सूरजपुर डबल मर्डर : प्रशासन ने मुख्य आरोपी के अवैध घरों पर चलाया बुलडोजर
सूरजपुर-       छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित सूरजपुर डबल मर्डर मामले में प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी कुलदीप साहू के घर पर बुलडोजर कार्रवाई की है. कुलदीप साहू के अवैध घरों को बुलडोजर चलाकर गिराया जा रहा है. इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद हैं.

बता दें कि बीते 13 अक्टूबर को आरोपी कुलदीप ने अपने साथियों के साथ मिलकर प्रधान आरक्षक तालिब शेख की बेटी और पत्नी की नृशंस हत्या कर दी थी. इसके बाद सूरजपुर में बवाल मचा रहा और लोग आरोपी के घर को जमीदोज करने की मांग करने लगे थे. इसके बाद सूरजपुर नगर पालिका ने आरोपी के घर पर नोटिस चस्पा किया था और आज तड़के सुबह नगर पालिका और जिला प्रशासन की टीम ने आरोपी के घर पर बुलडोजर चलाकर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की.

कुलदीप एनएसयूआई का जिला सचिव और आदतन बदमाश है. आरोपी की गिरफ्तारी के चंद घंटे पूर्व ही एसपी सूरजपुर ने उस पर 10 हजार रुपए के इनाम की भी घोषणा की थी. कुलदीप साहू के पिता अशोक कुमार साहू निवासी बाजारपारा सूरजपुर के विरूद्ध विभिन्न धाराओं में अपराध दर्ज है.

जेल में बंद विधायक देवेंद्र यादव के परिवार से मिले युकां के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु, कहा – द्वेषपूर्ण कार्रवाई कर रही भाजपा सरकार

दुर्ग-   बलौदाबाजार हिंसा मामले में रायपुर जेल में बंद विधायक देवेंद्र यादव के परिवार से मिलने आज युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु भिलाई पहुंचे, जहां उन्होंने उनकी माता पुष्पा यादव, पत्नी श्रुतिका यादव और बड़े भाई धर्मेंद्र यादव सहित परिवार से मुलाकात की. इस दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु ने विधायक देवेंद्र माता को ढांढस बंधाया और जल्द ही जेल से बाहर आने की बात कही.

मीडिया से मुखातिब होते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु ने कहा कि विधायक देवेंद्र यादव की लोकप्रियता और उनके बढ़ते कद को देख भाजपा सरकार ने यह पूरी कार्रवाई द्वेषपूर्ण की है. विधायक के खिलाफ पुलिस के पास कोई सबूत नहीं है और यही वजह है कि आज 60 दिन से ज्यादा हो गए पुलिस अपना चालान प्रस्तुत नहीं कर सकी है.

इस मौके पर विधायक देवेंद्र की माता ने युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु संविधान की एक प्रति भी भेंट की. इस अवसर पर मध्यप्रदेश के पूर्व विधायक विपिन वानखेड़े सहित युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव कोको पाढ़ी एवं प्रदेश युवक कांग्रेस के कई पदाधिकारी मौजूद थे.

सफलता की कहानी- मछली पालन से श्री गणेश महिला स्व सहायता समूह की आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति हुई मजबूत

रायपुर-       मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा मछली पालन अर्थात जलीय कृषि करने वाले किसानों को बढ़ावा देने के लिए राज्य में मत्स्य पालन को बढ़ावा दे रहे हैं। साथ ही महिलाओं को आर्थिक रूप से समृद्ध और आत्मनिर्भर बनाने हेतु खेती किसानी के साथ-साथ अन्य रोजगार से जोड़ा जा रहा है।

छत्तीसगढ़ शासन द्वारा विभिन्न प्रकार की योजनाओं का संचालन भी किया जा रहा है। मत्स्य पालन विभाग द्वारा शासकीय तालाब को पट्टे पर देकर मछली पालन कार्य हेतु महिलाओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है। विभाग द्वारा 50 प्रतिशत अनुदान पर मत्स्य बीज के साथ ही विभागीय योजना अंतर्गत निःशुल्क जाल और आईस बॉक्स भी दिया जा रहा है।

इसी कड़ी में जशपुर जिले के मनोरा विकासखण्ड में श्री गणेश महिला स्व सहायता समूह के द्वारा मनोरा के बथानडीपा शासकीय तालाब को पट्टे पर लेकर मछली पालन का कार्य किया जा रहा है।समूह की अध्यक्ष गुड़िया साहू ने बताया कि गणेश महिला स्व सहायता समूह की 11 महिलाओं द्वारा मनोरा में शासकीय तालाब को पट्टे पर लेकर मछली पान का कार्य किया जा रहा है। तालाब 0.801 हेक्टर में निर्माण किया गया है। उक्त तालाब में मच्छली पालन के लिए विभागीय योजना के तहत् 50 प्रतिशत अनुदान पर मत्स्य बीज उपलब्ध कराया गया है। साथ ही योजना अंतर्गत निःशुल्क जाल एवं आईस बॉक्स भी दिया गया है। मछली पालन से समूह की महिलाओं ने 2 लाख 50 हजार रूपए की आय अर्जित किया है।

समूह की सदस्यों ने बताया कि पहले से ही मछली पालन विभाग द्वारा वे लाभान्वित हो चुके हैं। मछली पालन के व्यवसाय से जुड़ने के बाद उनकी आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति मजबूत हुई है।

सफलता की कहानी - कोसा कीटपालन बना जीवन यापन का उत्तम साधन, बसंती मिंज साल में 01 लाख रूपए की कर रही है अतिरिक्त आमदनी

रायपुर-      मुख्यमंत्री विष्णु देव साय प्रदेश की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के सार्थक प्रयास कर रहे हैं। जिला मुख्यालय जशपुर से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कुनकुरी विकासखंड में ग्राम बोडाटांगरी को शासकीय टसर विस्तार केन्द्र वर्ष-2001-02 स्थापित किया गया है।

रेशम विभाग के द्वारा शासकीय टसर विस्तार केन्द्र बोडाटांगरी अन्तर्गत 20 हेक्टयर वनभूमि में साजा, अर्जुना पौधरोपण कराया गया है। यह क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है। इसी ग्राम के 20 हितग्राही टसर कीट पालन कर अपना स्थिति सुधार कर अच्छा आमदनी प्राप्त कर रहे हैं। वर्ष 2023-24 में ग्राम बोडाटोंगरीं सी.एस.बी. मधुपुर जिला देवघर (झारखण्ड) के द्वारा यहाँ के हितग्राहियों को अच्छे स्व. डिम्ब समूह प्रदाय किया जाता है, जिससे यहाँ के हितग्राहियों को अच्छा आमदनी तथा उत्पादन भी भारी मात्रा में होता है। आदिवासियों के उत्थान एवं रोजगार मूलक कार्य हेतु रेशम उत्पादन का कार्य प्रारंभ किया गया है। जिससे जुडकर आज एक अच्छी जिन्दगी जी रहे है।

जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में ग्राम बोड़ाटोगरी के निवासी बसंती मिंज द्वारा कोसा पालन कार्य किया जाता है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में कोसा उत्पादन कार्य में सतुष्ट है एवं गरीब परिस्थिति व पारिवारिक जिम्मेदारियों के कारण अपना सपना पूरा नहीं कर पाते थे छोटी-मोटी जरूरतों पर दूसरों के आगे हाथ फैलाना पड़ता था, कृषि भूमि भी कम होने के कारण अनाज का भी उत्पादन ज्यादा नहीं हो पाता था। परन्तु रेशम विभाग से जुड़कर उनकी आर्थिक स्थिति मजबुत हो गई है खेती किसानी के अलावा अतिरिक्त आय अर्जित कर पाते हैं। बंसती ने बताया कि उनकी वार्षिक आय लगभग 01 लाख तक हो जाती है। जिससे अपने बच्चों को अच्छे स्कूलों में शिक्षा दिला रहे तथा अपनी छोटी-मोटी जरूरतों को पूरा कर पा रही है। उन्होने बताया कि रेशम विभाग अधिकारी द्वारा रोजगार हेतु अथक प्रयास कर उन्नत किस्म के स्व.डिम्ब समूह प्रदाय करते है। ताकि हमारी आमदनी अधिक से अधिक हो तथा आर्थिक स्थिति पर सुधार हो सके और जिस प्रकार से विभाग की पहल से हमारे जैसे दूरवर्ती क्षेत्र में बसे लोगों तक शासन का योजना का लाभ पहुंचा रहे हैं निश्चित तौर पर आने वाले पीढ़ियों को रोजगार हेतु किसी अन्यत्र राज्य में पलायन नहीं करना पडे़गा। स्वरोजगार का माध्यम रेशम विभाग से बेहतर कोई नही होगा।

सहायक संचालक रेशम जशपुर ने बताया कि जिले के सभी कोसा कृमिपालक को अच्छी आमदनी हो सके इसके लिए विभाग द्वारा निरंतर प्रयास किया जाता है। इसके लिए अन्य राज्यों से अण्डे मंगाकर वितरण किया गया है। वर्तमान में इस पहल से जिले के सभी कृमिपालकों को अच्छी उन्नत कोसा बीज अन्य राज्यों से मंगाकर लगभग 1 लाख डीएफएल्स वितरण कराया गया है। जिससे लगभग 60-70 लाख कोसा उत्पादन होने की सम्भावना है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने साइबर धोखाधड़ी के प्रति प्रदेशवासियों से की सर्तक रहने की अपील

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों से साइबर धोखाधड़ी से सतर्क रहने का अपील की है। उन्होंने कहा कि साइबर ठगी दिनों-दिन बढ़ते जा रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज ’मन की बात’ कार्यक्रम में इसका उल्लेख करते हुए कहा कि आम नागरिकों को साइबर ठगी को लेकर सतर्क और जागरूक रहना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आजकल साइबर ठग लोगों की पूरी जानकारी निकालकर उनसे फोन पर ऐसे बात करते हैं मानो उनके परिजन ही बात कर रहे हों, और इस तरह उन्हें ठगी का शिकार बना लेते हैं। उन्होंने इस विषय पर पूरे प्रदेश को अलर्ट किया है और कहा है कि इससे डरने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने आगे बताया कि साइबर ठगी के शिकार अक्सर पढ़े-लिखे लोग भी बन रहे हैं, जो ठगों की चालों के आगे घबरा जाते हैं। इसके कारण कई लोग अपनी मेहनत की कमाई गंवा बैठते हैं और कुछ मामलों में तो पीड़ित आत्महत्या जैसा कठोर कदम भी उठा लेते हैं।

मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को आश्वासन दिया कि सरकार साइबर सुरक्षा को लेकर हरसंभव कदम उठा रही है और लोगों को ठगी से बचाने के लिए जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि किसी भी संदेहास्पद कॉल या संदेश का जवाब देने से पहले सतर्क रहें और किसी प्रकार से व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।

छत्तीसगढ़ ज़कात फाउंडेशन ने मुस्लिम समाज के आठ सौ से अधिक छात्रों को छात्रवृत्ति चेक और पदक से किया सम्मानित

ज़कात फाउंडेशन बच्चो को आगे बढ़ने के अवसर देकर कल्याणकारी कार्य कर रहा : आयुक्त अबू सामा

रायपुर-       छत्तीसगढ़ जकात फाउंडेशन की ओर से आज रायपुर में छात्रों के लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। शहीद स्मारक भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न स्कूल कॉलेजों के बच्चो को छात्रवृति के साथ ही चेक देकर सम्मानित किया गया। छत्तीसगढ़ जकात फाउंडेशन के फाउंडर मेंबर सैय्यद अकील अहमद ने बताया की फाउंडेशन की ओर से मिशन तालीम अभियान के तहत यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिसमे स्कूल, कॉलेज के बच्चो और प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है। जिन बच्चो ने फाउंडेशन की सहायता के बाद मेडिकल इंजीनियरिंग और अन्य व्यवसायिक कॉलेजों में प्रवेश लिया है उन्हे आज सम्मानित किया गया।

ज़कात फाउंडेशन बच्चो को आगे बढ़ने के अवसर देकर कल्याणकारी कार्य कर रहा : आयुक्त अबू सामा

ज़कात फाउंडेशन द्वारा आयोजित सम्मान समारोह कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय आयकर और जीएसटी विभाग के आयुक्त अबू सामा ने ज़कात फाउंडेशन के कार्यों की सराहना करते हुए कहा की मुस्लिम समाज के साथ ही अन्य जरूरतमंद बच्चो को छात्रवृति देकर फाउंडेशन की ओर से बच्चो को उच्च शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।

इस नेक कार्य में वे भी कई सालो से जुड़े हुए है। उन्होंने छात्रों के जीएसटी और आयकर विभाग की प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने के गुर बताए। अबू सामा ने कहा की डायरेक्ट और इन डायरेक्ट टैक्स की दोनो ब्रांचेस में विभिन्न पदों पर भर्ती होती है। इच्छुक बच्चे उनके कार्यालय में आकर कार्यप्रणाली भी देख सकते है। कर्मचारी चयन आयोग द्वारा प्रतियोगी परीक्षाएं आयोजित की जाती है। इस बारे में किसी भी किस्म की जानकारी लेने के लिए कोई भी छात्र उनसे संपर्क कर सकता है। अबू सामा ने कहा की यूपीएससी के तहत 24 सेवाओं के लिए परीक्षा आयोजित की जाती है। केंद्रीय आयकर जीएसटी विभाग में सफलता के लिए बच्चे लगातार अध्ययन करे और लक्ष्य प्राप्ति के लिए प्रयास करे।

प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होने अखबार पढ़ना जरूरी : असद खान

छत्तीसगढ़ ज़कात फाउंडेशन की ओर से आयोजित सम्मान समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री असद खान ने बच्चो से कहा की वे सफलता से हमेशा जुड़े नही रहे बल्कि जरूरत होने पर ही उसका उपयोग करे। उन्होंने कहा की अपने कार्य के 23 सालो के दौरान उन्होंने एसपीजी, एनएसजी और सभी तरह की कमांडो ट्रेनिंग की है । देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर ए पी जे अब्दुल कलाम का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा की श्री कलाम ने अपनी सफलता के पीछे माता अर्शी अम्मा का आशीर्वाद के साथ ही कार्य के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और समर्पण को महत्वपूर्ण बताया है। जिसके कारण श्री कलाम जीवन की कठिनाइयों का सामना कर सके और राष्ट्रपति पद तक पहुंच पाए है। असद खान ने बच्चो को प्रेरित करते हुए कहा की लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए लगन होना जरूरी है। पुलिस विभाग की प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने के लिए कठिन परिश्रम के साथ ही विभिन्न विषयों की जानकारी और गहन अध्ययन जरूरी है।

तालीम हासिल कर ही आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त होता है : हाजी असलम खान

कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि छत्तीसगढ़ हज कमेटी के अध्यक्ष हाजी असलम खान ने कहा की तालीम हासिल करके ही आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त होता है। बच्चे दीनी और दुनियावी तालीम हासिल करे और सफलता हासिल करे।

कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि न्यू इंडियन एक्सप्रेस के स्टेट हेड वरिष्ठ पत्रकार एजाज़ के कैसर ने उपस्थित बच्चो को साफलता के टिप्स बताए। उन्होंने कहा की स्वयं अनुशासित रहने के बाद ही लक्ष्य की प्राप्ति की जा सकती है । शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार सभी को है। इसके लिए अनेक योजनाएं भी चलाई जा रही है। 12 वी फेल सेलिब्रिटी अधिकारी मनोज शर्मा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा की बच्चे खुद पर भरोसा रखे। वक्त का ध्यान रखे ,मोबाइल का इस्तेमाल जरूरी होने पर ही करे तो लक्ष्य हासिल करने में सफलता मिल सकती है।

मेडिकल इंजीनियरिंग और सीए की प्रतियोगी परीक्षा पास करने वाले छात्रों को किया गया सम्मानित

छत्तीसगढ़ जकात फाउंडेशन के एज़ाज़ी प्रोग्राम में नीट परीक्षा में 96 फीसदी अंक प्राप्त करने वाले अब्दुल कलाम , 93 फीसदी अंक प्राप्त करने वाले आसिफ खान, कोंडागांव की कनीज फातिमा, अंफिया फातमा,आतिफ शेख,शाहिना फातिमा, आतिफ शेख, सिबतेन रजा, अमान पठान, मोहम्मद अमान को अतिथियों ने पदक मोमेंटो और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया।

कार्यक्रम में शामिल ज़कात फाउंडेशन के सदस्य जनाब सैय्यद अकील ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा की मुस्लिम समाज के बच्चो को उच्च शिक्षा के लिए प्ररित करने वर्ष 2015 से आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है । अब तक 6000 से अधिक बच्चे इसका लाभ ले चुके है।

वही ज़कात फाउंडेशन के सदस्य जनाब मोहम्मद इनाम ने कहा की बच्चो को उच्च शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने आगे भी फाउंडेशन की ओर से कार्य किया जाएगा। फाउंडेशन के सदस्य जनाब इरफान बुखारी ने बताया की फाउंडेशन की ओर से बच्चो के लिए रायपुर में हॉस्टल बनाना प्रस्तावित है वही उनके कौशल उन्नयन के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। साथ ही प्रदेश की विभिन्न सामाजिक स्कूलों को इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराया जाएगा।

छत्तीसगढ़ ज़कात फाउंडेशन के कार्यक्रम में 800 से अधिक बच्चे शामिल हुए। उनके अभिभावक और मुस्लिम समाज के लोगो के साथ ही प्रमुख रूप से छत्तीसगढ़ ज़कात फाउंडेशन के युनुस अली, अकरम सिद्दीकी नौमान अकरम हामिद, सैय्यद शकील अहमद, सैय्यद सादिक अली, एस एम हाशिम, सहित अन्य पधाधिकारी शामिल हुए।

नालंदा परिसर निर्माण के लिए नगर निगम और एनटीपीसी के बीच 42.56 करोड़ के एमओए पर हुआ हस्ताक्षर

रायपुर-     वित्तमंत्री ओपी चौधरी की उपस्थिति में रायगढ़ में नालंदा परिसर के निर्माण के लिए रायगढ़ नगर निगम और एनटीपीसी के बीच 42.56 करोड़ के मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किया गया। वित्त मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि यह नालंदा परिसर हमारी नयी पीढ़ी के विकास और रायगढ़ को एजुकेशन हब बनाने में मील का पत्थर साबित होगी।

वित्तमंत्री श्री चौधरी ने कहा कि रायगढ़ को विकास की नई ऊंचाई पर ले जाना हम सबका सपना है, जिसमें आने वाली पीढ़ी का सक्रिय योगदान होगा और नालंदा परिसर इसके लिए मजबूत बुनियाद तैयार करने का कार्य करेगा। एनटीपीसी के सहयोग से नालंदा परिसर का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए टेंडर की स्वीकृति दी जा चुकी है। उन्होंने ज्ञान आधारित समाज के निर्माण पर जोर देते हुए कहा कि आने वाला समय ज्ञान पर आधारित होगा। उन्होंने कहा कि 1991 में भारत 266 बिलियन डॉलर से आज 2024 में 3 हजार 700 बिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनी है, आगे इसका आकार और तेजी से बढ़ेगा। अर्थव्यवस्था के मजबूत होने से देश में सभी वर्गों को इसका लाभ मिलता है, लेकिन जो समय के साथ ज्ञान अर्जन कर खुद को तैयार करते हैं, उन्हें इसका अधिक लाभ मिलता है।

श्री चौधरी ने कहा कि रायपुर में जब से नालन्दा परिसर बना तब से वहां पूरे शहर के छात्र-छात्राएं वहां पढऩे आते हैं। जिसमें से कई यूपीएससी और स्टेट पीएससी में मेंस और इंटरव्यू तक पहुंचे होते हैं। दूसरी अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले अभ्यर्थी भी आते हैं, जिससे लाइब्रेरी में शिक्षा के लिए अच्छा इको सिस्टम तैयार होता है। यह ज्ञान आधारित समाज के निर्माण के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में 22 नालंदा परिसर निर्माण को स्वीकृति दी गई है।

ऐसे आया नालंदा परिसर बनाने का विचार

मंत्री श्री चौधरी ने बताया कि जब वे 12 वीं पास कर के आगे की पढ़ाई के लिए भिलाई गया तो वहां मेडिकल और इंजीनियरिंग आईआईटी की तैयारी के लिए बहुत अच्छा माहौल था लेकिन सिविल सर्विसेज की तैयारी के लिए कोई माहौल नहीं था। वहां के बड़े बुक स्टोर्स में भी सिविल सर्विस के किताबों की किल्लत होती थी। गिनती की पुस्तकें मिलती थी। यहां तक की रायपुर में भी ढंग की बुक्स नहीं मिल पाती थी, फिर किताबें ढूंढने दिल्ली गया। वहां एक ही बुक डिपो में सारी किताबें मिल गई। जिससे एहसास हुआ कि यह एक बड़ा अंतर है कि सही किताबें और सही माहौल नहीं मिलने से हमारे प्रदेश में लोग सिविल सर्विस में सलेक्ट नहीं हो पाते हैं। इसके लिए जब वे कलेक्टर बने तो रायपुर में नालंदा परिसर की सोच को साकार किया। जिसका लाभ उठाकर आज सैकड़ों युवा सफलता के पथ पर आगे बढ़ रहे हैं।

नवोदय में मिली असफलता से दूसरों के लिए बेहतर करने की सीख मिली

वित्तमंत्री श्री चौधरी ने कहा कि मैं नवोदय की प्रतियोगी परीक्षा में चयनित नहीं हो पाया था। उचित मार्गदर्शन नहीं मिल पाया तो तैयारी सही नहीं थी। आगे जब इस बारे में सोचा तो मेरा लगा कि जीवन में जिस कठिनाई का सामना किए हैं सक्षम होने पर उसका समाधान दूसरों के लिए खोजना चाहिए। दंतेवाड़ा में नन्हे परिंदें प्रोजेक्ट शुरू किया। यहां दूर दराज के बेहद गरीब परिवार और नक्सल प्रभावित परिवारों से बच्चे को सलेक्ट कर लाते थे। उनकी 5 वीं की तैयारी कर नवोदय और सैनिक स्कूल की तैयारी करवाया जाता था। आज कई बच्चे वहां से पढ़कर अपने जीवन में काफी अच्छा कर रहे हैं।

लाइब्रेरी में होगी ये सुविधाएं

नालंदा परिसर लाइब्रेरी 24/7 स्टडी जोन होगा। जहां 500 से अधिक बच्चे एक साथ पढ़ सकें यह सुविधा होगी। 25 हजार किताबों के संग्रह के साथ अंतराष्ट्रीय स्तर के ई-बुक एक्सेस करने की भी सुविधा होगी। तीन कॉन्फ्रेंस हाल के साथ कैफेटेरिया भी होगा। सिविल सर्विसेज के साथ मेडिकल, इंजीनियरिंग, क्लैट की तैयारी के साथ मैथ्स ओलिंपियाड के लिए भी किताबें यहां होगी। करियर गाइडेंस सेमिनार का आयोजन होगा। 100 से अधिक कंप्यूटर के साथ इंटरनेट के लिए वाईफाई की सुविधा भी छात्रों को यहां मिलेगी। 5 वीं के बाद बच्चों को नवोदय विद्यालय, सैनिक स्कूल में प्रवेश के लिए तैयारी हेतु एक किड्स स्टडी जोन भी अलग से तैयार होगा। जहां उनके सिलेबस के अनुसार किताबें और स्टडी मटेरियल उपलब्ध रहेगा।

3 करोड़ से अधिक के 7 बीटी सड़क निर्माण का हुआ भूमिपूजन

वित्त मंत्री श्री चौधरी ने इसके साथ ही 3 करोड़ 1 लाख 96 हजार रुपये की लागत से 7 बीटी सड़क निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया। जिसमें 34 लाख 97 हजार रूपये की लागत से अधोसंरचना मद से वार्ड क्रमांक 18 एवं 19 में तुलसी होटल से गांधी प्रतिमा एवं मालधक्का रोड तक बीटी रोड निर्माण कार्य, 15 लाख 32 हजार रूपये की लागत से 15 वें वित्त से वार्ड क्रमांक 18 पोस्ट ऑफिस के पीछे ओम मोबाईल से सांसद निवास तक बीटी सड़क निर्माण कार्य, 45 लाख 58 हजार रुपये की लागत से अधोसंरचना मद से वार्ड क्रमांक 21 बेलादुला स्कूल से पीपल पेड़ तक बीटी रोड़ निर्माण कार्य, 30 लाख रुपये की लागत से अधोसंरचना मद से वार्ड क्रमांक 27 गुरूद्रोण स्कूल से शिशुपाल घर तक बीटी रोड निर्माण कार्य, 49 लाख 33 हजार रुपये की लागत से अधोसंरचना मद से वार्ड क्रमांक 46 उर्दना में मेन रोड से 6 वीं बटालियन ऑफिस तक बीटी सड़क निर्माण कार्य, 35 लाख रुपये की लागत से अधोसंरचना मद से वार्ड क्रमांक 8 एवं 9 रियापारा चौक से संबरी स्प्रे पेंटिंग शॉप चांदमारी (रामपुर मेन रोड) तक बीटी रोड निर्माण कार्य तथा 88 लाख 76 हजार रुपये की लागत से 15 वें वित्त से वार्ड क्रमांक 26 एवं 27 जियो मार्ट के सामने से हाऊसिंग बोर्ड बिल्डिंग तक अतरमुड़ा रोड में बीटी सड़क निर्माण कार्य शामिल है।

कार्यक्रम को नेताप्रतिपक्ष नगर निगम पूनम सोलंकी व सीईओ जिला पंचायत जितेन्द्र यादव ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में एमआईसी सदस्य शेख सलीम नियारिया, रमेश भगत, पूर्व विधायक विजय अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल, निगम कमिश्नर सुनील कुमार चंद्रवंशी, ईडी एनटीपीसी अनिल कुमार एवं बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक एवं जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।

बुजुर्ग आदिवासी के आंख का गलत सर्जरी करने वाली डॉक्टर सस्पेंड

दंतेवाड़ा-        छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा के जिला अस्पताल में 20 बुजुर्ग आदिवासियों के मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया गया। सर्जरी के बाद 10 बुजुर्गों को आंख में खुजली, दर्द, दिखाई देना बंद हो गया। आनन-फानन में दंतेवाड़ा के सरकारी डॉक्टर्स ने मरीजों को गुरुवार को रायपुर के अंबेडकर हॉस्पीटल भेज दिया। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी अस्पताल पहुंचे और मरीजों का हाल-चाल जाना।सर्जरी करने वाली डॉ गीता नेताम को सस्पेंड कर दिया गया है। गलत इलाज की वजह से ये 10 ग्रामीण आदिवासी अब परेशानी में हैं। इन्हें दिखाई नहीं दे रहा। मामला सामने आया तो रविवार को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल आदिवासी ग्रामीणों से मिलने पहुंचे। उन्होंने डॉक्टर्स की टीम को निर्देश दिया कि सभी का सही से इलाज किया जाए।

मंत्री विभाग के अफसरों पर भड़के हुए हैं। इन मरीजों को लेकर अंबेडकर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर ने बताया कि एक-दो दिन बाद ही मरीजों की आंखों की स्थिति का पता चल सकेगा। फिलहाल उन्हें नेत्र रोग विभाग में अलग वार्ड में रखा गया है। जूनियर डाक्टरों की एक टीम उनकी निगरानी कर रही है। इन बुजुर्ग आदिवासियों का ऑपरेशन करने वाली डॉक्टर का नाम डॉ गीता नेताम है। फिलहाल सामने आई जानाकारी के मुताबिक ऑपरेशन थिएटर को सैनिटाइज किए बिना ये सर्जरी की गई है। स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने अफसरों ने इसे लेकर जानकारी मांगी है। जिन मरीजों को अब दिखना बंद हो चुका है, उनकी रायपुर में फिर से सर्जरी कर उन्हें ऑबर्जवेशन में रखा गया है।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने ‘मन की बात’ में नारायणपुर जिले के बुटलूराम के कार्यों को सराहा

रायपुर-     देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 115वें संस्करण में नारायणपुर जिले के देवगांव निवासी बुटलूराम माथरा जी की प्रशंसा की। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में नारायणपुर के बुटलूराम माथरा जी अबूझमाड़िया जनजाति की लोक कला को संरक्षित करने में जुटे हुए हैं। उनकी ये कला ‘‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं’’ और ‘‘स्वच्छ भारत’’ जैसे अभियान से लोगों को जोड़ने में भी बहुत कारगर रही है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा लोक कला के संरक्षण और संवर्धन में जुटे बुटलूराम माथरा की सराहना किए जाने पर प्रसन्नता जताई है।

मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से अबुझमाड़िया जनजाति की लोककला के संरक्षण, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान और स्वच्छ भारत मिशन में उनके योगदान को उजागर किया। बुटलूराम माथरा पिछले चार दशकों से जनजातीय लोककला के संरक्षण में सक्रिय हैं। उनके प्रयासों ने न केवल स्थानीय संस्कृति को जीवित रखा है, बल्कि उन्होंने अपनी कला के माध्यम से सामाजिक अभियानों को भी बढ़ावा दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे कार्य समाज को प्रेरित करते हैं और देश की सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने में सहायक होते हैं।

बुटलूराम माथरा ने बताया कि उन्होंने 5वीं कक्षा तक पढ़ाई की है, लेकिन इसके बावजूद उनकी कला ने उन्हें एक नया मार्ग प्रशस्त किया है। मुख्य पेशे के तौर पर कृषक होने के नाते, वे बांस की कला कृतियों के माध्यम से विभिन्न प्रकार के यंत्र बनाते हैं। उनकी यह अनोखी कला न केवल उनकी पहचान है, बल्कि इससे वे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी प्रदान कर रहे हैं। उनकी कृतियों में बांस की सजावट, बर्तन और अन्य यांत्रिक उपकरण शामिल हैं, जो न केवल सुंदरता में वृद्धि करते हैं बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी हैं। बुटलूराम का मानना है कि कला समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकती है और इससे आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित किया जा सकता है।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बुटलूराम के प्रयासों को एक मिशन के रूप में देखा, जिसमें सामाजिक कल्याण और सांस्कृतिक संरक्षण दोनों शामिल हैं। उनका यह कार्य निश्चित रूप से दूसरों को प्रेरित करेगा और जनजातीय संस्कृति को संरक्षित करने में मदद करेगा।

सांसद बृजमोहन अग्रवाल को लोकसभा में मिली नई जिम्मेदारी

रायपुर/ नई दिल्ली-       रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल को केंद्र में लगातार नई जिम्मेदारियां सौंपी जा रही हैं। बृजमोहन अग्रवाल को भारत सरकार द्वारा गठित कोयला मंत्रालय और खान मंत्रालय की सलाहकार समिति का सदस्य बनाया गया है। उनकी नेतृत्व क्षमता और कार्यकुशलता को देखते के साथ ही उनके अनुभव और समर्पण को देखते हुए उन्हें लगता नई जिम्मेदारियां दी जा रही हैं। जिससे वे न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे पाएंगे।

संसदीय कार्य मंत्रालय द्वारा जारी आदेश में इस बात की जानकारी दी गई है। आदेश के मुताबिक केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी किशन रेड्डी को समिति का सभापति नियुक्त किया गया है। बता दें सांसद बृजमोहन अग्रवाल को प्राक्कलन समिति के साथ ही लोकसभा की कैमिकल्स एवं फर्टिलाइजर कमेटी तथा शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, युवा एवं खेल की स्थाई समिति का पहले ही सदस्य बनाया जा चुका है।