आइडियल पत्रकार संगठन की बैठक हुई सम्पन्न : छिवकी

छिवकी ,प्रयागराज

आइडियल पत्रकार संगठन कार्य संपूर्ण भारत के राष्टीय अध्यक्ष श्री अजय कुमार मिश्र एवम प्रयागराज मंडल अध्यक्ष राम जी प्रजापति से संगठन के मजबूत करने के विषय में प्रयागराज छेवकी रेलवे स्टेशन नैनी में हुई वार्ता

प्रयागराज आइडियल पत्रकार संगठन कार्य संपूर्ण भारत के राष्टीय अध्यक्ष श्री अजय कुमार मिश्र जी एवम प्रयागराज मंडल अध्यक्ष राम जी प्रजापति द्वारा आइडियल पत्रकार संगठन के विस्तार एवम प्रसार प्रचार ,संगठन को मजबूती कैसे मिले एवम वार्षिक स्थापना दिवस अयोध्या में मनाए जाने परआदि पहलुओं के बारे में अनेक चर्चाएं हुई । इस अवसर पर जिला प्रयागराज महा सचिव श्री संदीप कुमार तिवारी ,मेजा तहसील अध्यक्ष श्री संजय कुमार मिश्रा ,जिला संगठन मंत्री विश्वनाथ सिंह , जिला मीडिया प्रभारी श्री जय शंकर भास्कर ,बारा तहसील अध्यक्ष श्री हितेश कुमार तिवारी , आदि प्रत्रकार साथी मौजूद रहे ।

प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर वित्तविहीन शिक्षक लखनऊ चलें- ननकेश बाबू

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (वित्तविहीन गुट) की प्रदेश इकाई के आह्वान पर माध्यमिक विद्यालयों के वित्तविहीन शिक्षकों एवं कर्मचारियों की चिर प्रतीक्षित मागों जिनमें सम्मानजनक मानदेय, सेवा नियमावली, मान्यता की पुरानी शर्तों एवं हाई स्कूल के साथ इंटर मीडिएट की मान्यता को प्रदान करने की शर्तों को पूर्ववत रखने आदि मांगों को लेकर इको गार्डेन लखनऊ में 27 नवंबर को प्रात: 10:00 बजे दिन में विशाल धरना दिया जाएगा।

धरने में सरकार पर इस बात के लिए दबाव डाला जाएगा कि समान कार्य का समान वेतन देने का वादा करने वाली वर्तमान सरकार ने वित्तविहीन विद्यालय के शिक्षकों को भुखमरी के कगार पर पहुंचा दिया है। जहां एक तरफ सबका साथ सबका विकास करने का ढिढौ़रा पीट रही है वहीं वित्तविहीन शिक्षक एवं कर्मचारी अपने बेटे-बेटियों की शादी तथा शिक्षा देने को आर्थिक रूप से अपंग हो चुका है तथा सरकार के कान में जू़ नहीं हिल रही है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष शिक्षक विधायक नेता विरोधी दल विधान परिषद लाल बिहारी यादव ने सदन में कई बार इस मुद्दे को सरकार के सामने रखकर गुहार लगाई है परंतु सरकार के अड़ियल रवैये के कारण शिक्षकों को सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

आगामी 27 नवंबर को लखनऊ में विशाल धरना कर शिक्षक सरकार पर दबाव डालकर अपनी मांगों को मनवाने हेतु मांग पत्र देकर प्रदर्शन करेगा। यदि मांगे नहीं मानी गई तो आगामी 2027 के चुनाव में एक तरफा विरोध करेगा जिसकी जिम्मेदारी वर्तमान सरकार की होगी। संघ की जिला इकाई प्रयागराज की की एक आवश्यक बैठक राम नारायण लाल इंटरमीडिएट कॉलेज करछना में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता संघ के जिलाध्यक्ष प्रयागराज ननकेश बाबू ने की। सभी ने इस बात का संकल्प लिया कि जब तक हमारी मांगों पर विचार नहीं किया जाता तब तक हम सरकार के कार्य में सहयोग नहीं करेंगे तथा विरोध करते रहेंगे। जनपद के समस्त वित्त विहीन शिक्षकों एवं कर्मचारी गण से अपील की गई कि समस्त ब्लॉक, तहसील अध्यक्षों की को अपना नाम दर्ज कराकर अपने जीवन एवं भविष्य हित में अधिक से अधिक मात्रा में मात्रा में पहुंचकर धरने को सफल बनायें।

बैठक में प्रमुख रूप से मंडल अध्यक्ष अभय राज सिंह, उपाध्यक्ष नवीन शुक्ला, फूलचंद कनौजिया, सीता शरण सिंह, बालेंद्र गौतम, भुवाई लाल यादव, प्रेमचंद यादव, अमर बहादुर सिंह, बुधराम यादव, शिव मूरत पटेल, अवधेश श्रीवास्तव, अमित सिंह, अमरचंद गुप्ता, शिव मोहन पटेल, अरविंद यादव, राजेश पटेल, वीरेंद्र कुशवाहा, कमल चंद्र, दान बहादुर, सुरेंद्र सिंह, महेंद्र द्विवेदी, ज्ञानेंद्र कुशवाहा, चंद्र प्रकाश मिश्रा सहित पदाधिकारी एवं शिक्षकों ने प्रदेश नेतृत्व द्वारा लिए गए निर्णय के क्रम में भारी संख्या में लखनऊ पहुंचने का अनुरोध किया है। उक्त आशय की जानकारी संघ के मीडिया प्रभारी रमेश कुमार ने जारी विज्ञप्ति में में दी है।

संविधान दिवस का कार्यक्रम विकास खण्ड मेजा में बहुत ही धूमधाम से मनाया गया

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। संविधान दिवस के शुभ अवसर पर विकास खण्ड मेजा प्रयागराज में संविधान दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया गया।सर्वप्रथम ब्लॉक प्रमुख गायत्री मिश्रा द्वारा संविधान सभा की प्रारुप समिति के अध्यक्ष डॉ० भीमराव अम्बेडकर के छायाचित्र पर धूपदीप अगरबत्ती जलाकर माल्यार्पण किया गया तत्पश्चात खण्ड विकास अधिकारी अमित मिश्रा द्वारा भी अगरबत्ती जलाकर माल्यार्पण किया गया।

एडीओ पंचायत अखिलेश तिवारी व जिला मंत्री एशोसिएशियन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज राजेश तिवारी द्वारा भी संविधान सभा की प्रारुप समिति के अध्यक्ष डॉ० भीमराव अम्बेडकर के छायाचित्र पर माल्यार्पण किया गया साथ ही साथ विकास खण्ड मेजा के अन्य अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा भी बाबा भीमराव अम्बेडकर के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर बाबा भीमराव अम्बेडकर अमर रहे के जोरदार नारे लगाए गए।संज्ञानित कराते चले कि देश के आजाद होने के बाद भारत को लोकतांत्रिक देश बनाने में बाबा साहब डॉ० भीमराव अम्बेडकर की अहम भूमिका थी क्योंकि संविधान निर्माण में वे संविधान ड्राफ्टिंग कमेटी के मुखिया थे।संविधान निर्माण में उनके योगदान को देखते हुए उन्हें अक्सर भारतीय संविधान का जनक कहा जाता है।संविधान निर्माण में इनके अहम योगदान को देखते हुए इन्हें भारतीय संविधान के पिता के रुप में भी सन्दर्भित किया जाता है अर्थात संविधान निमार्ता भी कहा जाता है।

26 नवम्बर 1949 को भारतीय संविधान स्वीकार किया गया एवं 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया।ब्लॉक प्रमुख गायत्री मिश्रा ने अपने उद्बोधन में कहा कि संविधान से ही हमसब बंधे हैं और संविधान से ही देश चलता है इसलिए हम सभी को संविधान के दायरे में ही रहकर कार्य करना चाहिए जिससे अपना देश प्रगति करते हुए विश्वगुरु का गौरव प्रख्यापित कर सके।खण्ड विकास अधिकारी अमित मिश्रा ने अपने उद्बोधन में कहा कि संविधान से ही हमारी एवं हमारे देश की पहचान है। संविधान के प्रत्येक अनुच्छेद का परिपालन करना ही हम भारतीयों का मूल दायित्व है और इस दायित्व का परिपालन कर हम अपने देश को प्रगति के मार्ग पर ले जा सकते हैं।एडीओ पंचायत अखिलेश तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि संविधान के प्रत्येक अनुच्छेद ही हम देशवासियों को जीने की राह दिखाते हैं।

इनका परिपालन कर हम स्वयं को और अपने देश को मजबूत बना सकते हैं।इस अवसर पर उपस्थित एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि संविधान ही हमारे देश के नागरिकों की शान है, सभी को अपना अधिकार दिलाती जन जन की पहचान है। जिला मंत्री ने आगे यह भी कहा कि हम सभी भारतवासियों को संविधान के प्रति पूर्ण निष्ठा एवं समर्पण की भावना रखनी चाहिए एवं संविधान के प्रत्येक अनुच्छेद के परिपालन हेतु हमेशा तटस्थ रहना चाहिए जिससे अपना राष्ट्र एक शसक्त राष्ट्र बन सके और पूरे विश्व में महाशक्ति राष्ट्र का गौरव प्रख्यापित कर सके।इस संविधान दिवस के अवसर पर एडीओ सी० सच्चिदानन्द दुबे,वरिष्ठ सहायक बाबू बृजेश द्विवेदी,लेखाकार बाबू प्रमोद श्रीवास्तव,सचिव संजय शुक्ला,अर्जुन सिंह,श्याम सूरत,विकास जायसवाल, नीरज यादव,फूलचंद्र यादव,भाग्य भूषण कम्प्यूटर आॅपरेटर राजमणि कोटार्य,अजय यादव एवं मयंक शुक्ला सहित विकास खण्ड के बहुत से अधिकारी/कर्मचारी गण मौजूद रहे।

ईश्वर का सच्चा भक्त जहाँ भी उन्हें पुकारता है वे भक्त की रक्षा हेतु दौड़े चले आते है: राजेश तिवारी

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। ईश्वर का सच्चा भक्त जहाँ भी उन्हें पुकारता है वे भक्त की रक्षा हेतु दौड़े चले आते हैं यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने सेवानिवृत अवर अभियंता लघु सिंचाई विभाग गिरजा शंकर यादव से उनके नवीन गृहप्रवेश कार्यक्रम में सर्वोदय नगर नियर रोडवेज वर्कशॉप झूसी प्रयागराज में कही।

स्पष्ट कराते चले कि सेवानिवृत अवर अभियंता लघु सिंचाई विभाग श्री यादव ने अपना एक नया गृह सर्वोदय नगर झूसी प्रयागराज में बनवाया है जिसके गृह प्रवेश कार्यक्रम में जिला मंत्री सादर आमंत्रित थे और इसी गृह प्रवेश कार्यक्रम में शिरकत करने जिला मंत्री सर्वोदय नगर झूसी प्रयागराज पधारे थे।गौरतलब हो कि जिला मंत्री एवं सेवानिवृत अवर अभियंता लघु सिंचाई विभाग श्री यादव के बीच बहुत ही घनिष्ठ सम्बन्ध है इसलिए जिला मंत्री साठ किलोमीटर की दूरी तय करके उक्त कार्यक्रम में शिरकत हेतु पधारे हुए थे।

जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज बड़े ही सौभाग्य का दिन है जब एक अधिकारी/कर्मचारी अपनी पूरे जीवन की सेवा नौकरी कर अन्त में अपने बुढ़ापे हेतु एक घर बनाता है जिससे वह खुशी खुशी अपने परिवार के साथ बुढ़ापे के जीवन को व्यतीत कर सके।आध्यात्मिक परिचर्चा के दौरान जिला मंत्री ने आगे यह भी कहा कि ईश्वर का सच्चा भक्त जहाँ भी उन्हें पुकारता है वे भक्त की रक्षा हेतु दौड़े चले आते हैं क्योंकि ईश्वर कभी भी अपने भक्त को कष्ट में नहीं देखना चाहता है।

जब कोई भी मनुष्य सत्य एवं न्याय के पथ पर चलते हुए ईश्वर की भक्ति करता है तभी वह व्यक्ति ईश्वर का सच्चा भक्त कहलाता है।जिला मंत्री ने अपने व्यक्तव्य में यह भी कहा कि सच्चे हृदय से याद करने पर ईश्वर चले आते हैं,भक्त की सभी मुरादें पूर्ण कर खुशियाँ देकर जाते हैं।इस मांगलिक कार्यक्रम में आध्यात्मिक परिचर्चा के दौरान सेवानिवृत अवर अभियंता लघु सिंचाई विभाग राम दत्त, सेवानिवृत लघु सिंचाई विभाग सहायक ड्रिलर मुन्नू प्रसाद एवं बृजेश तिवारी सहित आस पास बहुत से लोग मौजूद रहे।

महाकुंभ 2025 के लिए ई-रिक्शा पर कलर कोडिंग और स्टीकर अनिवार्य

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। महाकुंभ मेला 2025 के दौरान सुगम यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करने के उद्देश्य से प्रयागराज शहर और मेला क्षेत्र में ई-रिक्शा के लिए कलर कोडिंग और स्टीकर वितरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जिला प्रशासन ने सभी ई-रिक्शा मालिकों और चालकों से अपील की है कि वे निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार अपने वाहन का पंजीकरण करवाएं।

इसके लिए बैटरी स्मार्ट संस्थान को जिम्मेदारी सौंपी गई है। संस्थान द्वारा जिले में कुल 45 संपर्क केंद्र स्थापित किए गए हैं, जहां ई-रिक्शा मालिकों को स्टीकर और रंग कोड प्रदान किए जाएंगे। वाहन मालिकों को अपने वाहन का वैध प्रपत्र प्रस्तुत करना होगा।

प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि महाकुंभ के दौरान केवल उन्हीं ई-रिक्शा को शहर और मेला क्षेत्र में संचालन की अनुमति दी जाएगी, जिनका पंजीकरण और दस्तावेज 29नवंबर 2024 तक वैध हैं। जिन ई-रिक्शा के दस्तावेज वैध नहीं हैं या अनधिकृत रूप से संचालन कर रहे हैं, उन्हें शहर और मेला क्षेत्र से बाहर संचालन करना होगा।

सचिव के खिलाफ कार्रवाई के आश्वासन पर खत्म हुआ सत्याग्रह

विश्वनाथ प्रताप सिंह

करछना/ प्रयागराज । बीडीओ व इंस्पेक्टर करछना द्वारा दो दिन के भीतर ग्राम पंचायत अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई के आश्वासन पर भारतीय किसान यूनियन (किसान) ने सत्याग्रह समाप्त कर दिया। मंडल अध्यक्ष मंजूराज आदिवासी ने अधिकारियों को चेतावनी देकर कहा कि शनिवार तक कार्रवाई न होने पर करछना-कोहडार सड़क मार्ग पर चक्काजाम किया जायेगा।

बता दें कि तीन दिन पूर्व ग्राम पंचायत अधिकारी सुधीर जय शेखर द्वारा ब्लॉक परिसर में महिलाओं के साथ अभद्रता करने, अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने एवं धमकी देने के खिलाफ इंस्पेक्टर करछना को तहरीर दिया गया था। साथ ही वीडियो को भी सूचित किया गया था, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी।

कार्रवाई न होने से नाराज भारतीय किसान यूनियन किसान की महिला मोर्चा टीम ने गुरुवार को विकास खंड करछना कार्यालय के सामने सत्याग्रह प्रारंभ कर दिया। सैकड़ो की संख्या में ब्लाक पहुंची महिलाएं सम्मान व स्वाभिमान सत्याग्रह का बैनर लगाकर ब्लाक के अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी करने लगीं।

उधर सत्याग्रह आंदोलन की सूचना पर करछना पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। जबकि सत्याग्रह पर बैठीं महिलाओं के आक्रोश को देखकर सभी अधिकारी व कर्मचारी ब्लाक कार्यालय से भाग खड़े हुये। तीन बजे तक सत्याग्रह स्थल पर जब कोई अधिकारी नहीं पहुंचा तो भारतीय किसान यूनियन किसान के प्रदेश अध्यक्ष पूर्वांचल राजीव चंदेल ने एलआईयू के सीओ को फोन करके कहा कि 20 मिनट के अंदर इंस्पेक्टर करछना व बीडियो सत्याग्रह स्थल पर नहीं पहुंचे तो चक्का जाम कर दिया जाएगा। इसके बाद आनन- फानन में करछना थाने से दो दरोगा व पांच महिला सिपाही सत्याग्रह स्थल पर पहुंचे और मंडल अध्यक्ष मंजू राज आदिवासी से सत्याग्रह समाप्त करने का निवेदन करने लगे। लेकिन मंडल अध्यक्ष ने कहा कि बिना उचित कार्रवाई के सत्याग्रह समाप्त नहीं होगा।

इस पर प्रभारी दरोगा ने वीडियो करछना से बात किया और उन्हें तत्काल सत्याग्रह स्थल पर पहुंचने को कहा। इसके बावजूद सत्याग्रह का नेतृत्व कर रहीं मंडल अघ्यक्ष मंजू राज आदिवासी ग्राम पंचायत अधिकारी के निलंबन की मांग पर अडिग रहीं। जबकि इंस्पेक्टर करछना ने बार-बार आश्वासन दिया कि उचित कार्यवाही होगी, लेकिन काफी देर तक वीडियो को मौके पर बुलाने की बात होती रही।

बाद में प्रभारी वीडियो उदयभान उपस्थित हुये और बताया कि वीडियो चंदन देव पांडे छुट्टी पर हैं । इस पर बीडीओ को फोन करके बताया गया कि यहां भारी संख्या में महिलाएं धरने पर बैठी हैं तथा ग्राम पंचायत अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग कर रहीं हैं। इस पर बीडियो चंदन देव पांडे ने फोन पर कहा कि शनिवार तक वह आरोपी ग्राम पंचायत अधिकारी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करेंगे। साथ ही इंस्पेक्टर करछना ने भी आश्वासन दिया कि शनिवार तक कार्यवाही अवश्य होगी। इसके बाद प्रभारी वीडियो उदयभान व प्रभारी पुलिस टीम को ज्ञापन सोपा गया ।

सत्याग्रह में वरिष्ठ मंडल उपाध्यक्ष महिला मोर्चा मनोरमा आदिवासी, जिला अध्यक्ष रीना गौतम, तहसील अध्यक्ष सुषमा सरोज, ब्लॉक अध्यक्ष ममता पटेल, सुनीता प्रजापति, विटोला देवी सहित सैकड़ो महिलायें उपस्थित थीं।

घायल को अस्पताल पहुंचाएं बाद में फिर वीडियो बनाएं –पवन कुमार पाण्डेय

गुफरान खान 

प्रयागराज "सड़क सुरक्षा माह नवम्बर" के अन्तर्गत में यातायात जागरुकता कार्यक्रम ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर सिविल लाइन्स में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के शुभारंभ मुख्य वक्ता में यातायात निरीक्षक पवन कुमार पाण्डेय को प्रधानाचार्य विक्रम बहादुर सिंह परिहार द्वारा अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।

सम्मान के क्रम में समाज सेवी नितीश शुक्ल व सतेन्द्र कुमार तथा पूर्व छात्र मृदुल वाजपेई को अंग वस्त्र भेंट किया गया, यातायात निरीक्षक ने 700 छात्र/छात्राओं व विद्यालय के शिक्षकगण को यातायात नियमों का पालन करने हेतु जागरूक किया गया। पवन पाण्डेय ने उपस्थित छात्र/छात्राओं व विद्यालय के स्टाफ को संबोधित करते हुए सड़क दुर्घटना से होने वाले क्षति के बारे में विस्तार से अवगत कराते हुये यातायात नियमों के पालन करने, दो पहिया वाहन को बिना हेलमेट न चलाने, दो पहिया वाहन पर दो से अधिक सवारी न बैठाने, चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट लगाये जाने, ड्राइविंग लाइसेंस और वाहन संबंधी प्रपत्रों को साथ रखने अथवा डीजी लॉकर में रखने, एम्बुलेंस एवं अग्निशमन वाहन को पास दिए जाने, गलत साइड से वाहन न चालने, नशे की हालत में वाहन न चलाने, वाहन चलाते समय मोबाईल फोन पर बात न करने, तेज गति से वाहन न चलाने आदि के सम्बन्ध में विधिक और व्यवहारिक जानकारी दी गयी। 

यातायात के 10 स्वर्णिम सिद्धान्त,सड़क के प्रकार,सड़क चिन्हों साथ ही महोदय द्वारा उपस्थित छात्राओं को महिला अपराधों से सम्बन्धित जानकारी देते हुये शासन और पुलिस द्वारा चलाये जा रहे मिशन शक्ति अभियान के बारे में भी जागरुक किया गया। सड़क पर दुर्घटना होने पर घायल व्यक्तियों की मदद करने हेतु 108 नम्बर डायल कर एम्बुलेंस को तथा 112 नम्बर डालय कर पुलिस को सूचना दें। कार्यक्रम के दौरान यातायात पुलिस द्वारा छात्र/छात्राओं को यातायात नियमों से सम्बन्धित पम्पलेट वितरण किये गये। कार्यक्रम में छात्रों ने अपने विचार भी व्यक्त किए,कार्यक्रम में विद्यालय अध्यापकगण दीपक यादव, कमलेश चौरसिया, रत्नेश चतुर्वेदी,अशोक मिश्रा, मनीष मिश्रा अन्य लोग भी उपस्थित रहे।

जय भीम पांच एकड़ के नारों से गुंजायमान होता रहा संविधान महोत्सव

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज।डा.अम्बेडकर क्लब, प्रबुद्ध फाउंडेशन, देवपती मेमोरियल ट्रस्ट, बाबासाहेब शादी डाट काम, डा. अम्बेडकर वेलफेयर एसोसिएशन (दावा) और डा. अम्बेडकर वेलफेयर नेटवर्क (डान) के संयुक्त तत्वावधान में संविधान के सम्मान में संविधान दिवस (26 नवम्बर 1949) की 75 वीं वर्षगांठ पर सिविल लाइन स्थित धरना स्थल पर एकदिवसीय संविधान मेला व संविधान महोत्सव - 2024 का आयोजन कर भव्यता के साथ मनाया गया।

संविधान महोत्सव की अध्यक्षता करते हुए उच्च न्यायालय के अधिवक्ता शुकदेव राम ने संविधान मेला की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए बताया कि भारत का संविधान देश को सौंपते वक्त डा. बाबासाहेब अम्बेडकर ने देश के शासक वर्ग और देश की जनता को आगाह किया था कि जब भारत का संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू होगा तो राजनैतिक समानता वन मैन वन वोट- वन वोट वन वैल्यू का अधिकार तो मिल जाएगा और यह राजनैतिक अधिकार एक ही बार और एक ही साथ भारत के नागरिकों को हासिल हो जाएगा किंतु सामाजिक और आर्थिक क्षेत्रों में हम सामान नहीं होंगे यदि यह विषमता आने वाले दिनो में जल्द से जल्द निपटाकर दूर नहीं किया गया तो जो लोग असमानता से पीड़ित हैं वो राजनैतिक ढांचे के परखचें उड़ा देंगे।

शुकदेव ने आगे बताया कि संविधान के लागू होने के 74 वर्ष बाद भी उपरोक्त चेतावनी पर ध्यान नहीं दिया गया जिसके कारण सामाजिक, आर्थिक आदि क्षेत्रों में विषमताएं घटने की जगह बढ़ी हैं और संविधान के लिखे हुए उद्देश्य समता, स्वतंत्रता, बंधुत्व की भावना और सबको समान न्याय कोरा आश्वासन साबित हुआ है और आर्थिक स्वाधीनता के लिए कोई कदम शासन द्वारा उठाया ही नहीं गया है जिसकी वजह से धनी और धनी और गरीब और गरीब होता गया है तथा लोकतांत्रिक प्रणाली भी भंग हो गई है।

वरिष्ठ समाजसेवी लल्ला कुमार अहेरवार बतौर मुख्य अतिथि अपने संबोधन में कहा कि डा. बाबासाहेब अम्बेडकर द्वारा लिखित पुस्तक राज्य और अल्पसंख्यक में सुझाव है कि कृषि और उद्योगों का राष्ट्रीयकरण होना चाहिए तथा निजी संपत्ति के अधिकार को खत्म किए बिना ही राष्ट्रीयकरण करने से उत्पादन के साधनों में बढ़ोतरी होगी तथा रोजगार के अवसर मिलेंगे। कृषि पर राज्य का नियंत्रण हो और कोऑपरेटिव बेसिस पर कृषि करने से जमीनों के और टुकड़ा होने से बचा जा सकता है तथा कृषि में लगे हुए लोगों की रुचि होने से उत्पादन भी बढ़ेगा। ठीक उसी तरीके से उद्योगों के राष्ट्रीयकरण से लाभों में मजदूर का हिस्सा लगेगा और रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। जमीनों से सामंतों के पुराने रिश्ते में ढिलवई आएगी और कृषि में काम करने वाले कामगारो के नए रिश्ते जुड़ेंगे किन्तु इस सुझाव पर भी शासक वर्ग ने आजतक ध्यान नहीं दिया।

लल्ला जी ने आगे बताया कि स्वाधीनता के बाद ग्रामसमाज की परती, बंजर, ऊसर, भूदान की जमीने अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों में न बांटी गई और न उनकी रक्षा की गई जिसे सामंती वर्ग ने कब्जा करके हड़प लिए तथा जो जमीने आवास हेतु तथा कृषि हेतु बांटी भी गई उनके पट्टे कैंसिल कराकर सवर्ण शोषक वर्ग ने हड़प लिया। डा. बाबासाहेब अम्बेडकर के सुझाव और दबाव के कारण समाज कल्याण विभाग ने अनुसूचित जातियों एवं अनुसूचित जनजातियों के भूमिहीन तपकों में भूमि आवंटन हेतु काश्तकारों से जमीन खरीदी जिनपर समाज कल्याण का नाम वितरित भूमियों पर दर्ज हुए किन्तु दलित विरोधी समाज कल्याण के अधिकारियों ने दलितों में समाज कल्याण की जमीन बांटा ही नहीं और जिन काश्तकारों से समाज कल्याण ने जमीन खरीदी उल्टे उन्हें ही कब्जा दिला दिए। वो जमीन विक्रेता सामंतों की ही रह गई भले ही उत्पादन का कुछ हिस्सा समाज कल्याण विभाग को आता रहा हो ?

डॉन संस्थापक आईपी रामबृज ने बतौर विशिष्ट अतिथि अपने विचार रखते हुए बताया कि दलित यह महसूस करते हैं कि उनकी पुरानी पुश्तैनी आबादी जिस पर वो पीढ़ी दर पीढ़ी गुजर बसर कर रहे हैं उसे उनके नाम पर आबादी दर्ज ही नहीं की जाती, मौके पर आबादी न लिखकर जमीदार की बाग, बंजर, परती, तालाब आदि दर्ज करते हैं जिसका नाजायज फायदा उठाकर शोषक वर्ग उन्हें उजाड़ने में सफल हो जाता है।

प्रतियोगी छात्र इंद्रजीत राव ने बतौर विशिष्ट अतिथि अपने विचार रखते हुए बताया कि भारत जैसे कृषि प्रधान देश में कृषि में लगे अनुसूचित जाति के भूमिहीन खेतिहर मजदूरो की लंबी फौज है जो हाड़ तोड़ मेहनत करके कृषि उत्पादन करते हैं, दूसरों को खिलाते हैं किन्तु स्वयं भूखे रह जाते हैं, जो खेती में लगे हुए हैं उनके पास खेत नहीं है और जो परदानसीन घराने हैं जो हल की मुठिया पकड़ना धर्म के खिलाफ समझते हैं उनके पास सारे खेत हैं। भारत के दलितों की गरीबी दुनिया में अजीब व गरीब नजीर बनी हुई है किन्तु भारत के शासको को इसका न गम है और न शर्म है। विकास के नाम पर किए जा रहे जो काम हो रहे हैं वह गरीबों का विकास, बेरोजगारी का विकास, असमानता का विकास और शोषण का विकास लगता है। सत्ता अपनी उपलब्धियो को गिनाते हुए थकती ही नहीं है जबकि आजादी के 75 वर्ष की लंबी अवधि के अंदर क्या-क्या होना चाहिए था तथा किन कामों की वरीयता देनी थी और अभियान के तौर पर नीचे के तपको को उठाना था वह क्यों नहीं हुआ है? इसके लिए कौन जिम्मेदार है ?

अभिषेक आजाद ने बतौर विशिष्ट अतिथि अपने सम्बोधन में कहा कि दलितों की दुर्दशा और दयनीयता बुरे कानूनो की वजह से नहीं और न अच्छे कानूनो को अमल में लाने से है बल्कि शासन में बैठकर संविधान को लागू करने वाले शासको के दलित विरोधी दृष्टिकोण की वजह से है जो सवालों के पक्षधर और दलितों के विरोदी, सवर्णों के प्रति हमदर्दी और दलितों के प्रति बेदर्दी यह भावना सामाजिक और आर्थिक विरोध के कारण उत्पन्न होती है जो प्रत्येक हिंदू में जन्मजात पाई जाती है। ये भावनाएं वर्ग संघर्ष का कारण बनती हैं। अगर वर्ग संघर्ष से बचना है तो दलितों को उत्पादन का साधन देने के लिए बंजर, परती, ऊसर, भूदान व चकबंदी से छूटी हुई भूमियों तथा समाज कल्याण द्वारा खरीदी गई भूमियों तथा बड़े-बड़े काश्तकरो की जोत की हकबंदी कानूनो को लागू करके तथा मठ और मंदिरों आदि संस्थानों की बेनामी संपत्तियों को सर प्लस घोषित करते हुए बांटना अतिआवश्यक हो गया है ताकि लम्बे अवधि से इंतजार की गई दलितों की मांगों को पूरा किया जा सके जो दलितों की मुख्य समस्या के समाधान को कारगर साबित हो सके।

संविधान मेला व संविधान महोत्सव में आए हुए हजारों की संख्या में भूमिहीन खेतिहर मजदूरो ने संकल्प लिया की जमीन और उद्योगों के राष्ट्रीयकरण हेतु डा. अम्बेडकर वेलफेयर नेटवर्क (डान) के बैनर तले राष्ट्रीय मुद्दा बनाकर राष्ट्रव्यापी अभियान चलाया जाएगा। राष्ट्रीयकरण का यह अभियान प्रयागराज की धरती से शुरू होकर देश के प्रत्येक राज्यों, राज्यों के प्रत्येक जिलों, जिलों की प्रत्येक तहसीलों, तहसीलों स्थित प्रत्येक विकासखंडों और प्रत्येक विकासखंड स्थित हर गांवो और गली कूचों तक यह अभियान पहुंचकर देश की आजादी और संविधान लागू होने के बाद जिन राजनैतिक दलों को पहला मुद्दा बनाना चाहिए लेकिन किसी भी राजनैतिक दल ने इसे मुद्दा बनाया ही नहीं? अब अब जमीन और उद्योगों के राष्ट्रीयकरण के लिए डा. अम्बेडकर वेलफेयर नेटवर्क (डान) सड़क से संसद तक संघर्ष कर उक्त दोनों मुद्दों की प्राप्ति तक अनवरत सतत संघर्ष करते हुए नजर आएगा।

प्रधानमत्री तथा मुख्यमंत्री के नाम जिलाधिकारी को सौंपा गया

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज । उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में दिनांक 27 नवम्बर 24 दिन बुधवार को डी एम कार्यलय पर ज्ञापन दिया गया प्रयागराज जिलाध्यक्ष पंकज प्रताप सिंह ने 2 अक्टूबर को सौंपे गये ज्ञापन की मागों को पूरी नहीं होने पर नाराजगी जताते हुए आन्दोलन की चेतावनी देते हुए जिलाधिकारी प्रयागराज को ज्ञापन दिया ।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानू प्रताप सिंह के आदेशानुसार उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में सभी जिलाधिकारियों को ज्ञापन दिया जा रहा है जिस क्रम में प्रयागराज जिलाधिकारी कार्यालय के सामने भारतीय किसान यूनियन भानू के कार्यकर्ता उपस्थित हुए

प्रयागराज की प्रमुख मांगे -

1.किसान आयोग का गठन ताकि किसान अपनी फसलों का खुद ही कीमत लगा सके

2.उत्तर प्रदेश में पिछड़े वर्गों को जनजाति का दर्जा

3. किसानों को डीएपी खाद की पूर्ति किया जाए

4.धान क्रय केंद्रों में बिना दलाल व बिना पैसा दिए समय से धान तौल कराया जाए

5.ओवरलोड वाहनों से लगातार ध्वस्त हो रही रोड़ों को ओवरलोड ट्रकों से मुक्त कराया जाए .

व अन्य कई किसानों की समस्याओं को लेकर के प्रयागराज डीएम कार्यालय के सामने सभी किसान साथी एकत्रित हुए हैं ।

जिलाधिकारी जल्द से जल्द अगर ज्ञापन नहीं लेते हैं तो भारतीय किसान यूनियन (भानू) के कार्यकर्ता आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन ( भानू ) के संगठन मंत्री राकेश सिंह , प्रदेश महासचिव डाक्टर बी के सिंह , प्रदेश सचिव लाल पुष्प राज सिंह , मण्डल महा सचिव अंकुश शुक्ला , महिला मोर्चा मण्डल अध्यक्ष सुमन अवस्थी , जिला अध्यक्ष पंकज प्रताप सिंह संदीप पाण्डेय रुबी बानो , आल्या इत्यादि सैकड़ा किसान पुरुष महिला कार्यकर्ता मौजूद रहे तथा

कौशाम्बी में जिलाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह (राजू सिंह) और महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष अरुण कन्या के अगुवाई में संगठन के सैकड़ो किसान जिला मुख्यालय मंझनपुर के डायट मैदान में एकत्रित हुए।उसके बाद नारा लगाते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। जिलाध्यक्ष ने जिलाधिकारी कौशाम्बी को ज्ञापन सौंपा।

जिलाध्यक्ष राजू सिंह ने जिलाधिकारी से मिलकर क्षेत्र के लेखपाल और कानूनगो के स्थानान्तरण की मांग रखी।जिलाध्यक्ष ने तीन वर्ष से ज्यादा वक्त बिताने वालो की स्थानान्तरण का मांग रखा।जिलाध्यक्ष ने चायल तहसील के भ्रष्टाचार जिम्मेदारों पर कार्यवाही की मांग रखा।जिलाध्यक्ष ने पूर्व में दिए गए ज्ञापनों पर कार्यवाही न होने पर नाराजगी जताया और कहा किसान अपनी समस्या को हल कराने के लिये ज्ञापन के माध्यम से अधिकारी को अवगत कराते है लेकिन कौशाम्बी के जिम्मेदार शासन के मनसा को हवा में उड़ाते हुए किसानों के मांगो के ज्ञापन को रद्दी की तरह फेक देते है।यह है कौशाम्बी जिले के जिम्मेदारों का किसानों के प्रति प्रेम। अब नही देंगे ज्ञापन होगा आंदोलन। जिलाध्यक्ष ने बाद में कहा कि संगठन अब ज्ञापन नही देगा यदि कार्य नही हुआ तो अब आंदोलन होगा।इस मौके पर कौशाम्बी से जिला उपाध्यक्ष ज्ञान सिंह यादव, अयोध्या प्रसाद यादव,जिला महासचिव बिरेन्द्र कुमार,तहसील अध्यक्ष शारदा प्रसाद,ब्लाक अध्यक्ष तीरथ सिंह, सुशीला देवी,बिट्टी देवी,लवकुश,रवि,दिवाकर कुशवाहा,नत्थूराम पंडा,अर्जुन पंडित आदि संगठन के सैकड़ो किसान शामिल रहे।

निपुण लक्ष्य एवं लर्निंग आउटकम पर आधारित आकलन नैट परीक्षा कराये जाने को निर्देश

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा परिषदीय विद्यालयों में कक्षा 1 से 8 तक अध्ययनरत समस्त छात्र/छात्राओं का परख एप के माध्यम से निपुण लक्ष्य एवं लर्निंग आउटकम पर आधारित आकलन नैट परीक्षा कराई जाने के निर्देश दिए गए हैं ,इसी के अनुक्रम में समय सारणी के अनुसार जनपद प्रयागराज के विकासखंड होलागढ़ आकलन के दूसरे दिन को कक्षा 4 से 8 तक के विद्यार्थियों का आकलन किया गया।

उक्त आकलन में विकासखंड होलागढ़ के प्रथम दिवस कुल नामांकन 4415 कक्षा 1-3 के सापेक्ष 4351विद्यार्थी 98.55%उपस्थित रहे, जबकि द्वितीय दिवस कक्षा 4-8 में कुल नामांकन 7836 के सापेक्ष 7646 विद्यार्थी 97.58% उपस्थिति प्रतिशत रही।

नैट परीक्षा के अनुश्रवण हेतु जनपद स्तर से शिक्षा अधिकारी ,एकेडमिक रिसोर्स, शिक्षक संकुल टीम एवं ब्लॉक स्तरीय टास्क फोर्स के सदस्य तहसीलदार सोरांव ,पूर्ति निरीक्षक, खण्ड विकास अधिकारी समेत अनेक अधिकारियों द्वारा रोस्टर के आधार पर विद्यालयों का अनुश्ररण किया गया।

निपुण एसेसमेंट टेस्ट के विषय में जानकारी देते हुए खण्ड शिक्षा अधिकारी लाल जी शर्मा ने बताया कि इस परीक्षा के आयोजन का उद्देश्य विद्यालयों में बेहतर एवं सकारात्मक शैक्षणिक वातावरण का सृजन करना है ,आकलन के माध्यम से छात्र-छात्राओं के वर्तमान अधिगम स्तर का पता लगाया जा रहा है जिससे कि गैप एनालिसिस करते हुए छात्र-छात्राओं को आधार आवश्यकता आधारित अनुसमर्थन प्रदान किया जा सके।पूर्ण पारदर्शिता एवं शुचिता के साथ नैट परीक्षा संपन्न हुयी।