सीएम योगी का नारा "बंटोगे तो कटोगे" वाराणसी के घाटों पर दीपकों से लिखा गया ।
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में देव दीपावली का उत्सव धूमधाम से मनाया गया. शुक्रवार शाम होते ही गंगा के 84 घाटों पर लाखों दीपकों की जगमगाहट ने लोगों का मन मोह लिया. इस देव दीपावली में देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को मुख्य अतिथि बनाया गया. उनके अलावा इस कार्यक्रम में यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, सीएम योगी और अन्य नेता भी शामिल हुए हैं. इस देव दीपावली में एक खास आकर्षण पर सबकी नजरें टिक गई जहां पर सीएम योगी के ‘बंटोगे तो कटोगे’ नारे को दीपकों से लिखा गया.
देव दीपावली पर वाराणसी के सभी घाटों को लाखों दीयों से सजाया गया. इस दौरान चर्चा में रहा पाण्डेय घाट पर 51000 दीयों से सजाया गया सीएम योगी का नारा “बंटोगे तो कटोगे.” सीएम योगी खुद भी नमो घाट पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के साथ मौजूद रहे और नमो घाट फेज़ 2 का लोकार्पण भी किया. अलग-अलग घाटों पर दीयों से अलग-अलग आकृतियां बनाई गई. लोग उनको करीब से निहारते रहे. कुछ लोग तो “बंटोगे तो कटोगे” नारे के साथ घाट पर सेल्फी क्लिक करते हुए भी दिखाई दिए.
अंधेरा होते ही जगमगाया बनारस
अंधेरा होने के साथ जैसे ही पंचगंगा घाट पर लाखों दीप प्रज्ज्वलित हुए तो गंगा के किनारे साढ़े सात किलोमीटर तक जगमग हो उठे. करीब सत्रह लाख दीपों से काशी की छटा देखते ही बन रही थी. अर्द्धचंद्राकार घाटों पर चंद्रहार की तरह दीपक झिलमिलाने लगे. पर्यटकों ने इस अलौकिक नजारे को देखा तो बस देखते ही रह गए. घाटों पर देवलोक के साक्षात अलौकिक दृश्य ने लोगों का मन मोह लिया.
देखते ही बनी मां गंगा की छटा
योगी सरकार देव दीपावली को भव्य बनाने के लिए लगातार इसकी ब्रांडिंग कर रही है. पिछले साल 12 लाख दीपों से घाटों को रोशन किया गया था. इस बार 17 लाख से भी ज्यादा दीपक जलाए गए. जन सहभागिता से इन दीपों की संख्या 17 लाख के पार हो गई. जिसमें 3 लाख से अधिक दीये गाय के गोबर से बने हैं. ऐसे में काशी के अर्द्धचन्द्राकार घाटों पर जब दीपों की माला पहने हुए मां गंगा का श्रृंगार और महा आरती हुई तो ये छठा और अद्भुत दिखाई दी.
भव्यता के साथ पूरी हुई गंगा आरती
दशाश्वमेध घाट पर नियमित होने वाली मां गंगा की आरती को देव दीपावली पर भव्य स्वरूप दिया गया. धर्म के साथ राष्ट्रीयता और सामाजिकता का सन्देश देने वाली ये महाआरती कारगिल युद्ध के शहीदों को समर्पित रहती है. भारत के अमर वीर योद्धाओं को भगीरथ शौर्य सम्मान से सम्मानित भी किया. शंख नाद और डमरुओं की निनाद से घाट गूंज उठे. गंगा सेवा निधि द्वारा वेबसाइट http://gangasevanidhi.in का शुभारंभ किया गया. काशी के अन्य घाट पर भी मां गंगा की भव्य आरती का नजारा देखने को मिला.
Nov 16 2024, 10:26