असर्फी अस्पताल में चूहे ने शव को कुतरा, परिजनों का हंगामा
धनबाद : शहर के सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत असर्फी अस्पताल में गुरुवार की अहले सुबह जमकर हंगामा हुआ। अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के चलते चूहे के कुतरने का मामला सामने आया है।
आसनसोल की धार्मिक धरोहर घाघर बूढ़ी मंदिर,जानें इतिहास और इसकी विशेषताएं
आसनसोल:- घाघर बुढ़ी मंदिर आसनसोल में स्थित है और यहां साल भर भक्त दर्शन के लिए आते हैं. इस मंदिर का ऐतिहासिक महत्व और धार्मिक महत्व है जो इसे हिंदू धर्म के प्रमुख स्थलों में गिनाता है।
घाघर बूढ़ी मंदिर आसनसोल, पश्चिम बंगाल में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है. यह मंदिर देवी काली को समर्पित है और इसे आसनसोल का सबसे पुराना मंदिर माना जाता है. यह मंदिर काली पहाड़ी पर स्थित है और नूनिया नदी के तट पर स्थित है.
मंदिर के इतिहास की बात करें तो इस मंदिर का इतिहास 550 साल से भी पुराना है. कहा जाता है कि यह मंदिर कंगाली चरण नामक एक व्यक्ति द्वारा स्थापित किया गया था. कंगाली चरण जंगल में लकड़ी काटने गए थे, जब उन्हें देवी काली का दर्शन हुआ।
उन्होंने देवी को प्रसन्न करने के लिए मंदिर का निर्माण करवाया. घाघर बूढ़ी मंदिर हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखता है. यह मंदिर शक्ति और साहस की देवी देवी काली को समर्पित है. यहां साल भर भक्त दर्शन के लिए आते हैं. विशेष रूप से नवरात्रि और काली पूजा के दौरान यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है. मंदिर काली पहाड़ी पर स्थित है, जिससे आसपास के इलाकों का मनोरम दृश्य दिखाई देता है.
मंदिर का मुख्य गर्भगृह देवी काली की प्रतिमा से सुसज्जित है. मंदिर परिसर में शिव, गणेश, हनुमान और नवग्रहों के मंदिर भी हैं. मंदिर के पास नूनिया नदी बहती है, जिसका पवित्र जल भक्त ग्रहण करते हैं.
घाघर बूढ़ी मंदिर की विशेषताएं
1. धार्मिक महत्व :
यह मंदिर शक्ति और साहस की देवी देवी काली को समर्पित है. हिंदू धर्म में इसका विशेष महत्व है. यहां साल भर भक्त दर्शन के लिए आते हैं. नवरात्रि और काली पूजा के दौरान यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है.
2. ऐतिहासिक महत्व : कंगाली चरण नामक एक व्यक्ति द्वारा स्थापित, यह मंदिर 550 साल से भी पुराना है. आसनसोल का सबसे पुराना मंदिर माना जाता है. देवी काली के दर्शन के लिए कंगाली चरण को प्रेरित करने वाली घटना का ऐतिहासिक महत्व है।
3. स्थापत्य कला :
मंदिर काली पहाड़ी पर स्थित है, जिससे आसपास के इलाकों का मनोरम दृश्य दिखाई देता है. मंदिर का मुख्य गर्भगृह देवी काली की भव्य प्रतिमा से सुसज्जित है. मंदिर परिसर में शिव, गणेश, हनुमान और नवग्रहों के मंदिर भी हैं. नूनिया नदी के किनारे मंदिर का शांत और पवित्र वातावरण आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है.
4. त्योहार और उत्सव : नवरात्रि और काली पूजा के दौरान मंदिर में विशेष पूजा और उत्सव आयोजित किए जाते हैं. भक्त माता काली को भोग लगाते हैं और आरती में भाग लेते हैं. मंदिर के आसपास मेला भी लगता है।
5. पर्यटन :
घाघर बूढ़ी मंदिर आसनसोल में सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है. हिंदू तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए यह एक महत्वपूर्ण स्थान है. मंदिर की धार्मिक, ऐतिहासिक और वास्तुशिल्पीय महत्व इसे दर्शनीय बनाता है।
घाघर बूढ़ी मंदिर आध्यात्मिक शांति और सुंदरता का अनुभव करने के लिए एक आदर्श स्थान है. यदि आप आसनसोल की यात्रा कर रहे हैं, तो यह मंदिर निश्चित रूप से आपके दर्शन के योग्य है।
मंदिर सुबह 5 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहता है. प्रवेशं शुल्क निःशुल्क है. मंदिर परिसर में भोजन और पानी की सुविधा उपलब्ध है. मंदिर के पास कई दुकानें हैं जहां आप धार्मिक सामग्री और स्मृति चिन्ह खरीद सकते हैं.
यहां रहने की व्यवस्था अगर आप देख रहे हैं तो मंदिर परिसर में धर्मशाला उपलब्ध है. आसपास के इलाकों में कई होटल और गेस्ट हाउस भी हैं. घाघर बूढ़ी मंदिर आध्यात्मिक शांति और सुंदरता का अनुभव करने के लिए एक आदर्श स्थान है. आप आसनसोल की यात्रा कर रहे हैं, तो यह मंदिर निश्चित रूप से आपके दर्शन के योग्य है.
यहां कैसे पहुंचें :
घाघर बूढ़ी मंदिर आसनसोल शहर से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. आप टैक्सी, ऑटो या बस से मंदिर तक पहुंच सकते हैं. नूनिया नदी के किनारे नाव की सवारी भी एक लोकप्रिय विकल्प है.
इंडिया गठबंधन का दावा, प्रथम चरण के चुनाव में इंडी गठनबंधन 43 में से 30 से 35सीट जीत रही है..!
डेस्क : झारखंड कांग्रेस नेता राकेश सिन्हा ने कहा, "झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण में 43 सीटों पर मतदान पूरा हो गया है... 43 सीटों में से, महागठबंधन 30 से अधिक सीटों पर अपनी जीत दर्ज करेगा...
भाजपा को लोकसभा चुनावों में 400 से अधिक सीटें जीतने का भरोसा था। लेकिन अब, उन्होंने बैसाखी पर सरकार बनाई है.
इसलिए, वे अपने आत्मविश्वास में रह सकते हैं लेकिन जनता ने हम पर अपना विश्वास दिखाया है।"
वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि जनता ने "वोकल फॉर लोकल" और जनता के लिए समर्पित हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार को दोबारा सत्ता देने के लिए पहले ही चरण में प्रचंड सीट दिया है और दूसरा चरण उसे और मजबूती देगा.43 में से 38 सीट पर इंडिया ब्लॉक की होगी जीत.
JMMपहले चरण के लिए मतदान की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि पहले चरण के बाद सिर्फ सरकार दोबारा से बनाने की औपचारिकता शेष रह गयी है. झामुमो नेता ने कहा कि झारखंड में झारखंडियों की सरकार बनेगी.
गढ़वा से तो ऐसी तस्वीरें आयी जो इंडिया ब्लॉक को बहुत उत्साहित करती है. मनोज पांडेय ने दावा किया कि पहले चरण की 43 सीट में से इंडिया ब्लॉक को 38 सीटों पर जीत हासिल होगी.75% सीटें इंडिया ब्लॉक के खाते में- राजद
आज पहले चरण में हुए 43 विधानसभा सीट पर मतदान की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश सचिव और कार्यालय प्रभारी रामकुमार यादव ने दावा किया कि प्रथम चरण में गठबंधन जहां 75% सीटें जीत लेगी.
वहीं राजद पहले चरण की अपनी सभी पांच सीट जीत ले तो कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी.राजद नेता ने माना कि जिस तरह से इंडिया ब्लॉक जनता ने हेमंत सोरेन के कार्यकाल की उपलब्धियों, जनकल्याणकारी योजनाओं, मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना, कृषि ऋण माफी, बिजली बिल माफी सहित तमाम कार्यों का लाभ इंडिया ब्लॉक को मिलेगा. राजद नेता ने कहा कि पहले चरण में ही जनता ने भाजपा और उसके नापाक इरादे वाले नेताओं को सबक दे दिया है.
43 में से 35 पर जीत पक्की- कांग्रेसवहीं झारखंड विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण के लिए मतदान कार्य पूरा हो जाने के बाद कांग्रेस ने राज्य में फिर से हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार बनाने का दावा किया है. उन्होंने कहा कि पहले चरण में 43 में से 35 सीट पर इंडिया ब्लॉक की जीत तय है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सोनाल शांति ने कहा कि पहले चरण का प्रभाव दूसरे चरण में भी दिखेगा.
झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री एवं लोहरदगा के पूर्व विधायक सधनु भगत का निधन,*
झारखंड डेस्क लोहरदगा। झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री एवं लोहरदगा के पूर्व विधायक सधनु भगत का 13 नवंबर, 2024 बुधवार को प्रातः 9 बजे निधन हो गया। वे बाबूलाल मरांडी के मंत्रिमंडल में कैबिनेट में मंत्री थे। दिवंगत भगत का जन्म 19 जनवरी, 1946 को हुआ था। एकीकृत बिहार में वर्ष 1995 में पहली बार लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने थे। दूसरी बार भी लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की टिकट पर जीते थे। झारखंड अलग होने के बाद प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री बने। व्यवहार कुशल एवं मृदुभाषी व्यक्तित्व के धनी सधनु भगत के आकस्मिक निधन से पूरा भाजपा परिवार एवं लोहरदगा की आम जनता मर्माहत है। पूर्व मंत्री व भाजपा के कद्दावर नेता सधनु भगत के निधन की खबर सुनकर लोहरदगा सदर प्रखंड मुख्यालय के बगल में स्थित उनके आवास डॉ रामेश्वर उरांव पहुंचे। शोक व्यक्त किया।
कोल्हान में भयमुक्त वातावरण में मतदान संपन्न, 5 बजे तक जिला का मतदान प्रतिशत 64.78 % रहा
जमशेदपुर जिला निर्वाचन पदाधिकारी अनन्य मित्तल द्वारा मतदान समाप्ति के पश्चात प्रेस वार्ता संबोधित किया गया. सभी आर.ओ इस अवसर पर मौजूद रहे. जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि सभी छह विधानसभा क्षेत्रों में शांतिपूर्ण, स्वतंत्र, पारदर्शी एवं भयमुक्त वातावरण में मतदान संपन्न कराया गया. उन्होने बताया कि संध्या 5 बजे तक जिला का मतदान प्रतिशत 64.78 % रहा, कई बूथों पर मतदाता 5 बजे तक कतारबद्ध थे जिन्हें मतदान कराया जा रहा है.
विधानसभा वार मतदान
कांग्रेस का भाजपा पर आरोप, गोड्डा में अदाणी एसईजेड को ‘त्वरित मंजूरी’ दी, लेकिन जमशेदपुर का औद्योगिक केंद्र अधर में छोड़ दिया
44- बहरागोड़ा- 76.15%
45- घाटशिला- 70.05%
46- पोटका- 72.29%
47- जुगसलाई- 64.53%
48- जमशेदपुर पूर्वी- 56.72%
49- जमशेदपुर पश्चिम- 55.95%
झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में कोल्हान की 14 समेत 43 सीट के लिए बुधवार को शाम पांच बजे तक 64.86 प्रतिशत मतदान हुआ.
अधिकारियों ने बताया कि लोहरदगा जिला 73.21 प्रतिशत मतदान के साथ शीर्ष पर रहा, जबकि हजारीबाग जिले में सबसे कम 59.13 प्रतिशत मतदान हुआ.
उन्होंने बताया कि मतदान शाम पांच बजे तक जारी रहा. उन्होंने बताया कि अन्य जिलों में मतदान प्रतिशत सरायकेला-खरसावां में 72.19,
गुमला में 69.01,
सिमडेगा में 68.66,
खूंटी में 68.36,
गढ़वा में 67.35,
लातेहार में 67.16,
पश्चिमी सिंहभूम में 66.87,
रामगढ़ में 66.32,
पूर्वी सिंहभूम 64.87,
चतरा 63.26
पलामू में 62.62,
कोडरमा में 62,
रांची 60.49 और हजारीबाग में 59.13 रहा. पूर्वी सिंहभूम की छह विधानसभा सीटों में सबसे अधिक बहरागोड़ा में 76.15% वोटिंग दर्ज की गयी. घाटशिला 70.05%, पोटका 72.29%, जुगसलाई 64.53%, जमशेदपुर पूर्वी 56.72% मतदान हुआ. वहीं सबसे कम जमशेदपुर पश्चिमी में 55.95 मतदान दर्ज किया गया.
683 उम्मीदवारों की चुनावी किस्मत इवीएम में बंद
चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन और पूर्व सांसद गीता कोड़ा सहित कुल 683 उम्मीदवार अपनी चुनावी किस्मत आजमा रहे हैं. इस चरण में कुल 1.37 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के पात्र हैं. इस चरण में चुनाव मैदान में खड़े प्रमुख उम्मीदवारों में पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन शामिल हैं, जो सरायकेला में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, उनका मुकाबला झामुमो के गणेश महली से है. पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा जगन्नाथपुर में कांग्रेस के सोना राम सिंकू के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं.
लोहरदगा में कांग्रेस नेता रामेश्वर ओरांव का मुकाबला आजसू के शांति भगत से है जबकि जमशेदपुर (पश्चिम) में जद (यू) के सरयू राय का मुकाबला कांग्रेस के बन्ना गुप्ता से है. दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को होगा और मतगणना 23 नवंबर को होगी. वर्ष 2019 के चुनाव में झामुमो ने 30 सीट हासिल की थीं जबकि भाजपा ने 25 सीट पर जीत दर्ज की थी. झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 47 सीट के साथ बहुमत हासिल किया था. झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन में कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) शामिल हैं
बड़ी खबर : चुनाव कार्य ने लगे ड्यूटी पर तैनात सीआरपीएफ जवान के सिर पर लगी गोली, रांची रेफ़र
झारखंड डेस्क
पलामू वोटिंग के बीच एक बड़ी खबर पलामू से सामने आ रही है. यहां वोटिंग से पहले चुनाव के लिए ड्यूटी पर तैनात सीआरपीएफ जवान संतोष कुमार यादव को गोली लग गई है. घायल जवान को इलाज के लिए आनन-फानन में मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है.
हालांकि, बेहतर इलाज के लिए मेदिनीराय अस्पताल के डॉक्टरों ने जवान को रांची रेफर कर दिया है. जिसके बाद एयरलिफ्ट कर घायल जवान को रांची के हॉस्पिटल में एडमिट कराने की तैयारी की जा रही है.
घटना को लेकर डीआईजी वाईएस रमेश ने बताया कि विधानसभा चुनाव को लेकर घायल जवान संतोष कुमार लातेहार के लाभर में तैनात थे.
आज बुधवार सुबह पिकेट पर अचानक फायरिंग हुई जिसमें संतोष कुमार के सिर में गोली लग गई. जिसके बाद घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया. डॉक्टरों द्वारा घायल को इलाज के लिए रांची रेफ़र कर दिया गया है. इसके लिए एयरलिफ्ट कर जवान को रांची लाया गया है. वहीं, घटना के बारे में सूचना मिलते ही पलामू एसपी रिश्मा रमेशन, सीआरपीएफ के डीआईजी पंकज कुमार समेत सीआरपीएफ के आला अधिकारी अस्पताल पहुंचे.
जिला अनुसार 1 बजे तक कहां कितना प्रतिशत हुआ मतदान
कोडरमा 47.33%
खूंटी 51.37%
गुमला 52.11%
गढ़वा 46.75%
चतरा 45.76%
पलामू 44.00%
पश्चिमी सिंहभूम 46.41%
पूर्वी सिंहभूम 44.88%
रांची 40.98%
रामगढ़ 46.81%
लातेहार 50.41%
लोहरदगा 51.53%
सरायकेला-खरसावाँ 50.71%
सिमडेगा 50.66%
हजारीबाग 45.77%
आज खास आदमी से लेकर आम आदमी ने डाला अपना मत,अधिकतर लोगों ने सामान्य लोगों कि तरह कतार में लग कर डाला अपना वोट
मुख्यमंत्री, राज्यपाल, सांसद, मंत्री सहित अधिकारियों और अलग-अलग वर्ग के प्रबुद्ध जनों ने आज अपना वोट डाला। खास लोगों ने भी सामान्य लोगों की तरह कतार में खड़े होकर मतदान किया।
झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने पहले चरण में वोटिंग की। राज्यपाल ने लोगों से अपना वोट ‘बुद्धिमानी से’ इस्तेमाल करने और बड़ी संख्या में घरों से निकलने की अपील की। उन्होंने कहा,’मैं लोगों से अपने मताधिकार का प्रयोग करने और बड़ी संख्या में मतदान करने की अपील करता हूं।
झारखंड विधानसभा चुनाव के तहत आज जमशेदपुर में ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास ने अपनी बहू और जमशेदपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार पूर्णिमा दास साहू के साथ सपरिवार मतदान किया. पूर्णिमा दास साहू जमशेदपुर से भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में हैं और परिवार के समर्थन के साथ उन्होंने मतदान किया. इस चुनाव में जमशेदपुर विधानसभा सीट पर भाजपा के लिए यह एक अहम चुनावी परीक्षा साबित हो सकती है।
इधर, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने जवाहर नगर स्थित एक मतदान केंद्र पर मतदान किया।
इधर, केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कोडरमा में झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए मतदान किया. मौके पर उन्होंने कहा कि झारखंड में 43 सीटों पर मतदान हो रहा है. हमारी सभी से अपील है कि लोकतंत्र के महापर्व में जो पांच वर्ष में अवसर मिलता है, अपना प्रतिनिधि चुनने का वो चुनें… राज्य की खुशहाली, विकास, अपनी सरकार बनाने के लिए और वर्तमान भ्रष्ट सरकार को हटाने के लिए एनडीए के पक्ष में मतदान करें, यही हमारी अपील है।
वहीं, रांची में रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने भी अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. कहा कि झारखंड की जनता इन पांच सालों में भ्रष्टाचार से तंग आ चुकी है. भाजपा यहां दो तिहाई बहुमत से जीतेगी. क्या झारखंड कोई धर्मशाला है, शरणार्थी केंद्र है? यहां बांग्लादेश से घुसपैठिए बुलाए जा रहे हैं… भाजपा ने संकल्प लिया है कि 24 नवंबर से बांग्लादेशी घुसपैठियों को चुन-चुन कर सीमा से बाहर किया जायेगा।
झारखंड के मंत्री और जमशेदपुर-पश्चिम विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार बन्ना गुप्ता ने जमशेदपुर में वोट डाला. इस दौरान उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र का महापर्व है, सभी लोगों को अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए। मैं लोगों के लिए काम करता रहूंगा. हम अधूरे काम पूरे करेंगे. कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए और सीसीटीवी कैमरे लगाने होंगे, महिला सशक्तिकरण के लिए काम करना होगा।
हेमंत सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) से रांची से चुनाव लड़ रहीं महुआ माझी ने सुबह-सुबह मतदान किया। महुआ मांझी ने के बाद कहा,’मैं सभी से मुझे वोट देने की अपील करती हूं. मैं चाहती हूं कि यहां विकास हो. रांची राजधानी जैसी नहीं लगती और मैं इसे राजधानी में बदलना चाहती हूं. मेरे पास विभिन्न क्षेत्रों का अनुभव है।
सरायकेला में पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा नेता चंपाई सोरेन अपने परिवार के साथ अपने गांव झिलिंगगोडा में बने मतदान केंद्र पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस दौरान चंपाई सोरेन के साथ उनकी पत्नी मनको सोरेन, पुत्र सिमल सोरेन, बबलू सोरेन समेत दोनों पुत्रवधू भी भी मौजूद थीं. भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन मतदान केंद्र पहुंचे थे, जहां पूर्व मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों का अभिवादन किया। मतदान केंद्र पर भाजपा नेता चंपाई सोरेन के साथ उनके 18 वर्षीय पोते वीर सोरेन भी पहुंचे थे. वीर ने पहली बार मताधिकार का प्रयोग किया. चंपाई सोरेन ने उत्साहवर्धन कर पोते से भी मताधिकार का प्रयोग कराया।
पश्चिमी विधानसभा सीट से एनडीए प्रत्याशी सरयू राय ने दिया अपना मत,कहा- मताधिकार के प्रयोग से लोकतंत्र होगा मजबूत
जमशेदपुर : जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा सीट से एनडीए गठबंधन के प्रत्याशी सरयू राय ने लोकतंत्र के महापर्व मे वोट देकर इसे मजबूत करने का कार्य किया। उन्होंने बिस्टुपुर स्थित केएमपीएम वोकेशनल कालेज स्थित बूथ संख्या 155 मे पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
इसके साथ ही उन्होंने सभी से अपने मताधिकार को इस्तेमाल करने का अपील किये। उन्होंने कहा कि मताधिकार के उपयोग से ही लोकतंत्र मजबूत होता है,इस सीट पर हमेशा कांटे की टक्कर रहती है,लेकिन इस सीट को एनडीए ही जीत जाएगी। वही सरयू राय ने "बटेंगे तो कटेंगे" जैसे नारे पर उन्होंने कहा की यह प्रतिक्रिया स्वरूप दिया गया नारा है,चुकी कांग्रेस पार्टी के जो उम्मीदवार हैं,वें अल्पसंख्यक वोटों को एकजुट करने मे जुटे है और उसी के प्रतिक्रिया स्वरुप यह नारा दिया गया है।
वही देश तथा इस राज्य मे भी यह नारा कई बार चरितार्थ हुआ है।
Nov 15 2024, 11:21