बेगूसराय में तेजस्वी बोले-वृद्ध, दिव्यांग और महिला को देंगे 1500 रुपए पेंशन
बेगूसराय में तेजस्वी यादव ने एक घोषणा की है। शुक्रवार को उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनी तो वृद्ध, दिव्यांग और महिला को प्रत्येक महीने 1500 रुपए पेंशन मिलेंगे। 200 यूनिट फ्री मिलेगी बिजली। गिरिराज सिंह के हिंदू स्वाभिमान यात्रा निकाले जाने के सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि टेक्सटाइल इंडस्ट्री में कितना दिया, उन्होंने टेक्सटाइल पार्क दिया है क्या? गिरिराज सिंह यहां के सांसद हैं, केंद्र में कई बार से मंत्री हैं।
बिहार के लोग जानते भी नहीं है कि वह कौन से विभाग के मंत्री हैं। किसी गांव के लोग नहीं जानते हैं कि वह कौन विभाग के मंत्री हैं। कोई उपलब्धि तो है नहीं, सिर्फ 10 साल के मंत्री हैं, करेंगे क्या असंवैधानिक कामों में ही गिरिराज सिंह की दिलचस्पी है।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यात्रा पर निकल रहे हैं। उसमें 250 करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं। अपनी जनता से बात करने के लिए उन्हें ढाई सौ करोड़ रूपया खर्च करने पड़ रहे हैं। यह ढाई सौ करोड़ कहां खर्च होगा? यह यात्रा नहीं, बल्कि भ्रष्ट अधिकारियों को भ्रष्टाचार के छूट की यात्रा है। मुख्यमंत्री को जनता से बात करने के लिए आखिर क्यों चाहिए ढाई सौ करोड़। कहते हैं कि बिहार गरीब राज्य है और अपनी यात्रा पर ढाई सौ करोड़ रुपए खर्च कर हैं। एक-दो घंटे में तीन जिलों के लोगों की समस्या कैसे हल हो जाएगी, कैसे संवाद हो जाएगा। सब लोग जानना चाहते हैं कि बिहार के गरीब जनता का यह पैसा है कहां और क्यों खर्च कर रहे हैं।
एमएसपी को लेकर किसानों के आंदोलन पर तेजस्वी यादव ने कहा है कि किसानों को सही मूल्य नहीं मिल रहा है। पीएम मोदी से पूछना चाहिए कि 2022 तक सब की आय दोगुनी करने की बात कर रहे थे। 2024 हो गया, तिगुना का टर्म कब से शुरू करेंगे। कौन से किसानों की आय दोगुनी हो गई। लागत कितना लग रहा है, सब चीज महंगी हो गई है। महंगाई से लोग परेशान हैं, किसानों का कर्ज माफ नहीं होता है, लेकिन पूंजीपतियों का कर्ज माफ हो जाता है। डबल इंजन की सरकार नहीं यह भ्रष्टाचार और अपराध की सरकार है। एक इंजन अपराध और एक इंजन भ्रष्टाचार चला रही है।
ईवीएम को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि जितने भी संवैधानिक संस्था हैं, सबको बीजेपी ने हाईजैक कर लिया है। जितने भी संस्था हैं, वह सही तरीके से कम कर रहे हैं। वह स्वतंत्र तरीके से काम नहीं कर, मोदी जी के हिसाब से चलते हैं। यूपी में चुनाव के तारीख बदल जाती है। ऐसा कभी नहीं हुआ था। छठ बिहार में होता है और चुनाव का तारीख वहां बदला जा रहा है। सब लोग जान रहे हैं कि क्या खेल हो रहा है। संवैधानिक संस्था पर बैठे लोग भी जानते हैं कि यह लोग क्या कर रहे हैं।
आगे कहा कि हम लोगों ने 10 लाख नौकरी का प्रारंभ किया था, 17 महीने में पांच लाख लोगों को सरकारी नौकरी दी, साढ़े तीन लाख नौकरी को प्रक्रिया के अधीन कराया। उस समय हमारे चाचा नीतीश कुमार कहते थे कि यह असंभव है, पैसा कहां से आएगा, लेकिन उन्हीं के हाथों हमने 5 लाख लोगों को नियुक्ति पत्र दिलवाया। बिहार गरीब राज्य है, पिछड़ा राज्य है, यहां गरीबी है, पलायन है, महंगाई से लोग परेशान हैं, बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है।
बिहार में डोमिसाइल को लेकर हम लोग बार-बार अपना पक्ष रख रहे हैं। यह हमारे मेनिफेस्टो में है, कई बार सदन में बोल चुके हैं। शराबबंदी के सवाल को डालते हुए उन्होंने कहा कि समय आने पर बताएंगे। उन्होंने कहा कि 2025 का चुनाव हम पूरी तरीके से जीतेंगे। उपचुनाव के नतीजे से मुख्य चुनाव के नतीजे को नहीं आंका जा सकता है। उपचुनाव के जो नतीजे हैं और मुख्य चुनाव का जो नतीजा होता है उसमें अंतर होता है। हम सबको जोड़ रहे हैं, जोड़ेंगे तभी तो वोट पड़ेगा।
लॉ एंड ऑर्डर को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि जब हम सरकार में थे तो उसे समय का आंकड़ा देखिए, तब पता चलेगा कि हम साथ में थे तब कितना क्राइम था, अभी कितना है। आगे उन्होंने कहा कि कबाड़ के मुद्दे को भी हम सदन में उठाएंगे। हम लोग इस बात पर सरकार से सवाल पूछेंगे। हम लोग कार्यकर्ता दर्शन और संवाद कर रहे हैं। इसका एक ही उद्देश्य है कि हम लोगों के पार्टी के जो कैडर हैं, हमारा जो संगठन है, ग्रास रूट पर पंचायत, प्रखंड, वार्ड लेवल के जो हमारे वर्कर हैं, उनसे संवाद कर रहे हैं। किस तरीके से संगठन का विस्तार किया जाए, मजबूत किया जाए, इसी उद्देश्य से हम कार्यक्रम कर रहे हैं। जमीनी स्तर पर जो रहते हैं उनसे जनता का फीडबैक मिल जाता है।
फीडबैक में पता चल रहा है कि लोग चल रहे जमीन सर्वे से परेशान हैं। इसके लिए हमने सदन से सड़क तक आवाज उठाना शुरू किया। स्मार्ट मीटर के लिए सदन में सवाल उठाए, सड़क पर भी सवाल उठाया। हमारी सरकार बनती है तो हम 200 यूनिट फ्री में बिजली देंगे। हम कोशिश कर रहे हैं कि मौजूदा सरकार से भी लोगों को 200 यूनिट बिजली फ्री दिलवाएं। इसके लिए विपक्ष सरकार को मजबूर करेगा कि किसी भी हालत में 200 यूनिट फ्री बिजली लोगों को मिले। पढ़ाई, दवाई, कमाई, सिंचाई, सुनवाई और कार्रवाई की सरकार चाहते हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का इकबाल खत्म हो चुका है। अब नीतीश कुमार बिहार नहीं चला पा रहे हैं, धकेल रहे हैं। कुछ चंद अधिकारी हैं, उनके आसपास रहने वाले लोग जो हैं, वह नीतीश कुमार के चेहरे का इस्तेमाल करते हैं। भाषण देने से मना कर दिया गया है। अभी चले पूरे विधानसभा सत्र में एक शब्द भी किसी सदन में मुख्यमंत्री ने नहीं बोला। गंभीर विषयों पर कोई बात सदन में नहीं की। पहली बार ऐसा हुआ है, यह क्यों हुआ हैं? मुख्यमंत्री सदन के नेता होते हैं, सब की अपेक्षा होती हैं, उम्मीदें होती है कि गंभीर से गंभीर विषय पर वह बोलें।
जनता की जो समस्या है या विपक्ष जिन मुर्दों को उठा रहा है उस पर कुछ वक्तव्य दें। लेकिन मुख्यमंत्री ने हर इश्यू पर चुप्पी साध रखी है। अब उन्हें बोलने नहीं दिया जा रहा है, क्या कारण है यह तो वही बता पाएंगे। लेकिन सब लोग देख रहे हैं कि किस हिसाब से शासन चल रहा है
पूरे बिहार में भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार है, बिना घूस के कोई काम नहीं हो रहा है। अपराध लगातार बढ़ता जा रहा है, उसका हम लगातार बुलेटिन भी जारी कर रहे हैं। कितनी वारदात हो रही है, हत्या, लूट, अपहरण और रेप जैसे मामले लगातार हो रहे हैं। लेकिन पुलिस पूरी तरह से फेल हो चुकी है।
मुख्यमंत्री कहते थे की विशेष राज्य के दर्ज की मांग करते थे, वह हमारी पुरानी मांग करते थे। मुख्यमंत्री ने सदन में इसकी मांग की, दिल्ली भी गए की बिहार को विशेष राज्य का दर्जा चाहिए। कौन देगा, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा, सरकार में बैठे हुए बीजेपी वाले ने तो मना कर दिया है। हम लोगों ने आरक्षण की सीमा बढ़ाई थी, जाति गणना के बाद 65 प्रतिशत और 10 प्रतिशत ईडब्ल्यूएस, यानी 75 प्रतिशत कर दिया था। लेकिन इस पर कोई सुनने वाला नहीं है। भाजपा के साथ आते ही इसे खत्म कर दिया गया। राजद आरक्षण का पक्ष सुप्रीम कोर्ट में मजबूती से रख रहा है, पूरा विश्वास है कि जो आरक्षण 17 महीने में मिला, वह फिर से स्थापित करेंगे।
हम लोगों ने आईटी पॉलिसी, एक्सपोर्ट पॉलिसी और टूरिज्म पॉलिसी बनाने का काम किया। 17 महीने में हम लोगों ने 50000 करोड़ का एमओयू निवेशकों से साइन करवाया। आरक्षण बढ़ाया, जाति गणना कराई, 4.50 लाख नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिलवाया, स्वयं सहायता समूह, विकास मित्र, टोला सेवक, आशा, ममता सबके मानदेय को दोगुना किया। 17 महीने में कोई पेपर लीक नहीं हुआ, आज रोज लीक हो रहा है, कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। तेजस्वी के पहले पेपर लीक हुई और तेजस्वी के बाद पेपर लीक हो रहा है। अभी जो CHO का पेपर लीक हुआ है, वह पद हमने बनाया था। उसमें भी पेपर लीक हो गया, नीट में पेपर लीक हो गया, कोई भी परीक्षा होता है उसका पेपर लीक हो रहा है। लेकिन कार्रवाई किसी पर नहीं होती है। पूरी तरीके से माफिया गिरी हो रही है। बिहार सरकार माफियाओं को संरक्षण दे रहा है।
बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
Dec 09 2024, 21:15