्रशांत किशोर आज पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जनता से माफी मांगी और अपनी नाकामी की जिम्मेदारी खुद ली। इस दौरान उन्होंने साफ कर दिया वो राजनीति से संन्यास लेने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि बिहार को बेहतर बनाने का उनका संकल्प पहले से भी अधिक मजबूत है। अब दोगुनी मेहनत से बिहार की जनता के लिए काम करेंगे।

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हम विश्वास नहीं जीत पाए-पीके

प्रशांत किशोर ने पटना में पार्टी की हार की जिम्मेदारी ली। उन्होंने कहा कि हमलोगों से जरूर कुछ गलती हुई है। इसलिए ऐसा परिणाम दिया। जनता ने हमलोगों को नहीं चुना। जनता ने हमलोगों पर विश्वास नहीं दिखाया। इस हार की जिम्मेदारी पूरी तरह से मेरी है। जिस प्रयास से हमलोग जुड़े थे, उनका विश्वास नहीं जीत पाया। हमलोग सामूहिक तौर पर हारे हैं।

एक दिन के मौन व्रत का ऐलान

पीके ने कहा, हम लोगों से जो गलती हुई है, मैं विनम्रता से माफ़ी मांगता हूं। 20 को भीतरहरवा आश्रम से प्रायश्चित के तौर पर सामूहिक मौन उपवास रखूंगा एक दिन के लिए। गलती हो सकती है, लेकिन गुनाह नहीं किया, वोट नहीं मिलना गुनाह नहीं है। जहां जाति की राजनीति चलती रही है, धर्म की राजनीति रही है, वहां जाति धर्म के आधार पर बांटने का गुनाह नहीं किया हूं।"

मैंने कोई गुनाह नहीं किया-पीके

प्रशांत किशोर ने कहा कि गलती हो सकती है। लेकिन, हमने गुनाह नहीं किया है। मैं सिर उठाकर कह सकता हूं कि मैंने कोई गुनाह नहीं किया है। मैंने जातियों का जहर फैलाने का गुनाह नहीं किया। मैंने जनता का मत खरीदने की कोशिश नहीं की। जिस तरह महाभारत में अभिमन्यु को घेरकर छल से मार दिया गया। लेकिन, महाभारत नहीं जीता नहीं गया। जीत उसकी ही हुई जो धर्म के साथ थे।

पीछे नहीं हटेंगे-पीके

पीके ने आगे कहा, हमलोग फिर से खड़े होंगे। हमलोग जब तक जीतेंगे नहीं, तब तक छोड़ेंगे नहीं। जब तक व्यवस्था को सुधार नहीं देते तब तक पीछे नहीं हटेंगे। अब दोगुनी मेहनत से बिहार की जनता के लिए काम करेंगे। प्रशांत किशोर ने कहा कि वे किसी पद पर नहीं हैं, इसलिए इस्तीफा देने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा कि मैं राजनीति छोड़ सकता हूं, लेकिन बिहार को नहीं छोड़ूंगा।

लखनऊ पर आतंक का खतरा: महिला आतंकी डॉ. शाहीन शाहिद की मास्टरमाइंडिंग का पर्दाफाश, यूपी के कई शहरों पर था हमला निशाना


लखनऊ । आगामी छह दिसंबर को बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी के अवसर पर उत्तर प्रदेश में बड़े आतंकी हमले की साजिश रचने का प्रयास हुआ, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता ने इसे नाकाम कर दिया। राजधानी लखनऊ के खंदारी बाजार निवासी डॉ. शाहीन शाहिद और उसके भाई डॉ. परवेज अंसारी सहित पांच आतंकियों को गिरफ्तार किया गया। जांच में सामने आया कि डॉ. शाहीन इस गिरोह की मास्टरमाइंड थीं और उनका लक्ष्य सिर्फ दिल्ली नहीं, बल्कि यूपी के कई प्रमुख धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों को निशाना बनाना था।

दिल्ली धमाके के बाद यूपी को भी बनाया था निशाना

सूत्रों के मुताबिक, लाल किला मैट्रो स्टेशन में हुए बम धमाके के बाद यह गिरोह लखनऊ, अयोध्या, मथुरा और काशी में बड़े पैमाने पर तबाही मचाने की योजना बना रहा था। डॉ. शाहीन और उसके सहयोगी देश विरोधी एजेंडों के तहत सक्रिय थे और उनका मकसद सामाजिक भय फैलाना और आतंक को बढ़ावा देना था।

जांच में यह भी पता चला कि डॉ. शाहीन ने सऊदी अरब में करीब चार साल तक एक प्रमुख अस्पताल में काम किया। इसी दौरान उनका संपर्क कश्मीरी मूल के डॉक्टरों और संभावित आतंकियों से हुआ। लौटने के बाद वह फरीदाबाद और लखनऊ में सक्रिय रही।

एनआईए और एटीएस ने शुरू की गहन पड़ताल

जांच एजेंसियों ने लालबाग और मड़ियांव स्थित आवासों से बरामद दस्तावेजों, लैपटॉप, मोबाइल और हार्ड ड्राइव की गहन फोरेंसिक पड़ताल शुरू कर दी है। एनआईए ने जम्मू-कश्मीर पुलिस से संपर्क कर डिजिटल उपकरणों की जांच की रिपोर्ट मंगवाई है। इसके अलावा एटीएस सहारनपुर और कानपुर में उनके वाहनों और सहयोगियों की जानकारी जुटा रही है।

सूत्रों के मुताबिक, डॉ. परवेज की गाड़ियों की फोरेंसिक जांच भी कराई जा रही है। इसकी मदद से यह पता लगाया जाएगा कि क्या उनके जरिए अमोनियम नाइट्रेट, फर्टिलाइजर या अन्य विस्फोटक सामग्री कहीं भेजी गई थी। एनआईए की टीम अयोध्या का भी रुख करेगी, क्योंकि डॉ. परवेज ने अयोध्या में इंटर्नशिप की थी और वहां उसके संपर्कों की पड़ताल आवश्यक मानी जा रही है।

महिला आतंकी का नेटवर्क देशभर में फैला

एटीएस और पुलिस की जांच में यह सामने आया कि डॉ. शाहीन और उसके भाई के संपर्क में लखनऊ और यूपी के आधा दर्जन से अधिक संदिग्ध हैं। पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि यह गिरोह जम्मू-कश्मीर से लेकर यूपी तक सक्रिय था और उनका नेटवर्क कई शहरों और संस्थाओं तक फैला हुआ था। एनआईए और एटीएस इस नेटवर्क को पूरी तरह उजागर करने और देश के भीतर इसके संपर्कों को तोड़ने में जुटी हैं।

सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता ने बड़े हादसों को रोका

विशेषज्ञों का कहना है कि महिला आतंकी के सक्रिय होने से यूपी में बड़े आतंकी हमलों की गंभीर आशंका थी। लेकिन समय पर गिरफ्तारी और गहन जांच ने बड़े हादसों को टाल दिया। बरामद दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्यों से अब तक यह पता चला है कि गिरोह का दायरा दिल्ली, लखनऊ, अयोध्या, मथुरा और काशी तक फैला हुआ था।

जांच का अगला चरण

बता दें कि डॉक्टर शाहीन बम धमाके की मास्टरमाइंड बताई जा रही है जबकि डॉ परवेज उसका सबसे भरोसेमंद मददगार बताया जा रहा है। इनके साथ और कौन-कौन लोग जुड़े हैं इसके बारे में जांच एजेंसियां, एटीएस और पुलिस इनकी कुंडली खंगालना शुरू कर दिया है।एनआईए और एटीएस की नजर अब गिरोह के पूरा नेटवर्क खंगालने, इसके सहयोगियों की पहचान करने और विदेशों से जुड़े कनेक्शन उजागर करने पर केंद्रित है। फोरेंसिक जांच, दस्तावेजों की पड़ताल और संदिग्धों से पूछताछ के बाद ही गिरोह की पूरी साजिश उजागर हो पाएगी।
रांची: रायसा मोड़ के पास दर्दनाक हादसा, अज्ञात वाहन की टक्कर से बाइक सवार दो युवकों की मौत; फुटबॉल मैच देखकर लौट रहे थे मृतक जीजा-साला

रांची: नामकुम थाना क्षेत्र स्थित रायसा मोड़ के पास रविवार देर रात हुए एक भीषण सड़क हादसे में बाइक सवार दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों की पहचान संजय मुंडा (25), हरबुल, नामकुम निवासी, और सुकरा मुंडा, लुदुंगबेडा, बुढ़मू निवासी, के रूप में की गई है।

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फुटबॉल मैच देखकर लौट रहे थे

मिली जानकारी के अनुसार, संजय मुंडा और सुकरा मुंडा ब्यांगडीह गांव में आयोजित एक फुटबॉल मैच देखने गए थे। रात में वापस अपने घर लौटते समय, रायसा मोड़ के पास पीछे से आ रहे एक अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों युवक सड़क पर दूर जा गिरे और गंभीर चोटों के कारण मौके पर ही दम तोड़ दिया।

हादसे के तुरंत बाद वाहन चालक मौके से फरार हो गया।

रिश्ते में थे जीजा-साला

मृतक संजय के पिता गंगाराम मुंडा ने बताया कि दोनों युवक खेती-बाड़ी का काम करते थे और रिश्ते में जीजा–साला थे। संजय के चचेरे भाई की शादी सुकरा की बहन से हुई थी। सुकरा हाल ही में हरबुल में मेहमानी आया था और संजय के साथ ही रह रहा था।

स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना पुलिस और पूर्व मुखिया महादेव मुंडा को दी। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर शवों को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस अब फरार वाहन चालक को जल्द पकड़ने के लिए सीसीटीवी फुटेज और अन्य सुरागों की जांच कर रही है।

कुएं में गिरने से वृद्ध की मौत, परिजनों में कोहराम

अंकित मिश्रा

मीरजापुर।ड्रमंडगंज थाना क्षेत्र के चक भैंसोड़ गांव में मंगलवार सुबह घर के सामने कुएं में गिरने से वृद्ध की मौत हो गई। घटना की जानकारी होने पर परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों ने पुलिस को बिना सूचना दिए ही शव का दाह संस्कार कर दिए।चक भैसोड़ गांव निवासी 80 वर्षीय राम नाथ सुबह पानी भरने के लिए कुएं पर गए थे उसी दौरान पैर फिसलने से बीस फीट गहरे कुएं में गिर पड़े। पानी में डूबने से वृद्ध की मौत हो गई।

सुबह वृद्ध को घर पर नही देख पुत्रवधू सोनकली और पौत्र सुमन खोजबीन करने लगे। कुछ देर बाद कुएं की जगत पर वृद्ध की लाठी पड़ी देख पुत्रवधू और पौत्र कुएं पर और कुएं में झांककर देखा तो पानी में वृद्ध की टोपी उतराई हुई थी। परिजनों को समझते देर नही लगी। पुत्रवधू और पौत्र ने रोते-बिलखते हुए अगल बगल के लोगों से अनहोनी की आशंका जताई। मौके पर पहुंचे ग्रामीण रस्सी और कटिया डालकर कुएं में वृद्ध की तलाश करने लगे कुछ ही देर में वृद्ध का कुर्ता कटिया में फंस गया। ग्रामीणों ने वृद्ध को कुएं से बाहर निकाला लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।

घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे ग्राम प्रधान सुरेश केशरी ने परिजनों ढांढस बंधाते हुए शासन से हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया। मृतक का इकलौता पुत्र घनश्याम महाराष्ट्र के पूना जिले में रहकर किसी प्राइवेट कंपनी में मेहमान मजदूरी करता है। पिता की मौत की खबर पाकर घर के लिए निकल पड़ा है। घटना की जानकारी पुलिस को नही है।

भोलानाथ कुशवाहा का नया कविता संग्रह 'कबीर नहीं बन पाया' प्रकाशित

मिर्जापुर। जनपद के वरिष्ठ साहित्यकार भोलानाथ कुशवाहा का कविता संग्रह 'कबीर नहीं बन पाया' प्रकाशित हुआ है। यह संग्रह 120 पृष्ठों का है। इसे संत रविदास नगर (भदोही) के हिंदी श्री पब्लिकेशन ने प्रकाशित किया है। इसमें अपने वक्तव्य में साहित्य चेतना समाज के संस्थापक अमरनाथ तिवारी 'अमर' ने लिखा है, यह संग्रह केवल आत्मनिरीक्षण तक सीमित नहीं है बल्कि आज के विषमताओं से भरे समाज का एक तीखा और यथार्थवादी दस्तावेज है।

नगर के बाँकेलाल टंडन की गली, वासलीगंज निवासी 75 वर्षीय भोलानाथ कुशवाहा की रचनात्मक साहित्य की अब तक 12 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। इन्होंने हिन्दी साहित्य की कई विधाओं में लेखन किया है। जिनमें कविता,गीत, नवगीत, मुक्तक, दोहा, हाइकू, गजल, शेर, नाटक, कहानी, लघुकथा आदि हैं। इनकी लिखी भूमिकाएँ व समीक्षाएं विभिन्न पत्र- पत्रिकाओं मे प्रकाशित होती रही हैं। साथ ही आकाशवाणी एवं दूरदर्शन से भी इनकी कविताओं का प्रसारण हो चुका है। इन्हें उ प्र हिंदी संस्थान, लखनऊ के साथ कई प्रतिष्ठित संस्थानों ने सम्मानित किया है।

भोलानाथ कुशवाहा के कविता संग्रह 'कबीर नहीं बन पाया' के प्रकाशित होने पर अनेक लोगों ने बधाई दी है जिनमें डॉ अनुज प्रताप सिंह, वृजदेव पांडेय, प्रो

रेनूरानी सिंह, डॉ वंदना मिश्रा, प्रमोद कुमार सुमन, लाल व्रत सिंह सुगम, गणेश गंभीर, लल्लू तिवारी, आनन्द अमित, अरविंद अवस्थी, केदार नाथ सविता, जफर मिर्जापुरी, मुहिब मिर्जापुरी, डॉ अनुराधा ओस, हसन जौनपुरी, खुर्शीद भारती, नन्दिनी वर्मा, सारिका चौरसिया, डॉ सुधा सिंह, इला जायसवाल, इम्तियाज अहमद गुमनाम, इरफान कुरैशी, अनिल यादव, हेलाल मिर्जापुरी आदि हैं।

एक करोड़ का इनामी नक्सली हिडमा एनकाउंटर में ढेर, पत्नी समेत कुल 6 माओवादी मारे गए

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छत्तीसगढ़ में लगातार नक्सलियों के खात्मे के लिए राज्य पुलिस और सुरक्षा बलों के जवानों का एंटी नक्सल ऑपरेशन जारी है। छत्तीसगढ़-आंध्र प्रदेश बॉर्डर पर हुई मुठभेड़ में खूंखार नक्सली हिड़मा मारा गया है। इस मुठभेड़ में उसकी पत्नी और छह नक्सली भी ढेर हो गए हैं। बता दें कि माओवादी हिडमा पर लगभग 1 करोड़ रुपये का इनाम घोषित था।

नक्लसली नेता माडवी हिडमा और उनकी पत्नी सहित छह माओवादियों का एनकाउंटर किया गया है। यह अभियान मंगलवार सुबह आंध्र प्रदेश के मारेदुमिली इलाके में हुआ। सरकारी सूत्रों के अनुसार, पुलिस मुठभेड़ में, सीसीएम के दक्षिण बस्तर बटालियन के सदस्य हिडमा और उनकी पत्नी के अलावा, सुबह 6.30 से 7 बजे के बीच चार अन्य सुरक्षा गार्डों को भी मार गिराया गया। अल्लूरी जिले में हुई मुठभेड़ में छह माओवादी मारे गए।

मुठभेड़ के दौरान मारा गया हिडमा

पुलिस ने बताया कि माडवी हिडमा को छत्तीसगढ़, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के त्रि-जंक्शन के पास घने जंगलों में एक भीषण मुठभेड़ के दौरान मारा गया है। उसे ग्रेहाउंड्स, डीआरजी और सीआरपीएफ कोबरा यूनिट्स के संयुक्त अभियान में मार गिराया गया।

मारी गईं माडवी हिडमा की पत्नियां

हिडमा की पत्नी माडवी हेमा और प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) के चार अन्य वरिष्ठ कार्यकर्ता भी मारे गए। बताया जा रहा है कि उसकी दो पत्नियां थीं, दोनों मुठभेड़ में मारी गई हैं। अब तक बरामद शवों की पहचान की जा रही है।

कौन था हिडमा?

कहा जाता है कि हिडमा को नक्सल संगठन ने सिर्फ 16 साल की उम्र में उसके गांव पूर्वती से चुन लिया था। दुबला-पतला होने के बावजूद वह बेहद फुर्तीला और तेज दिमाग वाला था। वह चीजें झट से सीख लेता था। नक्सलियों का अपना एक एजुकेशन सिस्टम और कल्चरल कमेटी भी होती है यहीं हिड़मा ने पढ़ना-लिखना, और गाना-बजाना तक सीखा। ट्रेनिंग पूरी होते ही उसकी पहली पोस्टिंग महाराष्ट्र के गढ़चिरौली इलाके में कर दी गई। 2010 में ताड़मेटला में 76 जवानों की हत्या के बाद संगठन में उसकी हैसियत और बढ़ गई।

*भारत खेल प्राधिकरण एवं भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के सौजन्य से इस खेल को जिला एथलेटिक्स संघ सुल्तानपुर को प्रतियोगिता*
सुल्तानपुर,एकदिवसीय महिला अस्मिता बालिका अंडर 14 एवं 16 खेल जो आल इंडिया (AFI) , भारत खेल प्राधिकरण एवं भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के सौजन्य से इस खेल को जिला एथलेटिक्स संघ सुल्तानपुर को प्रतियोगिता करने का अवसर प्राप्त हुआ, इस महिला अस्मिता एथलेटिक्स का आयु वर्ग 14 वर्ष एवं 16 वर्षीय बालिका प्रतिभा करेगी जो की सुल्तानपुर पंत स्टेडियम में 21 नवंबर को सुबह 10:00 बजे प्रारंभ होगी। प्रतियोगिता को अंतिम रूप देने के लिए आज ADM बाबू राम जी जिला एथलेटिक्स संघ के जनरल सेक्टरी स अंतर्राष्ट्रीय धावक श्री बाबा दिन चौधरी,एथलेटिक्स एसोसिएशन अध्यक्ष श्री राम लखन यादव , जिला कीड़ा अधिकारी राजेश सोनकर, राजेश कन्नौजिया,कबड्डी संघ के सचिव महेश यादव संजय तिवारी,हरगोविंद सिंह, ओमप्रकाश पाल, हाफिज जी,आदि लोगों ने जाकर स्टेडियम ग्राउंड का निरीक्षण किया। जिससे कि दिनांक 21 को होने वाली प्रतियोगिता में खिलाड़ियों को किसी प्रकार की दिक्कत ना करना पड़े इस आयोजन के लिए जिला ओलंपिक संघ के सचिव पंकज दुबे ने एथलेटिक संघ को बहुत-बहुत धन्यवाद दिया कि जनपद में यह कार्यक्रम संभव करने के लिए।
*शिशु वाटिका विद्यालय की वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता संपन्न*
सुल्तानपुर,शहर सुल्तानपुर के विवेकानंद नगर में स्थित सरस्वती शिशु मंदिर विधालय के प्रांगण में शिशु वाटिका विद्यालय का वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस आयोजन का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री दयाराम जी बाल विकास परियोजना अधिकारी एवं श्री जितेंद्र सिंह यादव चौकी इंचार्ज विवेकानंद नगर चौकी, विद्यालय के प्रबंधक डॉक्टर श्री रामजी गुप्ता जिला अध्यक्ष पिछड़ा वर्ग भाजपा, विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री ब्रह्म नारायण शुक्ला, विनय सेन मंडल सचिव राष्ट्रीय पत्रकार एकता संघ एवं शिशु वाटिका की संचालिका उषा सिंह के कर कमल द्वारा भारत माता के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया गया। अतिथियों का सम्मान अंग वस्त्र देकर किया गया। खेलकूद प्रतियोगिता जैसे सादी दौड़, चॉकलेट दौड़, बाल्टी में बाल डालना, जलेबी दौड़, बाधा दौड़, रेगऺकर चलना, म्यूजिकल कुर्सी इत्यादि खेलों में विद्यालय के छोटे-छोटे शिशुओं ने बढ़ चढ़कर प्रतिभाग किया। उन शिशुओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। विद्यालय के आचार्य बहनें व्यवस्था बनाए रखने में अपना पूर्ण योगदान दे रही थी। जिसमें शिशु वाटिका विद्यालय की संचालिका उषा सिंह पुष्पांजलि नीतू श्रीवास्तव सरिता वंदना संध्या कल्पना मिश्रा एवं आचार्य इंद्रेश दीपक आदि रहे। प्रतियोगिता संपूर्ण होने के बाद प्रतियोगिता में प्रथम द्वितीय तृतीय स्थान प्राप्त शिष्यों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया एवं जो शिशु प्रतियोगिता में प्रतिभाग नहीं लिए थे उन शिष्यों को भी पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
आतंकी डॉक्टर उमर नबी का धमाके से पहले का वीडियो आया सामने, सुसाइड बॉम्बिंग को बताया शहादत

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दिल्ली ब्लास्ट के आत्मघाती हमलावर उमर उन नबी का वीडियो सामने आया है, जिसमें वो सुसाइड बॉम्बिंग की वकालत करता नजर आ रहा है। वीडियो में डॉ. उमर-उन-नबी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि सुसाइड बॉम्बिंग को लोग गलत समझते हैं। इंग्लिश में बोलते हुए वह दावा कर रहा है कि जिसे सुसाइड बॉम्बिंग कहा जाता है, वह असल में 'शहादत का ऑपरेशन' है।

पूरे वीडियो में वह बेहतरीन अंग्रेजी में बात करता दिख रहा है।वीडियो में उमर अकेला नजर आ रहा है और उसने एक कमरे में बैठकर यह वीडियो रिकॉर्ड किया है। वह सुसाइड हमले को इस्लामिक सिद्धांतों से जायज ठहराने की कोशिश करते हुए कहता है। उसका कहना है कि सुसाइड बॉम्बिंग को ठीक से समझा नहीं गया है

आत्मघाती हमले को इस्लाम में बताया जायज

वीडियो में उमर मोहम्मद ने कहा कि जिसे आत्मघाती बम विस्फोट कहा जाता है, वह अवधारणा बहुत ही गलतफहमी में से एक है। यह एक शहादत अभियान है... जिसे इस्लाम में जाना जाता है।" वह आगे स्वीकार करता है कि इस अवधारणा के खिलाफ कई तर्क दिए गए हैं, और इसमें विरोधाभास भी है। उमर के अनुसार, "शहादत" अभियान वह होता है जिसमें व्यक्ति यह मान लेता है कि उसकी मौत किसी खास जगह और समय पर होगी तो वह एक खतरनाक मानसिक अवस्था में पहुंच जाता है। वह मानने लगता है कि मौत ही उसका अंतिम लक्ष्य है।

वीडियो लोगों का ब्रेनवॉश करने के लिए बनाया

जांचकर्ताओं का दावा है कि उमर ने यह वीडियो लोगों का ब्रेनवॉश करने के लिए बनाया था। 10 नवंबर का धमाका लाल किले के पास एक व्यस्त सड़क पर हुआ था। इसमें अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है। यह मॉड्यूल पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। इसमें 9–10 लोग शामिल थे, जिनमें से 5–6 डॉक्टर थे। ये लोग अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े थे और अपनी मेडिकल पहचान का इस्तेमाल करके विस्फोटक बनाने वाले रसायन और सामग्री जुटाते थे।

सोच-समझकर बनाई गई थी दिल्ली विस्फोट की योजना

यह वीडियो इस बात की भी पुष्टि करता है कि दिल्ली कार विस्फोट की योजना बहुत सोच-समझकर बनाई गई थी। यह इस अटकल को खारिज करता है कि विस्फोटकों को ले जाते समय यह अनजाने में हुआ होगा। दरअसल आतंकी डॉक्टर उमर ने 10 नवंबर को सफेद हुंडई i20 कार में विस्फोटक भरकर उसे लाल किले के पास भीड़ में उड़ा दिया। घटना में 15 मौत हुई है, जिसमें उमर के भी चीथड़े उड़ गए।

दिल्ली विस्फोट से एक दिन पहले फरीदाबाद मॉड्यूल का खुलासा

दिल्ली विस्फोट से एक दिन पहले अल-फलाह विश्वविद्यालय से डॉक्टर मुजम्मिल और डॉक्टर शाहीन सईद समेत 7 लोग गिरफ्तार हुए थे। आतंकी मॉड्यूल का खुलासा करने के साथ पुलिस ने 2,900 किलो विस्फोटक और हथियार बरामद किया। उमर ने आतंकी खुलासे के एक दिन बाद जल्दबाजी में 10 नवंबर को लाल किले के पास आत्मधाती हमला किया था।