अब रायपुर एयरपोर्ट में डबल हुई पार्किंग की दरें… कल से लागू होंगे नए रेट…
रायपुर-     एयरपोर्ट पर पार्किंग शुल्क में बदलाव किया गया है, जो 28 अक्टूबर से प्रभावी होगा. अब आधे घंटे की कार पार्किंग के लिए यात्रियों को 40 रुपए चुकाने होंगे, जबकि पहले यह शुल्क 20 रुपए था।

नए नियमों के अनुसार, प्रीमियम कारों के लिए पार्किंग शुल्क 100 रुपए, और टेंपो, SUV तथा मिनी बस के लिए 80 रुपए निर्धारित किया गया है. फ्री पिकअप और ड्रॉप के लिए यात्रियों को अब केवल 5 मिनट का समय मिलेगा.

वहीं अगर कोई यात्री 24 घंटे के लिए कार पार्किंग करता है, तो उसे 195 रुपए का भुगतान करना होगा, जबकि प्रीमियम कारों के लिए यह शुल्क 390 रुपए होगा. इसके अलावा, पार्किंग शुल्क का उल्लंघन करने पर 500 रुपए का जुर्माना भी लगाया जाएगा.

सफलता की कहानी- शुकवारो बाई और आशो बाई को जरूरत के समय किसी से पैसे मांगने की नहीं पड़ती जरूरत

रायपुर-   प्रदेश में लागू की गई महतारी वंदन योजना से अनेक माताओं-बहनों को अब छोटी-मोटी जरूरतों के लिए किसी के सामने हाथ फैलाने की नौबत नहीं आती। विकासखण्ड कोरबा अंतर्गत ग्राम खेतार की लगभग 70 वर्षीय वृद्धा आशो बाई को कुछ माह पहले तक अपनी छोटी-छोटी जरूरतों की पूर्ति के लिए कुछ लोगों से पैसे मांगने की आवश्यकता पड़ती थी। कई बार कुछ रूपए के लिए उन्हें लंबा इंतजार भी करना पड़ता था। अब जबकि महतारी वंदन योजना से हर महीने खाते में 01 हजार रूपए समय पर मिल जाते हैं। ग्राम खेतार की वृद्धा आशो बाई ने बताया कि उम्र के साथ ही उन्हें कुछ भी काम करने में परेशानी है वह किसी तरह छोटे-मोटे घरेलू काम कर लेती है। घर के आसपास अपने बकरियों को चरा लेती है। उन्होंने बताया कि विगत माह महतारी वंदन योजना से प्राप्त राशि का आहरण किया है। इस राशि का उपयोग अपने घर के लिए जरूरी सामग्री खरीदने, उपचार और बीमारी के दौरान दवा, फल आदि में किया है।

ग्राम बेला की शुकवारो बाई ने बताया कि हर महीने महतारी वंदन योजना के राशि का इंतजार रहता है। राशि समय पर खाते में आते ही उन्हें बहुत राहत मिलती है। यह राशि हमारे बड़े काम की होती है। वृद्धा आशो बाई को किसी के आगे रूपए के लिए हाथ फैलाने जैसी नौबत नहीं आती है। उन्होंने बताया कि महतारी वंदन योजना को छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा लागू किए जाने के बाद हम जैसी वृद्ध महिलाओं के लिए यह वरदान साबित हो रही है। हर महीने खाते में एक हजार की राशि प्राप्त हो जाती है, इससे छोटी-मोटी जरूरतें हम पूरी कर लेते हैं। उन्होंने महतारी वंदन योजना लागू किए जाने से ग्रामीण क्षेत्र की गरीब और जरूरतमंद महिलाओं को बहुत लाभ पहुंचने की बात कही और इस योजना के लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सरकार के प्रति आभार भी प्रकट किया।

मुख्यमंत्री ने वेब सीरीज 'ग्राम-चिकित्सालय' के मुहूर्त-शॉट का दिया क्लैप

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से यहां उनके निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ में शूट होने वाली वेब सीरीज 'ग्राम-चिकित्सालय' की टीम ने मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस दौरान वेब सीरीज ग्राम-चिकित्सालय के मुहूर्त-शॉट का क्लैप दिया। मुख्यमंत्री को टीम ने बताया कि उनका पिछला प्रोजेक्ट प्रसिद्ध 'पंचायत' सीरीज था, जिसे बहुत सराहना मिली। अब वे वेब सीरीज 'ग्राम-चिकित्सालय' शूट करने जा रहे हैं। इसकी शूटिंग छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में होगी। मुख्यमंत्री ने उनका छत्तीसगढ़ में स्वागत करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं।

'पंचायत' टीम को भायी छत्तीसगढ़ की लोकेशंस

मुख्यमंत्री को वेब सीरीज की टीम ने बताया कि अभी तक उनके 'पंचायत' सहित अन्य प्रोजेक्ट्स की ज़्यादातर शूटिंग मध्यप्रदेश में हुई है। मगर इस बार वेब सीरीज 'ग्राम-चिकित्सालय' की कहानी के लिए जैसी लोकेशंस ढूंढी जा रही थीं उसकी तलाश छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में जाकर खत्म हुई। पूरा छत्तीसगढ़ ही बहुत सुंदर है। यहां सिनेमेटिक ब्यूटी बिखरी हुई है। हमें उम्मीद है कि यहां फिल्माई जा रही यह वेब सीरीज भी 'पंचायत' की ही तरह सफल रहेगी।

छत्तीसगढ़ में फ़िल्म निर्माण को सरकार दे रही है बढ़ावा- मुख्यमंत्री श्री साय

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने वेब सीरीज की टीम से चर्चा करते हुए कहा कि हमारी सरकार छत्तीसगढ़ में फ़िल्म निर्माण को लगातार बढ़ावा दे रही है। हमारा प्रयास है कि छत्तीसगढ़ फ़िल्म शूटिंग के हब के रूप में उभरे। नई फिल्म नीति के तहत छत्तीसगढ़ में फ़िल्म निर्माण को प्रोत्साहन देने के लिए कई प्रावधान किए गए हैं। राज्य में फ़िल्म सिटी स्थापित करने की दिशा में भी हम बढ़ रहे हैं। फ़िल्म सिटी के माध्यम से न सिर्फ स्थानीय कलाकारों को प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा बल्कि बड़ी संख्या में रोजगार का भी सृजन होगा।

वेब सीरीज 'ग्राम-चिकित्सालय' में दिखेंगे स्थानीय कलाकार

मुख्यमंत्री को वेब सीरीज 'ग्राम-चिकित्सालय' की टीम ने बताया कि सीरीज में छत्तीसगढ़ के लोकल टैलेंट को भी कास्ट किया जा रहा है। यहां बहुत प्रतिभाशाली कलाकार हैं जिनका उपयोग हम कर रहे हैं। इसलिए थियेटर से जुड़े कलाकारों सहित स्थानीय लोगों को सेलेक्ट किया गया है। लगभग एक महीने यहां शूट चलेगा।

इस अवसर पर संस्कृति विभाग के संचालक विवेक आचार्य,द वायरल फीवर (टीवीएफ) के फाउंडर व ओनर अरुणाभ कुमार, डायरेक्टर दीपक मिश्रा, एग्जेक्युटिव प्रोड्यूसर गणेश शेट्टी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

खैरागढ़ छुईखदान गंडई जिले में SC/ST संयुक्त संघर्ष मोर्चा का हुआ गठन, संतराम छेदैया बने अध्यक्ष
खैरागढ़-     एससी/एसटी समाज के बीच जागरूकता, भाई चारा, अपने अधिकार के सुरक्षा के लिए 26 अक्टूबर को खैरागढ़ अंबेडकर चौक में स्थित युवा मितान भवन में एससी/एसटी समाज का संयुक्त बैठक आयोजित किया गया था। जिसमे बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे। बैठक में सामिल एससी/एसटी समाज के लोगो ने सर्व सम्मति से संतराम छेदैया को एससी/एसटी संघर्ष मोर्चा (गैर राजनैतिक संगठन) का अध्यक्ष बनाया गया। युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष उमेश कोठले को बनाया गया। संघ के संरक्षक के रूप में संतोष मारिया, मंशाराम सिमकर , उत्तम बागड़े, रामजी कवर, पल्टू राम बघेल, जगन टंडन, महेश बंजारे को सर्व सम्मति से संरक्षक बनाया गया। साथी ही उपाध्यक्ष कोसन दास कोसरे, महासचिव केदार मेश्राम, कोषाध्यक्ष जगदीश कोसरे, सह सचिव सुमित टांडिया, संयोजक सतिश टण्डेकर, सह संयोजक राधे लाल उके, मीडिया प्रभारी प्रशांत सहारे, आनंद घृतलहरे, कार्यकारणी सदस्य राम अवतार नेताम, जयपाल सोरी, अशोक मंडावी को बनाया गया।
कोयला और कस्टम मीलिंग घोटाले के आरोपियों का नहीं होगा नार्को टेस्ट, EOW के आवेदन को कोर्ट ने किया खारिज

रायपुर-      छत्तीसगढ़ में कोयला और कस्टम मीलिंग घोटाला मामले में गिरफ्तार आरोपियों से जुड़ा बड़ा अपडेट सामने आया है। ACB/EOW की विशेष कोर्ट ने आरोपी सूर्यकांत तिवारी, रजनीकांत तिवारी और निखिल चंद्राकर के साथ ही कस्टम मीलिंग के आरोपी रोशन चंद्राकर का नार्को टेस्ट कराने के लिए EOW द्वारा लगाए गए आवेदन को खारिज कर दिया है।

बता दें कि EOW ने कोयला घोटाले के आरोपी सूर्यकांत तिवारी, रजनीकांत तिवारी और निखिल चंद्राकर समेत कस्टम मीलिंग घोटाले के आरोपी रोशन चंद्राकर का नार्को, पॉलीग्राफ और ब्रेन मैपिंग टेस्ट करवाने की अनुमति के लिए कोर्ट में आवेदन लगाया था। इसके विरोध में बचाव पक्ष ने कोर्ट में आपत्ति दर्ज कराई थी। जिसके बाद आज दोनों पक्षों के तर्क सुनने के बाद कोर्ट ने अपना निर्णय सुनाते हुए EOW के नार्को टेस्ट के आवेदन को खारिज कर दिया।

क्या है कोयला घोटाला मामला?

छत्तीसगढ़ में कथित 500 करोड़ रुपये के कोयला घोटाला मामले में लेवी वसूली का मामला ईडी की रेड में सामने आया था। आरोप है कि कोयला परिवहन के दौरान कोयला व्यापारियों से वसूली करने के लिए ऑनलाइन मिलने वाले परमिट को ऑफलाइन कर दिया गया था। खनिज विभाग के तत्कालीन संचालक आईएएस समीर बिश्नोई ने इसके लिए 15 जुलाई 2020 को आदेश जारी किया था। इसके लिए सिंडिकेट बनाकर वसूली की जाती थी। पूरे मामले का मास्टरमाइंड कोयला व्यापारी सूर्यकांत तिवारी को माना गया था।

वामा डेयरी के उत्पाद शुद्धता की कसौटी पर खरे उतरे, खाद्य विभाग की टेस्टिंग में गाया के सभी प्रोडक्ट को मिला गुणवत्ता और शुद्धता का प्रमाण
महासमुंद-     जिले के वामा डेयरी प्लांट के सभी दूध और दुग्ध उत्पाद की आज की गई जांच में शुद्धता और गुणवत्ता के मानकों पर खरे उतरे हैं. खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा की गई इस जांच में किसी भी प्रकार की मिलावट का प्रमाण नहीं मिला है. इस टेस्टिंग में सभी उत्पादों की गुणवत्ता और शुद्धता का प्रमाण दिया गया है.

खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के सहायक आयुक्त नीतेश मिश्रा ने कहा कि हमारी जांच मे गाया के सभी उत्पाद पूरी तरह से शुद्धता के सभी मापदंड पर पूरी तरह खरे उतरे हैं. किसी भी प्रकार की मिलावटी वस्तु का जांच के दौरान कोई प्रमाण नहीं मिला है. प्लांट मे सभी सुरक्षा और स्वछता मानकों पर खरा पाया गया, त्योहारी समय में हम लगातार इस प्रकार की जांच करते है जो हमारी निरंतर कार्य की प्रक्रिया है.

इस संबंध में वामा डेयरी के डायरेक्टर मोहित धारीवाल ने कहा कि वामा डेयरी का मुख्य उद्देश्य ग्राहकों को शुद्ध और पौष्टिक उत्पाद प्रदान करना है और इस जांच ने इस प्रतिबद्धता को और भी मजबूत कर दिया है.

उल्लेखनीय है कि त्योहारों के मौसम में मिलावटी उत्पादों की बढ़ती चिंता के बीच, वामा डेयरी का यह कदम ग्राहकों के विश्वास को और भी मजबूत करता है. इस उपलब्धि से कंपनी को अपने उपभोक्ताओं का विश्वास और भी अधिक हासिल करने में मदद मिलेगी.

छत्तीसगढ़ में डंप हो रहा ओडिशा का धान : खरीदी शुरू होने से पहले एक हजार से ज्यादा बोरा धान जब्त
गरियाबंद-    छत्तीसगढ़ में 14 नवंबर से धान खरीदी शुरू होने वाला है. इससे पहले प्रशासन के सामने ओडिशा के धान की खपत को रोकने की चुनौती है. इससे निपटने कलेक्टर ने अभी से अपनी टीम को एक्टिव कर दिया है. लिहाजा आज मैनपुर एसडीएम पंकज डहरे ने अपनी टीम के साथ अमलीपदर तहसील के केकरा जोर में छापेमारी कर दो घरों से 420 पैकेट धान जब्त किया. इधर देवभोग राजस्व अमला ने भी ओडिशा से धान भरकर आ रही 3 पिकअप को खोकसरा सीमा में जब्त किया है. तीन वाहन में 160 बोरा धान था. बता दें कि राजस्व अमला अब तक 1000 से भी ज्यादा बोरा धान जब्त कर चुका है.

फूड ऑफिसर ने रोकी गाड़ी, छुड़ा ले गए राजस्व के अधिकारी

धान खरीदी व अवैध कारोबार पर नकेल का अधिकार फूड और मंडी को भी है, लेकिन धर पकड़ में राजस्व दाल नहीं गलने दे रहे. प्रत्यक्ष दर्शी के मुताबिक, आज नेशनल हाइवे पर झराबहाल बेयर हाउस इलाके में सुबह करीब 8 बजे फूड विभाग के अफसर ने धान से भरे पिकअप को रोका. कार्यवाही करते उससे पहले राजस्व के अफसरों की गाड़ी आ गई. कॉल में सीधी बात हुई और फूड इंस्पेक्टर के आंखों के सामने गाड़ी छुड़ा ले गए. अफसर बड़े थे इसलिए फूड इंस्पेक्टर मामले में कुछ भी नहीं बोल रहे हैं, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों ने मामले का वीडियो बना लिया है. अब बड़ा सवाल यह है कि झराबहाल के पास खाद्य विभाग द्वारा पकड़े गए इस पिकअप को आखिर राजस्व विभाग क्यों छुड़ा ले गई.

कलेक्टर की फटकार के बाद गिनती के वाहनों पर दिखाई दी कार्यवाही

घरों में अवैध रूप से भंडारित सैकड़ों बोरा धान देवभोग प्रशासन ने अब तक जब्त किया था, लेकिन आज पहली बार अवैध परिवहन में लगी पिकअप पकड़ाई. ये कार्यवाही कलेक्टर दीपक अग्रवाल की सख्ती के बाद हुई है. सूत्रों की माने तो ओडिशा सीमा के 4 प्रमुख मार्गों से रोजाना 20 वाहन 60 से भी ज्यादा खेप धान की सप्लाई में लगा है. इस मामले में पक्ष जानने देवभोग एसडीएम तुलसी दास को बार-बार कॉल किया गया पर वे कॉल रिसीव नहीं किए.

राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु की ग्रुप फोटो के बैकड्रॉप में मधेश्वर पहाड़ : क्यों है खास मधेश्वर पहाड़

रायपुर-    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु अपने दो दिवसीय प्रवास पर छत्तीसगढ़ में थीं। अपने प्रवास के दूसरे दिन राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु नवा रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास में मुख्यमंत्री श्री साय द्वारा आयोजित दोपहर के भोज में शामिल हुईं।  इस दौरान राष्ट्रपति मुर्मु की मुख्यमंत्री श्री साय और उनके परिवारजनों तथा अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ ग्रुप फोटो हुई। इस ग्रुप फोटो की खास बात यह थी कि इसके बैकड्रॉप में जशपुर का खूबसूरत मधेश्वर पहाड़ प्रदर्शित था।

उल्लेखनीय है कि मधेश्वर पहाड़ जशपुर जिले के कुनकुरी ब्लॉक में स्थित है जो कि विश्व के सबसे बड़े शिवलिंग के रूप में पूजा जाता है। छत्तीसगढ़ के आदिवासी बाहुल्य जशपुर जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर मयाली ग्राम में स्थित मधेश्वर पहाड़ की आकृति शिवलिंग जैसी है। ग्रामीण इसकी पूजा करते हैं और इसे विश्व के सबसे बड़े शिवलिंग होने का गौरव प्राप्त है। यहाँ सैलानी दूर-दूर से आते हैं और प्रकृति से अपने आप को जोड़ते हैं। मधेश्वर पहाड़ पर पर्वतारोहण भी किया जाता है। जशपुर जिले में एडवेंचर स्पोर्टस और पर्यटन के विकास की अपार संभावनाएं मौजूद है।

विगत 22 अक्टूबर को मयाली नेचर कैम्प में सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित की गई थी। जिसमें मंत्रीगणों के साथ सरगुजा प्राधिकरण के सदस्यगण भी शामिल हुए थे। मयाली नेचर कैम्प को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा। प्रकृति के गोद में बसा जशपुर अपनी मनमोहक छंटा के कारण लोगों को सहज ही अपनी और आकर्षित कर रहा है।

झारखंड में मंत्री ओपी चौधरी कर रहे धुंआधार प्रचार, कहा – भाजपा की होगी बड़ी जीत

रायपुर-   झारखंड विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी को बड़ी जिम्मेदारी मिली है. भाजपा ने उन्हें विधानसभा प्रभारी नियुक्त किया है. चौधरी वहां धुंआधार प्रचार भी कर रहे. झारखंड में चुनावी रुझान को लेकर ओपी चौधरी ने कहा है कि झारखंड में भारतीय जनता पार्टी की बड़ी जीत होगी. संगठन के कामों की दृष्टि से झारखंड में हम ड्यूटी कर रहे हैं. झारखंड में भी कमल खिलेगा. भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी. झारखंड के लोगों ने परिवर्तन का मन बना लिया है.

युवाओं में सर चढ़कर बोल रहा ओपी की लोकप्रियता का जादू

पिछले 15 दिनों से छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी धुआंधार रैली कर प्रचार कर रहे. ओडिशा चुनाव के दौरान भी ओपी ने प्रचार कमान संभाली थी. इसका सुखद नतीजा हुआ कि आजादी के बाद पहली बार भाजपा को ओडिशा में जीत मिली. ओपी चौधरी प्रचार के दौरान लोगों को बता रहे कि ओडिशा और छग में भाजपा किस तरह मोदी की गारंटी को पूरा कर रही है. वे जहां भी प्रचार में जा रहे हैं वहां के युवाओं में ओपी की लोकप्रियता का जादू सर चढ़कर बोल रहा.

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के सामने डॉ. अजय और बृहस्पत सिंह के बीच हुआ जमकर विवाद, नाराज बैज भोजन छोड़ लौटे रायपुर

बलरामपुर-  छत्तीसगढ़ कांग्रेस के दो बड़े नेता प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के सामने ही भिड़ गए. दोनों के बीच विवाद इतना हुआ कि बैज भोजन छोड़कर रायपुर रवाना हो गए. दरअसल यह घटना आज बलरामपुर सर्किट हाउस में उस वक्त घटी, जब दीपक बैज जिले के दौरे पर थे. बैज थाने में हुई स्वास्थ्यकर्मी गुरुचरण मंडल की मौत के मामले में मृतक परिवार से मिलने गए थे. उनके साथ जिले के बहुत से कांग्रेसी भी थे. कांग्रेस की ओर से गठित जांच दल के संयोजक डॉ. अजय तिर्की भी थे, वहीं पार्टी से निष्कासित नेता पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह भी थे.

बैज और अन्य नेता मृतक परिवार से मिलकर वापस भोजन के लिए जब सर्किट हाउस पहुंचे तो फोटो सेशन को लेकर डॉ. अजय तिर्की और बृहस्पत सिंह आपस में भिड़ गए. देखते-देखते कहासुनी जमकर विवाद और गाली-गलौज में पहुंच गया. स्थानीय नेताओं की ओर से मामला शांत कराने का प्रयास किया गया, लेकिन विवाद बढ़ता ही चला गया. आखिर में पीसीसी अध्यक्ष बैज भोजन छोड़कर ही रायपुर रवाना हो गए. नाराज बैज को मनाने की कोशिश नेता करते रहे, लेकिन वे नहीं रुके.

पार्टी सूत्रों के मुताबिक, डॉ. अजय तिर्की यह कहते हुए नाराज हो गए कि पार्टी से निष्कासित नेता यहां कैसे आ गए ? उन्हें तो किसी ने बुलाया ही नहीं था. इसी बात से बृहस्पत सिंह गुस्सा हो गए. उन्होंने भी तिर्की को तल्ख लहजे में जवाब दे दिया. और फिर दोनों के बीच बहस इस कदर होने लगी की कमरे का दरवाजा बंद करना पड़ा.

इस मामले में डॉ. अजय तिर्की और बृहस्पत सिंह ने किसी भी तरह की प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है, जबकि बलरामपुर जिलाध्यक्ष ने कहा कि विवाद हुआ है, लेकिन अभी इस पर वह कुछ नहीं कहेंगे.