सुप्रसिद्ध संगठन विश्व जनचेतना ट्रस्ट भारत का छठवॉं वार्षिकोत्सव मनाया गया

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। प्रयागराज संगम की पावन नगरी में साहित्यिक क्षेत्र में सुप्रसिद्ध संगठन विश्व जनचेतना ट्रस्ट भारत का छठवॉं वार्षिकोत्सव मनाया गया । साहित्यिक सांस्कृतिक सामाजिक संगठन विश्व जनचेतना ट्रस्ट भारत का प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी छठवॉं वार्षिकोत्सव/ सम्मान समारोह एवं अखिल भारतीय काव्य सम्मेलन का कार्यक्रम लोकमान्य तिलक लोक सेवा ट्रस्ट, अलोपीबाग, प्रयागराज में भव्य तरीके से आयोजित हुआ।

मुख्य अतिथि के रूप में नगर महापौर श्री गणेश केसरवानी जी कार्यक्रम में उपस्थित हुए और उन्होंने प्रयागराज के पदाधिकारीयों को सम्मानित किया। साहित्य सेवा कर रहे साहित्य साधकों की प्रसंशा की एवं विश्व जनचेतना ट्रस्ट भारत को भविष्य में प्रयागराज की धरती पर हिंदी भवन बनाने की बात कही।

वेद पाठी अंतरिक्ष पांडेय द्वारा गणेश पूजन मां सरस्वती एवं लक्ष्मी पूजन और दीप प्रज्ज्वलन वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ एवं मंच पर सरस्वती पूजन, सरस्वती वंदना, स्वागत गीत तथा बिहार इकाई के अध्यक्ष पं• सुमित शर्मा 'पीयूष' द्वारा जन चेतना एंथम से कार्यक्रम की क्रमबद्धता गीतमय हो गयी।भव्य शुरूआत के तत्पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम के रूप में तीन छात्राओं (शगुन तिवारी, पारूल मिश्रा,आरोही श्रीवास्तव) ने अपनी नृत्य प्रस्तुतियां दी ।

संस्था के सचिव राजेश मिश्र प्रयास जी ने बताया कि विश्व जनचेतना ट्रस्ट भारत सामाजिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्र में भी कार्यरत है जिसके तहत कार्यक्रम में बहुत से कलाकारों को माननीय महापौर एवं अन्य पदाधिकारियों द्वारा "भारत गौरव सम्मान" से विभूषित किया गया।

संस्था द्वारा प्रतिवर्ष की भांति अच्छे कार्य कर रहे लोगों को "मधुस्मृति सम्मान" बुद्धिराम बडोला जी स्मृति सम्मान" , "डॉ• अवनीश गुप्ता स्मृति सम्मान 2024 दिया गया। सम्मान समारोह की श्रृंखला में इस वर्ष शिक्षकों एवं पत्रकारों को भी सम्मानित करने का क्रम बना, जिसमें समाचार पत्रों के प्रतिष्ठित पत्रकारों को मार्तण्डेय सम्मान 2024 से सम्मानित किया गया। कुछ चयनित शिक्षकों को संस्थापक दिलीप कुमार पाठक, अध्यक्ष सन्तोष कुमार प्रीत जी, राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ• शरद श्रीवास्तव "शरद" एवं अन्य पदाधिकारी द्वारा गुरु द्रोण सम्मान 2024 से सम्मानित किया गया।

जिला संयोजक साकिब सिद्दीकी'बादल 'ने बताया कि उक्त कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथियों के रूप में रिटायर्ड आर्मी सूबेदार मेजर श्री राजेश पांडेय , प्रेम चन्द्र पाण्डेय, डॉ• सुरेश कुमार मिश्रा , छत्तीसगढ़ से आए धनराज साहू व अरुणा साहू, बनारस की धरती से आए: कंचन सिंह परिहार , डॉ• प्रवीन कुमार शुक्ल, डॉ• शरद श्रीवास्तव, बहुत से अन्य लोग अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। बनारस एवं पास के जिले भदोही से अमर शहीद झूरी सिंह के परपोते डॉ• रामेश्वर सिंह एवं भदोही की प्रतिमा शर्मा "प्रतिमा पुष्प एवं डॉ• सन्तोष कुमार सिंह 'सजल' जी को भी सम्मानित किया गया। रीवा के बघेली कवि भूपधर अलबेला जी ने बघेली कविताए और रसीले मुक्तक सुनाकर अखिल भारतीय काव्य सम्मेलन की शुरूआत की।

संस्था के अध्यक्ष सन्तोष कुमार प्रीत , संरक्षक कौशल कुमार पाण्डेय 'आस' जी, संस्थापक दिलीप कुमार पाठक एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ• राहुल शुक्ल साहिल जी द्वारा कार्यक्रम में नव नियुक्त पदाधिकारी को नियुक्ति पत्र व पद ग्रहण शपथपत्र प्रदान किया गया। राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ• शरद श्रीवास्तव 'शरद', जिला प्रयागराज सचिव संध्या कनौजिया और मध्य प्रदेश ईकाई अध्यक्ष नीतेन्द्र सिंह परमार 'भारत' द्वारा कार्यक्रम का अविस्मरणीय एवं बेहतरीन संचालन किया गया।

अखिल भारतीय काव्य सम्मेलन के तहत देश के कई कोने से आए हुए कवियों द्वारा काव्य पाठ भी किया गया । 60 से अधिक कवियों के काव्य पाठ हुए जिसमें मुख्य रूप से डबरा ग्वालियर से आए हुए श्री बृजमोह श्रीवास्तव साथी जी, निशा श्रीवास्तव जी, बनारस से आए हुए महेंद्र अलंकार जी कुमार महेंद्र जी, दीपक अस्थाना जी, आनन्द मासूम जी इन सबने अपनी कविताओं के माध्यम से काव्य सम्मेलन को मनोरंजक बना दिया ।

काव्यरथी सम्मान 2024

पं• सुमित शर्मा 'पीयूष', पटना, ओम प्रकाश फुलारा "प्रफुल्ल",

दीप चंद्र पाण्डेय, तीर्थदेव शर्मा 'सरल', मुनीन्द्र श्रीवास्तव (फुतीर्ला बनारसी), महेंद्र अलंकार...इत्यादि को दिया गया।

गुरू द्रोण सम्मान 2024

डॉ• प्रवीन कुमार शुक्ल

कान्ति प्रभा शुक्ला

मधु मिश्रा...... इत्यादि को प्रदान किया गया।

"मधुस्मृति" जनचेतना गौरव श्री सम्मान 2024"

दिनेश अवस्थी, दीपचंद पांडेय जी, कौशल कुमार पाण्डेय 'आस', कंचन सिंह परिहार .... इत्यादि को दिया गया।

"भारत गौरव सम्मान 2024" साकिब सिद्दीकी'बादल 'डॉ• रामेश्वर सिंह, जूली बृज, पूनम तिवारी, अनु विश्वकर्मा इत्यादि को दिया गया।

श्री बुद्धि राम जी बडोला स्मृति सम्मान 2024, डॉ• आलोक कुमार यादव जी को दिया गया।

डॉ• अवनीश गुप्ता स्मृति सम्मान 2024

श्रीमती साधना गुप्ता जी द्वारा रामपुर की मेधावी छात्रा अंजलि वर्मा को दिया गया।

वाराणसी से नवभारत निर्माण समिति के सचिव श्री बृजेश सिंह जी को "जनचेतना रत्न सम्मान 2024" से सम्मानित किया गया।

हिंदुस्तानी एकेडमी प्रयागराज के कोषाध्यक्ष श्री दुर्गेश कुमार सिंह जी को "जनचेतना गौरव सम्मान- 2024" से सम्मानित किया गया।

प्रयागराज इकाई के डॉ• राहुल शुक्ल 'साहिल', साकिब सिद्दीकी 'बादल' संध्या कनौजिया 'श्रीजी', अनु विश्वकर्मा, पूनम तिवारी, कांति प्रभा शुक्ला, सरजीत गौतम, दीप किशन कनौजिया,रवि विश्वकर्मा,राजेंद्र प्रसाद पांडेय इत्यादि लोग उपस्थित

तीन महामंडलेश्वर की अगुवाई में किन्नर अखाड़े का हुआ भूमि पूजन

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। महाकुंभ 2025 की तैयारियों के तहत सेक्टर 16 में किन्नर अखाड़े ने भूमि पूजन समारोह आयोजित किया। इस भूमि पूजन का आयोजन किन्नर अखाड़े के तीन महामंडलेश्वरों की अगुवाई में किया गया। भूमि पूजन वैदिक मंत्रों के बीच संपन्न हुआ, जिसमें महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरी, महामंडलेश्वर पवित्रा नंद गिरी, और महामंडलेश्वर कल्याणी नंद गिरी उपस्थित रहे।

इस अवसर पर सैकड़ों किन्नरों ने भी भूमि पूजन में भाग लिया। महामंडलेश्वर पवित्रा नंद गिरी ने इस अवसर पर बताया कि महाकुंभ 2025 में किन्नर अखाड़े द्वारा कई नई योजनाओं को लागू किया जाएगा, जो 2019 के कुंभ से काफी अलग होंगे। उन्होंने कहा कि किन्नरों के उत्थान के लिए विशेष कार्य योजनाएं बनाई जा रही हैं, जिन्हें जल्द ही अमलीजामा पहनाया जाएगा।

महामंडलेश्वर पवित्रा नंद गिरी ने यह भी जानकारी दी कि महाकुंभ के दौरान देश-विदेश से किन्नर समाज के कई लोग इसमें भाग लेंगे, और 25 किन्नर संतों को पट्टाभिषेक भी किया जाएगा। इस भूमि पूजन समारोह के माध्यम से किन्नर समाज की प्रमुखता को उजागर किया गया, और यह महाकुंभ के दौरान उनकी सक्रिय भागीदारी का संकेत है।

इलाहाबाद विवि को ऐसा बनाएं कि अमेरिका से भी विद्यार्थी पढ़ने आएं: कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) के कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव के चार वर्षों के सफल कार्यकाल के उपलक्ष्य में शुक्रवार को 'कालाकल्प' कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के अध्यक्षों, शिक्षकों और विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।

कार्यक्रम का प्रारंभ संगीत विभाग के विद्यार्थियों द्वारा कुलगीत प्रस्तुत करने से हुआ, जिसके बाद कुलसचिव प्रो. आशीष खरे और अन्य विभागाध्यक्षों ने पुष्पगुच्छ देकर कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव का स्वागत किया। इस मौके पर प्रो. श्रीवास्तव ने अपने कार्यकाल के अनुभव साझा करते हुए कहा, "मेरा सपना है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय को इस प्रकार विकसित किया जाए कि अमेरिका से भी विद्यार्थी यहां पढ़ने आएं।"

उन्होंने यह भी बताया कि विश्वविद्यालय के पुनर्निर्माण में स्थानीय प्रशासन और विश्वविद्यालय के अधिकारियों का भरपूर सहयोग मिला। विश्वविद्यालय में नियुक्तियों के दौरान 60 मामलों को जीतकर नियुक्तियां पूरी की गईं, जिससे विश्वविद्यालय को फिर से संजीवनी मिली। प्रो. श्रीवास्तव ने विश्वविद्यालय में किसी भी प्रकार की हिंसा को बर्दाश्त नहीं करने की बात भी कही।

कार्यक्रम में विद्यार्थी कल्याण के अधिष्ठाता प्रो. हर्ष कुमार ने स्वागत भाषण दिया और बताया कि प्रो. श्रीवास्तव के नेतृत्व में विश्वविद्यालय ने एक नई दिशा पकड़ी है। उन्होंने कहा कि प्रो. श्रीवास्तव ने सूझ-बूझ से विश्वविद्यालय को गर्त से बाहर निकाला और उसका गौरव पुन: लौटाया।

कार्यक्रम में संगीत विभाग के विद्यार्थियों ने लोकगीत पर नृत्य प्रस्तुति दी। इसके बाद विभिन्न विभागों के शिक्षकों ने अपने-अपने विचार साझा किए। कला संकाय की डीन प्रो. अनामिका राय ने कुलपति के कार्यकाल में हुए परिवर्तनों पर प्रकाश डाला, जबकि पत्रकारिता विभाग के शिक्षक डा. शिव गोपाल ने अपनी कविता ह्यह्यधन्य हो धन्य हो तुमको मातेश्वरीह्णह्ण से समां बांध दिया।

एफआरसी के निदेशक प्रो. आशीष सक्सेना ने भी प्रो. श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में विश्वविद्यालय के चहुंमुखी विकास पर चर्चा की। कार्यक्रम में कुलपति के कार्यकाल में हुए बदलावों की सराहना करते हुए कई शिक्षकों ने गीत और भाषण प्रस्तुत किए।

कार्यक्रम का समापन गांधी विचार और शांति अध्ययन संस्थान के समन्वयक डा. अविनाश श्रीवास्तव द्वारा धन्यवाद ज्ञापित करने के साथ हुआ। मंच संचालन प्रो. जया कपूर और डा. सोनाली शंकर ने किया।

महाकुंभ के लिए अधिकारियों की टीम ग्राउंड जीरो पर उतारी गई

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। महाकुंभ-2025 के भव्य आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों की टीम को विशेष जिम्मेदारियाँ सौंपी गई हैं। जिलाधिकारी प्रयागराज के आदेशानुसार, अधिकारियों को मेला क्षेत्र, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन और होल्डिंग एरिया सहित शहर के विभिन्न प्रमुख स्थलों पर व्यवस्था और सुरक्षा का प्रभार सौंपा गया है।

अधिकारियों को दी गई जिम्मेदारी

जिलाधिकारी कार्यालय द्वारा जारी आदेश में मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार को महाकुंभ-2025 के कार्यों की देखरेख का जिम्मा सौंपा गया है। जबकि अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) विनय कुमार सिंह को झूसी और आस-पास के क्षेत्र के प्रबंधन की जिम्मेदारी दी गई है। अपर जिलाधिकारी (भूलेख) कुँवर पंकज को नैनी और उसके आस-पास का क्षेत्र देखना है, जबकि प्रदीप कुमार को फाफामऊ और इसके आसपास के क्षेत्र की जिम्मेदारी दी गई है।

महत्वपूर्ण क्षेत्रों की देखरेख

अपर जिलाधिकारी (नगर) मदन कुमार को नगर क्षेत्र की देखरेख और अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) पूजा मिश्रा को आईसीसीसी (प्रयागराज मेला प्राधिकरण) में कंट्रोल रूम का प्रभार सौंपा गया है। ये अधिकारी सुनिश्चित करेंगे कि महाकुंभ के आयोजन के दौरान सभी सुविधाएं और व्यवस्थाएँ समय पर पूरी हों।

रेलवे स्टेशन और होल्डिंग एरिया की व्यवस्था

महाकुंभ के प्रमुख स्नान पर्व के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ को संभालने के लिए रेलवे स्टेशनों पर नोडल और सहायक नोडल अधिकारियों की तैनाती की गई है। पीडीए वीसी अमित पाल शर्मा को प्रयागराज जंक्शन का नोडल अधिकारी बनाया गया है, जबकि अन्य प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर भी नोडल अधिकारियों की तैनाती की गई है।

इसके अलावा, होल्डिंग एरिया की व्यवस्था के लिए भी अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की गई है, जिससे महाकुंभ के दौरान कोई भी अप्रिय घटना न हो और श्रद्धालुओं को सुविधाजनक व्यवस्था मिल सके।

प्रयागराज को फूलों की खुशबू से महकाने की तैयारी, अयोध्या और काशी के फूलों से महकेगा प्रयागराज

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। महाकुंभ 2025 के आगमन से पहले प्रयागराज को श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए पूरी तरह से तैयार किया जा रहा है। इस बार महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं का स्वागत करने के लिए प्रदेश सरकार ने एक अनूठी पहल की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर, प्रयागराज को फूलों की खुशबू से महकाने की योजना बनाई गई है।

07 करोड़ 55 लाख 18 हजार रुपये की लागत से पूरे शहर को सुगंधित किया जाएगा। इस अभियान के तहत 26225 गमलों में मौसमी फूल लगाए जाएंगे और बड़े पैमाने पर फ्लावर बेड्स तैयार किए जाएंगे। मेला क्षेत्र के साथ-साथ गंगा किनारे भी विशेष सजावटी पौधे लगाए जा रहे हैं, ताकि श्रद्धालुओं को एक अद्भुत अनुभव हो।

महाकुंभ में सफाई और सजावट पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, और इसके लिए फूलों की वाटिकाओं और रंग-बिरंगे पौधों को क्यारियों और गमलों में सजाने का काम तेजी से चल रहा है। मेला क्षेत्र में हर जगह रंग-बिरंगे फूलों की महक और सुंदरता का दृश्य देखने को मिलेगा

प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारियों के तहत अयोध्या और काशी की नर्सरियों से बड़े पैमाने पर फूलों और सजावटी पौधों का आॅर्डर दिया गया है। ये फूल शहर के प्रमुख स्थलों, पार्कों, चौराहों, सड़कों, एयरपोर्ट, और हाईकोर्ट की सजावट में इस्तेमाल किए जाएंगे। इसके अलावा, महाकुंभ में आने वाले सैलानियों के आकर्षण के लिए प्रयागराज की गली-गली में फूलों के गमले रखे जाएंगे।

इस बार महाकुंभ के लिए खासतौर पर गुलाब, डहेलिया, जूही, मेरीगोल्ड, कामिनी, चांदनी, गुलदावरी, नेरियम, और गेंदा के विभिन्न किस्मों की मांग है। साथ ही, सजावटी पौधों में एरिका पॉम, स्पाइंडल लिली, पीस लिली, बम्बू, और धन लक्ष्मी जैसे पौधे शामिल हैं।

इस बार महाकुंभ का अनुभव न केवल आस्था का होगा, बल्कि यहां की फूलों और पौधों से सजी सड़कों और चौराहों में एक नया सौंदर्य भी देखने को मिलेगा।

इलाहाबाद विवि से मिली मानद उपाधि को कुमार विश्वास ने हिंदी प्रेमियों को की समर्पित

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। देश के प्रख्यात कवि डॉ. कुमार विश्वास ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से मिली मानद उपाधि को हिंदी प्रेमियों को समर्पित किया है। इस उपाधि की घोषणा के बाद डॉ. विश्वास ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर एक पोस्ट लिखकर अपने विचार साझा किए। उन्होंने लिखा कि यह सम्मान केवल उनके लिए नहीं है, बल्कि यह हर काव्य और हिंदी प्रेमी का सम्मान है, जिनकी आवाजों में "कोई दीवाना कहता है" गुनगुनाते हुए हिंदी को सार्थकता दी है।

डॉ. विश्वास ने यह भी कहा कि यह सम्मान एक समग्र योग से ही सृजित हुआ है, और उन्होंने इसे अपनी मेहनत और साहित्य प्रेमियों के प्रति सम्मान का प्रतीक मानते हुए कहा कि यह सम्मान पूरी हिंदी जगत को समर्पित है।

प्रयागराज में शीघ्र शुरू होगा अंतरराष्ट्रीय स्तर का शूटिंग रेंज

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। अब शहर में शूटिंग का प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधा उपलब्ध होगी। छावनी क्षेत्र के कैंट हाईस्कूल में निमार्णाधीन शूटिंग रेंज का 95 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। यह रेंज प्रशिक्षुओं को उच्चतम स्तर की सुविधाएं प्रदान करेगी और यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जा सकेंगी।

छावनी परिषद द्वारा 22 लाख की लागत से बन रहे इस शूटिंग रेंज में 10 मीटर पिस्टल और राइफल से शूटिंग का अभ्यास किया जा सकेगा। रेंज की खासियत यह है कि इसमें शूटिंग के दौरान ईयर मफ की आवश्यकता नहीं होगी, जो इसे और भी विशेष बनाता है।

छावनी परिषद के मुख्य अधिशासी अधिकारी मोहम्मद समीर इस्लाम ने बताया कि यह शूटिंग रेंज नई दिल्ली के करनी सिंह शूटिंग रेंज जैसी सुविधाओं से लैस होगी। प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण देने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर के शूटर या कम से कम राष्ट्रीय स्तर के पदक विजेता प्रशिक्षक नियुक्त किए जाएंगे। यह रेंज जल्द ही शहर के युवाओं को शूटिंग में अपनी प्रतिभा निखारने का अवसर प्रदान करेगा।

सत्य ही जगत में ऐसा साथी है जो कभी भी अपने राही को समाज में गिरने नहीं देता : राजेश तिवारी

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज । सत्य ही जगत में ऐसा साथी है जो कभी भी अपने राही को समाज में गिरने नहीं देता यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने अपने प्रिय सम्वर्गीय अनुज सहायक बोरिंग टेक्नीशियन होलागढ़ अजय कुमार सिंह पटेल से उनके शुभ विवाह के अवसर पर उनके निज निवास मोहम्मदपुर(बारी भीट) सैदाबाद प्रयागराज में कही। गौरतलब हो जिला मंत्री अपने सम्वर्गीय साथी सहायक बोरिंग टेक्नीशियन होलागढ़ प्रयागराज श्री पटेल के वैवाहिक कार्यक्रम में शिरकत करने मोहम्मदपुर(बारी भीट) पधारे हुए थे।

जिला मंत्री अपने सम्वर्गीय साथियों के बीच हमेशा ही पारिवारिक रिश्ते बनाए रखते हैं और सभी के सुख दु:ख में अवश्य ही पहुँचते हैं।जिला मंत्री के मुताबिक अपने निज परिवार के भाँति ही हमारा सम्वर्ग भी परिवार ही हैं क्योंकि सम्वर्ग से ही संगठन एवं संगठन से ही हमारी पहचान है।जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि सत्य ही जगत में ऐसा साथी है जो कभी भी अपने राही को समाज में गिरने नहीं देता।मनुष्य का जन्म ही हमें सत्य से आत्मसाथ करने हेतु मिला है क्योंकि जगत के अन्य प्राणी सत्य के बारे में कुछ भी नहीं जानते।जिला मंत्री ने आगे अपने व्यक्तव्य में यह भी कहा कि सत्य ही ऐसा साथी है जो हर समय साथ खड़ा रहता है,न्याय का उपहार दे अपने राही को समाज में बड़ा करता है।

इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ समाजसेवी पं० शेषमणि शुक्ला ने कहा कि जिला मंत्री द्वारा मानव के मूल कर्तव्यों एवं दायित्वों को बहुत ही सुन्दर एवं सत्यमय वाणी में वर्णित किया है।वास्तव में हम मानव समाज को मनुष्य का तन इसीलिए प्राप्त हुआ है कि वह सत्य को जान सके और अपने आत्मा में इसे पिरोकर अपने मानव जीवन को सफल कर सके।इस मांगलिक अवसर पर साहित्यिक एवं आध्यात्मिक वार्ता के दौरान अजय कुमार सिंह पटेल सहायक बोरिंग टेक्नीशियन के पिता भगौती प्रसाद पटेल, हिन्दू महासभा महामंत्री राकेश तिवारी,वरिष्ठ समाजसेवी वीरेन्द्र कुमार दुबे,नितिन तिवारी सहित सहायक बोरिंग टेक्नीशियन श्री पटेल के परिवारी जन एवं सगे सम्बन्धी उपस्थित रहे।

उप शिक्षा निदेशक माध्यमिक-3 का प्रभार वरिष्ठ शिक्षाधिकारी राजेंद्र प्रताप को

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। शासन ने उप शिक्षा निदेशक सेवाएं -1 शिक्षा निदेशालय उप्र राजेंद्र प्रताप को अतिरिक्त प्रभार उप शिक्षा निदेशक माध्यमिक -3 का अतिरिक्त प्रभार आज सौंपा है। चंदौली निवासी वरिष्ठ शिक्षाधिकारी राजेंद्र प्रताप बीएससी एजी यूबी कालेज वाराणसी, एमएससी कुल भास्कर आश्रम पीजी कॉलेज प्रयागराज से किया है।

1995 बैच के वरिष्ठ शिक्षाधिकारी हैं। जो सरल स्वभाव , ईमानदार छवि और लोगों की मदद करते हैं। वरिष्ठ शिक्षाधिकारी राजेंद्र प्रताप कई जिलों में बीएसए, एडी बेसिक, प्रयागराज सहित अन्य जिलों में डीआईओएस, राज्य शिक्षा संस्थान एलनगंज प्रयागराज के प्राचार्य, उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) में अपर सचिव प्रशासन सहित अन्य पदों पर कुशलतापूर्वक कार्य किया है। वरिष्ठ शिक्षाधिकारी राजेंद्र प्रताप वर्तमान में उप शिक्षा निदेशक सेवाएं -1 के साथ प्रभारी प्राचार्य डायट प्रयागराज और उप शिक्षा निदेशक माध्यमिक तीन का अतिरिक्त प्रभार है।

*साहिब श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाशोत्सव धूमधाम से मना*

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज- नैनी गुरुद्वारा प्रांगण में साहिब श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाश उत्सव बड़ी आस्था विश्वास के साथ मनाया जा रहा है। प्रातः काल से ही खुले दीवान हॉल में गुरु का प्रकाश उत्सव मे पंथ के प्रसिद्ध रागी जत्थो द्वारा शब्द कीर्तन,कथा ,गुरु इतिहास उच्चारित कर संगतो से गुरु के आदर्शों पर चलने का आग्रह करेंगे अरदास,हुकमनामा के उपरांत गुरु का अटूट लंगर वितरित होगा।

सरदार पतविंदर सिंह ने सभी से आग्रह किया है कि सर्वधर्म के लोग नैनी गुरुद्वारा पहुंचकर गुरु की वाणी सुनकर अपने जीवन सफल करें व गुरु का अटूट लंगर छक्के।