मौसम का मिजाज : बिहार में बढ़ा ठंड का प्रकोप, पश्चिमी विक्षोभ के कारण शीतलहर पकड़ने लगा जोर

डेस्क : बिहार में कड़ाके की ठंड का प्रकोप बढ़ने लगा है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण शीतलहर ने जोर पकड़ लिया है। प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में घने कोहरे ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। खासकर उत्तर बिहार के जिलों में कोहरे का असर अधिक देखा जा रहा है, जिससे यातायात व्यवस्था बाधित हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट होने की संभावना है।

दरअसल, राज्य में तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। मंगलवार को अधिकांश जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दो दिनों में तापमान में और 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है। वहीं आज यानी बुधवार को सबसे कम तापमान डेहरी में 9.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि बक्सर और जीरादेई में सबसे अधिक 26.8 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।

हालांकि, पटना में तापमान में ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं देखा गया। यहां अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 14.9 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार, दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है जो पश्चिम उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है। साथ ही, उत्तर पश्चिम भारत में तेज हवाएं चल रही हैं। इन कारणों से रात के तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट हो सकती है। राज्य के उत्तरी पूर्वी भाग में सुबह के समय घना कोहरा छा रहा है जिससे दृश्यता बेहद कम हो गई है।

मंगलवार को गया और नालंदा के कुछ इलाकों में हल्की बारिश भी दर्ज की गई। मौसम विभाग ने अगले दो से तीन दिनों के लिए उत्तरी मध्य और उत्तरी पूर्वी बिहार में घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग की मानें तो 11 दिसंबर को पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने से आसमान साफ होगा जिसके कारण न्यूनतम तापमान में और गिरावट दर्ज की जाएगी। राज्य के 13 जिलों में घने कोहरे को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है।

कई स्कूलों में प्रधानाध्यपकों और शिक्षकों के फर्जी अटेंडेंस बनाने की सामने आई बात, ACS डॉ. एस सिद्रार्थ ने सभी DEO को दिया यह सख्त निर्देश

डेस्क : बिहार के सरकारी विद्यालयों में निरीक्षण को लेकर एक बार फिर से सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देशित किया गया है। इस संबंध में विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने पत्र लिखा है। पत्र में कई बिंदुओं पर चिंता व्यक्त की गई है।  

अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने पत्र में पत्र लिखा है। डॉ एस सिद्धार्थ ने कहा है कि बीते दिनों उन्होंने विद्यालयों के निरीक्षण के लिए कुछ व्यक्तियों को प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में भेजा था। व्यक्तियों ने गांव में एक महीने रहकर विद्यालयों का निरीक्षण किया, जिसमें कई हैरतअंगेज बातें निकलकर सामने आई हैं।

एस सिद्धार्थ ने कहा है कि बड़ी संख्या में जहां शिक्षक समर्पित भाव से विद्यालय में सेवा दे रहे हैं, वहां विद्यालय की शिक्षा में सुधार आई है। वहीं दूसरी ओर कुछ लापरवाह शिक्षकों के हैरतअंगेज कारनामे भी सामने आए हैं। डॉ एस सिद्धार्थ ने लापरवाह शिक्षकों के गतिविधियों पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी से कहा है कि गुप्त लोगों द्वारा विद्यालयों के निरीक्षण के क्रम में यह बात सामने आई है कि कुछ विद्यालयों में अभी भी प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों द्वारा फर्जी अटेंडेंस लगाया जा रहा है। उन विद्यालयों में यह भी दिखाया जा रहा है कि वहां प्रतिदिन 50% से अधिक बच्चे पहुंच रहे हैं और उनके अटेंडेंस भी बन रहे हैं। वास्तविक स्थिति यह है कि वहां 50% से काफी कम बच्चे पहुंच रहे हैं। कई स्कूलों में काफी अधिक छात्र नामांकित हैं, लेकिन सामान्य दिनों में इनकी उपस्थिति बहुत ही कम रहती है। इससे स्पष्ट है कि बच्चे नियमित रूप से विद्यालय नहीं आ रहे हैं अथवा कहीं दूसरी जगह निजी विद्यालय अथवा कोचिंग संस्थानों में नामांकित है। यह बच्चे केवल विद्यालय में उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए परीक्षा के दिन उपस्थित हो जाते हैं। यह बहुत ही खेद का विषय है।

डॉ एस सिद्धार्थ ने कहा है कि निरीक्षण में यह भी देखने को मिला है कि कुछ शिक्षकों की रुचि कक्षा के सुचारू संचालन में नहीं है। इन शिक्षकों का उद्देश्य है कि दिनभर का उनके अटेंडेंस पूरा हो जाए। इसके अलावा कुछ शिक्षक सुबह 9:00 से शाम 4:00 के बीच अनुपस्थित रहते हैं। समय पर विद्यालय जाकर अटेंडेंस लगाने के बाद कुछ कक्षाएं लेते हैं और अपनी निजी काम से चले जाते हैं और फिर उपस्थिति दर्ज करने के लिए वापस विद्यालय आते हैं। इस प्रकार का कृत्य शिक्षा व्यवस्था में धोखाधड़ी का काम है। कुछ ऐसे भी शिक्षक हैं जो अपने घरों के पास में पदस्थापित हैं। वह शिक्षण कार्य में काफी कम समय देते हैं और मात्र उपस्थिति दर्ज करने के उद्देश्य से विद्यालय आते हैं।

उन्होंने कहा कि गुप्त लोगों की निरीक्षण में यह जो बातें सामने आई हैं। इसमें पता चल रहा है कि कुछ शिक्षक अभी भी विद्यालय के सुचारू संचालन व्यवस्था के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं। इसके साथ ही निरीक्षण से संबंध स्पष्ट निर्देश के पश्चात भी निरीक्षण व्यवस्था में अभी भी त्रुटि बाकी है।

उन्होंने सभी डीईओ को निर्देशित करते हुए कहा है कि यह जरूरी है कि निरीक्षण करने वाले पदाधिकारी ऐसी गड़बड़ी को किसी भी विद्यालय में पाए हैं तो इसकी सूचना जिला शिक्षा पदाधिकारी को देंगे। कई बार सूचना देने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इससे माना जाता है कि ऐसे शिक्षकों की लापरवाही में निरीक्षी पदाधिकारी की भी मिली भगत है। उन्होंने डीईओ को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि स्थिति में सुधार नहीं होता है तो आपको जवाबदेह मानते हुए आपके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

जदयू के गढ़ में सेंध : तिरहुत स्नातक उपचुनाव में निर्दलिए वंशीधर ब्रजवासी की हुई बड़ी जीत, दूसरे नबंर पर रहा जनसुराज

डेस्क : तिरहुत स्नातक क्षेत्र को जदयू का गढ़ माना जाता है लेकिन अब जदयू के हाथ से उसका गढ़ निकल गया है। तिरहुत स्नातक एमएलसी उपचुनाव में निर्दलिए प्रत्याशी ने सेंध लगा दी है। सबसे बड़ी बात यह है कि सीएम नीतीश और राजद सुप्रीमो लालू यादव के तमाम दावे बेरंग हो गए। 

तिरहुत स्नातक उपचुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार वंशीधर ब्रजवासी ने बड़ा उलट-फेर करते हुए 12 हजार के अंतर से चुनाव जीत गये हैं। सबसे बड़ी बात यह रही है कि प्रदेश की दोनो बड़ी पार्टी राजद और जदयू तीसरे और जनता दल यूनाइटेड (JDU) चौथे स्थान पर रही। दोनों पार्टी के उम्मीदवार को मिले वोट को मिलाने के बाद भी बंशीधर ब्रजवासी को मिले वोट की बराबरी नहीं कर सके। वही जनसुराज दूसरे नंबर पर रही। 

 

बता दें बिहार विधान परिषद के तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव को लेकर सोमवार को मुजफ्फरपुर स्थित एमआईटी परिसर में मतगणना शुरू हो गई थी। देर रात तक प्रथम वरीयता के चौथे राउंड की गिनती जारी रही। तीसरे राउंड तक निर्दलीय प्रत्याशी वंशीधर ब्रजवासी 9322 मत लेकर सबसे आगे रहे। वहीं, जनसुराज समर्थित डॉ। विनायक गौतम को 4942, राजद समर्थित गोपी किशन को 3939 और जदयू समर्थित अभिषेक झा को 3925 मत मिले थे।

पहले राउंड की गिनती में 9067 वैध वोट पाए गए, जबकि 931 वोट अस्वीकृत करार दिए गए। इनमें ब्रजवासी 3133 वोट हासिल कर सबसे आगे थे। वहीं, विनायक गौतम 1610 , गोपी किशन 1234 और अभिषेक झा 1184 वोट लाकर क्रमश: दूसरे, तीसरे और चौथे स्थान पर थे। वहीं दूसरे राउंड में भी ब्रजवासी को सर्वाधिक 3047 मत आये, जबकि दूसरे नम्बर पर विनायक गौतम को 1645 व तीसरे नम्बर पर गोपी किशन को 1451, अभिषेक झा को 1371 मत मिले। निर्वाचन विभाग के अनुसार कुल 76 हजार मतों की गिनती होनी थी। जो आज मंगलवार की शाम पूरा होने के बाद परिणाम जारी किया गया। जिसमें निर्दलीय उम्मीदवार वंशीधर ब्रजवासी ने बड़ा उलट-फेर करते हुए 12 हजार के अंतर से चुनाव जीत गये हैं।

सीएम नीतीश कुमार ने पटना समाहरणालय के नवनिर्मित भवन का किए उद्घाटन, अब एक ही छत के नीचे होगी लोगों के सभी प्रशासनिक समस्याओं का समाधान*

डेस्क : आजमंगलवार 10 दिसंबर को बिहारवासियों को बड़ी सौगात मिली हैं। आज 10 दिसंबर को सीएम नीतीश कुमार पटना समाहरणालय के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया। जिसके बाद यह आम जनता के लिए खोल दिया गया है। यह भवन न केवल शहर का नया लैंडमार्क होगा बल्कि जिला प्रशासन के कामकाज में भी एक क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। नए भवन में जिला प्रशासन के सभी 39 विभाग एक ही जगह पर है। इससे आम लोगों को एक ही जगह पर अपनी सभी समस्याओं का समाधान मिल सकेगा। सबसे अधिक लोगों से जुड़ने वाले कार्यालयों को पहले मंजिल पर रखा गया है ताकि लोगों को कम से कम परेशानी हो। पांच फ्लोर वाले भवन के सबसे ऊपरी तल पर डीएम का कार्यालय बना है। सभी विभागों का अलग-अलग प्रवेश रहेगा। परिसर में एक केंद्रीय हरित पब्लिक प्लाजा भी होगा। समाहरणालय भवन में 445 वाहनों के लिए पार्किंग की सुविधा है। सुरक्षा के लिए पूरे परिसर में 225 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। विभिन्न आकार के तीन कॉन्फ्रेंस रूम हैं जो अत्याधुनिक उपकरणों से लैस हैं। जिसमें 200 लोग बैठ सकेंगे। वहीं 80 लोगों के लिए दूसरा कॉन्फ्रेंस और 40 लोगों के लिए तीसरा कॉन्फ्रेंस रुम बनाया गया है। जो प्रोजेक्टर और ऑडियो- विजुअल प्रणाली से लैस हैं। परिसर में चार उद्यान हैं जो लोगों को आराम करने का मौका देंगा। भवन में रेनवाटर हार्वेस्टिंग और सोलर पैनल जैसी पर्यावरण अनुकूल सुविधाएं हैं। भवन में वीआरवी प्रणाली आधारित सेंट्रलाइज्ड एयर कंडीशनिंग है। भवन में कैंटीन और बैंक की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
बड़ी खबर : पटना में चीनी जासूसी नेटवर्क बनाने की तैयारी की आशंका, जांच में जुटी मिलिट्री इंटेलिजेंस

* डेस्क : राजधानी पटना से महज कुछ दूरी पर स्थित फतुहा में चीनी जासूसी का नेटवर्क तैयार करने के सुराग मिले हैं। नेपाली नागरिकों को भारतीय नागरिकता और प्रशिक्षण देकर ठगी करने की आड़ में यह नेटवर्क बनाने की तैयारी की आशंका जताई जा रही है। नेपाल के कई पूर्व सैनिकों का यहां के पते पर बने जाली दस्तावेज सहित बड़ी संख्या में बरामद फर्जी काजगात की जांच से ऐसी आशंका पैदा हो रही है। मिलिट्री इंटेलिजेंस (एमआई) की टीम इन तथ्यों के आधार पर पूरे मामले की तह तक पहुंचने में जुटी हुई है। हालांकि, जांच एजेंसी के अधिकारी अभी जासूसी की बात को लेकर स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कह रहे हैं। परंतु इस संस्थान से हिरासत में लिए गए 5 प्रमुख आरोपियों प्रकाश बरसिला, निरंजन ढकाल, सुकलाल विश्वकर्मा, दुर्गा बहादुर रोकया समेत एक अन्य से सख्ती से पूछताछ चल रही है। ये सभी पांच नेपाल के पूर्व सैनिक हैं तथा अभी भी नेपाल सरकार से पेंशन ले रहे हैं। इन सभी के पास बिहार का फर्जी आधार या वोटर कार्ड बरामद हुआ है। इन सभी से पूछताछ जारी है। जबकि, संस्थान का मुख्य संचालक गंगेश्वर सिंह फरार चल रहा है। प्रकाश बरसिला के पास बिहार के पते का फर्जी वोटर कार्ड मिला है। जब इनके वोटर कार्ड पर दर्ज आईडी नंबर की जांच की गई, तो पता चला कि यह वोटर कार्ड बिहार के संजय कुमार नामक व्यक्ति के नाम पर पहले से है। प्रकाश के नाम से यहां का पैन, आधार कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस भी मिला है। नेपाल का भी एक ड्राइविंग लाइसेंस बरामद हुआ है। प्रकाश यहां ट्रेनर एवं संचालक की भूमिका में था। यह नेपाली लड़कों को झांसा देकर इस संस्थान में लाता था। निरंजन ढकाल, फतुहा के मोसिमपुर कुर्था इलाके में संचालित प्रीमियम फैशन फैक्ट्री संस्थान का मैनेजर है। उसके पास भी बिहार के पते का आधार कार्ड बरामद हुआ है। सुकलाल विश्वकर्मा, संस्थान में शिक्षक की भूमिका में था, लेकिन इसके पास किसी तरह की संबंधित वैध डिग्री नहीं है। इसके पास आधार और पैन मिला है। दुर्गा बहादुर रोकया संस्थान का कर्मचारी है।
विश्व की सबसे बड़ी खेल प्रतिभा खोज प्रतियोगिता ‘बिहार खेल प्रतिभा खोज’ का मशाल जलाकर सीएम नीतीश कुमार ने किया शुभारंभ

* डेस्क : बिहार के खिलाड़ी पदक प्राप्त कर राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित खेल प्रतियोगिताओं में राज्य का परचम लहरा सकें। इसे लेकर राज्य सरकार की ओर से बड़ी पहल की गई है। राज्य में ‘बिहार खेल प्रतिभा खोज’ का शुभारंभ किया गया है। इसके माध्यम से बिहार के स्कूलों से प्रतिभावान खिलाड़ियों की पहचान होगी। ऐसी खेल प्रतिभाओं को चिन्हित कर उन्हें बेहतर प्रशिक्षण दिया जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को विश्व की सबसे बड़ी खेल प्रतिभा खोज प्रतियोगिता ‘बिहार खेल प्रतिभा खोज’ का मशाल जलाकर शुभारंभ किया। जल्द ही प्रखंड, जिला, प्रमंडल और राज्य स्तर पर खेल प्रतियोगिता आयोजित कर खिलाड़ियों के चयन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसमें 14 और 16 वर्ष से कम आयु वर्ग श्रेणी में बालक और बालिका दोनों के लिए प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। पाटलिपुत्र खेल परिसर, कंकड़बाग के इंडोर स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बिहार खेल छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत बेहतर प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए पांच उत्कृष्ट खिलाड़ियों को 20-20 लाख रुपये सलाना की छात्रवृत्ति प्रदान की। खिलाड़ियों के बीच सीएम ने खेल किट का भी वितरण किया। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य प्रतिभावान खिलाड़ियों की पहचान कर उन्हें बेहतर प्रशिक्षण और संसाधनों के द्वारा राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी बनाना है। ताकि, वर्ष 2032 और वर्ष 2036 में होने वाले ओलंपिक गेम्स में देश के लिए पदक जीत सकें।
मौसम का मिजाज : बिहार में धीरे-धीरे बढ़ने लगी है ठंड, उत्तर-पश्चिम हवा चलने के कारण ठंड में होगी बढ़ोत्तरी*

डेस्क : बिहार में अब धीरे-धीरे ठंड ने अपना असर दिखाना शुरु कर दिया है। बीते सोमवार को राज्य के कई शहरों में बूंदाबांदी और बादल छाए रहने से मौसम का मिजाज बदल गया। इसके चलते अधिकतम तापमान में 6 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई। पहली बार इस सीजन में दिन में लोगों को ठंड का अहसास हुआ। सोमवार को गया, रोहतास, गोपालगंज, सीवान और पश्चिमी चंपारण में बारिश र्हुई। प्रदेश का सबसे गर्म शहर सोमवार को 26.8 डिग्री सेल्सियस के साथ बक्सर एवं जीरादेई रहा। वहीं सबसे ठंडा शहर 9.1 डिग्री सेल्सियस के साथ सहरसा का अगवानपुर रहा। मौसम विभाग के अनुसार कल बुधवार से उत्तर-पश्चिम हवा चलने के कारण ठंड में और बढ़ने के आसार हैं। वहीं हवा चलने से न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आएगी। सुबह में प्रदेश के ज्यादातर शहरों में घना कोहरा छाया रहेगा।
जदयू के गढ़ में लगा सेंध, तिरहुत स्नातक उपचुनाव में निर्दलिए वंशीदर ब्रजवासी की जीत लगभग तय


* डेस्क : तिरहुत स्नातक क्षेत्र को जदयू का गढ़ माना जाता है लेकिन अब जदयू के हाथ से उसका गढ़ निकलता देख रहा है। तिरहुत स्नातक एमएलसी उपचुनाव में निर्दलिए प्रत्याशी ने सेंध लगा दी है। सबसे बड़ी बात यह है कि सीएम नीतीश और राजद सुप्रीमो लालू यादव के तमाम दावे बेरंग देख रहे हैं। जदयू प्रत्याशी अभिषक झा पहले राउंड की गिनती से ही चौथे नंबर पर चल रहे हैं उनके जीत की उम्मीद अब समाप्त हो चुकी है। दरअसल बिहार विधान परिषद के तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव को लेकर सोमवार को मुजफ्फरपुर स्थित एमआईटी परिसर में मतगणना शुरू हो गयी। देर रात तक प्रथम वरीयता के चौथे राउंड की गिनती जारी रही। तीसरे राउंड तक निर्दलीय प्रत्याशी वंशीधर ब्रजवासी 9322 मत लेकर सबसे आगे रहे। वहीं, जनसुराज समर्थित डॉ. विनायक गौतम को 4942, राजद समर्थित गोपी किशन को 3939 और जदयू समर्थित अभिषेक झा को 3925 मत मिले थे। पहले राउंड की गिनती में 9067 वैध वोट पाए गए, जबकि 931 वोट अस्वीकृत करार दिए गए। इनमें ब्रजवासी 3133 वोट हासिल कर सबसे आगे थे। वहीं, विनायक गौतम 1610 , गोपी किशन 1234 और अभिषेक झा 1184 वोट लाकर क्रमश: दूसरे, तीसरे और चौथे स्थान पर थे। वहीं दूसरे राउंड में भी ब्रजवासी को सर्वाधिक 3047 मत आये, जबकि दूसरे नम्बर पर विनायक गौतम को 1645 व तीसरे नम्बर पर गोपी किशन को 1451, अभिषेक झा को 1371 मत मिले। निर्वाचन विभाग के अनुसार कुल 76 हजार मतों की गिनती होनी है। परिणाम आज मंगलवार को जारी होगा।
विधान सभा चुनाव की तैयारी में जुटे आरसीपी सिंह, राजद और जन सुराज के लिए दिए यह बड़ा संदेश

डेस्क : पूर्व केंद्रीय मंत्री और आप सब की आवाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर सी पी सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी आगामी 2025 के बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है।

अपने पैतृक आवास नालंदा के मालती में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि उनकी पार्टी पहले संगठन को मजबूत करने में जुटी है उसके बाद मेरी पार्टी का दरवाज़ा सभी के लिए खुला है।

विधानसभा चुनाव के लिए जिस भी पार्टी उनसे हाथ मिलाना चाहेगी वे तैयार है। उन्होंने राजद, प्रशांत किशोर से हाथ मिलाने के सवाल पर कहा की जो भी हाथ मिलाना चाहेगा उनसे साथ चुनाव लड़ेंगे । मेरे पार्टी के लिए सभी का दरवाजा खुला हुआ है।

वहीं जदयू में रहते आरसीपी टैक्स के सवाल पर उन्होंने कहा कि लोगों के निशाने पर मुख्यमंत्री हुआ करते थे पर लोग उन्हें बदनाम किया करते थे।

बिहार अभियंत्रण विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह मे शामिल हुए सीएम नीतीश कुमार, छात्र-छात्राओं को डिग्री, मेडल एवं लैपटॉप प्रदान कर किया

डेस्क : बिहार अभियंत्रण विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री-सह-कुलाधिपति, बिहार अभियंत्रण विश्वविद्यालय नीतीश कुमार ने प्रथम दीक्षांत समारोह का दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, शिक्षा मंत्री सुनील कुमार, विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सुमित कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, विज्ञान प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग की सचिव डॉ० प्रतिमा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, बिहार अभियंत्रण विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सुरेश कांत वर्मा सहित बिहार अभियंत्रण विश्वविद्यालय से जुड़े शिक्षकगण / कर्मचारीगण, छात्र-छात्राएं एवं अभिभावकगण उपस्थित रहे।

समारोह में मुख्यमंत्री ने अभियंत्रण परीक्षा में अव्वल आने वाले छात्र-छात्राओं को डिग्री, मेडल एवं लैपटॉप प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया। विज्ञान प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा तैयार की गयी विभागीय उपलब्धियों पर आधारित लघु फिल्म मुख्यमंत्री के समक्ष प्रदर्शित की गयी। मुख्यमंत्री ने बिहार अभियंत्रण विश्वविद्यालय के पुस्तक का विमोचन किया। मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित 'संवाद' में आयोजित दीक्षांत समारोह में विज्ञान प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग की सचिव डॉ० प्रतिमा ने मुख्यमंत्री को हरित पौधा एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर उनका अभिनंदन किया। कार्यक्रम के अंत में सम्मानित होनेवाले छात्र-छात्राओं ने मुख्यमंत्री के साथ सामूहिक तस्वीर खिंचवाई। मुख्यमंत्री ने सम्मानित होनेवाले छात्रों को बधाई एवं शुभकामनायें देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

ज्ञातव्य है कि बिहार सरकार के सात निश्चय कार्यक्रम के तहत सभी जिलों में राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय की स्थापना करायी गयी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यह परिकल्पना थी कि राज्य में अलग से एक स्वतंत्र अभियंत्रण विश्वविद्यालय की स्थापना की जाये ताकि पठन-पाठन का सत्र नियमित रूप से होने के साथ-साथ तकनीकी शिक्षा की गुणवत्ता में भी सुधार हो सके। इसको ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार अभियंत्रण विश्वविद्यालय की स्थापना की गयी है। 

विज्ञान प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। प्रत्येक अभियंत्रण महाविद्यालय में उच्चस्तरीय आधारभूत संरचना, उच्च गुणवत्ता के प्रयोगशाला, वर्कशॉप एवं स्मार्ट क्लासरूम का निर्माण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री की सोच के अनुरूप अभियंत्रण महाविद्यालय को पूर्ण रूप से आवासीय बनाया जा रहा है जहां छात्रावास एवं शिक्षकों के लिए आवास का निर्माण कराया जा रहा है। अभियंत्रण महाविद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने एवं विभिन्न प्रकार की नयी-नयी तकनीकों का प्रशिक्षण भी दिया जाता है। छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद, योग प्रशिक्षण एवं मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान दिया जा रहा है। सरकार के इन सकारात्मक प्रयासों का असर छात्रों के नियोजन पर पड़ा है। बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं का नियोजन अच्छे-अच्छे संस्थानों में हो रही है।