मिर्ज़ापुर: ADM के निर्देश पर चला अभियान ईंट भट्ठा मालिको में मचा हड़कंप, जाने क्या रहा पूरा मामला

संतोष देव गिरि, मिर्ज़ापुर। उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर जिले में एक अभियान ने ईंट भट्ठा मालिकों में हड़कंप मचा दिया, आलम यह रहा कि सभी भागते फिरते हुए नज़र आए हैं. दरअसल, मामला यह रहा कि लंबे समय से मिर्ज़ापुर जिले के सदर तहसील क्षेत्र में ईंट भट्ठा मालिकों पर राजस्व बकाया चला आ रहा था. बार-बार अवगत कराएं जाने के बाद भी कोई टस से मस नहीं हो रहा था ।

जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन के आदेशानुसार एवं अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व शिव प्रताप शुक्ल के निर्देश पर तहसील सदर के सभी ईंट भट्टा पर बकाया वसूली हेतु छापेमारी की गई. इससे पूरे दिन क्षेत्र के ईंट भट्ठों पर हड़कंप मचा रहा है.

बताते चलें कि सदर तहसील के 97 से अधिक ईंट भट्टा पर उपजिलाधिकारी सदर गुलाब चन्द्र के नेतृत्व में नायब तहसीलदार सदर सुरेंद्र प्रताप सिंह एवं 2 दर्जन अमीनों (राजस्व टीम) की टीम छापेमारी कर रहीं हैं. जिलाधिकारी मिर्ज़ापुर के निर्देश पर 24 घंटे में बकाया धनराशि जमा करने के निर्देश सख़्त निर्देश दिए गए हैं. तहसीलदार सदर ने बताया है कि क्षेत्र के 97 ईंट भट्टा मालिकों पर 51 लाख से अधिक का बकाया चला आ रहा है ।

जिसके लिए उन्हें कई बार अवगत भी कराया जा चुका है बावजूद इसके कोई प्रतिक्रिया न होने से यह कदम उठाया जा रहा है. उन्होंने बताया है कि जमा नहीं करने पर ईंट भट्टा सील कर दिया जाएगा. वहीं उपजिलाधिकारी सदर गुलाब चन्द्र ने बताया कि तमाम दिशा निर्देश और सहुलियत दिए जाने के बाद भी विवश हो सख़्त कदम उठाने पड़े हैं.

चोरों ने दो दुकानों का ताला तोड़, पुलिस को दी चुनौती, सीसीटीवी कैमरा बने निष्क्रिय

मिर्ज़ापुर। मौसम बदलते ही जिले में चोरी की घटनाओं में भी इजाफा होने लगें हैं। बीती रात चोरों ने जनपद के अहरौरा थाना क्षेत्र अंतर्गत इमलिया चट्टी में दो दुकानों का ताला चटकाकर पुलिस की रात्रि गश्त प्रणाली को चुनौती दे दी है. एक ही रात दो दुकानों में चोरी की इस वारदात से इलाके में सनसनी फ़ैल गई है. लोगों को चोरों का खौफ सताने लगा है।

इमलियां चट्टी पुलिस

चौकी अंतर्गत चोरों द्वारा दी गई दस्तक से लोग सवाल कर रहे हैं कि जब पुलिस चौकी के समीप वाले एरिया में चोरों की सक्रियता बनी हुई है तो भला सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति क्या हो सकती है।

बताते चलें कि अहरौरा थाना क्षेत्र अंतर्गत इमलियां चट्टी बाजार में अब्दुल कयूम की मेडिकल स्टोर की दुकान है, नित्य की भांति रात्रि में वह दुकान बंदकर अपने घर चलें गएं थे. सुबह उनकी नींद भी नहीं खुली थी कि दुकान में चोरी हो जाने की खबर मिलते ही उनके होश उड़ गए. बदहवास हालत में वह दुकान पहुंचे तो देखा दुकान का सटर आधा उठा हुआ था, ताला टूटा हुआ था. दुकान के अंदर का नजारा और भी दुखदाई रहा है।

सारा सामान इधर-उधर बिखरा होने के साथ पेटी से तीन चार दिन का नगदी, शैक्षिक प्रमाण पत्रों के साथ अन्य कई दस्तावेज भी नदारद रहे हैं. समीप के ही पापुलर जनरल स्टोर के दुकान में भी चोरी की वारदात को अंजाम देते हुए चोरों ने ताला चटकाकर नगदी सहित जनरल के सामानों पर हाथ फेर दिया था. दुकानदार प्रमोद कुमार के मुताबिक चोरों ने दुकान में रखे तकरीबन 12 हजार नगदी सहित कई कीमती जनरल स्टोर्स के सामानों को उठा ले गए हैं।

आश्चर्य की बात है कि चोरी की दोनों घटनाएं इमलियां चट्टी पुलिस चौकी अंतर्गत हुईं हैं. और तो और सुरक्षा की दृष्टि से हर गतिविधियों पर पैनी नजर गड़ाए रखने के लिए चौराहे पर लगाएं गए सीसीटीवी कैमरा निष्क्रिय बताएं जा रहें हैं. वहीं दूसरी ओर रात्रि गस्त के नाम पर पुलिस पर भी लोग निष्क्रिय बनें रहने का आरोप लगाते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि ठंड के शुरुआत होते ही चोर इलाके में सक्रिय हुए हैं।

चोरी की घटना की जानकारी होने पर पहुंची पुलिस ने मौका मुआयना करने के साथ-साथ आस-पास में भी छानबीन किया है. अहरौरा थाना प्रभारी के मुताबिक चोरी होने की सूचना हुई है. मौके का छानबीन कर तहकीकात किया जा रहा है।

मिर्ज़ापुर: यूपी राज्य महिला आयोग की सदस्य ने जिला कारागार के महिला बैरक का किया निरीक्षण

मिर्ज़ापुर। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य श्रीमती नीलम प्रभात द्वारा जिला कारागार मिर्ज़ापुर की महिला बैरक में निरूद्ध महिला बन्दियों एवं उनके साथ रह रहे बच्चों की कुशलता जानने की गरज से बुधवार को निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के समय कारागार के मुख्य गेट पर सदस्य को पीएसी के सशस्त्र गार्ड द्वारा सलामी दी गयी. निरीक्षण के दौरान उनके साथ जिला प्रोवेशन अधिकारी शक्ति त्रिपाठी, उप जिला मजिस्ट्रेट, उपस्थित रहें।

निरीक्षण के दौरान महिला बैरक गेट पर स्मिता भाटिया, उप जेलर द्वारा पुष्पगुच्छ देकर सदस्य का स्वागत किया गया. तत्पश्चात जेलर राजेश कुमार वर्मा से महिलाओं एवं महिला बंदियों के बच्चों को दी जा रही सुविधाओं के विषय में जानकारी प्राप्त की गयी. जेलर द्वारा बताया गया कि वर्तमान में 27 महिला बन्दी निरूद्ध है, जिसमें महिला बन्दी नगीना देवी का एक 6 माह का पुत्र एवं दुलारी देवी की एक पुत्री 3 वर्ष 6 माह की है. सदस्य द्वारा महिला बन्दियों के बच्चों को चाकलेट का पैकेट एवं वस्त्र प्रदान किया गया. बंदी महिलाओं के बच्चों को मिल रही सुविधाओं के बारे में पूछा गया, जिस पर महिला बन्दियों ने बताया कि उनके बच्चों को फल व दूध प्रतिदिन मिलते है, इसके अतिरिक्त बच्ची थोड़ा बहुत खाना भी खाती है।

महिला बैरक के अन्दर महिला बन्दियों के पठन-पाठन के सम्बन्ध जानकारी प्राप्त किये जाने पर जेलर द्वारा अवगत कराया गया कि महिला बन्दियों को शिक्षित किये जाने हेतु एक शिक्षाध्यापक संतोष कुमार पाण्डेय नियुक्त है, जिनके द्वारा बन्दियों को शिक्षित किये जाने के साथ-साथ पीटी एवं योग भी कराया जाता है. महिला बैरक के अन्दर झूले, क्रेच, वाटर पियूरीफायर, गीजर तथा साफ-सफाई की व्यवस्था देखकर सदस्य द्वारा प्रसन्नता व्यक्त की गयी तथा कहा गया कि महिला बंदियों को जेल में अनुमन्य सुविधाएं देने के साथ उनके बच्चों को संस्कार युक्त शिक्षा संस्कार के साथ उनके उत्तम स्वास्थ्य का भी विशेष ध्यान रखा जाए इसमें किसी भी प्रकार की कोई भी कोताही सामने नहीं आनी चाहिए. उन्होंने कहा ताकि यह बच्चे यहां से निकलने के बाद नेक राह और शिक्षा संस्कार को अपनाने में कामयाब हो, उनके उपर जेल की छाप न हो. इस अवसर पर स्मिता भाटिया, उप जेलर, ज्ञानेन्द्र स्वरूप दूबे, उप जेलर, विजय शंकर दूबे, उप जेलर, सुनीता देवी, महिला हेड जेल वार्डर एवं अनीता देवी, महिला जेल वार्डर आदि कर्मचारीगण उपस्थित रहें।

महिला जन सुनवाई व समीक्षा बैठक के दौरान जिपं सभागार में सुनी फरियाद

जिला पंचायत सभागार में महिला जन सुनवाई व समीक्षा बैठक का आयोजन महिला कल्याण विभाग के तत्वावधान में किया गया. जहां उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य नीलम प्रभात द्वारा जिला कारागार, जिला महिला बंदी बैरक सहित प्राथमिक विद्यालय कर्णावती, लाल डिग्गी के औचक निरीक्षण के पश्चात महिला जनसुनवाई कार्यक्रम में लोगों की समस्याओं को सुना गया. कार्यक्रम दौरान अपर उप जिलाधिकारी भरत लाल सरोज, क्षेत्राधिकारी शिखा भारती, महिला थाना अध्यक्ष ज्ञानू प्रिया, परिवार परामर्श केन्द्र निरीक्षक शशि तिवारी, सीडीपीओ शहर चंद्रप्रभा अधिकारीगण उपस्थित रहे. जिला प्रोबेशन अधिकारी शक्ति त्रिपाठी द्वारा कार्यक्रम के उद्देश्य महिला उत्पीड़न की रोकथाम एवं पीड़ित महिलाओं को त्वरित न्याय पर प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम का संचालन किया गया. कार्यक्रम दौरान कुल 22 प्रकरण दहेज उत्पीड़न, घरेलू हिसा, जमीन विवाद, साइबर क्राइम, आर्थिक सहायता, मारपीट आदि के दर्ज हुए।

जिसमें कार्यक्रम अध्यक्ष द्वारा त्वरित संज्ञान में लेते हुए मुन्नी देवी थाना विंध्याचल, किरन थाना पडरी, सुलेखा, साइबर क्राइम, ज्योत्स्ना पाण्डेय, जमीन विवाद, अर्चना जायसवाल आदि के कुल 5 मामलों का फोरम से त्वरित निस्तारण किया गया. शेष अन्य, प्रकरणों को सम्बन्धित विभाग को रेफर किया गया. कार्यक्रम दौरान 150 महिला पुरूष उपस्थित रहे. जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा महिला कल्याण विभाग मिर्ज़ापुर द्वारा संचालित योजनाओं मसलन स्पांशरशिप योजना, निराश्रित महिला पेंशन योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना सामान्य, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना आदि पर सविस्तार जानकारी देते हुए जनपद में संचालित सक्रिय हेल्पलाइन नंबर 112,181, 1098, 1090 की जानकारी दी गई. इस दौरान वन स्टाप सेंटर से केंद्र प्रबंधक पूजा मौर्या, परामर्शदात्री प्रियंका सिंह, डीसीपीयू से बाल संरक्षण अधिकारी पंकज सिंह, नगीना सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता, समन्वय चाइल्ड लाइन समन्वयक अरुण मिश्रा, नीतू सिंह, केस वर्कर, अभिषेक सोनकर, सुपरवाइजर, देवी प्रसाद दूबे, केस वर्कर, पंचम बिंद, केस वर्कर उपस्थित रहे. पूजा मौर्या द्वारा उपस्थित महिलाओं से फिल्ड बैक लेते हुए सभी का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया।

प्रतियोगिता में विंध्याचल मंडल के चार बाल वैज्ञानिकों ने अपने हुनर का बिखेरा जलवा

मिर्ज़ापुर। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा राज्य स्तरीय विज्ञान मॉडल प्रतियोगिता 2023 का आयोजन लखनऊ स्थित अटल विहारी वाजपेयी साइंसटिफिक कन्वेंशन सेंटर लखनऊ में बुधवार, 27 नवम्बर 2024 को आयोजित किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन विज्ञान एवं प्रौद्यौगिकी मंत्री अनिल कुमार राजभर एवं राज्यमंत्री अजीत सिंह पाल, प्रमुख सचिव पंधारी यादव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी उत्तर प्रदेश शासन ने किया. प्रतियोगिता में विंध्याचल मंडल के चार प्रतिभागी बच्चों श्रेयांश विश्वकर्मा, नागेंद्र मौर्य, विकास कुमार एवं वेदांश मिश्रा को प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

इस दौरान मंडल समन्यवयक सुशील कुमार पाण्डेय प्रवक्ता भौतिक विज्ञान गुरुनानक इंटर कॉलेज मिजार्पुर को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री अजीत सिंह पाल एवं प्रमुख सचिव विज्ञान प्रौद्योगिकी पंधारी यादव ने बच्चों को विज्ञान में अभिरुचि बढ़ाने एवं जन-जन में विज्ञान के महत्व बताने हेतु प्रोत्साहन सम्मान पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

डा. सौरभ चीन बिक्स साइंस एनोवेशन एंड इंक्युबेशन पार्क फॉर न्यू एरा की अंतर्राष्ट्रीय सलाहकार समिति के बने सदस्य

मिर्जापुर। भारत के सर्वोच्च शिक्षण संस्थानों में से एक जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) कंप्यूटर साइंस विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर तथा उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर जिले के सिटी विकास खंड क्षेत्र के विजयपुरा गांव निवासी सुरेंद्र शर्मा के बड़े पुत्र डॉक्टर सौरभ शर्मा को चीन में चीन-ब्रिक्स साइंस एनोवेशन एंड इंक्युबेशन पार्क फॉर न्यू एरा की अंतर्राष्ट्रीय सलाहकार समिति के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया है।

डा. सौरभ के नाम एक और उपलब्धि जुड़ने पर उनके परिवार सहित पूरे गांव और जनपद में हर्ष व्यक्त किया गया है. अपने लाल कि इस कामयाबी पर लोगों ने कहा है कि सौरभ की इस उपलब्धि से उनके परिवार ही नहीं समूचे जनपदवासियों को उन्होंने गौरवान्वित किया है।

बताते चलें कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के बैनर तले वामपंथ के गढ़ दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ चुनाव में 14 वर्ष बाद संयुक्त सचिव पद पर परचम लहराकर मिर्ज़ापुर जनपद का मान बढ़ाने वाले सिटी ब्लॉक के विजयपुरा ग्राम निवासी सुरेन्द्र शर्मा के बड़े बेटे वर्तमान असिस्टेंट प्रोफेसर (जेएनयू ) डॉ सौरभ शर्मा को पिछले दिनों चीन में चीन-ब्रिक्स साइंस एनोवेशन एंड इंक्युबेशन पार्क फॉर न्यू एरा की अंतर्राष्ट्रीय सलाहकार समिति के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया है. जिनकी इस कामयाबी पर उनके गृह गांव व क्षेत्रवासियों में गर्व व हर्ष का माहौल है. प्रोफेसर डॉक्टर सौरभ के गांव के लोग बताते हैं कि वह शुरू से ही होनहार छात्र के रूप में गांव में पहचान बनाने में कामयाब रहे हैं. जिनकी प्राथमिक शिक्षा दीक्षा मिर्जापुर जनपद स्थित पैतृक गांव में ही हुई है।

प्राथमिक शिक्षा पूर्ण करने के पश्चात वह निरंतर आगे बढ़ते गए और उच्च शिक्षा के लिए देश की राजधानी दिल्ली को उन्होंने अपना लक्ष्य बनाया जहां वह एक पर एक कामयाबी हासिल करते गए. ग्रामीण बताते हैं कि वह जब कभी भी गांव आते थे तो गांव वालों से उनका उसी सरलता और सहजता के साथ मिलना उठना बैठना लोगों को भा जाता था. भारत देश की राजधानी दिल्ली के बाद उन्होंने अपने कामयाबी का परचम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लहराते हुए अपने पूरे गांव परिवार देश और प्रदेश को गौरवान्वित किया है. प्रोफेसर डॉक्टर सौरभ की इस कामयाबी पर उनके परिवार वालों को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआहै।

अपनी सांस्कृति को बचाना आज बहुत जरूरी-पं रत्नाकर मिश्र

मिर्जापुर। मां विंध्यवासिनी के पावन धाम में विधायक निवास पर मिर्जापुर की सांस्कृतिक विरासत पर आधारित पुस्तक 'विंध्य शिखर: मिर्जापु'र का विमोचन समारोह एवं पुस्तक परिचर्चा मंगलवार की शाम बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित नगर विधायक माननीय पंडित रत्नाकर मिश्र के कर कमलों द्वारा जिले के वरिष्ठ साहित्यकारों एवं संभ्रांत नागरिकों की गरिमामई उपस्थिति में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ साहित्यकार भोलानाथ कुशवाहा ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में पुस्तक के उपयोगिता पर प्रकाश डाला तथा इसे अपनी खोती जा रही संस्कृति को बचाए रखने के लिए आवश्यक बताया और कहा कि हम अपने पुराने आदर्शों को न भूलें। 

हिंदी श्री साहित्य संस्थान मिर्जापुर द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत चर्चित साहित्यकार आनंद अमित के सरस्वती वंदना एवं मां विंध्यवासिनी की आराधना से हुआ। मिर्जापुर के मूल निवासी एवं गाजियाबाद में निवासरत इस पुस्तक के लेखक डॉ मिथिलेश कुमार श्रीवास्तव शिखर ने मुख्य अतिथि, अध्यक्ष, विशिष्ठ अतिथि एवं अन्य सभी अतिथियों का अंगवस्त्रम भेंटकर सम्मान किया। मुख्य अतिथि ने इस पुस्तक के लेखक डॉ मिथिलेश कुमार श्रीवास्तव को अंग वस्त्रम से सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन कर रहे साहित्यकार आनंद अमित ने सभी अतिथियों का परिचय, स्वागत एवं पुस्तक के प्रकाशन पर प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि ने पुस्तक विमोचन कर पुस्तक के संदर्भ पर विस्तृत रूप से अपने विचार व्यक्त किया और बहुत सी बातें उन्होंने उपस्थित श्रोताओं के समक्ष रखी। मुख्य अतिथि ने कहा कि जिस मां विंध्यवासिनी की महिमा का वर्णन देवता लोग भी नहीं कर सकते, उनका वर्णन हम मनुष्य लोग क्या कर पाएंगे। उन्होंने आज सांस्कृतिक चेतना के लुप्त होने पर चिन्ता व्यक्त की। 

परिचर्चा के क्रम में राजीव मिश्रा, तरुण पांडेय, अनिल मिश्रा एवं विशिष्ट अतिथि राजपति ओझा ने साहित्यिक विमर्श में भाग लिया। प्रारम्भ में लेखक ने पुस्तक की प्रस्तावना, उद्देश्य एवं रूपरेखा पर प्रकाश डाला तथा स्पष्ट किया कि जिस जिले में मां विंध्यवासिनी, मां अष्टभुजा एवं मां काली एक साथ विराजमान हों, उस जिले का वर्णन किसी एक लेखक द्वारा संभव नहीं है, इसके लिए साहित्यकारों एवं विद्वानों की पूरी टीम को वर्षों तक लिखना पड़ सकता है। 

साहित्यकार आनंद अमित ने अपनी गीतों से सबको आकृष्ट कर आनंद की अनुभूति कराई। उन्होंने बताया कि इस पुस्तक में तहसील, ब्लॉक, ग्राम, नदी, तालाब, झरना, डैम, धार्मिक स्थल, चुनार किला, उद्योग धंधों आदि सहित प्राकृतिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, धार्मिक आदि सांस्कृतिक विरासत का वर्णन संक्षिप्त में किया गया है, जो पर्यटन की दृष्टि से अत्यंत उपयोगी है। विमोचन समारोह में पंडित सुधाकर मिश्र, पंडित पद्माकर मिश्र, विपिन पांडेय, अंकित दूबे, मनीष रावत, आनंद मिश्रा, मोहित मिश्रा, महेंद्र पांडेय, संदीप आदि संभ्रांत नागरिकों की गरिमामई उपस्थिति रही। इस अवसर पर मुख्य अतिथि माननीय पंडित रत्नाकर मिश्र ने सभी पधारे हुए अतिथियों को श्रीमद भगवतगीता की पुस्तक अपनी ओर से भेंट स्वरूप प्रदान की।

सीएचसी में अधिकारियों और कर्मचारियों को संविधान दिवस की दिलाई शपथ

लालगंज मीरजापुर ।सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में मंगलवार को संविधान दिवस के अवसर पर अधीक्षक डॉक्टर संजय सिंह ने अधिकारियों व कर्मचारियों को मौलिक कर्तव्य से अवगत कराते हुए संविधान में निहित मूल्यों और आदर्शों सहित राष्ट्र की एकता व अखंडता बनाए रखने की शपथ दिलाई।

इस दौरान अधीक्षक ने संविधान की प्रस्तावना को पढ़कर सभी लोगों को सुनाया। वहीं पर अधीक्षक ने बताया कि भारत के लिए आज का दिन काफी खास है। आज ही के दिन हमारे देश ने संविधान को अपनाया था। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के नेतृत्व में हमारा संविधान बना जिसके बाद इसे आज तक सर्वोपरि माना जाता है।

इस अवसर पर डॉक्टर पंकज सिंह, डॉक्टर ऋचा सिंह, शमीम अहमद वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक, एस एन सरोज, फार्मासिस्ट अवधेश द्विवेदी, भोला, अनिल पीसीपीएफ शब्बीर अहमद, नासिर, नीरज सिंह, मुकेश सिंह, सिद्धार्थ उपाध्याय आदि मौजूद रहे।

दहेज प्रतिषेध दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में संगोष्ठी कार्यक्रम का किया गया आयोजन

मीरजापुर । शासन के मंशानुरूप जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन की अध्यक्षता में संविधान दिवस सहित 26 नवम्बर दहेज प्रतिषेध दिवस उपलक्ष्य पर संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन सखी वन स्टाप सेंटर मीरजापुर के प्रांगण में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया इसके बाद संविधान दिवस पर संविधान प्रस्तावना को पढ़कर शपथ लिया गया।

इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे देवेन्द्र प्रताप सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मनीष तिवारी, सदस्य बाल कल्याण समिति सहित विभागीय अधिकारीगण सहित रीता वर्मा प्रिसपल, आर्य कन्या इंटर कालेज व जेसी इंटर कालेज, गीजापुर के अध्यापक व अध्यापिका संग 250 से अधिक छात्र-छात्राए, महिलाए व आशा कार्यकतार्ओं सहित विभागीय कार्मिको की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन कर रही जिला प्रोबेशन अधिकारी शक्ति त्रिपाठी द्वारा कार्यक्रम अध्यक्ष जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन0, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे, जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी को माल्यार्पण कर बुके व मुमेटो देकर सम्मानित किया व कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला गया।

इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा सभी महिलाओ व बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा गया कि आज पूरा देश 26 नवम्बर को संविधान दिवस व दहेज प्रतिषेध दिवस हर्ष व उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। भारत की संविधान प्रस्तावना को भारत के संविधान की आत्मा कहा जाता है जिसे आज के सभी बालक बालिकाओं सहित आम जनता को याद रखना चाहिए। हमारे समाज में दहेज प्रथा एक अभिशाप है प्रारंभ में यह प्रथा बेटी के शादी में उसके नव जीवन के शुरूआत हेतु उपहार स्वरूप देखा जाता रहा लेकिन समय काल के अनुसार यह प्रथा वर पक्ष के तरफ से धन प्राप्ति माध्यम बन गया इस प्रथा से हर दिन हजारों महिलाएं शोषण व दहेज हत्या की शिकार हो जाती है जिसके रोकथाम में भारत सरकार के दहेज प्रतिषेध अधिनियम 1961 लागू है ।

जिसका उद्देश्य समाज में दहेज उत्पीड़न पर रोकथाम सहित दोषियों को कड़ी सजा दिलाना है इस अधिनियम में दो सेक्शन 3 व 4 में दहेज लेना व देना दोनों को अपराध के श्रेणी में रखा गया है जिसमें 7 साल की कैद व दहेज हत्या पर आजीवन कारावास व 15 हजार जुमार्ना का प्रावधान है। हमारे जनपद- मीरजापुर को दहेज प्रथा से मुक्त जनपद बनाने के लिए महिला कल्याण विभाग मीरजापुर द्वारा विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन जिला स्तर व ब्लाक स्तर के कालेज, विधालयो में प्रतियोगिताओं, डिबेट, नुक्कड़ नाटक, द्वारा कराया जाता है सामुदायिक स्तर पर ब्लाक समन्वय से बैठकें कर दहेज प्रथा के दुष्कर परिणाम व कानून की जानकारी दी जाती है कहीं भी दहेज लेने या देने की सूचना किसी को मिले वह सीधे चाइल्ड लाइन 1098, 181, 112, 1098 पर सूचना देकर इस अपराध को रोकने में प्रशासन की मदद कर सकता है इस दौरान सूचनदाता के पहचान को गोपनीय रखा जायेगा।

आज बालिकाओं को हम शिक्षा के समान अवसर देकर आत्मनिर्भर बनाते हैं तो वह स्वयं ही दहेज कुप्रथा के खिलाफ लडने को तैयार हो जाता है हम न दहेज ले और न दहेज दे के सोच से ही समाज में परिवर्तन होगा इस लिए आम जनमानस से अपिल किया कि सोच बदलो, समाज बदलेगा। इस क्रम में अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे व मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा बताया गया कि दहेज उत्पीड़न हमारे समाज में कलंक के समान है जिसे बेटी-बेटा को एक समान अवसर का अधिकार शिक्षा क्षेत्र में देने से होगा तभी पुर्ण समाज इस अभिशाप से मुक्त होगा। कार्यक्रम दौरान जेसी इंटर कालेज व आर्य कन्या इंटर कालेज के आये छात्र-छात्राओ ने पेंटिंग व डिबेट, कहानी के माध्यम से दहेज प्रथा उन्मूलन हेतु जागरुक किया बच्चों के इस अनुपम प्रयास कि सराहना करते हुए जिलाधिकारी द्वारा पेंटिंग प्रतियोगिता में 10 बच्चों ने भाग लिया जिसमें से 03 बच्चियां को प्रथम स्थान पर राज नंदनी, द्वितीय स्थान रिया कसेरा को प्रशस्ति पत्र व मुमेटो देते हुए सम्मानित किया वहीं आदित्य यादव, पारुल पाल व सागर श्रीवास्तव को सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

दहेज प्रथा विषयक पर डिबेट कर रहे 25 छात्र-छात्राओ जयति पांडेय, पारुल, अनुष्ठा तिवारी, गरिमा अथर्व व प्रिस गुप्ता के अच्छे प्रदर्शन का सम्मान करते हुए प्रशस्ति पत्र, मोमेंटो सहित बेटी बचाओ बेटी बचाओ का टी-शर्ट व काफी कप गिफ्ट दें कर उत्साह वर्धन करते हुए यह संदेश दिया गया कि एक बच्चे का प्रथम टीचर उसकी मां व दूसरा टीचर अध्यापक होता है जहां बच्चे का आदर्श सामाजिकरण होता है हम बच्चों को एक समान अवसर व स्वतंत्रता देगे।

इस दौरान कार्यक्रम का संचालन कर रही जिला प्रोबेशन अधिकारी शक्ति त्रिपाठी ने बताया कि उनका पद जिला प्रोबेशन अधिकारी के साथ जिला बाल संरक्षण अधिकारी, जिला महिला संरक्षण अधिकारी, जिला बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारी के साथ जिला दहेज प्रतिषेध अधिकारी भी है कहीं पर भी दहेज लेने या देने की सूचना मिलने पर 24 घंटे के अन्दर त्वरित कार्यवाही कर समस्या का निस्तारण किया जाता है दहेज प्रथा रोकथाम हेतु जिला स्तर पर कमेटी का गठन है जिसकी भूमिका दहेज प्रथा सम्बन्धित प्रकरणों का संज्ञान में होते ही निस्तारण करना है जंनपद मीरजापुर में सभी ब्लाकों, सामुदायिक व प्राथमिक चिकित्सा केन्द्रों आदि स्थानों पर दहेज प्रथा रोकथाम जागरुकता हेतु होर्हिंग लगाए गए हैं जिसमें जिला प्रोबेशन अधिकारी का मोबाइल नंबर लिखा है।

कहीं भी किसी क्षेत्र में दहेज उत्पीड़न या लेन देन की सूचना मिलने पर कोई भी आम जनमानस या पीड़ित महिला अपनी शिकायत कर सकती है हमारे जनपद में महिला सुरक्षा व संरक्षण हेतु सखी वन स्टाप सेंटर कि स्थापना है जहां पर पांच संदर्भित सेवाओं के साथ महिला को हिंसा मुक्त वातावरण प्रदान किया जाता है वहीं जनपद में चाइल्ड लाइन हेल्पलाइन 1098 टीम का कुशल टीम रेलवे व जनपद पर दो भागों में संचालित है सरकारी विद्यालय में ताईक्वांडो का प्रशिक्षण चल रहा है जिससे की बालिकाएं स्वयं को कैसे सुरक्षित रखना सिखेगी। उन्होंने ने दहेज उत्पीड़न के बढ़ते मामलों का प्रमुख कारण पर प्रकाश डालते हुए बताया कि एक महिला आज किसी की बेटी है तो कल किसी की बहु होगी इस बात को ध्यान में रखते हुए सोशल मीडिया या फिल्मों के नाटकीय स्वरुप को वास्तविक जीवन में अपना कर अपने जीवन में भी ढालती है नव वधुएं व भावी सास धैर्य को धारण रखें, सास को मां के रुप में सम्मान करें करें, वहीं सास बहु को अपनी बेटी के रुप में जिस दिन से अपनानें लगेगी तो दहेज रुपी अभिशाप स्वत खत्म हो जायेगा। कार्यक्रम दौरान, वन स्टाप सेंटर, डी0सी0पी0यू, चाइल्ड लाइन के सभी कार्मिक उपस्थित रहे। केंद्र प्रबंधक पूजा मौर्या द्वारा सभी का सादर आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया।

मण्डलायुक्त की अध्यक्षता में मण्डलीय समीक्षा बैठक 28 नवम्बर को आयुक्त कार्यालय सभागार में

मीरजापुर, 25 नवम्बर 2024- शासन के निर्देश के क्रम में मण्डलायुक्त विन्ध्याचल मण्डल डॉ0 मुथुकुमार स्वामी बी0 की अध्यक्षता में दिनांक 28 नवम्बर 2024 को आयुक्त कार्यालय के सभाकक्ष में मण्डलीय समीक्षा बैठक की जायेगी।

उक्त आशय की जानकारी देते हुये संयुक्त विकास आयुक्त रमेश चन्द्र ने बताया कि उपरोक्त निर्धारित तिथि को पूर्वान्ह 10:00 से 01:30 बजे तक विकास प्राथमिकता कार्यक्रमो की समीक्षा की जायेगी, तथा 02:30 बजे से 04 बजे तक कानून व्यवस्था एवं ट्रैफिक व्यवस्था की समीक्षा एवं 04 बजे से राजस्व विभाग, खनिज विभाग अन्तर्गत संचालित कार्यक्रमो की समीक्षा मण्डलायुक्त द्वारा की जायेगी।

मेडिकल कालेज में आयोजित सेरेमनी का डीएम ने दीप प्रज्जवलित कर किया शुभारम्भ

मीरजापुर- जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने माँ विन्ध्यवासिनी स्वाशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय में ह्वाइट कोर्ट सेरेमनी का दीप प्रज्जवलित कर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर चतुर्थ सेमेस्टर में पहुंचने वाले अध्यनरत चिकित्सको को ह्वाइट कोट (यूनीफार्म) पहनाकर उन्हें सम्बोधित किया।

अपने सम्बोधन में जिलाधिकारी कहा इससे पहले तीन बैच आ चुके है आप सभी अपने सीनियर और अध्यापको से सीखेंगे तथा अस्पताल में जाकर सभी अभ्याय भी करें। उन्होंने कहा कि आप पास सोसइटी में देखते होंगे कि बचपन में हमे संस्कार दिया जाता है कि लोगो की मद्द करना एक बहुत ही पुण्य का काम होता है, वह चाहे किसी भी तरह का सहयोग अथवा मद्द हो। उन्होंने कहा कि सभी छात्र चिकित्सक के रूप में जब मरीज विशेषकर गरीब मरीजो का मद्द करेंगे तो वह और भी पुण्य का कार्य होता हैं। यहां पर डाक्टर का प्रोफेशन ही पुण्य कार्य मानते हुए चिकित्सक को ईश्वर का दूसरे रूप का दर्जा दिया गया हैं।

उन्होंने कहा कि चिकित्सक प्रोफेशन को जब इतना बड़ा सम्मान समाज के द्वारा दिया जाता है तो आप सब की भी लोगो के प्रति जिम्मेदारी बढ़ जाती हैं। उन्होंने कहा कि जब हमे कोई चीज मांगनी होती है तो हम ईश्वर के पास जाते है परन्तु जब किसी को शारीरिक व मानसिक किसी भी प्रकार का कष्ट होता है तो वह डाक्टर के पास आएगा और डाक्टर को उस कष्ट का निवारण करना होता है इस समय डाक्टरो को बहुत ही धैर्य पूर्वक लोगो के सामने पेश होकर उनके कष्ट का निवारण करना चाहिए। उन्होंने सभी अध्यनरत छात्रो को बधाई व शुभकामना देते हुए कहा कि अब चतुर्थ सेमेस्टर में अस्पतालों में जाकर भर्ती मरीजो का पूरे मनायोग के साथ कार्य करे, ताकि कोर्स पूरा होने के बाद जहां भी आप जाए और इस प्रोफेशन में लोगो की सेवा करते हुए सभी व आप जुड़े अध्यापको के प्रशंसा कर सकें। इस अवसर पर प्राचार्य मेडिकल कालेज संजीव कुमार सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित रहें।