नशे के खिलाफ पुलिस को मिली बड़ी सफलता, कार और बाईक से बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ जब्त, 2 अंतर्राज्यीय तस्कर समेत 3 आरोपी गिरफ्तार

गरियाबंद-    छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में पुलिस को नशे के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है. जिले की दो अलग-अलग थाना क्षेत्र में पुलिस ने गाड़ियों की चेकिंग के दौरान कुल 52 किलोग्राम गांजा बरामद कर 2 अंतर्राज्यीय तस्करों समेत 3 तस्करों को गिरफ्तार किया है.

बता दें, जिले की देवभोग पुलिस खुटगांव चेक पोस्ट के पास वाहनों की चेकिंग कर रही थी. इसी दौरान एक यूपी पासिंग वैगनआर कार को रोका और तलाशी तो कार से 34 किलोग्राम गांजा बरामद हुआ. पुलिस ने गांजा जब्त कर कार में सवार 2 अंतर्राज्यीय तस्करों को गिरफ्तार कर लिया है. देवभोग थाना प्रभारी गौतम गावड़े ने बताया कि तस्कर ओडिशा से गांजा लेकर उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में खपाने जा रहे थे. गांजा तस्करी के आरोपियों के नाम- शैलेन्द्र कुमार और हरिओम है. यह दोनों आरोपी उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. इन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है.

बाईक से 18 किलो गांजा जब्त

वहीं गांजा तस्करी के खिलाफ पुलिस की दूसरी कार्रवाई जिले के छुरा थाना क्षेत्र में की गई. पुलिस ने एक बाइक से तस्करी करने वाले शख्स को गिरफ्तार किया है. मुखबिर से सूचना के आधार पर बाईक की तलाशी ली जिसमें 18 किलो गांजा बरामद हुआ. पुलिस ने गांजा जब्त कर अभनपुर निवासी आरोपी योगेश साहू को गिरफ्तार कर लिया है.

विधायक रिकेश सेन प्रकरण पर कांग्रेस विधायक निषाद की तीखी प्रतिक्रिया, कहा- सत्ता के नशे में चूर है भाजपा

रायपुर- भिलाई वैशाली नगर के विधायक रितेश सेन ने तालाब के नामकरण को लेकर विरोध जता रहे युवक का जबड़ा पकड़ लिया था. इस घटनाक्रम पर कांग्रेस विधायक कुंवर सिंह निषाद ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जब से बीजेपी की सरकार छत्तीसगढ़ में आई है, सत्ता के नशे में चूर है. सभी अहंकार में डूबे हुए हैं. इन्हें जनता और विकास से कोई मतलब नहीं है. 

गुंडरदेही से कांग्रेस विधायक कुंवर सिंह निषाद ने मीडिया से चर्चा में कहा कि तालाब के नाम बदलना उनकी कुंठित मानसिकता का प्रतीक है. किसी दूसरे के धार्मिक मान्यताओं पर ऐसा करना सही नहीं है. वो छत्तीसगढ़ की संस्कृति और सभ्यता को नहीं बदल सकते हैं.

इसके पहले विधायक रिकेश सेन ने घटना पर अपनी सफाई देते हुए कहा था कि उन्हें यह जानकारी नहीं थी कि तालाब पहले से ही स्व. देवदास बंजारे के नाम पर था. इसके साथ उन्होंने मुद्दे को भिलाई नगर निगम के एमआईसी में ले जाने की बात कही. वहीं भाजपा नेता राजीव चक्रवर्ती ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस वीडियो को तोड़-मरोड़कर पेश कर दुष्प्रचार कर रही है, जबकि घटना के बाद दोनों पक्ष आपसी सहमति से बैठकर बात कर चुके हैं.

सोशल मीडिया में मचा बवाल

इस मामले में सोशल मीडिया में भी बवाल मचा हुआ है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घटना का वीडियो एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि जो युवक का धमका रहा है वह भाजपा विधायक रिकेश सेन है, और जिनसे बात हो रही है वह छत्तीसगढ़ की जनता है. यही है भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा. इसके साथ बहुत से दूसरे यूजर ने भी पूरे घटनाक्रम पर सोशल मीडिया में तीखी प्रतिक्रिया दी है.

नाराज ग्रामवासियों ने जताया था विरोध

बता दें कि कुरूद के नकटा तालाब (स्व. देवादास बंजारे) का नामकरण बिहार की लोक गायिका शारदा सिन्हा के नाम पर करने से नाराज ग्रामवासी अपना विरोध दर्ज कराने गुरुवार को विधायक रिकेश सेन के कार्यालय में पहुंचे थे. चर्चा के दौरान विधायक रिकेश सेन ने एक युवक का जबड़ा पकड़ लिया था, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है.

जम्मू-कश्मीर विस से भाजपा विधायकों को मार्शलों के जरिए हटाए जाने पर सीएम साय की तीखी प्रतिक्रिया, कहा-
रायपुर-   जम्मू-कश्मीर विधानसभा में गुरुवार को धारा 370 को हटाए जाने के प्रस्ताव का विरोध कर रहे भाजपा विधायकों को मार्शल द्वारा हटाए जाने पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने तीखी टिप्पणी की है. उन्होंने इसे लोकतंत्र की हत्या करार देते हुए कहा कि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में अशांति बहस करना चाहती है, लेकिन वह कभी अपने मंसूबे में कामयाब नहीं होने वाली है. 

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जब से जम्मू कश्मीर में केंद्र द्वारा धारा 370 और 35 ए को हटाया गया है, तब से जम्मू कश्मीर में खुशहाली आई है, अमन चैन स्थापित हुआ है वहां शांति आई है, और आतंकवाद की घटनाओं में 70% की कमी आई है, नागरिकों की मृत्यु में 80% की कमी आई है, और विदेशी नागरिकों के पर्यटन में 300% का इजाफा हुआ है.

उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर का बजट शत-प्रतिशत बढ़ा है, और आतंकवाद दो-तीन जिलों में सिमट कर रह गया है. केंद्र शासन द्वारा 80,000 करोड़ का विशेष पैकेज दिया गया, और 56000 करोड़ का निवेश वहां पर आया है. केंद्र द्वारा यह सब धारा 370 और 35 से हटाने के कारण हुआ, जो कांग्रेस को रास नहीं आ रही है.

इसी के साथ मुख्यमंत्री साय ने गुरुवार को विधानसभा में धारा 370 के बहाली के पक्ष में प्रस्ताव लाए जाने को ठीक नहीं बताते हुए कहा कि जिस तरीके से भाजपा की विधायकों को मार्शल के द्वारा विधानसभा से बाहर किया गया, यह लोकतंत्र की हत्या है. इसको देश की जनता कभी बर्दाश्त करने वाली नहीं है.

छठ पर्व: व्रती महिलाओं के साथ मुख्यमंत्री साय की पत्नी ने भी दिया उगते सूर्य काे अर्घ्य, सुख-समृद्धि की कामना की
बिलासपुर/जशपुर- आस्था का महापर्व छठ में आज व्रती महिलाओं ने उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की. ग्राम बगिया-दुलदुला में व्रती महिलाओं के साथ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पत्नी कौशल्या साय भी आयोजन में शामिल हुईं. 

छठ पर्व पर छत्तीसगढ़ के उत्तर में सरगुजा से लेकर दक्षिण में बस्तर तक न केवल बिहार के रहने वालों में बल्कि स्थानीय लोगों में भी उत्साह नजर आ रहा था. तालाब-नदी किनारे गुरुवार को डूबते सूर्य को देने के बाद व्रती महिलाओं ने आज सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ परिवार की खुशहाली के लिए कामना की.

इस अवसर पर बिलासपुर शहर में अरपा नदी किनारे बने प्रदेश के सबसे बड़े स्थाई छठ घाट पर हजारों की संख्या में लोग जुटे थे. भोजपुरी छठ गानों के बीच गुरुवार शाम से लेकर आज सुबह तक लोग परिवार के साथ घाट पर बैठे रहे. इस अवसर पर विधायक अमर अग्रवाल, मेयर रामशरण यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधिय़ों और अधिकारियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई.

हिन्द एनर्जी में ईपीएफ टीम की दबिश, कोयला ट्रांसपोर्टरों में हड़कंप
कोरबा-    वेतन में कटौती सहित कर्मचारियों से जुड़े अन्य मुद्दों पर शिकायत मिलने पर एसईसीएल कोल माइंस से कोयला ट्रांसपोर्ट करने वाली हिंद एनर्जी के दीपका स्थित दफ्तर में ईपीएफ की टीम ने दबिश दी है. लगातार दूसरे दिन कार्यालय के दस्तावेजों को खंगाला जा रहा है. श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की कार्रवाई से कोयलांचल के कोल ट्रांसपोर्टरों में हड़कंप मच गया है. 
बताया जा रहा है कि हिन्द एनर्जी के कर्ताधर्ता राजेश अग्रवाल, सतीश अग्रवाल, आदित्य अग्रवाल, राजीव अग्रवाल, संजय अग्रवाल ने कंपनी में काम करने वाले हजारों कर्मचारियों के भविष्य से खिलवाड़ करते हुए करोड़ों रुपए की हेराफेरी की है. इस बात की शिकायत मिलने पर जांच के लिए पहुंची ईपीएफ की टीम लगातार दूसरे दिन भी जमी हुई है.
बताया जा रहा है कि डिडौलीभांठा में रहने वाले हिंद एनर्जी के पूर्व कर्मचारी बाबूलाल पोर्ते की शिकायत पर ईपीएफ ने यह कार्रवाई की है. बाबूलाल पोर्ते कंपनी को अंदर-बाहर से अच्छी तरह से जानते हैं. इस संबंध में कलेक्टर के अलावा अन्य विभागों में शिकायत की थी. इस पर एक टीम कुछ दिनों पहले बिलासपुर स्थित हिन्द एनर्जी के दफ्तर में भी जांच-पड़ताल के लिए पहुंची थी.
इस कार्रवाई से जहां एक ओर कोयला कारोबारियों में दहशत की स्थिति है, तो वहीं दूसरी ओर अपने हक से वंचित कर्मचारियों में खुशी की लहर देखी जा रही है. कर्मचारियों को महसूस हो रहा है कि उनका जो हक मारा गया था, इस कार्रवाई के बाद वह उन्हें वापस मिलेगा.
दुकान मालकिन से छेड़खानी के बाद देवर से की मारपीट, आरोपी किराएदार गिरफ्तार

बिलासपुर- दुकान में अवैध निर्माण का विरोध करने पहुंची मालकिन से छेड़खानी के बाद उसके देवर से किराएदार की पिटाई का मामला सामने आया है. पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के साथ पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. 

दरअसल, तोरवा क्षेत्र में रहने वाली एक महिला ने डीपूपारा स्थित अपना मकान शेख शाबिर को किराए पर दिया है. महिला का आरोप है कि शेख शाबिर कई माह से न उसे किराया दे रहा है, और न ही दुकान खाली कर रहा है. इस बीच उसे बुधवार को जानकारी मिली कि शेख शाबिर दुकान में कुछ निर्माण कार्य करा रहा है. इस पर महिला ने दुकान में जाकर विरोध किया, तो शेख शाबिर ने गाली-गलौज करते हुए गले से दुपट्टा निकालते हुए धक्का देकर गिरा दिया था.

अगले दिन महिला के देवर ने घर के सामने से गाड़ी हटाने कहा तो शेख शाबिर ने उसके साथ बेरहमीपूर्वक मारपीट की है. इस घटना का लोगों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर दिया. घटनाक्रम के बाद देवर की रिपोर्ट पर तारबाहर पुलिस ने आरोपी शेख शाबिर के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया है.

राजधानी के किराया भंडार के गोदाम में लगी भीषण आग, दमकल की 15 गाड़ियों ने 7 घंटे की मशक्कत के बाद पाया काबू…
रायपुर-    राजधानी रायपुर के फाफाडीह स्थित गली नंबर 01 में स्थित चांडक कॉम्प्लेक्स के आधुनिक किराया भंडार के गोदाम में बुधवार देर रात भीषण आग लग गई. आगजनी इतनी भयानक थी, कि आग पर काबू पाने के लिए नगर निगम और निजी दमकल विभाग के 15 दमकल वाहनों को 7 घंटे से अधिक समय लगे. दमकल वाहनों ने करीब 50 से ज्यादा फेरे लगाए जिसके बाद जाकर आग पर पूरी तरह से काबू पाया जा सका. यह पूरी घटना रायपुर के देवेंद्र नगर थाना क्षेत्र की है, जहां देर रात तक दमकल कर्मियों द्वारा आग बुझाने का काम चलता रहा. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर आग लगने के कारण का पता लगाने में जुटी हुई है.

दमकल कर्मियों को चिल्डिंग में भी करना पड़ा संघर्ष 

आग की सूचना मिलने के बाद दमकल विभाग के कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंचे, लेकिन सकरी गलियों और वाहनों की अराजक पार्किंग के कारण वाहनों को अंदर ले जाने में काफी कठिनाई हुई. हालांकि, तीन दमकल वाहनों को इलाके को ठंडा करने के लिए तैनात किया गया था, ताकि आग और न फैल सके. राहत की बात यह रही कि इस घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है.

कबाड़ का सामान जलकर हुआ खाक 

गोदाम में रखे पुराने कबाड़ के सामान में आग लगने के कारण काफी नुकसान हुआ. आग ने गोदाम के अधिकांश हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया और सभी सामान जलकर राख हो गए.

रिहायशी इलाके में आगजनी पर सवाल खड़े 

यह घटना एक रिहायशी इलाके में स्थित कमर्शियल गोदाम में हुई, जिससे शहर के सिस्टम पर कई सवाल खड़े हो गए हैं. ऐसे इलाके में इस तरह की आगजनी ने सुरक्षा और नगर नियोजन पर गंभीर चिंताएं उत्पन्न की हैं. आग लगने के कारण का अभी तक पता नहीं चल पाया है, और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भारतरत्न लालकृष्ण आडवाणी को जन्मदिन की दी बधाई

रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री भारतरत्न लालकृष्ण आडवाणी को उनके जन्मदिन 8 नवंबर के अवसर पर उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी है। मुख्यमंत्री श्री साय ने देश के लिए श्री आडवाणी के योगदान को याद करते हुए कहा है कि आडवाणी सशक्त तथा समृद्ध भारत की संकल्पना का अटूट समर्थन करने वाले व्यक्ति के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने उपप्रधानमंत्री के पद पर आसीन रहते हुए देश को आगे ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भारतीय संसद में सांसद के रूप में अपनी भूमिका के उत्कृष्ट निर्वहन के लिए उन्हें उत्कृष्ट सांसद पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आडवाणी ने श्री राममन्दिर आन्दोलन को आगे बढ़ाया और सोमनाथ से अयोध्या के लिए रथयात्रा निकाली। उनके प्रयासों का सुखद परिणाम है कि आज लगभग 500 वर्षों बाद श्रीरामलला अपने मंदिर में विराजमान हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आडवाणी के देश हित में उल्लेखनीय योगदान के लिए इस वर्ष उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारतरत्न से सम्मानित किया गया है।

उन्होंने अपने बधाई संदेश में लालकृष्ण आडवाणी के दीर्घायु और स्वस्थ जीवन की कामना की है।

रबी मौसम में 19.25 लाख हेक्टेयर रकबे में बोनी का लक्ष्य

रायपुर-      मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर रबि फसलों को बढावा देने के लिए इस वर्ष 19.25 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में विभिन्न रबि फसलों की बोनी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके विरूद्ध अब तक 2.16 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं, चना, मटर, मक्का, अलसी सहित विभिन्न रबि फसलों की बोनी हो चुकी हैं, वहीं 0.14 लाख क्विंटल बीज और 0.35 लाख मीट्रिक टन रासायनिक खाद का वितरण किया जा चुका है।

कृषि विभाग के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर वर्ष 2024-25 में रबि फसलों को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इस वर्ष विभिन्न रबि फसलों की बोनी के लिए 19.25 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में विभिन्न रबि फसलों की बोनी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके विरूद्ध अब तक 2.16 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं, चना, मटर, मक्का, अलसी सहित विभिन्न रबि फसलों की बोनी हो चुकी हैं, जो लक्ष्य का 11 प्रतिशत है। जबकि पिछले वर्ष के लिए 19.19 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में रबि फसलों की बोनी का लख निर्धारित किया गया था।

अधिकारियों ने बताया कि रबि वर्ष 2024-25 के लिए 2.89 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज वितरण का लक्ष्य रखा गया है, जिसके विरूद्ध 0.50 लाख क्विंटल बीज का भण्डारण कर 0.14 लाख क्विंटल बीज का वितरण किया गया है जो कुल भंडारण का 28 प्रतिशत है। इसी प्रकार इस वर्ष 4.65 लाख मीट्रिक टन खाद वितरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसके विरूद्ध 3.49 लाख मीट्रिक टन भंडारण कर 0.35 लाख मीट्रिक टन खाद वितरण किया जा चुका है जो कुल भंणारण का 10 प्रतिशत है।

उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने तकनीकी प्रदर्शनी का किया उद्घाटन, सड़क निर्माण और रखरखाव से संबंधित आधुनिक मशीनरी और उपकरणों की लगाई गई है प्रदर्शनी

रायपुर-     केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी 8 नवम्बर से रायपुर में आयोजित भारतीय सड़क कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन का शुभारंभ करेंगे। रायपुर के साइंस कॉलेज परिसर में 8 नवम्बर से 11 नवम्बर तक इसका आयोजन किया गया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उप मुख्यमंत्री अरुण साव भी 8 नवम्बर को शाम साढ़े चार बजे आयोजित अधिवेशन के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल होंगे। चार दिनों तक चलने वाले भारतीय सड़क कांग्रेस के अधिवेशन में सड़क निर्माण और सड़क सुरक्षा से जुड़े देशभर के दो हजार से अधिक विशेषज्ञ, वैज्ञानिक, अभियंता और अधिकारी शामिल होंगे। अधिवेशन के शुभारंभ कार्यक्रम में सड़क निर्माण तकनीक और सामग्री से संबंधित तीन गाइडलाइन्स और एक मैनुअल भी जारी किए जाएंगे।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने आज शाम साइंस कॉलेज परिसर में भारतीय सड़क कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन के तहत आयोजित तकनीकी प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। उन्होंने प्रदर्शनी का भ्रमण कर सड़क निर्माण, सड़क सुरक्षा, निर्माण सामग्री और सड़कों के रखरखाव से जुड़ी मशीनरी व उपकरणों की निर्माता तथा आपूर्तिकर्ता कंपनियों के प्रतिनिधियों से इनकी जानकारी ली। विभिन्न कंपनियों द्वारा यहां लगाए गए स्टॉल्स मंर सड़क निर्माण से संबंधित तकनीकी मटेरियल्स, डिजाइन, टेक्नोलॉजी इत्यादि का प्रदर्शन आगामी चार दिनों तक किया जाएगा।

उप मुख्यमंत्री श्री साव ने आज आयोजन स्थल पर प्रेस-कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया कि भारतीय सड़क कांग्रेस (IRC) सड़क एवं सेतु निर्माण से संबंधित मानक एवं गाइडलाइन्स निर्धारित करने वाली देश की सर्वोच्च संस्था है। आईआरसी में भारत सरकार, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, एन.एच.ए.आई.डी.सी.एल., बी.आर.ओ., मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेस, एन.आर. आई.डी.ए., ग्रामीण विकास मंत्रालय, शहरी विकास मंत्रालय, सभी राज्यों के लोक निर्माण विभाग, ग्रामीण सड़क निर्माण विभाग, पब्लिक सेक्टर, प्राइवेट सेक्टर, रिसर्च आर्गेनाइजेशन्स के इंजीनियर्स की सोसायटी आदि शामिल हैं।

श्री साव ने प्रेस-कॉन्फ्रेंस में बताया कि आईआरसी का मुख्य उद्देश्य सड़क निर्माण, सेतु निर्माण एवं यातायात से संबंधित मानकों का निर्धारण करना तथा निर्माण संबंधी गाइडलाइन्स एवं मैन्युअल तैयार करना, समय-समय पर उनका पुनरीक्षण करना, देश-विदेश में आ रही सड़क निर्माण की नई तकनीकों एवं सामग्रियों का अध्ययन कर देश में लागू करने के लिए मानक तैयार करना है। आईआरसी द्वारा जारी किए गए मानकों एवं गाइडलाइन्स के अनुसार ही भारत सरकार एवं अन्य सड़क निर्माण विभाग सड़क निर्माण करते हैं। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद पहली बार यहां आईआरसी का वार्षिक अधिवेशन हो रहा है जो कि प्रदेश के लिए गौरव का विषय है। लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता के.के. पीपरी और भारतीय सड़क कांग्रेस के महासचिव एस.के. निर्मल ने भी प्रेस-कॉन्फ्रेंस में अधिवेशन के बारे में जानकारी दी। लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह भी इस दौरान मौजूद थे।

आईआरसी के चार दिवसीय अधिवेशन के दौरान विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों, अभियंताओं और अधिकारियों के बीच विभिन्न बैठकों, परिचर्चाओं, तकनीकी सत्रों और दस्तावेजों पर चर्चा होगी। इस दौरान आयोजित हाइवे रिसर्च बोर्ड की बैठक में भारत सरकार, राज्य सरकार, रिसर्च इंस्टीट्यूट एवं शैक्षणिक संस्थानों, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों एवं प्राइवेट सेक्टर के प्रतिनिधि सड़क निर्माण से संबंधित अनुसंधान एवं विकास के संबंध में रोड मैप तैयार करेंगे। अधिवेशन के चारों दिन अलग-अलग तकनीकी सत्रों में विभिन्न संस्थानों, शासकीय विभागों और निजी क्षेत्र से आए इंजीनियर्स अपना प्रस्तुतीकरण देंगे। अधिवेशन के दौरान आईआरसी की बिजनेस मीटिंग और काउंसिल मीटिंग भी आयोजित है। 8, 9 एवं 10 नवम्बर को शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। अधिवेशन में शामिल होने आए देशभर के प्रतिनधियों को छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक वैभव, पुरातत्व, पर्यटन, पौराणिक और धार्मिक महत्व से जुड़े स्थलों का भ्रमण भी कराया जाएगा।