छत्तीसगढ़ में पीएम जनमन योजना के अंतर्गत पीवीटीजी हितग्राहियों की हो रही स्वास्थ्य जांच

रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर बेहद जागरूक हैं । खासतौर पर विशेष पिछड़ी जनजातीय समूहों के स्वास्थ्य को लेकर मुख्यमंत्री काफी संवेदनशील नजर आते हैं। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पीएम जनमन योजना के अंतर्गत आयोजित स्वास्थ्य शिविरों में कुशल स्वास्थ्य अमले को तैनात करने के विशेष निर्देश दिए हैं ताकि पीवीटीजी परिवारों की स्वास्थ्य संबंधी समस्या को बेहतर तरीके से दूर किया जा सके।

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि पीएम जनमन योजना अंतर्गत स्वास्थ्य शिविरों का भी आयोजन किया जा रहा है। ये शिविर हितग्राहियों के लिए योजनाओं के तहत तत्काल लाभ प्रदान करने और पीवीटीजी समूहों के लिए विशेष रूप से स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर आयोजित हो रहे हैं।

प्रधानमंत्री जनमन अभियान का उद्देश्य पीवीटीजी परिवारों को प्रमुख व्यक्तिगत अधिकारों का लाभ प्रदान करना है। योजना के तहत पीवीटीजी बस्तियों को बुनियादी सुविधाएं प्रदान कर जनजातीय समुदायों को केंद्र और राज्य की योजनाओं और उनके तहत मिलने वाले लाभों के बारे में जागरूक किया जाता है। इस पहल में हर उस पीवीटीजी परिवार को शामिल किया जा रहा है जिनसे दूरी, सड़क और डिजिटल कनेक्टिविटी की कमी के कारण संपर्क नहीं हो सका है। ऐसे परिवारों को उनके घर पर ही विभिन्न प्रकार की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। इसके लिए हाट बाजार, सामुदायिक सेवा केंद्र, ग्राम पंचायत, आंगनवाड़ी, बहुउद्देशीय केंद्र, वनधन विकास केंद्र, कृषि विज्ञान केंद्र जैसे स्थानों का उपयोग किया जा रहा है।

जनमन अभियान के दौरान आधार कार्ड, सामुदायिक प्रमाण पत्र, जन धन खाते और वन अधिकार अधिनियम के लाभार्थियों को पट्टे प्रदान किए जा रहे हैं, क्योंकि ये अन्य योजनाओं के लिए बुनियादी आवश्यकताएं हैं।

छत्तीसगढ़ राज्य में इस अभियान के तहत 62 मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से हितग्राहियों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। पीएम जनमन योजना के अंतर्गत प्रदान की जाने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं में मुख्य रूप से सिकलसेल जांच, टीबी जांच, रक्तचाप जांच, डायबिटीज जांच , आंखों की जांच तथा महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच की जा रही है।

छत्तीसगढ़ में इस योजना के अंतर्गत विगत 9 माह में लगभग 1 लाख 80 हजार पीवीटीजी हितग्राहियों की सिकलसेल जांच, लगभग 2 लाख हितग्राहियों की टी.बी. जांच, लगभग 1 लाख 50 हजार हितग्राहियों की रक्तचाप जांच, लगभग 1 लाख 50 हजार हितग्राहियों की डायबिटीज जांच, लगभग 16 हजार हितग्राहियों की आंखों की जांच तथा लगभग 3 हजार गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच की जा चुकी है।

छत्तीसगढ़ के 3 मूक-बधिर बच्चों को स्काउट्स एंड गाइड्स का राष्ट्रीय गोल्डन एरो अवार्ड, अर्पण दिव्यांग पब्लिक स्कूल के हैं तीनो विद्यार्थी
रायपुर-       राजधानी के तीन नन्हे मूक-बधिर विद्यार्थियों को स्काउट एंड गाइड्स के सर्वोच्च राष्ट्रीय गोल्डन एरो अवार्ड से नवाज़ा गया है। यह छत्तीसगढ़ राज्य के लिए गौरव की बात है। ये तीनों मूक-बधिर बच्चे जिनके नाम क्रमश: टिकेश्वर, आयुष चक्रधारी एवं महेन्द्र साहू हैं बजाज कालोनी, न्यू राजेंद्र नगर स्थित अर्पण दिव्यांग पब्लिक स्कूल के विद्यार्थी हैं। ये बच्चे भले ही बोल-सुन नहीं सकते किन्तु इन बच्चों का दिमाग बहुत तेज है। इनमें सीखने की ललक है, न केवल पढ़ाई में बल्कि खेलकूद, नृत्य, मूर्तिकला, कम्प्यूटर में भी साधारण बच्चों से ज्यादा तेज हैं। स्कूल प्रबंधन द्वारा इनकी प्रतिभाओं को साइन लैंग्वेज के शिक्षकों तथा प्रशिक्षकों के माध्यम से निखारा जा रहा है। तीनों बच्चों ने स्काउटिंग की शुुरुआत ‘कब’ से की थी। स्काउटिंग में इस उम्र के बच्चों को कब (छात्र) तथा बुलबुल (छात्रा) को कहा जाता है। इनकी ट्रेनिंग छत्तीसगढ़ स्काउट्स एण्ड गाइड्स के राज्य मुख्यालय झांकी में हुई थी। इन्हें लीडर मोनिका गुप्ता, दीपक व आशीष ने प्रशिक्षण दिया था। इनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए इन्हें गोल्डन एरो अवार्ड से सम्मानित किया है। अवार्ड की घोषणा पलवल हरियाणा के गडपुरी में चीफ कमिश्नर स्काउट्स एवं गाइड्स नेे की। स्काउट्स एण्ड गाइड्स में यह सबसे बड़ा अवार्ड होता है। अब इन बच्चों का स्काउटिंग का मुख्य सफर प्रारंभ हो जाएगा। अर्पण कल्याण समिति के संरक्षक प्रमोद दुबे, अध्यक्ष प्रकाश शर्मा, उपाध्यक्ष धनंजय त्रिपाठी, कोषाध्यक्ष विरेन्द्र शर्मा तथा प्राचार्य कमलेश शुक्ला ने इन बच्चों को बधाई दी है।
30 एकड़ से अधिक गन्ने की फसल में लगी भीषण आग, किसानों को लाखों का नुकसान

कवर्धा-  30 एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैली गन्ने की खड़ी फसल में भीषण आग लग गई. आग लगने से किसानों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है. घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीण आग बुझाने में जुट गए. हालांकि, काफी प्रयासों के बावजूद आग पर काबू नहीं पाया जा सका. वहीं ग्रामीणों ने तुरंत दमकल विभाग को सूचित किया, लेकिन समाचार लिखे जाने तक दमकल की टीम मौके पर नहीं पहुंची थी. आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है. यह पूरा मामला पंडरिया थाना क्षेत्र के कुम्ही गांव का है.

बताया जा रहा है कि 30 एकड़ से अधिक जिस क्षेत्र में खड़ी गन्ने की फसल में आग लगी है, वह करीब 25 किसानों के खेत हैं. गन्ने के फसल में आग लगने से किसानों को लाखों का नुकसान हुआ है.

अंबिकापुर में इंटर्नशिप कर रही MBBS की छात्रा ने किया सुसाइड: बिलासपुर के हॉस्टल में फंदे पर लटकता मिला शव, मचा हड़कंप

बिलासपुर-  सिम्स मेडिकल कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल में MBBS कर रही एक छात्रा ने फांसी लगाकार आत्महत्या कर ली, इस घटना के बाद हॉस्टल में हड़कंप मच गया. घटना के बाद सहेलियों ने आनन-फानन में उसे फंदे से उतारकर अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना की सूचना के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.

जानकारी के मुताबिक, मृतिका का नाम भानू प्रिया सिंह है, जो की 2018 बैच की MBBS की छात्रा थी और अंबिकापुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इंटर्नशिप कर रही थी. बताया जा रहा है कि वह एक शादी में शामिल होने के लिए बिलासपुर आई हुई थीं और सिम्स मेडिकल कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल में ठहरी हुई थी, घटना के बाद पुलिस और मृतिका की सहेलियों ने उसके परिजनों को घटना की सूचना दी.

बता दें कि घटना के बाद पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच में जुट गई है, मृतिका ने ऐसा खौफनाक कदम क्यों उठाया इस बात अब तक खुलासा नहीं हो सका है. बेटी की मौत से उसके घर में मातम पसर गया है.

अखिल भारतीय क्रीड़ा भारती के अभ्यास वर्ग का समापन, राष्ट्रीय महामंत्री बोले- समाज में समरसता स्थापित करना और स्वदेशी को बढ़ावा देना है उद्देश्य
रायपुर-   अखिल भारतीय क्रीड़ा भारती के प्रदेश कार्यकर्ताओं के लिए आयोजित दो दिवसीय अभ्यास वर्ग का समापन रविवार को रायपुर स्थित होटल एंट्री प्वाइंट में हुआ. 16 और 17 नवंबर 2024 को आयोजित इस अभ्यास वर्ग में देशभर से 55 पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए. इस दौरान क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय महामंत्री राज चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि क्रीड़ा भारती का उद्देश्य समाज में समरसता स्थापित करना और स्वदेशी को बढ़ावा देना है. उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से अनुशासन के साथ संगठन के कार्यों को जन-जन तक पहुंचाने और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने का आह्वान किया. 

क्रीड़ा भारती के संगठन मंत्री प्रसाद महानकर ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि क्रीड़ा संस्कृति को व्यापक और सर्वस्पर्शी बनाने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि संगठन के कार्यों को ग्राम स्तर तक ले जाकर लोगों के जीवन में खेल, योग और व्यायाम को शामिल किया जाए, जिससे समाज को स्वस्थ बनाया जा सके. 

सह संगठन मंत्री मधुमयनाथ ने कहा कि क्रीड़ा भारती हर ग्राम में मैदान और हर मैदान में खिलाड़ी की भावना के साथ काम कर रही है. उन्होंने पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं की संख्या बढ़ाने और सदस्यता अभियान को गति देने पर जोर दिया. 

कार्यक्रम का संचालन करते हुए क्रीड़ा भारती छत्तीसगढ़ के प्रांत मंत्री सुमीत कुमार उपाध्याय ने कहा कि क्रीड़ा भारती स्वदेशी भावना, पर्यावरण संरक्षण और खेल व खिलाड़ियों के विकास के लिए कार्य करने वाली सामाजिक संस्था है. 

समापन के अवसर पर छत्तीसगढ़ प्रांत उपाध्यक्ष गोपेश्वर कहरा ने सभी का आभार व्यक्त किया. इस कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा, प्रांत सहमंत्री कोषलेन्द्र पटेल, प्रांत प्रचारक नीता डूमरे, और अन्य पदाधिकारियों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया. 

अभ्यास वर्ग के दौरान संगठन को और सशक्त बनाने और खेल संस्कृति को जन-जन तक पहुंचाने के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई. कार्यक्रम में राष्ट्रभक्ति, स्वदेशी और पर्यावरण संरक्षण जैसे पहलुओं पर भी विशेष जोर दिया गया.

छत्तीसगढ़ में बैगा आदिवासियों के साथ 50 लाख का फर्जीवाड़ा!

कवर्धा-  छत्तीसगढ़ में बैगा आदिवासियों के नाम पर कथित रूप से 50 लाख रुपए से अधिक के फर्जी लोन स्वीकृत कर बैंक से निकालने जाने का मामला सामने आया है. इस मामले में पीड़ित परिवारों को जानकारी तब मिली जब उनके खाते से बैंक की रकम निकाली गई और उनके मोबाइल में मैसेज आया.

ये पूरा मामला जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक बोड़ला का है. प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक तरेगांव जंगल, कुकुरापानी और कोटनापानी समेत कई गांवों के बैगा आदिवासीयों से कथित रूप से लोन के फर्जीवाड़े की शिकायत बैंक से की गई है. पीड़ितों का आरोप है कि ये पूरा खेल बैंक के कर्मचारियों और दलालों ने मिलकर किया है. आदिवासियों के नाम से किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) लोन लिया गया है.

किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) लोन, किसानों को कृषि और इससे जुड़ी गतिविधियों के लिए बैंकिंग प्रणाली से ऋण सहायता देने का एक ज़रिया है. केसीसी लोन के ज़रिए, किसानों को कई तरह के फ़ायदे मिलते हैं: 

क्या होता है KCC Loan

  • केसीसी लोन पर 2% की दर से ब्याज अनुदान और 3% की दर से शीघ्र पुनर्भुगतान प्रोत्साहन लाभ मिलता है. 
  • पशुपालन और मत्स्य पालन से जुड़ी गतिविधियों में शामिल किसानों को 2 लाख रुपये का अनुदान मिलता है. 
  • केसीसी लोन के लिए 1.6 लाख रुपये तक के लोन के लिए कोई संपार्श्विक ज़रूरी नहीं होता. 
  • केसीसी लोन के लिए स्मार्ट सह डेबिट कार्ड (रूपे कार्ड) मिलता है. 
  • केसीसी लोन के लिए, 5 साल के लिए व्यापक प्रगतिशील सीमा मिलती है. 
  • हर साल 10% की सीमा में वृद्धि की जा सकती है. 
  • व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा योजना (पीएआईएस) कवरेज मिलता है. 
  • प्रधानमंत्री फ़सल बीमा योजना (पीएमएफ़बीवाई) के तहत कवर किया जा सकता है. 
नशे के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई: लाखों के गांजे के साथ ओडिशा के अंतरराज्यीय तस्कर को किया गिरफ्तार

गरियाबंद-    छत्तीसगढ़ में लगातार गांजा तस्करी के मामले सामने आ रहे है। शनिवार को गरियाबंद पुलिस ने चेकिंग के दौरान एक अंतरराज्यीय तस्कर को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह युवक अपनी बाइक पर दो प्लास्टिक की बोरियों में भारी मात्रा में गांजा लेकर नेशनल हाइवे से गरियाबंद की ओर जा रहा था। इस बीच पुलिस ने उसे धर दबोचा।

जानकारी के मुताबिक, इस तस्कर का नाम लिंगराज साहू (उम्र 35 साल) है। जो ओडिशा में नबरंगपुर ज़िले के चंदाहांडी का रहने वाला है। नेशनल हाइवे 130सी में सहायक निरक्षक खुमान लाल महिलांगे अपनी टीम के साथ चेकिंग पॉइंट थे। इस दौरान तस्कर लिंगराज साहू बाइक पर गांजे से भरी बोरी लादकर जा रहा था। जब टीम ने उसे रोका तो वह हड़बड़ा गया, इस दौरान जब बोरियों को उतारकर चेक किया गया तोह उसमें भारी मात्रा में गांजा बरामद हुआ। इसके बाद पुलिस तस्कर को हिरासत में लेकर थाने ले आई, जहां उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

3.40 लाख रुपये आंकी गई जब्त गांजे की कीमत

बता दें कि पुलिस ने जब तस्कर से जब्त गांजे को तौलता उसका वजन 34.070 किलोग्राम पाया गया, इस गांजे की कीमत 3.40 लाख रुपये आंकी गई है। पखवाड़े भर के भीतर देवभोग पुलिस ने गांजे की दूसरी बड़ी खेप पकड़ी है। सूत्रों के मुताबिक, ओडिशा के कालाहांडी नवरंगपुर जिले में गांजा के बड़े पैमाने पर कारोबार किया जाता है। यहां से करीबन 150 किमी दूरी पर स्थित कोरापुट जिले के पहाड़ियों में गांजे की खेती होती है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने लाला लाजपत राय की पुण्यतिथि पर उन्हें किया नमन

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पंजाब केसरी लाला लाजपत राय की 17 नवंबर को पुण्यतिथि पर उन्हें नमन करते हुए कहा कि लाला लाजपत राय ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि अमर सेनानी लाला लाजपत राय के बलिदान ने स्वाधीनता आंदोलन को एक नई गति दी। स्वाधीनता आंदोलन में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने के साथ ही लाला जी ने हिन्दी भाषा के प्रचार प्रसार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके ओजस्वी विचार आज भी हमें प्रेरित करते है और देश की सेवा करने के लिए प्रोत्साहित करते है। हम सभी को देश की तरक्की के लिए लाला लाजपत राय के आदर्शों को अपने जीवन में उतारने का संकल्प लेना चाहिए। हम सभी को उनके वक्तृत्व और कृतित्व से प्रेरणा लेकर मिलजुलकर देश की तरक्की के लिए काम करना चाहिए।

कमिश्नर ने पलट दिया कलेक्टर-एसडीएम का आदेश, अतिक्रमण पर सरपंच के खिलाफ अब होगी जांच…

रायपुर-    सरपंच और उसके परिजनों के विरुद्ध उपसरपंच और पंचों ने अतिक्रमण की शिकायत की थी. मामले में संभागायुक्त महादेव कावरे ने धमतरी कलेक्टर और एसडीएम के आदेश को पलटते हुए कुरुद एसडीएम को शिकायत की सूक्ष्म जांच कर एक माह में विधिसम्मत निर्णय देने के आदेश दिए हैं. 

बता दें कि धमतरी ज़िले की कुर्रा ग्राम पंचायत के सरपंच खम्हन लाल साहू और उनके परिजनों द्वारा चार स्थानों पर गाँव की शासकीय भूमि पर अतिक्रमण,अतिक्रमित ज़मीन पर पक्का मकान और दुकान बनाकर लाभ लेने की शिकायत उप सरपंच और पंचों ने की थी. शिकायत की जाँच करते हुए भखारा के तहसीलदार ने सरपंच के परिजनों पर अर्थदंड लगाया था.

शिकायतकर्ताओं ने इस पर आगे कार्रवाई के लिए कुरुद के एसडीएम न्यायालय में प्रकरण प्रस्तुत किया, परंतु एसडीएम ने प्रकरण नस्तीबद्ध कर दिया था. एसडीएम के फैसले के विरुद्ध शिकायतकर्ताओं ने कलेक्टर न्यायालय में अपील की थी. धमतरी कलेक्टर ने भी एसडीएम के फ़ैसले को सही मानते हुए प्रकरण में अपील की मांग ख़ारिज कर दी थी. इसके बाद शिकायतकर्ताओं ने कलेक्टर और एसडीएम के फैसले के विरुद्ध रायपुर संभागायुक्त न्यायालय में अपील की थी.

कमिश्नर कावरे ने पूरे प्रकरण में दोनों पक्षों को नोटिस जारी कर जिरह के लिए बुलाया और प्रस्तुत साक्ष्यों का प्रतिपरीक्षण किया. प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर संभागायुक्त ने एसडीएम के आदेश और कलेक्टर के अपील ख़ारिज करने के फ़ैसले को पलट दिया.

संभागायुक्त ने प्रकरण की सुनवाई के बाद उसे पंचायत राज अधिनियम की धारा 36 और धारा 40 के तहत कार्रवाई योग्य माना. उन्होंने प्रकरण में उपलब्ध साक्ष्यों, अवैध अतिक्रमण पर भखारा तहसीलदार के प्रतिवेदन, सरपंच पर शासकीय विकास कार्यों के प्रति लापरवाही और उदासीनता सहित सरपंच के परिजनों द्वारा शासकीय भूमि पर किए गए अवैध अतिक्रमण की भी सूक्ष्म जाँच कर एक माह में पूरी कर विधिसम्मत निर्णय देने के भी आदेश दिए है.

बिलासपुर में फूटी पाइप लाइन, बाजार के दुकानों में घुसा पानी…