18 गरीब परिवारों को मिला आवासीय भूमि का पट्टा, खिले चेहरे
कर्नलगंज गोंडा। प्रशासन की अच्छी पहल ने भूमि हीन 18 परिवारों को आवासीय भूमि मुहैया करवाकर सरकार द्वारा दिये गए नारे "सबका साथ सबका विकास" को साबित कर दिखाया है। प्रकरण जनपद गोंडा के तहसील कर्नलगंज अंतर्गत ग्राम छिटनापुर से जुडा है। यहां सरकारी भूमि गाटा संख्या 805 पर अनुसूचित जन जाति के घुमंतू 18 परिवार झुग्गी झोपड़ी रखकर जीवन यापन कर रहे थे। करीब 8 वर्ष पूर्व कुछ लोगों ने भूमि को अवैध रुप से कब्जा करने की बात कहते हुए भूमि को खाली कराये जाने की मांग की थी। तब से यह कार्य प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ था। भूमि हीन परिवार को सरकारी भूमि से बेदखल करने पर सरकार द्वारा दिया गया नारा "सबका साथ सबका विकास" झूठा साबित हो जाता। तहसीलदार मनीष कुमार व नायब तहसीलदार जयशंकर सिंह व संतोष यादव ने मामले से एसडीएम व डीएम को अवगत कराया। मंगलवार को जिलाधिकारी नेहा शर्मा व उपजिलाधिकारी भारत भार्गव के निर्देश पर तहसीलदार व नायब तहसीलदार ने राजस्व कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचकर विवादित भूमि को खाली कराते हुए समस्त परिवारों को आवासीय भूखंड उपलब्ध करवा दिया है। अब सरकारी भूमि पर अवैध कब्जेदार बताते हुए कोई उसे खाली नही करवाएगा।
गाटा संख्या 459 में मिला आवासीय पट्टा
8 वर्षो से गाटा संख्या 805 को खाली कराने की मांग पूरी करके प्रशासन ने विवाद को समाप्त कर दिया। और उन 18 परिवारों को गाटा संख्या 459 में आवासीय भूखंड उपलब्ध कराकर उन्हें वैध रुप से बसा दिया है। तहसीलदार मनीष कुमार, नायब तहसीलदार जयशंकर सिंह व संतोष यादव की देखरेख में आर आई जटाशंकर शुक्ल व क्षेत्रीय लेखपाल शालिनी सोनी ने 18 परिवारों को आवासीय भूखंड का चिन्हांकन कर उन्हें कब्जा दिला दिया है। प्रशासनिक अधिकारियों की यह पहल न केवल प्रशासन की संवेदनशीलता को दर्शाती है, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव का संदेश भी देती है।प्रशासन द्वारा भूमि हीन 18 परिवारों को ऐसे स्थान पर आवाशीय भूमि उपलब्ध कराया है। जहां लगभग सारी सुविधाएं मौजूद हैं। भूमि के 200 मीटर की परिधि में प्राथमिक विद्यालय, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सुलभ शौचालय आदि आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं। इन सुविधाओं से न केवल इन परिवारों का जीवन स्तर सुधरेगा, बल्कि बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य संबंधी जरूरतें भी पूरी होगी।
आवासीय भूखंड पाकर खुशहाल दिखे सभी परिवार के लोग
आवासीय भूखंड पाकर भूमिहीन अनुसूचित जन जाति के समस्त परिवारों में दीपावली त्यौहार जैसी खुशी दिखाई दे रही है। इन परिवारों के सरेफन, अनवर अली, पुष्पा, मिंटू, आरती सहित सभी लाभार्थियों ने शासन प्रशासन का आभार जताया है। पीड़ितों ने बताया कि कई वर्षों से वह इस समस्या से जूझ रहे थे। प्रशासन ने उन्हें अपने सपनों का घर बनाने का रास्ता साफ कर दिया है।
ठंड से बचाव के लिए वितरित किया त्रिपाल व कंबलइन परिवारों की समस्या को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों ने इस ठंड से बचने के लिए त्रिपाल व कंबल मंगवाकर वितरित किया। गरीबों के साथ यह मानवीय व्यवहार प्रशासन व शासन की संवेदनशीलता को उजागर करते हुए जनता के विश्वास को मजबूत किया है।
Dec 03 2024, 19:50