भारतीय संविधान की प्रस्तावना को सामूहिक रूप से पढ़ा गया
माननीय झारखण्ड उच्च न्यायालय रांची एवं झारखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, रांची के निर्देश के आलोक में सविंधान दिवस के अवसर पर कोडरमा जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में व्यवहार न्यायालय कोडरमा के परिसर में सभी न्यायिक पदाधिकारियों, न्यायालयकर्मियों द्वारा भारतीय संविधान की प्रस्तावना को सामूहिक रूप से पढ़ा गया तथा भारतीय संविधान को सर्वोच्च एवं अक्षुण्ण बनाये रखने का संकल्प लिया गया l इस कार्यक्रम का नेतृत्व एवं मार्गदर्शन कोडरमा के प्रभारी प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार, कोडरमा गुलाम हैदर ने किया l प्रभारी प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश गुलाम हैदर ने संविधान की प्रस्तावना को पढ़ा जिसे उपस्थित न्यायिक पदाधिकारियों, न्यायालयकर्मियों द्वारा दुहराया गया l इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रभारी प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश गुलाम हैदर ने कहा कि देश के सभी नागरिकों को अपने अपने अधिकारों एवं कर्तव्यों के बीच सामंजस्य स्थापित करते हुए अपने अपने दायित्वों का ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करने का संकल्प आज के दिन लेना चाहिए l यही सविंधान दिवस की सबसे बड़ी सार्थकता होगी l उन्होंने कहा कि किसी दिवस को बार-बार मनाने की प्रासंगिकता यह है कि हम उससे कुछ सीख लें l अपने संबोधन में प्रभारी प्रधान जिला जज ने कहा कि भारतीय सविंधान में उल्लेखित अधिकारों एवं कर्तव्यों का पालन करना हर व्यक्ति की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए l श्री हैदर ने कहा कि 26 नवम्बर 1949 को हमारे देश का सबसे अनोखा सविंधान को अंगीकृत किया गया और तब से प्रत्येक 26 नवम्बर को सविंधान दिवस के रूप में मनाया जाता है l कार्यक्रम का संचालन न्यायलयकर्मी रणजीत कुमार सिंह ने किया l मौके पर प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय अमितेश लाल, जिला जज द्वितीय संजय कुमार चौधरी, जिला जज तृतीय राकेश चंद्रा, ए.सी.जे.एम. मनोरंजन कुमार, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार गौतम कुमार, एस.डी.जे.एम. कंचन टोप्पो, मुन्सिफ मिथिलेश कुमार, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी शिवांगी प्रिया, ज्योत्सना पाण्डेय, नमिता मिंज सहित सभी न्यायालयकर्मी व पारा लीगल वोलेनटियर्स मौजूद थे l
Nov 26 2024, 16:19