केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं कृषि मंत्री चौहान से जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. शाह ने की सौजन्य भेंट

* जनजातीय कार्य, लोक परिसम्पत्ति प्रबंधन तथा भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने बुधवार को नई दिल्ली प्रवास के दौरान केन्द्रीय ग्रामीण विकास और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान से सौजन्य भेंट की। मंत्री डॉ. शाह ने पीएम जन-मन योजना में मध्यप्रदेश के 21 जिलों में कमजोर एवं पिछड़े जनजातीय समूह (पीवीटीजी) परिवारों के लिये 33 हजार 138 अतिरिक्त पीएम आवास मंजूर करने के लिये केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं कृषि मंत्री चौहान का ह्रदय से आभार जताया। मंत्री डॉ. शाह ने केन्द्रीय मंत्री चौहान को पीएम जन-मन के तहत पीवीटीजी परिवारों के हित में किये जा रहे नवोन्मेषी प्रयासों की विस्तार से जानकारी हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निवेशकों के साथ की वन-ऑन-वन मीटिंग्स प्रदेश के विकास के लिए रखी ठोस नींव


मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लंदन में निवेशकों और उद्योग जगत के अग्रणी लीडर्स के साथ वन-ऑन-वन मीटिंग्स कर प्रदेश में निवेश की व्यापक संभावनाओं पर चर्चा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नवकरणीय ऊर्जा, कृषि व्यवसाय, अधोसंरचना, स्वास्थ्य सेवा और आईटी जैसे विभिन्न क्षेत्रों में साझेदारी के अवसरों के संबंध में विस्तार से अवगत कराया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निवेशकों को राज्य की व्यापार अनुकूल नीतियों और प्रोत्साहनों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में उद्योग और नवाचार के लिए उपयुक्त वातावरण प्रदान करने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने राज्य की औद्योगिक क्षमता और इसके माध्यम से सतत विकास एवं नवाचार को बढ़ावा देने की अपनी दूरदर्शी सोच साझा की, जिसकी निवेशकों ने सराहना की।

मुख्यमंत्री. डॉ. यादव ने कहा “मध्यप्रदेश, निवेशकों के लिए न केवल अवसरों का केंद्र है, बल्कि एक ऐसा साझेदार है, जो उनके व्यवसाय को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में मदद करेगा।” उन्होंने प्रदेश में उद्योगों को सुगमता से स्थापित करने और संचालन के लिए सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही अधोसंरचना, कुशल कार्यबल और अन्य संसाधनों पर विशेष जोर दिया।

मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने 26/11 के शहीदों को दी श्रद्धांजलि यूके के इंडिया हाउस में स्मृति समारोह में हुए शामिल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मुंबई आतंकी हमले 26/11 की बरसी पर लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग द्वारा इंडिया हाउस में आयोजित स्मृति समारोह में देश के इतिहास की सबसे दुखद आतंकी घटना निरूपित किया। उन्होंने 26/11में शहीद हुए वीरों को याद कर श्रद्धांजलि दी।

मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने अपने मर्मस्पर्शी संबोधन में उस भयावह घटना की पीड़ा और स्मृतियों को बयाँ किया, जिसने न केवल प्रत्यक्ष पीड़ितों को बल्कि पूरे देश को अन्त:मन तक झकझोर दिया था। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इस तरह की घटनाओं को भूलने के बजाय उनसे सबक लेना और भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने का प्रयास करना हमारा कर्तव्य है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हमले में प्राणोत्सर्ग करने वालों शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं और एक शांतिपूर्ण भविष्य की कामना की। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने शहीदों की वीरता को सैल्यूट किया साथ ही उन जिंदगियों की दृढ़ता को भी सराहा जो इस त्रासदी से उबरकर आगे बढ़े।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इंडिया हाउस में 26/11 दुर्घटना पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस प्रदर्शनी में हमले से संबंधित दुर्लभ फोटोग्राफ्स और अन्य जानकारी विजुअली प्रदर्शित की गई, जो उस दुखद घटना की स्याह सच्चाई को बयान कर रही थी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यूके के विदेश दौरे पर इंडिया हाउस का भ्रमण कर उसकी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को और करीब से जाना।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव का लंदन में भारतीय उच्चायुक्त एवं प्रवासी भारतीयों ने किया आत्मीय स्वागत


मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का लंदन पहुंचने पर यूनाइटेड किंगडम में भारत के उच्चायुक्त विक्रम के दोराईस्वामी और प्रवासी भारतीयों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव फरवरी में होने जा रहे ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में विदेशी निवेशकों को मध्यप्रदेश में उद्योगों की स्थापना के लिए आमंत्रित करने के लिए इंग्लैंड और जर्मनी प्रवास पर हैं। अपने 6 दिवसीय विदेशी प्रवास के दौरान वे उद्योगपतियों से मुलाकात कर उन्हें मध्यप्रदेश आने का न्यौता देंगे। मुख्यमंत्री के साथ अधिकारियों का उच्च स्तरीय दल भी विदेश प्रवास पर है।

वैश्विक निवेश को मिलेगा प्रोत्साहन

मुख्यमंत्री डॉ. यादव की यात्रा का मुख्य उद्देश्य मध्यप्रदेश को औद्योगिक हब बनाने के साथ ही हर प्रकार के उद्योग को आमंत्रण के साथ मध्यप्रदेश में औद्योगिक विकास को नई ऊंचाईयां देने और वैश्विक निवेश को आकर्षित करना है। साथ ही अंतर्राष्ट्रीय निवेश के अवसरों को प्रभावी रूप से क्रियान्वित करने का अभूतपूर्व प्रयास है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव आगामी फरवरी माह में भोपाल में आयोजित हो जा रही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में निवेशकों को आमंत्रित करने के उद्देश्य से 6 दिवसीय विदेश यात्रा पर लंदन और बर्मिंघम तथा जर्मनी के म्यूनिख और स्टटगार्ट का दौरा करेंगे। इस दौरान वे उद्योगपतियों और औद्योगिक संगठन के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव सोमवार को वेस्टमिंस्टर स्थित ब्रिटिश संसद और किंग्स क्रॉस तथा पुनर्विकास स्थलों का भ्रमण भी करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव लंदन में 'फ्रेंड्स ऑफ मध्यप्रदेश' प्रवासी भारतीयों द्वारा आयोजित रात्रि भोज कार्यक्रम में शामिल होंगे। लगभग 400 प्रवासी भारतीय इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।

विश्व पटल पर होगा मध्यप्रदेश

मुख्यमंत्री डॉ. यादव की यह निवेश यात्रा राज्य की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने तथा विश्व पटल पर उद्योग के क्षेत्र में मध्यप्रदेश को पहचान दिलाने में अहम भूमिका निभाएगी। यह यात्रा निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत के रूप में देखी जा रही है, जो प्रदेश में निवेशकों का विश्वास को मजबूती और औद्योगिक विकास को गति प्रदान करेगी। इससे प्रदेश में एक समृद्ध औद्योगिक वातावरण का निर्माण होगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि देश के महानगरों से औद्योगिक निवेश को आमंत्रित करने के लिए उन्होंने कलकत्ता, बेंगलोर, मुम्बई और कोयम्बटूर में रोड शो आयोजित कर उद्योगपतियों से मुलाकात की थी। विदेश यात्रा का उद्देश्य भारतीय निवेशकों के साथ ही विदेशी निवेशकों को आमंत्रित करना भी है।

हर युवा के लिए होगा रोजगार

मुख्यमंत्री डॉ. यादव की मंशा के अनुरूप प्रदेश के युवाओं को उनकी शिक्षा और काबिलियत के अनुसार काम देने के उद्देश्य से हर प्रकार के उद्योगों को स्थापित करना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव विदेश यात्रा में विभिन्न क्षेत्रों यथा आई.टी, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रिक व्हीकल, एजुकेशन, रिन्युएबल एनर्जी और फूड प्रोसेसिंग सेक्टर्स में निवेश पर चर्चा और उद्योगपतियों से वन-टू-वन मुलाकात करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंगलवार को ब्रेक-फास्ट पर उद्योगपतियों एवं भारत के उच्चायुक्त विक्रम के दोरईस्वामी से संवाद करेंगे। इसके बाद "इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटीज इन मध्यप्रदेश", "इंटरैक्टिव सेशन" में लगभग 120 प्रतिभागियों से चर्चा करेंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भारतीय उच्चायोग के साथ निवेश और विकास के संकल्पों पर चर्चा की


मुख्यमंत्री का यूके दौरा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने यूके दौरे के पहले दिन भारतीय उच्चायोग, लंदन के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने औद्योगिक विकास, तकनीकी सहयोग और वैश्विक निवेश को लेकर प्रदेश की योजनाओं पर विस्तार से विचार-विमर्श किया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय यात्रा ब्रिटेन से शुरू करने पर खुशी व्यक्त करते हुए भारतीय उच्चायोग के सहयोग की सराहना की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यह मेरे लिए गौरव का क्षण है कि मैं अपनी इस महत्वपूर्ण यात्रा की शुरुआत यूके से कर रहा हूं। इस यात्रा की तैयारी में उच्चायोग टीम द्वारा प्रदान किए गए मार्गदर्शन और सहयोग के लिए मैं हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।

औद्योगिक विकास को प्राथमिकता

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि औद्योगिक विकास प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। उन्होंने बताया कि उज्जैन, रीवा, ग्वालियर, जबलपुर और सागर जैसे शहरों में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव से प्रदेश में निवेश को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिली हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हम अब राष्ट्रीय स्तर से आगे बढ़कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निवेशकों को प्रदेश के विकास से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं, जिसकी शुरुआत लंदन से हो रही है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कृषि, ऑटोमोबाइल, ऑटो कंपोनेंट्स, फार्मास्यूटिकल्स और आईटी जैसे क्षेत्रों में मध्यप्रदेश की अपार संभावनाओं को रेखांकित किया। उन्होंने विशेष रूप से ब्रिटेन के साथ प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, कौशल विकास और अनुसंधान के क्षेत्र में साझेदारी की बात कही।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने फरवरी 2025 में भोपाल में आयोजित होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए भारतीय उच्चायोग से विशेष सहयोग का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मेरा विशेष आग्रह है कि उच्चायोग की टीम मध्यप्रदेश को ब्रिटिश निवेशकों के लिए आदर्श स्थल के रूप में स्थापित करने में हमारा सहयोग करें।

बैठक में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम के दोराईस्वामी, उप उच्चायुक्त सुजीत घोष, मंत्री (आर्थिक) निधि मणि त्रिपाठी और प्रथम सचिव (व्यापार) जसप्रीत सिंह सुक्खीजा उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव और भारतीय उच्चायोग, लंदन के बीच हुई यह चर्चा प्रदेश और यूके के बीच औद्योगिक और तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देने में एक नए अध्याय की शुरुआत के रूप में देखी जा रही है।

राज्यमंत्री गौर ने सुनी मन की बात


पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंखयक कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कृष्णा गौर ने रविवार को गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र के बूथ क्रमांक 159 और 160 के मतदाताओं, कार्यकर्ताओं के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "मन की बात" कार्यक्रम में सहभागिता कर श्रवण किया।

देश के दुग्ध उत्पादन का 20 प्रतिशत मध्यप्रदेश से करने का लक्ष्य : मुख्यमंत्री डॉ. यादव


मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश में देश के कुल दुग्ध उत्पादन का 9 प्रतिशत उत्पादन मध्यप्रदेश में होता है। इसे 20 प्रतिशत तक ले जाने के लिए समन्वित प्रयास किए जाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में संगठित क्षेत्र में दुग्ध संकलन बढ़ाने और सहकारी दुग्ध संघ और महासंघ के सुदृढ़ीकरण के संबंध में उच्च स्तरीय बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर रहे थे। पशुपालन एवं डेयरी विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) लखन पटेल, विधायक हेमंत खंडेलवाल, मुख्य सचिव अनुराग जैन और नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (एडीडीबी) के चेयरमेन डॉ. मीनेश शाह सहित विभागीय अधिकारी भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सहकारी क्षेत्र में दुग्ध उत्पादन के प्रयासों में वृद्धि की जाएगी। प्रदेश के जिन ग्रामों में सहकारी समितियां कार्य कर रही हैं, वहाँ दुग्ध उत्पादन बढ़ाने में अच्छी सफलता मिलेगी। साथ ही शेष ग्रामों के लिए कार्ययोजना तैयार की गई है। इस कार्ययोजना के क्रियान्वयन के लिए जिला स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। राजगढ़ जैसे जिलों में किसान उत्पादक संगठन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से उत्साहपूर्ण पहल कर चुके हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए सहकारिता से जुड़े नियमों और अधिनियमों में आवश्यकतानुसार संशोधन की कार्यवाही भी की जाएगी।

बैठक में जानकारी दी गई कि नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के साथ हुए अनुबंध के फलस्वरूप प्रदेश में दुग्ध उत्पादन में वृद्धि के प्रयास बढ़ाए गए हैं। प्रारंभ में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने एनडीडीबी के चेयरमेन मीनेश शाह का पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया।

नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए पीपीपी मोड पर खुलेंगे मेडिकल कॉलेज - मुख्यमंत्री डॉ. यादव


मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने और चिकित्सा शिक्षा व्यवस्था का विस्तार करने की दृष्टि से नए मेडिकल कॉलेज प्रारंभ किए जा रहे हैं। प्रदेश में वर्ष- 2003 तक सिर्फ 5 शासकीय मेडिकल कॉलेज थे। गत 20 वर्ष में 12 नए मेडिकल कॉलेज प्रारंभ हुए और अब एक साथ 12 अन्य मेडिकल कॉलेज पीपीपी मोड पर प्रारंभ करने की ओर हम बढ़ चुके हैं। शीघ्र ही प्रदेश में 50 मेडिकल कॉलेज होंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में अधोसंरचना सशक्त होती जा रही है। प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज प्रारंभ करने का लक्ष्य है। इसके साथ ही मध्यप्रदेश के प्रत्येक जिले के लिए मेडिकल कॉलेज की संकल्प की पूर्ति के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने समत्व भवन ( मुख्यमंत्री निवास) में शनिवार को एक बैठक में प्रदेश में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज प्रारम्भ करने के लिए उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल और वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की। उप मुख्यमंत्री शुक्ल बैठक में वर्चुअली शामिल हुए।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश के नर्मदापुरम, देवास सहित अनेक अंचल नए मेडिकल कॉलेज की सुविधा से लाभान्वित होंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने मंदसौर, नीमच और सिवनी में गत माह तीन मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण किया। प्रदेश के नागरिकों को आने वाले समय में नए-नए मेडिकल कॉलेज मिलेंगे। बैठक में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य संदीप यादव ने प्रजेंटेशन द्वारा पीपीपी मॉडल में स्थापित होने वाले कॉलेजों से संबंधित रूपरेखा प्रस्तुत की। पीपीपी मोड में शासन द्वारा नियमानुसार भूमि आवंटन, अस्पतालों की वर्तमान क्षमता के विस्तार और रोगियों के उपचार पर होने वाले व्यय से संबंधित बिन्दुओं पर आज विचार-विमर्श किया गया। इस संबंध में शीघ्र ही मंत्रि-परिषद द्वारा आवश्यक निर्णय लिया जाएगा। विधायक बैतूल हेमंत खंडेलवाल, मुख्य सचिव अनुराग जैन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।

शहीद पुलिसकर्मियों ने "देशभक्ति-जन सेवा के संदेश" ध्येय वाक्य को सचमुच जिया - मुख्यमंत्री डॉ. यादव


मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि कोरोना काल में जब इस बीमारी से अनजान बड़े-बड़े डॉक्टर्स ने अपने क्लीनिक बंद कर दिए थे, तब उन परिस्थितियों में भी पुलिस ने अपनी जान की परवाह न करते हुए मोर्चा संभाला। कोरोना काल में ड्यूटी करते हुए 155 पुलिसकर्मी शहीद हुए। उन्होंने सच्चे मायने में "देशभक्ति-जन सेवा" के संदेश को जिया और कर्त्तव्य की बलिवेदी पर प्राण न्यौछावर कर दिये। मैं सैल्यूट करता हूँ, ऐसे जांबाज योद्धाओं को। पुलिस जितनी सजगता और कर्तव्य परायणता के साथ काम करती है, उससे, उनके प्रति सम्मान और आदर में ओर अधिक वृद्धि हो जाती है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव शनिवार को भोपाल में अत्याधुनिक सर्व-सुविधायुक्त पुलिस चिकित्सालय 'स्वस्ति' के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मैदानी पुलिसकर्मियों को अपराध एवं अपराधियों पर नियंत्रण करने की दृष्टि से निर्मित डिजिटल एप ई-रक्षक और दिशा लर्निंग ऐप को भी लोकार्पित किया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि लगभग साढ़े बारह करोड़ की लागत से बने इस अत्याधुनिक अस्पताल 'स्वस्ति' में सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं। पुलिस विभाग के वित्तीय प्रबंधन और अनुशासन की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि अस्पताल को देखकर लगता है कि इसकी लागत और अधिक होनी चाहिए थी। कार्यक्रम के प्रारंभ में पुलिसकर्मियों की बेटियों ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव का तिलक लगाकर स्वागत किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव को पुलिस बैंड के साथ हर्ष फायर कर सलामी दी गई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अस्पताल का निरीक्षण कर विजिटर बुक में अपने विचार अंकित किए।

40 हजार पुलिसकर्मियों को कर्मवीर योद्धा पदक

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने म.प्र. पुलिस के 40 हजार पुलिसकर्मियों को कोरोना काल में अदम्य साहस और सराहनीय कार्य के लिए कर्मवीर योद्धा पदक से सम्मानित करते हुए प्रशस्ति-पत्र प्रदान किए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सांकेतिक रूप से 5 पुलिसकर्मियों को पदक एवं प्रमाण पत्र प्रदान किए। कार्यवाहक निरीक्षक मुनेंद्र गौतम, उप निरीक्षक सुश्री प्रियम्वदा सिंह, गुलजार सिंह मार्को, आरक्षक अजय पाल सिंह और आरक्षक निशांत छारी को पदक एवं प्रशंसा पत्र प्रदान किए गए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना की सराहना करते हुए कहा कि विभाग का मुखिया ऐसा ही होना चाहिए है, जिस प्रकार से उन्होंने पुलिसकर्मियों के हित में स्वयं आगे होकर काम किए हैं।

 डेटा से काम करेगी पुलिस, डंडे से नहीं

पुलिस महानिदेशक ने "ई-रक्षक ऐप" के संबंध में बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कॉन्फ्रेंस में अपने संबोधन में कहा था कि "इस इलेक्ट्रानिक युग में पुलिस को डंडे के बजाय डेटा से काम करने की आवश्यकता है।" उनकी मंशा अनुरूप एमपी ई-रक्षक ऐप के द्वारा पुलिसकर्मियों को आदतन अपराधियों की जानकारी एक क्लिक पर उपलब्ध हो जाएगी। पुलिसकर्मी अपने ड्यूटी क्षेत्र में रहने वाले आदतन अपराधियों की जानकारी एक साथ देख सकेंगे। गश्त के दौरान संदिग्ध व्यक्ति के नाम को अपराधी के डेटाबेस में सर्च किया जा सकेगा। इसके साथ ही फेस रिकग्नाइजेशन मॉड्यूल के अंतर्गत आरोपी का फोटो अपलोड कर उसे संबंधित जानकारी प्राप्त की जा सकती है। इसके साथ ही व्हीकल सर्च विंडो में जाकर गाड़ी का रजिस्ट्रेशन, ईंजन या चेसिस नंबर के द्वारा वाहन से संबंधित जानकारी प्राप्त की जा सकती है। चोरी एवं जप्ती हुए वाहन की जानकारी भी प्राप्त हो सकेगी। अन्य सुविधाओं से युक्त इस ऐप का भोपाल, इंदौर तथा अन्य जिलों में चरणबद्ध तरीके से ट्रॉयल रन प्रारंभ किया गया है।

दिशा लर्निंग ऐप

पुलिस महानिदेशक सक्सेना ने कहा कि पुलिसकर्मी अपने कार्य के स्वरूप के कारण अपने व्यस्तताओं और मुख्यालय से बाहर ड्यूटी पर रहने के कारण बच्चों की शिक्षा पर ध्यान नहीं दे पाते हैं। इस दृष्टि से पुलिसकर्मियों के बच्चों को अत्याधुनिक शिक्षा की दृष्टि से शैक्षणिक माहौल प्रदान करने के लिए दिशा लर्निंग ऐप सेंटर स्थापित किए गए हैं। ये सेंटर जिलों एवं बटालियन में प्रारंभ किए गए हैं। इन सेंटर्स में पुलिसकर्मियों के बच्चे शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। ऐप से विद्यार्थियों को व्यापक सूचनाएं एवं मार्गदर्शन प्राप्त हो सकेगा। इसके साथ ही उन्हें कॅरियर गाइडेंस भी प्रदान किया जाएगा। यह ऐप 8वीं और उसके बाद की कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए बनाया गया है। यह ऐप विद्यार्थियों को आगे की पढ़ाई और रोजगार से संबंधित दिशा निर्धारित करने में सहायक होगा।

खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कृष्णा गौर, महापौर मालती राय, भोपाल सांसद आलोक शर्मा, विधायक भगवानदास सबनानी, अपर मुख्य सचिव गृह एस.एन. मिश्रा, पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना, अपर पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना, अपर पुलिस महानिदेशक उपेन्द्र जैन एवं अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।

क्रिसमस से पहले तैयारियों का दौर, IHM ने सजाया "स्पाइस एंड स्वीट हार्मनी"

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अमित सेन 

भोपाल। त्यौहार के मायने ही आनंद हैं। इनकी रंगतरंग में डूबे लोग इससे पहले तैयारियों में खुद को आनंदित करते हैं और इसके दौरान खुशियों से प्रफुल्लित होते हैं। इसी कड़ी में अब अगले महीने मनाए जाने वाले क्रिसमस पर्व की तैयारियां जोर पकड़ने लगी हैं। सांता क्लॉस से मनचाहे गिफ्ट की कल्पना मन में संजोए लोग उनके स्वागत के लिए दिल ओ जान से कुछ खास करने में जुटे हैं।

राजधानी भोपाल के इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट (आईएचएम) ने "स्पाइस एंड स्वीट हार्मनी" नामक केक मैसेरेशन समारोह का आयोजन किया। इस दौरान केक संरक्षण और सजावट की कला का प्रदर्शन किया गया। भिगोए गए ड्राईफ्रूट्स को पारंपरिक क्रिसमस केक बनाने के लिए उपयोग किया जाएगा।

आयोजन के दौरान स्टूडेंट्स ने 

अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन करके जिंजरब्रेड, क्रोकेम्बोचे और रॉयल आइसिंग के साथ दर्शकों को प्रभावित किया।आईएचएम भोपाल के प्रिंसिपल, डॉ रोहित सरीन ने बताया कि समारोह में शहर के विभिन्न पेशेवर क्षेत्रों से प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। उन्होंने आईएचएम भोपाल के पारंपरिक पाक कला परंपराओं को बढ़ावा देने के प्रयासों की प्रशंसा की। डॉ रोहित सरीन ने कहा कि आईएचएम भोपाल का केक मैसेरेशन समारोह समुदाय के साथ त्योहार मनाने की एक उत्कृष्ट पहल है। जिसमें स्टूडेंट्स किसी के लिए "सीक्रेट सांता" बनकर योगदान देते हैं, जिससे समुदाय के प्रति कृतज्ञता की भावना पैदा होती है।