संभल हिंसा की सीबीआई से जांच कराने की मांग इलाहाबाद हाई कोर्ट ने की खारिज
प्रयागराज । संभल जिले की चंदौसी जामा मस्जिद के सर्वे के दौरानं भड़की हिंसा, आगजनी व फायरिंग में पांच लोगों की मौत के मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग को लेकर दाखिल जनहित याचिका इलाहाबाद हाई कोर्ट ने बुधवार को खारिज कर दी। न्यायमूर्ति अश्वनी कुमार मिश्र तथा न्यायमूर्ति गौतम चौधरी की खंडपीठ ने यहा आदेश दिया।

अपर महाधिवक्ता मनीष गोयल ने कोर्ट को सरकार द्वारा हाई कोर्ट जज की न्यायिक आयोग गठित करने की जानकारी दी। इसके बाद याची अधिवक्ता ने पुलिस के लिए गाइडलाइन बनाने की मांग पर बल दिया। इस पर कोर्ट ने कहा कि आयोग की जांच हो रही है। याची चाहे तो उचित फोरम पर बात रख सकता है। इस पर याची अधिवक्ता ने याचिका वापस लेने की प्रार्थना की जिसे अदालत ने स्वीकार करते हुए याचिका खारिज कर दी। याचिका पर सीबीआई के वरिष्ठ अधिवक्ता एवं डिप्टी सालिसिटर जनरल ने भी पक्ष रखा।

याचिका में हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज के नेतृत्व में एसआईटी गठित कर आयुक्त मुरादाबाद, डीएम, एसपी संभल, एसडीएम चंदौसी, सीओ संभल एवं एडवोकेट कमिश्नर टीम के सदस्यों की फसाद में भूमिका की जांच कर रिपोर्ट पेश करने का समादेश जारी करने की मांग की गई थी। साथ ही स्वतंत्र जांच एजेंसी से संभल घटना में राज्य सरकार व प्रशासन की भूमिका की भी जांच कराने की मांग की गई थी। यह याचिका वाराणसी के सामाजिक कार्यकर्ता व पत्रकार आनंद प्रकाश तिवारी ने दाखिल की थी।

याचिका में कहा गया था कि 19 नवंबर 2024 को सिविल जज सीनियर डिवीजन संभल की अदालत में आठ लोगों ने सिविल वाद दायर की और कहा कि जामा मस्जिद मंदिर तोड़कर बनाई गई है। इसका सर्वे कराया जाय। इसी दिन अदालत ने एडवोकेट कमिश्नर नियुक्त कर सर्वे का आदेश जारी कर दिया और सुनवाई की तिथि 29 नवंबर नियत कर सर्वे रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया। प्रशासन ने इसकी जानकारी मस्जिद कमेटी को दी। मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष एवं जिलाधिकारी व पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में 19 नवंबर को रात नौ बजे तक सर्वे पूरा कर लिया गया। सारी कार्यवाही शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ।

23 नवंबर की देर शाम एसएचओ ने मस्जिद कमेटी के चेयरमैन को 24 नवंबर को दोबारा सर्वे करते समय मौजूद रहने की सूचना दी। इस पर कमेटी के अधिवक्ता ने आपत्ति की कि दूसरा सर्वे कराने का कोर्ट का आदेश नहीं है। इसलिए सर्व न किया जाय और विरोध किया। इसके बाद 24 नवंबर को सुबह 7 बजे एसडीएम चंदौसी व सीओ संभल ने मस्जिद कमेटी अध्यक्ष को घर आकर सर्वे की मौखिक सूचना दी और डीएम, एसपी, एसडीएम चंदौसी व भारी पुलिस बल के साथ एडवोकेट कमिश्नर टीम पचास लोगों के साथ आई। लोग धार्मिक नारे लगा रहे थे। दूसरे धर्म के लोगों को उकसा रहे थे। इसी बीच दूसरे संप्रदाय की भीड़ इकट्ठा हो गई। पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। दूसरी तरफ से पथराव शुरू हो गया। पुलिस पर फायरिंग करने का भी आरोप है और कहा गया है कि घटना में पांच लोगों की मौत हो गई। याचिका में घटना के लिए प्रशासनिक षड्यंत्र की आशंका व्यक्त की गई है।-
स्वच्छ कुम्भ, सुरक्षित कुम्भ एवं प्लास्टिक मुक्त कुम्भ हेतु जन जागरूकता रैली का शुभारम्भ

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। महाकुम्भ-2025 के सुरक्षित, स्वच्छ एवं प्लास्टिक मुक्त आयोजन हेतु जागरूकता अभियान के अर्न्तगत माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा के०पी०ग्राउण्ड में आयोजित स्कूटी/बाईक रैली को हरी झण्डी दिखाकर जिलाधिकारी महोदय ने रवाना किया। इस अवसर पर जनपद प्रयागराज के माध्यमिक विद्यालयों के दो हजार से अधिक शिक्षक/शिक्षिकाएं, स्काउट गाइड, बेसिक शिक्षा के शिक्षक/शिक्षिकाएं अपनी-अपनी स्कूटी/बाईक के साथ सम्मिलित हुये। पी०एन० सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक प्रयागराज ने जिलाधिकारी महोदय एवं ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सहित सभी का स्वागत करते हुये कहा कि प्रयागराज में यह विश्व स्तरीय आयोजन हम सब के लिए गौरव का विषय है।

महाकुम्भ-2025 को स्वच्छ, सुरक्षित एवं प्लास्टिक मुक्त बनाये जाने के प्रति कृत संकल्पित है। जिलाधिकारी प्रयागराज के निर्देशन में सम्पूर्ण जनपद में कार्ययोजना के माध्यम से निरंतर जन जागरूकता अभियान का संचालन कराया जा रहा है। कार्यक्रम में जगत तारन गर्ल्स इण्टर कालेज की छात्राओं द्वारा स्वागत गीत एवं समुद्र मन्थन की थीम पर एक लघु नाटिका प्रस्तुत की गयी। रैली को सम्बोधित करते हुये जिलाधिकारी महोदय ने स्वच्छता शपथ दिलाते हुये कहा कि अध्यात्म और अध्यापक एक दूसरे के पूरक है। शिक्षक समाज में आकर मुझे अत्यधिक प्रसन्नता हो रही है। त्रिवेणी तट पर आयोजित महाकुम्भ में शिक्षकों के ज्ञान, अध्यात्म, समर्पण एवं सेवा की भावना इस आयोजन को भव्य दिव्य नव्य, सुरक्षित स्वच्छ एवं प्लास्टिक मुक्त बनाने में अवश्य सफल होगी।

हमारे विद्यार्थी जन-जन को प्लास्टिक मुक्त कुम्भ के प्रति जागरूक करेगें एवं सिंगल यूज प्लास्टिक से होने वाले नुकसान को बताते हुये स्वच्छ कुम्भ की ओर बढ़ रहे है। यह हम सब के लिए प्रेरणा दायी है। कार्यक्रम का संचालन डॉ प्रभाकर त्रिपाठी द्वारा किया गया। एम आर शेरवानी इंटर कॉलेज के कला शिक्षक इरशाद अहमद ने जिलाधिकारी प्रयागराज का एक सुंदर व्यक्ति चित्र  बनाया जिसे कार्यक्रम के दौरान जिला विद्यालय निरीक्षक प्रयागराज द्वारा जिलाधिकारी को उन्हें सप्रेम भेंट किया।

रैली के०पी० ग्राउण्ड से प्रारम्भ होकर मेडिकल चौराहा, हनुमान मन्दिर चौराहा, पत्थर गिरजा चौराहा, एकलव्य चौराहा, ऐ०जी०आफिस चौराहा, चौधरी चुन्नी लाल चौराहा, महाराणा प्रताप चौराहा, हेलीकाप्टर चौराहा, हिन्दू हास्टल चौराहा, इण्डियन प्रेस चौराहा, महर्षि भरद्वाज चौराहा से जगत तारन गर्ल्स इण्टर कालेज होते हुये के०पी० इण्टर कालेज मैदान में समाप्त हुयी। कार्यक्रम में  एल०बी०मौर्य सह जिला विद्यालय निरीक्षक, डॉ०बी०एस०यादव, खेल सचिव बृजेश श्रीवास्तव सहित जनपद के राजकीय / माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्य, शिक्षक/शिक्षिकाओं की गरिमामयी उपस्थिति रही। समापन के अवसर पर जिला विद्यालय निरीक्षक पी०एन० सिंह ने सभी प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुये रैली में उत्साह पूर्वक भाग लेने के लिए सभी की सराहना की।
क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित विवाह घरों पर कब होगी कार्रवाई

विश्वनाथ प्रताप सिंह

शंकरगढ़,प्रयागराज । शंकरगढ़ नगर पंचायत सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी अवैध तरीके से फल फूल रहा है गेस्ट हाउस (विवाह घर) का कारोबार, नक्शा विहीन गेस्ट हाउस ना पार्किंग ना अग्निशमन ना कहीं कोई रजिस्ट्रेशन फिर भी संचालित हो रहे हैं गेस्ट हाउस (विवाह घर),दिन दुगना रात चौगुना बढ़ रहे इन गेस्ट हाउस(विवाह घरों) पर कब पड़ेगी उच्च अधिकारियों की नजर।

हर साल लाखों के राजस्व को लगा रहे चुनाव जिम्मेदार बने मूक दर्शक,निर्धारित साउंड डेसीबल से ज्यादा डीजे की धुन पर रात भर गाना बजाना चलने से स्थानीय लोगों की हो रही भारी परेशानी,शादी समारोह में बढ़ते भीड़ की सुरक्षा के प्रति लापरवाही कभी भी पड़ सकती है भारी,कार्यवाही नहीं होने से कहीं ना कहीं सिस्टम पर खड़ा होता है सवालिया निशान ।
सोमवार को भारतीय किसान यूनियन (भानु) के द्वारा SDM करछना का घेराव किया गया


विश्वनाथ प्रताप सिंह


करछना, प्रयागराज।_साधन सहकारी समिति महुआरी की जमीन पर पार्षद पति अमरीश सिंह (मन्चु)के द्वाराअवैध कब्जा करके जबरन सड़क का निर्माण किया जा रहा है प्रार्थी द्वारा मना करने पर मंचु द्वारा जान से मारने को धमकी दी गई ,जिसकी सूचना प्रार्थी ने उपजिलाधिकारी करछना और थाना औद्योगिक क्षेत्र को 21 नवंबर 2024 को दी गई थी पर आज तक पार्षद पति व उसके गिरोह पर कोई कार्यवाही नहीं की गई व जमीन पर हो रहे अवैध निर्माण को नहीं रोका गया।
तत्पश्चात मजबूर होकर भारतीय किसान यूनियन (भानु) जिलाध्यक्ष पंकज प्रताप सिंह ,प्रदेश संगठन मंत्री राकेश प्रताप सिंह ,प्रदेश सचिव पुष्पराज सिंह,मंडल महामंत्री नागेंद्र प्रताप सिंह ,मंडल मीडिया प्रभारी कृष्णराज सिंह ,जिला संगठन मंत्री गिरिजेश शुक्ला जी,जिला महासचिव संकल्प सिंह (शिब्बू ),जिला महामंत्री राजेश प्रताप सिंह ,सुमन अवस्थी जी,माया यादव जी रूबी बानो जी ,सुमन पांडे जी आलिया पी सहित हजारों महिला - पुरुष कार्यकर्ता पदाधिकारी द्वारा मजबूर होकर SDM करछना का घेराव किया गया जिससे तत्काल प्रभाव से SDM करछना द्वारा लेखपाल को फोन कर कार्य को रोका गया और कार्यवाही का आश्वाशन दिया गया ।
कपारी गांव में सफाई कर्मी के अभाव में फैली गंदगी

विश्वनाथ प्रताप सिंह

शंकरगढ़ प्रयागराज।शंकरगढ़ विकासखंड के कपारी गांव में सफाई कर्मी के अभाव में फैली गंदगी।महीनों से सफाई कर्मी न होने से नालियां हुई चोक, कूड़े का लगा ढेर।

एडीओ पंचायत ने ने कहा कि स्थाई व्यवस्था न होने तक ग्राम सभा के अन्य मजरे में तैनात सफाईकर्मियों से प्रधान करा सकते हैं सफाई।ग्राम प्रधान के मुताबिक कपारी में तैनात सफाई कर्मी का अन्यत्र हुआ ट्रांसफर ,नए सफाई कर्मी के लिए अधिकारियों से की गई है मांग।

कपारी गांव में स्थित प्राइमरी व पूर्व माध्यमिक विद्यालय में सफाई कर्मी के अभाव में बढ़ रही गंदगी।स्कूली बच्चे गंदे टॉयलेट व बाथरूम में जाने को मजबूर।विद्यालय की तरफ से पंचायत विभाग को सफाई कर्मी की नियुक्ति हेतु लिखा गया पत्र |

सभासद सतीश त्रिपाठी ने अधिशासी अधिकारी पर लगाया बड़ा आरोप

विश्वनाथ प्रताप सिंह

शंकरगढ़, प्रयागराज।वार्ड नंबर 9 के सभासद सतीश त्रिपाठी ने अधिशासी अधिकारी पर लगाया बड़ा आरोप।

बिना वर्क आर्डर और टेंडर के बोर करवाने का अधिशासी अधिकारी पर सभासद ने लगाया आरोप।प्रयागराज शंकरगढ़ नगर पंचायत के वार्ड नंबर 9 के सभासद सतीश त्रिपाठी ने भ्रष्टाचारी और तानाशाही अधिशासी अधिकारी के खिलाफ खोला मोर्चा।

नगर पंचायत में चल रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ सभासद ने उप जिला अधिकारी बारा को लिखा पत्र की कार्रवाई।अधिशासी अधिकारी पर योगी सरकार को बदनाम करने का भी सभासद ने लगाया आरोप।

जय जोहार- जय जमुनापार

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज।जोहार' आदिवासी समाज का प्राचीन शब्द है। जोहार का अर्थ है 'प्रकृति' , जो प्रकृति हमें जीवन प्रदान करती है, जो हमारा पालन- और भरण पोषण करती है। वही ब्रह्मांड की सर्वश्रेष्ठ सुपर पावर , हमारे सम्पूर्ण अस्तित्व का एक मात्र स्रोत हमारी अमूल्य प्रकृति।

इसीलिए हमारा आदिवासी समाज प्रकृति पूजक है, और प्रकृति को ईश्वर मानकर जय जोहार का अभिवादन करता है।

प्रकृति के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का इससे बड़ा शब्द, शब्दकोष में और दूसरा नहीं ।

जय जमुनापार का नारा हमारे सीनियर जमुनापार की माटी के लाल डाक्टर भगवत पांडेय जी ने दिया है।

जमुनापार की लोक परंपरा, लोक संस्कृति, जमुनापार की अति प्राचीन सभ्यता व अमूल्य धरोहर को सहेजने व संवारने में 25 वर्षों से निरंतर संघर्ष कर रहे डाक्टर साहब का दृष्टिकोण विल्कुल साफ है। वह कहते जमुनापार में सब कुछ है। बहुत अमूल्य धरोहर और प्रचुर प्राकृतिक संपदा है।

लेकिन वह बहुत दुखी मन से कहते हैं सकल सम्पदा होते हुये यदि कमी है तो इस बात की कि जमुनापार में जनता का कोई सच्चा प्रतिनिधि नहीं है । जो कभी नेता रहा ही नहीं वह नेता बनने का दावा करता रहा। बाहरी लोग , जो जमुनापार की प्राकृतिक संपदा ( बालू- पत्थर) का दोहन कर पूंजीपति बन गये, आज वह भी अपने को जमुनापार का नेता घोषित कर रहे हैं। जमुनापार को कड़े का बजनिया बनाने वाले जब मन किया बजाकर निकल लिये।

लेकिन आगे ऐसा न हो । इस पर विचार हो।

तो आइये - बोलिए - जय जमुनापार।

जमुनापार की माटी जिन्दाबाद।

जमुनापार के जमीनी नेता जिन्दाबाद।

अपने डाक्टर साहब के इस नारे के साथ हमने एक महान अभिवादन और जोड़कर आपसे निवेदन कर रहा हूं ।

आज से -

जय जोहार- जय यमुनापार।

हम सबका, जन जन का यही नारा होगा। यही मिशन , यही कर्मभूमि । एक मात्र लक्ष्य जमुनापार की जय जयकार।

जमुनापार में जमुनापार के लाल

बाकी सारे बहुत बड़े-दलाल ।।

जय जोहार- जय जमुनापार

महाकुंभ को सुरक्षित करने को बनाए जा रहे 56 थाने एवं 156 पुलिस चौकी
प्रयागराज। विश्व के सबसे बड़े सनातन धर्म के आयोजन महाकुंभ को सकुशल संपन्न कराने के लिए तंबुओं की नगरी की सुरक्षा मजबूत करने हेतु कुल 56 थाने एवं 156 पुलिस चौकी बनाए जा रहे हैं। हालांकि इससे पूर्व सुरक्षा की दृष्टि से तैयारी नहीं की गई। केन्द्र की मोदी एवं उप्र की योगी सरकार इससे पूर्व सम्पन्न हो चुके कुंभ मेले से लगभग 40 प्रतिशत की वृद्धि की है। यह जानकारी सोमवार को कुंभ मेला वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने दी।

पूरे मेला क्षेत्र को 25 सर्किल बनाए जाएंगे

उन्होंने बताया कि महाकुंभ मेले को दिव्य एवं भव्यता के साथ सुरक्षित संपन्न कराने के लिए पर्याप्त पुलिस बल मुहैया कराया गया है। योजना के मुताबिक तंबुओं की नगरी को सुरक्षित रखने से उद्देश्य से 56 अस्थायी थाने एवं 156 पुलिस चौकियों का निर्माण हो रहा है। प्रत्येक थाने में 150 से अधिक पुलिस कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी। पूरे मेला क्षेत्र को 25 सर्किल बनाए जाएंगे।

14 जनवरी,29 जनवरी, 3 फरवरी को शाही स्नान

महाकुंभ मेला 13 जनवरी 2025 से 26 फरवरी तक 45 दिन तक चलेगा। 14 जनवरी,29 जनवरी, 3 फरवरी को शाही स्नान होगा। इस मौके पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पहुंचने की संभावना है।सुरक्षा की दृष्टि से शासन ने सुरक्षा के व्यापक प्रबन्ध किए है। इसके अतिरिक्त महाकुंभ मेले को संपन्न कराने के लिए तीन सौ से अधिक वाहन उपलब्ध कराएगा। इस दौरान मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर सरकार कोई चूक नहीं छोड़ना चाह रही है।
महाकुम्भ को ईकोफ्रेंडली स्वरूप दे रहे अन्य प्रदेशों से आए श्रमिक

प्रयागराज। जनवरी से संगम की रेती पर आस्था का महा समागम महाकुम्भ आयोजित होने जा रहा है। इसमें पुण्य का भागीदार बनने के लिए देश विदेश से लाखों लोग प्रयाग की इस पुण्य भूमि में वास करेंगे। इसके लिए यहां बड़ी संख्या में अस्थाई शिविरों का निर्माण हो रहा है। कई राज्यों से कामगार और श्रमिक इसमें अपनी सेवा दे रहे हैं।



यानी महाकुम्भ दूसरे प्रदेश से आए हजारों लोगों के लिए भी रोजगार का माध्यम बन रहा है। यही नहीं, दूसरे प्रदेशों से आए ये श्रमिक यहां इको फ्रेंडली शिविरों के निर्माण में भी अपना योगदान दे रहे हैं।

--ईको फ्रेंडली शिविर निर्माण की लगी होड़उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की मंशा कुम्भ मेला क्षेत्र को पॉलीथीन मुक्त रखने की है। सरकार की इस मंशा को आगे बढ़ा रहे हैं यहां अस्थाई शिविर लगाने वाली संस्थाएं और साधु संत। अपर कुम्भ मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी बताते हैं कि महाकुम्भ क्षेत्र में इस बार 8 हजार से अधिक संस्थाएं बसनी हैं जो पिछले कुम्भ की तुलना में डेढ़ गुना अधिक हैं। इन संस्थाओं में 4500 संस्थाएं ऐसी हैं जो महाकुम्भ में सनातन धर्म के प्रचार प्रसार के लिए अपने शिविर लगाती हैं। इन सभी संस्थाओं ने अपने अपने शिविर निर्माण में इस बार बांस से बने शिविर और प्रवेश द्वार निर्माण को प्राथमिकता दी है।

--त्रिवेणी की रेती पर वास करने की परम्पराशास्त्री पुल के नीचे शिविर का निर्माण करा रहे देवरहा बाबा न्यास मंच के महंत राम दास का कहना है कि महाकुम्भ हो या माघ मेला त्याग और संयम के साथ त्रिवेणी की रेती पर वास करने की परम्परा रही है। इसके लिए कुटिया संस्कृति का भाव बांस से बने शिविरों में ही आता है। इसलिए धार्मिक संस्थाओं में बन रहे शिविरों में ईको फ्रेंडली शिविर बनाने को प्राथमिकता दी जा रही है। अखाड़ा क्षेत्र में श्री पंचायती अखाड़ा महा निर्वाणी में भी 32 कॉटेज बन रहे हैं जो बांस के हैं।

--कई राज्यों से आए कारीगर और श्रमिक कर रहे निर्माणइन शिविरों और प्रवेश द्वार को तैयार करने के लिए देश के पांच से अधिक राज्यों से कारीगर और श्रमिक भी महाकुम्भ आए हैं। बिहार, गुजरात, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश से 25 हजार से अधिक लोग इस समय कार्य में लगे हैं। बिहार के पूर्णिया से आए शिविर बनाने वाले कारीगर शम्भू का कहना है कि बिहार के चार जिलों से सात हजार से अधिक लोग महाकुम्भ में यह काम कर रहे हैं। शिविर की कुटिया, यज्ञशाला और एकांत साधना कक्ष के निर्माण के लिए बांस और सरपट से बनाए जा रहे शिविरों की मांग अधिक है। अखाड़ों में कॉटेज बना रहे रजत निषाद कहते हैं कि 15 दिनों के अंदर उन्हें 32 कुटिया निर्माण करने का काम मिला है।

--श्रमिकों और कामगारों के लिए रोजगार का जरिया बना महाकुम्भइस बार चार हजार हेक्टेयर में महाकुम्भ मेला बसाया जा रहा है। मेला क्षेत्र में 25 सेक्टर बनाए जा रहे हैं और हर सेक्टर में 400 से अधिक संस्थाएं बसाई जा रही हैं। इन संस्थाओं को बसाने में हजारों लोगों को रोजगार मिल रहा है। बाहर के प्रदेशों से आए कामगारों के अलावा स्थानीय स्तर पर भी हजारों लोगों को इससे काम मिला है। स्थानीय स्तर पर दारागंज, हेतापट्टी, मलवा छतनाग, झूंसी में माघ मेला में शिविरों का निर्माण करने वाले कारीगरों की यहां बहुत मांग है। इसके अलावा टेंटेज का काम करने वाले स्थानीय लोगों को भी महाकुम्भ से रोजगार मिल रहा है।
ईमानदारी से कमाया गया धन ही घर में खुशियों का खजाना है : राजेश तिवारी

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज: सत्य एवं न्याय को हृदय में अभिसिंचित कर ईमानदारी से कमाया गया धन ही घर में खुशियों का खजाना है यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने पूजा आॅनार्मेन्ट हाऊस एण्ड बर्तन भण्डार के प्रोपराइटर छेदी लाल सेठ से उनके निज व्यवसायी शॉप बैंक आॅफ बड़ौदा के सामने भारतगंज प्रयागराज में कही।स्पष्ट कराते चले कि जिला मंत्री माँ आदिशक्ति माण्डवी देवी माण्डा खास में दर्शनोंपरान्त वरिष्ठ समाजसेवी पं० लाल जी दुबे से मिलने भारतगंग पधारे हुए थे।

उसी दरमियान प्रोपराइटर श्री सेठ से जिला मंत्री मुलाकात उनके निज शॉप में हुई।वरिष्ठ समाजसेवी पं० लाल जी दुबे से जिला मंत्री के बहुत ही घनिष्ठ पारिवारिक रिश्ते हैं।जिला मंत्री प्रोपराइटर श्री सेठ के कुशल व्यवहार से अति प्रसन्न हुए एवं अपने उद्बोधन में कहा कि सत्य एवं न्याय को हृदय में अभिसिंचित कर ईमानदारी से कमाया गया धन ही घर में खुशियों का खजाना है क्योंकि सत्य एवं न्याय के पथ पर चलकर ईमानदारी से कर्म करने पर ही आत्मसंतुष्टि प्राप्त होती है जो घर में सदा खुशियाँ ही खुशियाँ प्रदान करती है। जिला मंत्री ने यह भी अवगत कराया कि प्रोपराइटर श्री सेठ सत्य एवं न्याय पथिक हैं और पूरी निष्ठा के साथ ईमानदारी से कर्म करते हैं जो एक कुशल व्यवसायी का द्योतक है।जिला मंत्री ने यह भी कहा कि प्रोपराइटर श्री सेठ के यहाँ आभूषण एवं बर्तन एकदम उचित दाम में इनके कुशल व्यवहार में प्राप्त होते हैं जो बाजार के अन्य दुकानों से काफी किफायती दामों में प्राप्त होते हैं।

जिला मंत्री ने क्षेत्रवासियों से अपील की एकबार आपलोग प्रोपराइटर श्री सेठ को आभूषण एवं बर्तन क्रय करने हेतु अवसर प्रदान करें।हमें आशा ही नहीं वरन पूर्णत: विश्वास है कि आपलोगों को मेरी कही गयी बातें सौ फीसदी बिल्कुल सत्य होंगी।जिला मंत्री ने आगे यह भी कहा कि जिस शॉप पर ईश्वर भक्त वरिष्ठ समाजसेवी पं० लाल जी दुबे बैठते हो भला वहाँ कोई अनुचित कैसे हो सकता है।जिला मंत्री ने आगे अपने व्यक्तव्य में यह भी कहा कि सत्य एवं न्याय ही ईश्वर का स्वरुप है, ईमानदारी से कमाया गया धन ही जीवन का अमृतकूप है।इस औपचारिक मुलाकात के समय साहित्यिक एवं आध्यात्मिक परिचर्चा के दौरान शिक्षाविद कमलेश पाण्डेय,शिक्षाविद जोखू लाल पटेल एवं रवि कुमार सहित आस पास बहुत से लोग मौजूद रहे।