मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बाला साहब देवरस की जयंती पर उन्हें नमन किया

रायपुर  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के तृतीय सरसंघचालक बाला साहब देवरस की जयंती पर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बाला साहब देवरस  व्यवहार कुशल एवं नेतृत्व क्षमता के धनी थे। बालासाहब देवरस के विचार थे कि हम सभी के मन में सामाजिक विषमता के उन्मूलन का ध्येय अवश्य होना चाहिए। हमें लोगों के सामने यह बात स्पष्ट रूप से रखनी चाहिए कि विषमता के कारण हमारे समाज में किस प्रकार दुर्बलता आई और उसका विघटन हुआ। उसे दूर करने के उपाय बताने चाहिए तथा इस प्रयास में प्रत्येक व्यक्ति को अपना योगदान देना चाहिए। बाला साहब देवरस ने कहा था कि हम सभी को आत्मनिरीक्षण की आवश्यकता है. यह समय है कि हम हर प्रकार की नकारात्मकता छोड़ एक नए मार्ग का निर्माण करें।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सन् 1975 में भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री ने आपातकाल की घोषणा कर मीसा जैसे काले कानून के अन्तर्गत अनेक लोगों को जेल में डाल दिया। बाला साहब देवरस की प्रेरणा एवं सफल मार्गदर्शन में विशाल सत्याग्रह हुआ और 1977 में आपातकाल समाप्त हुआ। बाला साहब देवरस के द्वारा की गई निःस्वार्थ भाव से देश व मानवता की सेवा हम सभी को सदैव मानवसेवा की प्रेरणा देती है।
डीएड-बीएड मामले में सुनवाई : कोर्ट के आदेश का पालन करने हाईकोर्ट ने सरकार को दिया दो हफ्ते का समय

बिलासपुर-    हाईकोर्ट में मंगलवार को डीएड बनाम बीएड मामले में सुनवाई हुई. इस दौरान कोर्ट ने शासन को अंतिम मौका देते हुए हाईकोर्ट द्वारा पूर्व में दिए गए आदेश का पालन करने दो हफ्ते का समय दिया है. मामले की सुनवाई जस्टिस अरविंद वर्मा की अदालत में हुई है.

दरअसल, हाईकोर्ट ने सहायक शिक्षक पद के लिए केवल डीएड डिग्रीधारकों को उपयुक्त माना था. इसके बाद इस पद पर नौकरी कर रहे बीएड डिग्रीधारकों ने इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी. इस बीच डीएड धारकों ने हाईकोर्ट में अवमानना याचिका यह कहते हुए दाखिल कर दी कि सरकार कोर्ट के आदेश का क्रियान्वन नहीं कर रही है और बीएड धारक सहायक शिक्षकों को पद से नहीं हटा रही है.

गौरतलब है कि शीर्ष अदालत ने भी हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखा है. अवमानना मामला याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता ईशान वर्मा के जरिए लगाई गई है.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने गीता जयंती की दी शुभकामनाएं

रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों को गीता जयंती की बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि महाभारत युद्ध की शुरुआत में मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी पर भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को भगवद्गीता का उपदेश दिया था। इस दिन गीता जयंती मनाई जाती है।

उन्होंने कहा कि श्रीमद्भगवद्गीता अनेक महापुरुषों के लिए दार्शनिक मार्गदर्शक और आध्यात्मिक शिक्षक रही है। गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए जीवन जीने की प्रेरणा दी है। गीता में जीवन की अनेक समस्याओं का समाधान मिलता है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि गीता जयंती का पर्व भगवद्गीता के दिव्य संदेशों को आत्मसात करने का दिन है।

रायपुर के साइंस कॉलेज चौपाटी को हटाए जाने का विरोध, पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने निकाली मशाल यात्रा

रायपुर-  प्रदेश की सत्ता में बाजपा की वापसी के बाद रायपुर के साइंस कॉलेज स्थित यूथ हब चौपाटी को हटाने की तैयारी शुरु हो गई है. जिसे आमानाका में शिफ्ट किए जाना है. चौपाटी को हटाए जाने के विरोध में पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने आज मशाल यात्रा निकाली. जिसमें बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता, कार्यकर्ता और चौपाटी के व्यापारी शामिल हुए.

दरअसल, बीते साल की शुरुआत में जीई रोड के किनारे साइंस कॉलेज के मैदान के सटकर रायपुर नगर निगम और स्मार्ट सिटी कंपनी ने चौपाटी बनाने का प्रस्ताव रखा था, जिसका राजेश मूणत ने विरोध करते हुए 11 दिनों तक धरना दिया था. आंदोलन में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के अलावा भाजपा के आला नेताओं ने मौजूदगी दर्ज कराते हुए मूणत के आंदोलन का समर्थन किया था.

लेकिन इन सबके बाद भी चौपाटी निर्माण पर रोक नहीं लगने पर मूणत ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. हाई कोर्ट में याचिका खारिज होने के बाद मूणत ने रायपुर नगर निगम और स्मार्ट सिटी कंपनी पर चौपाटी का निर्माण के संबंध में गलत तथ्य प्रस्तुत करने का आरोप लगाया था.

निगम में भाजपा पार्षदों ने भी जताया विरोध

रायपुर नगर निगम में भाजपा पार्षदों ने भी चौपाटी के विरोध में स्मार्ट सिटी ईएमडी से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा था. पार्षदों का कहना था कि स्थल के चारों ओर शैक्षणिक संस्थान हैं. चौपाटी में आप किसी को भी आने से नहीं रोक सकते है. ऐसे में असामाजिक तत्व भी चौपाटी में प्रवेश करेंगे और हमारे विद्याथी अपने आप को असुरक्षित महसूस करेंगे. तमाम विरोध-प्रदर्शन के बाद भी चौपाटी का निर्माण बदस्तूर जारी रहा, और बीते साल अक्टूबर में दुकानों का आवंटन भी कर दिया गया. लेकिन चौपाटी का विवाद खत्म नहीं हुआ. कभी टेंडर शर्तों का उल्लंघन करने तो कभी चौपाटी में अव्यवस्था का आरोप लगता रहा है. अब जब चौपाटी को हटाने का निर्देश दिया गया है, तो माहौल में सुधार आने की उम्मीद है.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय बलौदा बाजार जिले को दी विभिन्न विकास कार्यों की सौगात

रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज 10 दिसंबर को शहीद वीरनारायण सिंह जी के जन्मभूमि एवं कर्मभूमि सोनाखान में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जिले के 192 करोड़ 8 लाख 69 हजार रूपए के 242 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। जिसमें कुल 41 करोड़ 93 लाख 50 हजार रूपए के 122 विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं 150 करोड़ 15 लाख 19 हजार रूपए के 120 विकास कार्यों का लोकार्पण शामिल है।

इसके साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत स्वीकृत मकानों में से 531 हितग्राहियों को स्वीकृति पत्र एवं 10 हितग्राहियों को घर की चाबी सौंपें। साथ ही पीएम जनमन आदर्श पंचायत के तहत दो ग्राम पंचायत ब्लदाकछार एवं अवराई का सम्मान किया गया साथ ही हम होंगे कामयाब अंतर्गत 13 युवाओं को सम्मान पत्र सौंपा गया है। मुख्य मंच से मुख्यमंत्री श्री साय ने शहीद वीर नारायण सिंह के वंशजों का साल एवं स्मृति चिन्ह से सम्मान किया।

इस मौके पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव, कैबिनेट मंत्री राम विचार नेताम, टंक राम वर्मा, प्रभारी मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, केशकाल विधायक नीलकंठ टेकाम,पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल,पूर्व विधायक भाटापारा शिवरतन शर्मा,पूर्व विधायक बिलाईगढ़ सनम जांगड़े, पूर्व विधायक शिशुपाल सोरी, शहीद वीर नारायण सिंह के वंशज राजेंद्र दीवान, कलेक्टर दीपक सोनी पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल समेत अन्य जनप्रतिनिधि गण उपस्थित थे

छत्तीसगढ़ के सिनेमा टॉकीज में लूटपाट : नकाबपोश लुटेरे पुष्पा-2 का सारा कलेक्शन लूटकर फरार, CCTV कैमरों का DVR भी ले गए

दुर्ग-  छत्तीसगढ़ की सभी सिनेमा टॉकीज पुष्पा 2 की वजह से हाउस फुल चल रहे हैं. भीड़ का फायदा उठाकर दो नकाबपोश लुटेरे भिलाई के मुक्ता मल्टीप्लेक्स सिनेमा हॉल से पुष्पा 2 फिल्ट की कमाई का सारा पैसा 1 लाख 17 हजार लूटकर फरार हो गए. अपने साथ सीसीटीवी कैमरों का डीवीआर भी ले गए. बदमाशों ने गार्ड से मारपीट की और गर्दन पर चाकू अड़ाकर वारदात को अंजाम दिया. पुलिस ने मामला दर्ज केस आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.

रविवार-सोमवार देर रात 2 बजे तक लास्ट शो छूटा. इसके बाद वहां का स्टाफ टॉकीज को बंद कर घर चला गया. वहां सुरक्षा के लिए एक गार्ड की ड्यूटी लगाई गई थी. सोमवार तड़के करीब 4 बजे बाइक पर 2 नकाबपोश लड़के आए. इस दौरान दोनों सीधे सिनेमा घर के अंदर घुस गए. वहां मौजूद सिक्योरिटी गार्ड नोहर देवांगन ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन दोनों ने उसकी पिटाई कर दी. फिर उसकी गर्दन पर चाकू अड़ाया और उसके पास से लॉकर की चाबी ली. वहां से 1 लाख 17 हजार रुपए लूटकर लुटेरे फरार हो गए.

मैनेजर की शिकायत पर मामला दर्ज, आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस

वारदात के बाद सुबह जब टॉकीज का स्टाफ ड्यूटी पर पहुंचा तो देखा की सिनेमा हॉल का दरवाजा खुला है. फिर उन्होंने कमरे का दरवाजा खोला तो अंदर से गार्ड चिल्लाते हुए निकला. उसने पूरी हकीकत बताई। इसके बाद स्टाफ ने मैनेजर दीपक कुमार को फोन कर बुलाया. मैनेजर ने पुरानी भिलाई थाने में मामले की शिकायत दर्ज कराई है. छावनी CSP हरीश पाटिल ने बताया कि लुटेरे टॉकीज में लगे CCTV कैमरों का DVR निकालकर ले गए हैं. पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है.

अवैध भंडारण पर प्रशासन की कड़ी कार्रवाई, 315 क्विंटल धान जप्त

गौरेला पेण्ड्रा मरवाही- छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर किसानों से धान खरीदी का कार्य जारी है, इसी बीच अवैध धान भंडारण, परिवहन और बिक्री पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही (GPM) जिले में कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने खाद्य, राजस्व, पुलिस और मंडी विभाग के अधिकारों की संयुक्त जांच टीम का गठन किया है. इस टीम ने आज जिले के चार गोदामों में निरीक्षण के दौरान स्टॉक अभिलेख से अधिक धान अवैध रूप से भंडारित पाया, जिसपर मण्डी अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए कुल 315 क्विंटल धान जप्त किया गया है.

खाद्य विभाग अधिकारी ने बताया कि जायसवाल ट्रेडिंग कंपनी के गोदाम से 250 क्विंटल (625 बोरी), रज्जन काच्छी के गोदाम से 30 क्विंटल (75 बोरी), महेश साहू अंजनी के गोदाम से 10 क्विंटल (25 बोरी) और बद्रीविशाल साहू के गोदाम से 25 क्विंटल (63 बोरी) धान जप्त किया गया.

विकसित छत्तीसगढ़ बनाने सहकारिता क्षेत्र की होगी बड़ी भूमिका : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

रायपुर-    हमारी सरकार पूरी पारदर्शिता के साथ शासकीय नौकरियों में भर्तियां कर रही है। पिछले एक साल में ही 9 हजार से अधिक पदों पर हमने भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। प्रदेश के आम युवाओं का सपना अब पूरा हो रहा है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर के न्यू सर्किट हाउस में सहकारिता विभाग के विभिन्न पदों पर चयनित 334 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपते हुए पारदर्शिता के साथ भर्ती का यह संकल्प दोहराया। उन्होंने चयनित अभ्यर्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कर्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी के साथ अपना दायित्व निर्वहन करने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने जशपुर जिले के तमनार और बगीचा में अपेक्स बैंक के दो नवीन शाखा, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक रायपुर की नवीन शाखा गढ़पुलझर और सिरपुर का वर्चुअल शुभारंभ और अपेक्स बैंक के नवीन शाखा भवन जशपुर का वर्चुअल लोकार्पण किया।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शहीद वीर नारायण सिंह के बलिदान को नमन करते हुए अपने संबोधन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि शहीद वीर नारायण सिंह ने अपना सम्पूर्ण जीवन मानव कल्याण के लिए समर्पित किया। उन्होंने अनाज के भंडार लोगों के लिए खोल दिए, परोपकार की यही भावना हम सभी के भीतर होनी चाहिए। श्री साय ने अमूल का उदाहरण देते हुए युवाओं को सहकारिता का महत्व समझाया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने अपने प्रवास के दौरान सहकारिता को लेकर अमूल्य सुझाव दिये, जिसे हम कार्यान्वित कर रहे हैं। श्री साय ने कहा कि सहकारिता का संबंध किसानों से है और हमें साथ मिलकर उनके जीवन में समृद्धि लानी है। उन्होंने सहकारी और अपेक्स बैंक की नई शाखाएं खुलने पर क्षेत्र के किसानों को अपनी शुभकामनाएं दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विकसित छत्तीसगढ़ बनाने में सहकारिता की भी बड़ी भूमिका होगी और इसमें आप सभी का योगदान अग्रणी रहेगा। श्री साय ने कहा कि अब प्रदेश के युवाओं के मन में प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर भय या संशय नहीं होना चाहिए, अब किसान, मजदूर के बेटे-बेटियों की प्रतिभा को सम्मान मिलेगा।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सहकारिता मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि प्रदेश सरकार दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ मोदी की गारंटी को पूरा करने का काम कर रही है। उन्होंने सभी चयनित युवाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सहकारिता का क्षेत्र कितना महत्वपूर्ण है, यह आप सभी को समझना होगा। किसानों के जीवन को खुशहाल बनाने की दिशा में आप सभी काम करें। उन्होंने कहा कि बैंक की नई शाखाएं खुलने से किसानों को बड़ी सहूलियत मिलेगी और हम इस दिशा में आगे भी काम करेंगे।

वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने चयनित युवाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पिछले 1 साल के भीतर 19 विभागों में भर्ती प्रक्रिया पारदर्शिता के साथ प्रारंभ कर दी गई है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हमारी सरकार पारदर्शिता के साथ अपनी जिम्मेदारी निभा रही है, आप सभी अपनी सेवा भी इसी ईमानदारी के साथ करें और आम आदमी के जीवन को खुशहाल बनाने समर्पित होकर कार्य करें।

उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा सहकारिता विभाग के फील्ड ऑफिसर कार्यालय सहायक, समिति प्रबंधक समेत 334 पदों पर भर्ती परीक्षाएं आयोजित की गई थी। चयनित अभ्यर्थियों के लिए आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में आज मुख्यमंत्री ने उन्हें नियुक्ति पत्र वितरित किए। इस अवसर पर चयनित अभ्यर्थियों और उनके परिवार में खुशी का माहौल था। मुख्यमंत्री के हाथों नियुक्ति पत्र प्रकार सभी चयनित युवाओं ने खुशी जाहिर की और कहा कि यह हम सभी के जीवन के लिए गौरवपूर्ण क्षण है। सभी अभ्यर्थियों ने प्रतियोगी परीक्षाओं की नई पारदर्शी व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर आयुक्त सहकारिता कुलदीप शर्मा, के. एन. कांडे प्रबंध संचालक सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

शहीद वीर नारायण सिंह का बलिदान हम सबक़े लिए प्रेरणादायक - मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय 10 दिसम्बर मंगलवार को छत्तीसगढ़ क़े प्रथम शहीद वीर नारायण सिंह क़े शहादत दिवस पर उनकी जन्मभूमि एवं कर्मभूमि सोनाखान में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री साय सोनाखान स्थित शहीद स्मारक में शहीद वीर नारायण सिंह क़ी प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने शहीद वीर नारायण सिंह संग्रहालय का भी अवलोकन किया। उन्होंने श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शहीद वीर नारायण सिंह के वंशजो को सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सोनाखान में पोस्ट मेट्रिक छात्रावास खोलने,सोनाखान मड़ई मेला क़े लिए 15 लाख देने,23 पर्यटन एवं ऐतिहासिक स्थलों में हाई मास्ट लाईट लगाने,सोनाखान क़े 3 तालाबों का अमृत सरोवार में उन्नयन तथा शहीद वीर नारायण क़े वंशज जो पेंशन क़े लिए वंचित हैं उन सभी सदस्यों को भी पेंशन देने क़ी घोषणा क़ी। इसके साथ ही 10 हितग्राहियों को पीएम आवास ग्रामीण की चॉबी सौंपा। हितग्राहियो को आयुष्मान कार्ड का वितरण,पीएम जनमन आदर्श पंचायत बल्दाकछार एवं औवराई का सम्मान, आदिवासी समाज के युवा प्रतिभावान छात्रों का सम्मान किया गया।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा की शहीद वीर नारायण सिंह क़े जन्म एवं कर्मभूमि में मुख्यमंत्री क़े तौर पर पहली बार आया हूं। यह पवित्र भूमि गरीबों क़े लिए बलिदान का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि शहीद वीर नारायण सिंह गरीबों की प्राण रक्षा एवं आत्मसम्मान क़े लिए अपना जीवन कुर्बान कर दिए जो हम सब क़े लिए प्रेरणादायक है। जिस समय सोनाखान क्षेत्र में आकाल पड़ा तो भूख से तड़पते लोगों क़ी दशा देखकर द्रवित हो गए और गोदाम से अनाज निकाल कर बाँट दिए। उन्होंने अंग्रेजो क़े विरुद्ध क्रांति का बिगुल फूंका दिए। अंग्रेजी सरकार ने 10 दिसम्बर 1857 को रायपुर क़े जय स्तम्भ चौक में फांसी दे दी गई।

उन्होंने कहा कि शहीद वीर नारायण सिंह जैसे अनेक जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हुए है जिन्हे उचित सम्मान नहीं मिल पाया था लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनजाति विभूतियों को सम्मान देने क़ा काम कर रहे है। प्रधानमंत्री ने 15 नवम्बर को जनजातीय गौरव दिवस मनाने क़ी घोषणा क़ी है। विशेष पिछडी जनजाति समुदाय क़े लोगों क़े विकास क़े लिए प्रधानमंत्री जनमन योजना शुरू किया गया है। पीएम ग्राम उत्कर्ष योजना क़े तहत प्रदेश क़े 6 हजार गाँवो को लाभ मिलेगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि रायपुर में 9 करोड़ क़ी लागत से शहीद वीर नारायण संग्रहालय का निर्माण किया जा रहा है। आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। हमारी सरकार ने एक साल में मोदी क़ी गारंटी क़े तहत अधिकांश वायदे पूरा कर दी है।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि शहीद वीर नारायण सिंह अन्याय और अत्याचार क़े खिलाफ अंग्रेजो से लड़ाई लड़ी। उनका बलिदान इतिहास में अमर रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आदिवासी समाज क़े विकास और सम्मान क़े लिए काम कर रहे हैं। अब जनजातीय गौरव दिवस मनाया जा रहा है। आज देश क़ा प्रथम नागरिक आदिवासी समाज क़ी बेटी है तथा प्रदेश का मुखिया भी आदिवासी किसान का बेटा है। क़ृषि मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि वर्ष 2003 से पहले सोनाखान बहुत पिछड़ा क्षेत्र था। हमारी सरकार आने क़े बाद यहाँ तेजी से विकास शुरू हुआ। सभी बुनियादी सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। आज एक आदिवासी किसान का बेटा प्रदेश का कमान संभाल रहे है और विकास क़ी गंगा बहा रहे हैं।

इस अवसर पर जिले क़े प्रभारी मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, केशकाल विधायक नीलकंठ टेकाम,पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा, पूर्व विधायक सनम जांगड़े, पूर्व विधायक शिशुपाल सोरी, शहीद वीर नारायण सिंह के वंशज राजेंद्र दीवान, पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में सामाजिक जन उपस्थित थे।

निलंबित IAS रानू साहू समेत 9 आरोपियों के खिलाफ ED की बड़ी कार्रवाई, 21.47 करोड़ की चल अचल संपत्तियों को किया कुर्क…

रायपुर-   प्रवर्तन निदेशालय (ईडी)के रायपुर क्षेत्रीय कार्यालय ने एक अनंतिम कुर्की आदेश के तहत 21.47 करोड़ रुपये मूल्य की अचल और चल संपत्तियों को अनंतिम रूप से कुर्क किया है। पिछले दिनों भूमि, आवासीय संपत्तियां, सावधि जमा और बैंक शेष सहित कुर्क की गई संपत्ति जिला खनिज निधि (डीएमएफ) घोटाले के आरोपी निलंबित आईएएस रानू साहू, माया वारियर, राधेश्याम मिर्झा, भुवनेश्वर सिंह राज, वीरेंद्र कुमार राठौर, भरोसा राम ठाकुर, संजय शेंडे, मनोज कुमार द्विवेदी, हृषभ सोनी और राकेश कुमार शुक्ला की है। इस मामले की जांच धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत की गई है।

बता दें कि इस मामले में ईडी ने आईपीसी 1860 की विभिन्न धाराओं के तहत छत्तीसगढ़ पुलिस की ओर से दर्ज तीन अलग-अलग एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की, जिसमें आरोप लगाया गया था कि राज्य सरकार के अधिकारियों ने ठेकेदारों के साथ मिलीभगत करके जिला खनिज निधि (डीएमएफ) को हड़पने की साजिश रची। डीएमएफ ठेकों को धोखाधड़ी से हासिल करने के लिए ठेकेदारों ने भ्रष्ट सरकारी अधिकारियों को अनुबंध मूल्य का 15% से 42% तक कमीशन/अवैध रिश्वत का भुगतान किया।

ऐसे होता था पैसों का हेरफेर

ईडी की जांच में डीएमएफ घोटाले की कार्यप्रणाली का पता चला है। ठेकेदारों के बैंक खाते में जमा की गई धनराशि का बड़ा हिस्सा ठेकेदारों द्वारा सीधे नकद में निकाल लिया गया था या आवास प्रवेश प्रदाताओं को हस्तांतरित कर दिया गया था, जिसके बदले ठेकेदारों को नकद राशि प्राप्त हुई थी। आवास प्रवेश प्रदाताओं के साथ इन लेन-देन को विक्रेताओं द्वारा बिना किसी वास्तविक खरीद के माल की खरीद के रूप में दिखाया गया था। विक्रेताओं द्वारा प्राप्त की गई नकदी का उपयोग डीएमएफ कार्य आवंटित करने और/या इस संबंध में विक्रेता के बिलों को मंजूरी देने के लिए जिम्मेदार सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने के उद्देश्य से किया गया था और इस नकदी का कुछ हिस्सा विक्रेताओं द्वारा अपने लाभ के लिए भी इस्तेमाल किया गया था।

23.79 करोड़ रुपये की संपत्तियां की गई कुर्क

जांच के दौरान, ईडी ने ठेकेदारों, लोक सेवकों और उनके सहयोगियों के विभिन्न परिसरों में कई तलाशी ली थी और 2.32 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी और आभूषण जब्त किए गए थे। जांच में जब्त की गई उक्त राशि डीएमएफ कार्यों के निष्पादन के दौरान इन लोक सेवकों द्वारा प्राप्त रिश्वत राशि का हिस्सा थी। इस मामले में अब तक अपराध से प्राप्त कुल आय (पीओसी) 90.35 करोड़ रुपये है, जिसमें 9 दिसंबर तक 23.79 करोड़ रुपये मूल्य की अचल और चल संपत्तियां अनंतिम रूप से कुर्क/जब्त/फ्रीज कर दी गई हैं।