आज बेगूसराय आएंगे केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री
केंद्र सरकार में वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी आज दो दिवसीय दौरे पर पहली बार बेगूसराय आ रहे हैं। इस दौरान वह बीजेपी और एनडीए के स्थानीय कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों से मिलेंगे। इसके साथ ही जिले में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे।

वित्त राज्य मंत्री आज दोपहर एक बजे बेगूसराय आएंगे। सिमरिया पुल पर स्वागत करते हुए उन्हें जीरोमाइल लाया जाएगा। वहां राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद वे गेस्ट हाउस पहुंचेंगे। यहां कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों से जिले के विकास पर चर्चा करेंगे। शाम में सिमरिया गंगा धाम का दौरा करेंगे। यहां वे एनडीए के प्रमुख कार्यकर्ताओं के साथ गंगा महाआरती में शामिल होंगे। इसके बाद मंगलवार को अधिकारियों के साथ आकांक्षी जिला कार्यक्रम सहित विकास के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा करेंगे। बीजेपी जिलाध्यक्ष राजीव वर्मा ने बताया कि वित्त राज्य मंत्री का यह दौरा क्षेत्र के विकास को गति देगा।

उन्होंने बताया कि जनता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करने का एक महत्वपूर्ण कदम है। इस दौरान वित्त राज्य मंत्री कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे और जमीनी स्तर पर चल रही योजनाओं का अवलोकन करेंगे। विकास, रोजगार, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। जिससे जिले की विकास संबंधी आवश्यकताओं का बेहतर ढंग से समाधान हो सके।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
एक गलत इशारा और इंजन-बोगी के बीच दब गया अमर,DRM की रिपोर्ट में खुलासा
बेगूसराय के बरौनी जंक्शन पर शनिवार को इंजन और बोगी के बीच दबकर रेलकर्मी अमर कुमार की मौत एक गलत इशारे के कारण हुई। डीआरएम की जांच रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। रिपोर्ट में रेलकर्मी मो. सुलेमान को घटना के लिए दोषी पाया गया है।

SM की ओर से रेलकर्मी मोहम्मद सुलेमान और अमर कुमार को इंजन डिटैच करने के लिए भेजा गया था। इंजन को डिटैच करने के दौरान इंजन और पावर कार के बीच रेलकर्मी अमर कुमार दब गया, जिससे उसकी मौत हो गई। अमर कुमार इंजन को डिटैच करने गया था, जबकि सुलेमान लोको शंटर राकेश रोशन और अमर के बीच को-ऑडिनेट कर रहा था।

घटना की जांच के लिए डीआरएम डॉक्टर विवेक भूषण सूद की ओर से बनाई गई पांच सदस्यीय कमेटी ने जांच रिपोर्ट में कहा है कि सुलेमान ने बफर मांगा और फिर लोको पायलट को इंजन आगे करने की बजाय बैक करने का इशारा कर दिया। एक मिनट बाद तेजी से भाग कर आगे बढ़ने का इशारा किया। इसी दौरान कई लोग इंजन की ओर दौड़ते दिखे और अमर कुमार की मौत हो चुकी थी।

जांच रिपोर्ट के अनुसार, विभिन्न पहलुओं की गई जांच के बाद टीम ने पाया कि रेलकर्मी मो. सुलेमान और अमर कुमार के बीच उचित समन्वय और सामंजस्य नहीं होने के कारण भ्रम की स्थिति बनी। और लोको शंटर को गलत संकेत मो. सुलेमान की ओर से दिया गया। उसी की ओर से किए गए गलत इशारे के कारण हादसे में अमर कुमार की मौत हुई। इसकी जिम्मेदारी मोहम्मद सुलेमान की है।

जांच टीम ने मोहम्मद सुलेमान, लोको पायलट राकेश रोशन और एसएम नागमणि का बयान भी लिया है। मो. सुलेमान ने कहा है कि मैं 8 बजे से 4 बजे की शिफ्ट में था। लखनऊ-बरौनी ट्रेन नंबर 15204 के पावर कार को डिटैच करने के लिए मैं और अमर कुमार गए। अमर ने पावर कार को डिटैच किया।

सुलेमान ने कहा है कि पावर कार के डिटैच होने के बाद अमर कुमार सीबीसी बंद करने के लिए इंजन और बोगी के बीच जा रहा था। इसी बीच शंटर की ओर से बगैर मेरे सिग्नल-संकेत के ट्रेन के इंजन को बैक कर दिया गया, जिसके कारण अमर कुमार बफर में दब गया। मैं घटना के समय इंजन के पास शंटर के आमने-सामने खड़ा था।

लोको शंटर राकेश रोशन ने कहा है कि मैं डीजल लॉबी बरौनी में कार्यरत हूं। सुबह 6 बजे से 2 बजे के पाली में शंटिंग काम कर रहा था। मुझे एसएम की ओर से सूचना दी गई कि 15204 गाड़ी का चार्ज लेना है। मैं करीब 8:10 बजे लोको का चार्ज इनकमिंग लोको पायलट से लिया।

राकेश रोशन ने कहा है कि फिर शंट मैन सुलेमान के इशारे पर पावर कार को आगे किया। तभी शंट मैन सुलेमान ने कहा कि अमर कुमार दब गया है।

जांच टीम ने स्टेशन मास्टर (एसएम) का भी बयान लिया है, जिसमें एसएम नागमणि कुमार कहा है कि मैं 7 से 11 बजे की शिफ्ट में था। गाड़ी नंबर 15204 प्लेटफार्म नंबर-पांच पर 8:10 बजे आई। हमने अमर कुमार एवं सुलेमान को लोको शंटर राकेश रोशन के साथ लोको डिटैच करने के लिए भेजा। स्टेशन मास्टर नागमणि कुमार ने कहा है कि करीब 8:30 से 8:35 बजे के बीच एलसीपी सोनू कुमार ने फोन पर बताया कि अमर कुमार लोको और कोच के बीच दब गया है। इसके बाद हमने इसकी सूचना तुरंत संबंधित कर्मियों और अधिकारियों को दी।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में कपलिंग खोलते वक्त इंजन-बोगी के बीच दबा रेल कर्मचारी, मौत
बेगूसराय के बरौनी जंक्शन पर ट्रेन के पार्सल वैन और इंजन के बीच दबकर रेलवे कर्मचारी की मौत हो गई। मृतक की पहचान दलसिंहसराय निवासी शंटिंग मैन अमर कुमार राउत (35) के रूप में की गई है।

हादसा शनिवार सुबह हुआ। बताया जा रहा कि 15204 लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस बरौनी जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर पांच पर आई थी। ट्रेन को शंटिंग में ले जाने के लिए इंजन बदला जाना था। इंजन को बदलने के लिए शंटिंग मैन अमर कुमार राउत इंजन और बोगी के बीच काम कर रहे थे। वो कपलिंग खोल रहे थे। इसके बाद शंटिंग इंजन लगाकर ट्रेन को वॉशिंग पिट पर ले जाया जाता।

इंजन बैक करने के दौरान वह दब गए। मौके पर ही मौत हो गई।

प्लेटफार्म पर मौजूद लोगों ने शोर किया तो ड्राइवर इंजन को आगे करने के बदले वहां से भाग गया। जिसके बाद लोगों में काफी आक्रोश है। फिलहाल शव को निकाल कर प्लेटफार्म पर रखा गया है।

मौके पर बड़ी संख्या में रेलवे कर्मचारी और बरौनी रेलवे कॉलोनी में रह रहे मृतक के परिजन भी घटनास्थल पर पहुंचे हुए हैं। करीब 2 घंटे के बाद शव को निकाला गया। पूर्व मध्य रेलवे के जीएम ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। सोनपुर डीआरएम को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में मांगने आए थे रंगदारी, लोगों ने पकड़ा
बेगूसराय पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर दो बदमाशों को हथियार के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस को यह सफलता शाम्हो थाना क्षेत्र में मिली। जहां की शाम्हो थाना क्षेत्र के अकबरपुर धनहा बाबा स्थान के पास से बदमाशों को गिरफ्तार किया गया।

सूचना के आधार पर पहुंची शाम्हो थाना की पुलिस ने स्थानीय थाना क्षेत्र के कुरहा गांव निवासी राम पुकार यादव के पुत्र संतोष कुमार और मुफस्सिल थाना क्षेत्र के विशनपुर निवासी रामजीवन तांती के पुत्र मिथुन कुमार को गिरफ्तार कर लिया। मौके पर से पुलिस ने एक देसी कट्टा, एक गोली और एक बाइक बरामद किया है। दोनों से पूछताछ और आगे की कार्रवाई चल रही है। एसपी मनीष ने बताया कि शाम्हो थाना को सूचना मिली कि अकबरपुर धनहा निवासी विनोद कुमार चौधरी अपने घर के पास खेत जोत रहे थे।

उसी समय पूर्व के विवाद को लेकर दो युवक बाइक से आए और रंगदारी की मांग करते हुए गाली-गलौज करने लगे। बाइक से आए दोनों बदमाशों ने रंगदारी नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद आसपास के खेत में काम कर रहे लोग दौड़ पड़े।

काफी कोशिश के बाद लोगों के सहयोग से हथियार लहरा रहे दोनों बदमाशों को हथियार के साथ पकड़ा गया। इसके बाद शाम्हो थाना की पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में 30 नवंबर को होगा उर्दू बेदारी कांफ्रेंस
बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा संचालित बिहार अंजुमन तरक्की-ए-उर्दू के जिला कमेटी की बैठक शहर के पोखड़िया स्थित दार-ए-अरकम में मौलाना परवेज आलम मुजाहिरि की अध्यक्षता एवं मुंगेर विश्वविद्यालय के सीनेट सदस्य मो. रुहुल्ल्लाह के संचालन में आयोजित किया गया।

बैठक में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि राज्य में उर्दू भाषा की उन्नति के लिए 30 नवंबर को बेगूसराय में जिलास्तर पर उर्दू बेदारी कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जाएगा। कॉन्फ्रेंस के मुख्य अतिथि बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष और बिहार अंजुमन तरक्की-ए-उर्दू के राज्य सचिव अब्दुल कय्यूम अंसारी होंगे।

कमेटी के जिला सचिव और मुंगेर विश्वविद्यालय के सीनेट सदस्य मो.रुहुल्लाह ने बताया कि कई बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हस्तक्षेप पर बिहार के अपर मुख्य सचिव द्वारा राज्य में हिंदी के साथ-साथ उर्दू को राज्य की द्वितीय भाषा के रूप में सरकारी दफ्तरों में स्थापित करने का आदेश दिया गया था। लेकिन वह लागू नहीं हो सका। निर्देश दिया गया था कि सरकारी कार्यालयों में संकेत पट्ट, पदाधिकारियों के नेमप्लेट, सरकारी योजनाओं के बैनर, उद्घाटन-शिलापट्ट पट्ट, होर्डिंग, सड़क, सार्वजनिक भवनों के नाम उर्दू में प्रदर्शित करें। सरकारी निमंत्रण पत्रों को भी हिन्दी के साथ-साथ उर्दू में प्रदर्शित करने के संबंध में पत्र जारी किया गया था।

आदेश सभी जिला पदाधिकारी, जिला उर्दू भाषा कोषांग, सभी अनुमंडल और प्रखंड विकास पदाधिकारी और सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को भेजा गया था। इसमें कहा गया कि राज्य सरकार हिंदी के साथ-साथ द्वितीय राजभाषा उर्दू के सफल कार्यान्वयन, प्रचार-प्रसार और प्रगति को ध्यान रखते हुए विभागीय अधिसूचना 17 अप्रैल 1981 के तहत संकेत पट्ट और नाम पट्ट को उर्दू में भी प्रदर्शित किया जाना है।

इसके बावजूद आदेश को पुख्ता तौर पर लागू नहीं किया गया। इसी परिपेक्ष्य में सरकार के आदेश को धरातल पर लाने के लिए जिले में उर्दू बेदारी कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जाएगा। बैठक में उपाध्यक्ष फजले अकबर, प्रवक्ता मो.कौनैन अली, सचिव कारी अरमान, नजरूल हक जामेई, उपसचिव अशरफ रहमानी, कोषाध्यक्ष मो.तकमिल, मो.शादाब, मो.अख्तर, मो.आरिफ, आफताब आलम, मजहरुल हक और मो.जहांगीर आदि उपस्थित थे।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में 4500 लीटर अर्धनिर्मित देसी शराब बरामद
बेगूसराय में शराबबंदी के बाद देसी-विदेशी शराब कारोबार पर रोक लगाने के लिए प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रही है। इसके बाद भी शराब का धंधा थम नहीं रहा है। शराब कारोबारी अलग-अलग तरीके न सिर्फ व्यापक पैमाने पर विदेशी शराब मंगवाकर यहां सप्लाई कर रहे हैं, बल्कि देसी शराब भी बनाए जा रहे हैं। इसका खुलासा साहेबपुर कमाल थानाध्यक्ष राजीव रंजन के नेतृत्व में पुलिस ने किया है। दियारा क्षेत्र में किए गए छापेमारी में जहां देसी शराब बनाने के 8 भट्टी को नष्ट किया गया है। वहीं, 4500 लीटर से अधिक अर्ध निर्मित शराब बरामद किया गया है। पुलिस को यह सफलता ज्ञान टोला खरहट गंगा पार दियारा क्षेत्र में मिली है।

बरामद अर्ध निर्मित शराब को पुलिस टीम ने नष्ट कर दिया है। थानाध्यक्ष राजीव रंजन ने बताया कि देसी शराब बनाने की गुप्त सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही ज्ञानटोला और खरहट के दियारा में छापेमारी की गई। जहां देसी शराब बनाने के 8 भट्टी को ध्वस्त किया गया है।

मौके पर बालू के नीचे छुपाकर रखा गया करीब 4500 लीटर देसी शराब बनाने की कच्चा सामग्री को विनष्ट किया गया है। कारोबारी की पहचान की जा रही है। बताया जा रहा है कि गंगा और गंडक नदी के दियारा इलाके में बड़े पैमाने पर देसी ही नहीं, विदेशी शराब का भी कारोबार किया जा रहा है। कारोबारी जमीन के लेवल में इस तरह छिपाकर रखते हैं कि किसी को जल्दी पता नहीं चल पाता है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में किसान की गोली मारकर हत्या
बेगूसराय में बदमाशों ने एक युवा किसान की गोली मार कर हत्या कर दी। घटना चेरिया बरियारपुर थाना क्षेत्र के खांजहांपुर करोड़ चक्की डेरा के समीप गांव की है।

मृतक की पहचान करोड़ गांव के वार्ड नंबर-16 गांव निवासी जोगेश्वर महतो के पुत्र श्याम विनोद महतो (26) के रूप में हुए हैं। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेजकर आगे की कार्रवाई कर रही है। आरोपियों की पहचान व उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी सहित अन्य कार्रवाई की जा रही है।

परिजनों ने बताया कि श्याम विनोद महतो रोज की तरह रात में खाना खाकर घर से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर चक्की डेरा स्थित अपने बथान (मवेशी रखने की जगह) पर सोने चला गया था। इसी दौरान देर रात डेरा पर से बुलाकर किसी ने सीना में गोली मारकर हत्या कर दी।

सुबह में लोग जब मॉर्निंग वॉक करने निकले तो सड़क पर खून से लथपथ लाश पड़ी देखी। मंझौल डीएसपी नवीन कुमार के नेतृत्व में चेरिया बरियारपुर थानाध्यक्ष सुबोध कुमार ने घटनास्थल पर पहुंचकर घटना की छानबीन की। इसके बाद लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। SP मनीष ने बताया कि सुबह करीब 6:00 बजे घटना की सूचना मिली। मंझौल डीएसपी के नेतृत्व में पुलिस मौके पर पहुंची। स्थानीय लोगों से पूछताछ की गई। लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। घटनास्थल पर एफएसएल की टीम बुलाई गई है। मंझौल डीएसपी के नेतृत्व में पूरे मामले की जांच-पड़ताल चल रही है। जल्द ही मामले का उद्भेदन कर लिया जाएगा।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
CM नीतीश कुमार ने सिमरिया कल्पवास में किया गंगा पूजन
बेगूसराय के सिमरिया गंगा तट पर कल्पवास मेला में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने क्षेत्र का निरीक्षण किया। जहां उन्होंने नव निर्मित रिवर फ्रंट पर गंगा पूजन किया। इसके साथ ही कामों का जायजा लिया। सबसे पहले उन्होंने नव निर्मित धर्मशाला का निरीक्षण कर पूरी जानकारी ली। मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से एनटीपीसी के ग्राउंड में उतरे। वहां से सड़क मार्ग से 11:20 बजे सिमरिया धाम पहुंचे। यहां करीब 15 मिनट रुकने के बाद फिर मुख्यमंत्री यहां से रवाना हो गए। इस दौरान सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किया गया था। सुबह से ही रिवर फ्रंट एरिया में किसी भी श्रद्धालुओं को जाने नहीं दिया जा रहा था। डीएम तुषार सिंगला एवं एसपी मनीष खुद हर पल की गतिविधि का मॉनिटरिंग कर रहे थे।

बता दें कि एनटीपीसी हेलीपैड पर डीएम तुषार सिंगला, एसपी मनीष, बेगूसराय विधायक कुंदन कुमार, मटिहानी विधायक राजकुमार सिंह, खेल मंत्री सुरेंद्र मेहता आदि ने सीएम का स्वागत किया। इस दौरान विधान पार्षद सर्वेश कुमार और मेयर पिंकी देवी भी मौजूद रहे।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में शारदा सिन्हा के लिए हवन
बेगूसराय की बहू और पद्म सम्मान से सम्मानित गायिका शारदा सिन्हा के स्वास्थ्य में तेजी से हो रहे गिरावट से जिले में मायूसी छा गई है। छठ के दौरान जब हर गांव-घर में शारदा सिन्हा के ही गाए गीत बज रहे हैं, तो ऐसे में उनके वैंटिलेटर पर जाने से हर कोई दुखी है।

बेगूसराय में विभिन्न जगहों पर उनके स्वस्थ्य होने की कामना को लेकर हवन और पूजन चल रहा है। शारदा सिन्हा के ससुराल में आज हनुमान मंदिर के पास गांव के लोगों ने सामूहिक रूप से हवन और विशेष पूजन किया। उनके स्वस्थ होने की कामना की।

इस संबंध में स्थानीय निवासी राघव कुमार ने बताया कि हम लोगों के गांव के गौरव, पूरे बिहार के गौरव स्वर कोकिला पद्मश्री शारदा सिन्हा का सेहत बिगड़ते जा रहा है। उनके जल्द स्वस्थ्य होने की कामना के लिए हम सभी ग्रामीण विधि-विधान के साथ हवन पूजन कर रहे हैं। इससे वह जल्द से जल्द स्वस्थ होकर हम लोगों के बीच आएं। हम लोगों को कुछ दिन पहले से जानकारी मिली थी कि ब्लड कैंसर से पीड़ित थी। पति के निधन के बाद मानसिक तनाव में चल रही थी। जिसके कारण अधिक परेशान हो गए। वह लगातार 10 दिनों से डॉक्टर की देखरेख में हैं।

ग्रामीणों ने बताया कि शारदा सिन्हा के सकल कल्याण के लिए ही हमलोग हवन कर रहे हैं। भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं कि उनकी आयु और बढ़ जाए। सिहमा गांव के लोग, हम सब लोग काफी दुखी हैं। हमारे रिश्ते में चाची लगती हैं, उनके ठीक होने के लिए जो बन पा रहा है कर रहे हैं। जब उनकी तबीयत खराब हुई तो हम लोग पटना मिलने भी गए थे। वह बिहार ही नहीं, पूरे देश की चर्चित लोग गायिका हैं। आज छठ का पहला दिन है और देश में जहां कहीं भी छठ हो रहा है, उन तमाम जगहों पर उनके गाए गीत ही बज रहे हैं। वह सिर्फ हम लोगों ने नहीं पूरे देशवासियों के दिल में बसते हैं।

उल्लेखनीय है कि दियारा में स्थित गांव की बहू से लेकर बिहार कोकिला का सफर तय करने वाली पद्मश्री शारदा सिन्हा आज किसी के लिए नया नाम नहीं है। बिहार कोकिला पद्मश्री शारदा सिन्हा बेगूसराय जिला के सिहमा गांव की बहू है। उनकी आवाज का जादू सुपरहिट फिल्म मैंने प्यार किया के गीत 'कहे तोहसे सजना ये तोहरी सजनियां' से आज तक है। कोई भी पर्व-त्योहार, लोक उत्सव, शुभ घड़ी के मौके पर गूंजने वाली आवाज की मल्लिका शारदा सिन्हा का जन्म 01 अक्टूबर 1952 को बिहार के सुपौल जिला के हुलास गांव में हुआ था। पिता सुखदेव ठाकुर बिहार सरकार के शिक्षा विभाग में अधिकारी थे। गायिकी के प्रति रुचि को देखते हुए बचपन में ही इनके पिता ने गाना और नृत्य सिखाने वाले शिक्षक को रखा, जो घर पर आकर शारदा सिन्हा को प्रशिक्षण देते थे।

शादी बेगूसराय के दियारा क्षेत्र सिहमा निवासी ब्रजकिशोर सिन्हा से हुआ, तो ससुराल वालों को उनकी गायिकी से आपत्ति थी। ससुराल वालों के विरोध का भी सामना करना पड़ा। लेकिन पिता और पति के सहयोग से गायिकी को जारी रखा। आज गीत-संगीत और क्लासिकल गीतों की दुनिया में शारदा सिन्हा सम्मानित नाम है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में मजदूरी के बदले पीने को मिलती थी शराब
बेगूसराय में संदिग्ध परिस्थिति जलेबी साह के बेटे जीवन साह (40) की मौत हो गई थी। परिजनों के अनुसार जीवन गांव में ही ताड़ी खाना चलाने वाली जगतारिणी देवी उर्फ बलिया वाली के घर पर रहता था। उसके घर का काम करता था। बदले में उसे कोई मजदूरी नहीं मिलती थी। बलिया वाली काम के बदले उसे शराब पिलाती थी। जीवन अपने घर नहीं लौटता था। वो बलिया वाली के घर में ही रहता था। रात में भी वो वहीं रहता था।
मृतक के पिता जलेबी साह ने आरोप लगाया है कि शराब में जहर देकर उसे मार दिया गया है। वो रोज शराब पीता था। बलिया वाली और उसके आसपास के लोग शराब बनाते हैं। फिलहाल बलिया वाली व अन्य लोग फरार हैं। मामला मुफस्सिल थाना क्षेत्र के जिनेदपुर वार्ड नंबर-1 और वार्ड नंबर-4 का है।

मृतक की पत्नी दौलती देवी ने बताया कि दीपावली की रात भी मेरा पति वहीं रहा। सुबह में आया और तुरंत भाग गया। शुक्रवार की दोपहर पता चला कि उसके घर पर ही मौत हो गई। जहरीली शराब पिलाकर मार डाला।

वह उसी के यहां रहता था और शराब पीता था। उसके जानवर को खाना-पानी देता था, एक भी रुपया घर में नहीं देता था। न हमको न ही मेरे बच्चों को पैसा देता था। बलिया वाली मजदूरी नहीं देती थी। हम मना करते-करते थक गए, लेकिन सुनने को तैयार नहीं हुआ।

कभी-कभी घर आता था, हमेशा उसके पास ही रहता था। मेरे ससुर जानवर पालकर परिवार का पालन-पोषण करते हैं। उन्हीं के साथ घर-परिवार का काम करके हम जी रहे हैं। चार बच्चा है, बड़ी बेटी जवान है। शादी-विवाह करने वाली हो रही है। पुलिस आई थी पूछताछ करके गई है। हमारे पति नहीं जाते थे तो बलिया वाली का बेटा बुलाने आता था। चार बच्चा अर्चना (15), विशाल (13), रिशाल (7) और बेटी कल्पना (5) है। अब तो भगवान ही मालिक हैं।

शुक्रवार को मौत के बाद रात में शव पोस्टमॉर्टम हुआ। जिसके बाद शनिवार को उसका अंतिम संस्कार सिमरिया गंगा तट पर किया गया है। नाबालिग बड़े बेटे विशाल ने मुखाग्नि दी। मुखाग्नि देने वाला बेटा जहां कुछ सोच नहीं पा रहा है, वहीं विधवा हो चुकी दौलती देवी के सामने भी विकट परिस्थिति हो गई। दौलती देवी को अपने पति के खोने का गम है। वही उसके चारों बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है।

पुलिस यह नहीं समझ पा रही है कि जीवन की मौत जहरीली शराब से हुई है या नशीला टैबलेट वाली ताड़ी पीने से या फिर साजिश के तहत उसे मार डाला। लोगों का कहना है कि जिनेदपुर के वार्ड नंबर-4 में पासी समाज के 10 से अधिक लोगों का घर है।

सभी लोग सामने ताड़ी बेचते हैं, लेकिन असल में यह लोग बड़े पैमाने पर देसी शराब बनाते और बेचते हैं। जगतानी देवी उर्फ बलिया वाली बड़े पैमाने पर शराब का कारोबार करती है। जिसके कारण बीते 2 महीने में इसके यहां शराब पीने वाले आठ से अधिक लोग बीमार पड़ चुके हैं, वही जीवन साह मौत हो गई है।

स्थानीय लोगों ने कहा कि कुछ साल पहले बलिया वाली के पति की मौत हो गई। इसके बाद इसने जीवन साह को अपनी ओर आकर्षित कर लिया। पहले उसे शराब की लत लगाई, उसके बाद करीब चार-पांच महीने से अपने साथ रखने लगी। जीवन उसी के यहां काम करता था, खाता था और शराब पीता था‌। रात में भी वह उसी के यहां रह जाता था। वह काम करने नहीं आता था तो बलिया वाली का बेटा चंदन, कुंदन और रंजन उसे घर से भी बुला कर ले जाते थे, लेकिन रात में अपने घर में रहना, अच्छा नहीं लगता था। लोगों का कहना है कि संभव है कि इसी के कारण हत्या हुई हो। साजिश रचकर देसी शराब में जहरीली चीज मिलाकर हत्या की गई हो।
ग्रामीण सुमित कुमार ने बताया कि यहां कुछ घर है, जहां शराब मिलती है। जहरीली शराब पीने से शुक्रवार की उसकी मौत हो गई। मौत की यह पहली घटना है, शराब पीकर बहुत बीमार होते हैं।
स्थानीय निवासी राहुल ने बताया कि यहां जहरीली शराब मिलती है, ढ़ेर सारे लोग बीमार होते हैं। यहां चौधरी (पासी) समाज के 10 घर हैं। बहुत दिन से शराब बन रही है, बिक रही है। जीवन साह लंबे समय से यहां रहता था, बलिया वाली के गाय को खाना-पीना देता था, वह नौकर की तरह रखती थी।

दीपावली की रात से ही जीवन साह शराब पी रहा था। शुक्रवार को दो बार घर गया, लेबलिया वाली के यहां शराब पी और उसकी मौत हो गई। मौत होने के बाद हम लोगों ने जब खोजबीन की तो 10-15 लीटर देसी शराब मिली थी।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट