तिवारीपुर की दंगल में चैंपियन का निर्णय नहीं हो सका
विश्वनाथ प्रताप सिंह
दुर्गागंज, प्रतापगढ़।आयोजन समिति ने मथुरा के जितेन्द्र सिंह और सोरांव के रहबर को संयुक्त विजेता घोषित कर दिया। बता दें कि तिवारीपुर में पिछले 54 साल से दंगल और मेले का आयोजन होता आ रहा है। कार्तिक पूर्णिमा के बाद आने वाले रविवार को प्रत्येक वर्ष यह कार्यक्रम आयोजित होता है। इसकी शुरुआत इसी गांव के स्व. शारदा प्रसाद तिवारी ने की थी।इस वर्ष भी 17 नवम्बर रविवार को गांव में यह कार्यक्रम आयोजित हुआ। दूर-दूर से आए पहलवानों ने कुश्ती कला के दांवपेंच दिखा दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। दर्शकों ने भी तालियां बजाकर उनकी कला को सराहते हुए पहलवानों का उत्साहवर्धन किया।
अंत में कमेटी की ओर से चैंपियन का बीड़ा रखा गया। मथुरा से आए पहलवान जितेन्द्र सिंह ने बीड़ा उठा लिया। उनके बीड़ा उठाते ही तीन और पहलवान उनसे लड़ने को तैयार हो गए। मगर कमेटी के निर्णय पर सोरांव (प्रयागराज) के पहलवान रहबर से उनकी भिड़ंत हुई। दोनों पहलवानों के बीच 50 मिनट से अधिक समय तक मुकाबला चला। दोनों पहलवानों ने अपने दांवपेंच से एक दूसरे को चित करने की कोशिश की, लेकिन कोई सफल नहीं हुआ। अन्त में दोनों रेफरी की सलाह पर कमेटी ने दोनों ही पहलवानों को संयुक्त विजेता घोषित कर दिया। विजेता और उपविजेता पहलवानों को कमेटी की ओर से नकद धनराशि प्रदान की गई। चैंपियन पहलवान के लिए कमेटी ने पुरस्कार के रूप रेंजर सायकिल रखी थी।
मगर संयुक्त विजेता घोषित होने पर सायकिल के कीमत की धनराशि दोनों पहलवानों में समान रूप से बांट दी गई। रेफरियों और अतिथियों को शगुन गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। इस बार कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पुलिस उप अधीक्षक रानीगंज विनय प्रभाकर साहनी थे। मगर अचानक बाहर चले जाने से वह नहीं आ सके थे। रानीगंज थाने के प्रभारी निरीक्षक आदित्य सिंह और क्षेत्रीय चौकी प्रभारी रोहित यादव बतौर अतिथि उपस्थित थे। दुबेपट्टी के घनश्याम दुबे और तिवारीपुर के श्रीराम गुप्ता ने रेफरी की भूमिका निभाई। कार्यक्रम को सफल बनाने में आयोजक मंडल के एडवोकेट प्रभाकर तिवारी, अनिल तिवारी, ज्ञानप्रकाश तिवारी, शिवम तिवारी, शुभम तिवारी, अनुपम तिवारी, नितेश तिवारी, अभिषेक तिवारी, अनमोल तिवारी, नन्हें लाल गुप्ता, बाजीगर निर्मल का सहयोग सराहनीय रहा।
Nov 19 2024, 16:20