हिमाचल प्रदेश: 80 घंटों से धधक रहा कुल्लू का जंगल,कई पशु-पक्षियों की मौत, ग्रामीणों में दहशत।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के जंगल धधक रहे हैं. कई दिनों से यहां आग लगी हुई है. आए दिन यह आग विकराल होती जा रही है. लेकिन आग बुझाने के लिए अभी तक वन विभाग आगे नहीं आ पा रहा है. आग की घटना में लाखों रुपयों का नुकसान हो गया है. कई पशु-पक्षियों की जलकर मौत हो चुकी है. आग बढ़ने से लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है. आग की एक अन्य घटना में एक गांव में चार मकान जलकर खाक हो गए.
कुल्लू के पार्वती वन मंडल शमशी के अंतर्गत आने वाली भुईन नरोगी जंगल में सोमवार रात में आग लगते देखी गई. यह आग बढ़ती गई और इसने विकराल रूप धर लिया. दो दिन गुजरने के बाद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका. यह आग देखते ही देखते विकराल हो गई और इसने एक बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया. वन विभाग की ओर से आग बुझाने के लिए प्रयास किए गए, लेकिन वह नाकाफी साबित हुए.
सर्दी के मौसम आग की घटना
पहाड़ी इलाकों में अक्सर आग लगने की घटनाएं गर्मी के मौसम में देखने की मिलती हैं. सर्दी के मौसम में कुल्लू जिले में हुई आग की अलग-अलग घटनाओं से लोग हैरत में हैं. वन विभाग भी इस आपदा से अनजान रहा और आग की घटना बड़ी हो गई. हालांकि, आग लगने का कारण तीन महीने का सूखा बताया जा रहा है. आग ने पीज और भेखली के जंगलों के साथ अब पार्वती वन मंडल शमशी के अंतर्गत आने वाली भुईन नरोगी जंगल में तांडव मचाया है.
खुल गई वन विभाग के दावों की पोल
कुल्लू जिले के तियून गांव में आग की एक घटना में चार घर जलकर खाक हो गए. प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि सूखे के कारण लोग जंगलों में आग लगा रहे हैं. आग लगने से हुए नुक्सान की रिपोर्ट मांगी गई है. आग की घटना में वन संपदा को भारी नुक्सान हुआ है. यहां रहने वाले जीव-जंतु और पक्षियों के जानमाल की भारी क्षति हुई है. जंगलों में लगी आग ने वन विभाग के दावों की पोल खोल दी है.
Nov 28 2024, 10:18