जीवन को प्रत्येक पायदान पर गति दे रहे कम्प्यूटर, साई कॉलेज में मनाया गया विश्व कम्प्यूटर साक्षरता दिवस
अम्बिकापुर- कम्प्यूटर मशीन होने के साथ मानवता का सहयोगी बन चुका है। जीवन के प्रत्येक पायदान पर कम्प्यूटर हमारे साथ है। यह बातें विश्व कम्प्यूटर साक्षरता दिवस पर आयोजित व्याख्यान के दौरान मुख्य वक्ता संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय के कम्प्यूटर विभाग के अध्यक्ष एस.एस पी. टोंडे ने कही।
उन्होंने कहा कि कम्प्यूटर का आकार जिस तेजी से छोटा होता जा रहा है, उसी तेजी के साथ उसके काम में गति आती गयी है। कम्प्यूटर की लगातार काम करने की क्षमता, गणनाओं में तीव्रता, एक साथ कई काम गति के साथ करना, तथ्यों को डिजीटली सहेज कर रखना अब पहचान बन चुकी है। टेक्नालॉजी के साथ कम्प्यूटर प्रत्येक क्षेत्र में पहुंच चुका है। पहले यह मशीन के रूप में उपयोग होता था लेकिन अब कम्प्यूटर रक्षा, अनुसंधान, विज्ञान, कला, फिल्म, साहित्य, चिकित्सा की दुनिया में हम साथ-साथ हैं बन चुका है। चमत्कारिक रोबोट लगातार एआई (कृत्रिम बुद्धि) को गति दे रहे हैं। लगता तो ऐसा है कि अब मशीने मनुष्य को हराने वाली हैं।
प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने विद्यार्थियों को कम्प्यूटर से कम्प्यूट्रेसी और सिटीजन से नेटीजन बनने का आह्वान किया।
इससे पहले एच.एस.पी टोंडे, प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव, कम्प्यूटर एंड आईटी विभाग के अध्यक्ष डॉ. विवेक कुमार गुप्ता ने महाविद्यालय प्रांगण में कम्प्यूटर एंड आईटी विभाग के तत्वावधान में आयोजित कम्प्यूटर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कम्प्यूटर के इतिहास और उसके विकास पर आधारित मॉडल प्रदर्शनी में जहां रोबोट सभी का स्वागत कर रहा था तो चिकित्सा के क्षेत्र में डॉक्टरों को सहयोग कर रहा था। घर, परिवार, एटीएम प्रत्येक जगह कम्प्यूटर अपनी दक्षता के साथ जीवन को गति दे रहा है। मॉडल प्रदर्शनी में हैंड गैस्चर, एटीएम सुरक्षा, हाउस अलर्ट, आईडी आईडेंटीफिकेशन, फेश डिटेक्शन, सेंसर ग्लास, फॉर्मिंग, फायर अलार्म, रोबोट, ऑब्सटेक्ल, रेल दुर्घटना से पूर्व सूचना, चैट बोट, हॉस्पिटल मैनेजमेंट आदि मॉडल दिखाये गया। प्रदर्शनी के मॉडलों में प्रथम स्थान हैंड गैस्चर, रेल दुर्घटना की पूर्व सूचना देने वाला, द्वितीय स्थान आई आडेंटीफिकेशन, फायर अलार्म, तृतीय स्थान फेस डिटेक्शन, रोबोट और हास्पिटल मैनेजमेंट को दिया गया। कार्यक्रम के दौरान सहायक प्राध्यापक नीतू सिंह, सोनाली गोस्वामी, दीपा तिवारी, सुमन मिंज आदि ने सहयोग किया। महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।
Dec 03 2024, 16:42