MP News : देवा शरीफ में "अदब अवार्ड" से नवाजे गए भोपाल के डॉ अंजुम, जानें पूरा आयोजन


भोपाल। करीब सौ बरस पुराना हो चुके देवा शरीफ(उप्र) के सालाना उर्स आयोजन में इस बार भी भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम में ऑल इंडिया मुशायरा हुआ। इसमें मप्र के अंतरराष्ट्रीय शायर डॉ अंजुम बाराबंकवी को "अदब अवार्ड" से नवाजा गया। कार्यक्रम के मेहमानों में खासतौर से फिल्म अभिनेता राज बब्बर मौजूद थे।

सारे विश्व में अपने अनुयाई रखने वाले मशहूर सूफी संत हाजी वारिस अली शाह के आस्ताने पर वर्ष 1924 से लगातार उर्स मेले का आयोजन किया जा रहा है। इस सालाना कार्यक्रम के 100वें आयोजन पर ऑल इंडिया मुशायरा आयोजित किया गया। महफिल ए अदब सजने से पहले मंच द्वारा अंतरराष्ट्रीय शायर डॉ अंजुम बाराबंकवी को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के मेहमानों में फिल्म अभिनेता राज बब्बर, उप्र के पूर्व कार्यवाहक मुुख्यमंत्री  डॉ अम्मार रिजवी, पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप, न्यायमूर्ति फैज आलम, चौधरी तालिब, चौधरी वकार आदि ने डॉ अंजुम बाराबंकवी को अदब अवार्ड से नवाजा। महफिल ए मुशायरा में दुनिया के मशहूर और अदब की महफिलों की रौनक माने जाने वाले शायर मौजूद थे। इनमें प्रो वसीम बरेलवी, मंजर भोपाली, ताहिर फराज, इकबाल अशहर, अजहर इकबाल, शबीना अदीब, नदीम शाद, खुर्शीद हैदर, आयशा अय्यूब, अकील नोमानी, फैज खुमार , उस्मान मिनाई, बिलाल सहारनपुरी, मकसूद पयामी, अकरम वारसी आदि शामिल थे। 

डॉ अंजुम की खिदमत 

डॉ अंजुम बाराबंकवी शिक्षा जगत का पुराना और पहचाना नाम है। मंच से भी उनका इतना ही गहरा नाता है। अपने फन ओ कलाम से उनको अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सतत सम्मान मिलता रहा है। डॉ अंजुम के दस से अधिक गजल संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। मूलतः उप्र के बाराबंकी शहर से ताल्लुक रखने वाले अंजुम पिछले कई दशक से मप्र की कर्मभूमि पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

45 से ज्यादा विधाओं पर काम करेगा संस्कार भारती, आयोजन में दिखाई देगा पंच परिवर्तन

भोपाल। संस्कार भारती संगठन की जयपुर में हुई अखिल भारतीय साधारण सभा में विधाओ और संगठनत्मक ढांचे में बदलाव करने के साथ कार्यक्षेत्र को बढ़ाने का निर्णय लिया गया। इस बारे में आज भोपाल स्थित संस्कार भारती के योगेंद्र सभागार में पत्रकार वार्ता आयोजित की गई। पत्रकारों को संबोधित करते हुए लोक कला विभाग के राष्ट्रीय संयोजक निरंजन पांडा ने बताया की नई पीढ़ी को भारतीय संस्कृति और मूल्यों से जोड़ने के लिए संस्कार भारती कई नए क्षेत्रों में भी अपने कार्य का विस्तार करने जा रहा है।

पंडा ने बताया कि संस्कार भारती के संगठन में अब केंद्रीय प्रांतीय और जिला स्तर पर समितियां गठित की जाएगी। उन्होंने कहा कि पहले 8 विधाओं में संगठन काम करता था लेकिन अब लगभग 45 विधाओं को पांच विभागों में बांटकर काम किया जाएगा। सभी विभागों के लिए अलग टोली बनाकर विभिन्न विधाओं के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे यह कार्यक्रम प्रदेश से जिला और तहसील स्तर तक होंगे।

पंडा ने बताया कि अखिल भारतीय साधारण सभा की बैठक में निर्णय लिया गया कि अप्रैल 2025 से कार्यकर्ताओं के लिए नई सदस्यता व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि भरत मुनि स्मरण दिवस नटराज पूजन और 26 जनवरी को भारत माता पूजन उत्सव मनाया जाएगा। राष्ट्रीय संयोजक पांडे ने बताया कि संस्कार भारती के बैनर पर आयोजित सभी कार्यक्रमों में कुटुंब प्रबोधन सामाजिक समरसता पर्यावरण रक्षा स्वदेशी जीवन शैली और नागरिक कर्तव्य का भाव समाहित होगा। इसके साथ ही विभिन्न विधाओं के कलाकारों को उनके हुनर को निखारने के उद्देश्य से प्रशिक्षण दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि प्रदेश की सभी यूनिवर्सिटी और शैक्षणिक संस्थाओं के साथ मिलकर संस्कार भारती युवा प्रतिभाओं को मंच प्रदान करेगी। लोक कला के राष्ट्रीय संयोजक पंडा के मुताबिक भारतीय संविधान की मूल प्रति में बने 22 चित्र देश की संस्कृति मूल्य इतिहास और आदर्श को प्रकट करते हैं जिन्हें पिछले कुछ साल में हटा दिया गया था लेकिन अब फिर से इन चित्रों का समावेश कर संविधान की नई प्रतियां प्रकाशित की जा रही हैं। पत्रकार वार्ता में भोपाल जिला संस्कार भारती की अध्यक्ष अरुणा शर्मा के अलावा कार्यकारी अध्यक्ष प्रकाश गलगले और महामंत्री नीरव प्रधान मौजूद रहे।

Bhopal News : MLB कॉलेज में हुआ "कहो कहानी" आयोजन, पशु पक्षियों की हुई चिंता, जानें क्या था आयोजन


भोपाल। चाहे वह खरगोश, बिल्ली, गाय, श्वान हो या तोता, पशु-पक्षी मनुष्य से कुछ बहुत ज़्यादा नहीं माँगते, एक रोटी, कुछ दाने, पानी, थोड़ी-सी जगह और स्नेह-बस, लेकिन आज इंसान की सोच इतनी सिकुड़ गई है कि वह अपने अलावा और किसी के बारे में सोचना ही नहीं चाहता।

राजधानी भोपाल के महारानी लक्ष्मीबाई स्वशासी कन्या महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों ने यह विचार व्यक्त किए। करुणा-क्लब, हिंदी विभाग और साहित्यिक समिति के संयुक्त तत्वावधान में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था। 

'कहो कहानी' नामक इस प्रतियोगिता में छात्राओं ने अपने पालतू और आसपास के पशु-पक्षियों से जुड़े हुए प्रसंग साझा किए। कार्यक्रम में 16 छात्राओं ने सहभागिता की। इस अवसर पर पाठ्यक्रम में सम्मिलित महादेवी वर्मा के 'गिल्लू गिलहरी' संस्मरण पर आधारित एनीमेशन फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। इस अवसर पर क्लब प्रभारी डॉ. संगीता सक्सेना, डॉ. अणिमा खरे एवं डॉ. विजयलक्ष्मी राय उपस्थित थीं।

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत 65 स्वास्थ्य संस्थाओं में हुई गर्भवती महिलाओं की जांच


 प्राइवेट चिकित्सकों और अस्पतालों ने दी स्वैक्षिक निशुल्क सेवा

गर्भवती महिलाओं की जांच के लिए आयोजित प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान शिविरों का आयोजन 25 अक्टूबर को जिले की 65 स्वास्थ्य संस्थाओं में किया गया।  शिविर में ई रूपी मॉडल के तहत महिलाओं की निशुल्क सोनोग्राफी की गई । जांच हेतु महिलाओं को शिविर में लाने एवं घर छोड़ने की सुविधा 108 एंबुलेंस के माध्यम से निशुल्क दी गई। गर्भवती महिलाओं को मानसिक स्वास्थ्य परामर्श भी दिया गया।

इन शिविरों के द्वारा पूर्व में सिजेरियन द्वारा प्रसव होने , गर्भावस्था प्रेरित उच्च रक्तचाप, गंभीर एनीमिया, हैबिचुअल अबॉर्शन , पूर्व में मृत शिशु जन्म, ग्रैंड मल्टीपैरा, माल प्रेजेंटेशन जैसी विभिन्न जटिलताओं वाली महिलाओं का चिह्नांकन कर विशेष चिकित्सकीय देखभाल एवं परामर्श की सेवाए प्रदान की जाती है। शिविरों में विशेषज्ञीय चिकित्सकीय परामर्श के साथ हीमोग्लोबिन, यूरिन एल्ब्युमिन, शुगर, मलेरिया, टीबी,हेपेटाईटिस, ओरल ग्लूकोज़ टेस्ट, ब्लड ग्रुप, एचआईवी, सिफलिस की जांच की गई। 

25 अक्टूबर को आयोजित शिविर में निजी क्षेत्र के चिकित्सकों द्वारा शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में आकर स्वैक्षिक निशुल्क परामर्श दिया गया। शिविर में पीपल्स मेडिकल कॉलेज, चिरायु मेडिकल कॉलेज , आरकेडीएफ मेडिकल कॉलेज, सागर मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल , अपोलो सेज, बीड़कर क्लिनिक, अशोका आईवीएफ सेंटर, यूनिक हॉस्पिटल के चिकित्सकों ने सहभागिता दी। एक्सटेंडेड प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत 21 निजी सोनोग्राफी केंद्रों में ई रूपी मॉडल के तहत निशुल्क सोनोग्राफी की जा रही है।

  

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ प्रभाकर तिवारी ने बताया कि मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिए हाई रिस्क गर्भवतियों को विशेष सेवाएं दी जा रही हैं। इन शिविरों में चिह्नित की गई महिलाओं को चिकित्सकीय आवश्यकता के अनुसार बर्थ वेटिंग रूम में भर्ती करवाया जा रहा है।

पटाखा बाजार पर रहेगी प्रशासन की पैनी नजर।


भोपाल:- म.प्र.की राजधानी भोपाल में दीपावली पर्व के त्योहार को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड पर है। जहां पटाखा बाजार पर पैनी नजर रहेगी। इसके लिए भोपाल कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने पटाखा मार्केट की निगरानी के लिए टीम बनाई है। जो अलग-अलग क्षेत्र के एसडीएम को निगरानी टीम का प्रभारी बनाया गया है। इस दल में पुलिस नगर निगम और विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों को शामिल किया गया है। बैरागढ़ एसडीएम आदित्य जैन को बैरागढ़ और बैरसिया वृत्त की जिम्मेदारी दी गई है।

वही एसडीएम रवि श्रीवास्तव गोविंदपुरा लक्ष्मीकांत खरे एमपी नगर एसडीएम अर्चना शर्मा टीटीनगर एसडीएम विनोद सोनकिया हुजूर एसडीएम रविशंकर राय कोलार एसडीएम आशुतोष शर्मा शहर वृत्त की निगरानी करेंगे।_

Bhopal News : याद ए अर्जुन सिंह... देसी विदेशी शायर कवियों की महफिल, अवार्ड से नवाजे जाएंगे मंजर भोपाली समेत कई

 

भोपाल:- प्रदेश में गरीबों को मकानों के पट्टे और विद्यार्थियों को जनरल प्रमोशन जैसे नायाब तोहफे देने से चर्चित रहे पूर्व मुख्यमंत्री स्व अर्जुन सिंह की याद में हर साल सजने वाली मुशायरा महफिल इस बार भी सजाई जाएगी। 5 नवंबर की शाम सजने वाली इस महफिल ए खास में देश विदेश के नामवर शायर और कवि अपना कलाम पेश करेंगे। इस मुशायरा आयोजन के दौरान शहर की शान कहे जाने वाले अंतरराष्ट्रीय शायर मंजर भोपाली का नागरिक सम्मान भी किया जाएगा। उनके अलावा शहर को खास सौगात और सुविधा देने वाले कई व्यक्ति भी सम्मान से नवाजे जाएंगे।

कार्यक्रम आयोजक संस्था 

अर्जुन सिंह सद्‌भावना मंच, मध्यप्रदेश का यह आयोजन सेंट्रल लाइब्रेरी ग्राउंड में किया जाएगा। आयोजकों ने बताया कि कार्यक्रम में बहरीन और मिस्र से आए शायर भी अपना कलाम पेश करेंगे। इनमें अनवर कमाल,बहरीन और डॉ वला जमाल मिस्र शामिल हैं। इनके अलावा देश के नामवर शायर

प्रोफ़ेसर वसीम बरेलवी लखनऊ, अरुण जैमिनी (हास्य) हरियाणा, डॉ. नवाज़ देवबंदी देवबंद, जौहर कानपुरी कानपुर, चरण सिंह "बशर" लखनऊ, प्रोफ़ेसर "शहपर" रसूल दिल्ली, मंज़र भोपाली भोपाल, शबीना अदीब कानपुर, सबा बलरामपुरी लखनऊ, "कलीम" समर टुन्न (मिज़ाह) बदायूँ, डॉ ज़िया टोंकी राजस्थान, कपिल जैन (हास्य) यवतमाल, सतलज राहत इंदौर, क़ाज़ी मलिक नवेद भोपाल अपने कलाम के साथ कार्यक्रम की रौनक बनेंगे। कार्यक्रम की निजामत मुजफ्फर नगर के शायर रियाज़ साग़र करेंगे। कार्यक्रम में उप्र के पूर्व मंत्री जफर नकवी, चरणदास महंत, डॉ गोविंद सिंह, आरिफ मसूद, आतिफ अकील, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल के अलावा कई मेहमान मौजूद रहेंगे। 

 होगा कई का सम्मान

अर्जुन सिंह सद्भावना मंच के संयोजक डॉ महेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान 

अंतरराष्ट्रीय मंचों पर शहर, प्रदेश और देश का नाम रोशन करने वाले शायर मंजर भोपाली का नागरिक सम्मान भी इस आयोजन के दौरान किया जाएगा। कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मान से नवाजे जा चुके मंजर भोपाली के लिए अपने शहर में होने वाला यह एजाज कुछ खास माना जा रहा है। उनके अलावा ढाई लाख से अधिक हार्ट सर्जरी कर चुके डॉ वायके मिश्रा, एवरेस्ट विजेता मेघा परमार, कन्हैया कुमार आदि को भी इस मंच पर सम्मानित किया जाएगा।

राहत की जगह सरलज

याद ए अर्जुन सिंह के बरसों पुराने आयोजन में मरहूम शायर डॉ राहत इंदौरी अपने जीवनकाल में सतत मौजूदगी बनाए रहे हैं। वे इस आयोजन की शिरकत के लिए अपने बड़े आयोजनों की तारीखों को छोड़ने में भी कोताही नहीं करते थे। उनके दुनिया से विदा होने के बाद अब उनकी विरासत बेटे सरलज राहत के हाथों में है। राहत तो नहीं, लेकिन याद को मंच पर जिंदा और ताजा रखने की काबिलियत सतलज में है। इसी धारणा के साथ आयोजकों ने सतलज को कार्यक्रम का हिस्सा बनाया है।

इकबाल मैदान से सेंट्रल लाइब्रेरी ग्राउंड तक...

याद ए अर्जुन सिंह का आयोजन बरसों तक पुराने शहर के स्थापित मंच इकबाल मैदान पर सजता रहा है। लेकिन पिछले कुछ समय से प्रशासनिक तौर पर इस मैदान में सार्वजनिक आयोजन की अनुमति नहीं दी जा रही है। इसके चलते शहर के बड़े आयोजन यहां वहां बिखर गए हैं। याद ए अर्जुन सिंह ने अपने लिए नया ठिकाना सेंट्रल लाइब्रेरी ग्राउंड को बनाया है।

MP News : प्रदेश की कला फिर अंतरराष्ट्रीय क्षितिज पर, जापान में सराही गई बाग प्रिंट कला, जानिए क्या है नई उपलब्धि

भोपाल। आदिवासी अंचल से जुड़ा एक छोटा सा कस्बा बाग...! पांडव गुफाओं वाले इस ऐतिहासिक गांव से निकली प्रिंट कला प्रदेश के मंचों को नापते हुए देशव्यापी हुई। फिर इसने अंतरराष्ट्रीय छलांग लगाई। बरसों का यह सिलसिला अब भी कायम रहते हुए और अधिक निखार की तरफ बढ़ा हुआ है। नई उपलब्धि इसके हिस्से समंदरों के पार जापान में मिली है। जहां इस बाग प्रिंट को दिल से लगाया जा रहा है और मन से सराहा भी जा रहा है।

मध्य प्रदेश के धार जिले की पारंपरिक बाग प्रिंट हस्तकला इन दिनों जापान में आयोजित "इंडिया मेला-2024" में अपनी छाप छोड़ रही है। कुशल कारीगर मोहम्मद यूसुफ खत्री यहां जापानी दर्शकों को बाग प्रिंट की कला से रूबरू करा रहे हैं।

प्राकृतिक रंगों की रंगत

बाग प्रिंट की अनूठी कलाकारी

बाग प्रिंट की खासियत इसकी जटिल पैटर्न और प्राकृतिक रंगों में है। खत्री ने जापान के विभिन्न शहरों, जैसे ओसाका, क्योटो और साकाई में, वर्कशॉप और प्रदर्शन आयोजित किए। इन कार्यक्रमों में उन्होंने स्थानीय लोगों को बाग प्रिंट की बारीकियों को सिखाया और उन्हें स्वयं रूमाल बनाने का अवसर दिया।

जापान वासियों ने दिखाई गहरी रुचि

जापानी लोग बाग प्रिंट की कला से काफी प्रभावित हुए। उन्होंने न केवल इसकी सुंदरता की प्रशंसा की, बल्कि इसके पीछे की परंपरा और कारीगरी में भी गहरी रुचि दिखाई। कई लोगों ने बाग प्रिंट के उत्पाद खरीदे और सीखने के लिए वर्कशॉप में भाग लिया।

भारत और मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक समृद्धि का प्रदर्शन

बाग प्रिंट की जापान में सफलता मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक समृद्धि का एक जीवंत प्रदर्शन है। यह हस्तकला पीढ़ियों से चली आ रही है और स्थानीय कारीगरों के लिए रोज़गार का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। मोहम्मद यूसुफ खत्री की जापान यात्रा ने न केवल बाग प्रिंट हस्तकला को वैश्विक मंच पर प्रमोट किया, बल्कि भारत और मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर को भी सम्मान दिलाया। उन्होंने जापान के भौगोलिक और सांस्कृतिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए आधुनिक और परंपरागत परिधानों को डिजाइन किया, जिन्हें जापान वासियों ने ख़ूब सराहा। मोहम्मद यूसुफ खत्री का जापान दौरा न केवल बाग प्रिंट को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर लाया, बल्कि भारत और मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को भी वैश्विक स्तर पर बढ़ावा दिया। यह प्रदर्शन भारत और जापान के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी बढ़ावा देगा।

Bhopal News : दुष्यंत के आंगन में महकेंगे गीत गजल, युवा कवि शायर दिखाएंगे फन, जानें क्या है प्रोग्राम


भोपाल। साहित्यिक, सांस्कृतिक, सामाजिक गतिविधियों से आबाद रहने वाला दुष्यंत संग्रहालय बुधवारी अक्टूबर को एक नई तहरीर लिखने वाला है। युवा और बुजुर्गों की जुगलबंदी, कवियों और शायरों का साझा मंच और सिपाहियों से लेकर साहित्य सैनिकों तक की मौजूदगी एक मंच पर होने वाली है। संस्था 

ब जोक यह सुहानी महफिल सजाने वाली है।

सांस्कृतिक संस्था ब =जोक बुधवार शाम को राजधानी के दुष्यंत संग्रहालय में एक यादगार महफिल सजाने वाली है। इस मुशायरा और कवि सम्मेलन का केंद्र बिंदु नए और युवा शायर एवं कवि रखे गए हैं। कार्यक्रम के संयोजक शशांक त्यागी ने बताया कि कार्यक्रम शाम साढ़े पांच बजे अपनी रौनक बिखेरना शुरू करेगा। श्रोताओं का काव्य मन तृप्त होने तक यहां गजलों और कविताओं की गंगोत्री बहती रहेगी। त्यागी ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर अंतरराष्ट्रीय शायर डॉ अंजुम बाराबंकवी मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम में डॉ रज़ा एस दुर्रानी भी विशेष अतिथि के तौर पर मौजूद रहेंगे। 

युवा और बुजुर्गों की जुगलबंदी 

संस्था अध्यक्ष डॉ एके अनवर ने बताया कि अदब की यह महफिल नए आयाम स्थापित करने की कोशिश के साथ की जा रही। इस बात पर पूरा यकीन किया जा सकता है कि राजधानी से यह नई तहरीर जरूर लिखी जाएगी। इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम में कर्नल मनीष बहुगुणा, प्रदीप वैश्य, शिक्षा विश्वकर्मा, औरंगजेब आलम, मोहम्मद इंसाफ, शोएब अली खान, सैयद इनायत अब्बास, आदित्य जैन, शशांक त्यागी, लोकेश गुलयानी, कुलदीप कनौजिया, Lt Cdr दीपिका सिंह, इमरान खान, डॉ एके अनवर आदि अपने कलाम से महफिल रौशन करेंगे।

Bhopal News : अदब की महफिलों से आबाद शहर, हफ्ते भर में कई आयोजन... अब एक और शाम सजेगी, जानें क्या है प्रोग्राम


भोपाल। राजधानी भोपाल में लगातार अदबी महफिलें आबाद हैं। अलग अलग आयोजन विभिन्न रंग यहां बिखर रहे हैं। आने वाले कुछ दिनों में यहां कई बड़े आयोजन और भी होने वाले हैं। इन कार्यक्रमों से जहां सीनियर शायर और साहित्यकार अदब की नई ऊंचाई को छूते दिखाई दे सकते हैं, वहीं कुछ नए चेहरों को नई राहें आसान होती भी नजर आ सकती है। 

सांस्कृतिक संस्था ब =जोक राजधानी के दुष्यंत संग्रहालय में एक यादगार महफिल सजाने की तैयारी कर रही है। 23 अक्टूबर की शाम सजने वाली इस मुशायरा और कवि सम्मेलन का केंद्र बिंदु नए और युवा शायर एवं कवि रखे गए हैं। कार्यक्रम के संयोजक शशांक त्यागी ने बताया कि कार्यक्रम शाम साढ़े पांच बजे अपनी रौनक बिखेरना शुरू करेगा। श्रोताओं का काव्य मन तृप्त होने तक यहां गजलों और कविताओं की गंगोत्री बहती रहेगी।

त्यागी ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर अंतरराष्ट्रीय शायर डॉ अंजुम बाराबंकवी मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम में डॉ रज़ा एस दुर्रानी भी विशेष अतिथि के तौर पर मौजूद रहेंगे। संस्था अध्यक्ष डॉ एके अनवर ने कहा कि अदब की यह महफिल नए आयाम स्थापित करने की कोशिश के साथ की जा रही।

इस बात पर पूरा यकीन किया जा सकता है कि राजधानी से यह नई तहरीर जरूर लिखी जाएगी। इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम में कर्नल मनीष बहुगुणा, प्रदीप वैश्य, शिक्षा विश्वकर्मा, औरंगजेब आलम, मोहम्मद इंसाफ, शोएब अली खान, सैयद इनायत अब्बास, आदित्य जैन, शशांक त्यागी, लोकेश गुलयानी, कुलदीप कनौजिया, Lt Cdr दीपिका सिंह, इमरान खान, डॉ एके अनवर आदि अपने कलाम से महफिल रौशन करेंगे।

अभी हुए हैं यह आयोजन

राजधानी में पिछले सप्ताह में अदबी मंचों पर बड़े शायर और साहित्यकार अपनी मौजूदगी दर्ज करवा चुके हैं। इसमें बज़्म ए हसन द्वारा आयोजित किया गया शाद अवार्ड भी शामिल है। इस मौके पर एक अंतरराष्ट्रीय मुशायरा भी हुआ। जिसमें प्रो खालिद महमूद, हसन काजमी, असलम शेख, एजाज अंसारी, परवीन शग़फ, मन्नान फराज, इम्तियाज गोरखपुरी, अनवर कमाल, डॉ दीप शिखा, हमीद अली अख्तर जैस नामवर शायरों ने अपने कलाम पेश किए। इसी कड़ी में राजधानी की प्रतिष्ठित साहित्य संस्था खुशबू एजुकेशनल एंड कल्चरल सोसाइटी ने याद ए वाहिद प्रेमी का आयोजन किया। इस मौके पर मुशायरा, पुस्तक विमोचन और सम्मान समारोह हुआ। कार्यक्रम में पूर्व सांसद आलोक संजर, इकबाल मसूद, हामिद गौहर, डॉ मोहम्मद आजम, अलीम बज्मी में मेहमान ए खास थे। संस्था के सरपरस्त सैयद ताहा पाशा और अध्यक्ष साजिद प्रेमी ने बताया कि आयोजन का यह सिलसिला कई वर्षों से जारी है।

कुछ आयोजन कतार में 

जानकारी के मुताबिक अगले महीने की शुरुआत में राजधानी में कुछ बड़ी महफिलें और सजेंगी। इनमें याद ए अर्जुन सिंह के तहत एक ऑल इंडिया मुशायरा होगा। इसी तरह साहित्यिक संस्था तहजीब भी एक आयोजन करेगी। संस्था के डॉ अंजुम बाराबंकवी और डॉ महताब आलम ने बताया कि इस आयोजन में राष्ट्रीय स्तर का मुशायरा, पुस्तक विमोचन और सम्मान समारोह होगा।

Bhopal News : अदब की महफिलों से आबाद शहर, हफ्ते भर में कई आयोजन... अब एक और शाम सजेगी, जानें क्या है प्रोग्राम


भोपाल। राजधानी भोपाल में लगातार अदबी महफिलें आबाद हैं। अलग अलग आयोजन विभिन्न रंग यहां बिखर रहे हैं। आने वाले कुछ दिनों में यहां कई बड़े आयोजन और भी होने वाले हैं। इन कार्यक्रमों से जहां सीनियर शायर और साहित्यकार अदब की नई ऊंचाई को छूते दिखाई दे सकते हैं, वहीं कुछ नए चेहरों को नई राहें आसान होती भी नजर आ सकती है। 

सांस्कृतिक संस्था ब =जोक राजधानी के दुष्यंत संग्रहालय में एक यादगार महफिल सजाने की तैयारी कर रही है। 23 अक्टूबर की शाम सजने वाली इस मुशायरा और कवि सम्मेलन का केंद्र बिंदु नए और युवा शायर एवं कवि रखे गए हैं। कार्यक्रम के संयोजक शशांक त्यागी ने बताया कि कार्यक्रम शाम साढ़े पांच बजे अपनी रौनक बिखेरना शुरू करेगा। श्रोताओं का काव्य मन तृप्त होने तक यहां गजलों और कविताओं की गंगोत्री बहती रहेगी।

त्यागी ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर अंतरराष्ट्रीय शायर डॉ अंजुम बाराबंकवी मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम में डॉ रज़ा एस दुर्रानी भी विशेष अतिथि के तौर पर मौजूद रहेंगे। संस्था अध्यक्ष डॉ एके अनवर ने कहा कि अदब की यह महफिल नए आयाम स्थापित करने की कोशिश के साथ की जा रही। इस बात पर पूरा यकीन किया जा सकता है कि राजधानी से यह नई तहरीर जरूर लिखी जाएगी। इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम में कर्नल मनीष बहुगुणा, प्रदीप वैश्य, शिक्षा विश्वकर्मा, औरंगजेब आलम, मोहम्मद इंसाफ, शोएब अली खान, सैयद इनायत अब्बास, आदित्य जैन, शशांक त्यागी, लोकेश गुलयानी, कुलदीप कनौजिया, Lt Cdr दीपिका सिंह, इमरान खान, डॉ एके अनवर आदि अपने कलाम से महफिल रौशन करेंगे।

अभी हुए हैं यह आयोजन

राजधानी में पिछले सप्ताह में अदबी मंचों पर बड़े शायर और साहित्यकार अपनी मौजूदगी दर्ज करवा चुके हैं। इसमें बज़्म ए हसन द्वारा आयोजित किया गया शाद अवार्ड भी शामिल है। इस मौके पर एक अंतरराष्ट्रीय मुशायरा भी हुआ। जिसमें प्रो खालिद महमूद, हसन काजमी, असलम शेख, एजाज अंसारी, परवीन शग़फ, मन्नान फराज, इम्तियाज गोरखपुरी, अनवर कमाल, डॉ दीप शिखा, हमीद अली अख्तर जैस नामवर शायरों ने अपने कलाम पेश किए। इसी कड़ी में राजधानी की प्रतिष्ठित साहित्य संस्था खुशबू एजुकेशनल एंड कल्चरल सोसाइटी ने याद ए वाहिद प्रेमी का आयोजन किया। इस मौके पर मुशायरा, पुस्तक विमोचन और सम्मान समारोह हुआ। कार्यक्रम में पूर्व सांसद आलोक संजर, इकबाल मसूद, हामिद गौहर, डॉ मोहम्मद आजम, अलीम बज्मी में मेहमान ए खास थे। संस्था के सरपरस्त सैयद ताहा पाशा और अध्यक्ष साजिद प्रेमी ने बताया कि आयोजन का यह सिलसिला कई वर्षों से जारी है।

कुछ आयोजन कतार में 

जानकारी के मुताबिक अगले महीने की शुरुआत में राजधानी में कुछ बड़ी महफिलें और सजेंगी। इनमें याद ए अर्जुन सिंह के तहत एक ऑल इंडिया मुशायरा होगा। इसी तरह साहित्यिक संस्था तहजीब भी एक आयोजन करेगी। संस्था के डॉ अंजुम बाराबंकवी और डॉ महताब आलम ने बताया कि इस आयोजन में राष्ट्रीय स्तर का मुशायरा, पुस्तक विमोचन और सम्मान समारोह होगा।