भारतीय संस्कृति और नैतिक शिक्षा का संदेश लेकर स्कूलों तक पहुंचा गायत्री परिवार रोटी, कपड़ा और मकान के साथ नैतिक उत्थान भी समाज की प्राथमिकता होन
झुमरी तिलैया के शिवतारा सरस्वती शिशु मंदिर मे देव संस्कृति विश्व विद्यालय हरिद्वार की शिक्षिकाए व उपस्थित छात्र झुमरी तिलैया अखिल विश्व गायत्री परिवार के तत्वावधान में व्यक्ति निर्माण, परिवार निर्माण, समाज निर्माण और राष्ट्र निर्माण के लक्ष्य को लेकर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार से इंटर्नशिप के लिए आईं चार छात्राएं - जाह्नवी पांडे, अंजलि पटेल, राधिका त्रिपाठी और सुमन कुमारी - कोडरमा जिले के विद्यालयों और महाविद्यालयों में जाकर छात्रों को योग, प्राणायाम और नैतिक शिक्षा का महत्व समझा रही हैं।छात्राओं ने विद्यालयों में बच्चों को मोबाइल के अत्यधिक उपयोग से होने वाले नुकसान, साइबर क्राइम से बचाव, समय प्रबंधन और नशा मुक्त जीवन का महत्व बताया। साथ ही, उन्होंने छात्रों से जीवन में कभी नशा न करने का संकल्प दिलाया। गायत्री परिवार के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता नकुल देव प्रसाद ने भी कोडरमा के विभिन्न विद्यालयों मे जैसे विवेकानंद कॉन्वेंट स्कूल, चाणक्य पब्लिक स्कूल, बीआर इंटरनेशनल स्कूल, मॉडर्न पब्लिक स्कूल, और सरस्वती शिशु मंदिर - में जाकर भारतीय संस्कृति और सभ्यता के दिव्य सूत्रों पर छात्रों से संवाद किया। उन्होंने कहा विद्या के बिना मनुष्य का संपूर्ण विकास संभव नहीं है। शिक्षा हमें बड़ा आदमी बनाती है, लेकिन विद्या हमें अच्छा इंसान बनाती है। विद्या धर्म और अधर्म में अंतर करना सिखाती है और व्यक्ति को जागरूक, संवेदनशील और धर्म के मार्ग पर अग्रसर करती है।उन्होंने शिक्षा और विद्या के अंतर को रेखांकित करते हुए कहा कि विद्या व्यक्ति को स्वार्थ से ऊपर उठाकर परमार्थी बनाती है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि शिक्षा के साथ विद्या का होना आवश्यक है, तभी समाज में शांति और स्थिरता लाई जा सकती है। कार्यक्रम के अंत में देव कन्याओं द्वारा नकुल देव प्रसाद ने अपने संदेश में कहा, "रोटी, कपड़ा और मकान के साथ नैतिक उत्थान भी समाज की प्राथमिकता होनी चाहिए।" इस अभियान से विद्यार्थियों और समाज में नैतिक जागरूकता का विस्तार हो रहा है।मौके पर संगीता शर्मा, अनिल कुमार, ओमप्रकाश राय, प्रो अजय कुमार पाठक, मुन्ना यादव, अरविन्द चौधरी, गायत्री शक्ति पीठ के मुख्य ट्रस्टी ईश्वर साव, ट्रस्टी सारिका भदानी, कार्यक्रम संयोजक संतोष वर्णवाल, मृतुन्जय भास्कर, कविता आर्या, वीणा बरनवाल, कुमकुम कुमारी,रेखा बरनवाल
Dec 09 2024, 18:07