पांच लाख के इनामी सहित 5 नक्सलियों ने किया सरेंडर, ‘नियद नेल्ला नार’ योजना से प्रभावित होकर छोड़ा हिंसा का रास्ता

बीजापुर-   सरकार की महत्वपूर्ण ‘नियद नेल्ला नार’ योजना के प्रभाव से प्रेरित होकर पांच माओवादियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर हिंसा का रास्ता छोड़ने का निर्णय लिया है. आत्मसमर्पण करने वालों में पांच लाख का इनामी माओवादी भी शामिल है. बताया जा रहा है कि ये सभी माओवादी फायरिंग, आईडी ब्लास्ट और आगजनी जैसी हिंसक घटनाओं में संलिप्त रहे हैं.

सीआरपीएफ डीआईजी देवेन्द्र सिंह नेगी, पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेन्द्र यादव, डीएसपी सुदीप सरकार, डीएसपी दिनेश सिन्हा और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में सभी पांच माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया. आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों को पुलिस द्वारा 25-25 हजार रुपये नगद प्रोत्साहन राशि दी गई है. वर्ष 2024 में अब तक कुल 185 माओवादी पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर चुके हैं, जबकि 411 माओवादियों को गिरफ्तार किया गया है.

Diwali 2024: छत्‍तीसगढ़ में दिवाली पर धान की बाली से बने झालर, झूमर लगाने की है सदियों पुरानी परंपरा

Diwali 2024: धनतेरस के साथ ही देशभर में दिवाली का त्योहार शुरू हो गया है। छत्तीसगढ़ में भी धनतेरस की सुबह से ही बाजारों में भीड़ लगी हुई है। प्रदेश में धान की झालरें घरों में सजाने की परंपरा सदियों पुरानी है। धनतेरस के साथ ही बाजारों में झालरों की बिक्री भी शुरू हो जाती है। बाजारों में इस तरह की झालर की काफी डिमांड है।

छत्तीसगढ़ में दिवाली की सांस्कृतिक परंपरा आज भी बरकरार है। अपने घरों के गेट पर धान की झालर लगाकर इस रस्म को निभाया जा रहा है। दिवाली के दौरान, जब खेत नई फसलों से पक जाते हैं, तो ग्रामीण नरम धान की बालियों से कलात्मक चूड़ियाँ बनाते हैं। आजकल बाजारों में रेडीमेड चीजें उपलब्ध हैं। हालाँकि शहरी क्षेत्रों में यह परंपरा धीरे-धीरे कम हो रही है, फिर भी धान के झूमरों का आकर्षण बना हुआ है। बाजार में छोटे आकार के झूमर भी उपलब्ध हैं, जिनकी कीमत 50 से 200 रुपये तक है। व्यापारियों का कहना है कि इन झूमरों की मांग खासतौर पर शहरी बच्चों के बीच ज्यादा है, जो इस परंपरा को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं।

छत्तीसगढ़ की परंपरा के अनुसार, लोग अपने घरों को धान की झालरों से सजाते हैं और अपनी सुख-समृद्धि के लिए आभार व्यक्त करने के लिए देवी लक्ष्मी को पूजा करने के लिए आमंत्रित करते हैं। ऐसा माना जाता है कि यह निमंत्रण पक्षियों के माध्यम से देवी तक पहुंचता है, जो धान के दाने चुगने के लिए आंगनों और द्वारों पर उतरते हैं।

लोगों का मानना है कि इस तरह राज्य की लोक संस्कृति प्रकृति के साथ अपनी खुशियाँ बांटती है और उसे संरक्षित करती है। छत्तीसगढ़ में बस्तर से लेकर सरगुजा तक घरों के आंगन और दरवाजों पर धान की झालर लटकाने की परंपरा है। इसे पहटा या पिंजरा भी कहा जाता है। छत्तीसगढ़ में दिवाली पर धान से बने झूमर की यह परंपरा नई फसल के स्वागत और अन्न पूजन का प्रतीक मानी जाती है, जो सदियों से ग्रामीण और शहरी इलाकों में अपनी पहचान बनाए हुए है।

गरियाबंद पुलिस का अभिनव पहल: ‘कॉप ऑफ द मंथ’ के तहत हर महीने उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को मिलेगा प्रशस्ति पत्र

गरियाबंद-  जिला पुलिस विभाग ने पुलिस कर्मियों के उत्साहवर्धन के लिए एक नई पहल की शुरुआत की है। ‘कॉप ऑफ द मंथ’ के तहत हर माह विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय और उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस कर्मियों को प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य पुलिस कर्मचारियों के उत्कृष्ट कार्यों को मान्यता देना है, जिससे उनके मनोबल में वृद्धि हो सके।

बता दें कि अक्टूबर माह में इस पुरस्कार के लिए उप निरीक्षक जयप्रकाश नेताम, सहायक उप निरीक्षक मनीष वर्मा और आरक्षक गंगाधर सिन्हा का चयन किया गया है। इन पुलिस कर्मियों ने थाना पांडुका एवं गरियाबंद क्षेत्र में बैंक और एटीएम में चोरी करने वाले तीन आरोपियों को पकड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

इसी क्रम में, उप निरीक्षक दिलीप मेश्राम और प्रधान आरक्षक चूड़ामणि देवता ने थाना मैनपुर में हत्या के प्रकरण में आरोपी को गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इसके अलावा, आरक्षक दिलीप निषाद और आरक्षक हरीश शांडिल्य ने गुम नाबालिक बच्चे को केवल दो घंटे के भीतर सकुशल उसके परिवार को सौंपने में विशेष भूमिका निभाई।

गौरतलब है कि इन साहसी पुलिस कर्मियों को गरियाबंद के पुलिस अधीक्षक निखिल आलोक राखेचा द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस पहल से पुलिस विभाग की छवि को और मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है और समाज में पुलिस की सकारात्मक भूमिका को उजागर किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को नरक चतुर्दशी और छोटी दीपावली की दी शुभकामनाएं
रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों को नरक चतुर्दशी और छोटी दीपावली की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि दीपावली से एक दिन पहले कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को छोटी दिवाली मनाई जाती है, इसे नरक चतुर्दशी या रूप चौदस के रूप में मनाया जाता हैं। मान्यता है कि इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर का वध किया था। रूप चौदस का पर्व सौंदर्य से जुड़ा है। साथ ही इस दिन नकारात्मक शक्तियों के प्रभाव को दूर करने के लिए माँ काली और यम की पूजा का विधान है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि छोटी दिवाली पर आप सभी के जीवन से चिंता और दुःखों का नाश हो। आप सभी को सुख, समृद्धि, स्वास्थ्य और संपन्नता प्राप्त हो।
सावधान पुलिसकर्मी : चेकिंग करने रात में निकले एसपी संतोष सिंह

रायपुर-     पुलिस की मुस्तैदी एवं रात्रि में उपस्थिति की प्रत्यक्षदर्शी जांच करने के लिये वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर डॉ संतोष सिंह ने रविवार रात्रि बाईक से गश्त पर निकले तथा रायपुर के कुल 51 गश्त पाईंट को स्वयं चेक किया।

इस दौरान कुछ पुलिस कर्मचारी किनारे में खडे़ थे, कुछ अंधेरे में बैठकर गपशप कर रहे थे, तो कुछ मोबाइल पर रील देख रहे थे। जिनकी सड़क पर आने जाने वालों पर नजर नहीं थीं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर ने ऐसे गश्त मै तैनात पुलिस कर्मचारियो को फटकार लगाई। चार जवानों को नोटिस जारी किया गयां जबकि मुस्तैद तीन पुलिस कर्मचारियो की तारीफ करते हुए प्रशंसा पत्र देने की बात कही। कमी पाये जाने वाले कर्मचारियो को विजिबल पुलिसिंग का महत्व, तरीका व उदेश्य समझाते हुये थानों की पेट्रोलिंग टीम को रिस्पांस टाइम सुधारने समेत कई बिंदुओं पर निर्देश दिया।

मुख्यमंत्री के विजिबिलिटी निर्देश पर रात्रि चेकिंग को जा रहा मजबूत किया जा रहा है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर द्वारा तेलीबांधा तालाब से बाइक पर गश्त की शुरूवात करते हुए कुल 51 गश्त पॉइंट की जांच की गई। उनके साथ सीएसपी आजाद चौक अमन झा भी मौजूद रहे।

रात्रि गश्त के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर द्वारा अपने निजी फोन नंबर से डायल 112 में कॉल कर कहा कि मुझे दो लड़कों ने चाकू मार दिया है, मुझे बचा लीजिए। मैं पुरानी बस्ती महामाया मंदिर के पास खड़ा हूं। 5 मिनट बाद डायल 112 की टीम का फोन आया और लोकेशन पूछा लेकिन डायल 112 लोकेशन स्पष्ट न होने से महामाया मंदिर की दूसरी ओर चली गई, जिससे देरी हुई। इसी तरह का पॉइंट पुरानी बस्ती थाने को भी दिया गया। जिस पर थाने की पेट्रोलिंग 8 मिनट में वहां पहुंच गई।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर ने ड्यूटी करने वाले सभी पुलिस कर्मचारियो को अपने पास डंडा साथ रखने का निर्देश दिया। इसी तरह शहर के एन्ट्री पाईंट में हथियार लैस जवानों की ड्यूटी लगाने का निर्देश दिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक भगत सिंह चौक पहुंचे तो पेड़ के नीचे अंधेरे में जवान खड़े थे, जिन्हे फटकार लगाते हुए मुस्तैदी से ड्यूटी न करने के संबंध में नोटिस दिया गया। रात्रि में फाफाडीह चौक पर लगा बल बातचीत करते खड़ा था तथा अग्रसेन चोक चेकिंग पाईंट पर लगा बल पास में ही मौजूद एसएसटी पाईंट पर खड़ा था। पुलिस अधीक्षक महोदय के द्वारा एसएसटी पाईंट के रजिस्टर का अवलोकन किया गया। एसएसटी पाईट द्वारा गाड़ियो की उचित संख्या में जांच नहीं की जा रही थी, जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर के द्वारा नाराजगी जाहिर की गई। डी.डी. नगर गोल चौक पर दो जवानों की ड्यूटी थी, जहां एक जवान मुस्तैदी के साथ खड़ा हुआ था, तथा लाखेनगर चौक पर भी दो जवान मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी कर रहे थे, जिनकी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर द्वारा तारीफ करते हुए प्रशंसा पत्र देने की बात कही गई। पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह द्वारा रात्रि गस्त ड्यूटी पर उपस्थित अन्य राजपत्रित अधिकारियो, थाना प्रभारियो एवं रात्रिगस्त अधिकारियो से भी चर्चा की एवं अधिक से अधिक मुस्तैद रहने का निर्देश दिया।

फाउंडेशन क्रिकेट खेल मैदान में खिलाड़ियों ने बनाई दीपावली की खुशियां पटाखे फोड़े मुंह मीठा कराया
बिलासपुर-     धनतेरस के अवसर पर आज फाउंडेशन क्रिकेट एकेडमी खेल मैदान में खिलाड़ी बच्चों ने जमकर पटाखे फोड़ आतिशबाजी की गई तथा दीप जलाकर दीपावली पर खुशी-खुशी धनतेरस का पर्व मनाया. फाउंडेशन क्रिकेट खेल मैदान में क्रिकेट, बेसबॉल, बास्केटबॉल तथा फेंसिंग के 250 से अधिक खिलाड़ी बच्चों ने धनतेरस एवं दीपावली की खुशियां मनाई. फाउंडेशन क्रिकेट एकेडमी के अध्यक्ष प्रिंस भाटिया ने सभी खिलाड़ियों के साथ आतिशबाजी की बच्चों का मुंह मीठा कराया और दीप जलाकर इस रोशनी भरें दीप पर्व की सभी खिलाड़ियों को बधाई दी.

इस खुशी के मौके पर लगभग 250 खिलाड़ियों ने अकादमी के खेल मैदान में आतिशबाजी कर धनतेरस पर दीपावली पर्व मनाया. आज यहां खिलाड़ियों में काफी उत्साह देखने को मिला, आतिशबाजी कर तथा दीप जलाकर खिलाड़ियों ने भी एक दूसरे को बधाई दी. यह अनोखा अवसर है जब इतनी बड़ी संख्या में शहर के खिलाड़ी दीप पर्व तथा दीपावली में उत्साह के साथ फाउंडेशन क्रिकेट खेल मैदान में पटाखे फोड़ कर खुशियों का पर्व मनाया.

प्रिंस भाटिया ने कहा है कि फाउंडेशन क्रिकेट खेल मैदान में जहां बच्चे खेल के क्षेत्र में आगे आ रहे हैं. राष्ट्रीय स्तर पर शहर के खिलाड़ी यहां का नाम रोशन कर रहे हैं वही दीपावली पर्व पर खिलाड़ियों के साथ आतिशबाजी तथा दीप जलाकर इस खुशी के पर्व को हम सब मना रहे हैं. उन्होंने सभी खिलाड़ियों को दीपावली पर उनकी बधाई दी तथा उनके उज्जवल भविष्य की कामना की और बच्चों को मुंह मीठा भी कराया.

पत्नी नहीं करती थी पति के धर्म का सम्मान, हाईकोर्ट ने दिया ये बड़ा फैसला

बिलासपुर- छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने आज एक अहम मामले की सुनवाई करते हुए एक बड़ा सुनाया है. पति की याचिका को स्वीकार करते हुए तलाक की अर्जी को सही माना है. दरअसल कोर्ट ने सुनवाई के दौरान पाया कि पत्नी द्वारा हिंदू पति के धार्मिक अनुष्ठानों और देवी-देवताओं का उपहास किया जा रहा था, इसलिए हाईकोर्ट ने पत्नी की अपील खारिज कर दी. फैमिली कोर्ट ने पति के तलाक के आवेदन को स्वीकार किया कर लिया है.

प्रकरण के अनुसार मध्यप्रदेश के डिंडोरी जिले के अंतर्गत करंजिया निवासी युवती ईसाई धर्म को मानने वाली है. उसने गांधी नगर बिलासपुर निवासी युवक से 7 फरवरी 2016 को हिंदू रीति रिवाज से विवाह किया था. शादी के कुछ माह बाद से ही पत्नी ने हिंदू रीति रिवाजों और देवी देवताओं का उपहास करना शुरू कर दिया. विकास दिल्ली में नौकरी कर रहा था. पत्नी कुछ माह वहां साथ रहने के बाद वह वापस बिलासपुर आ गई और सेंट जेवियर्स स्कूल में अध्यापिका के रूप में कार्य करने लगी. उसने बाद में वापस ईसाई धर्म अपनाकर चर्च जाना शुरू कर दिया था. इन सब बातों से व्यथित होकर पति ने फैमिली कोर्ट बिलासपुर में तलाक के लिये आवेदन प्रस्तुत किया.

सुनवाई के बाद कोर्ट ने 5 अप्रैल को विकास को तलाक की अनुमति देते हुए उसके पक्ष में डिक्री पारित कर दी. इस आदेश को पत्नी ने हाईकोर्ट में अपील कर चुनौती दी. जस्टिस रजनी दुबे और जस्टिस संजय जायसवाल की डिवीजन बेंच में सुनवाई हुई.

मामले की सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने कहा कि अपीलकर्ता पत्नी ने खुद स्वीकार किया है कि पिछले 10 वर्षों से उसने किसी भी तरह की पूजा नहीं की है. इसके बजाय वह प्रार्थना के लिए चर्च जाती है. पति ने बताया कि पत्नी ने बार-बार उसकी धार्मिक मान्यताओं को अपमानित किया. ट्रायल कोर्ट द्वारा दर्ज निष्कर्ष हिंदू विवाह अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार हैं, और इसमें किसी हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं है।

धनतेरस पर एसपी संतोष सिंह ने लिया शहर के मुख्य बाज़ारो का जायज़ा
रायपुर- एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने धनतेरस के पावन अवसर पर शहर के मुख्य बाजार सदर बाजार, मालवीय रोड, एमजी रोड में सुरक्षा व यातायात व्यवस्था का जायज़ा लिया । साथ ही तैनात जवानों को मुस्तैदी से ड्यूटी करने हिदायत दी। इस दौरान उनके साथ एएसपी लखन पटेल, ओपी शर्मा, गुरजीत सिंह सहित अन्य अधिकारी भी साथ रहे।
दीपावली के खर्च और पार्टी के लिए चोरों ने की हद पार, रेलवे लाइन पर लगे सिग्नल की काटी केबल, पुलिस ने दो युवकों को रंगे हाथ पकड़ा

राजनांदगांव-  प्रदेश के कई इलाकों में बीते कुछ दिनों से रेलवे लाइन में लगे सिग्नल के तार और अन्य उपकरणों की चोरी की घटनाएं हो रही हैं। ताजा मामला राजनांदगांव से सामने आया है, जहां सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात रेलवे सिग्नल के केबल की चोरी करने वाले दो युवकों को आरपीएफ ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। मामले में आरपीएफ ने विधिवत कार्रवाई करते हुए दोनों की निशानदेही पर चोरी की केबल बरामद कर उन्हें जेल भेज दिया है।

बता दें कि राजनांदगांव आरपीएफ को सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात करीब 3 बजे मंडल सुरक्षा नियंत्रण कक्ष नागपुर से राजनांदगांव रेलवे स्टेशन पश्चिमी यार्ड में सिग्नल फेल होने की सूचना मिली। जिसके बाद मंडल सुरक्षा आयुक्त नागपूर दीपचंद आर्य के दिशा निर्देशन पर राजनांदगांव RPF की टीम प्रभारी निरीक्षक तरुणा साहू के नेतृत्व में मौके पर पहुंची। इस दौरान मौके पर सिग्नल विभाग के एसएसई हीरालाल और उनके अधीनस्थ मौजूद थे। निरीक्षण के दौरान पता चला कि राजनांदगांव पश्चिमी यार्ड के सभी सिग्नल फेल हैं और सिग्नल की चार नग 30 कोर, कुल 36 मीटर केबल काटकर चोरी की गई है। इस दौरान घटनास्थल के पास बीएनसी मिल लाइन साइड की झाड़ियों में चेकिंग के दौरान दो युवकों को आरपीएफ की टीम को देखकर भागते हुए देखा गया। इसके बाद आरपीएफ की टीम ने उन्हें घेराबंदी कर धर दबोचा।

दीपावली के खर्च और पार्टी के लिए की चोरी

जानकारी के मुताबिक पुलिस के हत्थे चढ़े युवकों में एक चिखली के रामनगर निवासी भक्त राज ढीमर पिता ईश्वरी प्रसाद ढीमर (उम्र 24 साल) है, जबकि दूसरा भागवत नेताम पिता शेर सिंह नेताम (उम्र 20 साल) है, जो बसंतपुर का रहने वाला है। पूछताछ में दोनो ने बताया कि वे दीपावली के खर्च और पार्टी के लिए रेलवे की केबल काटकर जलाने की योजना बना रहे थे।

आरपीएफ ने चोरी की केबल जब्त कर दोनों को भेजा जेल

बता दें कि आरपीएफ ने दोनों युवकों की निशानदेही पर झाड़ियों में छिपाकर रखे गए चार नग सिग्नल केबल बंडल और केबल काटने के लिए उपयोग की गई हैक्सा ब्लेड भी बरामद की है। आरोपियों के खिलाफ धारा 3(अ) रेलवे अवैध कब्जा अधिनियम के तहत अपराध दर्ज कर मंगलवार को न्यायिक कार्यवाही के लिए रायपुर कोर्ट में पेश किया गया, जहां वारंट मिलने पर दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। इस कार्रवाई में आरपीएफ उप निरीक्षक के. प्रसाद, आरक्षक राहुल घाहरे, आरक्षक प्रमोद यादव, और आरक्षक राजेंद्र रायकवाड़ की भी विशेष भूमिका रही।

कार शोरूम में चोरी के मामले में पुलिस को मिली एक और बड़ी सफलता, 3 आरोपियों को मध्यप्रदेश से किया गिरफ्तार, नकदी के साथ गाड़ी भी जब्त
जगदलपुर-   शहर के गीदम रोड स्थित 3 कार शोरूमों में कुछ महीने पहले हुई चोरी के मामले में पुलिस को एक और बड़ी सफलता मिली है। इस वारदात को अंजाम देने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के 3 अन्य सदस्यों को पुलिस ने मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने 95 हजार रुपये कैश, बाइक, एक आईफोन और एक स्वीफ्ट कार जब्त किया है। इस मामले में पुलिस 2 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

बता दें कि बीते 23 और 24 सितंबर के दरमियानी रात महिंद्रा शोरूम, टोयोटा शोरूम के साथ ही मारुति शोरूम में बारी-बारी से एक ही रात में चोरी की घटना को अंजाम दिया था। घटना के बाद से पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि आरोपी खरगौन मध्यप्रदेश में है, जिसके बाद 25 सितंबर को अलग-अलग टीम बनाकर मध्यप्रदेश के जिला खरगोन एवं खंडवा के लिए टीम भेजा गया था। पुलिस ने इस मामले में रोहित राठौर (उम्र 28 साल) निवासी टेमरना थाना गोगांवा जिला खरगोन मप्र व गोलू उर्फ अजय चौहान (उम्र 24 साल) निवासी सिरलय तहसील बढ़वा जिला खरगोन मध्यप्रदेश को गिरफ्तार किया था।

आरोपियों से पूछताछ करने पर उन्होंने जिला रायगढ़ में 13-14 सितंबर एवं बस्तर में दिनांक 23-24 सितंबर की रात शोरूम में अन्य लोगों के साथ चोरी करने की बात बताई। जिसके बाद बस्तर पुलिस ने अन्य आरोपियों की पतासाजी शुरू की, इस दौरान इंदौर और खरगौन में आरोपियों को लोकेट कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है उनमें राकेश चौहान (उम्र 21 साल), राजेश मोहिते (उम्र 33 साल) और दिपक मोहिते (उम्र 28 साल) शामिल है।