बेगूसराय में जनसुराज नेता का शव चिता से उठाकर ले गए अस्पताल
बेगूसराय जिला परिषद क्षेत्र-18 के सदस्य और जन सुराज पार्टी के नेता शिवचंद्र मोहतो की लाश को परिजन चिता से उठाकर सदर अस्पताल ले गए। शिवचंद्र महतो की मौत शुक्रवार शाम हुई थी। सभी को सड़क हादसे में मौत की जानकारी थी, लेकिन जब परिजन आज अंतिम संस्कार के लिए सिमरिया घाट पहुंचे तो बॉडी में दो गोली के निशान मिले।परिजन ने मौत को हत्या करार देते हुए पोस्टमॉर्टम में सदर अस्पताल और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया।मृतक के बेटे सोनू कुमार ने कहा कि मेरे पिता की हत्या हुई है। इसमें पुलिस की सांठगांठ है। वे जिला पार्षद थे और अगले साल विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। कल देर शाम हम लोगों को पहले सूचना दी गई कि एक्सीडेंट हुआ है, फिर थोड़ी देर बाद फोन आया कि उनकी मौत हो चुकी है।आज गंगा किनारे अंतिम संस्कार करने गए तो शरीर में बुलेट के निशान थे, अंदर बहुत होल है। फिर से पोस्टमॉर्टम के लिए लाए। डॉक्टरों ने बड़ी लापरवाही की है।दरअसल, शुक्रवार देर शाम तेघड़ा थाना क्षेत्र की पिढ़ौली कुश्ती ढाला के समीप शिवचंद्र महतो सड़क किनारे गिरे मिले थे। स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने तेघड़ा अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। उस समय कहा गया था कि यह सड़क हादसा है, लेकिन परिजन हत्या की आशंका जाता रहे थे।रात करीब तीन बजे मेडिकल बोर्ड बनाकर शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया था। जिसके बाद लाश परिजन को सौंप दी गई।जिला परिषद अध्यक्ष, जिला मुखिया संघ अध्यक्ष, सभी जिला परिषद सदस्य, जन सुराज पार्टी के नेता, जदयू नेता, भाजपा नेता, राजद नेता सहित बड़ी संख्या में लोग सदर अस्पताल पहुंचे। सभी ने हत्या की बात कही।सदर अस्पताल पहुंचे जिला परिषद अध्यक्ष सुरेंद्र पासवान, मुखिया संघ जिलाध्यक्ष मो. अहसन, जिला पार्षद अमित देव, भाजपा नेता अमरेंद्र कुमार अमर, जदयू नेता भूमि पाल राय, जन सुराज के नेता संजय गौतम और राजद नेता मोहित यादव ने कहा है कि यह बहुत बड़ी लापरवाही है।सही तरीके से पोस्टमॉर्टम होनी चाहिए। मामले की उच्च स्तरीय जांच हो, अगर न्याय नहीं मिला तो हम लोग आंदोलन करेंगे।दूसरी ओर घटना से आक्रोशित लोगों ने बगराहा के समीप NH-28 को भी जाम कर दिया।सिविल सर्जन डॉ. प्रमोद सिंह ने कहा कि दो जगह निशान है। मृतक के परिजनों का कहना है कि गोली का जख्म है। यहां पोस्टमॉर्टम किया जा चुका है, रिपोर्ट डॉक्टर देंगे। परिजनों को शंका है, इसलिए डीएम और एसपी से बात कर फॉरेंसिक टीम से पोस्टमॉर्टम कराने की कोशिश करेंगे तो ज्यादा न्याय संगत होगा। नियमानुकूल कार्रवाई की जाएगी। लोग बॉडी लेकर आए हैं, जल्दबाजी में लापरवाही कहना सही नहीं है।तेघड़ा डीएसपी डॉ. रविंद्र मोहन प्रसाद ने कहा कि कल अज्ञात वाहन की टक्कर से घायल हो गए थे। अस्पताल लान के बाद मौत हो गई थी। हम लोग अस्पताल गए, घटनास्थल का भी जायजा लिया। संदेहास्पद स्थिति में मृत्यु हुई थी। हम लोगों ने कल रात ही मेडिकल टीम का गठन कराया, रात में पोस्टमॉर्टम हुआ।आज फॉरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंच कर जांच कर रही है। लोगों को संदेह है कि गोली लगी है‌। हम लोगों को भी छेद देखकर संदेह हुआ। फिर से पोस्टमॉर्टम के लिए रिक्वेस्ट किए। पोस्टमॉर्टम में कोई गड़बड़ी रह गई होगी। आज जिला प्रशासन की ओर से मजिस्ट्रेट को प्रतिनियुक्ति किया गया है। सभी लोगों की उपस्थिति में वीडियोग्राफी के साथ पोस्टमॉर्टम होगा। जो भी रिपोर्ट सामने आएगी वो बताई जाएगी। रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। अभी कुछ भी कहना गलत होगा, तीन सदस्यीय टीम पोस्टमॉर्टम करेगी।
बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में 925 लोगों पर सरकार लेगी एक्शन, सर्टिफिकेट केस दायर
बेगूसराय में स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत 31 अक्टूबर तक साढ़े 11 हजार स्टूडेंट ने रजिस्ट्रेशन कराया, जिसमें 10,400 लोगों को लोन भी मिला है। इसमें 2050 लोग हैं, जिन्होंने हायर एजुकेशन के लिए 2-4 लाख रुपया तक का लोन बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम से लिया, लेकिन समय सीमा पूरी होने के बाद अब वापस नहीं कर रहे हैं। वहीं, अब इन लोगों के खिलाफ सरकार कानूनी एक्शन ले रही है।

बेगूसराय में 925 लोगों पर सर्टिफिकिट केस किया जा चुका है। जबकि 1200 लोगों को नोटिस भेजा जा चुका है। इसके अलावा अभी डीआरसीसी को 588 नोटिस उपलब्ध कराया गया है, जिसके वितरण की प्रक्रिया चल रही है। बताया गया कि अगर समय रहते ये लोग सरकार को लोन वापस नहीं करेंगे तो कानूनी पचड़े में पड़ेंगे। सबकी संपत्ति की कुर्की भी की जा सकती है।

पहले इन लोगों को ऑनलाइन नोटिस भेजा गया था, लेकिन ऑनलाइन माध्यम से पांच से अधिक नोटिस भेजने के बाद भी उस पर संज्ञान नहीं लिया गया। अब उन्हें लीगल नोटिस भेजा जा रहा है। फिलहाल 925 लोग पर नीलाम पत्र तैयार कर सरकार आगे की प्रक्रिया कर रही है। वहीं, नीलाम पत्र दायर होने के बावजूद भी ऐसे लोग न तो डीआरसीसी से संपर्क कर रहे और न ही इसके लिए कोई पहल कर रहे हैं।

डीआरसीसी प्रबंधक बाबू सर्वजीत अकेला ने बताया कि अब तक करीब साढ़े 11 हजार स्टूडेंट रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम लगातार ऐसे लोगों को नोटिस भेज रहा, जो लोन लेने के बाद वापस नहीं कर रहे। हम सब स्टूडेंट्स से अनुरोध करेंगे कि इसका लाभ ले रहे तो नियमित तौर पर ईएमआई के माध्यम से लोन रिटर्न भी करना चाहिए। इससे उन्हें सहूलियत होगी और लोन भी रिटर्न हो जाएगा।

बाबू सर्वजीत अकेला ने बताया कि वैसे विद्यार्थी जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं, उनके लिए यह बहुत अच्छी योजना है। इनरोलमेंट इन हायर एजुकेशन रेश्यो को बढ़ाने के लिए यह योजना शुरू की गई। जिससे सेंट्रल रेश्यो के बराबर बिहार का भी एजुकेशन रेश्यो हो सके। यह एक बहुत अच्छी योजना है

शिक्षा वित्त निगम लिमिटेड बेगूसराय के सहायक प्रबंधक अजय कुमार ने बताया कि बेगूसराय डीआरसीसी द्वारा स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना में अब तक 11456 की स्वीकृति दी गई है, जिसमें से 10400 को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड की राशि दी जा चुकी है। हम लोग लोन देते समय स्टूडेंट के साथ उनके गार्जियन से भी एग्रीमेंट कराते हैं। 2023 से लोन रिकवरी की प्रक्रिया विभाग ने शुरू की है।

नियमित और अनियमित श्रेणी के 2000 स्टूडेंट को नोटिस भेजने की प्रक्रिया चल रही है। 1200 स्टूडेंट को नोटिस भेजा जा चुका है, शेष का भी नोटिस आ गया है। पहले 1200 स्टूडेंट को नोटिस भेजा गया, उनमें से 925 छात्रों पर लोन रिकवरी सुनिश्चित करने के लिए सर्टिफिकेट केस किया जा चुका है। 12वें चरण में 588 स्टूडेंट को रजिस्टर्ड डाक से नोटिस भेजा जा रहा है।

हम छात्रों से आग्रह करते हैं कि नोटिस मिलते ही डिटेल जानकारी के लिए डीआरसीसी में आकर संपर्क करें कि उन्हें क्या सुविधा प्राप्त है। स्टूडेंट पढ़ाई पूरी कर लेते हैं तो ईएमआई के माध्यम से 60 किस्तों में 5 साल और 84 किस्तों में सात में पैसा दे सकते हैं। अगर उन्हें जॉब नहीं हुआ है तो पेमेंट सस्पेंशन के लिए 6-6 महीना पर एफिडेविट समर्पित करना होगा। अनियमित श्रेणी के वैसे स्टूडेंट जिन्होंने बीच में पढ़ाई छोड़ दी या कॉलेज ब्लैकलिस्टेड हो गया या आवेदन देकर कैंसिल करा लिया है, वैसे स्टूडेंट को एक मुश्त राशि का भुगतान करना होगा।

जो भी विद्यार्थी कहीं पढ़ाई कर रहे हैं, उन्हें आर्थिक रूप से परेशानी हो रही है तो अपने इंस्टीटयूशन से बोनाफाइड सर्टिफिकेट और फी स्ट्रक्चर लेकर आएंगे। इसमें पूरा डिटेल रहेगा कि कब सेमेस्टर वाइज पैसा देना है, उसका डिटेल रहेगा। इसके आधार पर हम लोग उनका ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा कर वेरिफिकेशन करते हैं। आवासीय प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, फोटो, बोनाफाइड सर्टिफिकेट, फी स्ट्रक्चर, मैट्रिक और इंटर का मार्कशीट और ओरिजिनल सर्टिफिकेट होता है।

इन सभी सर्टिफिकेट का ओरिजिनल लेकर आते हैं। डीआरसीसी काउंटर पर उनका वेरिफिकेशन कराया जाता है। 2 महीने के अंदर सभी प्रक्रिया पूरी कर एग्रीमेंट कराया जाता है और पेमेंट हो जाता है। जितना पैसा कॉलेज को जाना चाहिए, उतना कॉलेज के खाते में और जितना स्टूडेंट को देना होता है ,उसकी खाते में जाता है। इसमें कॉलेज फी, हॉस्टल खर्च, स्टेशनरी और जरूर हो तो लैपटॉप के लिए भी राशि दी जाती है। कुल मिलाकर राशि 4 लाख तक ही होती है।

जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र (डीआरसीसी) से मिली जानकारी के अनुसार 31 अक्टूबर तक बेगूसराय के 11456 स्टूडेंट को उच्च शिक्षा के लिए लोन स्वीकृत किया जा चुका है। अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत बिहार सरकार ने सुगमता पूर्वक उच्च प्राप्त करने के लिए एक अच्छी पहल शुरू की। जिसका उद्देश्य है कि कोई भी स्टूडेंट इंटर पास करने के बाद पैसा के भाव में आगे की शिक्षा से वंचित नहीं रहे। इसके लिए 2 लाख से 4 लाख तक रुपए बहुत ही सस्ते दर पर लोन उपलब्ध कराया गया।

कोर्स पूरा करने के 6 महीने के बाद 60 और 84 किश्त में यह राशि वापस की जानी है। इसके लिए लड़की, दिव्यांग, ट्रांसजेंडर को केवल एक प्रतिशत वार्षिक ब्याज देना है। जबकि लड़कों को 4 प्रतिशत ब्याज देना है‌। इतने सस्ते दर पर कहीं भी कोई भी बैंक से लोन नहीं मिलता है, लेकिन यहां 2050 युवा ने लोन लेने के बाद उच्च शिक्षा प्राप्त किया। अब वे लोन की राशि वापस नहीं कर रहे हैं, जिसके कारण मजबूरी में सरकार को नोटिस भेजना पड़ रहा है, नीलाम पत्र दायर करना पड़ रहा है। अधिकारी लोन लेने वालों से आग्रह कर रहे हैं कि मासिक किस्त के अनुसार पैसा वापस कर दें। नहीं तो कानूनी पचड़े में पड़ेंगे। छात्र-छात्राओं से ऋण स्वीकृति के समय इकरारनामा कराया जाता है, जिसमें कहीं भी ऐसा नहीं है कि लोन माफ कर दिया जाएगा। अब तक विभाग द्वारा लोन माफी के संबंध में कोई गाइडलाइन तय किया गया है। ऐसे में कोई भी स्टूडेंट बहकावे में न आएं, पढ़ाई पूरी होते ही समय पर लोन वापस करना सुनिश्चित करें। सबसे बड़ी बात है कि लड़कियों को मात्र एक प्रतिशत और लड़कों को चार प्रतिशत ब्याज लागू होता है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में किसानों ने कहा- गलत तरीके से रद्द की गई जमाबंदी, जान दे देंगे पर जमीन नहीं
बेगूसराय में प्रशासन ने सिमरिया गंगा घाट के आसपास औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने के लिए 700 एकड़ जमीन चिह्नित किया है। यह मामला तूल पकड़ने लगा है। अब बरौनी सीओ ने 2 दिसंबर तक आपत्ति जमा करने की सूचना निकाली है। इससे किसानों में काफी आक्रोश है। आज आक्रोशित किसानों ने मल्हीपुर काली स्थान परिसर में बैठक की है।

बैठक में चकिया, मल्हीपुर, विष्णुपुर, बीहट, कसहा और बरियाही सहित आसपास के गांव के सैकड़ों किसान शामिल हुए। इन लोगों का कहना है कि खेसरा नंबर- 890 और 891 में 1931 बीघा जमीन है। इस जमीन की जमाबंदी सरकार ने निरस्त कर दी है। हम लोगों को बंदोबस्ती से 1932 में यह जमीन हासिल हुई थी।

बैठक में शशि भूषण सिंह, रामाशीष सिंह, सुधीर सिंह, रजनीश पटेल, मुकेश राय, जापान राय, बिहट नगर परिषद के उपमुख्य पार्षद ऋषिकेश कुमार, शशि भूषण यादव, रंजीत यादव सहित सभी किसानों ने कहा कि हम लोगों ने धरना-प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। जान दे देंगे, लेकिन अपनी जमीन नहीं देंगे।

जबरदस्ती होगी तो इसी जमीन पर मर जाएंगे। जब जमीन ही नहीं रहेगी तो जिंदा रहकर क्या करेंगे, क्या खाएंगे। सरकार का यह निर्णय पूरी तरह से गलत है। हमारी जमीन पर औद्योगिक क्षेत्र बनाने का निर्णय ले लिया गया। 3 दिन पहले डीएम साहब आएं और अधिकारी को चिह्नित करने का भी निर्देश दे दिया। यह कहीं से भी उचित नहीं है।

कहा कि हमारे पूर्वज इस पर खेती करते आ रहे हैं। जमीन का कागज हमारे पास है। इसका राजस्व लगान रसीद हम लोग कटवाते आ रहे हैं। अब राजस्व विभाग की वेबसाइट से इस जमीन का डिटेल हटा दिया गया है। 25 नवंबर से जमाबंदी रद्द कर दी गई है। पहले भी इस जमीन का मामला कोर्ट में गया था, तो कोर्ट ने किसानों के पक्ष में निर्णय दिया।

बरौनी थर्मल पावर के पुराने और नए प्रोजेक्ट में भी इसी खेसरा से जमीन ली गई। जिसका मुआवजा अभी किसानों को दिया गया। फिलहाल हाईकोर्ट के निर्देशानुसार बेगूसराय न्यायालय में टाइटल सूट चल रहा है। इसके बावजूद बिहार सरकार जमाबंदी रद्द कर रही है। बाध्य होकर हम सभी किसान अब आंदोलन पर उतारू हो गए हैं।

बीहट नगर परिषद के उप मुख्य पार्षद ऋषिकेश कुमार ने कहा कि सरकार का काम है जिसके पास जमीन नहीं है, उसको भी जमीन सरकार उपलब्ध करवाती है। प्रत्येक लोगों को जीने का अधिकार है, लेकिन यहां किसानों की जमीन सरकार जबरदस्ती लेना चाहती है, यह नहीं होगा।

हम लोग संवैधानिक तरीके से सरकार का विरोध करेंगे। जरूरत पड़ी तो जिला प्रशासन का घेराव करेंगे। हम सब सरकार से कानूनी प्रक्रिया से लड़ेंगे। हमारी जमीन सरकार नहीं ले सकती है। हम अपनी जमीन अपने हाथ में लेंगे और जीतेंगे।

यह जमीन 1932 से हम लोगों के पूर्वज ने बंदोबस्त से प्राप्त की। उस समय से लेकर आज तक हम लोग उस जमीन पर जोताई कर अपना जीवन यापन करते आ रहे हैं। उस जमीन का राजस्व देते हैं, पेपर भी है। जमींदारी उन्मूलन हुआ था उस समय से पहले से हम लोगों का दखल कब्जा है। सरकार उस जमीन को सरकारी जमीन करना चाहती है। सभी किसान मर जाएंगे, लेकिन अपनी जमीन को छोड़ नहीं सकते हैं। हम लोगों के बाबा, परबाबा सब इसी जमीन से जिए। 1932 से इसी जमीन से जीते आ रहे हैं। 3 दिन पहले नोटिस आई है कि 890 औप 891 खेसरा नंबर मल्हीपुर मौजे की जमीन आपकी नहीं है। यह जमीन सरकार की है, जबकि कोर्ट में केस चल रहा है, लेकिन शासन-प्रशासन ने तुगलकी फरमान जारी कर दिया है कि यह जमीन आपकी नहीं। सरकार ने इस जमीन पर काम करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।

वहीं, राजकुमार महतो, गोरेलाल महतो, मेघु महतो, प्रमोद निषाद, सोहन महतो, गोविंद कुमार, पंकज कुमार और भागवत बिंद आदि ने कहा कि सीओ ने आपत्ति की तिथि 2 दिसंबर तय की गई है, लेकिन हम लोग जब अपना-अपना कागजात लेकर बरौनी सीओ के कार्यालय में गए तो वहां कागज लेने से इनकार कर दिया गया। जिसके कारण डाक से भेजा गया है, यहां बड़ी साजिश रची गई है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
आज रात बंद रहेगा सिमरिया पुल का सड़क मार्ग
बेगूसराय और पटना के बीच गंगा नदी पर बने राजेन्द्र सेतु (सिमरिया पुल) के चल रहे सड़क मरम्मत कार्य के कारण आज शुक्रवार की रात पुल के सड़क मार्ग पर यातायात पूरी तरह से बंद रहेगा। इस दौरान एम्बुलेंस को छोड़कर किसी भी वाहन को जाने नहीं दिया जाएगा।

पूर्व मध्य रेलवे के मोकामा ब्रिज असिस्टेंट इंजीनियर द्वारा इसकी सूचना बेगूसराय और पटना जिला प्रशासन को देते हुए दोनों ओर सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था करने का अनुरोध किया गया है। इसके आलोक में पुल के दोनों छोर सिमरिया और हाथिदह में पुलिस पदाधिकारी के साथ जवानों को प्रतिनियुक्त कर दिया गया है।

मरम्मत कार्य कर रही एजेंसी एसपी सिंगला के प्रोजेक्ट मैनेजर अरुण कुमार गुप्ता ने बताया कि स्पेन नंबर-5 पश्चिम साइड में 122 मीटर की ढ़लाई होनी है। इसके कारण 29 नवम्बर (शुक्रवार) की रात 10 बजे से 30 नवम्बर (शनिवार) को सुबह 6 बजे तक राजेन्द्र सेतु का सड़क मार्ग पूरी तरह से बंद रहेगा। जिसके कारण सभी प्रकार के वाहन के आवाजाही पर रोक रहेगी।

उन्होंने बताया कि राजेन्द्र सेतु का मरम्मत कार्य काफी तेजी से चल रहा है‌। जिसके तहत पिछले साल से ही सड़क मार्ग पर वन-वे परिचालन कराया जा रहा है। जिस समय ढ़लाई कार्य किया जाता है, उस समय सड़क मार्ग पर परिचालन पूरी तरह से रोक दिया जाता है। जिससे ढ़लाई के दौरान कोई बाधा नहीं आए, वाईब्रेंट नहीं हो तथा कंक्रीट ठीक से अपनी जगह पकड़ सके। उन्होंने बताया कि शनिवार को सुबह 6 के बाद आवागमन पूरी तरह से सुचारू हो जाएगा। उन्होंने राजेन्द्र पुल से गुजरने वाले लोगों से अपील किया है कि पटना की ओर जाने के लिए जीरोमाइल से तेघड़ा, बछवाड़ा, हाजीपुर रुट का उपयोग करें। वहीं, लखीसराय जाने के लिए बेगूसराय से बलिया, साहेबपुर कमाल और मुंगेर पुल के रास्ते जाना बेहतर होगा।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में सो रहे किसान को मारी गोली
बेगूसराय में बुधवार की रात करीब डेढ़ बजे तीन से चार बदमाशों ने सो रहे एक किसान पर फायरिंग कर दी। किसान के पैर में गोली लगी है, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में एडमिट कराया गया। डॉक्टरों ने फिलहाल किसान की हालत खतरे से बाहर बताई है। जानकारी के बाद पुलिस ने घायल बुजुर्ग से जानकारी ली और बदमाशों की तलाश में जुट गई। फिलहाल, फायरिंग के कारणों के संबंध में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है।

घटना चेरिया वरियारपुर थाना क्षेत्र के चेरिया वरियारपुर गांव की है। घायल की पहचान 60 साल के रमेश सिंह के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि रमेश सिंह अपने घर के दरवाजे पर सोए हुए थे। तभी देर रात करीब 1:30 बजे बदमाशों ने गोलीबारी की। एक गोली रमेश सिंह की जांघ में लग गई। गोलीबारी की आवाज और घायल रमेश सिंह के शोर मचाने के बाद स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक बदमाश फरार हो चुके थे। बदमाशों के फरार होने के बाद परिजनों ने घायल रमेश सिंह को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया।। रमेश सिंह ने बताया कि बदमाशों की संख्या 3 से 4 थी, जिन्होंने सड़क पर खड़े होकर फायरिंग की। पहले तो उन्हें लगा कि आसपास में शादी समारोह में पटाखा फोड़ा गया होगा, जिसकी आवाज उन्होंने सुनी है, लेकिन जब पैर में दर्द हुआ, तो देखा कि उनके जांघ में गोली लगी है।

घायल रमेश सिंह ने बताया कि मेरा किसी से कोई विवाद नहीं है। देर रात होने और कोहरे के कारण मैं किसी बदमाश को पहचान नहीं पाया। वहीं, घटना को लेकर थानाध्यक्ष सुबोध कुमार ने बताया कि गोली लगने से रमेश सिंह मामूली रूप से जख्मी हुए हैं। उनके बयान के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में पायल की जगह निकाला चाकू, दूसरी पत्नी का रेता गला
बेगूसराय में एक शख्स ने अपनी दूसरी पत्नी की गला रेत कर हत्या कर दी। उसे शक था कि उसकी पत्नी का किसी से अवैध संबंध है। दोनों का 3 साल पहले लव मैरिज हुआ था, पर महिला कभी भी आरोपी के घर नहीं गई। मायके में ही रहती थी। आरोपी पति को शक था कि दूसरे से अफेयर के कारण वो घर नहीं आना चाहती। 18 नवंबर को वो मुंबई से आया था।

मंगलवार उसने गांव में एक चाकू खरीदी थी। शाम में वो अपनी दूसरी पत्नी से मिलने मुजफ्फरा गया। 30 किमी की दूरी बस से तय की थी। वहां पहुंचकर उसने अपनी पत्नी चमचम को फोन किया। उससे कहा कि मुझे तुरंत घर जाना है। पायल लेना है तो आ जाओ। चमचम घर से आधे किमी दूर आरोपी के पास पहुंची। आरोपी ने जेब से पायल की जगह चाकू निकाला और महिला का गला रेत डाला।

घटना के बाद वो तुरंत अपने घर मधुरापुर चला गया। मंगलवार रात करीब ढाई बजे आरोपी रमेश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, वो अपनी पहली पत्नी के साथ घर में सो रहा था। घटना वीरपुर थाना क्षेत्र के भवानंदपुर पंचायत स्थित कुशल टोला की है।

मृतका की मां सुखनी देवी के मुताबिक, मेरी बेटी कुछ दिनों से अपने पति से पायल की डिमांड कर रही थी। मंगलवार की रात मेरे दामाद ने घर से आधा किलोमीटर दूर पायल देने के बहाने मेरी बेटी को बुलाया और सड़क पर ही गला रेत कर उसकी हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद मेरा दामाद फरार हो गया। वारदात के बाद लहूलुहान सड़क पर पड़ी मेरी बेटी को देख किसी ने हमें जानकारी दी। फिर हम लोगों ने पुलिस को वारदात की सूचना दी।

मृतका की पहचान 22 साल की चमचम कुमारी, जबकि आरोपी की पहचान रमेश मोची के रूप में हुई है। मृतका की मां के मुताबिक, रमेश ने रात करीब 8 बजे पायल देने का लालच देकर चमचम को घर से आधा किमी दूर कुशल टोला बुलाया था, जहां रमेश ने चाकू से चमचम की गला रेत कर हत्या कर दी।

रमेश की पहली पत्नी से 3 बच्चे हैं, जिनके साथ वो अपने तेघड़ा वाले घर में रहता है। पहली पत्नी के रहते रमेश ने चमचम से चोरी-छिपे शादी की थी। जब इसकी जानकारी रमेश के परिजन और पहली पत्नी को हुई, तो उन्होंने इसका विरोध किया।

मृतका चमचम भवानंदपुर पंचायत के वार्ड नंबर-8 के रहने वाले दुखन मोची की बेटी थी। रमेश और चमचम का एक बेटा भी है, जो 10 महीने का है। करीब एक साल पहले रमेश, चमचम को लेकर दिल्ली गया था, जहां वो मजदूरी करता था। दिल्ली में दोनों करीब 5 महीने रहे थे। दो महीने पहले रमेश, चमचम को दिल्ली से लेकर आया था और उसके मायके छोड़ दिया था।

मंगलवार देर शाम चमचम की हत्या की जानकारी के बाद वीरपुर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल में जुट गई। पुलिस के मुताबिक, वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी घटनास्थल से फरार हो गया था। घटनास्थल से मृतका के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। जिसके बाद आरोपी की तलाश की जा रही थी, जिसे मंगलवार रात गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल, आगे की कार्रवाई की जा रही है।                        मृतक की मां
वीरपुर थाना के अध्यक्ष ने बताया कि गला रेत कर हत्या की गई है। सभी पहलुओं पर जांच-पड़ताल और आगे की कार्रवाई चल रही है। परिजनों के आवेदन के आधार पर दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

एसपी मनीष ने बताया कि हत्या की सूचना मिलते ही सदर-टू डीएसपी भास्कर रंजन के नेतृत्व में पुलिस ने अनुसंधान शुरू किया। रमेश को गिरफ्तार किया गया। हत्या में इस्तेमाल चाकू घटनास्थल के पास से खेत से बरामद कर लिया गया है। आरोपी ने हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। मृतका की मां सुखनी देवी के बयान के आधार पर FIR दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में दो घरों में लगी आग, 3 मवेशियों की मौत
बेगूसराय में मंगलवार को अग्निकांड में दो घर जलकर राख हो गए, तीन मवेशियों की मौत हो गई। घटना में लाखों रुपए की क्षति हुई है। हादसा बखरी थाना क्षेत्र के राटन गांव स्थित वार्ड नंबर-11 की है। स्थानीय लोगों के प्रयास से आग पर काबू पाया जा सका।

घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि आज सुबह अचानक गंडौरी साह और रामविलास रजक के घर में आग लग गई। घरवालों के शोर करने और आग की लपटें काफी तेज होने के बाद आसपास के लोग दौड़े और आग पर काबू पाने का प्रयास किया। आग की लपटें इतनी तेज थी कि किसी की हिम्मत नहीं हुई। इसके बाद फायर ब्रिगेड की टीम को भी सूचना दी गई। हालांकि फायर ब्रिगेड के पहुंचने से पहले लोगों काफी कोशिश करके आग बुझा दिया। लेकिन तब तक दोनों के घर जलकर पूरी तरह से राख हो गए।

अगलगी में गंडौरी साह के तीन गाय की मौत हो गई। दोनों के घर में रखे अन्य सामान भी जलकर राख हो गए। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से तत्काल मुआवजा देने की मांग की है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में पेट्रोल पंप से 60 हजार रुपए की लूट
बेगूसराय में मंगलवार सुबह करीब 3 बजे बदमाशों ने एक पेट्रोल पंप पर 60 हजार रुपए की लूटपाट की। स्टाफ के साथ मारपीट भी की। घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें देखा जा सकता है कि कैशियर मुकेश कुमार सो रहे। इसी दौरान एक अपराधी हथियार लेकर पहुंचा। हथियार को उसने कपड़े से ढंक हुआ था। उसके बट से अपराधी ने कैशियर पर हमला किया और 60 हजार रुपए निकाल लिए। सिर पर हमले के कारण कैशियर घायल हो गए। पीड़ित बलिया थाना क्षेत्र के सदानंदपुर निवासी हैं। घटना बलिया थाना क्षेत्र के बड़ी बलिया के पास एनएच-31 स्थित भोला ऑटो सर्विस की है।

बदमाशों के भागने के बाद स्टाफ ने घटना की सूचना पेट्रोल पंप मालिक विवेक कुमार और बलिया थाना को दी। घटना की सूचना मिलते ही बलिया थाना की पुलिस मौके पर पहुंचे। CCTV फुटेज को खंगाला। जिसमें सारी घटना कैद हुई है।

पेट्रोल पंप मालिक विवेक कुमार ने बताया कि गंभीर रूप से घायल कैशियर मुकेश कुमार की हालत नाजुक बनी हुई है। जिसे बलिया में प्राथमिक उपचार के बाद बेगूसराय ले जाया गया है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में आज 5 घंटे तक नहीं रहेगी बिजली
बेगूसराय के बिजली व्यवस्था में सुधार के लिए विभाग की ओर से लगातार आधारभूत संरचनाओं को मजबूत किया जा रहा है। सभी पावर सप्लाई स्टेशन के फीडर में तार, पोल सहित अन्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज मंगलवार को सभी फीडर में मेंटेनेंस किया जाएगा। इसके कारण 11 केवी के सभी फीडर सुबह 11:00 बजे से शाम 4:00 शाम बजे तक मेंटेनेंस कार्य किया जाएगा। इसको लेकर शट-डाउन लिया गया है।

बिजली विभाग ने सभी उपभोक्ताओं से अनुरोध किया है कि बिजली से संबंधित सभी दैनिक आवश्यक कार्य सुबह 11:00 बजे से पहले कर लें। जिससे किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो। विभाग ने इसकी सूचना सोशल मीडिया के माध्यम से भी लगातार प्रसारित किया जा रहा है।

बेगूसराय  से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बड़बोलापन के कारण महाराष्ट्र में हारी MVA:गिरिराज सिंह बोले- झारखंड चुनाव नतीजों को स्वीकार करते हैं
बेगूसराय में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार-यूपी समेत राजस्थान उपचुनाव, झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। महाराष्ट्र में भाजपा की बंपर जीत को लेकर गिरिराज सिंह ने कहा है कि वहां की जनता ने संजय राउत के बड़बोलापन के कारण महा विकास अघाड़ी को नकार दिया है।

आज यानी शनिवार को बेगूसराय में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार उपचुनाव में लालू यादव, तेजस्वी यादव जबकि उत्तर प्रदेश उपचुनाव में अखिलेश यादव का सूपड़ा साफ हो गया है।

गिरिराज सिंह ने कहा कि जिन राज्यों में उपचुनाव था, उनमें यूपी मजेदार था। लग रहा था कि अखिलेश यादव बाजी मारने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं, लेकिन वे पिछड़ गए। राजस्थान में भी कांग्रेस पिछड़ गई।

गिरिराज सिंह ने कहा कि महाराष्ट्र में NDA को जो दो तिहाई से ज्यादा वोट मिला है, ये दिखा रहा है कि बड़बोलापन में उद्धव ठाकरे को तो संजय राउत खा गए। महाराष्ट्र की जनता ने उद्धव ठाकरे को नकार दिया और बता दिया कि आखिर असली शिवसेना कौन है।

महाराष्ट्र की जनता ने शरद पवार को भी नकार दिया। महाराष्ट्र चुनाव में भाजपा का स्ट्राइक रेट लगभग 87-88 फीसदी गया है। अगर पूरे देश का सीटों का चुनाव देखेंगे, तो भी भाजपा को पूरे सीटों का 60 फीसदी से ज्यादा मिला है।

गिरिराज सिंह ने कहा कि झारखंड में जनता का जो आदेश है, उसे हम कबूलते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में जनता ने लालू यादव का सूपड़ा साफ कर दिया। इसके साथ ही यूपी की जनता ने अखिलेश के साथ भी वही काम किया है। संजय राउत की ओर से महाराष्ट्र के रिजल्ट को गलत बताए जाने पर गिरिराज सिंह ने कहा कि झारखंड में आपके पक्ष में नतीजे आए तो ठीक, महाराष्ट्र में NDA के फेवर में रिजल्ट आया तो खराब। गिरिराज सिंह ने कहा कि संजय राउत के बड़बोलेपन के कारण उद्धव ठाकरे समेत महाअघाड़ी का नाश हुआ है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि तेलंगाना में कांग्रेस जीत गई तो बल्ले बल्ले, हिमाचल में जीत गई तो बल्ले बल्ले। लेकिन अगर महाराष्ट्र में चुनाव हार गए तो ईवीएम पर सवाल, ये उनका पुराना डायलॉग है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सीनियर नेता दिग्विजय सिंह के बयान से कल ही लग गया था कि उन लोगों ने हार स्वीकार कर लिया है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट