राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा एक्शन,थाने के अंदर फाइलों में छिपी थीं 500-500 के नोटों की गड्डियां, जानें कितना मिला कैश

राजस्थान के जयपुर से एक पुलिस कॉन्स्टेबल को गिरफ्तार करने का मामला सामने आया है, जहां एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम औचक निरीक्षण के लिए निकली और भरतपुर के महिला पुलिस थाने पहुंची. यहां एंटी करप्शन ब्यूरो को 4.54 लाख रुपये की संदिग्ध नकदी बरामद हुई. इस पूरे मामले की जानकारी एक अधिकारी ने दी है, जहां से कैश बरामद हुआ, वहां के थाना अधिकारी के ऑफिशियल आवास की भी तलाशी ली गई, तो वहां से भी एक लाख से ज्यादा का कैश बरामद हुआ.

दरअसल राजस्थान एंटी करप्शन ब्यूरो को जानकारी मिली कि महिला थाने के अधिकारी सब इंस्पेक्टर भंवर सिंह और उनके ही रीडर कॉन्स्टेबल जय सिंह ने रिश्वत ली है. इसके बाद औचक निरीक्षण किया गया. थाने में अलग-अलग कई फाइलें एक अलमारी में रखी हुई थी. इन फाइलों में 15 लिफाफे रखे हुए मिले, जिनके अंदर 500-500 के नोटों की गड्डियां छिपी थीं. इससे 4.54 लाख रुपये की नकदी बरामद की गई.

सरकारी आवास से भी नकदी बरामद

रिश्वत लेने की जानकारी पुलिस डायरेक्टर जनरल रवि प्रकाश मेहरदा को मिली थी. उन्होंने बताया कि पुलिस स्टेशन इंचार्ज के सरकारी आवास से एक लाख से ज्यादा का कैश बरामद हुआ. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि अब आगे की जांच की जा रही है. इस तरह महानिदेशक रवि प्रकाशमेहरदा को मिली सूचना के आधार पर पुलिस कांस्टेबल को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया गया.

अब आगे की कार्रवाई करेगी एसीबी की टीम

पुलिस के अधिकारी ने ही पुलिस कॉन्स्टेबल की गिरफ्तारी की जानकारी दी. फाइलों के अंदर रखे लिफाफे और उनके अंदर से निकले पैसों को लेकर अब एंटी करप्शन ब्यूरोकी टीम आगे की कार्रवाई करेगी. राजस्थान में आज 13 नवंबर (बुधवार) को सात सीटों पर उपचुनाव हो रहा है, जिसके लिए वोटिंग भी शुरू हो गई है. सात सीटों के लिए 69 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमाने के लिए मैदान में उतरे हैं. राज्य में चुनावी माहौल के बीच एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने ये कार्रवाई की है.

दमोह का वायरल शादी कार्ड: मतदान के लिए प्रेरित करता यह अनोखा निमंत्रण"

देश भर में 12 नवंबर से शादियों का सीजन शुरू हो गया है. देश में शादियों को त्योहार की तरह काफी धूमधाम से आयोजित किया जाता है. सोशल मीडिया पर भी आपको शादी से जुड़ी कई रील्स और वीडियो नजर आ जाएंगे. इसके अलावा सोशल मीडिया पर अलग अलग वजह से कई शादियों के कार्ड भी वायरल हो रहे हैं. ऐसे में सोशल मीडिया पर झारखंड चुनाव के बीच एक कार्ड जमकर वायरल हो रहा है, जिसे लोग काफी पसंद कर रहे है.

वायरल कार्ड मध्यप्रदेश के दमोह का बताया जा रहा है, जिसे एक पुलिस वाले ने अपनी बहन की शादी के लिए छपवाया था. कार्ड को लोकसभा चुनाव के दौरान छपवाया था. कार्ड में मेहमानों से शादी में बुलाने की जगह वोटिंग करने की अपील की गई थी. इस कार्ड ने सभी का दिल जीत लिया था. इससे पहले भी शादियों के कई कार्ड वायरल हो चुके हैं, जिसमें देश के सच्चे नागरिक होने का फर्ज निभाते हुए शादी के इनविटेशन कार्ड के जरिये ही लोगों को मतदान के लिए प्रेरित करते हैं.

लोगों ने की थी जमकर तारीफ

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस आरक्षक का नाम मनीष है. मनीष की बहन की शादी 23 अप्रैल को थी. वहीं वोटिंग 26 अप्रैल को वोटिंग को होनी थी. ऐसे में मनीष ने लोगों को प्रेरित करने के लिए किसी स्लोगन, या पर्ची का उपयोग न करते हुए करते हुए अपनी बहन की शादी के कार्ड में इनविटेशन के साथ साथ लोगों से मतदान का उपयोग करने के भी बात लिखी . शादी के कार्ड के लिए लोगों ने मनीष की जमकर तारीफ की थी.

पहले भी एक कार्ड हो चुका है वायरल

इससे पहले राजस्थान का भी एक ऐसा कार्ड वायरल हुआ था. जोधपुर के बेलवा गांव में एक शादी के कार्ड में लोकसभा चुनावों को लेकर एक प्रत्याशी के समर्थन में मतदान करने की अपील की गई थी. बेलवा राणाजी गांव में भाजपा के पूर्व विधायक स्व. मनोहरसिंह इन्दा के भाई के बेटे रघुवीरसिंह इन्दा पुत्र गायड़सिंह इन्दा की शादी के कार्ड पर एक प्रत्याशी के समर्थन में वोटिंग करने की अपील की गई थी. इसके अलावा कार्ड पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ ही कई दिग्गज नेताओं की भी फोटो बनी हुई थी.

महेंद्र सिंह धोनी को झारखंड हाई कोर्ट का नोटिस: जानें क्या है मामला

महेंद्र सिंह धोनी को झारखंड हाई कोर्ट ने नोटिस जारी किया है. टीम इंडिया के पूर्व कप्तान को ये नोटिस 12 नवंबर को मिला, जिसमें उन्हें धोखाधड़ी के मामले में अपना पक्ष रखने का आदेश दिया गया है. मिहिर दिवाकर और सौम्या दास जो कि धोनी पूर्व साझेदार रहे हैं और आरका स्पोर्ट्स एंड मैनेजमेंट लिमिटेड के निवेशक हैं. उनके खिलाफ धोनी ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया हुआ है.

धोनी ने ये केस 5 जनवरी को किया था. धोनी की इसी शिकायत के खिलाफ मिहिर और सौम्या ने भी याचिका दायर की थी, जिस पर 12 नवंबर को सुनवाई हुई.

इस मामले में सुनवाई जस्टिस संजय कुमार द्विवेदी की कोर्ट में हुई. सुनवाई पूरी होने के बाद धोनी को अपना पक्ष रखने का नोटिस भेजा गया, जिसमें उन्हें उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने का आदेश दिया गया है.

15 करोड़ की धोखाधड़ी मामले में धोनी ने दर्ज कराया था केस

सौम्या दास और मिहिर दिवाकर, जो कि ना सिर्फ धोनी के बिजनेस पार्टनर बल्कि एक अच्छे दोस्त भी रह चुके हैं, उनके खिलाफ पूर्व भारतीय कप्तान ने इस साल जनवरी में जो शिकायत की थी, उसमें ये आरोप लगाया था कि दोनों ने उनके नाम का गलत उपयोग किया है और 15 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी भी की है.

मिहिर-सौम्या की दायर याचिका पर सुनवाई के बाद नोटिस

मिहिर दिवाकर और सौम्या दास ने इस पूरे मामले में झारखंड हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जहां उन्होंने रांची के एक न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत के लिए फैसले को चुनौती दी है. उसी मामले में हाई कोर्ट में सुनवाई हुई. अब ये देखने वाली बात होगी कि धोनी, नोटिस मिलने के बाद कब तक अपना पक्ष रखते हैं. क्योंकि उन्हें किस तारीख तक अपना पक्ष रखने का आदेश दिया गया है, इस मामले में कोई ठोस जानकारी नहीं है.

IPL 2025 में खेलेंगे धोनी

IPL 2025 में खेलने के लिए तैयार धोनी जल्दी ही उसकी तैयारियों में भी मशगूल दिखेंगे. CSK ने अगले सीजन के लिए उन्हें 4 करोड़ में रिटेन किया है.

चलती ट्रेन में सांप ने यात्री को काटा, मची भगदड़:यात्री की इलाज जारी

उत्तर प्रदेश के झांसी से एक ऐसा मामला सामने आया, जिसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे. झांसी से दिल्ली की ओर जा रही ट्रेन में उस वक्त भगदड़ मच गई. जब चलती ट्रेन में एक युवक को सांप ने डस लिया. सांप जनरल डिब्बे में था, जिसे देखकर डिब्बे में सफर कर रहे बाकी यात्री अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे और पूरे डिब्बे में अफरा-तफरी मच गई.

दरअसल 30 साल का भगवानदास नाम का शख्स दिल्ली के जाने के लिए निकला था, जो मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ का रहने वाला है. वह रविवार, 10 नवंबर को खजुराहो-झांसी मेमू से झांसी पहुंचा. अब यहां से उसे अपना आगे का सफर तय करना था, जिसके लिए उसने दादर-अमृतसर एक्सप्रेस झांसी ट्रेन पकड़ी, जो दिल्ली की ओर जा रही थी और वह उसके जनरल कोच में चढ़ गया.

चलती ट्रेन में उसे सांप ने काटा

जनरल डिब्बों में अक्सर देखा जाता है कि वह यात्रियों से भरे हुए होते हैं और जब भगवानदास ट्रेन में चढ़ा, तो भी कुछ ऐसा ही आलम था, जिस वजह से उसे बैठने की जगह नहीं मिली तो वह दरवाजे के पीछे खड़ा हो गया लेकिन जब ट्रेन डबरा और ग्वालियर के बीच चल रही थी, तभी चलती ट्रेन में उसे सांप ने काट लिया. उसकी चीख सुनकर डिब्बे में सफर कर रहे बाकी यात्री आ गए.

मेडिकल कॉलेज में इलाज जारी

सांप को देखकर मची भगदड़ के बीच किसी ने रेलवे हेल्पलाइन नंबर पर कॉल किया और इस घटना की जानकारी रेलवे प्रशासन को दी. इसके बाद जब ट्रेन ग्वालियर पहुंची, तो भगवानदास को RPF की मदद से एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां उसका इलाज जारी है. इस मामले को लेकर पीआरओ मनोज कुमार सिंह ने कहा कि ट्रेन में ऐसे सांप नहीं निकलते. ये किसी अराजक तत्व की साजिश है.

डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा में रोबोटिक डॉग की तैनाती" जाने इनका खासियत

अमेरिका में प्रेसिडेंट चुनाव जीतने वाले डोनाल्ड ट्रंप अगले साल राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे. 2025 में उनकी ताजपोशी होगी. ट्रंप की सुरक्षा को लेकर अब खास इंतजाम किए गए हैं. प्रेसिडेंशियल इलेक्शन कैंपेन के दौरान उनपर कई बार हमले हो चुके हैं, और अब जब वह चुनाव जीत चुके हैं, तो यूएस सीक्रेट सर्विस ने उनकी सुरक्षा को और भी पुख्ता किया है. सीक्रेट सर्विस ने ट्रंप की सिक्योरिटी में एक नए मेहमान को शामिल किया है. यह एक रोबोटिक डॉग है, जो ट्रंप की हिफाजत का जिम्मा उठाएगा.

2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद डोनाल्ड ट्रंप की पर्सनल सिक्योरिटी को बढ़ाया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनकी सिक्योरिटी में सबसे नया सदस्य एक ‘रोबोट डॉग‘ है. इस हाई-टेक कुत्ते का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी सामने आया है, जिसमें इसे टहलते हुए देखा जा सकता है.

टहलता दिखा ‘रोबोटिक डॉग’

वीडियो में दावा किया गया कि ट्रंप की सिक्योरिटी में तैनात रोबोटिक डॉग, फ्लोरिडा के पाम बीच में उनके मार-ए-लागो एस्टेट में गश्त कर रहा है. इसे हाल ही में एस्टेट के लॉन में आराम से टहलते हुए देखा गया, जिस पर एक साफ वार्निंग ‘पालतू जानवर न पालें’ का बोर्ड लगा था.

जानलेवा हमले के बाद बढ़ी सुरक्षा

ट्रंप के सिक्योरिटी अरेजमेंट में मॉडर्न टेक्नोलॉजी को शामिल करने का कदम उनके चुनाव अभियान के दौरान हुए हमले के बाद उठाया गया. चुनाव के समय कथित तौर पर उनकी दो बार हत्या करने की कोशिश की गई.

इन घटनाओं ने उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर खतरे की घंटी बजा दी है. ट्रंप की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार यूएस सीक्रेट सर्विस ने कंफर्म किया कि रोबोटिक डॉग, ट्रंप की सिक्योरिटी के लिए उनकी स्ट्रेटेजी का हिस्सा है.

रोबोटिक डॉग की खासियत

इस रोबोटिक डॉग को बोस्टन डायनेमिक्स नामक कंपनी ने बनाया है. इसमें मॉडर्न सेंसर और टेक्नोलॉजी के साथ एक रिमोट-कंट्रोल सर्विलांस यूनिट है, जिससे इसकी निगरानी की जाती है.

हालांकि सीक्रेट सर्विस ने इसका खुलासा नहीं किया कि रोबोटिक डॉग में क्या खूबियां हैं, और ये क्या कर सकता है. यह साफ है कि रोबोटिक डॉग को इसकी सर्विलांस और सेंसर टेक्नोलॉजी के साथ सेफ्टी और सिक्योरिटी ऑपरेशंस के लिए डिजाइन किया गया है.

*फोन का पासकोड भूल गए? आसान तरीका" ऐसे करें अनलॉक

अक्सर हम दोस्तों या फैमिली के डर से पासकोड बदलते रहते हैं, जिसकी वजह से पासकोड भी भूलना नॉर्मल हो जाता है. दरअसल हर बार नया पासकोड याद रखना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में फोन को अनलॉक करें तो कैसे करें? आप अपने लॉक हुए फोन को अनलॉक कर सकते हैं. इसके लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं करना पड़ेगा. बस नीचे दी गई ट्रिक्स को फॉलो करना है.

इस ट्रिक से बनेगा काम

इसके लिए आपको अपने लैपटॉप में Dr.Fone ऐप्लिकेशन को ओपन करना होगा. ऐप्लिकेशन ओपन करने के बाद आपको अपने आईफोन को लैपटॉप से कनेक्ट करना है. इसके बाद ऐप पर जाना है और स्क्रीन अनलॉक के ऑप्शन पर क्लिक करें. इसके बाद स्क्रीन पर 3 स्टेप दिए गए हैं उन्हें फॉलो करें. बस इसके बाद आपका आईफोन अनलॉक हो जाएगा.

लेकिन एक बात का ध्यान रखें कि ये एक थर्ड पार्टी ऐप है. इसे इस्तेमाल करने से पहले इसके टर्म्स एंड कंडीशन, गूगल रिव्यू-रेटिंग को ध्यान से देख और पढ़ लें.

Find My iPhone

अगर स्मार्टफोन में Find My iPhone इनेबल किया हुआ है, तो आप इसका यूज iPhone का डेटा रिमोटली हटाने और फोन को रीसेट करने के लिए कर सकते हैं. इस प्रोसेस से आपका पासकोड भी हट जाएगा. इसके बाद आप iPhone को नए सिरे से सेट कर सकेंगे. वैसे ये तरीका फोन चोरी होने पर भी काम में आता है.

कंप्यूटर यूज कर के पासकोड

आप Mac या Windows कंप्यूटर यूज करके आईफोन को रीसेट कर सकते हैं. इसके लिए iTunes में जांए, यहां पर अपने आईफोन को रिकवरी मोड में डालें. इसके बाद iTunes में रीस्टोर का ऑप्शन सलेक्ट करें. इससे iPhone रीसेट हो जाएगा, आप नया पासकोड भी सेट कर सकेंगे

ये सब प्रोसेस करने से पहले ध्यान रखें कि आप हमेशा अपना बैकअप लेते रहेंगे. नहीं तो आप डेटा भी खो सकते है.

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2024: केजरीवाल का बड़ा फैसला"मौजूदा विधायकों के टिकट कटने के संकेत"

आने वाले कुछ महीनों में दिल्ली विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में सभी दलों ने कमर कस ली है. आम आदमी पार्टी के सामने सत्ता बचाए रखने की सबसे बड़ी चुनौती है. ऐसे में पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने खुद कमान संभाली हुई है. केजरीवाल ना सिर्फ पदयात्राएं कर रहे हैं बल्कि पार्टी वॉलेंटियर्स में भी जान फूंकने की कवायद में जुट गए हैं. सोमवार को आम आदमी पार्टी ने पार्टी कार्यकर्ताओं और वॉलंटियर्स के साथ सम्मेलन किया और आह्वान किया कि वो कुछ महीने की छुट्टी लेकर जुट जाएं. ये चुनाव आसान नहीं है. उन्होंने कहा कि हम इस बार बहुत सोच-समझकर टिकट देंगे. मेरा कोई रिश्तेदार नहीं, भाई-भतीजा नहीं, मैं परिवारवाद नहीं करता हूं.

अरविंद केजरीवाल ने किराड़ी जिला सम्मेलन में कार्यकर्ताओं और वॉलंटियर्स से कहा कि आपकी वफादारी किसी विधायक या पार्षद के लिए नहीं होनी चाहिए, आपको केजरीवाल के लिए काम करना है. आम आदमी पार्टी सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. जिसको भी टिकट मिले, केजरीवाल के लिए काम करना है. केजरीवाल ने पार्टी पदाधिकारी को जीत का मंत्र भी दिया. उन्होंने कहा कि हमें एक-एक वोटर को मतदान केंद्र तक लाना है. केजरीवाल ने संकेत दिए कि जिन विधायकों की परफॉर्मेंस अच्छी नहीं होगी, बड़े पैमाने पर उनके टिकट काटे जाएंगे. कार्यकता अपनी निष्ठा सिर्फ और सिर्फ केजरीवाल में रखे ना कि विधायकों और पार्षदों में.

यह पहली बार हो रहा है: केजरीवाल

केजरीवाल ने कहा कि अभी थोड़े दिन पहले हमने दिल्ली के सभी मंडल प्रभारी की बैठक रखी थी. आज से हर जिले में जाकर मंडल प्रभारी के साथ मीटिंग कर रहे हैं. यह पहली बार हो रहा है. अभी तक दिल्ली में हम कई बार चुनाव लड़े लेकिन जिस तरह से बार-बार मंडल प्रभारी की मीटिंग रखी जा रही है और उनसे मैं सीधे संवाद कर रहा हूं, उससे आप समझ जाओ की मंडल प्रभारी की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होने जा रही है.

एक-एक वोट पर नजर रखनी है

उन्होंने कहा कि इस पूरे चुनाव का एक तरह से एंकर मंडल प्रभारी होगा. अगले कुछ दिनों में आपको ट्रेनिंग दी जाएगी. अपने क्षेत्र के अंदर काम करने की ट्रेनिंग दी जाएगी. आपसे कई किस्म के काम लिए जाएंगे. एक मंडल प्रभारी के अंडर मोटे तौर पर पांच बूथ आते हैं. एक बूथ पर करीब 200 परिवार होते हैं. पांच बूथ पर 1000 परिवार हो गए. इनकी जिम्मेदारी आप लोगों की है. एक-एक वोट पर नजर रखनी है.

जनता के सामने सिर्फ केजरीवाल होगा

केजरीवाल ने कहा, मैं जेल में था तो कुछ लोगों ने कहा कि अपनी पत्नी को सीएम बनाएंगे. मैं बता दूं कि मेरी पत्नी को मुख्यमंत्री बनने में कोई दिलचस्पी नहीं है. मैं परिवारवाद नहीं करता. विधानसभा चुनाव में हम सोच-समझकर टिकट देंगे. जनता के सामने सिर्फ केजरीवाल होगा, 70 की 70 सीट पर केजरीवाल ही चुनाव लड़ेगा. बीजेपी वाले कोशिश कर रहे हैं कि कुछ भी करके दिल्ली के काम बंद करवाओ. मुझे गालियां देते थे कि केजरीवाल फ्री की रेवड़ी देता है. अब मजबूरी में इन्हें हमारी भाषा बोलनी पड़ रही है. अब अमित शाह जी जा-जाकर बोलते हैं 200 यूनिट फ्री बिजली दूंगा.

बीजेपी की डबल इंजन की सरकार एक छलावा है

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी पूरे देश में कहती है कि डबल इंजन की सरकार लाओ. डबल इंजन एक छलावा है. उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में इनकी डबल इंजन की सरकार है लेकिन दिल्ली की तरह बीजेपी शासित राज्यों में कहीं भी मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी, मुफ्त शिक्षा और मुफ्त इलाज नहीं मिलता है...

राम नारायण भारद्वाज ने थामा बीजेपी का दामन

आम आदमी पार्टी के पूर्व पार्षद राम नारायण भारद्वाज सोमवार को दिल्ली बीजेपी के दफ्तर में पार्टी में शामिल हो गए. अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और उत्तर-पश्चिम दिल्ली के सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने भारद्वाज का पार्टी में स्वागत किया. उन्हें पटका और मिठाई भेंट की. सचदेवा ने कहा कि भारद्वाज 2017-2022 के दौरान उत्तरी दिल्ली नगर निगम के बाकानेर वार्ड से आम आदमी पार्टी के पार्षद थे.

मणिपुर में सुरक्षाबलों की बड़ी कार्रवाई: 10 उग्रवादी ढेर"एक जवान घायल

मणिपुर के जिरीबाम जिले में कुकी उग्रवादियों के खिलाफ सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है. बोरोबेक्रा सबडिवीजन जिरीबाम के जकुराधोर करोंग में सुरक्षाबलों ने 10 उग्रवादियों को ढेर कर दिया है. इस ऑपरेशन में सीआरपीएफ का एक जवान घायल हो गया है. मणिपुर की इंफाल घाटी में जातीय संघर्ष से प्रभावित है. इसके साथ ही उग्रवादियों ने आतंक मचा रखा है. लगातार खेतों में काम कर रहे किसानों को निशाना बनाकर हमले कर रहे हैं. उग्रवादियों के आतंक की वजह से किसान खौफजदा हैं. वो खेतों में काम करने जाने से भी बच रहे हैं.

इंफाल में सोमवार को उग्रवादियों ने पहाड़ियों से गोलीबारी की. इसमें खेत में काम कर रहा एक किसान घायल हो गया. ये लगातार तीसरे दिन किसानों पर हमला है. अधिकारियों का कहना है कि हमलों की वजह से बाहरी इलाकों में रहने वाले किसान अपने खेतों में जाने से डर रहे हैं. इस वजह से फसल की कटाई प्रभावित हो रही है.

सुरक्षा बल ने की जवाबी कार्रवाई

एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि किसान पर फायरिंग की घटना सुबह करीब 9:20 बजे हुई. कांगपोकपी जिले के पहाड़ी इलाकों से उग्रवादियों ने याइंगंगपोकपी शांतिखोंगबन क्षेत्र में किसानों पर गोलीबारी की. इसमें एक किसान के हाथ में छर्रे लग गए. इसकी सूचना मिलते ही सुरक्षा बल मौके पर पहुंचे और जवाबी कार्रवाई शुरू की.

अधिकारी ने बताया कि उग्रवादियों और सुरक्षाबलों के बीच कुछ देर तक गोलीबारी होती रही. घायल किसान का याइंगंगपोकपी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराया गया है. फिलहाल उसकी स्थिति खतरे से बाहर है. इससे पहले शनिवार को चुराचांदपुर जिले में पहाड़ी इलाकों से उग्रवादियों ने गोलीबारी की थी

इसमें विष्णुपुर जिले के सैटोन में खेत में काम कर रही 34 साल की एक महिला किसान की मौत हो गई थी. इंफाल पूर्व जिले के सनसाबी, थमनापोकपी और सबुंगखोक खुनौ में रविवार को भी ऐसे हमले हुए थे. पिछले साल मई से इंफाल घाटी में मेइती और कुकी समुदाय में बीच शुरू हुए जातीय संघर्ष में अब तक 200 से अधिक लोग मारे गए हैं.

नेवी में जल्द शामिल होगी एंटी शिप बैलिस्टिक मिसाइल

चीन और पाकिस्तान से बढ़ते खतरे को देखते हुए भारत सतर्क है. दोनों पड़ोसी देशों से मिलने वाली चुनौतियों का सामना करने और उन्हें उन्हीं की भाषा में जवाब देने के लिए डीआरडीओ ने लंबी दूरी तक मार करने वाली एंटी शिप बैलिस्टीक मिसाइल बनाया है. जल्द ही लंबी दूरी तक मार करने वाली इस मिसाइल का परीक्षण डीआरडीओ करने वाली है.

जानकारी के मुताबिक, सफल परीक्षण के बाद यह मिसाइल 1000 किलोमीटर से अधिक की दूरी पर चलती हुई युद्धपोतों को निशाना बना सकेगी. इस मिसाइल को हवा और जमीन, दोनों जगहों से लॉन्च किया जा सकता है. भारतीय नेवी में शामिल होने के बाद नेवी की मारक क्षमता में बढ़ोतरी होगी, और दुश्मन के जहाज को दूर से ही निशाना बनाया जा सकेगा.

जल्द ही ऑपरेशनल होने की उम्मीद

डीआरडीओ इस मिसाइल का बड़े पैमाने पर उत्पादन कर रहा है. परीक्षण के बाद यह ऑपरेशनल सर्विस के लिए भी तैयार हो जाएगी. एंटी शिप बैलिस्टिक मिसाइल समंदर के बीचों-बीच जहाजों को निशाना बनाने में सक्षम है और इसे जमीन या समुद्र में तैनात किसी भी प्लेटफॉर्म से लॉन्च किया जा सकता है. यह किसी भी जहाज को तबाह करने की ताकत रखती है. इस मिसाइल का परीक्षण देश के पूर्वी तट पर किया जाएगा.

पाकिस्तान और चीन के खतरों से निपटने की चुनौती

पड़ोसी देशों पाकिस्तान और चीन के पास यह हथियार पहले से ही मौजूद हैं. चीन के पास इसका बड़ा भंडारण भी है. कुछ दिनों पहले पाकिस्तान ने भी स्वदेशी बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था. इस परीक्षण पर जानकारी देते हुए पाकिस्तानी नेवी ने बताया था कि यह मिसाइल 350 किलोमीटर की दूरी तक मार करने में सक्षम है और जमीन व समुद्र, दोनों जगहों से लॉन्च की जा सकती है. पाकिस्तान और चीन से मिलने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए यह मिसाइल जरूरी है. इसके अलावा, डीआरडीओ हाइपरसोनिक मिसाइल बनाने पर भी काम कर रहा है.

एयर इंडिया ने हलाल भोजन को लेकर लिया गया बड़ा फैसला, जानें

भोजन विवाद को लेकर एयर इंडिया ने बड़ा फैसला सुनाया है. टाटा समूह के स्वामित्व वाली इस कंपनी ने कहा कि वह अब फ्लाइट में उड़ान के दौरान हिंदुओं और सिखों को ‘हलाल’ खाना नहीं परोसेगी. मुस्लिम मील अब कहलाएगी स्पेशल मील कहलाएगी. स्पेशल मील का मतलब हलाल सर्टिफाइड मील रहेगा. कुछ समय पहले मील का नाम मुस्लिम मील होने की वजह से विवाद हुआ था.

एयरलाइन के मुताबिक, MOML मुस्लिम भोजन स्टिकर के साथ लेबल किए गए प्रीबुक किए गए भोजन को स्पेशल मील (SPML) माना जाएगा. हलाल प्रमाणपत्र केवल अपलिफ्ट किए गए MOML भोजन के लिए दिया जाएगा. सऊदी सेक्टरों पर सभी भोजन हलाल होंगे. हज उड़ानों सहित जेद्दा, दम्मम, रियाद, मदीना सेक्टरों पर हलाल प्रमाणपत्र दिया जाएगा.

क्या है एयर इंडिया का भोजन विवाद?

पिछले कई दिनों से एयर इंडिया उड़ान के दौरान भोजन को लेकर विवादों में घिरी हुई थी.

इस बीच उसने एयर इंडिया ने बड़ा फैसला सुना दिया. 17 जून को कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने एयर इंडिया द्वारा धर्म के आधार पर भोजन को लेबल करने पर चिंता व्यक्त की थी. टैगोर ने कहा था कि एयर इंडिया की फ्लाइट में हिंदू भोजन और मुस्लिम भोजन? क्या होता है हिंदू भोजन और या मुस्लिम भोजन ? क्या संघियों ने एयर इंडिया पर कब्जा कर लिया है? उम्मीद है कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय इस पर एक्शन ले.

क्या होता है हलाल और झटका मांस?

इस्लामिक परंपरा के मुताबिक लोग हलाल मीट का सेवन करते हैं, ये वो मीट होता है,

जिसमें जानवर को काटने के लिए एक अलग प्रक्रिया अपनाई जाती है. इस प्रक्रिया में जानवर को डायरेक्ट काटा नहीं जाता है बल्कि उसे रेता (धीरे धीरे काटना) जाता है. वहीं, इसकी एक और प्रक्रिया होती है, उसे झटका कहा जाता है. इस प्रक्रिया में जानवर को सीधे एक ही बार में काट दिया जाता है.