डीएमसीएच में डेंगू के 4 मरीज भर्ती कराए गए, 9 ठीक भी हुए
डेंगू के मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। डीएमसीएच में इलाज के लिए फिर 4 डेंगू के मरीजों को डेंगू वार्ड में भर्ती कराया गया। जिसमें से 2 दरभंगा और 2 समस्तीपुर जिला के रहने वाले हैं। वहीं, 22 साल की दिव्या रानी जो पटना में रहकर एमसीए की पढ़ाई करती थी। उसे 6 दिनों से बुखार आने पर परिजन ने उसे अपने घर बुला लिया। जो विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के रहने वाली है। जिसकी इलाज डेंगू वार्ड में की जा रही है। वहीं, जिला के कमतौल के दूसरे मरीज 70 साल के वृद्ध जयराम झा को कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है।

उनके भाई श्रवण झा ने बताया कि उन्हें चार दिनों से बुखार आ रहा था। जिसमें सुधार नहीं हो रहा था। सुधार नहीं होता देखकर उसे डीएमसीएच में इलाज के लिए मंगलवार को भर्ती किया गया है। जहां उनका इलाज डेंगू वार्ड में चल रहा है। 1 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक 13 मरीज को इलाज के लिए डेंगू वार्ड में भर्ती किया गया है। जिसमें से 9 मरीज को स्वास्थ्य होने पर घर भेज दिया गया है। 4 मरीजों का इलाज डेंगू वार्ड में चल रहा है।

समस्तीपुर के 2 डेंगू के मरीज को इलाज के लिए डीएमसीएच के डेंगू वार्ड में मंगलवार को भर्ती कराया गया है। 48 साल की सुशीला देवी जो समस्तीपुर जिला की सिंघिया थाना की रहने वाली है। जिसे प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा था। लेकिन उसमें सुधार नहीं होने पर उसे डीएमसीएच रेफर कर दिया गया।

LNMU में मूल्यांकन उत्तर पुस्तिका के लिए मनमाना चार्ज
दरभंगा में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में आरटीआई के तहत मूल्यांकित उत्तर पुस्तिका की मांग पर मनमाना शुल्क लिया जा रहा है। 32 पृष्ठ की मूल्यांकित पुस्तिका की छाया प्रति के लिए 64 रुपए की जगह 2 हजार रुपए वसूले जा रहे हैं। इस सम्बन्ध में पटना उच्च न्यायालय के महानिबंधक को आवेदन देकर इसकी शिकायत की गई। आवेदन में मनमाना शुल्क लेने के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी गई है।

कई वर्षों से मनमाना शुल्क लिया जा रहा है

शिकायतकर्ता ने आवेदन में बताया है कि विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं को आरटीआई के तहत मूल्यांकित उत्तर पुस्तिका के लिए प्रति उत्तर पुस्तिका के लिए 2 हजार रुपए देने पर रहे हैं।

बिहार में सूचना के अधिकार अधिनियम 2005 के तहत सूचना प्राप्त करने के लिए प्रति पृष्ठ दो रुपए निर्धारित है। सूचना पाने के लिए दो रुपए प्रति पृष्ठ राज्य सरकार के विभिन्न सरकारी विभागों के लिए देने पड़ते हैं। विश्वविद्यालय में पिछले कई वर्षों से प्रति उत्तर पुस्तिका के लिए 2 हजार शुल्क लिया जा रहा है। 32 पेज की उत्तर पुस्तिका की छाया प्रति के लिए नियम विरुद्ध जाकर 1936 रूपया अधिक लिए जा रहे हैं।

आवेदन में बताया गया है कि विश्वविद्यालय आरटीआई अधिनियम का उल्लंघन कर रही है। साथ ही गरीब छात्रों को सूचना प्राप्त करने से वंचित कर रही है। बता दें कि परीक्षा परिषद की बैठक में शुल्क का निर्धारण तत्कालीन कुलसचिव की ओर से जारी आधिसूचना में बताया गया है कि परीक्षा परिषद की बैठक में निर्णय लिया गया कि परीक्षा फल प्रकाश के 6 माह के अंदर ही छात्र-छात्राओं को अपने मूल्यांकित उत्तर पुस्तिकाओं की छाया प्रति प्राप्त करने के लिए प्रति उत्तर पुस्तिका ₹2000 जमा करना होगा।

सूचना प्राप्ति की समय सीमा

लोक सूचना अधिकारी को आवेदन देने के 30 दिनों के अंदर सूचना मिलनी चाहिए। यदि आवेदन सहायक लोक सूचना पदाधिकारी को दिया गया है, तो सूचना 35 दिनों के भीतर मिलने का प्रावधान है। सूचना नहीं मिलने या प्राप्त होने पर अपीलीय अधिकारी के पास सूचना का अधिकार अधिनियम के अनुच्छेद 19 एक, के तहत अपील दायर की जा सकती है। हर विभाग में प्रथम अपीलीय अधिकारी होता है। सूचना प्राप्ति के 30 दिनों और आरटीआई अर्जी दाखिल करने के 60 दिनों के अंदर आवेदक को प्रथम अपील दायर करने का अधिकार है।

संबंध में परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर विनोद कुमार ओझा ने बताया कि परीक्षा परिषद की बैठक में जो निर्णय लिया गया था उसी आधार पर शुल्क लिए जा रहे हैं नियम परिणाम क्या कहता है विभागीय आदेश क्या है इसे देखा जाएगा अगर इसमें संशोधन की जरूरत पड़ेगी तो परीक्षा परिषद में रखा जाएगा।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
दरभंगा में एक ही परिवार के तीन युवकों की गई जान, एक दूसरे को बचाने में हुई मौत
दरभंगा विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर-3 में मंगलवार को शौचालय टैंक में पाइप लगा रहे 3 लोगों की मौत हो गई। तीनों की जान दम घुटने से गई। जबकि एक की हालत गंभीर है। सभी एक ही परिवार के सदस्य हैं। मृतकों में सुशील राम (38), सुधीर राम (30) और नवल राम (22) शामिल है। सुशील और सुधीर चचेरे भाई हैं। वहीं, नवल राम इनका भतीजा था। मृतक के पड़ोसी सूर्य नारायण राम ने बताया कि वार्ड तीन निवासी रामप्रीत राम का पुत्र संजय राम अपने शौचालय का सेफ्टी टैंक का ढक्कन तोड़ रहा था।

संजय को बचाने के लिए सुशील टैंक में उतरा

इसी क्रम में वह सेफ्टी टैंक में बेहोश हो गया। उसे बचाने गए सुशील राम टैंक में उतरा और वो भी बेहोश हो गया। दोनों को टैंक में गिरा देखकर उनका चचेरा भाई सुधीर राम और भतीजा नवल राम भी सेफ्टी टैंक में उतर गए। जहां दम घुटने के बाद चारों बेहोश हो गए।

डीएमसीएच में ले गए परिजन

लोगों ने आनन-फानन में चारों को बाहर निकाला। परिजन सभी को डीएमसीएच ले गए। डीएमसीएच के इमरजेंसी विभाग में डॉक्टर ने सुशील राम, सुधीर राम और नवल राम को मृत घोषित कर दिया। वहीं, संजय राम का इलाज चल रहा है।

हर संभव सहायता देने का आश्वासन

इधर, घटना की जानकारी मिलते ही सदर एसडीपीओ अमित कुमार और एसडीओ विकास कुमार मौके पर पहुंचे। जहां परिजनों से बातचीत कर अधिकारियों ने हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया। एसडीओ ने कहा कि सामूहिक मौत हुई है। इसलिए नगर विकास विभाग या आपदा प्रबंधन विभाग से कुछ मिलने का प्रावधान होगा तो जरूर परिजनों को सहायता की जाएगी।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
दरभंगा में 22 घंटे में 5 सौ मीटर विसर्जन यात्रा
दरभंगा के जाले प्रखंड स्थित जलेश्वरी स्थान 65 वर्षों से अपने पूजन पद्धति और भव्य विसर्जन यात्रा के लिए चर्चित है है। यह यात्रा एक किमी की होती है। जो शनिवार शाम 5 बजे से शुरू हुई थी। अब 22 घंटे होने को है। अब तक 5 सौ मीटर ही दूरी तय की गई है। 5 सौ मीटर की यात्रा अभी बाकी है। संभावना है कि ये कल सुबह खत्म होगी। यात्रा जलेश्वरी स्थान से जाले के सुखाई पोखर तक है। जिसके बाद मां की प्रतिमा विसर्जित कर दी जाएगी। यात्रा में दिन-रात 20,000 से अधिक श्रद्धालु शामिल रह रहे हैं

लोक नृत्य झिझीया करती बढ़ रहीं महिलाएं

मुख्य रूप से जाले पूर्वी, जाले पश्चिमी, जाले उत्तरी, जाले दक्षिणी, देवड़ा, जोगियारा, राढी सहित आसपास के गांव से श्रद्धालुओं का आना-जाना है। नवरात्रा के 65वां पूजनोत्सव की विसर्जन यात्रा जलेश्वरी पूजा समिति के अध्यक्ष रतन कुमार मेहता, सचिव देव नारायण मेहता, मेला प्रभारी मुकेश चौधरी सहित अन्य सैकड़ों सदस्यों के नेतृत्व में निकली गई। मां दुर्गा की विशाल प्रतिमा के साथ लक्ष्मी, सरस्वती, गणेश, कार्तिक, पड़ी, बाघ, भारत माता आदि की प्रतिमाओं के साथ श्रद्धालुओं की टोली गाजे-बाजे के साथ आगे बढ़ रही। हाथ में लाठी डंडा, तलवार लेकर महिलाएं पारंपरिक लोक नृत्य झिझीया करती बढ़ रहीं।

शिफ्ट वाइज 20-20 फोर्स को तैनात

लोगों की भीड़ को देखते हुए यात्रा के साथ 3 दर्जन से अधिक दुकानें भी चलती रही। विधि व्यवस्था सहित शांतिपूर्ण वातावरण बनाएं रखने को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों व पुलिस प्रशासन की तैनाती है। जाले थाना अध्यक्ष ने बताया कि दुर्गा पूजा में विधि व्यवस्था को कायम रखने के लिए अनुमंडल से 8 और जिला से 7 फोर्स जाले थाने को दिए गए हैं। शिफ्ट वाइज 20-20 फोर्स को तैनात किया गया है।

दरभंगा शहर के 13 प्रमुख पूजा स्थलों पर उमड़े श्रद्धालु
दरभंगा शहर के 13 प्रमुख पूजा पंडालों और उसके इर्द-गिर्द श्रद्धालुओं की काफी भीड़ जुट रही है। जिला प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। दरभंगा पुलिस के 400 पदाधिकारी, लगभग 1000 सिपाही और चौकीदारों को भी अलग-अलग पूजा पंडाल व भीड़-भाड़ वाले स्थान पर विशेष निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है। कुछ पुलिस कर्मियों को सादे लिबास में तैनात किया गया है। सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे से चिह्नित स्थलों पर नजर रखी जा रही है। सोशल मीडिया पर जनसंपर्क पदाधिकारी और उनकी टीम नजर बनाए हुए है। बीएमपी के दो कैंप, SSB का एक कैंप, 50 बीटीसी, 30 इंस्पेक्टर पर्व के दौरान विधी व्यवस्था संभालने के लिए जिले को दी गई है।

डीएम राजीव रौशन ने बताया कि शहर के पूजा पंडालों में डीजे पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया गया है। विसर्जन को लेकर सभी आयोजकों के लाइसेंस पर रूट और शर्तों की जानकारी दी गई है। शर्तों और निर्देशों की अवहेलना करने वाले लोगों पर कार्रवाई होगी।

शरारती तत्वों पर केस होगा दर्ज

वरीय पुलिस अधीक्षक जग्गुनाथ रेड्डी ने कहा कि सभी लोगों से अपील है कि शांतिपूर्ण माहौल में दुर्गा पूजा मनाए। असामाजिक तत्वों पर पुलिस की नजर है। बदमाशों को छोड़ा नहीं जाएगा। आपराधिक गतिविधि व असामाजिक कृत करने वाले बदमाशों पर FIR दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

जिला के पास पर्याप्त सुरक्षा बल है। पूजा समिति के लोगों को भी नियम और पूर्व निर्धारित रूप का अनुपालन करने का निर्देश दिया गया है। शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर जगह-जगह प्रशासन तैनात है।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
दरभंगा में दो बाइक की टक्कर में एक की मौत
दरभंगा के सिंहवाड़ा प्रखंड के लालपुर चौक पर बीती रात दो बाइकों की आमने-सामने टक्कर हो गई। हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई। दूसरा गंभीर रूप से घायल है। परिजनों ने इलाज के लिए उसे डीएमसीएच में भर्ती कराया है। मृतक की पहचान सिंहवाड़ा निवासी 45 वर्षीय संजय कुमार पांडेय के रूप में हुई है। वहीं, घायल 22 वर्षीय निक्कू कुमार पांडेय भी सिंहवाड़ा का ही रहने वाला है।


बताया जा रहा है कि दुर्घटना देर रात तब हुई जब संजय कुमार पांडेय अपनी बाइक से सिंहवाड़ा बाजार से अपना काम खत्म कर घर लौट रहे थे। इसी दौरान रामपुरा की ओर से आ रहे निक्कू कुमार पांडेय ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी। संजय की मौत मौके पर ही हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि ललन पांडेय के बेटे घायल निक्कू कुमार पांडेय की भी स्थिति चिंताजनक है।

दोनों वाहनों को जब्त किया

सिंहवाड़ा थाना थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि घटना के बाद दोनों बाइकों को जब्त कर लिया गया है। आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। संजय पांडेय के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए डीएमसीएच भेजा गया है।

घटना के बाद गांव में शोक और आक्रोश का माहौल है। हालांकि घटना से जुड़े दोनों पक्ष स्थानीय हैं, इसलिए लोग दबी जुबान से ही तेज गति से बाइक चलाने वाले युवाओं पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे है। ताकि भविष्य में इस तरह की घटना को रोका जा सके।
दरभंगा के LNMU में 98.28% हुआ एडमिशन, 58 सीट रिक्त
दरभंगा में सीईटी बीएड में नामांकन का तीसरा चक्र 9 अक्टूबर को पूरा हो गया। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय ने तीसरे चक्र के समाप्ति तक 98.28 प्रतिशत नामांकन कर लिया है। केवल 58 सीट रिक्त रह गई है। जबकि, संस्कृत विश्वविद्यालय ने सभी 100 सीटों पर नामांकन ले लिया है। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर संजय कुमार चौधरी ने बताया कि इस साल शतप्रतिशत नामांकन किए जाने की पूरी संभावना है।

दुर्गा पूजा की छुट्‌टी के बाद फिर से नामांकन की तिथि की घोषणा की जाएगी। राज्य नोडल पदाधिकारी प्रोफेसर अशोक कुमार मेहता ने बताया कि बिहार के सभी 341 बीएड कॉलेजों में इस साल सीईटी बीएड नामांकन के लिए कल 37,300 रिक्तियां थी। तीसरे चक्र के पूरा होने तक इसमें से कुल 36,659 अभ्यर्थियों का नामांकन किया जा चुका है।

14 अक्टूबर के बाद वेबसाइट पर सूचना

नामांकन से जुड़े सूचना को अभ्यर्थी 14 अक्टूबर के बाद वेबसाइट पर ऑनलाइन देख सकते हैं। उन्होंने बताया कि दरभंगा में ललित नारायण विश्वविद्यालय में अभी 58 सीट रिक्त है जबकि, पटना विश्वविद्यालय पटना में एक सीट, पूर्णिया विश्वविद्यालय पूर्णिया में 11 सीट, जयप्रकाश नारायण विश्वविद्यालय छपरा में 17 सीट, मुंगेर विश्वविद्यालय में 19 सीट, बीएन मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा में 23 सीट बची है।

वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा में 25 सीट, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय, पटना में 36 सीट, तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय, भागलपुर में 37 सीट, मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा में 58 सीट, मौलाना मजहरूल हक अरबी फारसी विश्वविद्यालय, पटना में 76 सीट, बीआरए बिहार विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर में 86 सीट, मगध विश्वविद्यालय, बोधगया में 94 सीट और पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय पटना में 160 रिक्तियां बची हुई है।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
दरभंगा में 12 ज्योतिर्लिंग पंडाल का निर्माण, 30 लाख की लगी लागत
दरभंगा के हसन चौक पर इस बार दक्षिण के स्वामी नारायण मंदिर के तर्ज पंडाल बना है। 41वां दुर्गा पूजनोत्सव नवरंग सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति हसन चौक द्वारा ये मनाया जा रहा है। इसको लेकर बीते 2 महीने से भव्य पूजा पंडाल महाराष्ट्र, बंगाल और बिहार के कारीगरों द्वारा तैयार किया जा रहा है। पूजा समिति के महासचिव राकेश कुमार दास ने बताया कि 500 मीटर की एरिया में विशाल पूजा पंडाल बन रहा है। सबसे पहले भक्त 12 ज्योतिर्लिंग का दर्शन करते हुए दक्षिण के स्वामी नारायण मंदिर के तर्ज पर बने पंडाल तक पहुंचेंगे। 30 लाख रुपए से अधिक की लागत से ये पंडाल तैयार किया जा रहा है। पूजा पंडाल के अंदर श्रद्धालुओं के लिए शुद्ध पेयजल और शौचालय, मेडिकल कैप की व्यवस्था रहेगी।

पूजा पंडाल और उसके इर्द-गिर्द 1 किलोमीटर तक कुल 40 सीसीटीवी के साथ ही ड्रोन से भी निगरानी रखी जाएगी। 150 सदस्यों की समिति सहित सभी स्थानीय लोग विधि व्यवस्था संभालने में जुटे हैं। मुख्य पुजारी देवेंद्र तिवारी ने बताया कि यहां वैष्णव पद्धति से माता की पूजा शारदीय नवरात्र में बड़े ही धूमधाम से की जाती है।

दरभंगा में पूजा पंडालों का जब भी जिक्र होता है तो, हसन चौक सबसे पहले लोगों का पसंद माना जाता है। 2022 में भी यहां 30 लाख रुपए की लागत से भव्य पंडाल का निर्माण हुआ था। वहीं, अध्यक्ष अशोक कुमार मंडल ने बताया कि पूजा पंडाल का निर्माण दिन-रात एक कर किया जा रहा है। सप्तमी से भक्त माता का दर्शन और पूजा पंडाल का लुत्फ उठा पाएंगे।

पूजा समिति के सचिव वरुण त्रिभुनारायण, कार्यकारी सचिव राम शर्मा, कोषाध्यक्ष सुजय कुमार आदि ने बताया कि हसन चौक पर हर साल बड़े ही धूमधाम से दुर्गा पूजा का आयोजन किया जाता है। जिसे बिहार ही नहीं राष्ट्रीय स्तर पर 2022 में सम्मानित किया जा चुका है।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
14 बीएड कॉलेजों का नैक  मूल्यांकन नहीं होने से क्रेडिट कार्ड के लाभ वंचित हैं छात्र
दरभंगा जिले में एनएलएमयू से जुड़े 14 बीएड कॉलेजों में नामांकित 1566 छात्र व छात्राओं को पढ़ाई के लिए बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना से मिलने वाले 2.90 लाख रुपए के लाभ से वंचित होना पड़ा रहा है। क्योंकि इन कॉलेज में दूरस्थ शिक्षा निदेशालय को छोड़ किसी बीएड कॉलेज ने छात्र हित में अपने कॉलेज का नाम एमएनएसबीवाई पोर्टल पर दर्ज नहीं करवाया है। पोर्टल पर उसी कॉलेज का नाम दर्ज होगा जो या तो नैक मूल्यांकित हो या नैक मूल्यांकन के लिए आवेदन किया हो।

मालूम हो कि बिहार सरकार ने जून 2023 में बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत इस योजना का लाभ देने के लिए बीएड के छात्रों को भी शामिल किया था। दो वर्षीय इस कोर्स की पढ़ाई के लिए 2.90 लाख रुपए की ऋण स्वीकृति का प्रावधान है।

जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र के स्त्रों के मुताबिक एमएनएसबीवाई पोर्टल पर कोई बीएड कॉलेज रजिस्टर्ड नहीं है। इस वजह से नामांकित छात्र व छात्राएं इस योजना का लाभ नहीं उठा पाएंगे। मात्र दूरस्थ शिक्षा निदेशालय ने एमएनएसबीवाई पोर्टल पर अपना नाम दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। प्रावधान के मुताबिक बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ उसी बीएड कॉलेजों के छात्र व छात्राओं को मिलेगा जो या तो नैक मूल्यांकित है या नैक मूल्यांकन के लिए आवेदन किया है।

इस संबंध में एलएनएमयू के कुलपति प्रो संजय कुमार चौधरी ने बताया कि आपके माध्यम से मुझे यह जानकारी मिली है कि दरभंगा जिले के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय को छोड़कर किसी बीएड कॉलेज ने एमएनएसपीवाई पोर्टल पर अपना नाम नहीं दर्ज करवाया है।

सभी बीएड कॉलेजों को ऐसा करना चाहिए ताकि छात्रों को बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ मिल सके। डीआरसीसी के प्रबंधक विकास कुमार ने बताया कि इन कॉलेजों में से किसी कॉलेज ने अपना नाम एमएनएसबीवाई पोर्टल पर दर्ज नहीं करवाया हैं।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
दरभंगा में लूट की योजना बना रहे 2 अपराधी गिरफ्तार
दरभंगा जिला के हायाघाट थाना क्षेत्र के औलियाबाद मोड़ से गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने सोमवार की रात दो अपराधी को गिरफ्तार किया है। दोनों बदमाशों के पास से तीन पिस्टल, चार जिंदा कारतूस, दो मोबाइल फोन और एक स्प्लेंडर बाइक बरामद किया गया है। इस मामले की जानकरी सदर एसडीपीओ अमित कुमार मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दी। इस दौरान बताया गया कि दोनों अपराधी औलियाबाद मोड़ पर अपराध की योजना बना रहे थे। इसी बीच टेक्निकल सेल की मदद से हायाघाट थाना ने दोनों को पकड़ लिया।

CSP से लूट की योजना बनाते हुए गिरफ्तार

इस संबंध में जानकारी देते हुए एसडीपीओ ने बताया कि एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली कि दोनों अपराधी हायाघाट के एक सीएसपी से 8 से 10 लाख रुपए की लूट की घटना को अंजाम देने पहुंचे हैं। सूचना मिलने के बाद पुलिस हरकत में आई। एसआईटी की टीम, हायाघाट थानाध्यक्ष और टेक्निकल टीम की मदद से दोनों अपराधियों तक आसानी से पहुंच गई। पकड़े गए दोनों अपराधियों में से एक दरभंगा का है। जिसके कमर से दो पिस्टल बरामद की गई है।

वहीं, दूसरा अपराधी समस्तीपुर जिला के वारिसनगर थाना क्षेत्र का रहने वाला है। जिसके पास से एक पिस्टल, दो मोबाइल फोन और चार जिंदा कारतूस बरामद किया गया है। दोनों ही अपराधी अंतर जिला गिरोह के सदस्य हैं और इनका पहले से आपराधिक इतिहास रहा है। जिसको पुलिस खंगाल रही है।

आगे एसडीपीओ ने बताया कि लूट की घटना से पहले इन दोनों अपराधियों को पकड़ने के लिए टीम में शामिल पुलिस पदाधिकारियों को प्रोत्साहित किया जाएगा। दोनों ही अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट