शातिर ठगों से रहें सावधान : युवती ने वीडियो कॉल कर ठग लिए साढ़े 3 लाख, मामला दर्ज

बालोद-    जिले में ठगी का नया मामला सामने आया है, जिसमें एक युवती मोबाइल पर एक व्यक्ति को वीडियो कॉल किया और अश्लील हरकते करने लगी. इसके बाद अश्लील वीडियो को सोशल मीडिया में वायरल करने की धमकी देकर 3 लाख 50 हजार रुपए ठगी लिए. पूरा मामला बालोद जिले के पुरुर थाना क्षेत्र का है. प्रार्थी की शिकायत पर पुलिस अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है.

जानकारी के मुताबिक, 55 वर्षीय सोमनलाल साहू को उसके मोबाइल पर एक युवती वीडियो कॉल करती है और वीडियो कॉल में ही युवती अपने कपड़े उतारकर अश्लील हरकतें करने लगती है. कुछ दिनों बाद दिल्ली पुलिस और यूटूबर के नाम से कुछ ठगों ने इस वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर अलग-अलग किस्तों में सोमन साहू के साथ 3 लाख 50 हजार रुपए ठग लिए.

प्रार्थी की रिपोर्ट के बाद मामले को लेकर पुलिस जांच में जुट गई है. वहीं एएसपी अशोक जोशी ने इस तरह के धोखाधड़ी से बचने सावधानी बरतने की अपील की है.

Neco स्टील प्लांट का असिस्टेंट मैनेजर गिरफ्तार, छत्तीसगढ़ के लोगों को लेकर सोशल मीडिया पर किया था आपत्तिजनक पोस्ट…

धरसीवां-    छत्तीसगढ़ियों के लिए आपत्तिजनक पोस्ट वाले जायसवाल निको स्टील प्लांट के असिस्टेंट मैनेजर संजय सिंह को धरसीवां पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. दरअसल, संजय सिंह ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर छत्तीसगढ़ियों को ‘हिजड़ा’ कहते हुए एक आपत्तिजनक पोस्ट किया था, जिससे छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के सदस्य आक्रोशित हो गई और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई, जिसके बाद पुलिस ने आज आरोपी संजय सिंह को हिरासत में लेकर आगे की कार्रवाई में जुट गई है.

छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने मामले को गंभीरता से लिया और तुरंत पुलिस थाना धरसीवां में ज्ञापन सौंपकर एफआईआर दर्ज करने की मांग की. ज्ञापन में आरोप लगाया गया था कि संजय सिंह द्वारा की गई इस पोस्ट से छत्तीसगढ़ी समाज की भावनाओं को आहत किया गया है.

ज्ञापन प्राप्त होने के बाद, थाना प्रभारी राजेंद्र दीवान ने मामले को त्वरित और गंभीरता से लिया. उन्होंने क्रांति सेना के ज्ञापन के महज 12 घंटे के भीतर आरोपी संजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया. संजय सिंह के खिलाफ भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 170, 126, और 135(3) के तहत मामला दर्ज किया गया है. गिरफ्तार किए गए आरोपी को बाद में जेल भेज दिया गया.

संजय सिंह की गिरफ्तारी से छत्तीसगढ़ियों में संतोष

इस मामले के बाद छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी, और उनकी गिरफ्तारी को लेकर संतोष जताया है. इसके अलावा, क्रांति सेना के नेताओं ने कहा कि छत्तीसगढ़ियों का अपमान सहन नहीं किया जाएगा, और ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जरूरत है.

जानिए कंपनी प्रबंधन ने क्या कहा

वहीं इस मामले को लेकर जायसवाल निको स्टील प्लांट के HR श्री पाण्डे से जब यह जानना चाहा कि क्या फेक्ट्री प्रबंधन ने भी आरोपी संजय सिंह के विरुद्ध कोई कार्यवाही की है, तो उन्होंने बताया कि कंपनी ने इसे गंभीरता से लेते उस पर कठोर कार्रवाई किया है और कंपनी इस तरह की किसी भी हरकत की निंदा करती है. हालांकि कंपनी के एचआर ने यह स्पष्ट नहीं किया कि फेक्ट्री प्रबंधन ने अधिकार संजय सिंह पर क्या कार्यवाही की है.

रायपुर पुलिस ने पकड़ी 22 लाख की अफीम, 3 गिरफ्तार

रायपुर-   पुलिस ने करीब चार किलो अफीम के साथ झारखंड से यहां पहुंचे तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है. इनमें से दो तस्कर झारखंड और एक भिलाई निवासी है. इनके एक साथी का नाम सामने आया है, वह भी झारखंड का ही है. पुलिस ने अभी इनके लोकल लिंक को गिरफ्त में नहीं लिया है, जिसके जरिया यहां अफीम खपाया जाना था. तीनों आरोपी जेल भेज दिए गए हैं. गिरफ्तार आरोपियों के नाम मोह. जसिद मिर, लेव मिंज, जसवंत सिंह बताए गए हैं. इनकी गिरफ्तारी आर.डी.ए. कार्यालय कौशल्या माता विहार के पास सेक्टर 5 से हुई. बरामद अफीम की कीमत 22 लाख बताई गई है.

चौथे आरोपी की तलाश जारी

आरोपियों ने नशे का सामान गुमला जिले से लेकर आने की जानकारी पुलिस को दी है. जसिद और लेव मिंज गुमला जिले के ही हैं. तीसरा आरोपी जसवंत सिंह 65 वर्ष कुरूद हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी जामुल भिलाई का निवासी है. इससे पहले रायपुर में श्यामनगर इलाके में रहने वाले दो आरोपियों को अलग-अलग जगहों पर अफीम के साथ दबोचा गया था. ये लोग भी झारखंड से ही अफीम लाते या मंगाते रहे हैं. पुलिस ने एफआईआर में महेश साहू नामक एक व्यक्ति को भी आरोपी बनाया है.

कबाड़ व्यवसायी के ठिकानों पर GST का छापा, रायपुर से कोरबा पहुंची टीम, दस्तावेजों की कर रही जांच

कोरबा-   शहर के राताखार क्षेत्र में कबाड़ का व्यवसाय करने वाले मुकेश साहू उर्फ बरबट्टी के गोदाम और घर पर जीएसटी की टीम ने छापामार कार्रवाई की है. रायपुर से आई टीम ने घर और गोदाम दोनों जगह जांच कर रही. विभाग की यह कार्रवाई पूरी तरह गोपनीय ढंग से हो रही है, इस कारण छापेमारी की वजह सामने नहीं आ सकी है.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सर्विस टैक्स में चोरी करने को लेकर जीएसटी ने यह छापा मारा है. विभाग की कार्रवाई अब भी जारी है. इस कार्रवाई से कबाड़ के व्यवसाय में लिप्त लोगों में हडकंप मच गया है. बताया जा रहा है कि रायपुर से टीम चारपहिया वाहन में सवार होकर दोपहर लगभग 1 बजे कोरबा पहुंची और कबाड़ व्यवसायी मुकेश के घर पर दबिश दी, जहां तमाम दस्तावेज की जांच की जा रही है. इस टीम में चार लोग शामिल हैं, जो अलग-अलग पूछताछ कर रही है.

पहले भी कबाड़ व्यवसायी के ठिकानों पर पड़ चुका है छापा

सूत्रों की माने तो इससे पहले भी मुकेश साहू के ठिकाने पर जीएसटी की टीम छापा मार चुकी है. इस कार्रवाई के बाद शहर के अन्य जो कबाड़ व्यवसाय से जुड़े लोग हैं उनमें हड़कंप मचा हुआ है. कोरबा एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने कहा, जिले में कबाड़ व्यवसाय को लेकर सख्त हैं. सूत्र बताते हैं कि कबाड़ व्यवसाय शहर में पूरी तरह से बंद है. जिले के थाना चौकी प्रभारी को भी विशेष निर्देश दिया गया है कि उनके क्षेत्र में अगर कबाड़ से जुड़े कोई व्यापार चल रहा है तो उन पर कड़ी कार्यवाही की जाए.

सीनियर आईपीएस अधिकारियों को मिली पोस्टिंग

रायपुर-  राज्य सरकार ने सीनियर आईपीएस अधिकारियों को पोस्टिंग दी है. इन अधिकारियों में अतिरिक्त पुलिस महानिदेश दीपांशु काबरा, आईजी आनंद छाबड़ा, आईजी ध्रुव गुप्ता और डीआईजी अरविंद कुजूर शामिल है. इस संबंध में गृह विभाग ने आदेश जारी किया है.

रायपुर के इस व्यापारी से हुई 75 लाख की ठगी, अपनाया ठगी का नया तरीका
रायपुर-     राजधानी के एक को एक साल पहले हैदराबाद भेजे गए माल का भुगतान नहीं मिला. कारोबारी को पता चला कि जिन कंपनियों को उसने माल भेजा था, वहां से उनके एक कारोबारी संपर्क रखने वाले ने फर्जी बिल बनाकर खुद ही रकम वसूल कर ली है. अधिवक्ता के जरिये नोटिस भेजे जाने के बाद संबंधित कंपनियों ने एजेंट को भुगतान कर देने की जानकारी सबूतों के साथ दी. इसके बाद कारोबारी पुलिस के पास पहुंचा. पुलिस ने सिविललाइंस इलाके में महामाया फूड्स एंड ग्रॅस प्राइवेट नामक फर्म चलाने वाले शुभम गोयल की रिपोर्ट पर धोखाधड़ी के आरोप में जुगल किशोर तोसनीवाल एवं कोमल तोसनीवाल के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. ये भुगतान आटा-मैदा का था और ये दोनों भी आटा-मैदा के कारोबारी बताए गए हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक महामाया ग्रेस का अम्बिकापुर में गोदाम है. कारोबारी ने पूर्व परिचित जुगल किशोर के कहने पर कारोबारी संबंध होने के कारण हैदराबाद की फर्मारें को करीब 75 लाख रुपए का माल भेजा. बाद में पता चला कि जुगल किशोर द्वारा फर्जी बिल बनाकर पैसा वसूल कर गबन कर लिया गया है.

साजिश करके कंपनी को नुकसान पहुंचाने का आरोप

हैदराबाद के कारोबारियों से इस बात की जानकारी मिलने पर पुलिस से शिकायत की गई. आरोप है कि जुगल किशोर तोसनीवाल व उसकी पत्नी कोमल तोसनीवाल द्वारा साजिश करके विभिन्न कम्पनियों के नाम पर आर्डर देकर आटा एवं मैदा मंगाया गया. महामाया फूड्स के नाम पर फर्जी बिल बनाकर कम्पनियों से पैसा वसूल किया गया. पुलिस ने एफआईआर के बाद मामले की जांच शुरू कर दी है.

ब्लेस बस्तर प्रेयर फेस्टिवल रद्द होने से मसीह समाज नाराज, जिला प्रशासन पर लगाया राजनीतिक दबाव में काम करने का आरोप, दी यह चेतावनी…

जगदलपुर- जगदलपुर में मसीही समाज के ब्लेस बस्तर प्रेयर फेस्टिवल को रद्द कर दिया गया है. समाज ने जिला प्रशासन पर राजनीतिक दबाव की वजह से आयोजन को निरस्त करने का आरोप लगाते हुए 48 घंटे का समय दिया है. इस अवधि में प्रशासन ने उचित कार्रवाई नहीं की तो गांधीवादी तरीके से कानूनी और सड़क पर संघर्ष करने की बात कही है. 

मसीह समाज का एक प्रतिनिधिमंडल आज कलेक्ट्रेट पहुंचा, जहां बंद कमरे में कलेक्टर और एसपी के साथ उनकी बैठक हुई. बैठक के बाद मसीह समाज की कोर कमेटी ने बैठक कर आगे की रणनीति पर तय की. पास्टर सुदेश जैकब ने बताया कि प्रशासन के साथ बैठक शांतिपूर्ण रही और प्रशासन ने दो दिनों में समाधान का भरोसा दिया है. कार्यक्रम को बेहतर तैयारी के साथ भविष्य में आयोजित करने की बात कही गई है जिसकी तारीख मिलकर तय होगी.

मसीह समाज के सदस्य नवनीत चांद ने कहा कि यह आयोजन प्रशासन ने राजनीतिक दबाव में निरस्त किया था. उन्होंने मांग की कि कार्यक्रम की अनुमति मिशन ग्राउंड की क्षमता के अनुसार दी जाए और 48 घंटे में निर्णय लिया जाए. अगर प्रशासन ने उचित कार्रवाई नहीं की तो गांधीवादी तरीके से कानूनी और सड़क पर संघर्ष किया जाएगा.

बता दें कि ब्लेस बस्तर प्रेयर फेस्टिवल के रद्द होने पर मसीह समाज ने 8 नवंबर को प्रदर्शन किया था. उन्होंने मैंगो गार्डन से कलेक्ट्रेट कार्यालय तक रैली निकाली और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए ज्ञापन सौंपा. जिससे कार्यालय के बाहर तनाव की स्थिति बन गई.

कार्डियक अरेस्ट के केस में सही समय पर सीपीआर मिलने से बढ़ जाती है मरीज के जीवित रहने की संभावना: डॉ. प्रतिभा जैन शाह

रायपुर-   कार्डियक अरेस्ट के केस में सही समय पर कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन ( सीपीआर) नहीं मिलने पर रोगी की मृत्यु हो जाती है। कार्डियक अरेस्ट के केस में यह देखने को मिला है कि सही समय पर सीपीआर मिलने से व्यक्ति के जीवित रहने की संभावना 30 प्रतिशत तक बढ़ जाती है। वहीं सही समय पर सीपीआर नहीं मिलने पर हर एक मिनट में मृत होने की संभावना बढ़ती जाती है और लगभग 6 से 8 मिनट में मरीज की पूर्णतः मस्तिष्क क्षति हो जाती है जिसे मेडिकल भाषा में हाइपोक्सिक ब्रेन डैमेज कहते हैं। यह स्थिति तब निर्मित होती है जब मस्तिष्क को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलता है।’’ यह जानकारी बेसिक लाइफ सपोर्ट एवं एडवांस कार्डियक लाइफ सपोर्ट की कार्यशाला के अंतिम दिन प्रशिक्षण देते हुए कोर्स इंस्ट्रक्टर डॉ. प्रतिभा जैन शाह ने प्रतिभागी चिकित्सा छात्रों को दी। पंडित जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के चौथी मंजिल स्थित स्किल लैब में आयोजित इस कार्यशाला में प्रतिभागियों को आज हाई क्वालिटी सीपीआर, डिफिब्रिलेशन, कार्डियोवर्शन एवं पेसिंग की प्रैक्टिस करवाई गई।

पं. नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय एवं अम्बेडकर अस्पताल के एनेस्थेसिया एवं पेन मैनेजमेंट विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यशाला की कोर्स कोऑर्डिनेटर एवं इंस्ट्रक्टर विभागाध्यक्ष डॉ. प्रतिभा जैन शाह एवं इमर्जेंसी मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. शिवम पटेल हैं। इनके साथ ही श्री बालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस रायपुर की डॉ. अनीषा नागरिया, रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल रायपुर के इमरजेंसी मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. बालाजी शाह, गुजरात के डॉ. जनक खम्बोल्झा और एम्स जोधपुर की डॉ. भारती गिंडलानी ने छात्रों को बीएलएस एवं एसीएलएस कोर्स का प्रशिक्षण दिया।

आपात स्थितियों में लोगों की जीवन रक्षा करने के लिए आयोजित इस कार्यशाला की सराहना करते हुए अधिष्ठाता डॉ. विवेक चौधरी ने कहा कि व्यक्ति को कार्डियक अरेस्ट कहीं भी, किसी भी जगह हो सकता है ऐसे में बेसिक लाइफ सपोर्ट कोर्स से प्राप्त प्रशिक्षण की मदद से हम लोगों का बहुमूल्य जीवन बचा सकते हैं। यह कोर्स हमें सिखाता है कि विपरीत पस्थितियों में बिना घबराये नाड़ी और श्वसन गति का परीक्षण करके हम व्यक्ति की जान बचा सकते हैं।

इमर्जेंसी मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. शिवम पटेल ने हाई क्वालिटी सीपीआर का प्रशिक्षण देते हुए बताया कि 30 बार चेस्ट कंप्रेशन के बाद 2 बार ब्रेथ देना होता है। सीपीआर कोई भी कर सकता है इसके लिए डॉक्टर या मेडिकल टीम होना जरूरी नहीं है। आजकल स्कूल-कॉलेज में भी बेसिक कार्डियक लाइफ सपोर्ट की ट्रेनिंग दी जाती है। लोगों की अधिक से अधिक जीवन रक्षा के लिए इस प्रशिक्षण पर और अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है और ऐसे प्रोग्राम को सपोर्ट करने की जरूरत भी है।

विशेषज्ञों ने बेसिक लाइफ सपोर्ट के अंतर्गत छात्रों को चेस्ट कंप्रेशन (जीवन रक्षा के लिए छाती पर दबाव डालने की विधि) की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया और मैनकिन (डमी) में बारी-बारी से सबको अभ्यास करवाया। एडवांस कार्डियक लाइफ सपोर्ट के बारे में पढ़ाते हुए विशेषज्ञ डॉ. जनक खम्बोल्झा ने कार्डियक अरेस्ट के पहले मरीज में होने वाले साइन और सिम्पटंम्स के बारे में पढ़ाया। उन्होंने कार्डियक अरेस्ट को रोकने के उपाय बताये। मरीज को कब, कितने एनर्जी से शॉक देना है और हार्ट रेट एवं रिदम को नॉर्मल लाने की प्रैक्टिस करवायी गई। सभी छात्रों को ग्रुप में बांट कर, बारी-बारी सबको टीम लीडर बनाकर रियल टाइम केस सिनेरियो देकर प्रैक्टिस करवाई गई। सभी की लिखित और प्रायोगिक परीक्षा ली गई जिसमें उत्तीर्ण होने का अंक 84 प्रतिशत था। सभी छात्र इस परीक्षा में शत-प्रतिशत उत्तीर्ण हुए।

पीएमश्री स्कूल में गढ़ा जा रहा है छत्तीसगढ़ का स्वर्णिम भविष्य, बच्चों की मुस्कान कर रही है पीएमश्री स्कूल के खुशनुमा माहौल का बयान

रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में राज्य में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने तथा स्कूली बच्चों के समग्र विकास के प्रयास तेजी से किए जा रहे हैं। राज्य में पीएमश्री योजना के सफल क्रियान्वयन से राज्य के 341 स्कूलों में शिक्षा और अध्ययन-अध्यापन का माहौल बेहतर हो रहा है। पीएमश्री योजना में शामिल राजनांदगांव जिले के 11 स्कूलों का न सिर्फ कायाकल्प हुआ है, बल्कि वहां अध्ययन-अध्यापन को लेकर बेहतर माहौल बना है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई पीएमश्री योजना अंतर्गत स्कूली बच्चों के भविष्य को गढऩे एवं तराशने का कार्य किया जा रहा है। पीएमश्री योजना में शामिल राजनांदगांव जिले की डुन्डेरा शासकीय प्राथमिक शाला, इस योजना की सफलता की एक बानगी मात्र है। पीएमश्री योजना के माध्यम से इस शाला के कायाकल्प को देखकर ही सुखद अनुभूति होती है। इसका एहसास यहां के स्कूली बच्चों के चेहरे पर आई मुस्कान को देखकर सहज ही होता है।

पीएमश्री शासकीय प्राथमिक शाला डुन्डेरा में पढ़ने वाले बच्चों की मुस्कान स्कूल के खुशनुमा माहौल को बयान करती है। सर्वसुविधायुक्त स्कूल की परिकल्पना प्राथमिक शाला डुंडेरा में सार्थक हुई है, जहां न केवल बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता पर ध्यान दिया जा रहा है बल्कि बच्चों को पीएमश्री पौष्टिक आहार भी दिया जा रहा है। पीएम श्री योजना के तहत लगभग 4 लाख 15 हजार रूपए की राशि से पीएमश्री शासकीय प्राथमिक शाला डुन्डेरा का कायाकल्प किया गया है। इस स्कूल को ग्रीन स्कूल की तर्ज पर विकसित किया गया है। स्वच्छ और हरे-भरे वातावरण के लिए स्कूल परिसर में पौधे रोपित किए गए हैं। स्कूल के फर्श पर सुन्दर टाइल्स लगाए गये है। दीवारों पर ज्ञानवर्धक खूबसूरत पेटिंग बनाई गई हैं।

पीएमश्री शासकीय प्राथमिक शाला डुन्डेरा में बच्चों के लिए संगीत, विभिन्न खेल गतिविधियां तथा व्यक्तित्व विकास हेतु अन्य गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। बच्चों के लिए स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता के लिए वाटर फिल्टर लगाया गया है। बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण भी समय-समय पर कराया जाता है। स्कूल में 109 बच्चे अध्ययनरत है। यहां स्मार्ट क्लास, खेल मैदान, म्यूजिक क्लास रूम, मध्यान्ह भोजन की सुविधा है।

स्कूल में पीएमश्री मुस्कान पुस्तकालय भी है, जहां दीवारों में उकेरी गई पेंटिग तथा प्रेरक पंक्तियां बच्चों को पाठ्य पुस्तकों को पढऩे के लिए प्रेरित करती हैं। लाईब्रेरी में मिसाईल मैन एवं देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की पंक्तियां एक अच्छी पुस्तक हजार दोस्तों के बराबर होती है, जबकि एक अच्छा दोस्त एक लाईब्रेरी के बराबर होता है, जैसी प्रेरणादायक पंक्तियां लिखी हुई है। स्कूल में बच्चों के लिए पर्याप्त खेल सामग्री एवं म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट उपलब्ध है। सोमवार से शनिवार तक दोपहर 1 बजे भोजन दिया जाता है, साथ ही बच्चों को खेल सामग्री भी प्रदान की जाती है। उल्लेखनीय है कि जिले में कुल 11 पीएमश्री स्कूल हैं, जहां बच्चों के सर्वागीण विकास के लिए गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान की जा रही है।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में शिक्षा के क्षेत्र में अनेक नई पहल की जा रही है। राज्य में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू कर किया गया है। नई शिक्षा नीति के तहत कक्षा 5वीं तक बच्चों को स्थानीय भाषा-बोली में शिक्षा दिए जाने का प्रावधान किया गया है। प्रदेश के 341 स्कूलों में पीएमश्री योजना शुरू की गई है, जिसके तहत इन स्कूलों को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस योजना के तहत स्कूलों में स्थानीय भाषाओं के साथ-साथ रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस जैसे आधुनिक विषयों को भी पढ़ाया जाएगा। पीएमश्री स्कूल अंतर्गत आदिवासी बहुल इलाकों में भी स्कूलों को अपग्रेड किया रहा है, जिससे इन क्षेत्रों के बच्चों को भी आधुनिक, ज्ञानपरक और कौशल युक्त शिक्षा मिल रही है।

पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की प्रमुख सचिव ने अबूझमाड़ के कई गांवों का दौरा कर विकास कार्यों का लिया जायजा

रायपुर-    पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की प्रमुख सचिव निहारिका बारिक सिंह ने आज नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ क्षेत्र के कई गांवों का दौरा कर विकास एवं निर्माण कार्यों का जायजा लिया। प्रमुख सचिव ने ईरकभट्टी, मसपुर, सोनपुर, और ढोंडरीबेड़ा के ग्रामीणों से रूबरू चर्चा कर सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन और ग्रामीणों को मिल रहे लाभ के बारे में जानकारी लीं। इस दौरान मनरेगा आयुक्त रजत बंसल, नारायणपुर कलेक्टर बिपिन मांझी, पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

प्रमुख सचिव सुश्री सिंह ने ईरकभट्टी और मसपुर गांवों के ग्रामीणों से आधार कार्ड, राशन कार्ड और आयुष्मान कार्ड की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली। प्रमुख सचिव ने शत-प्रतिशत ग्रामीणों को इसकी उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए विशेष शिविर लगाने के निर्देश जिला प्रशासन के अधिकारियों को दिए ताकि शासन द्वारा प्रदत्त सुविधाओं एवं संचालित सभी योजनाओं का लाभ ग्रामीण को मिल सके। ग्रामीणों ने पुलिस कैंप स्थापित होने से सुरक्षा में सुधार की सराहना की।

कुपोषण उन्मूलन और स्वास्थ्य सेवाओं पर जोर

मसपुर के आंगनबाड़ी केंद्र में निरीक्षण के दौरान प्रमुख सचिव सुश्री सिंह ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कुपोषण उन्मूलन के लिए ठोस प्रयास करने के निर्देश दिए। उप-स्वास्थ्य केंद्र में उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की और एएनएम से दवाओं और टीकाकरण की जानकारी ली। उन्होंने समस्त गर्भवती माताओ और बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

प्रमुख सचिव सुश्री सिंह ने ईरकभट्टी के सगनुराम पोटाई को ‘बैंक सखी’ के रूप में प्रशिक्षित करने के निर्देश दिए ताकि गांव में बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध हो सकें। उन्होंने ग्रामीणों को मनरेगा के तहत ऑनलाइन मजदूरी भुगतान की जानकारी दी और स्व-सहायता समूहों के गठन का सुझाव दिया। ग्रामीणों की मांग पर नगद भुगतान का भी आश्वासन दिया। इसके अलावा, नारायणपुर से गारपा तक नियमित बस सेवा का शुभारंभ किया। उन्होंने सोनपुर में बैंक शाखा खोलने और गांव में जल संरक्षण हेतु डबरी निर्माण कार्य स्वीकृति के लिए कार्यवाही की बात कही।