नालंदा में किशोरी के साथ गैंग रेप, एक आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

डेस्क : नालंदा से एक हैवानियत वाली खबर सामने आई जहां तेल्हाड़ा थाना क्षेत्र के एक गांव एक किशोरी के साथ गैंग रेप की घटना को अंजाम दिया गया है। वहीं इस घटना में पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि दूसरा फरार है। यह दोनों आरोपी भी नाबालिग है। फिलहाल पीड़िता को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। 

घटना को लेकर हिलसा डीएसपी टू गोपाल कृष्ण ने बताया कि पीड़िता रात में घर के बगल में बने झोपड़ी को साफ कर रही थी। इसी दौरान दो मनचले वहां पहुंच गए और उसे पकड़ लिया। उसके बाद दोनों ने मुंह बंद कर बारी बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया। जब काफी देर बीत जाने के बाद जब किशोरी नहीं लौटी तो परिजन खोजबीन करने निकले। झोपड़ी में गए तो पाया कि वह बेहोश जमीन पर पड़ी हुई थी। परिवार वालों के आने के बाद उसने आपबीती बताई। जिसके बाद घरवालों ने पुलिस को सूचना दी।

वहीं सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक भरत सोनी ने घटनास्थल का निरीक्षण कर पीड़िता के फर्दब्यान के आधार पर तेल्हाड़ा थाना में पॉक्सो एक्ट दर्ज किया गया। दोनों अभियुक्तों की पहचान कर ली गई है, जिनमें से एक अभियुक्त को गिरफ्तार भी किया गया है जबकि दूसरे आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। 

उन्होंने कहा कि जल्द ही दूसरे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। स्वस्थ होने पर पीड़िता से घटना को लेकर पूरी जानकारी ली जाएगी। इसके लिए महिला अधिकारी को तैनात कर दिया गया है। दोनो आरोपी आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। पूर्व में भी एक विद्यालय के प्राचार्य पर फायरिंग की वारदात को अंजाम दे चुके हैं।

सरकारी स्कूलों में फिर शुरू होंगे विज्ञान और गणित के ओलंपियाड : एसीएस

डेस्क : बिहार के सरकारी विद्यालयों में विज्ञान और गणित के ओलंपियाड फिर शुरू होंगे। चौथी कक्षा से दसवीं तक के बच्चों के लिए इसे शुरू करने की योजना है। यह जानकारी शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने दी है। वे शिक्षा की बात, हर शनिवार के पांचवें एपिसोड में शिक्षकों और बच्चों के सवालों के जवाब दे रहे थे।

डॉ. सिद्धार्थ ने कहा कि इसके लिए ऑनलाइन परीक्षा होगी। आगे इसे अन्य विषयों के लिए विस्तारित किया जाएगा। इसके अलावा अन्य प्रतियोगी मेधा इवेंट पर भी सरकार विचार कर रही है ताकि विद्यालयों में रचनात्मकता बढ़े।

एक सवाल के जवाब में अपर मुख्य सचिव ने बताया कि शनिवार को बगैर यूनिफार्म दिवस माना जा सकता है। प्रधानाध्यापक इसे विद्यालयों में तय करेंगे। यह मुख्यालय के स्तर पर तय नहीं किया जाएगा। इसका प्रावधान इसलिए किया गया है कि यूनिफार्म को साफ करने का पूरा समय मिल सके। दो दिनों में यूनिफार्म साफ किया जा सकेगा।

वहीं उन्होंने साफ किया कि गर्मी छुट्टी की तर्ज पर ठंड की छुट्टी नहीं होगी, लेकिन काफी ठंड पड़ने पर स्कूल बंद होंगे। हालांकि गर्मी छुट्टी की तारीख पहले तय होंगी। ताकि शिक्षक-बच्चे अपनी छुट्टी प्लान कर सकें। अत्यधिक ठंड पड़ने पर छुट्टी उस समय की परिस्थिति को देखकर स्थानीय स्तर पर तय होंगे। अपर मुख्य सचिव ने शिक्षकों से कहा कि गर्मी छुट्टी में बच्चों को होमवर्क दिया जाए ताकि वे छुट्टी का बेहतर सदुपयोग कर सकें।

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बैलेट से चुनाव की मागं पर स्वास्थ्य मंत्री का तंज, कही यह बड़ी बात

डेस्क : पूर्व केन्द्रीय मंत्री व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद बार-बार ईवीएम पर सवाल उठाते रहे है और बैलेट पेपर से चुनाव की मांग करते रहे है। उन्होंने एकबार फिर इस मांग को उठाया है। जिसपर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने तीखा तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि दरअसल विपक्ष (राजद-कांग्रेस) बैलेट से चुनाव की मांग कर बुथलूट और हिंसा के दौर को वापस लाना चाहता है।

शनिवार को जारी बयान में मंत्री ने आरोप लगाया कि राजद के शासनकाल में बूथों से बैलेट की लूट के कारण ही लोकसभा व विधान सभा क्षेत्र के चुनाव रद्द होते थे। बूथ लूट और चुनावी हिंसा के राजद के डेढ़ दशकीय दौर में बिहार में 641 लोग मारे गए थे।

मंगल पांडेय ने कहा कि नब्बे के दशक के रक्तरंजित चुनावों के दौर के स्मरण मात्र से आज भी सिहरन पैदा होती है। तब हिंसा, बूथ कैप्चरिंग, छीना-झपटी, मारपीट, दबंगई, गरीब-कमजोर वर्ग के लोगों को वोट देने से रोकने आदि की वजह से चुनाव लड़ना किसी युद्ध से कम नहीं था। देश में सर्वाधिक पुनर्मतदान और चुनावों के रद्द होने का रिकॉर्ड भी तब बिहार के नाम था।

चुनाव आयोग व ईवीएम पर भ्रम फैलाकर विपक्ष लोकतंत्र पर अविश्वास पैदा कर रहा है, जो खतरनाक है।

महिलाओं के उत्थान और बिहार के विकास के लिए सीएम नीतीश कुमार बहुत काम कर रहे है : निर्मला सीतारमण

डेस्क : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की है। अपने बिहार दौरे के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार के विकास के लिए बहुत कुछ कर रहे हैं। उन्होंने महिलाओं के उत्थान के लिए काफी काम किया है। बिहार में जीविका दीदी पर मुख्यमंत्री के दिशा-निर्देश पर बेहतरीन काम हुआ है। यहां महिलाओं को प्रशिक्षण और ऋण भी मिलता है। सेल्फ हेल्प ग्रुप को बैंक द्वारा सहायता दी जा रही है और आगे भी दी जाएगी।

केंद्रीय वित्त मंत्री शनिवार को झंझारपुर के ललित कर्पूरी स्टेडियम में आयोजित क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम में भाग लेने पहुंची थीं। निर्मला सीतारमण ने अपने 11 मिनट के संबोधन में बाढ़ त्रासदी से लेकर महिलाओं के लिए बिहार में किए गए विकासात्मक कार्य की सराहना की। इस दौरान उन्होंने 50,000 से अधिक लाभार्थियों के बीच 1121 करोड़ रुपए का रोजगारोन्मुख ऋण का वितरण किया।

केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि कोसी की बाढ़ मिथिलांचल के लिए चुनौती बनी हुई है। इससे निपटने की तैयारी शुरू हो गयी है। बाढ़ को नियंत्रित करने के लिए प्रधानमंत्री ने योजना दी है। इस वित्तीय वर्ष के बजट में बाढ़ से निपटने के लिए राशि का प्रावधान किया गया है। जल्द ही कारगर कदम उठाने पर काम होगा। उन्होंने कहा कि 2047 में भारत को विकसित राष्ट्र बनाने पर प्रधानमंत्री मोदी तेजी से काम कर रहे हैं, जिसे पूरा करने के लिए महिलाओं को रोजगार के क्षेत्र में आगे आना जरूरी है।

दूसरी सक्षमता परीक्षा में शामिल शिक्षक अभ्यर्थियों का बायोमेट्रिक मिलान होगा, बोर्ड ने सभी डीईओ-डीपीओ को लिखा पत्र


* डेस्क : शिक्षक अभ्यर्थियों के लिए एक बड़ी खबर है। स्थानीय निकाय शिक्षकों के लिए आयोजित दूसरी सक्षमता परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों का बायोमेट्रिक मिलान होगा, उनके अंगूठे का निशान लिया जाएगा। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को पत्र लिखा है। परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों को संबंधित जिला शिक्षा कार्यालय में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) के पास अपना मूल प्रवेश पत्र जमा करना होगा। इसी दौरान शिक्षक अभ्यर्थियों का थंब और बायोमेट्रिक मिलान कार्यालय में किया जाएगा। डीपीओ मूल प्रवेश पत्र को समिति के पोर्टल पर मिलान के बाद अपलोड करेंगे। मूल प्रवेश अपने पास भी कार्यालय में सुरक्षित रखेंगे। यह काम 4 दिसंबर से शुरू होगा और 8 दिसंबर तक पूरा होगा। मिलान कार्य के लिए एजेंसी का चयन किया गया है। चयनित एजेंसी की ओर से दो-दो मशीन सभी जिले के डीईओ कार्यालय में उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके साथ मिलान के लिए तकनीशियन भी उपलब्ध कराए जाएंगे। डीईओ कार्यालय में इन्हें स्थान उपलब्ध कराए जाने को कहा गया है। गौरतलब है कि दूसरी सक्षमता परीक्षा 23 से 28 अगस्त तक चली थी। इसके बाद सात विषयों की पुनपर्रीक्षा 13 नवंबर को हुई थी। इसमें 80 हजार से अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए थे।
बड़ी उपलब्धि : बिहार को मिला फिक्की द्वारा दिया जाने वाला देश का प्रतिष्ठित इंडिया स्पोर्ट्स अव़ॉर्ड


* डेस्क : खेल के क्षेत्र में बिहार का कदम बढ़ रहा है। इसी कड़ी में राज्य को एक बड़ा सम्मान मिला है। खेल के क्षेत्र में फिक्की द्वारा दिया जाने वाला देश का प्रतिष्ठित इंडिया स्पोर्ट्स अवॉर्ड 2024 इस वर्ष बिहार को मिला है। खेल के क्षेत्र में बिहार की निरंतर बढ़ती भागीदारी, उत्कृष्ट प्रयास और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के बेहतर और सफल आयोजन के मद्देनजर बिहार को इस वर्ष इंडिया स्पोर्ट्स अवॉर्ड 2024 के लिए चुना गया है। बीते शनिवार की शाम को दिल्ली स्थित फिक्की के कमीशन हॉल में आयोजित एक भव्य समारोह में बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रवीन्द्रण शंकरण ने इस पुरस्कार को ग्रहण किया। देश की प्रतिष्ठित संस्था फिक्की (फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज) द्वारा इमर्जिंग स्टेट प्रमोटिंग स्पोर्ट्स श्रेणी के अंतर्गत दिया जाता है। यह पुरस्कार फिक्की टर्फ 2024: 14वें वैश्विक खेल शिखर सम्मेलन का हिस्सा है। निर्णायक मंडल के अध्यक्ष प्रो कबड्डी लीग के सह संस्थापक चारु शर्मा हैं। अन्य प्रतिष्ठित लोगों में प्रसिद्ध खेल पत्रकार विजय लोकपल्ली, जीएमआर स्पोर्ट्स के अध्यक्ष पी के एस सागर, मानव रचना समूह के उपाध्यक्ष डॉ.अमित भल्ला ,भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व महाप्रबंधक अमृत माथुर , एसएआई के कार्यकारी निदेशक मंजूश्री दयानंद, ड्रीम 11 के कॉर्पोरेट मामले समूह जनरल काउंसल के अध्यक्ष दीपक जैकब, खेल पत्रकार एंकर सोनाली चंदर चारु शर्मा, जूरी की अध्यक्ष - सह संस्थापक पीकेएल विजय लोकपल्ली, खेल पत्रकार पीकेएसवी सागर- अध्यक्ष, जीएमआर स्पोर्ट्स डॉ. अमित भल्ला - उपाध्यक्ष, मानव रचना समूह, अमृत माथुर - पूर्व महाप्रबंधक, भारतीय क्रिकेट टीम मंजूश्री दयानंद - कार्यकारी निदेशक, एसएआई, दीपक जैकब - अध्यक्ष, कॉर्पोरेट मामले समूह जनरल काउंसल आदि शामिल हैं।
नशा के खिलाफ पटना में मैराथन का आयोजन, बैडमिटन खिलाड़ी सायना नेहवाल ने दिखाई हरी झंडी*

डेस्क : नशा के खिलाफ आज राजधानी पटना में मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया है। इस बार का थीम नशा मुक्त बिहार है। इस मैराथन दौड़ में विश्व प्रसिद्ध बैडमिटन खिलाड़ी सायना नेहवाल और अंतरराष्ट्रीय धावक सहित बिहार के सैकड़ों युवाओं ने पटना के गांधी मैदान गेट नंबर 1 से सुबह 5 बजे मैराथन दौड़ में भाग लिया है। सायन नेहवाल ने हरी झंडी दिखाकर इसका शुभारंभ की है। मैराथन दौड़ को चार कैटेगरी में बांटा गया जिसमे फूल मैराथन 42 km , हॉफ मैराथन 21 km,10 km व 5 km का है। वही सुरक्षा इंतजाम को देखते हुए आयोजित दौड़ के रूटों में वाहनों के परिचालन पर कार्यक्रम समाप्ति तक रोक लगाते हुए रूटों को डायवर्ट किया गया है। मैराथन दौड़ गांधी मैदान गेट नंबर एक से शुरू होकर गोलघर ,गंगा पथ, व अटल पथ होते हुए शिवपुरी फूट ओवर ब्रिज तक वही वहां से यू टर्न होते हुए वापस गांधी मैदान में मंच के पास कार्यक्रम में शामिल धावक पहुंचे। धावकों की हौसला अफजाई के लिए अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल भी मौजूद रहीं। पटना मैराथन में चार प्रकार की दौड़ हुई जिसमें 42 किमी की फुल मैराथन, 21 किमी की हाफ मैराथन के साथ दस किमी और पांच किमी की दौड़ हुई। ट्रैफिक एसपी ने बताया कि मैराथन का रूट गांधी मैदान से गोलघर, जेपी गंगा पथ होते हुए अटल पथ के शिवपुरी फुटओवर ब्रिज तक होगा। यहां की दूरी 10.5 किमी है। इसके बाद हाफ मैराथन और फुल मैराथन के लिए धावक यू-टर्न लिया। धावकों के पास इलेक्ट्र्रानिक डिवाइस लगा था। चारो श्रेणी के विजेताओं में 50 लाख रुपए का इनाम रखा गया है।वही सुरक्षा के मद्देनजर मैराथन दौड़ आयोजन में जगह जगह 35 मजिस्ट्रेट सहित 250 पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों की तैनाती की गई है।
पप्पू यादव को फिर आया धमकी भरा मैसेज, बदमाशों ने 24 घंटे की मोहलत दी

डेस्क: पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव को एक बार फिर से जान से मारने की धमकी दी गई है। धमकी देने वाले ने खुद को लारेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य बताते हुए कहा है कि आज तुम्हारा आखिरी दिन है। उसने 24 घंटे की मोहलत दी है। सांसद के निजी वाट्सएप पर धमकी का यह संदेश भेजा गया है। सांसद को 92 336 0968377 नंबर से धमकी वाला मैसेज भेजा गया है।

यह पाकिस्तान का बताया जा रहा है। बता दें कि इससे पहले भी लॉरेंस गैंग का सदस्य बताने वाले युवक ने पप्पू यादव के पीए के व्हाट्सऐप पर धमकी भरा मैसेज भेजा था। उसमें जान से मारने की बात कही थी।

धमकी में कहा गया है कि 24 घंटे में तुम्हारी हत्या कर देंगे। हमारी तैयारी मुकम्मल है। हमारे साथी तेरे बहुत पास पहुंच गए हैं। तुम्हारे गार्ड भी तुम्हें नहीं बचा पाएंगे। तुझे हैप्पी बर्थडे लारेंस भाई और उनकी टीम की तरफ से। पूर्णिया संसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव अपना आखिरी दिन एन्जाय कर लो।

धमकी देने वाले ने सात सेकेंड का धमाके से जुड़ा एक वीडियो भी सांसद के मोबाइल नंबर पर भेजा है। इस मैसेज के बाद से पूर्णिया में सांसद के आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पप्पू यादव फिलहाल पूर्णिया में ही हैं। सिक्योरिटी मशीन से चेकिंग के बाद ही किसी को उनसे मिलने के लिए भेजा जा रहा है।

बता दें कि पप्पू यादव पूर्णिया से निर्दलीय सांसद हैं। पहले वह कांग्रेस से लड़ने वाले थे लेकिन बाद में उनका टिकट कट गया तो फिर उन्होंने निर्दलीय लड़ने का फैसला लिया। पप्पू यादव को बाहुबली छवि का नेता माना जाता है। पप्पू यादव इन दिन धमकी भरे मैसेज और कॉल से परेशान चल रहे हैं। हाल में उन्हें हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में देखा गया था।

पप्पू यादव ने लॉरेंस बिबिश्नोई को धमकी देते हुए कहा था कि वे उन्हें 2 मिनट में खत्म कर सकते हैं, फिर क्या था इसके बाद ही उन्हें मैसेज और कॉल से धमकी आने लगी।

मुजफ्फरपुर में साइबर ठगी: ऑनलाइन डॉक्टर के यहां नंबर लगाने के लिए दिये 10 रुपये, निकल गए 2.87 लाख रुपये, पुलिस ने शुरू की जांच

बिहार के मुजफ्फरपुर में साइबर ठगी का हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां मझौलिया खेतल इलाके के अमरेश कुमार को ऑनलाइन डॉक्टर के यहां नंबर लगाना महंगा पड़ गया. साइबर अपराधियों ने उनके खाते से 2.87 लाख रुपये की निकासी कर ली. मामले को लेकर अमरेश ने सदर थाने में आरोपी के खिलाफ एफआईआर कराई है.

पीड़ित अमरेश ने बताया कि वह अतरदह रोड के डॉक्टर आरोही कुमार के यहां दिखाने के लिए नंबर लगाने के लिए ऑनलाइन वेबसाइट तलाश रहे थे.

इसमें डॉक्टर का नाम और नंबर मिला. जब उन्होंने उसपर फोन किया तो कहा कि वाट्सऐप पर भेजे गए लिंक पर मरीज का नाम व पता लिख कर दे. इसके बाद दस रुपया का ऑनलाइन भुगतान करने को कहा गया. रूपये भुगतान करने के बाद उनकी बारी कन्फर्म हो जाएगी.

लिंक पर क्लिक करते ही खाते से निकल गए 2.87 लाख रुपए

अमरेश ने बताया कि उन्हें लिंक पर क्लिक कर ब्योरा भर दिया और ₹10 का ऑनलाइन भुगतान भी कर दिया. उन्हें लगा कि डॉक्टर की फीस अधिक है.

मात्र 10 के भुगतान पर उन्हें संदेह हुआ. इस पर उन्होंने नंबर को ब्लॉक कर दिया. लेकिन तब तक साइबर अपराधी उनके खाते में 2.87 लाख रुपए उड़ा चुके थे. पैसा निकासी का मैसेज आने लगा.

सदर थाने में पीड़ित ने दर्ज कराई शिकायत

जब तक पीड़ित ने अपना खाता बंद कराया, तब तक 2.87 लाख रुपए की निकासी हो चुकी थी. मामले को लेकर उन्होंने साइबर क्राइम पोर्टल और इसके बाद सदर थाने में शिकायत दर्ज कराई है.

वहीं, इस मामले पर अधिकारी ने कहा कि पुलिस मामले की जांच की जा रही है. साथ ही अपील की है कि अपने बैंक खातों की डिटेल किसी भी अपरिचित को न दें.

किसी भी वैसे लिंक पर क्लिक न करें जोकि संदेहास्पद हो. वाट्सऐप सहित अन्य ऐप के जरिए फर्जीवाड़ा हो रहा है. ऐसा भी देखा गया है कि किसी अपने का प्रोफाइल फोटो लगाकर जालसाज ठगी कर रहे हैं. इसलिए सतर्कता बेहद जरूरी है.

बिहार: नीतीश कुमार वक्फ बिल पर अचानक साइलेंट क्यों हो गए हैं?

वक्फ बिल पर पूरे देश में मचे सियासी घमासान के बीच नीतीश कुमार की चुप्पी चर्चा में है. वक्फ बिल पर नीतीश के साइलेंट होने का मुद्दा बिहार विधानसभा में भी गूंज चुका है. नीतीश की चुप्पी पर सवाल इसलिए भी उठ रहा है, क्योंकि 3 महीने पहले अपने मुस्लिम नेताओं से वक्फ बिल का उन्होंने विरोध करने की बात कही थी.

ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर नीतीश कुमार 3 महीने बाद ही इस बिल को लेकर साइलेंट क्यों हो गए हैं?

नीतीश ने कही थी बिल के विरोध की बात

मानसून सत्र में जब वक्फ बिल का जेडीयू ने समर्थन कर दिया, तब पार्टी के भीतर सियासी खलबली मच गई. पार्टी के अल्पसंख्यक नेता नीतीश कुमार के पास पहुंच गए. अल्पसंख्यक नेताओं के अगुवा अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान थे.

बैठक में मुस्लिम नेताओं ने नीतीश कुमार को जब पूरी बात बताई, तो नीतीश ने किसी भी अल्पसंख्यक के अहित न होने देने की बात कही. नीतीश कुमार ने सभी नेताओं को आश्वासन दिया कि वे इस मुद्दे को खुद देखेंगे.

फिर नीतीश क्यों हो गए साइलेंट?

नीतीश कुमार की राजनीति जनता पार्टी के जरिए शुरू हुई है. नीतीश गांधी को अपना आदर्श मानते हैं और सेक्युलर राजनीति को तरजीह देते रहे हैं. ऐसे में वक्फ बिल पर नीतीश का साइलेंट हो जाना सवालों में है. 3 प्वॉइंट्स में जानते हैं कि नीतीश आखिर इस बिल पर चुप क्यों हैं?

मुसलमानों को लेकर ललन सिंह का बयान

जेडीयू की तरफ से केंद्र में मंत्री ललन सिंह ने हाल ही में एक बयान दिया है. सिंह ने एक कार्यक्रम में कहा कि मुसलमान जेडीयू को वोट नहीं करते हैं. यह जानकारी नीतीश कुमार को भी है, लेकिन फिर भी हम लोग मुसलमानों के लिए लगातार काम कर रहे हैं.

ललन के इस बयान पर मुजफ्फरपुर में शिकायत भी दर्ज कराया गया है. कहा जा रहा है कि ललन का यह बयान 2020 के विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव के संदर्भ में आया है.

2024 के लोकसभा चुनाव में मुस्लिम बहुल किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार जैसी सीटों पर जेडीयू को हार का सामना करना पड़ा. बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में तो जेडीयू के एक भी मुस्लिम विधायक जीतकर सदन नहीं पहुंचे, जबकि नीतीश कुमार ने इस चुनाव में 11 सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया था.

2025 का चुनाव और मजबूत होती बीजेपी

बिहार में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने हैं. नीतीश कुमार की पार्टी एनडीए में शामिल है. 2024 के लोकसभा चुनाव में एनडीए की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी को भले ही बहुमत नहीं मिली, लेकिन नीतीश कुमार से उसे ज्यादा खतरा नहीं है.

हालिया हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनाव में जिस तरीके से बीजेपी ने मजबूत वापसी की है, उससे गठबंधन के भीतर उसका रुतबा और ज्यादा बढ़ गया है. महाराष्ट्र और हरियाणा के बाद बीजेपी की नजर बिहार पर ही है.

ऐसी स्थिति में नीतीश कोई रिस्क नहीं लेना चाहते हैं. वो भी तब, जब बीजेपी ने नीतीश को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर रखा है.

जेडीयू में मजबूत मुस्लिम नेता मौजूद नहीं

नीतीश जब सेक्युलर पॉलिटिक्स करते थे, तब उनके पास अली अनवर अंसारी, गुलाम गौस, मंजर आलम, मोनाजिर हसन और शाहिद अली खान जैसे कद्दावर नेता हुआ करते थे, लेकिन अब नीतीश के पास मुस्लिम नेताओं का अकाल है.

जेडीयू में एक-दो मुस्लिम नेता जरूर हैं, लेकिन वे डिसिजन मेकिंग से बाहर चल रहे हैं. नीतीश के चुप्पी के पीछे ये भी एक बड़ी वजह है.

जेपीसी कमेटी के पास वक्फ बिल

वक्फ बिल वर्तमान में संयुक्त संसदीय कमेटी (जेपीसी) के अधीन है. कमेटी में इस पर समीक्षा की जा रही है. सुपौल के एक सांसद दिलेश्वर कामत इस कमेटी में जेडीयू की तरफ से सदस्य हैं.

जेपीसी की सिफारिश पर ही सरकार वक्फ संशोधन बिल संसद में पेश करेगी. इसके बाद वक्फ को लेकर पूरे देश में एक कानून बन जाएगा.