तिवारीपुर की दंगल में चैंपियन का निर्णय नहीं हो सका

विश्वनाथ प्रताप सिंह

दुर्गागंज, प्रतापगढ़।आयोजन समिति ने मथुरा के जितेन्द्र सिंह और सोरांव के रहबर को संयुक्त विजेता घोषित कर दिया। बता दें कि तिवारीपुर में पिछले 54 साल से दंगल और मेले का आयोजन होता आ रहा है। कार्तिक पूर्णिमा के बाद आने वाले रविवार को प्रत्येक वर्ष यह कार्यक्रम आयोजित होता है। इसकी शुरुआत इसी गांव के स्व. शारदा प्रसाद तिवारी ने की थी।इस वर्ष भी 17 नवम्बर रविवार को गांव में यह कार्यक्रम आयोजित हुआ। दूर-दूर से आए पहलवानों ने कुश्ती कला के दांवपेंच दिखा दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। दर्शकों ने भी तालियां बजाकर उनकी कला को सराहते हुए पहलवानों का उत्साहवर्धन किया।

अंत में कमेटी की ओर से चैंपियन का बीड़ा रखा गया। मथुरा से आए पहलवान जितेन्द्र सिंह ने बीड़ा उठा लिया। उनके बीड़ा उठाते ही तीन और पहलवान उनसे लड़ने को तैयार हो गए। मगर कमेटी के निर्णय पर सोरांव (प्रयागराज) के पहलवान रहबर से उनकी भिड़ंत हुई। दोनों पहलवानों के बीच 50 मिनट से अधिक समय तक मुकाबला चला। दोनों पहलवानों ने अपने दांवपेंच से एक दूसरे को चित करने की कोशिश की, लेकिन कोई सफल नहीं हुआ। अन्त में दोनों रेफरी की सलाह पर कमेटी ने दोनों ही पहलवानों को संयुक्त विजेता घोषित कर दिया। विजेता और उपविजेता पहलवानों को कमेटी की ओर से नकद धनराशि प्रदान की गई। चैंपियन पहलवान के लिए कमेटी ने पुरस्कार के रूप रेंजर सायकिल रखी थी।

मगर संयुक्त विजेता घोषित होने पर सायकिल के कीमत की धनराशि दोनों पहलवानों में समान रूप से बांट दी गई। रेफरियों और अतिथियों को शगुन गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। इस बार कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पुलिस उप अधीक्षक रानीगंज विनय प्रभाकर साहनी थे। मगर अचानक बाहर चले जाने से वह नहीं आ सके थे। रानीगंज थाने के प्रभारी निरीक्षक आदित्य सिंह और क्षेत्रीय चौकी प्रभारी रोहित यादव बतौर अतिथि उपस्थित थे। दुबेपट्टी के घनश्याम दुबे और तिवारीपुर के श्रीराम गुप्ता ने रेफरी की भूमिका निभाई। कार्यक्रम को सफल बनाने में आयोजक मंडल के एडवोकेट प्रभाकर तिवारी, अनिल तिवारी, ज्ञानप्रकाश तिवारी, शिवम तिवारी, शुभम तिवारी, अनुपम तिवारी, नितेश तिवारी, अभिषेक तिवारी, अनमोल तिवारी, नन्हें लाल गुप्ता, बाजीगर निर्मल का सहयोग सराहनीय रहा।

अमिलिया तरहार मेले में नहीं है सौच करने की व्यवस्था नगर निगम और प्रशासन कि लापरवाही

विश्वनाथ प्रताप सिंह

लालापुर, प्रयागराज। मामला जनपद प्रयागराज लालापुर थाना अंतर्गत मसुरियं माई धाम अमिलिया तरहार मेले का है जहां पर मार्ग शीर्ष महीने शुरू होते एक महीने का मेला विशाल मेला लगता है आज मेले का दूसरा दिन है लेकिन वहां पर सौच करने की व्यवस्था तक नहीं है बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को खुले में शौच करने को मजबूर होना पड़ता है यहाँ पर मेला प्रशासन और नगर निगम कि लापर वही देखने को मिल रही की इतना विशाल मेला शौचालय एक भी नही।

भारतीय किसान संघ ने किसानो को अगर परेशान किया तो प्रशासन को दि चेतावनी

विश्वनाथ प्रताप सिंह

बारा, प्रयागराज।तहसील बारा जिला प्रयागराजइस समय किसानी के काम में एक ओर जहां धान की कटाई और मिजाई चल रही हैं वहीं गेहूं राई व अन्य फसलों की बुवाई चल रही हैं यह समय किसानों का सबसे कीमती समय हैं ।और इसी समय धान को बेचने हेतु किसान अपने अपने कागज बनवाने हेतु तहसील के चक्कर लगा रहा हैं और बारा तहसील के  NIC कंप्यूटर ऑफिस 12 बजे खुल रहा हैं किसानों में भारी आक्रोश हैं।भारतीय किसान संघ की चेतावनी हैं कि किसानों को अगर परेशान किया गया तो मामले को उच्चाधिकारियों सहित शासन तक का ध्यान यहां आकृष्ट कराया जाएगा।

प्रयागराज प्रतिबंध के बावजूद किसानों ने जलाई कई बीघा पराली

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। बहरिया थाना क्षेत्र के गोपालापुर गांव में सोमवार के दिन लगभग 2 बजे किसानों ने अपने खेतों में पराली जलाकर पर्यावरण को दूषित कर दिया ।जिससे तमाम तरह की बीमारियां फैलने का डर बना हुआ है।

आंगनबाड़ी उपकेन्द में कार्यरत कार्य करती व एनम विनीता सिंह ने सरकार पर लगाये गम्भीर आरोप

विश्वनाथ प्रताप सिंह

लेडियारी, प्रयागराज ।ग्राम पंचायत डीही खुर्द पोस्ट लेंड़ियारी तहसील व ब्लॉक कोरांव जनपद प्रयागराज के पठान मोहल्ला में बनी आंगनबाड़ी उप केंद्र में कार्यरत कार्य करती राजकुमारी व विनीता सिंह एनम के द्वारा बताया गया कि आंगनबाड़ी के उपकेंद्र में सरकार द्वारा ना तो बैठने के लिए कुर्सी टेबल की व्यवस्था ना तो पानी की व्यवस्था न शौचालय की व्यवस्था न लाइट बत्ती कोई व्यवस्था नहीं दी गई है ।

हम लोग अपनी मर्यादा को किस तरह से बचाकर यहां गुजारा कर रही हूं यहां पर ग्राम प्रधान द्वारा जो शौचालय बनवाई गई आज तक अभीउसकालाक नहीं खुला है कई बार यह सूचना उच्च अधिकारियों को बताया गया लेकिन अनसुनी करते हुए यहां की व्यवस्था पर ध्यान नही दिया जाता आशा कलावती का कहना है की जो कुर्सी बेंच मिला है वह हम लोग अपने घर पर रखी हुई हूं कि यहां रखने पर चोरी ना हो जाए इस तरह से यहां की व्यवस्था देखी गई ऐसे में वर्तमान सरकार को चाहिए कि ऐसी तानाशाह अधिकारी कर्मचारियों को लापरवाही करने पर नियमतह उचित कार्रवाई कर व्यवस्था मुहैया कराई जाए।

प्रयागराज महाकुंभ में प्रत्येक 10 शौचालयों पर नियुक्त होगा एक सफाईकर्मी, योगी सरकार पूरी तत्परता से कर रही काम

प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को स्वच्छ महाकुंभ के रूप में स्थापित करने के लिए योगी सरकार पूरी तत्परता से कार्य कर रही है। इसका उद्देश्य यही है कि महाकुंभ के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं को साफ सुथरे टॉयलेट्स, यूरिनल पॉट्स की सुविधा प्रदान की जा सके, ताकि वो यहां से एक यादगार अनुभव लेकर वापस लौटें। इसके लिए मेला प्रशासन की ओर से गाइडलाइंस जारी की गई हैं। इसके अनुसार, शौचालयों की साफ सफाई पर फोकस रहेगा। साथ ही, मैनपावर की कमी न हो इसका भी ध्यान रखा जाएगा। सभी वेंडर्स को सुनिश्चित करना होगा कि निर्धारित मानकों के अनुरूप 10 शौचालयों पर एक सफाई कर्मी तैनात किया जाएगा, जबकि 10 सफाई कर्मियों पर एक सुपरवाइजर नियुक्त किया जाएगा। इसी तरह, 20 यूरिनल्स पर एक सफाईकर्मी और 20 सफाईकर्मियों पर एक सुपरवाइजर तैनात रहेगा।

सार्वजनिक स्वच्छता को किया जाएगा सुनिश्चित

विशेष कार्याधिकारी महाकुंभ मेला आकांक्षा राना के अनुसार, मेला क्षेत्र में सार्वजनिक शौचालयों और स्वच्छता सुविधाओं की बेहतर देखरेख के लिए जनशक्ति तैनाती पर मेला प्रशासन की ओर से कुछ मानक निर्धारित किए गए हैं, जिन्हें हर हाल में वेंडर्स को सुनिश्चित करना होगा। इन नए मानकों का उद्देश्य सार्वजनिक स्वच्छता को उन्नत करना और श्रद्धालुओं व पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है। इसके तहत, 10 शौचालयों पर 1 सफाईकर्मी, 10 सफाईकर्मियों पर 1 सुपरवाइज़र, 20 यूरिनल्स पर 1 सफाईकर्मी और 20 सफाईकर्मियों पर एक सुपरवाइजर की नियुक्ति अनिवार्य होगी। साथ ही, यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि सफाईकर्मी सफाई करते समय दस्ताने और जूते जैसे व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) अवश्य पहने हों। इसके माध्यम से सफाई के साथ-साथ सफाईकर्मियों की सुरक्षा को भी सुनिश्चित किया जाएगा।

किया जाएगा गंध नियंत्रण तकनीक का उपयोग

निर्धारित मानकों के अनुसार, शौचालय, वॉशबेसिन, फर्श, और टाइलों को दाग और गंदगी मुक्त रखा जाएगा। टॉयलेट पेपर, साबुन डिस्पेंसर, हैंड सैनिटाइज़र और महिला स्वच्छता उत्पादों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। इसके साथ ही, फ्लश सिस्टम, नल और शॉवर बिना किसी रिसाव के सही तरीके से क्रियाशील होने चाहिए। साथ ही, गंध नियंत्रण तकनीक का उपयोग करते हुए शौचालय की दुर्गंध को 10-15 मिनट में हटाने और कचरे को 24 घंटे में विघटित करने की व्यवस्था लागू होगी। इससे बार-बार उपयोग होने के बावजूद गंध या गंदगी से निजात मिल सकेगी और बिना किसी हिचकिचाहट के लोग इसका उपयोग कर सकेंगे। प्रमुख स्नान पर्व पर भी यह व्यवस्था पूरी तत्परता से लागू रहेगी, जिससे अत्यधिक भीड़ के बावजूद किसी तरह की कोई समस्या उत्पन्न नहीं होगी।

दिव्यांगों के लिए सुलभ होंगे शौचालय

शौचालय इकाइयों में उपयुक्त प्रकाश व्यवस्था अनिवार्यता के साथ लागू की जाएगी। साथ ही, गड्ढे, दरारें या कंक्रीट जोड़ों, विद्युत फिटिंग्स, और साइनेज में किसी भी प्रकार की क्षति का समय पर समाधान किया जाएगा। शौचालयों में मग और बाल्टी की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि शौचालय सुविधाएं आसानी से सुलभ स्थानों पर उपलब्ध हों। हर 10 शौचालयों में से कम से कम 1 शौचालय को दिव्यांगों के लिए सुलभ बनाया जाएगा। सक्शन मशीनों की पर्याप्त संख्या में तैनाती और अपशिष्ट का उचित निपटान किए जाने को प्राथमिकता दी जाएगी। शौचालयों में सभी जेट स्प्रे मशीनों को सही तरीके से स्थापित और क्रियाशील रखने की व्यवस्था सुनिश्चित होगी।
महाकुम्भ में मन मोह लेगी 90 से ज्यादा प्रजातियों के पक्षियों का कलरव

प्रयागराज। महाकुम्भ का साक्षी बनने लुप्तप्राय इंडियन स्कीमर का 150 जोड़ा यहां आ चुका है। संगम की रेत पर रंग बिरंगे इन मेहमानों की कलरव गंगा मइया की कल-कल से मिलकर अलौकिक राग छेड़ रही है। इसी बर्ड साउंड थेरेपी के लिए देश विदेश से लोग आने लगे हैं। अभी दुनिया में सबसे तेज उड़ान वाले पेरेग्रीन फाल्कन का भी इंतजार किया जा रहा है।जापान और चीन की बुलेट ट्रेन से तेज रफ्तार वाला यह पक्षी 300 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार में हवा से बातें करता है। संगम क्षेत्र में यह अलौकिक दृश्य योगी सरकार के द्वारा प्रदेश में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के प्रयासों को बढ़ावा दे रहा है। वन विभाग भी इस अवसर को महाकुम्भ से पूर्व बर्ड फेस्टिवल आयोजित कर सेलिब्रेट करने जा रहा है।

वाइल्डलाइफ की टीम कर रही निगरानी

वन विभाग के आईटी हेड आलोक कुमार पाण्डेय ने बताया कि महाकुम्भ से पहले ही बड़ी संख्या में अप्रवासी पक्षी प्रयागराज आ रहे हैं। इनके साथ लुप्तप्राय इंडियन स्कीमर और साइबेरियन सारस भी बड़ी संख्या में हैं। इतनी बड़ी तादात में आने वाले देशी और विदेशी पक्षियों की गणना के लिए वाइल्डलाइफ की टीम लगाई गई है जो दिन रात इन पक्षियों की विशेष निगरानी कर रही है। वाइल्डलाइफ के सामुदायिक अधिकारी केपी उपाध्याय ने बताया कि दुनिया भर में लुफ्तप्राय इंडियन स्कीमर करीब 150 से अधिक के जोड़ों में संगम किनारे आ चुकी हैं। यह प्रदूषण को रोकने में काफी हद तक मददगार होती है। यही नहीं ये पानी की शुद्धता को बढ़ाने का भी काम करती हैं।

महाकुम्भ की शोभा बढ़ा रहे उड़ते हुए विदेशी मेहमान

महाकुम्भ की शुरुआत से पहले ही इतनी बड़ी संख्या में संगम किनारे पहुंचे ये पक्षी देश-विदेश से आने वाले लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुके हैं। इंडियन स्कीमर फिलहाल रेत के टीले पर सुबह शाम आपको टहलते हुए आसानी से दिख जाते हैं। यहां मां गंगा के किनारे शेड्यूल वन की इंडियन स्कीमर, साइबेरियन, ब्लैक क्रेन, सारस जैसी 90 से अधिक प्रजातियों के पक्षी फिलहाल महाकुम्भ के स्वागत के लिए आ गए हैं। अभी दो साल पहले प्रयागराज में पेरेग्रीन फाल्कन को भी देखा जा चुका है जिसके महाकुम्भ के दौरान पहुंचने की उम्मीद की जा रही है।

यह दुनिया का सबसे तेज उड़ने वाला पक्षी

यह दुनिया का सबसे तेज उड़ने वाला पक्षी है, जिसकी रफ्तार जापान और चीन की बुलेट ट्रेन से भी अधिक मानी जाती है। यह 300 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भी अधिक तीव्र गति से उड़ने में सक्षम है। इनके अलावा विभिन्न प्रकार के देशी और विदेशी पक्षी संगम को मुफीद मानते हुए महाकुम्भ की शोभा बढ़ाने आ चुके हैं। इनमें साइबेरिया, मंगोलिया, अफगानिस्तान समेत 10 से अधिक देशों से ये विदेशी मेहमान महाकुम्भ का आनंद बढ़ाने आए हैं।

महाकुम्भ तक हमारा साथ निभाएंगे साइबेरियन पक्षी

पक्षी वैज्ञानिकों ने बताया कि यहां बड़ी संख्या में पहुंच चुके इंडियन स्कीमर बहुत ही ज्यादा सेंसिटिव होते हैं। यह अपने अंडों को बचाने के लिए तरह-तरह के इंतजाम करते हैं। सबसे खास बात यह है कि ये अधिकतर तीन ही अंडे देते हैं। मादा जब अपने पंखों से अंडों को ढक कर उनकी रखवाली करती है तो नर अपने पंखों में पानी भरने जाता है। नर जब वापस लौटता है तो अपने भीगे पंखों से अंडों को नमी देता है। फिर मादा को भेजता है अपने पंखों को नम करने के लिए।

भारत में इन्हें पनचीरा भी कहा जाता है, क्योंकि यह पानी को चीरते हुए आगे बढ़ते हैं। इनकी एक चोंच छोटी तो दूसरी बड़ी होती है। साइबेरियन पक्षी गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर टापू को अपना निवास बनाते हैं। इन पक्षियों का आना सर्दियों की शुरुआत का संकेत है। साइबेरिया, मंगोलिया और अफगानिस्तान समेत 10 से अधिक देशों से पहुंचे ये साइबेरियन पक्षी महाकुम्भ तक यहां वक्त बिताएंगे।

दिखाई दे सकती है रॉकेट बर्ड

दुनिया में सबसे तेज गति से उड़ने वाला पक्षी पेरेग्रीन फाल्कन भी महाकुम्भ के दौरान संगम तट पर देखा जा सकता है। ये बाज की ही एक प्रजाति है। इसकी उड़ान की रफ्तार 300 किलोमीटर प्रति घंटे से भी अधिक होती है। इसे रॉकेट बर्ड भी कहते हैं। यह आम तौर पर उत्तरी अमेरिका में मिलता है। इसीलिए इसको जापान और अमेरिका की बुलेट ट्रेन से भी ज्यादा तेज उड़ने वाला पक्षी माना जाता है। पक्षी वैज्ञानिकों के अनुसार वर्ष 2022 में इसे संगम के किनारे देखा गया था। माना जा रहा है कि महाकुम्भ तक यह संगम की शोभा बढ़ाएगा।
महाकुम्भ: परिवहन निगम सात हजार बसों के अलावा 550 शटल बसें संचालित करेगा


प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में उप्र परिवहन निगम महाकुम्भ मेला के सफल आयोजन के लिए सात हजार बसों को संचालित करेगा। परिवहन निगम प्रदेश के सभी महत्वपूर्ण स्थानों से सुगम, सस्ती एवं आरामदायक सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।महाकुम्भ मेला में सड़क मार्ग से पूर्वाचल से अधिक संख्या में तीर्थयात्री आते हैं। इसके दृष्टिगत पूर्वांचल के छोटे-छोटे कस्बों से मेला स्थल को जोड़ते हुए बसों के संचालन की योजना परिवहन निगम ने तैयार की है। महिला एवं वृद्ध तीर्थयात्रियों को विशेष सुविधा प्रदान करने की योजना बनाई गयी है।

तीन चरणों में होगा संचालन

एमडी परिवहन निगम मासूम अली सरवर ने बताया कि महाकुम्भ मेला के दौरान मुख्य स्नान 13 जनवरी से 26 फरवरी के बीच पड़ रहे, मौनी अमावस्या का शाही स्नान 29 जनवरी एवं बसंत पंचमी का शाही स्नान 03 फरवरी को है। महाकुम्भ के दौरान लगभग 6800 परिवहन बसें एवं लगभग 200 वातानुकूलित बसों का संचालन किये जाने की योजना है।प्रथम चरण में 12 जनवरी से 23 जनवरी तक द्वितीय चरण में 24 जनवरी से 07 फरवरी तक एवं तीसरे चरण में 08 फरवरी से 27 फरवरी तक तीन चरणों में महाकुम्भ मेले में संचालन को बांटा गया है। निगम के कुल 19 क्षेत्रों से लगभग 165 मार्गों पर निगम की बसों का संचालन किया जायेगा।

550 शटल बसें चलाई जाएंगी

एमडी परिवहन निगम ने बताया कि बसों के अतिरिक्त 550 शटल बसें विभिन्न स्थाई एवं अस्थाई बस स्टेशनों एवं विभिन्न मार्गों पर निर्धारित वाहन पार्किंग स्थलों से संगम तट के निकट स्थित भारद्वाज पार्क एवं भारत स्काउट गाइड कालेज बैक रोड तक तथा लेप्रोसी बस स्टेशन व अंधावा बस स्टेशन तक संचालित किये जाने की योजना है।

उन्होंने बताया कि मुख्य स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ बढ़ने के कारण शास्त्रीपुल, फाफामऊ पुल एवं यमुना पुल यातायात हेतु प्रतिबंधित रहने की स्थिति में शहर के बाहर कुल 08 अस्थाई बस स्टेशन गठित किये जायेंगे। जिसमें झूसी बस स्टेशन, दुर्जनपुर बस स्टेशन, सरस्वतीगेट बस स्टेशन, नेहरू पार्क बस स्टेशन, बेली कछार बस स्टेशन, बेला कछार बस स्टेशन, सरस्वती हाइटेक सिटी मेनू एवं लेप्रोसी मिशन बस स्टेशन हैं।

इन मार्गों पर प्रभाग संचालन

एमडी ने बताया कि झूसी बस स्टेशन से दोहरी घाट, बड़हलगंज, गोला, उरूवा, खजनी, सीकरीगंज, गोरखपुर मार्ग, आजमगढ़-बलिया-मऊ व सम्बद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा। दुर्जनपुर बस स्टेशन का उपयोग झूसी बस स्टेशन की बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर किया जायेगा।

इसी प्रकार सरस्वतीगेट बस स्टेशन से बदलापुर, शाहगंज, टांडा व सम्बद्ध मार्ग एवं वाराणसी एवं संबद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा, नेहरू पार्क बस स्टेशन से कानपुर एवं कौशाम्बी को संबद्ध मार्ग के लिए, बेला कछार बस स्टेशन से रायबरेली लखनऊ व संबद्ध मार्ग एवं फैजाबाद, अयोध्या, गोण्डा, बस्ती, बहराइच व संबद्ध मार्ग के लिए, सरस्वती हाइटेक सिटी नैनी से विन्ध्यांचल, मिर्जापुर, शक्तिनगर व संबद्ध मार्ग के लिए, लैप्रोसी मिशन बस स्टेशन से बांदा-चित्रकूट व संबद्ध मार्ग एवं रीवा-सीधी व संबद्ध मार्ग के लिए संचालन किया जायेगा। नेहरू पार्क बस स्टेशन पर बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर बसों का संचालन बेली कछार बस स्टेशन से किया जायेगा।
सभी छात्र/छात्राओं को सफलता का एक 'पेन' नामक सूत्र दिया गुफरान खान

प्रयागराजlराजीव गांधी नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ कंप्यूटर टेक्नोलॉजी (RGNICT) कंप्यूटर सेंटर के वार्षिकोत्सव मे बोलते हुए मुख्य अतिथि राठी जी ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए सभी छात्र/छात्राओं को सफलता का एक 'पेन' नामक सूत्र दिया, उन्होंने बताया कि युवा यदि अपने साथ पेन का इस्तेमाल करे तो कोई लक्ष्य कठिन नहीं है l उन्होंने PEN को डिफाइन करते हुये बताया की P=प्लानिंग, E= एक्जीक्यूशन N=No more excuses अपने साथ अपनाने वाले छात्रों को सफल होने से कोई नहीं रोक सकता l

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे नारायण यादव (शिक्षक/ वरिष्ठ समाज सेवी ) ने अपने सम्बोधन मे कहा कि देश मे प्रगति के रास्ते सिर्फ कम्प्यूटर साइंस से ही खुलेगा इस लिए बड़े बुजुर्गो एवं खास कर छात्रों को कम्प्यूटर का बेसिक ज्ञान होना आवश्यक है l

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि रहे, वरिष्ठ समाजसेवी…,राम लोचन साहू (पार्षद झलवा ) एवं शैलेन्द्र कुमार यादव ( पुलिस चौकी राजरूपपुर ) आदि मौजूद रहे।RGNICT संस्थान से पढ़े हुए स्टूडेंट्स जो भिन्न भिन्न पदो पे सिलेक्शन लिए है उनको भी बुलाया गया और संस्था के तरफ़ से सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम का संचालन श्री माली आदित्य नारायण एवं धन्यवाद RGNICT निदेशक लाल बिहारी जी ने किया l

कार्यक्रम को सूर्योदय सिंह जिला समन्वय RGCSM एवं जावेद सिद्दीकी निदेशक NGIT इंस्टिट्यूट आदि लोगों ने सम्बोधित किया।इस कार्यक्रम में नवीन साहू सर, वैशाली मैम, काजल सेन, पुष्पेंद्र सर आदि मौजूद रहे।

साहू समाज की जिला स्तरीय बैठक हुई सम्पन्न, तीनों विधानसभा व नगर संगठन की कार्यकारिणी गठित

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज । भारतीय तैलिक साहू राठौर महासभा कौशांबी के बैनर तले आयोजित साहू समाज की जिला स्तरीय बैठक जिला मुख्यालय में संपन्न हुई। मुख्य अतिथि तैलिक साहू राठौर महासभा के प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्ष डॉ नरेंद्र साहू मौजूद रहे मंच का संचालन प्रमोद साहू ने किया। जिला अध्यक्ष प्रमेश गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित साहू समाज की बैठक में जिला व विधानसभा कार्यकारिणी का गठन संपन्न हुआ। मुख्य अतिथि प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्ष डॉ नरेन्द्र साहू ने समाज के राजनीतिक भागीदारी बढ़ाने और शैक्षणिक उन्नति पर जोर दिया, उन्होंने साहू समाज के उत्थान के लिए तन मन धन से लोगों को आगे आने का आहवान किया।

विक्की साहू ने समाज की एकता पर बल दिया और समाज की हर संभव मदद का ऐलान किया, जिला अध्यक्ष प्रमेश गुप्ता ने सभी स्वजातीय बंधुओ का बैठक में स्वागत किया और बताया कि साहू समाज की राजनीतिक भागीदारी बढ़ाना है जो भी पार्टी हमारे समाज को संगठन और चुनाव में जगह देगी हमारा साहू समाज उसके साथ है, हमें सामाजिक और शैक्षणिक स्तर सुधारना होगा शिक्षा से ही समाज का भला होगा। बैठक में जिला अध्यक्ष ने कहा कि वार्षिकी साहू समाज दर्पण पत्रिका निकाली जाएगी जो समाज को जागरूक करने का काम करेगी उन्होंने साहू समाज की सामाजिक आर्थिक और राजनीतिक विकास का एजेंडा रखा जो सर्वसम्मति से पास हुआ। साहू संगठन के संरक्षक अमृत लाल साहू ने बच्चों के पढ़ाई लिखाई पर जोर दिया कहा समाज का विकास शिक्षा से संभव है, साहू समाज के पूरे जिले से आए पदाधिकारियों ने शिक्षा, व्यवसाय और राजनीति पर सक्रिय भागीदारी पर जोर दिया संगठन को मजबूती प्रदान करने के लिए जिले में तीन संरक्षक पद पर मनोनयन किया गया।

जिसमें अमृतलाल साहू, प्रभात नारायण साहू, बृजेश साहू विधि प्रकोष्ठ के जिला संयोजक मनोज कुमार साहू और सहसंयोजक संजय साहू को बनाया गया। मंझनपुर विधानसभा अध्यक्ष राकेश साहू को मनोनीत किया गया नगर पालिका मंझनपुर से अशोक कुमार साहू नगर अध्यक्ष वा नगर अध्यक्ष करारी से जागेश्वर प्रसाद साहू वा नगर अध्यक्ष भरवारी से उमाकांत साहू को अध्यक्ष मनोनीत किया गया। बैठक में प्रभात नारायण साहू, रमेश साहू, कन्हैया साहू, तुलसी साहू, सुरेश साहू, जितेन्द्र साहू, ज्ञानेंद्र साहू, कृष्ण कुमार गुप्ता, सुनील साहू, कमलेश साहू, होरीलाल साहू , अनिल साहू, राम आसरे गुप्ता, राम लखन साहू, चंद्र किशोर साहू आदि लोग मौजूद रहे।